6 संबंधों: नेपाल के नगरपालिकायें, नेपाल के प्रदेश, नेपाल के जिले, प्रदेश संख्या ५, भोजपुरी भाषा, लुम्बिनी अंचल।
नेपाल के नगरपालिकायें
नेपाल में जिले नगरपालिकाओं और ग्रामपालिकाओं में बंटे हुए हैं। शहर या नगर ही नेपाल में नगरपालिका होते हैं, जो सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मानदंड प्राप्त कर चुके होते हैं। इन मानदंडों में एक निश्चित जनसंख्या, आधारिक संरचना और राजस्व शामिल होते हैं। वर्तमान में नेपाल में २६३ नगरपालिकायें हैं, जिनमें से २०१४ तक सिर्फ ५८ नगरपालिकायें थीं। मई २०१४ में ७२ नए नगरपालिकायें स्थापित किये गयें। दिसम्बर २०१४ में ६१ नए नगरपालिकायें स्थापित किये गयें। सितंबर २०१५ में २६ और नए नगरपालिकायें स्थापित हुईं और ४६ और नए नगरपालिकायें मार्च २०१७ में स्थापित किये गए। नेपाल में ३ प्रकार की नगरपालिकायें हैं; महानगरपालिकायें, उपमहानगरपालिकायें और नगरपालिकायें। मार्च २०१७ में, स्थानीय स्तर पुनर्रचना आयोग के रिपोर्ट के बाद देश को ४ महानगरपालिकाओं, १३ उपमहानगरपालिकाओं, २४६ नगरपालिकाओं और ४८१ ग्रामपालिकाओं में बांटा गया। १ जून २०१७ को २ उपमहानगरपालिका बिराटनगर और बीरगंज को महानगर में स्थान्तरित किया गया, इस तरह ६ महानगरपालिका और ११ उपमहानगरपालिका हो गए। क्षेत्रफल की दृष्टि से पोखरा लेखनाथ सब से बड़ा महानगरपालिका है, जिसका क्षेत्रफल ४६४.२८ किमी² और ललितपुर सब से छोटा महानगरपालिका है जिसका क्षेत्रफल ३६.१२ किमी² है। घोराही सब से बड़ा उप-महानगरपालिका है, जिसका क्षेत्रफल ५२२.२१ किमी² है, जिसकी जनसंख्या १५६,१५४ है। यह नेपाल के नगरों की सूची है। जो नाम यहाँ लिखे गये हैं वे आधिकारिक (ऑफिशियल) नाम हैं; किन्तु कुछ शहरों के पूर्व नाम अब भी बहुत लोकप्रिय हैं। .
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नेपाल के प्रदेश
20 सितंबर 2015 के अनुसार नेपाल को भारतीय राज्य प्रणाली की तरह ही सात राज्यों (प्रदेशों) में विभाजित किया गया है। संविधान की धारा 295 (ख) के अनुसार प्रदेशों का नामाकरण सम्वन्धित प्रदेश के संसद (विधान सभा) में दो तिहाई बहुमत से होने का प्रावधान है। .
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नेपाल के जिले
२० सितम्बर २०१५ को जारी हुए नए संविधान के अनुसार नेपाल को ७ प्रदेशों (प्रान्तों) में बांटा गया है। सभी प्रदेशों के जिलों को मिलाकर फिलहाल ७५ जिले हैं। ३ नए जिले बनाये जा सकते हैं। नेपाल में जिले (नेपाली:जिल्ला) द्वितीय स्तर के प्रशासनिक विभाग हैं, जो प्रदेशों में विभाजित हैं। नेपाल में अब ७८ जिले हैं जो ७ प्रदेशों में व्यवस्थित हैं। प्रत्येक जिला जिला समन्वय समिति के अधीन प्रशासित हैं। स्थानीय तह निर्वाचन ऐन ०७३ के अनुसार अब गाउँपालिका (ग्रामपालिका) और नगरपालिका में निर्वाचित प्रमुख, उपप्रमुख, वार्ड अध्यक्ष और सदस्य सभी जिल्ला समन्वय समिति के प्रमुख के उम्मीदवार के रूप में खड़ा हो सकते हैं। जिल्ला समन्वय समिति के प्रमुख और उपप्रमुख चुने जाने के लिए मतदान करने का अधिकार सिर्फ ग्रामपालिका और नगरपालिका के प्रमुख और उपप्रमुख को होगा नियम में ऐसी व्यवस्था रखी गई है। जिले नगरपालिका और ग्रामपालिका (गाउँपालिका) में विभाजित हैं। पूरे नेपाल में ७४४ ग्रामपालिका और नगरपालिका हैं। .
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प्रदेश संख्या ५
प्रदेश संख्या ५ नेपाल के सात प्रदेशों में से एक है। इस प्रदेश में १३ जिले रखे गए हैं। इन में से ६ उत्तरी-पहाड़ी जिले प्रदेश संख्या ४ और प्रदेश संख्या ६ में रखे जा सकते हैं। इस प्रदेश के जिले.
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भोजपुरी भाषा
भोजपुरी शब्द का निर्माण बिहार का प्राचीन जिला भोजपुर के आधार पर पड़ा। जहाँ के राजा "राजा भोज" ने इस जिले का नामकरण किया था।भाषाई परिवार के स्तर पर भोजपुरी एक आर्य भाषा है और मुख्य रूप से पश्चिम बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा उत्तरी झारखण्ड के क्षेत्र में बोली जाती है। आधिकारिक और व्यवहारिक रूप से भोजपुरी हिन्दी की एक उपभाषा या बोली है। भोजपुरी अपने शब्दावली के लिये मुख्यतः संस्कृत एवं हिन्दी पर निर्भर है कुछ शब्द इसने उर्दू से भी ग्रहण किये हैं। भोजपुरी जानने-समझने वालों का विस्तार विश्व के सभी महाद्वीपों पर है जिसका कारण ब्रिटिश राज के दौरान उत्तर भारत से अंग्रेजों द्वारा ले जाये गये मजदूर हैं जिनके वंशज अब जहाँ उनके पूर्वज गये थे वहीं बस गये हैं। इनमे सूरिनाम, गुयाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, फिजी आदि देश प्रमुख है। भारत के जनगणना (2001) आंकड़ों के अनुसार भारत में लगभग 3.3 करोड़ लोग भोजपुरी बोलते हैं। पूरे विश्व में भोजपुरी जानने वालों की संख्या लगभग ४ करोड़ है, हालांकि द टाइम्स ऑफ इंडिया के एक लेख के में ये बताया गया है कि पूरे विश्व में भोजपुरी के वक्ताओं की संख्या १६ करोड़ है, जिसमें बिहार में ८ करोड़ और उत्तर प्रदेश में ७ करोड़ तथा शेष विश्व में १ करोड़ है। उत्तर अमेरिकी भोजपुरी संगठन के अनुसार वक्ताओं की संख्या १८ करोड़ है। वक्ताओं के संख्या के आंकड़ों में ऐसे अंतर का संभावित कारण ये हो सकता है कि जनगणना के समय लोगों द्वारा भोजपुरी को अपनी मातृ भाषा नहीं बताई जाती है। .
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लुम्बिनी अंचल
लुम्बिनी अंचल पश्चिमांचल नेपाल में पड़ता है। इस अंचल के पूर्व में नारायणी अंचल, उत्तर में गण्डकी अंचल, उत्तर पश्चिम में धवलागिरी अंचल, पश्चिम में राप्ती अंचल तथा दक्षीण में भारतीय राज्य उत्तरप्रदेश पड़ता है। भगवान बुद्ध का जन्मस्थल लुम्विनी इसी अन्चल में पड़ता है। इस अंचल का नाम भगवान बुद्ध का जन्मस्थल का नाम से ही रखा गया है। इस अंचल के पहाड़ी क्षेत्र में पाल्पा, अर्गाखांची, व गुल्मी जिले पड़ते हैं नवलपरासी जिला का कुछ हिस्सा पहाड़ी व भित्री मधेस के चितवन उपत्यका में पड़ता है कुछ ही हिस्सा वाहरी तराइ में पड़ता है, रुपन्देही व कपिलवस्तु जिला पुरी तरह समथर तराइ में पड़ते हैं। मुख्य स्थान १, बुटवल २, सिदार्थनगर (भैरहवा) ४, लुम्विनी ५, तानसिँग (तानसेन) ६, तोलीहवा ७, गोरू सिंगे ८, चन्द्रोटा ९, मणीग्राम १०, परासी (रामग्राम) ११, बर्दघाट १२, कावासोती १३, तम्घाँस १४, सन्धीखर्क १५ ठाडा श्रेणी:नेपाल के पूर्व शासन प्रणाली श्रेणी:पश्चिमांचल विकास क्षेत्र.