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गुरु हनुमान

सूची गुरु हनुमान

गुरु हनुमान (अंग्रेजी: Guru Hanuman, जन्म: १९०१, मृत्यु: १९९९) भारत के प्रख्यात कुश्ती प्रशिक्षक (कोच) तो थे ही, स्वयं बहुत अच्छे पहलवान भी थे। उन्‍होंने सम्‍पूर्ण विश्‍व में भारतीय कुश्‍ती को महत्‍वपूर्ण स्‍थान दिलाया। कुश्‍ती के क्षेत्र में विशेष उपलब्धियों के लिये उन्हें १९८३ में पद्मश्री पुरस्कार.

4 संबंधों: पद्म श्री पुरस्कार (१९८०–१९८९), सतपाल (पहलवान), हंसराम पहलवान, वीरेन्द्र सिंह (पहलवान)

पद्म श्री पुरस्कार (१९८०–१९८९)

पद्म श्री पुरस्कार, भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरीक सम्मान है। जिसके ई॰ सन् १९८४ से १९८९ के प्राप्त कर्ता निम्न हैं: .

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सतपाल (पहलवान)

सतपाल भारत के प्रसिद्ध कुश्ती पहलवान हैं। वे १९८२ के एशियाई खेलों के स्वर्ण विजेता हैं। आजकल वे दिल्ली में पहलवानों के प्रशिक्षण में संलग्न हैं। ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार भी उनके शिष्य रहे हैं। सतपाल पहलवान को पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है। सतपाल आजकल दिल्ली के शिक्षा विभाग में उप शिक्षा निदेशक पद पर कार्य कर रहे हॅ। .

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हंसराम पहलवान

सन् 1932 में हंसराम पहलवान का जनम गुडगाँव के निकट झाड़सा गाँव में हुआ। उनके पिता श्री लेखराम सोनी झाड़सा गांव के एक लोकप्रिय स्वर्णकार थे। .

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वीरेन्द्र सिंह (पहलवान)

वीरेन्द्र सिंह वीरेन्द्र ठाकरान (धीरज पहलवान; जन्म १९७०) भारतीय पहलवान हैं जिन्होने १९९२ में काली (Cali) में विश्व कुश्ती चम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था। १९९५ में कामनवेल्थ चम्पियनशिप में उन्होने रजत पदक जीता था (७४ किलो, फ्रीस्टाइल)। दक्षिण एशियाई चम्पियनशिप में उन्हें स्वर्ण पदक प्राप्त हुआ। ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले कुश्ती मुकाबलों में वे बहुत लोकप्रिय हैं और लोग उन्हें धीरज पहलवान के नाम से पुकारते हैं। वीरेन्द्र का जनम गुरुग्राम के निकट झाड़सा गाँव में श्री भरत सिंह ठाकरान के घर सं १९७० में हुआ। इन्होने सन १९९१ से लेकर १९९७ तक इस्लामपुर गाँव में गुगा नवमी पर होने वाले दंगल में हमेशा कुश्तिया जीती थी। .

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