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केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड

सूची केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड

केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड या भारतीय सेंसर बोर्ड भारत में फिल्मों, टीवी धारावाहिकों, टीवी विज्ञापनों और विभिन्न दृश्य सामग्री की समीक्षा करने संबंधी विनियामक निकाय है। यह भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधीन है। इसे उपरोक्त वर्णित सभी को विभिन्न श्रेणी प्रदान करने का और स्वीकार या अस्वीकार करने का अधिकार है। .

20 संबंधों: एक विलन, दबंग 2, निर्मला श्रीवास्तव, पहलाज निहलानी, भारत के नियामक अभिकरणों की सूची, भारतीय सिनेमा, मुक्काबाज़ (२०१८ फ़िल्म), राजनीति (२०१० चलचित्र), लीला सैमसन, शोले (1975 फ़िल्म), सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार, जुनूनियत, जॉली एलएलबी २, गंगा जमना, गैंग्स ऑफ वासेपुर – भाग 2, ओमेर्टा, अनुराग कश्यप, अमृत नाहटा, उड़ता पंजाब, 65वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार

एक विलन

एक विलन एक भारतीय रोमांटिक थ्रिलर फिल्म है जिसके डायरेक्टर मोहित सूरी हैं। सिद्धार्थ मल्होत्रा, रितेश देशमुख तथा श्रद्धा कपूर मुख्य अभिनय भूमिका में हैं। बालाजी टेलीफ़िल्म्स और बालाजी मोशन पिक्चर्स के अंतर्गत एकता कपूर तथा शोभा कपूर द्वारा उत्पादित है। यह २७ जून २०१४ को रिलीज़ हुई। .

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दबंग 2

दबंग 2 अरबाज खान प्रोडक्शंस के बैनर के तहत अरबाज खान द्वारा निर्देशित और निर्मित २०१२ की एक भारतीय एक्शन कॉमेडी फिल्म है। यह २०१० की फिल्म दबंग की अगली कड़ी है और दबंग फिल्म श्रृंखला की दूसरी फिल्म है। फिल्म की कहानी दिलीप शुक्ला ने लिखी है तथा सलमान खान, सोनाक्षी सिन्हा और प्रकाश राज इस फिल्म में प्रमुख भूमिकाओं में हैं। फिल्म की कहानी तबादले के बाद कानपुर पहुंचे इंस्पेक्टर चुलबुल पांडे (सलमान खान) के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसका सामना वहां राजनेता बच्चा सिंह (प्रकाश राज) से होता है। २०१० में दबंग फिल्म रिलीज़ होने के बाद इस फिल्म का विकास शुरू हुआ। अभिनव कश्यप के बाहर हो जाने के बाद निर्माता अरबाज खान ने फिल्म का निर्देशन अपने हाथों में ले लिया। सलमान, सोनाक्षी, अरबाज तथा विनोद खन्ना ने क्रमशः चुलबुल पांडे, रज्जो, मक्खी तथा प्रजापति पांडे के फिल्म दबंग के पात्र निभाए। फिल्म की शूटिंग ९ मार्च २०१२ को मुंबई के कमालिस्तान स्टूडियो में शुरू हुई, हालांकि बाकी की शूटिंग फिल्म सिटी में की गयी। ८ नवंबर २०१२ को फिल्म के पहले पोस्टर का अनावरण किया गया, और १० नवंबर २०१२ को खान के रियलिटी शो बिग बॉस ६ पर फिल्म का ट्रेलर रिलीज़ हुआ था। फिल्म को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर २१ दिसंबर २०१२ को रिलीज किया गया था। इस फिल्म ने भारत में तीन दिन में लगभग ५८ करोड़ रुपये की कमाई कर एक था टाइगर का रिकॉर्ड तोड़ दिया। एक था टायगर के बाद यह २०१२ की दूसरी सबसे बड़ी कमाई वाली हिंदी फिल्म है। .

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निर्मला श्रीवास्तव

निर्मला श्रीवास्तव (21 मार्च 1923 – 23 फ़रवरी 2011), (विवाह पूर्व: निर्मला साल्वे), जिन्हें अधिकतर लोग श्री माताजी निर्मला देवी के नाम से जानते हैं, सहज योग, नामक एक नये धार्मिक आंदोलन की संस्थापक थीं। उनके स्वयं के बारे में दिये गये इस वकतव्य कि वो, आदि शक्ति का पूर्ण अवतार थीं, को 140 देशों में बसे उनके अनुयायी, मान्यता प्रदान करते हैं। .

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पहलाज निहलानी

पहलाज निहलानी केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष हैं। वे एक फिल्म निर्माता रह चुके हैं और २००९ तक पिक्चर्स ऐन्ड टीवी प्रोग्राम प्रोड्यूसर्स संघ के अध्यक्ष थे। पहलाज निहलानी जूली 2 के डिस्ट्रीब्यूशन को अपने हाथों में ले लिया है। .

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भारत के नियामक अभिकरणों की सूची

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भारतीय सिनेमा

भारतीय सिनेमा के अन्तर्गत भारत के विभिन्न भागों और भाषाओं में बनने वाली फिल्में आती हैं जिनमें आंध्र प्रदेश और तेलंगाना, असम, बिहार, उत्तर प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, जम्मू एवं कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और बॉलीवुड शामिल हैं। भारतीय सिनेमा ने २०वीं सदी की शुरुआत से ही विश्व के चलचित्र जगत पर गहरा प्रभाव छोड़ा है।। भारतीय फिल्मों का अनुकरण पूरे दक्षिणी एशिया, ग्रेटर मध्य पूर्व, दक्षिण पूर्व एशिया और पूर्व सोवियत संघ में भी होता है। भारतीय प्रवासियों की बढ़ती संख्या की वजह से अब संयुक्त राज्य अमरीका और यूनाइटेड किंगडम भी भारतीय फिल्मों के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार बन गए हैं। एक माध्यम(परिवर्तन) के रूप में सिनेमा ने देश में अभूतपूर्व लोकप्रियता हासिल की और सिनेमा की लोकप्रियता का इसी से अन्दाजा लगाया जा सकता है कि यहाँ सभी भाषाओं में मिलाकर प्रति वर्ष 1,600 तक फिल्में बनी हैं। दादा साहेब फाल्के भारतीय सिनेमा के जनक के रूप में जाना जाते हैं। दादा साहब फाल्के के भारतीय सिनेमा में आजीवन योगदान के प्रतीक स्वरुप और 1969 में दादा साहब के जन्म शताब्दी वर्ष में भारत सरकार द्वारा दादा साहेब फाल्के पुरस्कार की स्थापना उनके सम्मान में की गयी। आज यह भारतीय सिनेमा का सबसे प्रतिष्ठित और वांछित पुरस्कार हो गया है। २०वीं सदी में भारतीय सिनेमा, संयुक्त राज्य अमरीका का सिनेमा हॉलीवुड तथा चीनी फिल्म उद्योग के साथ एक वैश्विक उद्योग बन गया।Khanna, 155 2013 में भारत वार्षिक फिल्म निर्माण में पहले स्थान पर था इसके बाद नाइजीरिया सिनेमा, हॉलीवुड और चीन के सिनेमा का स्थान आता है। वर्ष 2012 में भारत में 1602 फ़िल्मों का निर्माण हुआ जिसमें तमिल सिनेमा अग्रणी रहा जिसके बाद तेलुगु और बॉलीवुड का स्थान आता है। भारतीय फ़िल्म उद्योग की वर्ष 2011 में कुल आय $1.86 अरब (₹ 93 अरब) की रही। जिसके वर्ष 2016 तक $3 अरब (₹ 150 अरब) तक पहुँचने का अनुमान है। बढ़ती हुई तकनीक और ग्लोबल प्रभाव ने भारतीय सिनेमा का चेहरा बदला है। अब सुपर हीरो तथा विज्ञानं कल्प जैसी फ़िल्में न केवल बन रही हैं बल्कि ऐसी कई फिल्में एंथीरन, रा.वन, ईगा और कृष 3 ब्लॉकबस्टर फिल्मों के रूप में सफल हुई है। भारतीय सिनेमा ने 90 से ज़्यादा देशों में बाजार पाया है जहाँ भारतीय फिल्मे प्रदर्शित होती हैं। Khanna, 158 सत्यजीत रे, ऋत्विक घटक, मृणाल सेन, अडूर गोपालकृष्णन, बुद्धदेव दासगुप्ता, जी अरविंदन, अपर्णा सेन, शाजी एन करुण, और गिरीश कासरावल्ली जैसे निर्देशकों ने समानांतर सिनेमा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और वैश्विक प्रशंसा जीती है। शेखर कपूर, मीरा नायर और दीपा मेहता सरीखे फिल्म निर्माताओं ने विदेशों में भी सफलता पाई है। 100% प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के प्रावधान से 20वीं सेंचुरी फॉक्स, सोनी पिक्चर्स, वॉल्ट डिज्नी पिक्चर्स और वार्नर ब्रदर्स आदि विदेशी उद्यमों के लिए भारतीय फिल्म बाजार को आकर्षक बना दिया है। Khanna, 156 एवीएम प्रोडक्शंस, प्रसाद समूह, सन पिक्चर्स, पीवीपी सिनेमा,जी, यूटीवी, सुरेश प्रोडक्शंस, इरोज फिल्म्स, अयनगर्न इंटरनेशनल, पिरामिड साइमिरा, आस्कार फिल्म्स पीवीआर सिनेमा यशराज फिल्म्स धर्मा प्रोडक्शन्स और एडलैब्स आदि भारतीय उद्यमों ने भी फिल्म उत्पादन और वितरण में सफलता पाई। मल्टीप्लेक्स के लिए कर में छूट से भारत में मल्टीप्लेक्सों की संख्या बढ़ी है और फिल्म दर्शकों के लिए सुविधा भी। 2003 तक फिल्म निर्माण / वितरण / प्रदर्शन से सम्बंधित 30 से ज़्यादा कम्पनियां भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध की गयी थी जो फिल्म माध्यम के बढ़ते वाणिज्यिक प्रभाव और व्यसायिकरण का सबूत हैं। दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योग दक्षिण भारत की चार फिल्म संस्कृतियों को एक इकाई के रूप में परिभाषित करता है। ये कन्नड़ सिनेमा, मलयालम सिनेमा, तेलुगू सिनेमा और तमिल सिनेमा हैं। हालाँकि ये स्वतंत्र रूप से विकसित हुए हैं लेकिन इनमे फिल्म कलाकारों और तकनीशियनों के आदान-प्रदान और वैष्वीकरण ने इस नई पहचान के जन्म में मदद की। भारत से बाहर निवास कर रहे प्रवासी भारतीय जिनकी संख्या आज लाखों में हैं, उनके लिए भारतीय फिल्में डीवीडी या व्यावसायिक रूप से संभव जगहों में स्क्रीनिंग के माध्यम से प्रदर्शित होती हैं। Potts, 74 इस विदेशी बाजार का भारतीय फिल्मों की आय में 12% तक का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। इसके अलावा भारतीय सिनेमा में संगीत भी राजस्व का एक साधन है। फिल्मों के संगीत अधिकार एक फिल्म की 4 -5 % शुद्ध आय का साधन हो सकते हैं। .

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मुक्काबाज़ (२०१८ फ़िल्म)

मुक्काबाज़ २०१८ की एक हिंदी सोपर्ट्स-ड्रामा फिल्म है, जिसके निर्देशक अनुराग कश्यप हैं। विनीत कुमार सिंह, ज़ोया हुसैन, जिमी शेरगिल तथा रवि किशन फिल्म में मुख्य भूमिकाओं में हैं। फिल्म की कहानी स्वयं अनुराग कश्यप ने विनीत कुमार सिंह, मुक्ति सिंह श्रीनेत, के डी सत्यम, रंजन चंदेल तथा प्रसून मिश्रा के साथ मिलकर लिखी है। फैंटम फिल्म्स, रिलायंस इंटरटेनमेंट तथा कलर येलो प्रोडक्शंस के बैनर तले बनी इस फिल्म के निर्माता आनंद एल राय, विक्रमादित्य मोटवाने, मधु मंतेना तथा अनुराग कश्यप है। फिल्म की कहानी श्रवण सिंह (विनीत कुमार सिंह द्वारा अभिनीत) के इर्द गिर्द घूमती है, जो एक निचली जाति का मुक्केबाज है, और मुक्केबाजी की दुनिया में अपनी पहचान बनाने के लिए निरन्तर संघर्षरत है। फ़िल्म की कहानी विनीत कुमार सिंह ने २०१३ में मुक्ति सिंह श्रीनेत के साथ मिलकर लिखी थी। इसके बाद वह अपनी कहानी लेकर कई निर्माताओं के पास गए, परंतु उन सब ने इस पर काम करने से मना कर दिया। जुलाई २०१७ में घोषणा हुई थी कि अनुराग कश्यप आनंद एल राय के साथ मिलकर मुक्काबाज़ नामक एक फिल्म पर काम करेंगे। अनुराग ने फ़िल्म की कहानी फिर दोबारा लिखी। फ़िल्म की शूटिंग बरेली, लखनऊ तथा वाराणसी में २०१७ में हुई। फिल्म की कहानी उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में सेट है। ७ जुलाई २०१७ को फिल्म का २१ सेकंड लम्बा ऑडियो टीज़र जारी किया गया, और फिर ७ दिसम्बर २०१७ को फिल्म का आधिकारिक पोस्टर तथा ट्रेलर जारी किया गया। इस फिल्म को सर्वप्रथम २०१७ के टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव और मुंबई फिल्म महोत्सव के विशेष प्रस्तुति अनुभाग में दिखाया गया था। इस फिल्म को समीक्षकों से सकारात्मक प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुई, और समीक्षकों ने विशेषकर कश्यप के निर्देशन और विनीत कुमार सिंह के अभिनय की प्रशंशा करी। उसके बाद १२ जनवरी २०१८ को इसे विश्व भर के सिनेमाघरों में प्रदर्शित किया गया। ८.६ करोड़ के बजट पर बनी यह फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर केवल १० करोड़ रूपये ही कमा पायी, और इसे फ्लॉप घोषित कर दिया गया। .

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राजनीति (२०१० चलचित्र)

राजनीति बालीवुड में जून, २०१० में प्रदर्शित भारतीय राजनीति पर बनायी गयी फिल्म है। इसके निर्माता एवं निर्देशक प्रकाश झा है जिन्होनें पूर्व में गंगाजल जैसी फिल्मों का निर्देशन एवं निर्माण किया है। इस फिल्म में कैटरीना कैफ, अजय देवगन, रणबीर कपूर, अर्जुन रामपाल, मनोज बाजपेयी एवं नाना पाटेकर मुख्य भूमिका में है। फिल्म का संगीत प्रसिद्ध संगीतकार प्रीतम चक्रवर्ती ने दिया है। इस फिल्म का प्रदर्शन भारत में में ४ जून, २०१० को आरंभ हुआ था। फिल्म का अधिकतर भाग भोपाल में फिल्माया गया है। कुछ क्षेपक मुंबई में जोड़े गए हैं, जिनमें कुछ गानों के फिल्मांकन के अलावा पार्श्व में उनको दृश्य से संबद्ध किया गया है। भरपूर दृश्यों के साथ इसका संपादन मुंबई के एडिटिंग स्टूडियो में किया गया है। इस चलचित्र के निर्देशक ने अपने व्यवसाय का आरंभ ही इस तरह के काम से किया था और बीच में नियमित सिनेमा की तरह एक दो फिल्में बनाकर शांत हो गए। प्रकाश झा ने जब अजय देवगन और काजोल को लेकर फिल्म:दिल क्या करे बनाई, तभी से उनको अपनी फिल्म के लिए एक स्थायी नायक मिला। गंगाजल और अपहरण के उनके अनुभव अजय देवगन के साथ बड़े अच्छे रहे और शायद यही कारण है कि राजनीति फिल्म का भी वे एक महत्त्वपूर्ण भाग हैं। फिल्म के साथ दिग्गज निर्देशक के रूप में प्रकाश झा का नाम जुड़ा होना ही बड़ी बात नहीं बल्कि फिल्म की पूरी चरित्र-सूची (स्टार कास्ट) पर दृष्टिपात करना फिल्म के बारे में अनुमान लगाने के लिये आवश्यक है। अपने जीवन का सबसे महत्वपूर्ण रोल कर रही अभिनेत्री कैटरीना कैफ का कायाल्प भी दर्शनीय है अब से पहले ग्लैमडॉल के रूप में जानी जाती रहीं कैटरीना इस बार हल्के रंगों वाली सूती साड़ी में दिखायी दी। .

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लीला सैमसन

कुमारी लीला सैमसन (जन्म १९५१) भारत की भरतनाट्यम की प्रसिद्ध नृतिका हैं। उन्हें सन् २००० में पद्मश्री प्रदान किया गया था। अभी हाल में (अप्रैल २०११) वे केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड की अध्यक्षा नियुक्त की गयीं हैं। भरतनाट्यम में पारंगत लीला सैमसन ने 1975 में दिल्ली स्थित श्रीराम भारतीय कला केंद्र में भरतनाट्यम का विभाग शुरू किया। वर्तमान में वह शास्त्रीय कला संस्थान "कलाक्षेत्र" की निदेशक हैं तथा संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्ष भी हैं। कला में उनके योगदान के लिए उन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया है। सैमसन के अलावा प्रतिष्ठित वकील ललित भसीन को फिल्म प्रमाणन अपीलीय पंचाट का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। उन्हें 1991 में गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार और 2007 में राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय कानून दिवस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। .

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शोले (1975 फ़िल्म)

शोले १९७५ की एक भारतीय हिन्दी एक्शन फिल्म है। सलीम-जावेद द्वारा लिखी इस फिल्म का निर्माण गोपाल दास सिप्पी ने और निर्देशन का कार्य, उनके पुत्र रमेश सिप्पी ने किया है। इसकी कहानी जय (अमिताभ बच्चन) और वीरू (धर्मेन्द्र) नामक दो अपराधियों पर केन्द्रित है, जिन्हें डाकू गब्बर सिंह (अमजद ख़ान) से बदला लेने के लिए पूर्व पुलिस अधिकारी ठाकुर बलदेव सिंह (संजीव कुमार) अपने गाँव लाता है। जया भादुरी और हेमा मालिनी ने भी फ़िल्म में मुख्य भूमिकाऐं निभाई हैं। शोले को भारतीय सिनेमा की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में से एक माना जाता है। ब्रिटिश फिल्म इंस्टिट्यूट के २००२ के "सर्वश्रेष्ठ १० भारतीय फिल्मों" के एक सर्वेक्षण में इसे प्रथम स्थान प्राप्त हुआ था। २००५ में पचासवें फिल्मफेयर पुरस्कार समारोह में इसे पचास सालों की सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार भी मिला। शोले का फिल्मांकन कर्नाटक राज्य के रामनगर क्षेत्र के चट्टानी इलाकों में ढाई साल की अवधि तक चला था। केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के निर्देशानुसार कई हिंसक दृश्यों को हटाने के बाद फ़िल्म को १९८ मिनट की लंबाई के साथ १५ अगस्त १९७५ को रिलीज़ किया गया था। हालांकि १९९० में मूल २०४ मिनट का मूल संस्करण भी होम मीडिया पर उपलब्ध हो गया था। रिलीज़ होने पर पहले तो शोले को समीक्षकों से नकारात्मक प्रतिक्रियाएं और कमजोर व्यावसायिक परिणाम मिले, लेकिन अनुकूल मौखिक प्रचार की सहायता से थोड़े दिन बाद यह बॉक्स ऑफिस पर बड़ी सफलता बनकर उभरी। फ़िल्म ने पूरे भारत में कई सिनेमाघरों में निरंतर प्रदर्शन के लिए रिकॉर्ड तोड़ दिए, और मुंबई के मिनर्वा थिएटर में तो यह पांच साल से अधिक समय तक प्रदर्शित हुई। कुछ स्त्रोतों के अनुसार मुद्रास्फीति के लिए समायोजित करने पर यह सर्वाधिक कमाई करने वाली भारतीय फिल्म है। शोले एक डकैती-वॅस्टर्न फिल्म है, जो वॅस्टर्न शैली के साथ भारतीय डकैती फिल्मों परम्पराओं का संयोजन करती है, और साथ ही मसाला फिल्मों का एक परिभाषित उदाहरण है, जिसमें कई फिल्म शैलियों का मिश्रण पाया जाता है। विद्वानों ने फिल्म के कई विषयों का उल्लेख किया है, जैसे कि हिंसा की महिमा, सामंती विचारों का परिवर्तन, सामाजिक व्यवस्था को बनाए रखने वालों और संगठित होकर लूट करने वालों के बीच बहस, समलैंगिक गैर रोमानी सामाजिक बंधन और राष्ट्रीय रूपरेखा के रूप में फिल्म की भूमिका। राहुल देव बर्मन द्वारा रचित फिल्म की संगीत एल्बम और अलग से जारी हुए संवादों की संयुक्त बिक्री ने कई नए बिक्री रिकॉर्ड सेट किए। फिल्म के संवाद और कुछ पात्र बेहद लोकप्रिय हो गए और भारतीयों के दैनिक रहन-सहन हिस्सा बन गए। जनवरी २०१४ में, शोले को ३डी प्रारूप में सिनेमाघरों में फिर से रिलीज़ किया गया था। .

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सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार

सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार की एक शाखा है जो सूचना, प्रसारण, प्रेस और फिल्मों से संबंधित नियमों, विनियमों और कानूनों के निर्माण और प्रशासन का शीर्ष निकाय है। इस मंत्रालय की वर्तमान कैबिनेट मंत्री, स्मृति ईरानी है। मंत्रालय, भारत सरकार की प्रमुख प्रसारण शाखा, प्रसार भारती के प्रशासन के लिए भी उत्तरदायी है। केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड भी इस मंत्रालय के अन्तर्गत आने वाला भारत सरकार का एक प्रमुख निकाय है, जो भारत में प्रदर्शित होने वाली सभी फिल्मों के विनियमन के लिए भी उत्तरदायी है। .

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जुनूनियत

जूनूनियत २०१६ की एक रोमांटिक-म्यूजिकल हिन्दी फिल्म है। भूषण कुमार द्वारा उनके टी-सीरीज़ बैनर के तहत निर्मित इस फिल्म को विवेक अग्निहोत्री ने लिखा और निर्देशित किया है, जबकि पुलकित सम्राट और यामी गौतम ने फिल्म में मुख्य भूमिकाऐं निभाई हैं। फिल्म में संगीत अंकित तिवारी, मीत ब्रदर्स तथा जीत गांगुली ने दिया है; जबकि राजू सिंह ने इसका पार्श्व संगीत रचा है। फिल्म की कहानी सुहानी नामक एक एक पंजाबी महिला के इर्द गिर्द घूमती है, जो अपने पिता की नाराज़गी के बावजूद एक सैन्य अधिकारी, कैप्टन जहां बक्षी के प्यार में पड़ जाती है। वह जहां के साथ घर से भागने का फैसला करती है, लेकिन जल्द ही जहां के बारे में एक गलतफहमी का शिकार हो जाती है। जूनूनियत की प्रिंसिपल फोटोग्राफी नवंबर २०१४ में शुरू हुई, और दिसंबर में कश्मीर में एक घटना हुई; जब शूटिंग से लौटते समय फिल्म के दल पर एक गीत अनुक्रम में देशी लड़कियों का उपयोग करने के लिए वहां के स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया। फिल्म को २४ जून २०१६ को दुनिया भर के सिनेमाघरों में प्रदर्शित किया गया था, और इसे समीक्षकों से नकारात्मक समीक्षाएं मिली, और इसने बॉक्स ऑफिस पर लगभग ४.१० करोड़ रुपये का व्यापर किया। इसका संगीत अवश्य समीक्षकों को पसंद आया, तथा हिट रहा। .

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जॉली एलएलबी २

द स्टेट बनाम जॉली एलएलबी २ या केवल जॉली एलएलबी २ एक भारतीय हिंदी हास्य फिल्म है जिसका लेखन तथा निर्देशन सुभाष कपूर ने किया है। इसमें मुख्य भूमिका में अक्षय कुमार, हुमा कुरेशी, अन्नू कपूर, कुमुद म‍िश्रा तथा सौरभ शुक्ला हैं। यह फ़िल्म २०१३ में आई जॉली एलएलबी का सीक्वल है। यह फ़िल्म एक व्यंग्यात्मक कोर्टरुम ड्रामा है, जो कि भारतीय कानूनी प्रणाली और आम आदमी पर न्यायिक प्रणाली के पड़े प्रभाव पर कटाक्ष करती है। यह १० फरवरी २०१७ को सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुई। .

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गंगा जमना

जब कोई कलाकार अपनी अभिनय प्रतिभा से दर्शक के दिल में स्थायी जगह बना ले तो वह यादगार कहानी बन जाती है.

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गैंग्स ऑफ वासेपुर – भाग 2

गैंग्स ऑफ वासेपुर – भाग 2 (या Gangs of वासेपुर II) 2012 की एक भारतीय अपराध फिल्म है, जिसे अनुराग कश्यप द्वारा सह-लिखित, निर्मित और निर्देशित किया गया है। यह धनबाद, झारखंड के कोयला माफिया और तीन अपराधिक परिवारों के बीच अंतर्निहित शक्ति संघर्ष, राजनीति और प्रतिशोध पर केंद्रित फ़िल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर श्रृंखला की दूसरी किस्त है। फ़िल्म के दूसरे भाग में प्रमुख भूमिकाओं में नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी, ऋचा चड्ढा, हुमा कुरेशी, तिग्मांशु धूलिया, पंकज त्रिपाठी, राजकुमार राव और ज़ीशन कादरी आदि कलाकार शामिल है। इसकी कहानी 1990 से 2009 तक के कालक्रम में फैली हुई है। फिल्म के दोनों हिस्सों को एक फिल्म के रूप में शूट किया गया था, जो कुल 319 मिनट की थी और इसे 2012 के कान फ़िल्मोत्सव में प्रदर्शित किया गया था, लेकिन चूंकि कोई भी भारतीय सिनेमाघर पांच घंटे की फिल्म को नहीं दिखाना चाहते थे, इसिलिये इसे भारतीय बाजार के लिए दो भागों (160 मिनट और 159 मिनट क्रमशः) में विभाजित किया गया था। फिल्म में भारी मात्रा में अश्लील शब्द और हिंसा के कई दृश्य होने के कारण केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड से इसे केवल वयस्क प्रमाणीकरण मिला। फिल्म का संगीत, पारंपरिक भारतीय लोक गीतों से बहुत प्रभावित था। भाग 2 को पूरे भारत में 8 अगस्त 2012 को प्रदर्शित किया गया था। फिल्म के दोनों भागों का आलोचकों द्वारा प्रशंसित किया गया था। संयुक्त फिल्म ने 60वीं राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ ऑडिगोग्राफी, फाइनल मिश्रित ट्रैक (आलोक डी, सिनोई जोसेफ और श्रीजेश नायर) के पुन: रिकॉर्डिस्ट और अभिनय (नवाजुद्दीन सिद्दीकी) के लिए विशेष उल्लेख जीता था। फिल्म ने 58वें फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में सर्वश्रेष्ठ फिल्म (आलोचकों) और सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (आलोचकों) समेत चार फिल्मफेयर पुरस्कार जीते, हालांकि किसी भी वित्तीय मानक से भारी सफल नहीं होने के बावजूद, 18.5 करोड़ के कम संयुक्त बजट के कारण, 50.81 करोड़ (2 भागों के संयुक्त) की शुद्ध घरेलू कमाई के साथ व्यावसायिक रूप से सफल रही। इसे कई आधुनिक पंथ फिल्म के रूप में माना जाता है। .

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ओमेर्टा

ओमेर्टा हंसल मेहता द्वारा निर्देशित एक 2018 भारतीय हिंदी अपराध नाटक फिल्म है। पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश आतंकवादी अहमद उमर सईद शेख़ की भूमिका में राजकुमार राव हैं। फिल्म ने भारत में पश्चिमी देशों के नागरिकों की 1994 के अपहरण की पड़ताल की, जिसके लिए उमर को गिरफ्तार कर लिया गया और 2002 में वाल स्ट्रीट जर्नल पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या की साजिश रची गई। इसे 2017 में टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह में विशेष प्रस्तुति अनुभाग में दिखाया गया था, मुंबई फिल्म महोत्सव, फ्लोरेंस फिल्म महोत्सव, हांगकांग अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव और बुसान अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह। ओमर्टा 2018 न्यूयॉर्क इंडियन फिल्म फेस्टिवल में समापन रात की फिल्म थी। पहला ट्रेलर 14 मार्च 2018 को जारी किया गया था जबकि दूसरा ट्रेलर 23 अप्रैल 2018 को जारी किया गया था। ओमर्टा को 4 मई, 2018 को रिलीज हुई। .

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अनुराग कश्यप

अनुराग सिंह कश्यप (जन्म 10 सितम्बर 1972) एक भारतीय फ़िल्म निर्देशक, निर्माता और पटकथा लेखक हैं। उनका जन्म उत्तर प्रदेश कें गोरखपुर जिले में हुआ और वह विभिन्न शहरों में पले-बढे। उन्होनें अपनी शिक्षा देह्ररादून और ग्वालियर में की और उनकी कुछ फिल्मों में इन शहरों की छाप देखने को मिलती हैं, विशेष रूप से गैग्स ऑफ वासेपुर, जहाँ उन्होनें उस घर का प्रयोग किया जहाँ वह पले-बढे। फिल्में देखने का शौक उनहें बचपन से ही था, पर यह स्कूली शिक्षा के के द्वारान छूट गाया। यह शौक दोबरा कॉलेज में जागृत हुआ। यहाँ एक थिएटर टोली से संगठित होकर जब वह एक अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में उपस्थित हुए तो उनमें फिल्मे' बनाने की चेतान जागी। यहीँ से उनकी कैरियर की शुरुआत हुई। टेलीविजन सीरियल के लिए लिखने के बाद, अनुराग को रामगोपाल वर्मा के अपराध नाटक फिल्म सत्या में सह-लेखन का कार्य मिला। उन्होंने अपने निर्देशन का कार्य फिल्म पाँच से शुरुआत की। जो कि केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के कारण प्रदर्शित नहीं हो सकी। इसके बाद उन्होंने 1993 के मुंबई पर बम विस्फोट के बारे में हुसैन जैदी लिखित पुस्तक पर आधारित एक फिल्म ब्लैक फ्राइडे (2007) का निर्देशन किया। लेकिन इसका प्रदर्शन केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड द्वारा लंबित किए जाने के कारण 2 साल बाद हो सका, लेकिन 2007 में प्रदर्शित होने के बाद इसे काफी सराहना प्राप्त हुई। इसके बाद अनुराग ने नो स्मोकिंग (2007) बनाई जिसने बॉक्स ऑफिस पर खराब प्रदर्शन किया। इसके बाद उन्होंने देवदास के आधुनिक संस्करण पर आधारित पर फिल्म देव डी (2009) बनाई जिसे काफी व्यवसायिक सफलता प्राप्त हुई। उसके बाद उन्होंने एक राजनीतिक नाटक फिल्म गुलाल (2009) और दैट गर्ल इन यैलो बूट्स (2011) फिल्मों का भी निर्देशन किया। 2012 में आई उनकी फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर-भाग १ और भाग २ ने इनके निर्देशन का नया किर्तीमान बनाया। इस फिल्म ने न केवल व्यवसायिक रुप से सफल रही बल्कि समीक्षकों ने भी इसे काफी सराहा। .

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अमृत नाहटा

अमृत नाहटा (16 मई 1928 – 26 अप्रैल 2001) एक भारतीय राजनीतिज्ञ, जो तीन बार लोक सभा के लिए चुने गये, तथा फ़िल्म निर्माता थे। वो दो बार बाड़मेर से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए। यद्दपि उन्होंने आपातकाल के पश्चात कांग्रेस को छोड़ दिया और 1977 में विवादास्पद फ़िल्म किस्सा कुर्सी का बनाने चले गये। उन्होंने एक बार दुबारा जनता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में पाली निर्वाचन क्षेत्र से पर्चा भरा और लोकसभा में अपनी सेवायें दी। .

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उड़ता पंजाब

उड़ता पंजाब एक भारतीय हिन्दी थ्रिलर ड्रामा फ़िल्म है, जिसका निर्देशन अभिषेक चौबे ने किया है। इसमें मुख्य किरदार में शाहिद कपूर, दिलजीत दोसांझ, करीना कपूर और आलिया भट्ट हैं। फ़िल्म 17 जून 2016 को रिलीज़ होगी। यह फ़िल्म पंजाब में युवा आबादी द्वारा नशीली दवाओं के दुरुपयोग और उससे जुड़े विभिन्न षड्यंत्रों के आसपास घूमती है। अनुराग कश्यप के प्रोडक्शन हाउस फैंटम फिल्म्स के सहयोग से, शोभा कपूर और एकता कपूर के द्वारा उनके बैनर बालाजी मोशन पिक्चर्स ने इसका निर्माण किया है। इसमें मुख्य किरदार में शाहिद कपूर, दिलजीत दोसांझ, करीना कपूर और आलिया भट्ट हैं। 4 जून 2016 को, केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने फिल्म के रिलीज़ पर रोक लगाने की मांग की, जिसमें कहा गया कि फिल्म में पेश किए गए विषय सामान्य दर्शकों के लिए बहुत अश्लील थे। परिणामस्वरूप, निर्माता को फिल्म में कुल 89 कटौती करने के निर्देश दिए गए। हालांकि, 13 जून 2016 को, बॉम्बे हाईकोर्ट ने इस रोक को ठुकरा दिया और फिल्म की राष्ट्रीय रिलीज के लिए अनुमति दी, यद्यपि पटकथा में एक कटौती के साथ। इस फिल्म को 17 जून 2016 को दुनिया भर में रिलीज़ किया गया था। ₹ 400 मिलियन (यूएस $ 6.2 मिलियन) के बजट पर बनायीं गयी फ़िल्म, उड़ता पंजाब ने लगभग 997 मिलियन (यूएस $ 15 मिलियन) दुनिया भर में कमाई की। 62 वें फिल्मफेयर अवॉर्ड में, फिल्म ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (आलिया भट्ट), सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेता (दिलजीत दोसांझ) और सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (शाहिद कपूर) के लिए क्रिटिक्स अवॉर्ड सहित चार पुरस्कार जीते। .

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65वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार

65वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार समारोह एक आगामी घटना है, जिसमें फ़िल्म समारोह निदेशालय द्वारा भारतीय सिनेमा में 2017 की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों का सम्मान करने के लिए वार्षिक राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्रस्तुत किये जायेंगे। 13 अप्रैल 2018 को इन पुरस्कारों की घोषणा हुई, और पुरस्कार समारोह 3 मई 2018 को आयोजित किया जाएगा। .

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड

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