लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
डाउनलोड
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

क्वेटा

सूची क्वेटा

क्वेटा (उर्दू: کوئٹہ, पश्तो: کوټه, बलोची: کویته), पाकिस्तान के प्रांत बलूचिस्तान की राजधानी है साथ ही यह पाकिस्तान का नौवां सबसे बड़ा शहर है। इस शहर को पाकिस्तान का 'फलों का बगीचा' भी कहा जाता है क्योंकि यह शहर चारों ओर से फलों के बगीचों से घिरा है और यहां फलों और सूखे मेवों का उत्पादन, बड़े पैमाने पर किया जाता है। अपनी सुंदरता और भौगोलिक स्थिति के कारण अतीत में इस शहर को 'छोटा पेरिस' के रूप से भी जाना जाता था। समुद्रतल से क्वेटा की औसत ऊंचाई 1,680 मीटर (5,510 फुट) है जिस कारण यह पाकिस्तान का उच्च ऊंचाई पर स्थित एकमात्र प्रमुख शहर है। अनुमानत: शहर की आबादी लगभग 1140000 है। पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा के निकट उत्तर पश्चिमी बलूचिस्तान में स्थित, क्वेटा दोनों देशों के बीच व्यापार और संचार का केन्द्र है। शहर बोलन दर्रे के मार्ग पर स्थित है जो अतीत में दक्षिण एशिया और मध्य एशिया के बीच एकमात्र प्रवेशद्वार था। समय समय पर होने वाले अफगानी संघर्ष में क्वेटा ने पाकिस्तानी सशस्त्र बलों के लिए सैन्य रूप में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। .

48 संबंधों: एशियाई राजमार्ग २, झालावान, दक्षिण एशिया, पाकिस्तान टेलिविज़न कॉरपोरेशन, पाकिस्तान में परिवहन, पाकिस्तान रेल, पाकिस्तान सरकार, पाकिस्तान के दूरभाष कोडों की सूची, पाकिस्तान के शहर, पाकिस्तान के ज़िले, पाकिस्तान की न्यायपालिका, पाकिस्तान की प्रशासनिक इकाइयाँ, पख़्तूनिस्तान, प्राण नाथ थापर, बलूचिस्तान (पाकिस्तान), बलूचिस्तान उच्च न्यायालय, बलोच भाषा और साहित्य, ब्राहुई भाषा, ब्रिटिश भारतीय सेना, भारत में आए भूकम्पों की सूची, मस्तूंग ज़िला, राहील शरीफ, राजेन्द्र प्रसाद, लश्कर-ए-बलोचिस्तान, लाला हंसराज, शेम (उपन्यास), सितंबर २०१०, सुरेश ओबेरॉय, सुलयमान पर्वत, हज़ारा लोग, हजारा लोगों का उत्पीड़न, जगजीत सिंह अरोड़ा, ईरान का पठार, वीना (अभिनेत्री), ख़ुज़दार, ख़ुज़दार ज़िला, ख़ोजक सुरंग, इफ़्तिख़ार मोहम्मद चौधरी, कलात, क्वेटा ज़िला, क्वेटा ग्लेडियेटर्स, अल-इदरीसी, उच्च न्यायालय (पाकिस्तान), २० सितम्बर, २०१०, ७ सितम्बर, 2016 क्वेटा पुलिस ट्रेनिंग सेंटर हमला, 2017 क्वेटा चर्च हमला

एशियाई राजमार्ग २

एशियाई राजमार्ग २ (ए एच २) एशियाई राजमार्ग जाल के अंतर्गत १३,१७७ किलोमीटर (८,१८८ मील) लम्बी एक सड़क है। यह इंडोनेशिया के देनपसार से शुरू होकर मेरक और सिंगापुर होते हुए ईरान के खोस्रावी नगर तक जाती है। .

नई!!: क्वेटा और एशियाई राजमार्ग २ · और देखें »

झालावान

झालावान (बलोच: جھالاوان‎, अंग्रेज़ी: Jhalawan) भारतीय उपमहाद्वीप के पश्चिमोत्तरी बलोचिस्तान क्षेत्र में स्थित कलात ख़ानत का एक प्रशासनिक भाग था और यह क्षेत्र आज भी इस पारम्परिक नाम से जाना जाता है। इसकी स्थापना १७वीं शताब्दी में हुई और सिन्ध के साथ लगी इसकी पूर्वी सीमा १८५३ में निर्धारित हुई। यह कलात राज्य के दक्षिण-पश्चिमी भाग में स्थित था। इस से दक्षिण में लस बेला की रियासत, पूर्व में सिन्ध और पश्चिम में ख़ारान और मकरान थे। झालावान में बलोचिस्तान की कुछ महत्वपूर्ण घाटियाँ हैं, जिनमें कलात, गिदर, बाग़बाना, मोला, ज़ेहरी, फ़िरोज़ाबाद, नाल, सरूना, वध, जउ और मश्कई शामिल हैं। ख़ुज़दार झालावान का सबसे बड़ा शहर है और क्वेटा के बाद यह बलोचिस्तान प्रान्त का दूसरा सबसे बड़ा नगर भी है। .

नई!!: क्वेटा और झालावान · और देखें »

दक्षिण एशिया

thumb दक्षिण एशिया एक अनौपचारिक शब्दावली है जिसका प्रयोग एशिया महाद्वीप के दक्षिणी हिस्से के लिये किया जाता है। सामान्यतः इस शब्द से आशय हिमालय के दक्षिणवर्ती देशों से होता है जिनमें कुछ अन्य अगल-बगल के देश भी जोड़ लिये जाते हैं। भारत, पाकिस्तान, श्री लंका और बांग्लादेश को दक्षिण एशिया के देश या भारतीय उपमहाद्वीप के देश कहा जाता है जिसमें नेपाल और भूटान को भी शामिल कर लिया जाता है। कभी कभी इसमें अफगानिस्तान और म्याँमार को भी जोड़ लेते हैं। दक्षिण एशिया के देशों का एक संगठन सार्क भी है जिसके सदस्य देश निम्नवत हैं.

नई!!: क्वेटा और दक्षिण एशिया · और देखें »

पाकिस्तान टेलिविज़न कॉरपोरेशन

अयूब ख़ान पाकिस्तान टेलिविज़न कॉरपोरेशन या पी॰टी॰वी॰ पाकिस्तान का सरकारी टेलिविज़न प्रसारक है। इसका सर्वप्रथम प्रसारण २६ नवम्बर १९६४ को लाहौर से किया गया था। सन् २००७ तक इसने छह चैनलों पर प्रसारण करना चालू कर दिया था। .

नई!!: क्वेटा और पाकिस्तान टेलिविज़न कॉरपोरेशन · और देखें »

पाकिस्तान में परिवहन

पाकिस्तान परिवहन नेटवर्क कराची में एक व्यस्त चौराहा, अन्य प्रकार के परिवहन दिखाते हुए पाकिस्तान में परिवहन विस्तृत और विविध प्रकार के हैं लेकिन यह अभी भी विकास की प्रक्रिया में है और 170 मिलियन से भी अधिक व्यक्तियों को सेवा प्रदान कर रहा है।پاکِستان نقل و حمل नए हवाई अड्डों, सड़कों और रेलवे मार्गों के निर्माण के फलस्वरूप देश में रोजगारों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। पाकिस्तान का अधिकांश मार्ग तंत्र (राष्ट्रीय राजमार्ग) और रेलवे मार्ग तंत्र 1947 के पहले के बने हुए हैं, मुख्यतया ब्रिटिश राज के दौरान.

नई!!: क्वेटा और पाकिस्तान में परिवहन · और देखें »

पाकिस्तान रेल

पाकिस्तान के रेल नेटवर्क लाहौर रेलवे स्टेशन कराची कैंट से लाहौर के लिए काराकोरम एक्सप्रेस जा रहा है। स्टेशन पाकिस्तान रेलवे के पाकिस्तान के एक राष्ट्रीय स्वामित्व राज्य के रेल परिवहन सेवा है, लाहौर में मुख्यालय.

नई!!: क्वेटा और पाकिस्तान रेल · और देखें »

पाकिस्तान सरकार

पाकिस्तान सरकार (حکومتِ پاکستان.;हुक़ूमत-ए पाकिस्तान) वफ़ाक़ी संसदीय प्रणाली के तहत काम करति है जिस में राष्ट्रपति राज्य और प्रधानमंत्री सरकर के नेता होते हैं। पाकिस्तान सरकार संघीय संसदीय प्रणाली है। जिसमें राष्ट्रपति का चयन जनता की बजाय संसद अथवा निर्वाचन समिति करता है। इस्लामी गणराज्य पाकिस्तान के प्रमुख राष्ट्रपति होते हैं जो पाकिस्तान की सेना के सर्वोच्च आदेशकर्ता भी होता है। प्रधानमंत्री, प्रशासनिक मामलों का प्रमुख होता है, वह संसदीय बहुमत से चुना जाता है। पाकिस्तान में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का चयन और पदग्रहण बिल्कुल भिन्न पहलू हैं और उनके शासनकाल का संवैधानिक रूप से आपस में कोई संबंध नहीं होता है। 6 सितंबर 2008 को पाकिस्तान की निर्वाचन समिति कि सेनेट(उच्चसदन), क़ौमी असेम्ब्ली (निम्नसदन) और चारों प्रांतीय विधानसभाओं से मिल कर बनता है। आम तौर पर प्रधानमंत्री निचले सदन के बहुमत दल के अंतर्गत आते हैं और देश की व्यवस्था संघीय मंत्रीमंडल की मदद से चलती है जो मजलिस-ए शूरा के दोनों सदनों, उच्च और निम्न से चुने जाते हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय विधानसभा सदस्यों और प्रांतीय विधायिका के सदस्य, जनता के मतदान के माध्यम से चुने जाते हैं। प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति उस पार्टी के चुने जाते हैं जिनका क़ौमी असेम्ब्ली में बहूमत हो। सभापति भी बहुल पार्टी का ही होता है, हालांकि विपक्षी दलों को भी बड़े उदय दी जा सकते हैं। संसदीय प्रणाली में दो पार्टियां महत्व होता है एक वह पार्टी जो सभी पार्टियों से ज़्यादा सीटें हासिल कर इसे बहुल या सरकार बनाने वाली पार्टी और दूसरी वह पार्टी जो दूसरे नंबर पे सबसे निशतें प्राप्त करे उसे विपक्षी पार्टी कहा जाता हेमतला पाकिस्तान 2013 के चुनाव में मुस्लिम लीग की सबसे ज्यादा सीटें थीं तो वह सरकार बना लिया और दूसरे नंबर पे पपल्स पार्टी थी जो विपक्ष में खड़ी होई.ागर सरकारी पार्टी कोई फैसला लिया और विपक्ष इस फैसले का विरोध किया तो सरकारी पार्टी का वह फैसला खारिज किया जाएगा। .

नई!!: क्वेटा और पाकिस्तान सरकार · और देखें »

पाकिस्तान के दूरभाष कोडों की सूची

टेलीफ़ोन पाकिस्तान के शहरों और ज़िलों के दूरभाष कोडों की सूची निम्न है। .

नई!!: क्वेटा और पाकिस्तान के दूरभाष कोडों की सूची · और देखें »

पाकिस्तान के शहर

पाकिस्तान का मानचित्र यह पाकिस्तान के बडे़ शहरों की सूची है। .

नई!!: क्वेटा और पाकिस्तान के शहर · और देखें »

पाकिस्तान के ज़िले

पाकिस्तान के ज़िले पाकिस्तान के तीसरे दर्जे की प्रशासनिक इकाइयाँ हैं। पाकिस्तान में कुल 135 ज़िले और 7 आदिवासी क्षेत्र हैं। अगस्त 2000 से पूर्व ज़िले डिवीज़न के तहत होते थे लेकिन उस वक़्त डिवीज़न को ख़त्म करके ज़िलों को सीधे सूबों के अधीन कर दिया गया। .

नई!!: क्वेटा और पाकिस्तान के ज़िले · और देखें »

पाकिस्तान की न्यायपालिका

पाकिस्तान की न्यायपालिका, एक श्रेणीबद्ध प्रणाली है जिसमें अदालतों के दो वर्गों है: श्रेष्ठतर (या उच्च) न्यायपालिका और अधीनस्थ (या निम्न) न्यायपालिका। श्रेष्ठतर न्यायपालिका, "सुप्रीम कोर्ट ने पाकिस्तान के", "संघीय शरीयत कोर्ट" और "पाँच उच्च न्यायालयों" से बना है, जिसके शीर्ष पर "सुप्रीम कोर्ट" विराजमान है। इसके अलावा, प्रत्येक चार प्रांतों एवं इस्लामाबाद राजधानी क्षेत्र के लिये एक उच्च न्यायालय है। पाकिस्तान का संविधान, न्यायपालिका पर संविधान की रक्षा, संरक्षण व बचाव का दायित्व सौंपता है। ना उच्चतम न्यायालय, ना हीं, उच्च न्यायालय, जनजातीय क्षेत्रों(फाटा) के संबंध में अधिकारिता का प्रयोग कर सकते हैं, सिवाय अन्यथा यदी प्रदान की जाय तो। आजाद कश्मीर और गिलगित-बाल्टिस्तान के विवादित क्षेत्रों के लिये अलग न्यायिक प्रणाली है। अधीनस्थ न्यायपालिका में, सिविल और आपराधिक जनपदीय न्यायालय व अन्य अनेक विशेष अदालतें शामिल हैं, जो, बैंकिंग, बीमा, सीमा शुल्क व उत्पाद शुल्क, तस्करी, ड्रग्स, आतंकवाद, कराधान, पर्यावरण, उपभोक्ता संरक्षण, और भ्रष्टाचार संबंधित मामलों में अधिकारिता का प्रयोग करती हैं। आपराधिक अदालतों को दंड प्रक्रिया संहिता, 1898 के तहत बनाया गया था और सिविल अदालतें, पश्चिमी पाकिस्तान सिविल न्यायालय अध्यादेश, 1964 द्वारा स्थापित किए गए थे। साथ ही, राजस्व अदालतें भी हैं, जो कि पश्चिमी पाकिस्तान भू-राजस्व अधिनियम, 1967 के तहत काम कर रहे हैं। इसके अलावा, सरकार, विशिष्ट मामलों में विशिष्ट अधिकार कार्यान्वित करने हेतु प्रशासनिक अदालतों और अधिकरणों की स्थापना कर सकती है। .

नई!!: क्वेटा और पाकिस्तान की न्यायपालिका · और देखें »

पाकिस्तान की प्रशासनिक इकाइयाँ

पाकिस्तान की प्रशासनिक इकाइयां पाकिस्तान के प्रशासनिक ढांचे के अंतर्गत चार सूबे (प्रांत), एक संघीय राजधानी क्षेत्र और संघ-शासित जनजातीय क्षेत्रों का एक समूह आता है। इस शीर्ष स्तर के नीचे सरकार के चार स्तर और हैं, जिनमें 27 डिवीजनें, एक सौ पाँच जिले, चार सौ से अधिक तहसीलें और कई हजार संघ परिषदें शामिल हैं। .

नई!!: क्वेटा और पाकिस्तान की प्रशासनिक इकाइयाँ · और देखें »

पख़्तूनिस्तान

दक्षिणी अफ़ग़ानिस्तान में जनजातीय एवं धार्मिक नेता पख़्तूनिस्तान का प्रस्तावित ध्वज पख़्तूनिस्तान या पठानिस्तान, शब्द "पठान" (पश्तून) और "स्तान" (जगह या क्षेत्र) के संयोजन है। इसका अर्थ संसार का वह ऐतिहासिक क्षेत्र जिसमें पठान लोगों की जनसंख्या सर्वाधिक है और जहाँ पश्तो भाषा बोली जाती है। पख़्तूनिस्तान का अधिक हिस्सा अफ़्ग़ानिस्तान और पाकिस्तान की भूमि में है लेकिन भारत और ईरान का भी छोटा सा हिस्सा शामिल है। पख़्तूनिस्तान शब्द का उपयोग अंग्रेज़ों ने तब किया जब वह भारत पर शासन कर रहे थे, ब्रिटिश राज ने पश्चिमी-उत्तरी क्षेत्रों को पख़्तूनिस्तान कहा करते थे और यही कारण से इस नाम संपूर्ण भारतीय उपमहाद्वीप में प्रसिद्ध हुआ और फिर इस क्षेत्र को पख़्तूनिस्तान कहा गया है। .

नई!!: क्वेटा और पख़्तूनिस्तान · और देखें »

प्राण नाथ थापर

जनरल प्राण नाथ थापर (२३ मई, १९०६ - २३ जून, १९७५)भारतीय सेना के पांचवे सेना प्रमुख थे । .

नई!!: क्वेटा और प्राण नाथ थापर · और देखें »

बलूचिस्तान (पाकिस्तान)

बलूचिस्तान (उर्दू: بلوچستان) पाकिस्तान का पश्चिमी प्रांत है। बलूचिस्तान नाम का क्षेत्र बड़ा है और यह ईरान (सिस्तान व बलूचिस्तान प्रांत) तथा अफ़ग़ानिस्तान के सटे हुए क्षेत्रों में बँटा हुआ है। यहां की राजधानी क्वेटा है। यहाँ के लोगों की प्रमुख भाषा बलूच या बलूची के नाम से जानी जाती है। १९४४ में बलूचिस्तान के स्वतंत्रता का विचार जनरल मनी के विचार में आया था पर १९४७ में ब्रिटिश इशारे पर इसे पाकिस्तान में शामिल कर लिया गया। १९७० के दशक में एक बलूच राष्ट्रवाद का उदय हुआ जिसमें बलूचिस्तान को पाकिस्तान से स्वतंत्र करने की मांग उठी। यह प्रदेश पाकिस्तान के सबसे कम आबाद इलाकों में से एक है। .

नई!!: क्वेटा और बलूचिस्तान (पाकिस्तान) · और देखें »

बलूचिस्तान उच्च न्यायालय

बलोचिस्तान उच्च न्यायालय,(بلوچستان عدالت عالیہ; अदालत-ए आला, बलोचिस्तान) बलोचिस्तान प्रांत के सर्वोच्च न्यायिक संस्था है। 1906 में स्थापित, यह प्रांतीय राजधानी क्वेटा में स्थित है। इसके अलावा सिविल और आपराधिक मामलों में सिंध के लिए अपील की सर्वोच्च अदालत जा रहा है, न्यायालय जिला न्यायालय और कराची में सत्र न्यायालय था। .

नई!!: क्वेटा और बलूचिस्तान उच्च न्यायालय · और देखें »

बलोच भाषा और साहित्य

बलोची या बलोच भाषा दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान, पूर्वी ईरान और दक्षिणी अफ़्ग़ानिस्तान में बसने वाले बलोच लोगों की भाषा है। यह ईरानी भाषा परिवार की सदस्य है और इसमें प्राचीन अवस्ताई भाषा की झलक नज़र आती है, जो स्वयं वैदिक संस्कृत के बहुत करीब मानी जाती है। उत्तरपश्चिम ईरान, पूर्वी तुर्की और उत्तर इराक़ में बोले जानी कुर्दी भाषा से भी बलोची भाषा की कुछ समानताएँ हैं। बलोची पाकिस्तान की नौ सरकारी भाषाओँ में से एक है। अनुमानतः इसे पूरे विश्व में लगभग ८० लाख लोग मातृभाषा के रूप में बोलते हैं। पाकिस्तान में इसे अधिकतर बलोचिस्तान प्रान्त में बोला जाता है, लेकिन कुछ सिंध और पंजाब में बसे हुए बलोच लोग भी इसे उन प्रान्तों में बोलते हैं। ईरान में इसे अधिकतर सिस्तान व बलुचेस्तान प्रान्त में बोला जाता है। ओमान में बसे हुए बहुत से बलोच लोग भी इसे बोलते हैं। समय के साथ बलोची पर बहुत सी अन्य भाषाओँ का भी प्रभाव पड़ा है, जैसे की हिन्दी-उर्दू और अरबी। पाकिस्तान में बलोची की दो प्रमुख शाखाएँ हैं: मकरानी (जो बलोचिस्तान से दक्षिणी अरब सागर के तटीय इलाक़ों में बोली जाती है) और सुलेमानी (जो मध्य और उत्तरी बलोचिस्तान के सुलेमान श्रृंखला के पहाड़ी इलाक़ों में बोली जाती है)। ईरान के बलुचेस्तान व सिस्तान सूबे में भी इसकी दो उपशाखाएँ हैं: दक्षिण में बोले जानी वाली मकरानी (जो पाकिस्तान के बलोचिस्तान की मकरानी से मिलती है) और उत्तर में बोले जानी वाली रख़शानी। .

नई!!: क्वेटा और बलोच भाषा और साहित्य · और देखें »

ब्राहुई भाषा

ब्राहुई (Urdu: براہوی) या ब्राहवी (براوی) एक द्रविड़ भाषा है। यह भाषा पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के ब्राहुई लोगों द्वारा तथा क़तर, संयुक्त अरब अमीरात, इराक़ व ईरान के आप्रवासी समुदायों द्वारा बोली जाती है। यह अपनी निकटतम द्राविड़-भाषी जनसंख्या से १५०० किमी से भी अधिक की दूरी से विलग है। .

नई!!: क्वेटा और ब्राहुई भाषा · और देखें »

ब्रिटिश भारतीय सेना

भारतीय मुसलमान सैनिकों का एक समूह जिसे वॉली फायरिंग के आदेश दिए गए। ~1895 ब्रिटिश भारतीय सेना 1947 में भारत के विभाजन से पहले भारत में ब्रिटिश राज की प्रमुख सेना थी। इसे अक्सर ब्रिटिश भारतीय सेना के रूप में निर्दिष्ट नहीं किया जाता था बल्कि भारतीय सेना कहा जाता था और जब इस शब्द का उपयोग एक स्पष्ट ऐतिहासिक सन्दर्भ में किसी लेख या पुस्तक में किया जाता है, तो इसे अक्सर भारतीय सेना ही कहा जाता है। ब्रिटिश शासन के दिनों में, विशेष रूप से प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, भारतीय सेना न केवल भारत में बल्कि अन्य स्थानों में भी ब्रिटिश बलों के लिए अत्यधिक सहायक सिद्ध हुई। भारत में, यह प्रत्यक्ष ब्रिटिश प्रशासन (भारतीय प्रान्त, अथवा, ब्रिटिश भारत) और ब्रिटिश आधिपत्य (सामंती राज्य) के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए उत्तरदायी थी। पहली सेना जिसे अधिकारिक रूप से "भारतीय सेना" कहा जाता था, उसे 1895 में भारत सरकार के द्वारा स्थापित किया गया था, इसके साथ ही ब्रिटिश भारत की प्रेसीडेंसियों की तीन प्रेसिडेंसी सेनाएं (बंगाल सेना, मद्रास सेना और बम्बई सेना) भी मौजूद थीं। हालांकि, 1903 में इन तीनों सेनाओं को भारतीय सेना में मिला दिया गया। शब्द "भारतीय सेना" का उपयोग कभी कभी अनौपचारिक रूप से पूर्व प्रेसिडेंसी सेनाओं के सामूहिक विवरण के लिए भी किया जाता था, विशेष रूप से भारतीय विद्रोह के बाद.

नई!!: क्वेटा और ब्रिटिश भारतीय सेना · और देखें »

भारत में आए भूकम्पों की सूची

भारतीय उपमहाद्वीप के भूकम्पों का एक इतिहास है। भारतीय प्लेट एशिया के भीतर 49 मिलीमीटर प्रतिवर्ष.

नई!!: क्वेटा और भारत में आए भूकम्पों की सूची · और देखें »

मस्तूंग ज़िला

मस्तूंग (उर्दू, बलोच व ब्राहुई: مستونگ‎‎, अंग्रेज़ी: Mastung) पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त का एक ज़िला है। प्रान्तीय राजधानी क्वेटा इसी ज़िले में स्थित है। .

नई!!: क्वेटा और मस्तूंग ज़िला · और देखें »

राहील शरीफ

जनरल राहील शरीफ (उर्दू: راحیل شریف; जन्म १६ जून १९५६, क़्वेटा, पाकिस्तान) नवम्बर २०१३ से पाकिस्तान के १५वें सेनाध्यक्ष हैं। २९ नवम्बर २०१३ को पाकिस्तान सेना के 15वें सेना प्रमुख के रूप में उन्होंने पदभार संभाला तथा सेवानिवृत्त हो रहे जनरल अशफ़ाक़ परवेज़ कयानी का स्थान लिया। इसके पहले वे इंस्पेक्टर जनरल (ट्रेनिंग ऐंड इवोल्यूशन) के पद पर रहे हैं। उन्हें पाकिस्तान के निशान-ए-इम्तियाज़ व हिलाल-ए-इम्तियाज़ नामक सम्मानों से नवाज़ा जा चुका है। पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष के रूप में उन्हें चार सितारा पदवी हासिल है। .

नई!!: क्वेटा और राहील शरीफ · और देखें »

राजेन्द्र प्रसाद

राजेन्द्र प्रसाद (3 दिसम्बर 1884 – 28 फरवरी 1963) भारत के प्रथम राष्ट्रपति थे। वे भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से थे जिन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में प्रमुख भूमिका निभाई। उन्होंने भारतीय संविधान के निर्माण में भी अपना योगदान दिया था जिसकी परिणति २६ जनवरी १९५० को भारत के एक गणतंत्र के रूप में हुई थी। राष्ट्रपति होने के अतिरिक्त उन्होंने स्वाधीन भारत में केन्द्रीय मन्त्री के रूप में भी कुछ समय के लिए काम किया था। पूरे देश में अत्यन्त लोकप्रिय होने के कारण उन्हें राजेन्द्र बाबू या देशरत्न कहकर पुकारा जाता था। .

नई!!: क्वेटा और राजेन्द्र प्रसाद · और देखें »

लश्कर-ए-बलोचिस्तान

लश्कर-ए-बलोचिस्तान (या LeB), पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त में सक्रिय एक राष्ट्रवादी समूह है जो बलोचिस्तान की आजादी के लिये संघर्ष कर रहा है। यह समूह २०१२ में प्रकाश में आया जब इसने लाहौर, कराची एवं क्वेटा में हुए अनेकों बम धमाकों की जिम्मेदारी ली। .

नई!!: क्वेटा और लश्कर-ए-बलोचिस्तान · और देखें »

लाला हंसराज

महात्मा हंसराज लाला हंसराज (महात्मा हंसराज) (१९ अप्रैल १८६४ - १५ नवम्बर १९३८) अविभाजित भारत के पंजाब के आर्यसमाज के एक प्रमुख नेता एवं शिक्षाविद थे। पंजाब भर में दयानंद एंग्लो वैदिक विद्यालयों की स्थापना करने के कारण उनकी कीर्ति अमर है। .

नई!!: क्वेटा और लाला हंसराज · और देखें »

शेम (उपन्यास)

शेम (Shame) अंग्रेजी साहित्यकार सलमान रश्दी द्वारा मिडनाइट्स चिल्ड्रेन के बाद लिखा गया तीसरा उपन्यास है। १९८३ में प्रकाशित यह उपन्यास उनकी अधिकांश रचनाओं की तरह ही जादुई यथार्थवाद की शैली में लिखा गया है। का प्रयोग किया गया है। इस में ज़ुल्फ़िकार अली भुट्टो (इस्कंदर हड़प्पा) और जनरल मुहम्मद ज़िया-उल-हक़ (जनरल रज़ा हैदर) के जीवन और उनके संबंधों का चित्रण किया गया है। उपन्यास की केंद्रीय विषयवस्तु बताती है कि शरम से ही हिंसा पैदा हुई है। सभी चरित्रों के जरिए शर्म और बेशर्मी की सोच की पड़ताल मिलती है किंतु दृष्टि के केंद्र में सूफिया ज़िनोबिया और ऊमर खैय्याम हैं। इसका हिंदी अनुवाद ललित कार्तिकेय ने शरम नाम से किया है। .

नई!!: क्वेटा और शेम (उपन्यास) · और देखें »

सितंबर २०१०

कोई विवरण नहीं।

नई!!: क्वेटा और सितंबर २०१० · और देखें »

सुरेश ओबेरॉय

सुरेश ओबेरॉय हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं। इनका जन्म 17 दिसम्बर 1946 को ब्रिटिश भारत के क्वेटा (वर्तमान पाकिस्तान में) में 'विशाल कुमर ओबेरॉय' नामसे एक हिन्दू खत्री परिवार में हुआ| भारत के विभाजन के बाद पिता आनंद सरूप ओबेरॉय व माता करतार देवी के साथ अमृतसर से होते हैदराबाद पहुंचे| हिंदी फिल्म जगत में इन्होने चरित्र अभिनेता के रूप में अपनी पहचान बनाई है| इसका उदहारण फिल्म मिर्च मसाला में दिया, जिसपर इन्हें सन 1987 का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार अंतर्गत सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार दिया गया| ये रूमानी एवं दार्शनिक कविता (शायरी, उर्दू में) का पठन व लेखन में भी रुचि रखते है| यदि आप इनसे किसी पंक्ति कहने में चूके तो उसे सुधार, उसके लेखक का नाम भी बता देते है| फिल्म यादों का मौसम का गीत "दिल में फिर तेरी यादों का मौसम" में गायिका अनुराधा पौडवाल के साथ कुछ पंक्तियाँ सुनाकर इसका परिचय दिया है| इसके अतिरिक्त मधुर व स्पष्ट स्वर के कारण ये कुछ एक कार्यक्रम व फिल्मों में सूत्रधार का भूमिका निभाये है| फ़िल्म अशोका (2001) के ये सूत्रधार थे| ज़ी टीवी कार्यक्रम 'जीना इसी का नाम है' के संचालक भी थे| .

नई!!: क्वेटा और सुरेश ओबेरॉय · और देखें »

सुलयमान पर्वत

अंतरिक्ष से सुलयमान पर्वतों के एक अंश की तस्वीर इस तस्वीर में सुलयमान पर्वत नामांकित हैं सुलयमान पर्वत या कोह-ए-सुलयमान (फ़ारसी:; पश्तो:; अंग्रेज़ी: Sulaiman Mountains), जिन्हें केसई पर्वत (पश्तो:; अंग्रेज़ी: Kesai Mountains) भी कहा जाता है, दक्षिणपूर्वी अफ़्ग़ानिस्तान और पश्चिमी पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त के उत्तर भाग में स्थित एक प्रमुख पर्वत शृंखला है। अफ़्ग़ानिस्तान में यह ज़ाबुल, लोया पकतिया और कंदहार (उत्तर-पूर्वी भाग) क्षेत्रों में विस्तृत हैं। सुलयमन पर्वत ईरान के पठार का पूर्वी छोर हैं और भौगोलिक रूप से उसे भारतीय उपमहाद्वीप से विभाजित करते हैं। इस शृंखला के सबसे प्रसिद्ध शिखर बलोचिस्तान में स्थित ३,४८७ मीटर ऊँचा तख़्त​-ए-सुलयमान, ३,४४४ मीटर ऊँचा केसई ग़र और क्वेटा के पास स्थित ३,५७८ मीटर ऊँचा ज़रग़ुन ग़र हैं।, William Wilson Hunter, Trubner & Co, London, 1881,...

नई!!: क्वेटा और सुलयमान पर्वत · और देखें »

हज़ारा लोग

हज़ारा (Hazara) मध्य अफ़्ग़ानिस्तान में बसने वाला और दरी फ़ारसी की हज़ारगी उपभाषा बोलने वाला एक समुदाय है। यह लगभग सारे शिया इस्लाम के अनुयायी होते हैं और अफ़्ग़ानिस्तान का तीसरा सबसे बड़ा समुदाय हैं। अफ़्ग़ानिस्तान में इनकी जनसँख्या को लेकर विवाद है और यह २६ लाख से ५४ लाख के बीच में मानी जाती है। कुल मिलकर यह अफ़्ग़ानिस्तान की कुल आबादी का लगभग १८% हिस्सा हैं। पड़ोस के ईरान और पाकिस्तान देशों में भी इनके पाँच-पाँच लाख लोग बसे हुए हैं। पाकिस्तान में यह अधिकतर शरणार्थी के रूप में जाने पर मजबूर हो गए थे और अधिकतर क्वेट्टा शहर में बसे हुए हैं। जब अफ़्ग़ानिस्तान में तालिबान सत्ता में थी तो उन्होने हज़ारा लोगों पर उनके शिया होने की वजह से बड़ी कठोरता से शासन किया था, जिस से बामियान प्रान्त और दायकुंदी प्रान्त जैसे हज़ारा-प्रधान क्षेत्रों में भुखमरी और अन्य विपदाएँ फैली थीं।, Tom Lansford, Ashgate Publishing, Ltd., 2003, ISBN 978-0-7546-3615-1,...

नई!!: क्वेटा और हज़ारा लोग · और देखें »

हजारा लोगों का उत्पीड़न

हजारा लोगों के उत्पीड़न से आशय हजारा लोगों के विरुद्ध भाँतिभांति के भेदभाव से है। हजारा लोग मुख्यतः अफगानिस्तान के हज़ाराजात के निवासी हैं किन्तु एक बड़ी संख्या पाकिस्तान के क्वेटा में तथा इरान के मसाद में भी रहती है। हजारा लोगों का उत्पीदन का इतिहास बहुत पुराना है और यह १६वीं शताब्दी में बाबर से आरम्भ होता है जो काबुलिस्तान का निवासी था। .

नई!!: क्वेटा और हजारा लोगों का उत्पीड़न · और देखें »

जगजीत सिंह अरोड़ा

जगजीत सिंह अरोड़ा (13 फरवरी, 1916 – 3 मई 2005) भारतीय सेना के तीन-सितारा जनरल थे जिन्होने बंगलादेश मुक्ति संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। १९७१ के भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय वे पूर्वी कमान के जनरल आफिसर कमाण्डिंग-इन चीफ थे। भारत सरकार द्वारा उन्हें सन १९७२ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। .

नई!!: क्वेटा और जगजीत सिंह अरोड़ा · और देखें »

ईरान का पठार

ईरान का पठार पश्चिमी एशिया और मध्य एशिया का एक भौगोलिक क्षेत्र है। यह पठार अरबी प्लेट और भारतीय प्लेट के बीच में स्थित यूरेशियाई प्लेट के एक कोने पर स्थित है। इसके पश्चिम में ज़ाग्रोस पर्वत, उत्तर में कैस्पियन सागर व कोपेत दाग़ (पर्वतमाला), पश्चिमोत्तर में आर्मेनियाई उच्चभूमि व कॉकस पर्वतमाला, दक्षिण में होरमुज़ जलसन्धि व फ़ारस की खाड़ी और पूर्व में सिन्धु नदी है। पश्चिमोत्तर में कैस्पियन सागर से लेकर दक्षिणपश्चिम में बलोचिस्तान तक ईरान का पठार लगभग २,००० किमी तक विस्तृत है। ईरान व अफ़्ग़ानिस्तान का अधिकतर भाग और पाकिस्तान का सिन्धु नदी से पश्चिम का भाग इसी पठार का हिस्सा है। पठार को एक चकोर के रूप में देखा जाये तो तबरेज़, शिराज़, पेशावर और क्वेटा उसके चार कोनों पर हैं और इसमें कुल मिलाकर ३७,००,००० वर्ग किमी क्षेत्रफल है। पठार कहलाये जाने के बावजूद इस पठार पर वास्तव में कई पर्वतमालाएँ हैं जिनका सबसे ऊँचा शिखर अल्बोर्ज़ पर्वतमाला का ५,६१० मीटर लम्बा दामावन्द पर्वत है और सब्से निचला बिन्दु मध्य ईरान में कर्मान नगर से पूर्व लूत द्रोणी में ३०० मीटर से नीचे स्थित है। .

नई!!: क्वेटा और ईरान का पठार · और देखें »

वीना (अभिनेत्री)

वीना (4 जुलाई 1926 – 14 नवम्बर 2004), जिन्हें वीना कुमारी तथा असली नाम तजौर सुल्ताना के नाम से भी जाना जाता था। ये एक पहले भारतीय फ़िल्म अभिनेत्री थीं। .

नई!!: क्वेटा और वीना (अभिनेत्री) · और देखें »

ख़ुज़दार

ख़ुज़दार (उर्दू व बलोच: خضدار, अंग्रेज़ी: Khuzdar) पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त के ख़ुज़दार ज़िले की राजधानी और बलोचिस्तान प्रान्त का क्वेटा के बाद दूसरा सबसे बड़ा शहर है। यह पारम्परिक रूप से झालावान क्षेत्र का भाग था और बाद में कलात ख़ानत का भाग हुआ। यहाँब्राहुई भाषा की दक्षिणी उपभाषा बोली जाती है, जो "झालावानी" कहलाती है। .

नई!!: क्वेटा और ख़ुज़दार · और देखें »

ख़ुज़दार ज़िला

ख़ुज़दार (उर्दू व बलोच: خضدار, अंग्रेज़ी: Khuzdar) पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त का एक ज़िला है। यह पारम्परिक रूप से झालावान क्षेत्र का भाग है और कलात ख़ानत का हिस्सा था। ज़िले की राजधानी ख़ुज़दार शहर है, जो बलोचिस्तान प्रान्त का दूसरा सबसे बड़ा नगर है। .

नई!!: क्वेटा और ख़ुज़दार ज़िला · और देखें »

ख़ोजक सुरंग

ख़ोजक सुरंग ख़ोजक सुरंग (Khojak Tunnel) या शेला बाग़ सुरंग पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रांत के क़िला अब्दुल्लाह ज़िले के चमन शहर के पास शेला बाग़ पहाड़ों में एक ३.९१ किमी लम्बी रेलवे सुरंग है। यह बलोचिस्तान के क्वेट्टा इलाक़े को कन्दाहार के मैदानी क्षेत्र से जोड़ती है। इसपर काम दिसम्बर १८८७ में शुरू किया गया था और इसे १८९१ में पूरा किया गया। इसपर उस ज़माने में कुल १.५२ करोड़ रूपये ख़र्च हुए और उस समय यह एशिया की सबसे लम्बी सुरंग थी (लेकिन अब नहीं है)। यह पाकिस्तान के ५ रूपये के नोट पर दर्शाई जाती है।, W. Spooner, 1891,...

नई!!: क्वेटा और ख़ोजक सुरंग · और देखें »

इफ़्तिख़ार मोहम्मद चौधरी

मुख्य न्यायाधीश इफ़्तिख़ार मोहम्मद चौधरी (उर्दू: افتخار محمد چودھری, जन्म 12 दिसम्बर 1948) 2005 में पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय के १८वें मुख्य न्यायाधीश हैं। उन्हें मुख्यतः पाकिस्तान में न्यायिक सक्रियता बढ़ाने के लिए जाना जाता है। वो १२ दिसम्बर २०१३ को सेवानिवृत हुए। .

नई!!: क्वेटा और इफ़्तिख़ार मोहम्मद चौधरी · और देखें »

कलात

कलात (उर्दू: قلات‎), बलोची: Kalát,قلات) पाकिस्तान के बलुचिस्तान प्रान्त के कलात जिले में स्थित एक ऐतिहासिक नगर एवं मुख्यालय है। इस नगर पर अंग्रेजों ने १९३९ ई. में अपना अधिकार जमाया था। यह पहले ब्रिटिश भारत का और इसके उपरान्त पाकिस्तान का एक स्वतंत्र राज्य था, जो १२ अप्रैल, १९५२ ई. से बलूचिस्तान के अन्य स्वतंत्र राज्य, लास बेला, खुरान और मकरान के साथ पाकिस्तान में सम्मिलित कर लिया गया। १९४७ ई. में पाकिस्तान के निर्माण के उपरान्त भी कलात एक स्वतंत्र राज्य था और बलूचिस्तान के उपर्युक्त तीनों स्वतंत्र राज्यों पर भी सामान्यत: कलात का ख़ान ही राज्य करता था। पाकिस्तान में सम्मिलित होने पर एक आज्ञा द्वारा पाकिस्तान सरकार ने कलात के वर्तमान खान को, अपने अंतिम समय तक के लिए, उपर्युक्त राज्यों के अध्यक्ष पद पर रहने की स्वीकृति दे दी है। उसके बाद अध्यक्ष का चुनाव शासकों की एक सभा द्वारा हुआ करेगा। कलात है जो क्वेटा से १३५ किमी दक्षिण में समुद्रतल से ६,७८० फुट की ऊँचाई पर स्थित है। यह नगर दीवारों से घिरा है, परंतु अब इनके बाहर भी आबादी का विस्तार हो गया है। कलात के खान का राजभवन एक दर्शनीय गढ़ के भीतर स्थित है, परंतु नगर के अधिकांश गृह मिट्टी द्वारा निर्मित हैं। उपर्युक्त गढ़ के चारों ओर स्थित घाटियाँ घनी बसी हैं जिनमें ऊँचाई की अधिकता तथा तापक्रम की विषमता होते हुए भी खेती खूब होती है। यह नगर कुज़दर, गंडावा, नुश्की, क्वेटा और अन्य नगरों को जानेवाले यात्रीमार्गो का केंद्र है। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर श्रेणी:बलोचिस्तान, पाकिस्तान के आबाद स्थान श्रेणी:कलात ज़िला.

नई!!: क्वेटा और कलात · और देखें »

क्वेटा ज़िला

क्वेटा (उर्दू: کوئٹہ‎, पश्तो: کوټه‎, अंग्रेज़ी: Quetta) पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त का एक ज़िला है। प्रान्तीय राजधानी क्वेटा इसी ज़िले में स्थित है। .

नई!!: क्वेटा और क्वेटा ज़िला · और देखें »

क्वेटा ग्लेडियेटर्स

कोई विवरण नहीं।

नई!!: क्वेटा और क्वेटा ग्लेडियेटर्स · और देखें »

अल-इदरीसी

अल-इदरीसी एक प्रमुख अरब भूगोलवेत्ता था। उसका जन्म मोरक्को के उत्तर में क्वेटा नामक स्थान में हुवा था। उसका परिवार मोहम्मद साहब के वंश से सम्बन्धित था। अलयाज़ इदरीसी .

नई!!: क्वेटा और अल-इदरीसी · और देखें »

उच्च न्यायालय (पाकिस्तान)

इस्लामी गणराज्य पाकिस्तान में पांच उच्च न्यायालय हैं, जिनमें से चार प्रत्येक प्रांत के मुख्यालय में स्थित हैं। पाकिस्तान ने पांचवें न्यायालय संघीय राजधानी क्षेत्र के लिए पारित किया है जो इस्लामाबाद में स्थित है। पांचवें न्यायालय की योजना लाहौर प्रांतीय न्यायालय ने रोक लगा दी थी, और इस फैसले को पाकिस्तान की न्यायालय ने 24 दिसंबर 2007 पर रोक लगा दी। .

नई!!: क्वेटा और उच्च न्यायालय (पाकिस्तान) · और देखें »

२० सितम्बर

२० सिंतम्बर। 20 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 263वॉ (लीप वर्ष मे 264 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 102 दिन बाकी है पहला कान फिल्म समारोह। .

नई!!: क्वेटा और २० सितम्बर · और देखें »

२०१०

वर्ष २०१० वर्तमान वर्ष है। यह शुक्रवार को प्रारम्भ हुआ है। संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष २०१० को अंतराष्ट्रीय जैव विविधता वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इन्हें भी देखें 2010 भारत 2010 विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी 2010 साहित्य संगीत कला 2010 खेल जगत 2010 .

नई!!: क्वेटा और २०१० · और देखें »

७ सितम्बर

7 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 250वॉ (लीप वर्ष मे 251 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 115 दिन बाकी है। .

नई!!: क्वेटा और ७ सितम्बर · और देखें »

2016 क्वेटा पुलिस ट्रेनिंग सेंटर हमला

क्वेटा पुलिस ट्रेनिंग सेंटर हमला, 24 अक्टूबर 2016 को क्वेटा के शरयब रोड स्थित पुलिस ट्रेेनिंग सेंटर में रात को हुए एक आत्मघाती हमला था। इस दौरान तीन आत्मघाती हमलावरों ने अंधाधुंध फायरिंंग की। आतंकी हमले में 60 कैडेट्स की मौत हो गई और 100 से ज्यादा कैडेट्स घायल हो गए। तीनों आत्मघाती हमलावरों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया। पुलिस के अनुसार पांच से छह बंदूकधारियों ने इस हमले को अंजाम दिया जिसमें विस्फोटक सामग्री का भी इस्तेमाल किया गया था। हमले के समय मौजूद चश्मदीदों के अनुसार वे आतंकी आपस में अफगानी में बात कर रहे थे।पाकिस्तान पर इस साल का यह तीसरा सबसे बड़ा आतंकी हमला है। इससे पहले 27 मार्च को गुलशन-ए-इकबाल पार्क पर हुए फिदायीन हमले में कम से कम 74 लोगों की मौत हुई थी। 338 घायल हुए थे तथा इसी साल अगस्त में क्वेटा के सिविल हॉस्पिटल पर फिदायीन हमला हुआ था, जिसमें 73 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें ज्यादातर वकील थे। .

नई!!: क्वेटा और 2016 क्वेटा पुलिस ट्रेनिंग सेंटर हमला · और देखें »

2017 क्वेटा चर्च हमला

17 सितंबर 2017 को पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा में बेल्लल मेमोरिस्ट चर्च पर दो आत्मघाती हमलावरों ने हमला किया था। इस हमले में 9 लोगों की मौत हो गई और 57 लोग घायल हो गए थे।आईएसआईएस ने हमले की जिम्मेदारी ली थी। .

नई!!: क्वेटा और 2017 क्वेटा चर्च हमला · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

क़्वेटा, क्वेट्टा

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »