लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

कॉल ऑफ द वैली

सूची कॉल ऑफ द वैली

कॉल ऑफ द वैली पंडित शिवकुमार शर्मा का एक संगीत एल्बम है। यह ९ सितंबर, १९९५ में रिलीज़ हुआ था। १९६७ में तैयार यह एल्बम प्रसिद्ध बांसुरी वादक पंडित हरिप्रसाद चौरसिया और पंडित बृजभूषण काबरा की संगत से बनाया गया, जो शास्त्रीय संगीत में बहुत ऊंचे स्थान पर गिना जाता है। .

2 संबंधों: बृजभूषण काबरा, शिवकुमार शर्मा

बृजभूषण काबरा

पंडित बृजभूषण काबरा(जन्म:१९३७) भारतीय संगीतज्ञ (गिटारिस्ट) हैं। ये जोधपुर के एक प्रख्यात संगीतज्ञ परिवार में जन्में थे। इनके पिता ने प्रसिद्ध सितारवादक अली अकबर खां के पिता मास्टर इनायत खां से सितार सीखा था। शास्त्रीय संगीत में बाल्यकाल में रुचि ना होने पर भी इन्हें अपने पिता और भ्राता से संगीत का सान्निध्य मिला। इनके भ्राता अली अकबर खां के शिष्य थे, जिनके सथ पंडित जी कई बार उनके कार्यक्रम देखने गये थे। इन्होंने हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत में हवाइयन गिटार का प्रयोग आरंभ किया। .

नई!!: कॉल ऑफ द वैली और बृजभूषण काबरा · और देखें »

शिवकुमार शर्मा

पंडित शिवकुमार शर्मा (जन्म १३ जनवरी, १९३८, जम्मू, भारत) प्रख्यात भारतीय संतूर वादक हैं। संतूर एक कश्मीरी लोक वाद्य होता है। इनका जन्म जम्मू में गायक पंडित उमा दत्त शर्मा के घर हुआ था। १९९९ में रीडिफ.कॉम को दिये एक साक्षातकार में उन्होंने बताया कि इनके पिता ने इन्हें तबला और गायन की शिक्षा तब से आरंभ कर दी थी, जब ये मात्र पाँच वर्ष के थे। इनके पिता ने संतूर वाद्य पर अत्यधिक शोध किया और यह दृढ़ निश्चय किया कि शिवकुमार प्रथम भारतीय बनें जो भारतीय शास्त्रीय संगीत को संतूर पर बजायें। तब इन्होंने १३ वर्ष की आयु से ही संतूर बजाना आरंभ किया और आगे चलकर इनके पिता का स्वप्न पूरा हुआ। इन्होंने अपना पहला कार्यक्रम बंबई में १९५५ में किया था। १९८८ में वादन करते हुए शिवकुमार शर्मा संतूर के महारथी होने के साथ साथ एक अच्छे गायक भी हैं। एकमात्र इन्हें संतूर को लोकप्रिय शास्त्रीय वाद्य बनाने में पूरा श्रेय जाता है। इन्होंने संगीत साधना आरंभ करते समय कभी संतूर के विषय में सोचा भी नहीं था, इनके पिता ने ही निश्चय किया कि ये संतूर बजाया करें। इनका प्रथम एकल एल्बम १९६० में आया। १९६५ में इन्होंने निर्देशक वी शांताराम की नृत्य-संगीत के लिए प्रसिद्ध हिन्दी फिल्म झनक झनक पायल बाजे का संगीत दिया। १९६७ में इन्होंने प्रसिद्ध बांसुरी वादक पंडित हरिप्रसाद चौरसिया और पंडित बृजभूषण काबरा की संगत से एल्बम कॉल ऑफ द वैली बनाया, जो शास्त्रीय संगीत में बहुत ऊंचे स्थान पर गिना जाता है। इन्होंने पं.

नई!!: कॉल ऑफ द वैली और शिवकुमार शर्मा · और देखें »

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »