2 संबंधों: जलविरोधी, उभयसंवेदी।
जलविरोधी
जलविरोधी (hydrophobic) या जलविरागी ऐसा अणु या आण्विक इकाई होती है जो जल को स्वयं से दूर रखने की चेष्टा प्रतीत करता हुआ लगता है, यानि जल से आकर्षित होने की बजाय अपकर्षित प्रतीत होता है। ध्यान योग्य है कि यह वास्तव में जल से दूर नहीं रहता बल्कि जल के अणु एक दूसरे से आकर्षित होते हैं और जलविरोधी पदार्थों से नहीं, जिस से जल अपने-आप में सिकुड़कर जलविरोधी पदार्थों को अपने से अलग कर लेता है। इस से विपरीत जलस्नेही पदार्थ पानी के अणुओं से आकर्षित होते हैं। .
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उभयसंवेदी
उभयसंवेदी (amphiphilic, amphipathic) ऐसा रासायनिक यौगिक होता है जिसमें जलस्नेही (हाइड्रोफ़िलिक) और जलविरोधी (हाइड्रिफ़ोबिक) दोनों प्रकार के भाग हों। अक्सर इसका जलविरोधी भाग वसास्नेही (लाइपोफ़िलिक) भी होता है इसलिए कई परिभाषाओं में यह भी कहा जाता है कि उभयसंवेदी यौगिकों में जलस्नेही और वसास्नेही दोनों भाग होते हैं। जैवरसायनिकी में उभयसंवेदी यौगिकों का गहरा अध्ययन करा जाता है। मसलन लिपिड अपने आप को कई रूपों में व्यवस्थित कर पाते हैं। लिपिड बहुरूपता (lipid polymorphism) कहलाने वाली यह क्षमता पृथ्वी पर सभी ज्ञात जीवन का एक ज़रूरी आधार है और लिपिडों का उभयसंवेदी होना ही उन्हें यह क्षमता देता है। साबुन और डिटरजेंट जैसी दैनिक आवश्यकता की कई चीज़े भी उभयसंवेदी रसायनों की बनी होती हैं। .