6 संबंधों: चीड़, नारंगी (रंग), मंडरायल, रेज़िन, जुरासिक पार्क (फिल्म), कहरवा।
चीड़
चीड़ (अंग्रेजी:Pine), एक सपुष्पक किन्तु अनावृतबीजी पौधा है। यह पौधा सीधा पृथ्वी पर खड़ा रहता है। इसमें शाखाएँ तथा प्रशाखाएँ निकलकर शंक्वाकार शरीर की रचना करती हैं। इसकी ११५ प्रजातियाँ हैं। ये ३ से ८० मीटर तक लम्बे हो सकते हैं। चीड़ के वृक्ष पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध में पाए जाते हैं। इनकी 90 जातियाँ उत्तर में वृक्ष रेखा से लेकर दक्षिण में शीतोष्ण कटिबंध तथा उष्ण कटिबंध के ठंडे पहाड़ों पर फैली हुई हैं। इनके विस्तार के मुख्य स्थान उत्तरी यूरोप, उत्तरी अमेरिका, उत्तरी अफ्रीका के शीतोष्ण भाग तथा एशिया में भारत, बर्मा, जावा, सुमात्रा, बोर्नियो और फिलीपींस द्वीपसमूह हैं। .
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नारंगी (रंग)
नारंगी एक पारिभाषित तथा दैनिक जीवन में प्रयुक्त रंग है, जो नारंगी (फल) के छिलके के वर्ण जैसा दिखता है। यह प्रत्यक्ष स्पॅक्ट्रम के पीला एवं लाल रंग के बीच में, लगभग 585 - 620 nm के तरंग दैर्घ्य में मिलता है। में यह 30º के पास होता है। संतरा .
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मंडरायल
'मंडरायल' (Mandrayal) राजस्थान (भारत) राज्य के करौली जिले का एक क़स्बा है। यहाँ की जनसँख्या 74600 है। मंडरायल के पास के शहरों में सबलगढ़, ग्वालियर, करौली मुख्य रूप से हैं। यहाँ हिन्दी भाषा बोली जाती है। इन्हें भी देखे----- करौली .
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रेज़िन
रेज़िन, जिसमें एक कीड़ा फँसा हुआ है राल या रेज़िन (अंग्रेज़ी: resin) गोंद जैसा हाइड्रोकार्बन द्रव्य होता है जो वृक्षों की छाल और लकड़ी से निकलता है। अन्य पेड़ों की तुलना में चीड़ जैसे कोणधारी (कॉनिफ़ॅरस) पेड़ों से रेज़िन अधिक मात्रा में निकलता है। रेज़िन का प्रयोग गोंद, लकड़ी की रोग़न (वार्निश), सुगंध और अगरबत्तियाँ बनाने के लिए सदियों से होता आया है। कभी-कभी रेज़िन जमकर पत्थरा जाता है और बड़े डलों का रूप ले लेता है जो समय के साथ ज़मीन में दफ़्न हो जाते हैं। लाखों साल बाद यह कहरुवे (ऐम्बर) के नाम से बहुमूल्य पत्थरों की तरह निकाले जाते हैं और आभूषणों में इस्तेमाल होते हैं।, श्यामसुंदर दास, बालकृष्ण भट्ट, नागरीप्रचारिणी सभा,...
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जुरासिक पार्क (फिल्म)
जुरासिक पार्क स्टीवेन स्पीलबर्ग द्वारा 1993 में निर्देशित अमेरीका की विज्ञान-फंतासी, रोमांचक फिल्म है और यह माइकल क्रिस्टन द्वारा लिखित इसी नाम के उपन्यास पर आधारित है। इसमें सैम नील, लॉरा डेर्न, जेफ गोल्डब्लम और रिचर्ड एटनबर्ग जैसे सितारे हैं। यह फिल्म मध्य अमेरिकी प्रशांत तट में कोस्टा रिका के निकट परिकल्पनात्मक इस्ला न्युबुलर पर केंद्रित है, जहां एक एक अरबपति परोपकारी व्यक्ति और आनुवंशिकी संबंधी वैज्ञानिकों की एक लघु टीम ने क्लोन किए गए डायनासोरों के मनोरंजन उद्यान को निर्मित किया है। क्रिस्टन की किताब के प्रकाशित होने के पूर्व, वार्नर ब्रदर्स, कोलंबिया ट्रिस्टार, 20 सेंचुरी फॉक्स और यूनिवर्सल जैसे स्टूडियो ने पहले से ही फिल्म के अधिकारों को प्राप्त करने के लिए बोली लगाना प्रारंभ कर दिया था। यूनिवर्सल स्टूडियोज के समर्थन के साथ, स्पिलबर्ग ने 1990 में प्रकाशन से पहले अधिकारों को ग्रहण किया और क्रिस्टन को अतिरिक्त 500,000 डॉलर पर उपन्यास को फिल्मांकन के लिए रूपांतरित करने हेतु बहाल किया गया। डेविड कोप ने अंतिम प्रारूप लिखा जिसने उपन्यास के अधिकांश विवरण और हिंसा को छोड़ दिया गया था और पात्रों के सम्बन्ध में भी काफी बदलाव किये गए थे। जुरासिक पार्क को कंप्यूटर-उत्पादित काल्पनिक चित्रों के उपयोग में मील के पत्थर के रूप में माना जाता है और इसने आलोचकों से अत्यंत सकारात्मक समीक्षाओ को प्राप्त किया। फिल्म के रिलीज होने के दौरान, इसने विश्व स्तर पर $914 मिलियन डॉलर से अधिक की कमाई की और उस समय तक रिलीज की गई फिल्मों की में सर्वाधिक सफल फिल्म बन गई (इसने ई.टी. द एक्सट्रा – टेरेस्ट्रियल को पीछे छोड़ दिया और 4 साल बाद टाइटेनिक ने इसे पछाड़ दिया) और यह वर्तमान में 16 वीं सर्वाधिक कमाई करने वाली फिल्म (मुद्रास्फीति को ध्यान में रखते हुए, यह उत्तरी अमेरिका में 18वीं सर्वाधिक कमाई करने वाली फिल्म है) फीचर फिल्म है। यह एनबीसीयूनिवर्सल और स्टीवन स्पीलबर्ग के लिए यह आर्थिक रूप से सर्वाधिक सफल फिल्म रही है। इसने सर्वश्रेष्ठ ध्वनि मिश्रण, सर्वश्रेष्ठ ध्वनि संपादन और सर्वश्रेष्ठ विजुअल प्रभावों के लिए एकेडमी पुरस्कारों को जीता। .
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कहरवा
कहरवा एक भारतीय ताल है, जिसमें आठ मात्राएँ होती हैं जो ४-४ मात्राओं के दो विभागों में बँटी होती हैं। पहली मात्रा पर ताली और पाँचवी पर खाली होती है। इसका ठेका है: X २ ३ ४ | ० २ ३ ४ धा घे ना तिं | ना गा धिं ना.
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