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ओइरत लोग

सूची ओइरत लोग

ल्हाबज़ंग ख़ान एक ख़ोशूत​ ओइरत था जिसने १६९७-१७१७ काल में तिब्बत पर राज किया ओइरत (मंगोल: Ойрад, अंग्रेज़ी: Oirat) मंगोल लोगों का सबसे पश्चिमतम समुदाय है जो पश्चिमी मंगोलिया के अल्ताई पर्वत क्षेत्र में वास करते हैं। कई क़बीलों के एकीकरण से बनी यह जाति मध्य एशिया के पूर्वी भाग में उत्पन्न हुई थी लेकिन अब इनका सबसे बड़ा गुट रूस के काल्मिकिया गणतंत्र में मिलता है जहाँ इन्हें काल्मिक लोग कहा जाता है। काल्मिकी १७वीं सदी के शुरूआती दौर में ज़ुन्गारिया से रूसी साम्राज्य के दक्षिण-पूर्वी यूरोपी भाग में आ बसे थे।, Barbara A. West, Infobase Publishing, 2010, ISBN 978-1-4381-1913-7,...

4 संबंधों: मनास की दास्तान, ज़ुन्गार लोग, ओइरत भाषा, कालमिकिया

मनास की दास्तान

किरगिज़ मनासची मनास की दास्तान (किरगिज़: Манас дастаны, मनास दास्तानी; अंग्रेज़ी: Epic of Manas) मध्य एशिया के किरगिज़ लोगों की एक शौर्य काव्य-गाथा है। यह १८वीं सदी में लिखी गई थी लेकिन हो सकता है कि इसकी कहानी उस से पहले से प्रचलित हो। मनास किरगिज़ लोगों का एक ऐतिहासिक महानायक था। मनास कथा में उसे बहुत बहादुर बताया गया है और बतलाया जाता है कि कैसे उसने किरगिज़ लोगों के बहुत दुश्मनों से टक्कर लेकर उन्हें हराया, जैसे कि ख़ितानी, ओइरत लोग, उईग़ुर और अफ़ग़ान​। मनास-दास्तान किरगिज़ भाषा की सब से महत्वपूर्ण साहित्य-कृति मानी जाती है। किर्गिज़स्तान में यह वीर-कथा रस्मी रूप से गाकर सुनाई जाती है और मनास-दास्तान सुनाने वाले को 'मनासची' (Манасчы, Manaschi) कहा जाता है। मनास गाथा में क़रीब ५ लाख पंक्तियाँ हैं जो महाभारत से ढाई गुना है (हालाँकि महाभारत शब्दों के हिसाब से अधिक लम्बी है)। इस कथा के कुछ रूपों में मनास को नोगाई ख़ान बताया गया है। १९९५ में किर्गिज़स्तान की सरकार ने मनास की १००० वीं जन्म जयंती का राष्ट्रोत्सव मनाया।, Dilip Hiro, Penguin, 2009, ISBN 978-1-59020-221-0,...

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ज़ुन्गार लोग

सरल (Saral), जो मान्छु लोगों के चीन और मंगोलिया पर राज करने वाले चिंग राजवंश की फ़ौज में ज़ुन्गार जाति का एक अफसर था ज़ुन्गार (मंगोल: Зүүнгар, कज़ाख़: Жоңғар, अंग्रेज़ी: Dzungar) मंगोल लोगों की ओइरत शाखा की एक उपशाखा का नाम है जिन्होनें १७वीं और १८वीं सदी में अपनी ज़ुन्गार ख़ानत चलाई थी। ऐतिहासिक रूप से वे ओइरत उपजाति के चार प्रमुख क़बीलों में से एक रहे हैं (अन्य तीन तोरग़ुत​, दोरबेत और ख़ोशूत​ हैं)। मंगोल भाषा में 'ज़ुउन्गार' शब्द का मतलब 'बाहिनें हाथ' होता है। आधुनिक युग में ज़ुन्गार लोग मंगोलिया और चीन में रहते हैं और मंगोलिया में उनकी जनसँख्या १५,५२० अनुमानित की गई थी। .

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ओइरत भाषा

ओइरत मंगोल भाषा-परिवार की एक सदस्य है। विद्वानों में मतभेद है कि यह एक अलग भाषा है या फिर मंगोल भाषा की एक मुख्य उपभाषा है। यह मंगोलिया के सुदूर पश्चिमी इलाक़ों, चीन के सुदूर पश्चिमोत्तरी शिन्जियान्ग प्रान्त और रूस में कैस्पियन सागर के तट पर (विषेशकर कालमिकिया में) बोली जाती है। कालमिकिया में इसकी 'कालमिक' नामक उपभाषा बोली जाती है। .

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कालमिकिया

कालमिकिया (रूसी: Республика Калмыкия, रेसपूब्लिका कालमिकिया; कालमिक: Хальмг Таңһч; अंग्रेज़ी: Republic of Kalmykia) रूस का एक संघीय खंड है जो उस देश की शासन प्रणाली में गणतंत्र का दर्जा रखता है। (2010 All-Russian Population Census, vol. 1).

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

ओइरत, ओइरत लोगों, ओइरात लोग

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