लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
इंस्टॉल करें
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

ऐब्टाबाद

सूची ऐब्टाबाद

शिमला पहाड़ी से ऐब्टाबाद का नज़ारा ऐब्टाबाद (उर्दू) या अबट्टाबाद या अबटाबाद पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा राज्य के हज़ारा क्षेत्र में स्थित एक शहर है। यह नगर इस्लामाबाद से ५० किमी (३१ मील) उत्तर-पश्चिम और पेशावर से १५० किमी (९३ मील) पूर्व ओराश घाटी में ४,१२० फ़ुट (१,२६० मीटर) की ऊँचाई पर बसा हुआ है। ऐब्टाबाद शहर ऐब्टाबाद ज़िले की राजधानी है। यह शहर पूरे पाकिस्तान में अपने लुभावने मौसम, श्रेष्ठ विद्यापीठों और बहुत से फ़ौजी संस्थानों के लिए मशहूर है। .

16 संबंधों: चन्द्र सिंह गढ़वाली, चिलास, ऐब्टाबाद ज़िला, पाकिस्तान के शहर, पाकिस्तान के ज़िले, पूर्णसिंह, पेशावर उच्च न्यायालय, मुज़फ़्फ़राबाद, मुकेशपुरी, सना मीर, हरिपुर ज़िला, हिन्दको भाषा, ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के यूनियन परिषदों की सूची, ओसामा बिन लादेन, इस्कंदर मिर्ज़ा, काराकोरम राजमार्ग

चन्द्र सिंह गढ़वाली

महान क्रान्तिकारी चंद्र सिंह गढ़वाली वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली (25 दिसम्बर, 1891 - 1 अक्टूबर 1979) को भारतीय इतिहास में पेशावर कांड के नायक के रूप में याद किया जाता है। २३ अप्रैल १९३० को हवलदार मेजर चन्द्र सिंह गढवाली के नेतृत्व में रॉयल गढवाल राइफल्स के जवानों ने भारत की आजादी के लिये लड़ने वाले निहत्थे पठानों पर गोली चलाने से मना कर दिया था। बिना गोली चले, बिना बम फटे पेशावर में इतना बड़ा धमाका हो गया कि एकाएक अंग्रेज भी हक्के-बक्के रह गये, उन्हें अपने पैरों तले जमीन खिसकती हुई सी महसूस होने लगी। .

नई!!: ऐब्टाबाद और चन्द्र सिंह गढ़वाली · और देखें »

चिलास

चिलास तक जाने के लिए पुल चिलास या चलास (उर्दू: چلاس), पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बलतिस्तान क्षेत्र के दिआमेर ज़िले में स्थित एक छोटा-सा क़्स्बा है जो उस ज़िले की राजधानी भी है। यह काराकोरम राजमार्ग के द्वारा रेशम मार्ग से जुड़ता है साथ ही यह राजमार्ग इसे दक्षिण मे इस्लामाबाद से जोड़ता है। काराकोरम राजमार्ग पर चिलास से इस्लामाबाद के रास्ते में दासु, मनसेहरा, ऐबटाबाद और हरिपुर नगर आते हैं जबकि, इसके उत्तर में यह गिलगित और सोस्त के रास्ते चीनी शहरों कशगार और ताशकुरगन से जुड़ता है। .

नई!!: ऐब्टाबाद और चिलास · और देखें »

ऐब्टाबाद ज़िला

ऐब्टाबाद ज़िले की मुकेशपुरी पहाड़ी की बर्फ़ से आधी ढकी हुई चोटी ऐब्टाबाद ज़िले का प्रशासनिक नक़्शा - हरे इलाक़े हवेलियाँ तहसील में, लाल इलाक़े ऐब्टाबाद तहसील में और पीला इलाक़ा नवाँशहर में शामिल हैं ऐब्टाबाद ज़िला (उर्दू) पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा राज्य के हज़ारा क्षेत्र में स्थित एक ज़िला है। इस ज़िले का क्षेत्रफल १,९६९ वर्ग किमी है और इसकी राजधानी ऐब्टाबाद शहर है। १९९८ में इसकी आबादी ८,८१,००० लोगों की थी। इस ज़िले की उत्तरी तरफ़ मानसेहरा ज़िला, पश्चिमी तरफ़ हरिपुर ज़िला, दक्षिणी तरफ़ पाकिस्तानी पंजाब का रावलपिंडी ज़िला और पूर्वी तरफ़ पाकिस्तान-नियंत्रित कश्मीर का मुज़फ्फराबाद ज़िला पड़ता है। बाक़ी हज़ारा की तरह ऐब्टाबाद ज़िला भी पहाड़ी इलाक़ा है। .

नई!!: ऐब्टाबाद और ऐब्टाबाद ज़िला · और देखें »

पाकिस्तान के शहर

पाकिस्तान का मानचित्र यह पाकिस्तान के बडे़ शहरों की सूची है। .

नई!!: ऐब्टाबाद और पाकिस्तान के शहर · और देखें »

पाकिस्तान के ज़िले

पाकिस्तान के ज़िले पाकिस्तान के तीसरे दर्जे की प्रशासनिक इकाइयाँ हैं। पाकिस्तान में कुल 135 ज़िले और 7 आदिवासी क्षेत्र हैं। अगस्त 2000 से पूर्व ज़िले डिवीज़न के तहत होते थे लेकिन उस वक़्त डिवीज़न को ख़त्म करके ज़िलों को सीधे सूबों के अधीन कर दिया गया। .

नई!!: ऐब्टाबाद और पाकिस्तान के ज़िले · और देखें »

पूर्णसिंह

सरदार पूर्ण सिंह पूर्णसिंह (पंजाबी: Punjabi: ਪ੍ਰੋ. ਪੂਰਨ ਸਿੰਘ; १८८१ - १८३१ ई.) भारत के देशभक्त, शिक्षाविद, अध्यापक, वैज्ञानिक एवं लेखक थे। वे पंजाबी कवि थे और आधुनिक पंजाबी काव्य के संस्थापकों में उनकी गणना होती है। .

नई!!: ऐब्टाबाद और पूर्णसिंह · और देखें »

पेशावर उच्च न्यायालय

पेशावर उच्च न्यायालय,(پشاور عدالت عالیہ; अदालत-ए आला, पेशावर) ख़ैबर पख़्तूनख़्वा प्रांत के सर्वोच्च न्यायिक संस्था है। यह प्रांतीय राजधानी पेशावर में स्थित है। यह सिविल और आपराधिक मामलों में प्रांत की सर्वोच्च अपीलय अदालत है, एवं ख़ैबर पख़तूनख़्वा के सारे जिला न्यायालय और सत्र न्यायालय इसके अधिकारक्षेत्र के अंतर्गत आते हैं। .

नई!!: ऐब्टाबाद और पेशावर उच्च न्यायालय · और देखें »

मुज़फ़्फ़राबाद

मुज़फ़्फ़राबाद पाक-अधिकृत कश्मीर के आज़ाद कश्मीर क्षेत्र की राजधानी और मुख्यालय है। यह शहर मुज़फ़्फ़राबाद ज़िले का भाग है और झेलम व किशनगंगा (जिसे पाकिस्तान में नाम बदलकर अब 'नीलम नदी' कहते हैं) नदियों के किनारे बसा है। मुज़फ्फराबाद जिले के पश्चिम में ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त, पूर्व में नियंत्रण रेखा के दूसरी ओर भारत द्वारा नियंत्रित कश्मीर के कुपवाड़ा और बारामुला ज़िले और उत्तर में आज़ाद कश्मीर का नीलम ज़िला स्थित है। 1998 की जनगणना के अनुसार जिले की जनसंख्या 725,000 थी, तथा 1999 के एक अनुमानानुसार यह जनसंख्या बढ़ कर लगभग 741,000 हो गयी थी। मुज़फ्फराबाद जिले में तीन तहसील और मुजफ्फराबाद शहर शामिल है। इस्लामाबाद और रावलपिंडी से इस की दूरी 138 किलोमीटर जबकि एबटाबाद से इस का फ़ासला 76 किलोमीटर है। .

नई!!: ऐब्टाबाद और मुज़फ़्फ़राबाद · और देखें »

मुकेशपुरी

मुकेशपुरी (अंग्रेज़ी: Mukeshpuri, उर्दु: مکشپوری), जिसे बोलचाल में संक्षिप्त रूप से मोशपुरी कह दिय जाता है, पाकिस्तान के उत्तरी ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के ऐब्टाबाद ज़िले में स्थित एक २,८०० मीटर ऊँचा पर्वत है। यह पर्वत महाभारत के पाण्डव भाईयों से सम्बन्धित है जिन्हें स्थानीय रूप से "पंज पीर" कहा जाता है। पर्वत की चोटी को पंजाबी भाषा में "पाण्डुआ दा स्थान" कहते हैं। .

नई!!: ऐब्टाबाद और मुकेशपुरी · और देखें »

सना मीर

कोई विवरण नहीं।

नई!!: ऐब्टाबाद और सना मीर · और देखें »

हरिपुर ज़िला

हरिपुर (उर्दू:, पश्तो:, अंग्रेज़ी: Mansehra) पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत का एक ज़िला है। इसके पश्चिम में स्वाबी ज़िला, पश्चिमोत्तर में बुनेर ज़िला, उत्तर में मानसेहरा ज़िला, पूर्वोत्तर में ऐब्टाबाद ज़िला और दक्षिण में पंजाब प्रांत पड़ता है। हरिपुर ज़िला ऐतिहासिक हज़ारा क्षेत्र का हिस्सा है, जो ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा में होने के बावजूद एक पंजाबी प्रभावित क्षेत्र माना जाता है। .

नई!!: ऐब्टाबाद और हरिपुर ज़िला · और देखें »

हिन्दको भाषा

हिन्दको (Hindko) पश्चिमोत्तरी पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत के हिन्दकोवी लोगों और अफ़ग़ानिस्तान के कुछ भागों में हिन्दकी लोगों द्वारा बोली जाने वाली एक हिंद-आर्य भाषा है। कुछ भाषावैज्ञानिकों के अनुसार यह पंजाबी की एक पश्चिमी उपभाषा है हालांकि इसपर कुछ विवाद भी रहा है। कुछ पश्तून लोग भी हिन्दको बोलते हैं। पंजाबी के मातृभाषी बहुत हद तक हिन्दको समझ-बोल सकते हैं।, Aydin Yücesan Durgunoğlu, Ludo Th Verhoeven, pp.

नई!!: ऐब्टाबाद और हिन्दको भाषा · और देखें »

ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के यूनियन परिषदों की सूची

यूनियन परिषद या यूनियन काउंसिल पाकिस्तान का हीनतम् प्रशासनिक इकाई होती है। क्रमशः यह पाकिस्तान में छठे स्तर का प्रशासनिक निकाय है: यानी पहले संघीय सरकार, फिर प्रांत, फिर प्रमंडल, फिर जिले फिर तहसील और अंत्यतः यूनियन परिषद। लेकिन 2007 के बाद परिमंडल को समाप्त कर दिया गया इसलिए अब यूनियन परिषद पांचवें-स्तर की इकाई है। संघ परिषद स्थानीय सरकार का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। संघ परिषद में 21 पार्षद होते हैं जिनकी अध्यक्षता नाज़िम और उप मॉडरेटर करते हैं। पाकिस्तान में इस समय 6000 से अधिक संघ परिषद हैं। .

नई!!: ऐब्टाबाद और ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के यूनियन परिषदों की सूची · और देखें »

ओसामा बिन लादेन

ओसामा बिन लादेन की तस्वीर ओसामा बिन लादेन (१० मार्च १९५७ - २ मई २०११) अल कायदा नामक आतंकी संगठन का प्रमुख था। यह संगठन ११ सितंबर २००१ को अमरीका के न्यूयार्क शहर के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले के साथ विश्व के कई देशों में आतंक फैलाने और आतंकी गतिविधियां संचालित करने का दोषी है। २ मई २०११ को पाकिस्तान में अमरीकी सेना ने एक हमले में उसका वध कर डाला। .

नई!!: ऐब्टाबाद और ओसामा बिन लादेन · और देखें »

इस्कंदर मिर्ज़ा

सैयद इस्कंदर अली मिर्ज़ा, (१३ नवंबर १८९९-१३ नवंबर १९६९) पाकिस्तान के पहले राष्ट्रपति(१९५६-१९५८ तक) और अंतिम गवर्नर-जनरल थे। उनका गवर्नर-जनरल का कार्यकाल १९५५ से १९५६ तक था। वे मीर ज़फ़र के प्रपौत्र थे। वे पाकिस्तानी सेना में मेजर-जनरल के पद तक पहुंचे थे। पाकिस्तान की आज़ादी के बाद, वे पाकिस्तान के पहले रक्षा सचिव नियुक्त किये गए थे, जोकि एक अत्यंत महह्वपूर्ण औदा था। उनके कार्यकाल में उन्होंने बलोचिस्तान की समस्या और प्रथम भारत-पाकिस्तान युद्ध की सरपरस्ती की थी। साथ ही पूर्वी पाकिस्तान में बंगाली भाषा आंदोलन से आई समस्या की भी उन्होंने निगरानी की थी। पाकिस्तान में एक इकाई व्यवस्था लागु करने में उनका महत्वपूर्ण स्थान था, और उसके लागु होने के बाद, उन्हें तत्कालीन प्रधानमंत्री ख़्वाजा नज़ीमुद्दीन द्वारा पूर्वी पाकिस्तान का राज्यपाल भी नियुक्त किया गया था। १९५५ में वे मालिक ग़ुलाम मुहम्मद के उत्तराधिकारी के रूप में पाकिस्तान के अगले गवर्नर-जनरल नियुक्त हुए। १९५६ के संविधान के परवर्तन के बाद, उन्हें पाकिस्तान का पहला राष्ट्रपति नियुक्त किया गया। उनका राष्ट्रपतित्व अत्यंत राजनैतिक अस्थिरता का पात्र रहा, और दो वर्षों के कल में ही चार प्रधानमंत्रीयों को बदला गया। अंत्यतः उन्होंने पाकिस्तान में सैन्य शासन लागु कर दिया। इसी के साथ मिर्ज़ा ने पाकिस्तान की राजनीति में सैन्य दखलंदाज़ी का प्रारंभ किया, जब उन्होंने अपने सेना प्रमुख अयूब खान को मुख्य सैन्य शासन प्रशासक नियुक्त किया। इस सैन्य शासन के दौरान, पाकिस्तानी सेना और व्यवस्थापिका के बीच बढ़ते मुठभेड़ के कारण बिगड़े हालातों के बाद, सैन्य शासन लागु होने के 20 दिनों के बाद ही अयूब खान ने राष्ट्रपतित्व से हटा दिया और देश से निष्काषित कर दिया। देश-निष्कासन के बाद वे लंदन चले गए, जहाँ उनकी मृत्यु १९६९ को हुई। मृत्यु के बाद, उनके शव को पाकिस्तान लाने से इनकार कर दिया गया, और अन्यतः उन्हें तेहरान में दफ़नाया गया। .

नई!!: ऐब्टाबाद और इस्कंदर मिर्ज़ा · और देखें »

काराकोरम राजमार्ग

काराकोरम राजमार्ग काराकोरम राजमार्ग (अंग्रेजी: Karakoram Highway या KKH; उर्दू:, शाहराह-ए-काराकोरम'; चीनी: 喀喇昆仑 公路, के ला कून लुन गोन्ग लु) दुनिया की सबसे अधिक ऊँचाई पर स्थित एक पक्की अंतरराष्ट्रीय सड़क है। यह काराकोरम पर्वत श्रृंखला से होकर गुज़रता है तथा चीन और पाकिस्तान को ख़ुंजराब दर्रे के माध्यम से आपस में जोड़ता है। यहाँ इसकी ऊँचाई समुद्र तल से 4693 मी (15397 फुट) है और इसकी पुष्टि एसआरटीएम और जीपीएस के एकाधिक पाठ्यांकों द्वारा होती है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बाल्तिस्तान के साथ चीन के शिंजियांग क्षेत्र को जोड़ता है। इसके साथ ही यह एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण भी है। काराकोरम राजमार्ग को आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान में N-35 और चीन में चीन का राष्ट्रीय राजमार्ग 314 (G314) के नाम से जाना जाता है। .

नई!!: ऐब्टाबाद और काराकोरम राजमार्ग · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

एबटाबाद, एब्बटाबाद, ऐबटाबाद, ऐब्बटाबाद, अबटाबाद, अबट्टाबाद, अब्बटाबाद

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »