लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

एवेंक लोग

सूची एवेंक लोग

सन् १९०० के आसपास साइबेरिया में खींची गई कुछ एवेंकियों की तस्वीर एक पारम्परिक एवेंक ओझा (जो पुजारी और हक़ीम दोनों का स्थान रखता था) की पोशाक एवेंक लोग (रूसी: Эвенки, एवेंकी; मंगोल: Хамниган, ख़ामनिगन; अंग्रेजी: Evenk) पूर्वोत्तरी एशिया के साइबेरिया, मंचूरिया और मंगोलिया क्षेत्रों में बसने वाली एक तुन्गुसी जाति का नाम है। रूस के साइबेरिया इलाक़े में सन् २००२ में ३५,५२७ एवेंकी थे और यह औपचारिक रूप से 'उत्तरी रूस की मूल जनजाति' की सूची में शामिल थे।, José Antonio Flores Farfán, Fernando F. Ramallo, John Benjamins Publishing Company, 2010, ISBN 978-90-272-0281-9,...

8 संबंधों: तुंगुसी लोग, पूर्वी साइबेरियाई सागर, मंगोल लिपि, याकूत लोग, रेंडियर, लापतेव सागर, साइबेरिया, ख़ाबारोव्स्क क्राय

तुंगुसी लोग

सन् १९१५ में खींची गई कुछ मान्छु लोगों की तस्वीर तुंगुसी भाषाओँ के फैलाव का नक़्शा तुंगुसी लोग उत्तर-पूर्वी एशिया की उन जातियों को कहा जाता है जिनकी मातृभाषा तुंगुसी भाषा-परिवार की सदस्य हो। यह लोग साइबेरिया, मंचूरिया, कोरिया और मंगोलिया के क्षेत्रों में पाए जाते हैं, हालांकि कुछ तुंगुसी समुदाय इस क्षेत्र से भाहर भी मौजूद हैं। इनका नाम साइबेरिया के 'तुंगुस्का' नामक एक इलाक़े से पड़ा है।, Ronald Wixman, M.E. Sharpe, 1984, ISBN 978-0-87332-506-6,...

नई!!: एवेंक लोग और तुंगुसी लोग · और देखें »

पूर्वी साइबेरियाई सागर

पूर्वी साइबेरियाई सागर (रूसी: Восточно-Сибирское море) आर्कटिक महासागर में एक सीमांत समुद्र है। इसके उत्तर में आर्कटिक अंतरीप, दक्षिण में साइबेरियाई तट, पश्चिम में नया साइबेरियाई द्वीप समूह और बिलिंग अंतरीप, चुकोटका के करीब और रैंजेल द्वीप इसके पूर्व में स्थित है। इस सागर की सीमाएं पश्चिम में लाप्टेव सागर और पूर्व में चुकची सागर से मिलती हैं। आर्कटिक क्षेत्र के इस समुद्र का अध्ययन सबसे कम किया गया है। इसकी विशेषताओं में शामिल हैं, विषम जलवायु, कम लवणता, वनस्पति, जीव और मानव जनसंख्या का अभाव, कम गहराई (अधिकतर 50 मीटर से कम), धीमी गति की समुद्री धारायें, भाटा (25 सेमी से कम), अक्सर पड़ने वाला कुहासा खासकर गर्मियों में और बर्फ से जमा क्षेत्र जिसकी बर्फ अगस्त से सितंबर के बीच पूरी तरह से पिघल जाती है। पूर्वी साइबेरियाई सागर के तटों पर हजारों सालों से यूकाग़िर, चुकची, इवेनी और इवेंकी नामक मूल निवासी रहते आये हैं, जिनका प्राथमिक व्यवसाय मछली पकड़ना, शिकार और रेंडियर पालन है। क्षेत्र की प्रमुख औद्योगिक गतिविधियों में उत्तरी सागर मार्ग के भीतर खनन और नौवहन है, मछली पकड़ना अभी वाणिज्यिक रूप से विकसित नहीं है। सबसे बड़ा शहर और बंदरगाह पेवेक है जो रूस का सबसे उत्तर में स्थित शहर है। .

नई!!: एवेंक लोग और पूर्वी साइबेरियाई सागर · और देखें »

मंगोल लिपि

मंगोल लिपि में गुयुक ख़ान का सन् १२४६ का राजचिह्न इस सिक्के पर मंगोल लिपि में लिखा है कि यह 'रिन्छिन्दोर्जी ग​एख़ातू ने ख़ागान के नाम पर ज़र्ब किया' मंगोल लिपि (मंगोल: ᠮᠣᠩᠭᠣᠯ ᠪᠢᠴᠢᠭ᠌, सिरिलिक लिपि: Монгол бичиг, मोंगयोल बिचिग), जिसे उईग़ुरजिन भी कहते हैं, मंगोल भाषा को लिखने की सर्वप्रथम लिपि और वर्णमाला थी। यह उईग़ुर भाषा के लिए प्रयोग होने वाली प्राचीन लिपि को लेकर विकसित की गई थी और बहुत अरसे तक मंगोल भाषा लिखने के लिए सब से महत्वपूर्ण लिपि का दर्जा रखती थी।, Urgunge Onon, Brill Archive, 1990, ISBN 978-90-04-09236-5,...

नई!!: एवेंक लोग और मंगोल लिपि · और देखें »

याकूत लोग

याकूत (अंग्रेज़ी: Yakut) या साख़ा (साख़ा: Саха) रूस के साइबेरिया क्षेत्र के मध्य-उत्तरी भाग में स्थित साख़ा गणतंत्र में बसने वाला तुर्क लोगों का एक समुदाय है। यह अपनी अलग साख़ा भाषा बोलते हैं जो तुर्की भाषाओं की साइबेरियाई शाखा की उत्तरी उपशाखा की एक बोली है। कुछ याकूत लोग साख़ा गणतंत्र से बाहर रूस के अमूर, मागादान व साख़ालिन क्षेत्रों में और तैमिर व एवेंक स्वशासित क्षेत्रों में भी रहते हैं। २००२ की जनगणना में इनकी लगभग साढ़े-चार लाख की आबादी साख़ा गणतंत्र में रह रही थी। सोवियत संघ के ज़माने में इनके इलाके में बहुत से रूसी लोग आ बसे जिस से इनका उन क्षेत्रों में प्रतिशत-हिस्सा घाट गया लेकिन सोवियत व्यवस्था टूटने के बाद यह ज़रा-बहुत बढ़ा है। भूगोल और अर्थव्यवस्था के हिसाब से याकूत लोग दो समूहों में बंटे हैं। उत्तरी याकूत शिकार, मछली पकड़ने और रेनडियर-पालन से जीवनी चलते हैं, जबकि दक्षिणी याकूत गाय और घोड़ों का मवेशी-पालन करते हैं।, Centre for Russian Studies, Accessed: 2006-10-26 .

नई!!: एवेंक लोग और याकूत लोग · और देखें »

रेंडियर

दुनिया में रेंडियर का फैलाव अलास्का में एक रेंडियर रेंडियर या कैरिबू पृथ्वी से सुदूर-उत्तर के बर्फ़ीले आर्कटिक और उपार्कटिक इलाक़ों में मिलने वाली एक हिरण की नस्ल है। वैसे तो इनकी आबादी इतनी है कि इस जानवर के विलुप्त होने का कोई ख़तरा नहीं लेकिन इसकी कुछ क़िस्में संकट में हैं और एक या दो तो हमेशा के लिए ख़त्म हो चुकी हैं। रेंडियर के रंग और अकार स्थान के अनुसार अलग-अलग होते हैं। नर और मादा दोनों के सींग होते हैं, हालांकि नर के बड़े होते हैं। कुछ क़िस्में ऐसी भी हैं जिनमें मादाओं के सींग नहीं होते। इन उत्तरी क्षेत्रों में रहनी वाली बहुत-सी जातियों के लिए रेंडियर एक बहुत ही महत्वपूर्ण पशु है। वे इनका शिकार भी करते हैं और कुछ जातियों ने (जैसे कि रूस के एवेंकों ने) तो इन के पालन को भी अपनी समाज व्यवस्था का हिस्सा बनाया हुआ है। वे इनका दूध पीते हैं, इनका मांस खाते हैं, इनकी खाल के कपड़े-जूते पहनते हैं और इन्हें अपनी स्लेजों (बर्फ़ पर फिसलकर चलने वाले वाहन) को खींचने के लिए प्रयोग करते हैं। बहुत से ऐसे समुदायों में तो रेनडियरों का धार्मिक महत्व भी होता है।, Piers Vitebsky, Houghton Mifflin Harcourt, 2006, ISBN 978-0-618-77357-2 रेंडियर लाइकेन भी खाते हैं और पेड़ों के पत्ते भी। .

नई!!: एवेंक लोग और रेंडियर · और देखें »

लापतेव सागर

लाप्टेव सागर (रूसी: море Лаптевых), आर्कटिक महासागर का एक उथला सीमांत समुद्र है। यह साइबेरिया के पूर्वी तट, तैमिर प्रायद्वीप, सेवेर्नाया ज़ेमल्या और नया साइबेरियाई द्वीप समूह के बीच स्थित है। इसकी उत्तरी सीमा आर्कटिक केप से निर्देशांक 79°N और 139°E से गुजरती है और एनिसिय अंतरीप पर अंत होती है। कारा सागर इसके पश्चिम में जबकि पूर्वी साइबेरियाई सागर इसके पूर्व मे स्थित है। इस समुद्र का नाम दो रूसी अन्वेषकों दिमित्री लाप्टेव और खरितोन लाप्टेव के नाम पर रखा गया है, इससे पहले इसे कई अन्य नामों से जाना जाता था और अंतिम प्रचलित नाम नॉर्देंस्क्जोल्ड सागर (रूसी: море Норденшельда) था जिसे स्वीडिश अंवेषक एडॉल्फ एरिक नॉर्देंस्कियोल्ड के नाम पर रखा गया था। इस समुद्र की विशेषताओं में इसकी भीषण जलवायु परिस्थितियां प्रमुख है क्योंकि इसका तापमान वर्ष में नौ महीनों से ज्यादा समय तक 0° सेल्सियस (32° फेरेनहाइट) या उससे नीचे रहता है और अगस्त से सितंबर के बीच के समय को छोड़कर यह जमा रहता है। इसकी अन्य विशेषताओं में इसके पानी की कम लवणता, वनस्पति, जीवों और मानव जनसंख्या की दुर्लभता और इसकी कम गहराई (ज्यादातर स्थानों पर 50 मीटर से कम) है। लाप्टेव सागर के तटों पर हजारों सालों से यूकाग़िर, इवेनी और इवेंकी नामक मूल निवासी रहते आये हैं, जिनका प्राथमिक व्यवसाय मछली पकड़ना, शिकार और रेंडियर पालन है। इस क्षेत्र का रूसी अंवेषण 17 वीं शताब्दी में शुरू हुया। रूसियों ने इसकी शुरुआत दक्षिण से की जहाँ कई बड़ी नदियाँ समुद्र में विसर्जित होती थीं इन नदियों में प्रमुख थीं, लेना नदी, खटांगा नदी, अनाबर नदी, ओलेंयोक नदी और ओमोलोय नदी। समुद्र में कई द्वीप समूह उपस्थित हैं, जिनमें से कई पर मैमथ नामक प्राचीन विशाल हाथी के अच्छी तरह से संरक्षित अवशेष मिलते हैं। क्षेत्र में मुख्य मानवीय गतिविधियों में उत्तरी सागर मार्ग के भीतर खनन और नौगमन शामिल हैं, मछली पकड़ना और शिकार स्थानीय स्तर पर किया जाता है और इसका कोई व्यावसायिक महत्व नहीं है। इलाके की सबसे बड़ी बसावत और बंदरगाह टिक्सी है। .

नई!!: एवेंक लोग और लापतेव सागर · और देखें »

साइबेरिया

साइबेरिया का नक़्शा (गाढ़े लाल रंग में साइबेरिया नाम का संघी राज्य है, लेकिन लाल और नारंगी रंग वाले सारे इलाक़े साइबेरिया का हिस्सा माने जाते हैं गर्मी के मौसम में दक्षिणी साइबेरिया में जगह-जगह पर झीलें और हरियाली नज़र आती है याकुत्स्क शहर में 17वी शताब्दी में बना एक रूसी सैनिक-गृह साइबेरिया (रूसी: Сибирь, सिबिर) एक विशाल और विस्तृत भूक्षेत्र है जिसमें लगभग समूचा उत्तर एशिया समाया हुआ है। यह रूस का मध्य और पूर्वी भाग है। सन् 1991 तक यह सोवियत संघ का भाग हुआ करता था। साइबेरिया का क्षेत्रफल 131 लाख वर्ग किमी है। तुलना के लिए पूरे भारत का क्षेत्रफल 32.8 लाख वर्ग किमी है, यानि साइबेरिया भारत से क़रीब चार गुना है। फिर भी साइबेरिया का मौसम और भूस्थिति इतनी सख़्त है के यहाँ केवल 4 करोड़ लोग रहते हैं, जो 2011 में केवल उड़ीसा राज्य की आबादी थी। यूरेशिया का अधिकतर स्टॅप (मैदानी घासवाला) इलाक़ा साइबेरिया में आता है। साइबेरिया पश्चिम में यूराल पहाड़ों से शुरू होकर पूर्व में प्रशांत महासागर तक और उत्तर में उत्तरध्रुवीय महासागर (आर्कटिक महासागर) तक फैला हुआ है। दक्षिण में इसकी सीमाएँ क़ाज़ाक़स्तान, मंगोलिया और चीन से लगती हैं। .

नई!!: एवेंक लोग और साइबेरिया · और देखें »

ख़ाबारोव्स्क क्राय

रूस के नक़्शे में ख़ाबारोव्स्क क्राय की स्थिति (लाल रंग में) ख़ाबारोव्स्क क्राय (रूसी: Пе́рмский край) रूस के सुदूर-पूर्वी भाग में स्थित एक 'क्राय' का दर्जा रखने वाला संघीय खंड है। इसका अधिकतर क्षेत्र अमूर नदी के जलसम्भर के निचले हिस्से में आता है, हालांकि इसमें ओख़ोत्स्क सागर के किनारे लगा एक विस्तृत पहाड़ी इलाक़ा भी शामिल है। सन् २०१० में की गई एक जनगणना के अनुसार इसकी आबादी १३,४३,८६९ थी। इस क्राय का क्षेत्रफल ७,८८,६०० वर्ग किलोमीटर है। इसकी राजधानी ख़ाबारोव्स्क शहर है।, Robert A. Saunders, Vlad Strukov, Scarecrow Press, 2010, ISBN 978-0-8108-5475-8 मूल तौर पर यहाँ एवेंक, नेगिदाल, उल्च, ओरोच और उदेगे जैसी तुन्गुसी जातियाँ और निव्ख़ जैसी जनजातियाँ रहती थीं।, William W. Fitzhugh, Valérie Chaussonnet, Smithsonian Institution Press, 1994, ISBN 978-1-56098-202-9 .

नई!!: एवेंक लोग और ख़ाबारोव्स्क क्राय · और देखें »

यहां पुनर्निर्देश करता है:

इवेंकी

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »