2 संबंधों: फ़ुरिगाना, बाँस लकड़हारे की कहानी।
फ़ुरिगाना
१८४० में प्रकाशित ''रसायन विज्ञान का परिचय ''(लेखक उदागावा योआन)'' ''में वोल्टा बैटरी का चित्र और विवरण। फ़ुरिगाना (振り仮名?) एक जापानी पठन सहायक है जिसमें छोटे काना को कानजी के पास छापा जाता है, ताकि उसके उच्चारण को दर्शाया जा सके। यह एक तरह का रूबी पाठ है। फ़ुरिगाना को जापानी में योमिगाना (読み仮名) या रुबी ルビ) भी कहते हैं। आधुनिक जापानी में इसे आम तौर पर दुर्लभ कानजी या दुर्लभ, अमानक पठन दिखाने के लिए या बच्चों और विद्यार्थियों के किताबों में इस्तेमाल किया जाता है। द्वितीय विश्व युद्ध के पहले इसका चलन अधिक था।Geoffrey Sampson (1990). फ़ुरिगाना को आम तौर पर हिरागाना में लिखा जाता है, लेकिन कुछ मामलों में काताकाना का भी उपयोग होता है। खड़ी लिखाई (तातेगाकी) में फ़ुरिगाना को अक्षरों के बाएँ ओर रखा जाता है, जबकी समस्तरीय लिखाई (योकोगाकी) में इसे अक्षरों के ऊपर रखा जाता है। .
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बाँस लकड़हारे की कहानी
राजकुमारी कागुया की खोज (१७वीं सदी के एदो काल से चित्रण) एक १०वीं शताब्दी की जापानी मोनोगातारी (काल्पनिक गद्य कथा) है। इसे जापानी लोककथा का सबसे पुराना गद्य कथा माना जाता है, हालाँकि इसका सबसे पुराना मौजूदा पांडुलिपि १५९२ से है।Katagiri et al.