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चीनी शेषफल प्रमेय

सूची चीनी शेषफल प्रमेय

चीनी शेषफल प्रमेय (Chinese remainder theorem) को निम्नलिखित शब्दों में व्यक्त किया जा सकता है- यदि युग्मशः अभाज्य (pairwise coprime) हों यदि कोई पूर्णांक हैं, तो एक पूर्णांक ऐसा होगा कि, तथा कोई भी दो ऐसे पूर्णांक, सर्वसम मॉड्युलो होंगे।; उदाहरण ऐसा पूर्णांक x प्राप्त कीजिये जो निम्नलिखित शर्तों को सन्तुष्ट करती हो- x ≡ 3 (mod.5) x ≡ 5 (mod.13) x ≡ 7 (mod.29) x ≡ 1 (mod.41) X .

1 संबंध: भारतीय गणित

भारतीय गणित

गणितीय गवेषणा का महत्वपूर्ण भाग भारतीय उपमहाद्वीप में उत्पन्न हुआ है। संख्या, शून्य, स्थानीय मान, अंकगणित, ज्यामिति, बीजगणित, कैलकुलस आदि का प्रारम्भिक कार्य भारत में सम्पन्न हुआ। गणित-विज्ञान न केवल औद्योगिक क्रांति का बल्कि परवर्ती काल में हुई वैज्ञानिक उन्नति का भी केंद्र बिन्दु रहा है। बिना गणित के विज्ञान की कोई भी शाखा पूर्ण नहीं हो सकती। भारत ने औद्योगिक क्रांति के लिए न केवल आर्थिक पूँजी प्रदान की वरन् विज्ञान की नींव के जीवंत तत्व भी प्रदान किये जिसके बिना मानवता विज्ञान और उच्च तकनीकी के इस आधुनिक दौर में प्रवेश नहीं कर पाती। विदेशी विद्वानों ने भी गणित के क्षेत्र में भारत के योगदान की मुक्तकंठ से सराहना की है। .

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