लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
डाउनलोड
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

चींटी

सूची चींटी

चींटी एक सामाजिक कीट है। इसकी 12000 से अधिक जातियों का वर्गीकरण किया जा चुका है। .

16 संबंधों: चींटीख़ोर, ततैया, दक्षिणी तामान्दुआ, पञ्चतन्त्र, पैंगोलिन, फरफुरल, फॉरेंसिक कीटविज्ञान, मुण्डा, रसायन विज्ञान, हाइड्रोजन सायनाइड, हैरिसन फोर्ड, जबड़ा, आखेटि पतंग, कलापक्ष, किसान, अमूर्तन

चींटीख़ोर

चींटीख़ोर (Anteater) दक्षिण व मध्य अमेरिका में पाया जाने वाला एक स्तनधारी प्राणी है जो अपने विचित्र मुख-आकार, थूथन और अपनी पतली व लम्बी जीभ से केवल चींटी, दीमक और अन्य छोटे कीट खाने के लिये प्रसिद्ध है। चींटीख़ोरों की चार जातियाँ पाई जाती हैं: सिर-से-पूँछ तक १.८ मी (५ फ़ुट ११ इंच) लम्बा विशाल चींटीखोर, केवल ३५ सेमी (१४ इंच) लम्बा रेशमी चींटीखोर, १.२ मी (३ फ़ुट ११ इंच) लम्बा उत्तरी तामान्दुआ और लगभग उतना ही लम्बा दक्षिणी तामान्दुआ। चींटीख़ोर पिलोसा (Pilosa) नामक जीववैज्ञानिक गण में शामिल हैं जिसमें स्‍लॉथ (sloth) भी आते हैं, यानि स्‍लॉथों और चींटीख़ोरों का आनुवंशिक (जेनेटिक) सम्बन्ध है। .

नई!!: चींटी और चींटीख़ोर · और देखें »

ततैया

ततैया (wasp) एक प्रकार का कीट होता है। जीववैज्ञानिक दृष्टि से हायमेनोप्टेरा (Hymenoptera) गण और आपोक्रिटा (Apocrita) उपगण का हर वह कीट होता है जो चींटी या मक्खी न हो। कुछ जानी-मानी ततैया जातियाँ छत्तों में रहती हैं और जिसमें एक अण्डें देने वाली रानी होती है और अन्य सभी ततैयें कर्मी होते हैं। लेकिन अधिकतर ततैयें अकेले रहते हैं। अकेले रहने वाले बहुत से ततैयों की मादाएँ अन्य कीटों को डंक मारकर उनके जीवित लेकिन मूर्छित शरीरों में अण्डें देती हैं जिनसे शिशु निकलने पर वे उस कीट को खा जाते हैं। इस कारणवश कृषि में कई फ़सल का नाश करने वाले कीटों की रोकथाम में ततैयों का बहुत महत्व होता है। .

नई!!: चींटी और ततैया · और देखें »

दक्षिणी तामान्दुआ

दक्षिणी तामान्दुआ (Southern tamandua) चींटीख़ोर के तामान्दुआ वंश की एक मध्यम आकार की जाति है जो दक्षिण अमेरिका में पाया जाता है। यह चींटीख़ोर सिर-से-पूँछ तक औसतन १.२ मीटर (३ फ़ुट ११ इंच) लम्बा होता है।Miranda, F. & Meritt, D. A. Jr.

नई!!: चींटी और दक्षिणी तामान्दुआ · और देखें »

पञ्चतन्त्र

'''पंचतन्त्र''' का विश्व में प्रसार संस्कृत नीतिकथाओं में पंचतंत्र का पहला स्थान माना जाता है। यद्यपि यह पुस्तक अपने मूल रूप में नहीं रह गयी है, फिर भी उपलब्ध अनुवादों के आधार पर इसकी रचना तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व के आस- पास निर्धारित की गई है। इस ग्रंथ के रचयिता पं॰ विष्णु शर्मा है। उपलब्ध प्रमाणों के आधार पर कहा जा सकता है कि जब इस ग्रंथ की रचना पूरी हुई, तब उनकी उम्र लगभग ८० वर्ष थी। पंचतंत्र को पाँच तंत्रों (भागों) में बाँटा गया है.

नई!!: चींटी और पञ्चतन्त्र · और देखें »

पैंगोलिन

वज्रशल्क या पंगोलीन (pangolin) फोलिडोटा गण का एक स्तनधारी प्राणी है। इसके शरीर पर केराटिन के बने शल्क (स्केल) नुमा संरचना होती है जिससे यह अन्य प्राणियों से अपनी रक्षा करता है। पैंगोलिन ऐसे शल्कों वाला अकेला ज्ञात स्तनधारी है। यह अफ़्रीका और एशिया में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है। इसे भारत में सल्लू साँप भी कहते हैं। इनके निवास वाले वन शीघ्रता से काटे जा रहे हैं और अंधविश्वासी प्रथाओं के कारण इनका अक्सर शिकार भी करा जाता है, जिसकी वजह से पैंगोलिन की सभी जातिया अब संकटग्रस्त मानी जाती हैं और उन सब पर विलुप्ति का ख़तरा मंडरा रहा है। .

नई!!: चींटी और पैंगोलिन · और देखें »

फरफुरल

फरफुरल, एक कार्बनिक यौगिक है जिसे विभिन्न प्रकार के कृषि उपोत्पादों जैसे कि मकई के बालों, जई, गेहूं के चोकर और लकड़ी के बुरादे आदि से प्राप्त किया जाता है। फरफुरल शब्द लतीनी शब्द फरफुर furfur, से आता है जिसका अर्थ भुसी या चोकर होता है। फरफुरल एक ऐरोमैटिक एल्डिहाइड है, जिसके छल्ले की संरचना दाएं हाथ पर दी गयी है। इसका रासायनिक सूत्र, OC4H3CHO है। यह एक रंगहीन तैलीय द्रव पर हवा के संपर्क में आने पर शीघ्रता से पीले रंग का हो जाता है, इसकी गंध बादाम के समान है। .

नई!!: चींटी और फरफुरल · और देखें »

फॉरेंसिक कीटविज्ञान

फॉरेंसिक कीटविज्ञान (अंग्रेज़ी भाषा: Forensic entomology) विज्ञान का क्षेत्र है जिसमें हम कीट और अन्य संधिपाद प्राणियों के जीवन के बारे में आपराधिक मामलों की जाँच की जाती है। इस शेत्र में कीट, संधिपाद प्राणी, अर्चिंड, गोजर, सहस्त्रपाद, क्रस्टेशिया के भी जीवन के विज्ञान को शामिल किया गया है। आपराधिक मामलों को सुलझाने के लिए यह क्षेत्र मुख्य रूप से मौत की जाँच से जुड़े मामले सुलझाने के लिए है परंतु इसके द्वारा हम कई और मामलों की जाँच भी कर सकते हैं जैसे- ज़ेहर और दवाइयों की जाँच, किसी घटना के होने की जगह और किसी भी घाव के होने के समय का भी जाँच भी की जा सकती है। फॉरेंसिक कीटविज्ञान ३ उप-क्षेत्रों में बाँटा गया है: शहरी, संग्रीहित उत्पाद और मेडिकोलेगल (चिकित्या एवं न्याय प्रणाली) .

नई!!: चींटी और फॉरेंसिक कीटविज्ञान · और देखें »

मुण्डा

मुंडा एक भारतीय आदिवासी समुदाय है, जो मुख्य रूप से झारखण्ड के छोटा नागपुर क्षेत्र में निवास करता है| झारखण्ड के अलावा ये बिहार, पश्चिम बंगाल, ओड़िसा आदि भारतीय राज्यों में भी रहते हैं| इनकी भाषा मुंडारी आस्ट्रो-एशियाटिक भाषा परिवार की एक प्रमुख भाषा है| उनका भोजन मुख्य रूप से धान, मड़ूआ, मक्का, जंगल के फल-फूल और कंध-मूल हैं | वे सूत्ती वस्त्र पहनते हैं | महिलाओं के लिए विशेष प्रकार की साड़ी होती है, जिसे बारह हथिया (बारकी लिजा) कहते हैं | पुरुष साधारण-सा धोती का प्रयोग करते हैं, जिसे तोलोंग कहते हैं | मुण्डा, भारत की एक प्रमुख जनजाति हैं | २० वीं सदी के अनुसार उनकी संख्या लगभग ९,०००,००० थी |Munda http://global.britannica.com/EBchecked/topic/397427/Munda .

नई!!: चींटी और मुण्डा · और देखें »

रसायन विज्ञान

300pxरसायनशास्त्र विज्ञान की वह शाखा है जिसमें पदार्थों के संघटन, संरचना, गुणों और रासायनिक प्रतिक्रिया के दौरान इनमें हुए परिवर्तनों का अध्ययन किया जाता है। इसका शाब्दिक विन्यास रस+अयन है जिसका शाब्दिक अर्थ रसों (द्रवों) का अध्ययन है। यह एक भौतिक विज्ञान है जिसमें पदार्थों के परमाणुओं, अणुओं, क्रिस्टलों (रवों) और रासायनिक प्रक्रिया के दौरान मुक्त हुए या प्रयुक्त हुए ऊर्जा का अध्ययन किया जाता है। संक्षेप में रसायन विज्ञान रासायनिक पदार्थों का वैज्ञानिक अध्ययन है। पदार्थों का संघटन परमाणु या उप-परमाण्विक कणों जैसे इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन और न्यूट्रॉन से हुआ है। रसायन विज्ञान को केंद्रीय विज्ञान या आधारभूत विज्ञान भी कहा जाता है क्योंकि यह दूसरे विज्ञानों जैसे, खगोलविज्ञान, भौतिकी, पदार्थ विज्ञान, जीवविज्ञान और भूविज्ञान को जोड़ता है। .

नई!!: चींटी और रसायन विज्ञान · और देखें »

हाइड्रोजन सायनाइड

हाड्रोजन सायनाइड (HCN) या हाइड्रोसायनिक अम्ल एक अकार्बनिक यौगिक है। इसे प्रूसिक अम्ल (Prussic acid) भी कहते हैं। यह रंगहीन वाष्पशील पदार्थ है, जो बहुत ही विषैला होता है। सन् १७८२ में के। डब्लू.

नई!!: चींटी और हाइड्रोजन सायनाइड · और देखें »

हैरिसन फोर्ड

हैरिसन फोर्ड (13 जुलाई 1942 को जन्मे) एक अमेरिकी फिल्म अभिनेता और निर्माता हैं.

नई!!: चींटी और हैरिसन फोर्ड · और देखें »

जबड़ा

मानव जबड़े का निचला हिस्सा जबड़ा या हनु (अंग्रेजी: jaw, जॉ) किसी प्राणी के मुँह के प्रवेश-क्षेत्र पर स्थित उस ढाँचे को बोलते हैं जो मुंह को खोलता और बंद करता है और जिसके प्रयोग से खाने को मुख द्वारा पकड़ा जाता है तथा (कुछ जानवरों में) चबाया जाता है। मानव समेत बहुत से अन्य जानवरों में जबड़े के दो हिस्से होते हैं जो एक दूसरे से चूल (हिन्ज) के ज़रिये जुड़े होते हैं जिसके प्रयोग से जबड़ा ऊपर-नीचे होकर मुख खोलता है या बंद करता है। ऐसे प्राणियों में खाद्य सामग्री चबाने या चीरने के लिए जबड़ों में अक्सर दांत लगे होते हैं। इसके विपरीत बहुत से कीटों के जबड़े मुख के दाई-बाई तरफ़ लगे दो छोटे शाखनुमा अंग होते हैं जो चिमटे की तरह खाना पकड़कर उनके मुख तक ले जाते हैं। .

नई!!: चींटी और जबड़ा · और देखें »

आखेटि पतंग

आखेटि पतंग आखेटि पतंग (Ichneumon wasp या इक्नुमन फ़्लाइ) छोटे, बहुधा चटकीले रंगोंवाले, क्रियाशील कीट (इंसेक्ट) हैं। चीटियों, मधुमक्खियों तथा बर्रों से इनका निकट संबंध है। प्राय: इन्हें धूप से प्रेम होता है। इनके पूर्वोक्त संबंधियों और इनमें यह भेद है कि प्रौढ़ होने पर ही ये स्वतंत्र जीवन व्यतीत करते हैं। अपरिपक्व अवस्था में ये पूर्णत: परजीवी होते हैं। तब तक विविध प्रकार के कीटों के शरीर के ऊपर या भीतर रहकर, उन्हीं से भोजन और आश्रय पाते हैं तथा अंत में उनके प्राण ले लेते हैं। प्रौढ़ स्त्री आखेटि पतंग अंडे या तो आश्रयदाता कीट के शरीर के ऊपर देती है या अपने अंडरोपक (ओविपॉज़िटर) की सहायता से इन्हें उसकी त्वचा के नीचे घुसेड़ देती है। अंडरोपक एक प्रकार का रूपांतरित डंक होता है जो आश्रय देनेवाले कीट की चमड़ी को छेदकर उसके भीतर अंडे डालने में सहायता देता है। आश्रय देनेवाले कीट के शरीर के भीतर आखेटिपतंग डिंभ (लार्वी) प्राय: सैकड़ों की संख्या में होते हैं।; ये शनै:-शनै: उसके शरीर के कोमल पदार्थ को खा जाते हैं तथा अंत में केवल उसकी खाल रह जाती है और इस तरह वह मर जाता है। इन डिंभों में प्राय: टाँगें नहीं होतीं तथा ये श्वेत या पीले रंग के होते हैं। जब ये पूरे बड़े हो जाते हैं तो आश्रय देनेवाले जीव की मृत देह पर अपने चारों ओर एक रेशमी कोवा (कोकून) बना लेते हैं तथा आखेटि पतंग बनकर निकलने के पूर्व वे शंखी (प्यूपा) की अवस्था में रहते हैं। .

नई!!: चींटी और आखेटि पतंग · और देखें »

कलापक्ष

मधुमक्खी कलापक्ष या हायमेनोप्टेरा (Hymenoptera; हायमेन (hymen) .

नई!!: चींटी और कलापक्ष · और देखें »

किसान

किसान उन्हें कहा जाता है, जो खेती का काम करते हैं। इन्हें कृषक और खेतिहर के नाम से भी जाना जाता है। ये बाकी सभी लोगो के लिए खाद्य सामग्री का उत्पादन करते है। इसमें फसलों को उगाना, बागों में पौधे लगाना, मुर्गियों या इस तरह के अन्य पशुओं की देखभाल कर उन्हें बढ़ाना भी शामिल है। कोई भी किसान या तो खेत का मालिक हो सकता है या उस कृषि भूमि के मालिक द्वारा काम पर रखा गया मजदूर हो सकता है। अच्छी अर्थव्यवस्था वाले जगहों में किसान ही खेत का मालिक होता है और उसमें काम करने वाले उसके कर्मचारी या मजदूर होते हैं। हालांकि इससे पहले तक केवल वही किसान होता था, जो खेत में फसल उगाता था और पशुओं, मछलियों आदि की देखभाल कर उन्हें बढ़ाता था। .

नई!!: चींटी और किसान · और देखें »

अमूर्तन

अमूर्तन (abstraction) अवधारणाओं की वह प्रक्रिया होती है इसमें कुछ उदाहरणों के प्रयोग और श्रेणीकरण, प्राथमिक ज्ञान के व्याख्यान और अन्य प्रणालियों से कोई सामान्य नियम या अवधारणा की परिभाषा हो। अमूर्तन के बाद, सभी उदाहरण उस अमूर्त नियम या अवधारणा द्वारा स्थापित करी गई परिभाषा के अधीन आते हैं। मसलन बैलगाड़ी, बस, साइकिल और मोटर-गाड़ी एक-दूसरे से बहुत भिन्न हैं, लेकिन इनसे एक "वाहन" नामक अमूर्त अवधारणा निकाली जा सकती है और फिर यह सभी वाहन के अलग-अलग उदाहरण समझे जा सकते हैं। इसी तरह चींटी, मच्छर और झींगुर तीन बहुत भिन्न प्राणी हैं लेकिन अपने आकार, टांगो की संख्या और अन्य सामानताओं के आधार पर यह सभी "कीट" नामक अमूर्त श्रेणी में डाले जा सकते हैं। एक अन्य मिसाल चोरी, हत्या और अपहरण की है - यह तीन बहुत भिन्न चीज़ें हैं लेकिन न्याय-व्यवस्था में अमूर्तन द्वारा इन्हें "अपराध" नामक अवधारणा में डाला जाता है।Suzanne K. Langer (1953), Feeling and Form: a theory of art developed from Philosophy in a New Key p. 90: "Sculptural form is a powerful abstraction from actual objects and the three-dimensional space which we construe...

नई!!: चींटी और अमूर्तन · और देखें »

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »