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एलिज़ाबेथ द्वितीय

सूची एलिज़ाबेथ द्वितीय

एलिज़ाबेथ द्वितीय (Elizabeth II) (एलिजाबेथ ऐलैग्ज़ैण्ड्रा मैरी, जन्म: २१ अप्रैल १९२६) यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैण्ड, जमैका, बारबाडोस, बहामास, ग्रेनेडा, पापुआ न्यू गिनी, सोलोमन द्वीपसमूह, तुवालू, सन्त लूसिया, सन्त विन्सेण्ट और ग्रेनाडाइन्स, बेलीज़, अण्टीगुआ और बारबूडा और सन्त किट्स और नेविस की महारानी हैं। इसके अतिरिक्त वह राष्ट्रमण्डल के ५४ राष्ट्रों और राज्यक्षेत्रों की प्रमुख हैं और ब्रिटिश साम्राज्ञी के रूप में, वह अंग्रेज़ी चर्च की सर्वोच्च राज्यपाल हैं और राष्ट्रमण्डल के सोलह स्वतन्त्र सम्प्रभु देशों की संवैधानिक महारानी हैं। एलिज़ाबेथ को निजी रूप से पर घर पर शिक्षित किया गया था। उनके पिता, जॉर्ज षष्ठम को १९३६ में ब्रिटेन और ब्रिटिश उपनिवेश भारत का सम्राट बनाया गया था। ६ फरवरी १९५२ को अपने राज्याभिषेक के बाद एलिज़ाबेथ राष्ट्रकुल की अध्यक्ष व साथ स्वतंत्र देशों यूनाइटेड किंगडम, पाकिस्तान अभिराज्य, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, कनाडा, दक्षिण अफ्रीका व सिलोन की शासक रानी बन गयीं। उनका राज्याभिषेक समारोह अपने तरह का पहला ऐसा राज्याभिषेक था जिसका दूरदर्शन पर प्रसारण हुआ था। 1956 से 1992 के दौरान विभिन्न देशों को स्वतंत्रता मिलते रहने से उनकी रियासतों की संख्या कम होती गई। वह विश्व में सबसे वृद्ध शासक और ब्रिटेन पर सबसे ज्यादा समय तक शासन करने वाली रानी है। ९ सितम्बर २०१५ को उन्होंने अपनी परदादी महारानी विक्टोरिया के सबसे लंबे शासनकाल के कीर्तिमान को तोड़ दिया व ब्रिटेन पर सर्वाधिक समय तक शासन करने वाली व साम्राज्ञी बन गयीं। एलिज़ाबेथ का जन्म लंदन में ड्यूक जॉर्ज़ षष्टम व राजमाता रानी एलिज़ाबेथ के यहाँ पैदा हुईं व उनकी पढाई घर में ही हुई। उनके पिता ने १९३६ में एडवर्ड ८ के राज-पाठ त्यागने के बाद राज ग्रहण किया। तब वह राज्य की उत्तराधिकारी हो गयी थीं। उन्होंने दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान जनसेवाओं में हिस्सा लेना शुरु किया व सहायक प्रादेशिक सेवा में हिस्सा लिया। १९४७ में उनका विवाह राजकुमार फिलिप से हुआ जिनसे उनके चार बच्चे, चार्ल्स, ऐने, राजकुमार एँड्रयू और राजकुमार एडवर्ड हैं। एलिज़ाबेथ के शासन के दौरान यूनाइटेड किंगडम में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए, जैसे अफ्रीका की ब्रिटिश उपनिवेशीकरण से स्वतंत्रता, यूके की संसद की शक्तियों का वेल्स, स्कॉटलैंड, इंग्लैंड व आयरलैंड की संसदों में विभाजन इत्यादि। अपने शासनकाल के दौरान उन्होंने विभिन्न युद्धों के दौरान अपने राज्य का नेतृत्व किया। .

230 संबंधों: चार्ल्स ऍञ्ट्रोबस, चार्ल्स, वेल्स के राजकुमार, टॅप्ली सीटन, एडमंड लॉरेंस (गवर्नर-जनरल), एडवर्ड ज़ाका, एलिज़ाबेथ द्वितीय, एल्मिरा मिनिटा गॉर्डन, एॅलेन माॅण्टगाॅम्री लुईस, ऐन्मर हॉल, ऐनी, प्रिंसेस रॉयल, ऐलन शियर्र, डायना, वेल्स की राजकुमारी, डेनिस विलियम्स, डेल्नाडैम्फ़ लॉज, डेविड एमॅञ्युएल जैक, डेविड जॉनस्टन, डेविड आर्मस्ट्रांग-जोंस, वाइसकाउंट लिंले, डेविड कैमरन, डोरिस सैंड्स जॉनसन, डीटन लिस्ले वार्ड, तुपुआ लुपिन, तुवालुवी राजतंत्र, तुवालू, तुगाला मैनुएला, तोमसि पुआपुआ, तोमु सियोने, तोरे लोकोलोको, तोआलीपि लाउटी, थेरेसा मे, द किंग्स स्पीच, दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन के सदस्य राष्ट्र, दक्षिण जॉर्जिया एवं दक्षिण सैंडविच द्वीप समूह, नथानिएल वैना, निनियन स्टीफ़ेन, निउए, न्यूज़ीलैण्ड का राजतंत्र, नूर इनायत ख़ान, नेता विपक्ष (यूनाइटेड किंगडम), नॉर्फ़ोक द्वीप, नीता बैरो, पर्लेट लूज़ी, पापुआ न्यू गिनी का राजतंत्र, पाकिस्तान अधिराज्य, पिटकेर्न द्वीपसमूह, पियर ट्रूडो, प्रिंसेस मार्गरेट, स्नोडन की काउंटेस, पैलेस ऑफ़ वेस्ट्मिन्स्टर, पॉल ऍड्डरले, पॉल हॅज़लक, पॉलिएस मटाने, ..., पीटर फिलिप्स, पीटर हॉलिंगवर्थ, पीटर कॉस्ग्रोव, फ़िलोमी टेलीटो, फ़िजी, फ़ॉकलैंड द्वीपसमूह, फाइमलाग लुका, फियाताउ पेनिताला टीओ, फ्रेडरिक बॅलंटाइन, फ्लोरिज़ेल ग्लासपोल, बरमूडा, बहामास, बहामियाई राजतंत्र, बारबाडोस, बारबाडोस का राजतंत्र, बिल हेडेन, बिल गेट्स, बकिंघॅम पैलस, ब्रिटिश राजतंत्र, ब्रिटिश राजपरिवार, ब्रिटिश राजसत्ता का अनुक्रम, ब्रिटेन के शासक, बैड्डेली डेवेसी, बेलीज़, बेलीज़ियाइ राजतंत्र, बोसवेल विलियम्स, भारत में यूरोपीय आगमन, भारत के सम्राट, मध्यकालीन भारत, मानिटोबा का ध्वज, मारग्रेट थैचर, मार्ग्वेरिट् पिडलिंग, माईलो बट्लर, माइकल जेफ़्री, माइकल ओजियो, मिशेल जीन, मेरीलेबोन क्रिकेट क्लब, मॉनिका डेकन, मॉरिशियाई रुपया, मोज़ेस पिताकाका, यूनाइटेड किंगडम, यूनाइटेड किंगडम का इतिहास, यूनाइटेड किंगडम के शाही राजघराने, यॉर्क की राजकुमारी बियैट्रिस, यॉर्क की राजकुमारी यूजीनी, रानी माँ महारानी एलिजाबेथ, राष्ट्रमण्डल प्रजाभूमि, राष्ट्रमण्डल शासनाध्यक्षों की बैठक 2013, राष्ट्रमण्डल के प्रमुख, राष्ट्रकुल, राजकुमार एडवर्ड, वेसेक्स के अर्ल, राजकुमार ऐंड्र्यू, यॉर्क के ड्यूक, राजकुमार फ़िलिप, एडिनबर्ग के ड्यूक, राजकुमार हेनरी, ग्लॉस्टर के ड्यूक, राजकुमार विलियम, कैम्ब्रिज के ड्यूक, राजकुमारी एनी, रिचर्ड केसी, बॅरन केसी, रॉडने विलियम्स (गवर्नर जनरल), रॉयल लॉज, लुईस माउंटबेटन, बर्मा के पहले अर्ल माउंटबेटन, लुईस लेक-टैक, लेडी लुईज़ विन्ज़र, शिवसागर रामगुलाम, सन्त हेलेना, सर्जेई एरी, सारा, यॉर्क की डचेस, सिडनी गन-मुन्रो, सिलस आटोपरे, संयुक्त राजशाही का शाही कुलांक, संयुक्त राजशाही की राजनीति, स्टॅनिस्लॉस ए जेम्स, सैंड्रा मेसन, सैंड्रिंघम हाउस, सेण्ट किट्स और नेविस, सेंट लूसिया का राजतंत्र, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस का राजतंत्र, सेंट किट्स और नेविस का राजतंत्र, सोफ़ी, वेसेक्स की काउंटेस, सोलोमन द्वीप, सोलोमन द्वीप का राजतंत्र, सोलोमन द्वीपसमूह, हर्बर्ट डफस, हास्टिंग्स बान्डा, हावर्ड कुक, ह्यूग स्प्रिंगर, हैरिएट हर्मन, हेनरी मिल्टन टेलर, हेनरी विलियम्स हार्वे, होलीरूड महल, जमैकन राजतंत्र, जमैका, जयपुर, जयपुर जिला, जयपुर/आलेख, जलियाँवाला बाग हत्याकांड, जलियाँवाला बाग़, जस्टिन ट्रूडो, ज़ारा फ़िलिप्स, ज़ेलमैन कॉवेन, जिब्राल्टर, जिब्राल्टर की राजनीति, जेम्स माउण्टबैटन-विंड्सर, वाइकाउंट सेवर्न, जेम्स कर्लिसल, जॉन मोंटेग स्टो, जॉन लापी, जॉन गाइज़ (गवर्नर-जनरल), जॉन कर, जॉर्ज मैलेट, जॉर्ज लेपिंग, जोसेफ लैम्बर्ट यूस्टेस, ईदी अमीन, वानूआतू, विन्सेंट फ्लॉइज़ॅक, विम्बलडन प्रतियोगिता, विलियम डगलस (बारबाडोस), विलियम डीन, विलियम मैक्केल, विलियम मॉरिसन, प्रथम वाइकाउण्ट डनरॉसिल, विलियम सिडनी, प्रथम वाइकाउण्ट डी ल्'आइल, विलियम स्लिम, प्रथम वाइकाउण्ट स्लिम, विल्फ्रेड जैकब, विंडसर कासल, व्लादिमीर पुतिन, वेल्स के प्रिंस हेनरी, वेस्ट इंडीज़ संघ, वेस्टमिंस्टर की संविधि, १९३१, वेस्ट्मिन्स्टर ऍबी, वीटो, वीवा कोरोवी, गारफील्ड सोबर्स, ग्रेनाडा, ग्रेनेडा का राजतंत्र, ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेल, गेराल्ड कॅश, ऑर्विल टर्नक्वेस्ट, ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रेलिया का इतिहास, ऑस्ट्रेलिया के महाराज्यपालगण की सूचि, ऑस्ट्रेलियाई राजतंत्र, ओलम्पिक पार्क, आरएमएस क्वीन मैरी 2, आरलीग विंस्टन स्कॉट, आर्थर डायोन हैना, आर्थर फॉल्कस, आइवी ड्यूमॉण्ट, इलियट बेलग्रेव, इग्नेशियस किलाजे, इंग्लैण्ड, इंग्लैंड का गिरिजाघर, इकोबा इतालेली, कथबर्थ सेबैस्टियन, कनाडा, कन्नड़ साहित्य, काइली मिनोग, किंग्सफोर्ड डिबेला, कुक द्वीपसमूह, क्रेगोवन लॉज, क्लिफोर्ड डार्लिंग, क्लिफोर्ड हसबैंड्स, क्लिफोर्ड कैम्पबेल, क्लीमेंट अरिंडेल, क्वेण्टिन ब्राइस, कैनेडियाइ राजतंत्र, कैम्ब्रिज के ड्यूक राजकुमार विलियम तथा कैथरीन मिडलटन का विवाह, कैम्ब्रिज के राजकुमार जॉर्ज, कैम्ब्रिज की राजकुमारी शार्लट, केन्सिंग्टन पैलस, केनेथ ब्लैकबर्ने, केनेथ ओ हॉल, कॉलविल यंग, कोहिनूर हीरा, अण्टीगुआ और बारबुडा का राजतंत्र, अण्टीगुआ और बारबूडा, अनिरुद्ध जगन्नाथ, अमीना गुरीब-फकीम, उत्तरी आयरलैंड, 1976 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक, 2012 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक, 2014 राष्ट्रमण्डल खेल, 2018 राष्ट्रमण्डल खेल सूचकांक विस्तार (180 अधिक) »

चार्ल्स ऍञ्ट्रोबस

सर चार्ल्स ऍंट्रोबस (Charles Antrobus) (1933-2002) सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के एक राजनेता हैं। उन्हें 1 जून 1996 से 3 जून 2002 के बीच, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। कार्यालय के बीच ही उनकी मृत्यु हो गई थी। .

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चार्ल्स, वेल्स के राजकुमार

वेल्स के राजकुमार, युवराज चार्ल्स (चार्ल्स फिलिप ऑर्थर जॉर्ज; जन्म 14 नवम्बर 1948) महारानी एलिज़ाबेथ II और एडिनबर्ग के ड्यूक, राजकुमार फिलिप के ज्येष्ट पुत्र हैं। 1952 से ही वे राष्ट्रमंडल शक्तियों की गद्दी के स्पष्ट उत्तराधिकारी रहे हैं। कैम्ब्रिज, ट्रिनिटी कॉलेज से कला में स्नातक प्राप्त करने के बाद उन्होंने रॉयल नेवी मे 1971-1976 तक अपनी सेवाओं का निर्वहन किया। 1981 में उन्होंने लेडी डायना स्पेंसर के साथ संसार भर के टेलीविजन के विशाल दर्शकों के सामने ब्याह रचाया.

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टॅप्ली सीटन

सर टॅप्ली सीटन (Tapley Seaton) सेंट किट्स और नेविस के एक राजनेता हैं। उन्हें 20 मई 2015 को सेंट किट्स और नेविस की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, सेंट किट्स और नेविस के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इससे पहले 2 सितम्बर 2015 तक वे कार्यकारी पदाधिकारी थे। वे इस पद के चौथे पदाधिकारी थे। .

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एडमंड लॉरेंस (गवर्नर-जनरल)

सर एडमंड लॉरेंस (Edmund Lawrence) सेंट किट्स और नेविस के एक राजनेता हैं। उन्हें 2 जनवरी 2013 से 19 मई 2015 के बीच, सेंट किट्स और नेविस की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, सेंट किट्स और नेविस के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। टिमोथी हॅरिस की सरकार द्वारा उनकी जबरन बर्खास्तगी कर दी गई थी। .

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एडवर्ड ज़ाका

सर एडवर्ड ज़ाका(Edward Zacca) (जन्म:1931), जमैका के एक राजनेता थे। उन्हें 31 मार्च 1991 से 1 अगस्त 1991 के बीच, जमैका की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, जमैका के गवर्नर-जनरल(कार्यवाहक) यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान, शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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एलिज़ाबेथ द्वितीय

एलिज़ाबेथ द्वितीय (Elizabeth II) (एलिजाबेथ ऐलैग्ज़ैण्ड्रा मैरी, जन्म: २१ अप्रैल १९२६) यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैण्ड, जमैका, बारबाडोस, बहामास, ग्रेनेडा, पापुआ न्यू गिनी, सोलोमन द्वीपसमूह, तुवालू, सन्त लूसिया, सन्त विन्सेण्ट और ग्रेनाडाइन्स, बेलीज़, अण्टीगुआ और बारबूडा और सन्त किट्स और नेविस की महारानी हैं। इसके अतिरिक्त वह राष्ट्रमण्डल के ५४ राष्ट्रों और राज्यक्षेत्रों की प्रमुख हैं और ब्रिटिश साम्राज्ञी के रूप में, वह अंग्रेज़ी चर्च की सर्वोच्च राज्यपाल हैं और राष्ट्रमण्डल के सोलह स्वतन्त्र सम्प्रभु देशों की संवैधानिक महारानी हैं। एलिज़ाबेथ को निजी रूप से पर घर पर शिक्षित किया गया था। उनके पिता, जॉर्ज षष्ठम को १९३६ में ब्रिटेन और ब्रिटिश उपनिवेश भारत का सम्राट बनाया गया था। ६ फरवरी १९५२ को अपने राज्याभिषेक के बाद एलिज़ाबेथ राष्ट्रकुल की अध्यक्ष व साथ स्वतंत्र देशों यूनाइटेड किंगडम, पाकिस्तान अभिराज्य, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, कनाडा, दक्षिण अफ्रीका व सिलोन की शासक रानी बन गयीं। उनका राज्याभिषेक समारोह अपने तरह का पहला ऐसा राज्याभिषेक था जिसका दूरदर्शन पर प्रसारण हुआ था। 1956 से 1992 के दौरान विभिन्न देशों को स्वतंत्रता मिलते रहने से उनकी रियासतों की संख्या कम होती गई। वह विश्व में सबसे वृद्ध शासक और ब्रिटेन पर सबसे ज्यादा समय तक शासन करने वाली रानी है। ९ सितम्बर २०१५ को उन्होंने अपनी परदादी महारानी विक्टोरिया के सबसे लंबे शासनकाल के कीर्तिमान को तोड़ दिया व ब्रिटेन पर सर्वाधिक समय तक शासन करने वाली व साम्राज्ञी बन गयीं। एलिज़ाबेथ का जन्म लंदन में ड्यूक जॉर्ज़ षष्टम व राजमाता रानी एलिज़ाबेथ के यहाँ पैदा हुईं व उनकी पढाई घर में ही हुई। उनके पिता ने १९३६ में एडवर्ड ८ के राज-पाठ त्यागने के बाद राज ग्रहण किया। तब वह राज्य की उत्तराधिकारी हो गयी थीं। उन्होंने दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान जनसेवाओं में हिस्सा लेना शुरु किया व सहायक प्रादेशिक सेवा में हिस्सा लिया। १९४७ में उनका विवाह राजकुमार फिलिप से हुआ जिनसे उनके चार बच्चे, चार्ल्स, ऐने, राजकुमार एँड्रयू और राजकुमार एडवर्ड हैं। एलिज़ाबेथ के शासन के दौरान यूनाइटेड किंगडम में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए, जैसे अफ्रीका की ब्रिटिश उपनिवेशीकरण से स्वतंत्रता, यूके की संसद की शक्तियों का वेल्स, स्कॉटलैंड, इंग्लैंड व आयरलैंड की संसदों में विभाजन इत्यादि। अपने शासनकाल के दौरान उन्होंने विभिन्न युद्धों के दौरान अपने राज्य का नेतृत्व किया। .

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एल्मिरा मिनिटा गॉर्डन

डेम एल्मिरा मिनिटा गॉर्डन (Elmira Minita Gordon) (1930-) बेलीज़ की एक राजनेता हैं। उन्हें 21 सितंबर 1981 से 17 नवंबर 1993 के बीच, बेलीज़ की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, बेलीज़ के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी की प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करती थी। वे स्वतंत्र बेलीज़ की पहली गवर्नर-जनरल थी। .

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एॅलेन माॅण्टगाॅम्री लुईस

सर एॅलेन माॅण्टगाॅम्री लुईस (Allen Montgomery Lewis) (1909-1993) सेंट लूसिया के एक राजनेता हैं। वे दो बार सेंट लूसिया के गवर्नर-जनरल के पद की सेवा कर चुके है। उन्हें पहली बार 22 फरवरी 1979 से 19 जून 1980 और दूसरी बार 13 दिसंबर 1982 से 30 अप्रैल 1987 के बीच, सेंट लूसिया की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, सेंट लूसिया के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। वे स्वतंत्र सेंट लूसिया के पहले गवर्नर-जनरल थे। दूसरी बार वे तत्कालीन गवर्नर-जनरल बोसवेल विलियम्स के इस्तीफे के बाद पुनः नियुक्त हुए थे। .

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ऐन्मर हॉल

ऐन्मर हॉल नॉर्फ़ोक, इंग्लैंडमें स्थित एक ग्राम्य भवन है। यह रानी के आवास, सैंड्रिंघम हाउस से 2 मील पूर्व की ओर स्थित है।Martin Robinson,, The Daily Mail, 1 October 2013 इस घर को राजकुमार विलियम, कैम्ब्रिज के ड्यूक और कैथरीन, कैम्ब्रिज की डचेस को अपनी ववाह पर उपहार के रूप में महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय दिया गया था। वर्त्तमान भवन को १८वीं सदी में बनवाया गया था, और यह १८९८ से ही सैंड्रिंघम एस्टेट का हिस्सा रहा है। इसे १८९८ में ग्रेड-२ सूचित भवनों की सूचि में शामिल किया गया था, परंतु बाद में इसे उस सूची से निकाल दिया गया था। .

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ऐनी, प्रिंसेस रॉयल

ऐनी, प्रिंसेस रॉयल, KG, KT, GCVO, GCStJ, QSO, GCL, CD (पूरा नाम:ऐनी एलिज़ाबेथ ऐलिस लोएस; जन्म:१५ अगस्त १९५०) रानी एलिज़ाबेथ द्वि॰ और राजकुमार फ़िलिप, एडिनबर्ग के ड्यूक की दूसरी संतान और एकमात्र पुत्री है। अपने जन्म के समय वे उत्तराधिकार के अनुक्रम में तीसरे स्थान पर थी, अपनी माँ और बड़े भाई के पीछे, पर अब वे बारहवें स्थान पर है। राजकुमारी ऐनी "प्रिंसेस रॉयल" के उपदि की सातवीं धारक हैं। उन्हें अपने दांकर्म के लिए जाना जाता है, और वे २०० से भी अधिक दानकर्मि संगठनों की पितृनामिका(संरक्षक) हैं। साथ ही उन्हें अपनी अश्वक्रीड़ा प्रतिभा के लिए भी जाना जाता है; उन्होंने यूरोपियन एवेंटिंग चैंपियनशिप में दो राजतपदक(१९७५) और एक स्वर्णपदक (१९७१) जीत है। तथा वे ब्रिटिश शाही परिवार से ओलिंपिक खेलों में भाग लेने वाली पहली सदस्य हैं। राजकुमारी ऐनी का विवाह कैप्टेन मार्क फिलिप्स के साथ १९७३ में हुआ था। १९९२ में उनहोंने आपस में तलाक़ ले लिया। उनके कुल दो संतानें और तीन पोते-पोतियाँ हैं। १९९२ में, तलाक़ के कुछ महीनों के भीतर ही, ऐनी ने वाईस-एडमिरल सर टिमोथी लॉरेंस से शादी कर ली, जिनसे वे तब मिलीं थी, जब वो उनकी माँ के घुड़साल के रूप में १९८६ से १९८८ के बीच काम करते थे। .

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ऐलन शियर्र

ऐलन शियर्र OBE, डीएल (जन्म 13 अगस्त 1970) एक सेवानिवृत्त अंग्रेज़ फ़ुटबॉल खिलाड़ी हैं। उन्होंने साउथैम्प्टन, ब्लैकबर्न रोवर्स, न्यूकासल युनाइटेड और इंग्लैंड की राष्ट्रीय टीम के लिए इंग्लिश लीग फ़ुटबॉल के शीर्ष स्तर में स्ट्राइकर के रूप में खेला। न्यूकासल और प्रीमियर लीग दोनों का रिकॉर्ड प्राप्त गोल बनाने वाला होने के कारण उन्हें व्यापक रूप से आज तक का सबसे बड़ा स्ट्राइकर माना जाता है। एक खिलाड़ी के रूप में अवकाश ग्रहण करने के बाद, शियर्र अब बीबीसी पर टेलीविज़न पंडित के रूप में काम करते हैं। अपने खेल कॅरिअर के अंत में, शियर्र ने यूईएफ़ए (UEFA) (UEFA) प्रो लाइसेंस पाने का प्रयास किया और अंततः प्रबंधक बनने की इच्छा व्यक्त की.

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डायना, वेल्स की राजकुमारी

डायना, वेल्स की राजकुमारी (डायना फ्रांसिस; पहले स्पेन्सर; 1 जुलाई 1961 – 31 अगस्त 1997), ग्रेट ब्रिटेन की महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय के पुत्र और राज सिंहासन के दावेदार चार्ल्स, वेल्स के राजकुमार की पहली पत्नी और वेल्स की राजकुमारी थीं। डायना का जन्म ब्रिटेन के एक शाही कुलीन परिवार में द ऑनरेबल डायना स्पेन्सर के तौर पर हुआ था। वो जॉन स्पेन्सर, स्पेन्सर के आठवें अर्ल और उनकी पत्नी द ऑनरेबल फ्रांसेस शांड क्यिड की तीसरी बेटी और चौथी संतान थीं। उनका पालन पोषण सैंडरिंघम हाउस में स्थित पार्क हाउस में हुआ और शिक्षा इंग्लैंड व स्विट्ज़रलैंड में हुई। 1975 में जब उनके पिता को अर्ल स्पेन्सर की उपाधि मिली तब डायना लेडी डायना स्पेन्सर हो गयीं। 29 जुलाई 1981 को सेंट पॉल्स कैथेड्रल में राजकुमार चार्ल्स से हुई उनकी शादी का समारोह लगभग साढे सात सौ लोगों ने टेलीविजन पर देखा। शादी के बाद उन्हें वेल्स की राजकुमारी, कॉर्नवाल की डचेज, रोथसे की डचेज, चेस्टर की काउंटेस, और रेनफ्र्यु की बैरोनेस की उपाधियाँ भी मिलीं। इस शादी से उनको दो संताने हुईं जो क्रमश: राजकुमार विलियम और राजकुमार हैरी कहलाये। वेल्स की राजकुमारी के तौर पर डायना ने कई आधिकारिक कार्य किये व रानी की प्रतिनिधि के रूप में देश विदेश में कई आयोजनों में हिस्सा लिया। उन्हें उनके दान पुण्य व सामाजिक कार्यों के लिये भी जाना जाता है। अपने जीवन काल में वह विभिन्न सामाजिक संस्थाओं की अध्यक्षा भी थीं। Morton, p. 99 She was the fourth of five children of John Spencer, Viscount Althorp (1924–1992) and his first wife, Frances (née Roche; 1936–2004).

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डेनिस विलियम्स

सर डेनिस विलियम्स (Denys Williams) (1929-2014) बारबाडोस के एक राजनेता हैं। उन्हें 19 दिसंबर 1995 से 1 जून 1996 के बीच, बारबाडोस की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, बारबाडोस के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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डेल्नाडैम्फ़ लॉज

डेल्नाडैम्फ़ लॉज, बैलमॉरल एस्टेट पर बैलमॉरल कासल से आठ मील की दूरी पर उत्तर दिशा में स्थित है। इसे महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा 1978 में, एक अनुमानित £७,५०,००० में खरीद गया था। "The Queen buys grouse moor near Balmoral." The Times, London, 6 Jan.

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डेविड एमॅञ्युएल जैक

सर डेविड एमॅंयुएल जैक (David Emmanuel Jack) (1918-1998) सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के एक राजनेता हैं। उन्हें 20 सितंबर 1989 से 1 जून 1996 के बीच, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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डेविड जॉनस्टन

डेविड लॉयड जॉनस्टन (David Lloyd Johnston) (जन्म, जून 28, 1941) एक कनाडियाई विद्वान, लेखक और नेता हैं जो कनाडा के वर्तमान (२८वें) गवर्नर जनरल हैं। जॉनस्टन का जन्म व बचपन ओंटारियो में बीता। वहाँ से प्राथमिक शिक्षा लेने क्ले बाद वो हार्वड विश्वविद्यालय और बाद में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय व क़्वीन्स विश्वविद्यालय में पढे। उन्होंने कनाडा के विभिन्न स्नातकोत्तर संस्थानों में प्रोफेसर के रूप में शिक्षण कार्य किया और मैक्गिल विश्वविद्यालय में प्रधानध्यापक व पश्चिमी ओंटारियो विश्वविद्यालय में डीन के पद पर भी रहे। उन्होंने वाटरलू के विश्वविद्यालय में अध्यक्ष (प्रेसीडेंट) के तौर पर प्रशासनिक कार्य भी किए। इसी वक्त जॉनस्टन जनसेवा, राजनीति व विभिन्न समितियों के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत रहे। इन्होंने एयरबस विवाद के लिये बनी समिति की अध्यक्षता भी की। उन्हें कनाडा की शासक महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय ने २०१० में कनाडा के प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर की अनुशंसा पर कनाडा के गवर्नर जनरल के पद पर नियुक्त किया। .

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डेविड आर्मस्ट्रांग-जोंस, वाइसकाउंट लिंले

डेविड ऐल्बर्ट चार्ल्स आर्मस्ट्रांग-जोन्स, वाइसकाउंट लिन्ले (जन्म:३ नवंबर १९६१), जिन्हें डेविड लिन्ले के नाम से जाना जाता है, पेशे से फर्नीचर निर्माता और एक ऑक्शन हाउस के मालिक हैं। वे राजकुमारी मार्गरेट, स्नोडन की काउंटेस और स्नोडन के पहले अर्ल के बड़े बेटे हैं। वे राजा जॉर्ज सष्टम् के नाती हैं, और रानी एलिज़ाबेथ द्वितीय के भांजे हैं, तथा वे स्नोडन की अर्लडम के भावी वारिस हैं।He is the only nephew of Queen Elizabeth II.

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डेविड कैमरन

डैविड विलियम डोनाल्ड कैमरन (जन्म ९ अक्तूबर, १९६६) २०१० से जुलाई २०१६ तक संयुक्त राजशाही के प्रधान मंत्री रह चुके हैं। वे कंज़र्वेटिव पार्टी के नेता थे तथा ये विटने से संसद सदस्य थे। यूरोपीय संघ की सदस्यता पर हुए जनमत संग्रह में जनता ने संघ को छोड़ने का निर्णय दिया तो उन्होंने इस्तीफे की घोषणा कर दी। कैमरन ने ब्रेज़नोज़ महाविद्यालय, ऑक्स्फ़ोर्ड से दर्शनशास्त्र, अर्थशास्त्र एवं राजनीतिशास्त्र (पीपीई) विषय में १९८८ में प्रथम श्रेणी (ऑनर्स) में स्नातक किया है। इन्हें इनके पढ़ाने वाले प्रोफ़ेसर वर्नॉन बोगडेनॉर "समर्थतम छात्रों में से एक" कहा करते थे। अपने ऑक्सफोर्ड प्रवास काल में ये बुलिंग्डब क्लब के सदस्य रहे थे। इन्हॊने कंज़र्वेटिव अनुसंधान विभाग ज्वाइन किया और नॉर्मन लेमाउण्ट एवं माईकल हावर्ड के विशेष सलाहकार बने। फ़िर ये कार्ल्टन कम्युनिकेशंस के कारपोरेट मामलों के निदेशक पद पर सात वर्ष तक आसीन रहे। कैमरन पहली बार संसद के लिये १९९७ में स्टैफ़्फ़ोर्ड निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में आए। ये यूरोस्केप्टिक मंच पर अपनी पार्टी से उसकी एकल-यूरोपीय मुद्रा (यूरो) में ब्रिटिश सदस्यता विरोधी विचारधारा के कारण उससे अलग हो गए। हालांकि राष्ट्रीय औसत वोटों से कुछ न्यून रहने पर वे हारे भी। इसके बाद उनको संसद सदस्यता हेतु प्रथम विजय २००१ के आम चुनावों में ऑक्स्फ़ोर्डशायर की विट्टने निर्वाचन क्षेत्र से मिली। तब इन्हें आधिकारिक विपक्ष का स्थान मिला। २००५ के आम चुनावों में नीति समन्वय अध्यक्ष भी बने। अपनी युवा एवं उदारवादी प्रत्याशी की छवि के कारण ही २००५ में इन्होंने कंज़र्वेटिव पार्टी के चुनावों में विजय पाई। तब ये प्रथम बार ब्रिटेन के प्रधान मंत्रीबने। .

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डोरिस सैंड्स जॉनसन

सर डोरिस लुईस जॉनसन बहामाज़ के एक राजनेता हैं। उन्हें 22 जनवरी 1979 को, बेलीज़ की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, बहामाज़ के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते हैं। .

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डीटन लिस्ले वार्ड

सर डीटन लिस्ले वार्ड (Deighton Lisle Ward) (1909-1984) बारबाडोस के एक राजनेता हैं। उन्हें 17 नवंबर 1976 से 9 जनवरी 1984 के बीच, बारबाडोस की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, बारबाडोस के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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तुपुआ लुपिन

सर तुपुआ लुपिन (Tupua Leupena) (1922-1996) तुवालू के एक राजनेता हैं। उन्हें 1 मार्च 1986 से 1 अक्टूबर 1990 के बीच, तुवालू की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, तुवालू के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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तुवालुवी राजतंत्र

तुवालुवी राजतंत्र, तुवालू की संवैधानिक राजतंत्र है। तुवालू के एकाधिदारुक को तुवालू और संयुक्त राजशाही समेत कुल १५ प्रजाभूमियों, का सत्ताधारक एकराजीय संप्रभु होने का गौरव प्राप्त है। वर्तमान सत्ता-विद्यमान शासक, ६ फरवरी वर्ष १९५२ से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय हैं। अन्य राष्ट्रमण्डल देशों के सामान ही तुवालू की राजनीतिक व्यवस्था वेस्टमिंस्टर प्रणाली पर आधारित है, जिसमें राष्ट्रप्रमुख का पद नाममात्र होता है, और वास्तविक प्रशासनिक शक्तियां शासनप्रमुख पर निहित होते हैं। तुवालू सैद्धांतिक रूप से एक राजतंत्र है, और तुवालू के शासक के पदाधिकारी इसके राष्ट्रप्रमुख होते हैं, हालाँकि शासक की सारी संवैधानिक शक्तियों का अभ्यास, उनके प्रतिनिधि के रूप में, तुवालू के गवर्नर-जनरल करते हैं। अधिराट् यदी स्त्री हो तो उन्हें " तुवालू की रानी" के नाम हे संबोधित किया जाता है, और एक पुरुष अधिराट् को " तुवालू के राजा के नाम से संबोधित किया जाता है। .

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तुवालू

तुवालू (पूर्व में इलाइस आईलैंड) प्रशांत महासागर में हवाई और आस्ट्रेलिया के बीच स्थित एक पोलिनेशियाई द्वीपीय देश है। इसके निकटवर्ती देश किरिबाती, समोआ और फिजी हैं। यह देश चार द्वीप और और पांच एटाल से मिलकर बना है। 12,373 लोगों की जनसंख्या के साथ यह दुनिया का तीसरा कम जनसंख्या वाला संप्रभु देश है, इससे कम आबादी वाले देशों में केवल वेटिकन और नारु ही हैं। क्षेत्रफल के लिहाज से महज 26 वर्ग किमी के दायरे के साथ यह दुनिया का चौथा सबसे छोटा देश है, केवल वेटिकन सिटी (0.44 वर्ग किमी), मोनाको (1.95 वर्ग किमी) और नारु (21 वर्ग किमी) इससे छोटे हैं। यह द्वीपीय देश 19वीं शताब्दी के अंत में युनाइटेड किंगडम के प्रभाव क्षेत्र में आया। 1892 से लेकर 1916 तक यह ब्रिटेन का संरक्षित क्षेत्र और 1916 से 1974 के बीच यह गिल्बर्ट और इलाइस आईलैंड कालोनी का हिस्सा था। 1974 में स्थानीय रहवासियों ने अलग ब्रिटिश निर्भर क्षेत्र के रूप में रहने के पक्ष में मतदान किया। 1978 में तुवालू राष्ट्रकुल का पूर्ण स्वतंत्र देश के रूप में हिस्सा बन गया। श्रेणी:ओशिआनिया श्रेणी:ओशिआनिया के देश श्रेणी:देश.

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तुगाला मैनुएला

सर तुगाला मैनुएला (Sir Tulaga Manuella) (1936-) तुवालू के एक राजनेता हैं। उन्हें 21 जून 1994 से 26 जून 1998 के बीच, तुवालू की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, तुवालू के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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तोमसि पुआपुआ

सर तोमसि पुआपुआ (Tomasi Puapua) (1938-) तुवालू के एक राजनेता हैं। उन्हें 26 जून 1998 से 9 सितंबर 2003 के बीच, तुवालू की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, तुवालू के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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तोमु सियोने

सर तोमु सियोने (Tomu Sione) (1941 -) तुवालू के एक राजनेता हैं। उन्हें 1 दिसंबर 1993 से 21 जून 1994 के बीच, तुवालू की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, तुवालू के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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तोरे लोकोलोको

सर तोरे लोकोलोको पापुआ न्यू गिनी के एक राजनेता हैं। वे पापुआ न्यू गिनी के पूर्व गवर्नर-जनरल रह चुके हैं। उन्हें इस पद पर पापुआ न्यू गिनी की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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तोआलीपि लाउटी

सर तोआलीपि लाउटी (Toaripi Lauti) (1928-2014) तुवालू के एक राजनेता हैं। उन्हें 1 अक्टूबर 1990 से 1 दिसंबर 1993 के बीच, तुवालू की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, तुवालू के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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थेरेसा मे

थेरेसा मैरी मे (उर्फ़ ब्रेसियर; जन्म 1 अक्टूबर 1956) यूनाइटेड किंगडम की प्रधानमंत्री और कंजर्वेटिव पार्टी की नेता है। वे 1997 से मेडनहैड सीट से संसद के सदस्य (सांसद) हैं। उन्हें एक एक-राष्ट्र रूढ़िवादी और एक उदार रूढ़िवादी के रूप में जाना जाता है। इससे पूर्व मार्गरेट थैचर वर्ष 1979 से 1990 तक ब्रिटेन की पहली महिला प्रधानमंत्री रहीं। गौरतलब है कि डेविड कैमरून ने जनमत संग्रह के जरिए ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर आने के फैसले के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद 13 जुलाई, 2016 को उन्होने ब्रिटेन की दूसरी महिला प्रधानमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण किया। .

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द किंग्स स्पीच

द किंग्स स्पीच (The King's Speech) 2010 की एक ब्रिटिश ऐतिहासिक ड्रामा फ़िल्म है जिसका निर्देशन टॉम हूपर ने किया और इसकी पटकथा डेविड सीडलर ने लिखा है। कॉलिन फर्थ ने किंग जॉर्ज VI की भूमिका निभाई है, जो अपनी हकलाने की समस्या को दूर करने के लिए एक ऑस्ट्रेलियाई भाषा चिकित्सक लायोनल लॉग से मिलता है, जिसकी भूमिका ज्योफ्री रश ने निभाई है। ये दोनों व्यक्ति साथ में काम करते-करते मित्र बन जाते हैं और अपने भाई के राजा के पद-त्याग के बाद, द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत में, नए राजा की सहायता लॉग उसका रेडियो प्रसारण बनाने में करते हैं। डेविड सीडलर ने अपनी युवावस्था के दौरान अपनी हकलाने की समस्या पर काबू करने के बाद जॉर्ज षष्ठम (VI) के बारे में पढ़ना शुरू किया और उन्होंने सूचित कल्पना का उपयोग करते हुए दोनों पुरुषों के संबंधों के बारे में लिखा। फ़िल्म बनाने से नौ हफ्ते पहले लॉग की पुस्तिकाओं को खोजा गया और इनमें से उद्धरणों को लेकर पटकथा में शामिल किया गया। फोटोग्राफी का काम मुख्य रूप से नवंबर 2009 और जनवरी 2010 में लन्दन और ब्रिटेन के अन्य स्थानों में किया गया। इस फ़िल्म को संयुक्त राज्य अमेरिका में 24 दिसम्बर 2010 को और संयुक्त राष्ट्र में 7 जनवरी 2011 को रिलीज़ किया गया। प्रारंभ में इसे ब्रिटेन में "15" की रेटिंग के साथ वर्गीकृत किया गया, क्योंकि भाषा चिकित्सा के सन्दर्भ में इसमें भाषा का प्रबल उपयोग किया गया था; इसके विरोध के पश्च्यात इसकी रेटिंग कम कर दी गई। द किंग्स स्पीच ब्रिटिश बॉक्स ऑफिस पर लगातार तीन सप्ताहांतों के लिए सबसे ज्यादा कमाई करने वाली एक फ़िल्म थी। आलोचकों ने दृश्य शैली, कला निर्देशन और अभिनय के लिए इस फ़िल्म की काफी सराहना की। अन्य टिप्पणीकारों ने इस फ़िल्म के द्वारा चित्रित की गयी ऐतिहासिक घटनाओं की गलत अभिव्यक्ति की चर्चा की, विशेष रूप से पद त्याग के लिए विंस्टन चर्चिल के विरोध के बारे में बात की गयी। फ़िल्म को कई पुरस्कार और नामांकन मिले, प्रमुख रूप से कॉलिन फर्थ को अपने अभिनय के लिए काफी पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। फ़िल्म में फर्थ को सात गोल्डन ग्लोब पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता-ड्रामा के लिए नामांकित किया गया। इसके अलावा, फ़िल्म को चौदह बाफ्टा के लिए भी नामांकित किया गया, इसमें सर्वश्रेष्ठ पिक्चर, फर्थ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और क्रमशः ज्योफ्री रश और हेलेना बोनहेम कार्टर के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता और सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री के पुरस्कार शामिल थे। फ़िल्म को बारह अकादमी पुरस्कारों के लिए भी नामांकित किया गया और अंत में इसने उत्तम श्रेणी के चार पुरस्कार जीते। इन पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ पिक्चर, टॉम हूपर के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, फर्थ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और डेविड सीडलर के लिए सर्वश्रेष्ठ मूल पटकथा के पुरस्कार शामिल थे। .

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दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन के सदस्य राष्ट्र

दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन (Association of Southeast Asian Nations) दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र का संगठन है जिसका लक्ष्य सदस्य राष्ट्रों के मध्य आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, सांस्कृतिक विकास तथा क्षेत्रीय शांति को बढ़ावा देना है। आसियान के 10 सदस्य राष्ट्र, एक उम्मीद्वार राष्ट्र तथा एक पर्यवेक्षक राष्ट्र है। आसियान की स्थापना 8 अगस्त 1967 में पाँच सदस्यों के साथ की गयी थी: इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलिपीन्स, सिंगापुर तथा थाईलैंड। .

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दक्षिण जॉर्जिया एवं दक्षिण सैंडविच द्वीप समूह

दक्षिण जॉर्जिया एवं दक्षिण सैंडविच द्वीप समूह (अंग्रेजी: South Georgia and the South Sandwich Islands (SGSSI)) दक्षिणी अटलांटिक महासागर में स्थित एक ब्रिटिश विदेशी क्षेत्र है। यह सुदूर और दुर्गम द्वीपों का एक संग्रह है, जिसमें दक्षिण जॉर्जिया और छोटे छोटे द्वीपों की श्रृंखला दक्षिण सैंडविच द्वीप समूह शामिल हैं। दक्षिण जॉर्जिया 167.4 किलोमीटर (104 मील) लंबा और 1.4 से लेकर 37 किलोमीटर (0.87-23 मील) तक चौड़ा है और समूह का सबसे बड़ा द्वीप है। दक्षिण सैंडविच द्वीप समूह दक्षिण दक्षिण जॉर्जिया के दक्षिण-पूर्व में and is by far the largest island in the territory.

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नथानिएल वैना

सर नथानिएल वैना (Nathaniel Waena) (जन्म:1945), सोलोमन द्वीप के एक राजनेता हैं। उन्हें 7 जुलाई वर्ष 2004 से 7 जुलाई 2009 के बीच, सोलोमन द्वीप की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, सोलोमन द्वीप के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। वे सोलोमन द्वीप के पाँचवे गवर्नर-जेनेरल थे। .

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निनियन स्टीफ़ेन

निनिय़न माऱ्टिन स्टीफ़ेन (Ninian Stephen) (1923-2017) एक ऑस्ट्रेलियाई राजनीतिज्ञ थे। उन्हें 29 जुलाई 1982-16 फ़रवरी 1989 के बीच, ऑस्ट्रेलिया की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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निउए

निउए (Niue) प्रशांत महासागर के दक्षिणी भाग में स्थित एक द्वीप देश है। यह भौगोलिक व सांस्कृतिक रूप से पोलीनेशिया क्षेत्र का हिस्सा है। यह एक नन्हा राष्ट्र है और इसकी कुल आबादी लगभग १,१०० लोगों की ही है। निउए का न्यू ज़ीलैण्ड के साथ विषेश सम्बन्ध है जिसके अंतर्गत निउए के नागरिकों को न्यू ज़ीलैण्ड की नागरिकता भी मिली हुई है और, इसके फल-स्वरूप लगभग ९०% मूल निउएई लोग अब न्यू ज़ीलैण्ड में बसे हुए हैं। .

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न्यूज़ीलैण्ड का राजतंत्र

न्यूज़ीलैण्ड का राजतंत्र, न्यूज़ीलैण्ड की संवैधानिक राजतंत्र है। न्यूज़ीलैण्ड के एकाधिदारुक को न्यूज़ीलैण्ड और संयुक्त राजशाही समेत कुल १५ प्रजाभूमियों, का सत्ताधारक एकराजीय संप्रभु होने का गौरव प्राप्त है। वर्तमान सत्ता-विद्यमान शासक, ६ फरवरी वर्ष १९५२ से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय हैं। अन्य राष्ट्रमण्डल देशों के सामान ही न्यूज़ीलैण्ड की राजनीतिक व्यवस्था वेस्टमिंस्टर प्रणाली पर आधारित है, जिसमें राष्ट्रप्रमुख का पद नाममात्र होता है, और वास्तविक प्रशासनिक शक्तियां शासनप्रमुख पर निहित होते हैं। न्यूज़ीलैण्ड सैद्धांतिक रूप से एक राजतंत्र है, और न्यूज़ीलैण्ड के शासक के पदाधिकारी इसके राष्ट्रप्रमुख होते हैं, हालाँकि शासक की सारी संवैधानिक शक्तियों का अभ्यास, उनके प्रतिनिधि के रूप में, न्यूज़ीलैण्ड के गवर्नर-जनरल करते हैं। अधिराट् यदी स्त्री हो तो उन्हें " न्यूज़ीलैण्ड की रानी" के नाम हे संबोधित किया जाता है, और एक पुरुष अधिराट् को " न्यूज़ीलैण्ड के राजा" के नाम से संबोधित किया जाता है। .

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नूर इनायत ख़ान

नूर-उन-निसा इनायत ख़ान (प्रचलित: नूर इनायत ख़ान; उर्दू: نور عنایت خان, अँग्रेजी: Noor Inayat Khan; 1 जनवरी 1914 – 13 सितम्बर 1944) भारतीय मूल की ब्रिटिश गुप्तचर थीं, जिन्होंने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान मित्र देशों के लिए जासूसी की। ब्रिटेन के स्पेशल ऑपरेशंस एक्जीक्यूटिव के रूप में प्रशिक्षित नूर द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान फ्रांस के नाज़ी अधिकार क्षेत्र में जाने वाली पहली महिला वायरलेस ऑपरेटर थीं। जर्मनी द्वारा गिरफ़्तार कर यातनायें दिए जाने और गोली मारकर उनकी हत्या किए जाने से पहले द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान वे फ्रांस में एक गुप्त अभियान के अंतर्गत नर्स का काम करती थीं। फ्रांस में उनके इस कार्यकाल तथा उसके बाद आगामी 10 महीनों तक उन्हें यातनायें दी गईं और पूछताछ की गयी, किन्तु पूछताछ करने वाली नाज़ी जर्मनी की ख़ुफिया पुलिस गेस्टापो द्वारा उनसे कोई राज़ नहीं उगलवाया जा सका। उनके बलिदान और साहस की गाथा युनाइटेड किंगडम और फ्रांस में प्रचलित है। उनकी सेवाओं के लिए उन्हें युनाइटेड किंगडम एवं अन्य राष्ट्रमंडल देशों के सर्वोच्च नागरिक सम्मान जॉर्ज क्रॉस से सम्मानित किया गया। उनकी स्मृति में लंदन के गॉर्डन स्क्वेयर में स्मारक बनाया गया है, जो इंग्लैण्ड में किसी मुसलमान को समर्पित और किसी एशियाई महिला के सम्मान में इस तरह का पहला स्मारक है। .

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नेता विपक्ष (यूनाइटेड किंगडम)

नेता विपक्ष किसी भी देश की संसद की सदन में सामान्यत: दूसरे सबसे बड़े दल का चुना हुआ नेता होता है। यह हर जगह दूसरे सबसे बडे दल का नेता हो यह जरूरी नहीं, जैसे यूनाइटेड किंगडम में ऐसा है जबकि भारत की संसद में ऐसा नहीं है। इसका मुख्य कार्य सदन में सरकार के खिलाफ विपक्ष का नेतृत्व करना होता है। इस पृष्ठ में १८०७ के बाद से यूनाइटेड किंगडम के दोनों सदनों में पूर्ण अथवा कार्यकारी नेता विपक्ष की भूमिका निभाने वाले नेताओं की सूची है। इसके पहले नेता विपक्ष का पद कई दशकों तक चार्ल्स जेम्स फॉक्स के पास था। १९११ से पहले तक दोनों सदनों के नेताओं का दर्ज़ा एक ही था जब तक की कोई एक पार्टी का भूतपूर्व प्रधानमंत्री ना हो। ऐसा भूतपूर्व प्रधानमंत्री पूरे विपक्ष का नेता माना जाता था। १९११ से बाद से हाउस ऑफ कॉमन्स का नेता विपक्ष ही पूरे विपक्ष के लिये नेता विपक्ष माना जाता था। ऐसे संपूर्ण विपक्ष के नेताओं का नाम मोटे अक्षरों में दिया गया है। कार्यकारी नेताओं के नाम जब तक की वो चुने हुए नेता विपक्ष ना बन गए टेढे अक्षरों में हैं। 1827–30 में दोनों मुख्य दलों के विखंडन की वजह से, उस दौरान नेता और मुख्य विपक्षी दल अस्थायी थे। नेता के नाम के आगे "+" चिन्ह दर्शाता है कि उस नेता की अपने कार्यकाल के दौरान मृत्यु हो गयी। .

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नॉर्फ़ोक द्वीप

नॉर्फ़ोक द्वीप, प्रशांत महासागर में ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और न्यू कैलेडोनिया के बीच स्थित एक छोटा सा टापू है। द्वीप ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रमंडल का हिस्सा है, लेकिन इसे उच्च स्तर का स्वशासन अधिकार हासिल है। दो अन्य पड़ोसी द्वीपों के साथ, यह एक ऑस्ट्रेलिया के बाहरी प्रदेशों मे से एक का निर्माण करता है। इसके ध्वज पर अंकित सदाबहार नॉरफ़ॉक द्वीप सनोबर, का पेड़ द्वीप का प्रतीक है। द्वीप की स्थानीय प्रजाति का यह वृक्ष ऑस्ट्रेलिया में एक सजावटी पेड़ के रूप में बहुत लोकप्रिय है। .

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नीता बैरो

सर नीता बैरो (Nita Barrow) (1916-1995) बारबाडोस के एक राजनेता हैं। उन्हें 6 जून 1990 से 19 दिसंबर 1995 के बीच, बारबाडोस की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, बारबाडोस के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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पर्लेट लूज़ी

सर पर्लेट लूज़ी (Dame Pearlette Louisy) (1946) सेंट लूसिया की एक राजनेता हैं। उन्हें सेंट लूसिया की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, 17 सितंबर 1997 को सेंट लूसिया के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। वे तब से आज तक, गवर्नर-जनरल के पद पर विराजमान हैं। इस काल के दौरान वे अपने पद द्वारा महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करती हैं। .

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पापुआ न्यू गिनी का राजतंत्र

पापुआ न्यू गिनी राजतंत्र, पापुआ न्यू गिनी की संवैधानिक राजतंत्र है। पापुआ न्यू गिनी के एकाधिदारुक को पापुआ न्यू गिनी और संयुक्त राजशाही समेत कुल १५ प्रजाभूमियों, का सत्ताधारक एकराजीय संप्रभु होने का गौरव प्राप्त है। वर्तमान सत्ता-विद्यमान शासक, ६ फरवरी वर्ष १९५२ से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय हैं। अन्य राष्ट्रमण्डल देशों के सामान ही पापुआ न्यू गिनी की राजनीतिक व्यवस्था वेस्टमिंस्टर प्रणाली पर आधारित है, जिसमें राष्ट्रप्रमुख का पद नाममात्र होता है, और वास्तविक प्रशासनिक शक्तियां शासनप्रमुख पर निहित होते हैं। पापुआ न्यू गिनी सैद्धांतिक रूप से एक राजतंत्र है और पापुआ न्यू गिनी के शासक के पदाधिकारी इसके राष्ट्रप्रमुख होते हैं, हालाँकि शासक की सारी संवैधानिक शक्तियों का अभ्यास, उनके प्रतिनिधि के रूप में, पापुआ न्यू गिनी के गवर्नर-जनरल करते हैं। अधिराट् यदी स्त्री हो तो उन्हें "पापुआ न्यू गिनी की रानी" के नाम हे संबोधित किया जाता है, और एक पुरुष अधिराट् को "पापुआ न्यू गिनी के राजा के नाम से संबोधित किया जाता है। .

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पाकिस्तान अधिराज्य

पाकिस्तानी अधिराज्य (ﻣﻤﻠﮑﺖِ ﭘﺎﮐﺴﺘﺎﻥ., मुम्लिक़ात्'ए पाकिस्तान; পাকিস্তান অধিরাজ্য, पाकिस्तान ओधिराज्जो) नवनिर्मित देश, पाकिस्तान की स्वायत्त्योपनिवेशिय अवस्था थी। इस शासनप्रणाली के तहत पाकिस्तान को भारत विभाजन के बाद, ब्रिटिश साम्राज्य का एक स्वशासित व स्वतंत्र इकाइ(अधिराज्य) के रूप मे स्थापित किया गया था। पाकिस्तानी अधिराज्य की स्थापना भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम १९४७ के तहत ब्रिटिश भारत के विभाजन के बाद तथाकथित तौर पर भारतिय उपमहाद्वीप की मुस्लिम आबादी के लिए हुआ था। एसकी कुल भूभाग मौजूदा इस्लामिक गणराज्य पाकिस्तान व बांग्लादेश के बराबर थी। 1956 में पाकिस्तान का पहला संविधान के लागू होने के साथ ही "पाकिस्तान अधिराज्य" की विस्थापना हो गई जब अधिराजकिय राजतांत्रिक व्यवस्था को इस्लामिक गणराज्य से बदल दिया गया। इस व्यवस्था के तहत पाकिस्तान ब्रिटिश हुक़ूमत से स्वतंत्र हो गया एवं ब्रिटिश राष्ट्रमंडल का हिस्सा होने के नाते अन्य ब्रिटिश स्वायत्त्योपनिवेशों की ही तरह, ब्रिटेन के राजा(ततकालीन जार्ज षष्ठम) को पाकिस्तान के राजा का प्रभार भी सौंप दिया गया, हालांकी, (तथ्यस्वरूप) पाकिस्तान के राजा का लग-भग सारा संवैधानिक व कार्याधिकार पाकिस्तान में उनके प्रतिनिधी पाकिस्तान के महाराज्यपाल (गवर्नर-जनरल) के अधिकार में था। ऐसी व्यवस्था सारे ब्रिटिश-स्वायत्त्योपनिवेशों में रहती है। पाकिस्तान अधिराज्य कुल 9 सालों तक, १९४७ से १९५६ तक अस्तित्व में रहा था, जिस बीच 4 महाराज्यपालों की नियुक्ती हुई थी। भारत विभाजन व स्वतंत्रता के बाद संयुक्त राष्ट्र में ब्रिटिश भारत की सदस्यता भारतीय अधिराज्य को दे दी गई जबकी पाकिस्तान ने नई सदस्यता प्राप्त की। .

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पिटकेर्न द्वीपसमूह

पिटकेर्न द्वीपसमूह (पिटकेर्न: Pitkern Ailen), आधिकारिक नाम पिटकेर्न, हेण्डरसन, डूस तथा ओएनो द्वीपसमूह, दक्षिण प्रशान्त महासागर में चार ज्वालामुखीय द्वीप हैं जो कि ब्रिटिश समुद्रपार प्रदेश के अन्तर्गत आते हैं। ये चार द्वीप पिटकेर्न, हेण्डरसन, डूस तथा ओएनो नाम से जाने जाते हैं। इन सभी द्वीपों का संयुक्त क्षेत्रफल है। हेण्डरसन द्वीप कुल क्षेत्रफल का ८६% है। पिटकेर्न विश्व का सबसे छोटा राष्ट्रीय न्याय क्षेत्र है। अज इस द्वीप पर सिर्फ ५० स्थायी निवासी रहते हैं जो कि चार मुख्य परिवारों से हैं।Rob Solomon and Kirsty Burnett (January 2014).

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पियर ट्रूडो

जोसेफ फ़िलिप पियरे येव्स एलियट ट्रूडो, (अक्टूबर 18, 1919 – सितम्बर 28, 2000), को सामान्यत: पियरे ट्रूडो या पियरे एलियट ट्रूडो, अप्रैल २०, १९६८ से ४ जून १९७९ तक और फिर ३ मार्च १९८० से ३० जून १९८४ तक कनाडा के 15वें प्रधानमंत्री थे। टूडो ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुवात अधिवक्ता, बुद्धिजीवी और कार्यकर्ता के तौर पर क़्युबेक की राजनीति में शुरुवात की। १९६० में वो कनाडा की लिबरल पार्टी के जरिये राष्ट्रीय राजनीति में शामिल हुए। उन्हें लेस्टर बी.

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प्रिंसेस मार्गरेट, स्नोडन की काउंटेस

राजकुमारी मार्गरेट, स्नोडन की काउंटेस,(मार्गरेट रोज़; २१ अगस्त १९३०-९ फरवरी २००२) जॉर्ज सष्टम् और राजमाता एलिज़ाबेथ की छोटी बेटी और महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय की एकलौती बहन हैं। .

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पैलेस ऑफ़ वेस्ट्मिन्स्टर

पैलेस ऑफ वेस्टमिन्स्टर, जिसका अर्थ है वेस्टमिंस्टर का महल और जिसे हाउस ऑफ पार्लियामेंट या वेस्टमिन्स्टर पैलेस के नाम से भी जाना जाता है, ब्रिटेन की संसद के दो सदनों का सभा स्थल है। इनमें से एक है ''हाउस ऑफ लॉर्ड्स'' और दूसरा है ''हाउस ऑफ कॉमन्स''। यह लंदन शहर के हृदय माने जाने वाले वेस्टमिन्स्टर शहर में थेम्स नदी के उत्तरी किनारे पर स्थित है। यह सरकारी भवन वाइटहॉल और डाउन स्ट्रीट तथा ऐतिहासिक स्थल वेस्टमिन्स्टर ऐबी के करीब है। यह नाम निम्न दो में से किसी एक संरचना को संदर्भित कर सकता है, द ओल्ड पैलेस, जो एक मध्यकालीन इमारत है जो कि 1834 में ही नष्ट हो गई थी और उसके स्थान पर बनने वाला न्यू पैलेस जो आज भी मौजूद है। लेकिन इसकी मूल शैली और शाही ठाठबाट पूर्ववत बनी हुई है। इस जगह पर पहला शाही महल ग्यारहवीं शताब्दी में बनाया गया था और 1512 में इस इमारत के नष्ट होने से पहले वेस्टमिन्स्टर ही लंदन के राजा का प्राथमिक लंदन निवास था। इसके बाद से ही यह संसद भवन के रूप में कार्य कर रहा है। 13 वीं शताब्दी से यहां संसद की सभाएं होती हैं और शाही न्याय पीठ एवं वेस्टमिन्स्टर हॉल भी यहीं पर है। पुनः पूरी भव्यता से बनाये गये इस संसद भवन में 1834 में भयानक आग लग गई। इस आग से जो इमारते बच गईं उनमें शामिल हैं वेस्टमिन्स्टर हॉल, द क्लॉइस्टर्स ऑफ सेंट स्टीफन्स, चैपल ऑफ सेंट मैरी अंडरक्राफ्ट और जूअल टॉवर.

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पॉल ऍड्डरले

सर पॉल ऍड्डरले (1928-2012) बहामाज़ के एक राजनेता हैं। उन्हें 1 दिसंबर 2005 से 1 फरवरी 2006 के बीच, बेलीज़ की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, बहामाज़ के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते हैं। .

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पॉल हॅज़लक

परममान्य सर पॉल मीर्ना कॅड्वाला हॅज़लक (Paul Hasluck) एक ब्रिटिश राजनीतिज्ञ थे। उन्हें 30 अप्रैल 1969-11 जुलाई 1974 के बीच, महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। इसके अलावा, अपने व्यवसायिक जीवन के दौरान, उन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य की सेवा में, विश्व भर में विस्तृत विभिन्न ब्रिटिश उपनिवेशों में, अन्य अनेक महत्वपूर्ण व वर्चस्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवा दी थी। .

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पॉलिएस मटाने

सर पॉलिएस मटान (1931–) पापुआ न्यू गिनी के एक राजनेता हैं। वे पापुआ न्यू गिनी के पूर्व गवर्नर-जनरल रह चुके हैं। उन्हें इस पद पर पापुआ न्यू गिनी की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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पीटर फिलिप्स

पीटर मार्क एंड्रू फ़िलिप्स, (जन्म:१५ नवंबर १९७७) महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय की बेटी राजकुमारी ऐनी और उनके पहले पति कॅप्टन मार्क फ़िलिप्स के पहले और एकमात्र पुत्र हैं। वो रानी एलिज़ाबेथ और राजकुमार फ़िलिप, एडिनबर्ग के ड्यूक के सबसे बड़े पौत्र हैं। वे रानी के एकमात्र नाती हैं, और उनके नाती-पोतों में ज्येष्ठतम् हैं। वे ब्रिटिश सिंघासन के अनुक्रम में १३वें स्थान पर हैं। .

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पीटर हॉलिंगवर्थ

पीटर हॉलिंगवर्थ (Peter Hollingworth) एक ऑस्ट्रेलियाई राजनीतिज्ञ थे। उन्हें 29 जून 2001-11 अगस्त 2003 के बीच, ऑस्ट्रेलिया की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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पीटर कॉस्ग्रोव

जनरल सर पीटर जॉन कॉस्ग्रोव (Peter Cosgrove) एक ऑस्ट्रेलियाई सैन्य अधिकारी और राजनीतिज्ञ हैं। उन्हें 28 मार्च 2014 को महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। वे ऑस्ट्रेलिया के 26 वेँ गवर्नर-जनरल हैं। .

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फ़िलोमी टेलीटो

सर फ़िलोमी टेलीटो (Sir Filoimea Telito) (1945-2011) तुवालू के एक राजनेता हैं। उन्हें 15 अप्रैल 2005 से 19 मार्च 2010 के बीच, तुवालू की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, तुवालू के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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फ़िजी

फ़िजी जो कि आधिकारिक रूप से फ़िजी द्वीप समूह गणराज्य (फ़िजीयाई: Matanitu Tu-Vaka-i-koya ko Viti) के नाम से जाना जाता है, दक्षिण प्रशान्त महासागर के मेलानेशिया मे एक द्वीप देश है। यह न्यू ज़ीलैण्ड के नॉर्थ आईलैण्ड से करीब २००० किमी उत्तर-पूर्व मे स्थित है। इसके समीपवर्ती पड़ोसी राष्ट्रों मे पश्चिम की ओर वनुआतु, पूर्व में टोंगा और उत्तर मे तुवालु हैं। १७वीं और १८वीं शताब्दी के दौरान डच एवं अंग्रेजी खोजकर्तओं ने फ़िजी की खोज की थी। १९७० तक फ़िजी एक अंग्रेजी उपनिवेश था। प्रचुर मात्रा मे वन, खनिज एवं जलीय स्रोतों के कारण फ़िजी प्रशान्त महासागर के द्वीपों मे सबसे उन्नत राष्ट्र है। वर्तमान मे पर्यटन एवं चीनी का निर्यात इसके विदेशी मुद्रा के सबसे बड़े स्रोत हैं। यहाँ की मुद्रा फ़िजी डॉलर है। फ़िजी के अधिकांश द्वीप १५ करोड़ वर्ष पूर्व आरम्भ हुए ज्वालामुखीय गतिविधियों से गठित हुए। इस देश के द्वीपसमूह में कुल ३२२ द्वीप हैं, जिनमें से १०६ स्थायी रूप से बसे हुए हैं। इसके अतिरिक्त यहाँ लगभग ५०० क्षुद्र द्वीप हैं जो कुल मिला कर १८,३०० वर्ग किमी के क्षेत्रफल का निर्माण करते हैं। द्वीपसमूह के दो प्रमुख द्वीप विती लेवु और वनुआ लेवु हैं जिन पर देश की लगभग ८,५०,००० आबादी का ८७% निवास करती है। .

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फ़ॉकलैंड द्वीपसमूह

फ़ॉकलैंड द्वीप-समूह दक्षिण अटलांटिक महासागर में अर्जेन्टीना की तट से लगा एक द्वीपसमूह हैं। इसके पूर्व में शैग रॉक्स (दक्षिण जॉर्जिया) और दक्षिण में ब्रिटिश अंटार्कटिक क्षेत्र है। इस द्वीपसमूह में दो मुख्य द्वीप हैं, पूर्व फ़ॉकलैंड और पश्चिम फ़ॉकलैंड, इनके साथ ही ७७६ छोटे द्वीप हैं। पूर्व फ़ॉकलैंड में स्थित स्टेनली देश की राजधानी है। यह द्वीपसमूह यूनाईटेड किंगडम का स्वशासी प्रवासी क्षेत्र है। १८३३ में ब्रिटिश शासन की पुनर्स्थापना के बाद अर्जेन्टीना ने इस पर अपनी प्रभुता का दावा किया है। अर्जेन्टीना द्वारा जताए गए अधिकार को द्वीपवासियों द्वारा खारिज किए जाने के बाद अर्जेन्टीना ने १९८२ में फ़ॉकलैंड द्वीप पर आक्रमण किया। तदोपरांत अर्जेटीना और यूनाइटेड किंगडम के बीच चले दो महीने के लंबे अघोषित युद्ध में हार के बाद अर्जेण्टीनी बलों ने वापसी कर ली। युद्ध के बाद से इस स्वसाशी क्षेत्र ने मत्स्य पालन और पर्यटन के क्षेत्र में मजबूत आर्थिक वृद्धि की है। .

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फाइमलाग लुका

सर फाइमलाग लुका (Faimalaga Luka) (1940–2005) तुवालू के एक राजनेता हैं। उन्हें 9 सितंबर 2003 से 15 अप्रैल 2005 के बीच, तुवालू की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, तुवालू के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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फियाताउ पेनिताला टीओ

सर फियाताउ पेनिताला टीओ (Fiatau Penitala Teo) (1911-1998) तुवालू के एक राजनेता हैं। उन्हें 1 अक्टूबर 1978 से 1 मार्च 1986 के बीच, तुवालू की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, तुवालू के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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फ्रेडरिक बॅलंटाइन

सर फ्रेडरिक बॅलंटाइन (Frederick Ballantyne) (1936 -) सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के एक राजनेता हैं। उन्हें 2 सितंबर 2002 को सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किये गये थे। वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। वे इस पद को सुशोभित करने वाले सातवें व्यक्ति हैं। .

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फ्लोरिज़ेल ग्लासपोल

सर फ्लोरिज़ेल ग्लासपोल(Florizel Glasspole) (1909-2000), जमैका के एक राजनेता थे। उन्हें 27 जून 1973 से 31 मार्च 1991 के बीच, जमैका की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, जमैका के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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बरमूडा

बरमूडा उत्तर अटलांटिक महासागर में स्थित ब्रिटेन का प्रवासी क्षेत्र है। यह संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्वी तट पर मियामी (फ्लोरिडा) से महज 1770 किमी और हैलिफ़ैक्स, नोवा स्कोटिया, (कनाडा) के दक्षिण में 1350 किलोमीटर (840 मील) की दूरी पर स्थित है। यह सबसे पुराना और सबसे अधिक जनसंख्या वाला ब्रिटेन का प्रवासी क्षेत्र है। बरमुडा की आकाशीय तस्वीर, जिसमें सेंट डेविड और सेट जॉर्ज द्वीप दिखाई पड़ रहे हैं। बीच में बर्मूडा बर्मूडा के मानचित्र श्रेणी:देश श्रेणी:उत्तर अमेरिका.

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बहामास

बहामस, आधिकारिक रूपतः बहामस राष्ट्रमण्डल, २९ द्वीप, ६६१ टापूऔर २,३८७ छोट टापू के मेल से बना एक है। यह उत्तर अमेरिका महाद्वीप में केरिबियन क्षेत्र में स्थित है। .

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बहामियाई राजतंत्र

बहामियाई राजतंत्र, बहामाज़ राष्ट्रमण्डल की संवैधानिक राजतंत्र है। बहामाज़ के एकाधिदारुक को बहामाज़ और संयुक्त राजशाही समेत कुल १५ प्रजाभूमियों, का सत्ताधारक एकराजीय संप्रभु होने का गौरव प्राप्त है। वर्तमान सत्ता-विद्यमान शासक, ६ फरवरी वर्ष १९५२ से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय हैं। अन्य राष्ट्रमण्डल देशों के सामान ही बहामाज़ की राजनीतिक व्यवस्था वेस्टमिंस्टर प्रणाली पर आधारित है, जिसमें राष्ट्रप्रमुख का पद नाममात्र होता है, और वास्तविक प्रशासनिक शक्तियां शासनप्रमुख पर निहित होते हैं। बहामाज़ राष्ट्रमण्डल सैद्धांतिक रूप से एक राजतंत्र है, और बहामाज़ के शासक के पदाधिकारी इसके राष्ट्रप्रमुख होते हैं, हालाँकि शासक की सारी संवैधानिक शक्तियों का अभ्यास, उनके प्रतिनिधि के रूप में, बहामाज़ के गवर्नर-जनरल करते हैं। अधिराट् यदी स्त्री हो तो उन्हें " बहामाज़ की रानी" के नाम हे संबोधित किया जाता है, और एक पुरुष अधिराट् को " बहामाज़ के राजा के नाम से संबोधित किया जाता है। .

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बारबाडोस

प्रशांत महासागर के पश्चिमी हिस्से में कैरेबियन द्वीप पर स्थित इस देश को अंग्रेजों ने अफ्रीका और भारत से गन्ना उत्पादन के लिए लाए गए गुलामों की मदद से आबाद किया था। महज 430 वर्ग किमी में फैले इस द्वीप के आस-पास के देश में पश्चिम में सेंट विंसेंट व द ग्रेनाजिनस और सेंट लुसिया और दक्षिण में त्रिनिदाद और टोबैगो हैं। उष्णकटिबंधीय जलवायु वाले इस देश में प्रशांत महासागर में चलने वाली हवाएं वातावरण को शीतल बनाए रखती हैं। सामाजिक और राजनीतिक सुधारों की धीमी शुरुआत के बावजूद आज मानव विकास सूची में इस देश का स्थान ऊपर के 75 देशों में आता है। श्रेणी:देश श्रेणी:उत्तर अमेरिका.

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बारबाडोस का राजतंत्र

बार्बाडोसियाई राजतंत्र, बारबाडोस की संवैधानिक राजतंत्र है। बारबाडोस एकाधिदारुक को बारबाडोस और संयुक्त राजशाही समेत कुल १५ प्रजाभूमियों, का सत्ताधारक एकराजीय संप्रभु होने का गौरव प्राप्त है। वर्तमान सत्ता-विद्यमान शासक, ६ फरवरी वर्ष १९५२ से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय हैं। अन्य राष्ट्रमण्डल देशों के सामान ही बारबाडोस की राजनीतिक व्यवस्था वेस्टमिंस्टर प्रणाली पर आधारित है, जिसमें राष्ट्रप्रमुख का पद नाममात्र होता है, और वास्तविक प्रशासनिक शक्तियां शासनप्रमुख पर निहित होते हैं। बारबाडोस सैद्धांतिक रूप से एक राजतंत्र है, और और बारबाडोस के शासक के पदाधिकारी इसके राष्ट्रप्रमुख होते हैं, हालाँकि शासक की सारी संवैधानिक शक्तियों का अभ्यास, उनके प्रतिनिधि के रूप में, बारबाडोस के गवर्नर-जनरल करते हैं। अधिराट् यदी स्त्री हो तो उन्हें " बारबाडोस की रानी" के नाम हे संबोधित किया जाता है, और एक पुरुष अधिराट् को " बारबाडोस के राजा के नाम से संबोधित किया जाता है। .

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बिल हेडेन

विलियम जॉर्ज हेडेन (Bill Hayden) एक ऑस्ट्रेलियाई राजनीतिज्ञ थे। उन्हें 16 फ़रवरी 1989-16 फ़रवरी 1996 के बीच, ऑस्ट्रेलिया की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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बिल गेट्स

विलियम हेनरी गेट्स III बिल गेट्स (विलियम हेनरी गेट्स III) माइक्रोसॉफ्ट नामक कम्पनी के सह संस्थापक तथा अध्यक्ष है। इनका जन्म 28 अक्टूबर, 1955 को वाशिंगटन के एक उच्च-मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ। इनके पिता का नाम विलियम एच.

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बकिंघॅम पैलस

महारानी विक्टोरिया, बकिंघम पैलेस में रहने वाली पहली महारानी, 1837 में अपने राज्याभिषेक के बाद नए बने महल में रहने आ गयीं. बकिंघम पैलेस(Buckingham Palace, ब्रिटिश उच्चारण:बखिंग्हॅम् प़ॅलॆस्) ब्रिटिश राजशाही का लंदन स्थित आधिकारिक निवास है। वेस्टमिंस्टर शहर में स्थित यह राजमहल राजकीय आयोजनों और शाही आतिथ्य का केंद्र है। यह ब्रिटेन वासियों के लिये राष्ट्रीय हर्षोन्माद और संकट के समय चर्चा का विषय रहा है। मूलतः बकिंघम हाउस के रूप में जाना जाने वाला, यह भवन जो आज के महल का महत्वपूर्ण हिस्सा है, 1703 में बकिंघम के ड्यूक के लिये एक ऐसी जगह पर बनाया गया एक विशाल टाउन हाउस था, जो कम से कम 150 सालों तक निजी स्वामित्व के अधीन रहा था। बाद में 1761रॉबिन्सन, पी.

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ब्रिटिश राजतंत्र

ब्रिटिश एकराट्तंत्र अथवा ब्रिटिश राजतंत्र(British Monarchy, ब्रिटिश मोनार्की, ब्रिटिश उच्चारण:ब्रिठिश मॉंनाऱ्क़़ी), वृहत् ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैंड की संयुक्त राजशाही की संवैधानिक राजतंत्र है। ब्रिटिश एकाधिदारुक को संयुक्त राजशाही समेत कुल १५ राष्ट्रमण्डल प्रदेशों, मुकुटिया निर्भर्ताओं और समुद्रपार प्रदेशों के राजमुकुटों सत्ताधारक एकराजीय संप्रभु होने का गौरव प्राप्त है। वर्तमान सत्ता-विद्यमान शासक, ६ फरवरी वर्ष १९५२ से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय हैं जब उन्होंने अपने पिता जॉर्ज षष्ठम् से राजगद्दी उत्तराधिकृत की थी। संप्रभु और उसके तत्काल परिवार के सदस्य देश के विभिन्न आधिकारिक, औपचारिक और प्रतिनिधि कार्यों का निर्वाह करते हैं। सत्ताधारी रानी/राजा पर सैद्धांतिक रूप से एक संवैधानिक शासक के अधिकार निहित है, परंतु सदियों पुराने आम कानून के कारण संप्रभु अपने अधिकतर शक्तियों का अभ्यास केवल संसद और सरकार के विनिर्देशों के अनुसार ही कार्यान्वित करने के लिए बाध्य हैं। इस कारण से, इसे वास्तविक तौर पर एक संसदीय सम्राज्ञता मानी जाता है। संसदीय शासक होने के नाते, शासक के अधिकतर अधिकार, निष्पक्ष तथा गैर-राजनैतिक कार्यों तक सीमित हैं। सम्राट, शासक और राष्ट्रप्रमुख होने के नाते उनके अधिकतर संवैधानिक शासन तथा राजनैतिक-शक्तियों का अभ्यय वे सरकार और अपने मंत्रियों की सलाह और विनिर्देशों पर ही करते हैं। परंपरानुसार शासक, ब्रिटेन के सशस्त्र बाल के अधिपति होते हैं। हालाँकि, संप्रभु के समस्त कार्य-अधिकारों का अभ्यय शासक के राज-परमाधिकार द्वारा होता है। वर्ष १००० के आसपास, इंग्लैंड और स्कॉटलैंड के राज्यों में कई छोटे प्रारंभिक मध्ययुगीन राज्य विकसित हुए थे। इस क्षेत्र में आंग्ल-सैक्सन लोगों का वर्चस्व इंग्लैंड पर नॉर्मन विजय के दौरान १०६६ में समाप्त हो गया, जब अंतिम आंग्ल-सैक्सन राजा हैरल्ड द्वितीय की मृतु हो गयी थी और अंग्रेज़ी सत्ता विजई सेना के नेता, विलियम द कॉंकरर और उनके वंशजों के हाथों में चली गयी। १३वीं सदी में इंग्लैंड ने वेल्स की रियासत को अवशोषित किया तथा मैग्ना कार्टा द्वारा संप्रभु के क्रमिक निःशक्तकरण की प्रक्रिया शुरू हुई। १६०३ में स्कॉटलैंड के राजा जेम्स चतुर्थ, अंग्रेजी सिंहासन पर जेम्स प्रथम के नाम से विराजमान होकर जो दोनों राज्यों को एक व्यक्तिगत संघ की स्थिति में ला खड़ा किया। १६४९ से १६६० के लिए अंग्रेज़ी राष्ट्रमंडल के नाम से एक क्षणिक गणतांत्रिक काल चला, जो तीन राज्यों के युद्ध के बाद अस्तिव में आया, परंतु १६६० के बाद राजशाही को पुनर्स्थापित कर दिया गया। १७०७ में परवर्तित एक्ट ऑफ़ सेटलमेंट, १७०१, जो आज भी परवर्तित है, कॅथॉलिक व्यक्तियों तथा कैथोलिक व्यक्ति संग विवाहित व्यक्तियों को अंग्रज़ी राजसत्ता पर काबिज़ होने से निष्कर्षित करता है। १७०७ में अंग्रेज़ी और स्कॉटियाई राजशाहियों के विलय से ग्रेट ब्रिटेन राजशही की साथपना हुई और इसी के साथ अंग्रज़ी और स्कोटिश मुकुटों का भी विलय हो गया और संयुक्त "ब्रिटिश एकराट्तंत्र" स्थापित हुई। आयरिश राजशही ने १८०१ में ग्रेट ब्रिटेन राजशाही के साथ जुड़ कर ग्रेट ब्रिटेन और आयरलैंड की संयुक्त राजशाही की स्थापना की। ब्रिटिश एकराट्, विशाल ब्रिटिश साम्राज्य के नाममात्र प्रमुख थे, जो १९२१ में अपने वृहत्तम् विस्तार के समय विष के चौथाई भू-भाग पर राज करता था। १९२२ में आयरलैंड का पाँच-छ्याई हिस्सा आयरिश मुक्त राज्य के नाम से, संघ से बहार निकल गया। बॅल्फोर घोषणा, १९२६ ने ब्रिटिश डोमिनिओनों के औपनिवेशिक पद से राष्ट्रमंडल के भीतर ही विभक्त, स्वशासित, सार्वभौमिक देशों के रूप में परिवर्तन को मान्य करार दिया। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद ब्रिटिश साम्राज्य सिमटता गया, और ब्रिटिश साम्राज्य के अधिकतर पूर्व उपनिवेश व प्रदेश स्वतंत्र हो गए। जो पूर्व उपनिवेश, ब्रिटिश शासक को अपना शासक मानते है, उन देशों को ब्रिटिश राष्ट्रमण्डल प्रमंडल या राष्ट्रमण्डल प्रदेश कहा जाता है। इन अनेक राष्ट्रों के चिन्हात्मक समानांतर प्रमुख होने के नाते, ब्रिटिश एकराट् स्वयं को राष्ट्रमण्डल के प्रमुख के ख़िताब से भी नवाज़ते हैं। हालांकि की शासक को ब्रिटिश शासक के नाम से ही संबोधित किया जाता है, परंतु सैद्धान्तिक तौर पर सारे राष्ट्रों का संप्रभु पर सामान अधिकार है, तथा राष्ट्रमण्डल के तमाम देश एक-दुसरे से पूर्णतः स्वतंत्र और स्वायत्त हैं। .

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ब्रिटिश राजपरिवार

ब्रिटिश राजपरिवार, ब्रिटिश संप्रभु के परिवार के सबसे करीबी सदस्यों के समूह को कहाजाता है। हालाँकि, ब्रिटेन में ऐसा कोई दृढ़ नियम या विधान नहीं है, जो यह सुनियोजित करता हो की किन व्यक्तियों को इस विशेष समूह में रखा जाए, नाही कोई ऐसा विधान है जो राजपरिवार को विस्तृत रूप से परिभाषित करता हो। बहरहाल, आम तौर पर उन व्यक्तियों को जिनपर हिज़/हर मैजेस्टी(HM) या हिज़/हर रॉयल हाइनेस(HRH) का संबोधन रखते हैं, को आम तौर पर राजपरिवार का सदस्य माना जाता है। इस मापदंड के आधार पर राज परिवार में, अधिराट्, उनके/उनकी सहचारी, पूर्व संप्रभु(ओं) की विधवा(एँ)/विधुरगण, वेल्स के राजकुमार के ज्येष्ठताम् पुत्र के संतान, तथा पूर्व शासक(ओं) के पुत्रों की धर्मपत्नियाँ या उनकी विधवाएँ और उनके पुरुष-रेखा के पौत्र शामिल होंगे। विभिन्न राष्ट्रमण्डल प्रदेशों के सन्दर्भ में, इसी(या इस के सामान) विशेष समूह के लिए भिन्न शब्दावली का उपयोग भी किया जा सकता है, उदाहरण के तौर पर, ऑस्ट्रेलिया में इस समूह को ऑस्ट्रेलियाई राजपरिवार कहा जाता है। राजपरिवार के कई सदस्यों के नाम पर आधिकारिक निवास भी आवंटित किये जाते है, जो इनका आधिकारिक निवास होता है, तथा, कई सादस्यों को निजी अधिकारिणी भी प्रदान की जाती है। राजपरिवार के निजी स्टाफ के वेतन का भुगतान, महारानी के कोष से किया जाता है। राजपरिवार के अधिकांश सदस्य किसी-न-किसी प्रकार से, विंडसॉर घराने से संबंध रखते हैं। राजपरिवार के वरिष्ठ सदस्य, आम तौर पर, कुलनाम नहीं रकजते हैं। .

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ब्रिटिश राजसत्ता का अनुक्रम

ब्रिटिश सिंहासन पर उत्तराधिकार का क्रम, ब्रिटिश समेत विश्व के १५ अन्य राष्ट्रमण्डल प्रदेशों की साँझा एकराट्तंत्र के राजगद्दी पर उत्तराधिकार के क्रम को परिभाषित करती है। यह उत्तराधिकार क्रम कई ऐतिहासिक संविधियाँ, संधियाँ, परंपराएँ, और अधिनियमों द्वारा निर्धारित की जाती है। साथ ही राष्ट्रमण्डल प्रजाभूमियों के साँझ राजतांत्रिक व्यवस्था के कारण, इस क्रम अथवा इससे संबंधित विधानों को समस्त राष्ट्रमण्डल प्रमंडलों की स्वीकृति द्वारा निर्धारत एवं परिवर्तित किया जाता है। वर्तमान में, राजपाट और सिंहासन के वारिस की प्राथमिकता में प्रथम स्थान पर वेल्स के राजकुमार, चार्ल्स हैं, तत्पश्चात् कैम्ब्रिज के ड्यूक, प्रिंस विलियम हैं, और उनके बाद, उनके ज्येष्ठ पुत्र कैम्ब्रिज के प्रिंस जॉर्ज तथा तजपश्चात् उनकी छोटी बहन प्रिंसेस शार्लट हैं। .

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ब्रिटेन के शासक

जेम्स द्वितीय और सातवीं (१४ अक्टूबर १६३३ -16 सितम्बर १७०१) था आयरलैंड और इंग्लैंड के राजा जेम्स द्वितीय और स्कॉटलैंड के राजा के रूप में जेम्स VII, के रूप में जब तक वह 1688 की गौरवशाली क्रांति में अपदस्थ किया गया 6 फरवरी 1685 से। वह के राज्यों इंग्लैंड, स्कॉटलैंड और आयरलैंड पर राज करने के लिए अंतिम रोमन कैथोलिक सम्राट था। चार्ल्स का दूसरा जीवित बेटा मैं, वह अपने भाई, चार्ल्स द्वितीय की मौत पर सिंहासन चढ़ा। ब्रिटेन के कट्टर राजनीतिक अभिजात वर्ग के सदस्यों के तेजी से उसे समर्थक फ्रेंच और समर्थक कैथोलिक होने और एक सिंगे बनने पर डिजाइन होने का संदेह है। जब वह एक कैथोलिक वारिस का उत्पादन किया, अग्रणी रईसों पर अपने कट्टर दामाद और भतीजे विलियम ऑरेंज नीदरलैंड, जो उसने 1688 की गौरवशाली क्रांति में से एक आक्रमण सेना देश के लिए कहा जाता है। जेम्स इंग्लैंड भाग गया (और इस प्रकार छोड़ा है करने के लिए आयोजित किया गया था)। उन्होंने अपने ज्येष्ठ, कट्टर बेटी मरियम और उनके पति विलियम ऑरेंज के द्वारा प्रतिस्थापित किया गया था। जेम्स को पुनर्प्राप्त करने के लिए एक गंभीर प्रयास किया अपने मुकुट से विलियम और मरियम जब वह 1689 में आयरलैंड में उतरा। जुलाई 1690 में बलों के बोय्ने की लड़ाई में विलियम द्वारा जेकोबीन की हार के बाद, जेम्स फ्रांस करने के लिए लौट आए। वह बाहर एक भिखारी के रूप में अपने जीवन के बाकी रहते थे उनके चचेरे भाई और सहयोगी, राजा लुई XIV द्वारा प्रायोजित एक कोर्ट में। जेम्स अंग्रेजी संसद और हिंदी रोमन कैथोलिक और प्रोटेस्टेंट, अंगरेज़ी स्थापना की इच्छाओं के खिलाफ के लिए धार्मिक स्वतंत्रता बनाने के लिए अपने प्रयास के साथ अपने संघर्ष के लिए सबसे अच्छा जाना जाता है। हालांकि, वह भी स्कॉटलैंड में प्रेस्बिटेरियन का उत्पीड़न जारी रखा। संसद अन्य यूरोपीय देशों में होने वाली थी के विकास के लिए, साथ ही इंग्लैंड के चर्च की कानूनी सर्वोच्चता के नुकसान का विरोध किया, उनकी विपक्ष क्या वे माना जाता है के रूप में पारंपरिक अंग्रेजी स्वतंत्रताओं की रक्षा करने के लिए एक मार्ग के रूप में देखा। यह तनाव बनाया जेम्स के चार-वर्षीय शासनकाल एक अंग्रेजी संसद और मुकुट, उसके बयान, अधिकार का विधेयक के पारित होने, और उसकी बेटी और उसके पति राजा और रानी के रूप में के विलय में जिसके परिणामस्वरूप के बीच वर्चस्व के लिए संघर्ष। .

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बैड्डेली डेवेसी

सर बैड्डेली डेवेसी(Baddeley Devesi) (1941-2012), सोलोमन द्वीप के एक राजनेता हैं। उन्हें 7 जुलाई 1978 से 7 जुलाई 1988 के बीच, सोलोमन द्वीप की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, सोलोमन द्वीप के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। वे स्वतंत्रता पश्चात् सोलोमन द्वीप के पहले गवर्नर-जेनेरल थे। .

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बेलीज़

बेलीज़, पहले ब्रिटिश होंडुरास, मध्य अमेरिका के पूर्वी तट पर एक स्वतंत्र देश है। बेलीज के उत्तर में मैक्सिको, दक्षिण और पश्चिम में ग्वाटेमाला, और पूर्व में कैरेबियन सागर है। इसकी मुख्य भूमि लगभग 290 किमी (180 मील) लंबी और 110 किमी (68 मील) चौड़ी है। बेलीज का क्षेत्रफल 22,800 वर्ग किलोमीटर (8,800 वर्ग मील) तथा आबादी 368,310 (2015) है। यह मध्य अमेरिका में सबसे कम जनसंख्या घनत्व वाला देश है। देश की जनसंख्या वृद्धि दर 1.87% प्रति वर्ष (2015) इस क्षेत्र के अलावा पश्चिमी गोलार्ध में सबसे ऊंची है। बेलीज की स्थलीय और समुद्री प्रजातियों की बहुतायत और इसके पारिस्थितिक तंत्र की विविधता के कारण इसे विश्व स्तर पर महत्वपूर्ण मेसोअमेरिकन जैविक कॉरिडोर में एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। बेलीज़ में एक विविध समाज है, जो कई समृद्ध संस्कृतियों और भाषाओं से मिलकर बना है जो कि उसके समृद्ध इतिहास को प्रतिबिंबित करते हैं। अंग्रेजी बेलीज की आधिकारिक भाषा है, जबकि बेलीज़ियन क्रियोल अनौपचारिक भाषा है। आबादी में अधिकतर लोग बहुभाषी है, स्पैनिश दूसरी बोली जाने वाली सबसे आम भाषा है। बेलीज के लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई क्षेत्र दोनों के साथ मजबूत संबंध होने के कारण इसे सेंट्रल अमेरिकन और कैरेबियन राष्ट्र दोनों में माना जाता है। यह कैरेबियाई समुदाय (कैरिकॉम), लैटिन अमेरिकी और कैरिबियन राज्यों (सीईएलएसी) का समुदाय, और केंद्रीय अमेरिकी एकीकरण प्रणाली (एसआईसीए) तीनों क्षेत्रीय संगठनों में पूर्ण सदस्यता रखने वाले एकमात्र देश है। बेलीज एक राष्ट्रमंडल क्षेत्र है, सम्राट और राज्य के प्रमुख के रूप में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय हैं। बेलिज अपने सितंबर समारोह, इसके व्यापक प्रवाल भित्तियों और पेंटा संगीत के लिए जाना जाता है। बेलीज़ .

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बेलीज़ियाइ राजतंत्र

बेलीज़ का राजतंत्र, बेलीज़ की संवैधानिक राजतंत्र है। बेलीज़ एकाधिदारुक को बेलीज़ और संयुक्त राजशाही समेत कुल १५ प्रजाभूमियों, का सत्ताधारक एकराजीय संप्रभु होने का गौरव प्राप्त है। वर्तमान सत्ता-विद्यमान शासक, ६ फरवरी वर्ष १९५२ से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय हैं। अन्य राष्ट्रमण्डल देशों के सामान ही बेलीज़ की राजनीतिक व्यवस्था वेस्टमिंस्टर प्रणाली पर आधारित है, जिसमें राष्ट्रप्रमुख का पद नाममात्र होता है, और वास्तविक प्रशासनिक शक्तियां शासनप्रमुख पर निहित होते हैं। बेलीज़ सैद्धांतिक रूप से एक राजतंत्र है, और और बेलीज़ के शासक के पदाधिकारी इसके राष्ट्रप्रमुख होते हैं, हालाँकि शासक की सारी संवैधानिक शक्तियों का अभ्यास, उनके प्रतिनिधि के रूप में, बेलीज़ के गवर्नर-जनरल करते हैं। अधिराट् यदी स्त्री हो तो उन्हें " बेलीज़ की रानी" के नाम हे संबोधित किया जाता है, और एक पुरुष अधिराट् को " बेलीज़ के राजा के नाम से संबोधित किया जाता है। .

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बोसवेल विलियम्स

सर बोसवेल विलियम्स (Boswell Williams) (1926-2014) सेंट लूसिया के एक राजनेता हैं। उन्हें 19 जून 1980 से 13 दिसंबर 1982 के बीच, सेंट लूसिया की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, सेंट लूसिया के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। उन्होंने 13 दिसंबर 1982 को इस पद से इस्तीफा दे दिया था। .

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भारत में यूरोपीय आगमन

१५०१ से १७३९ के बीच भारत में यूरोपीय बस्तियाँ भारत के सामुद्रिक रास्तों की खोज 15वीं सदी के अन्त में हुई जिसके बाद यूरोपीयों का भारत आना आरंभ हुआ। यद्यपि यूरोपीय लोग भारत के अलावा भी बहुत स्थानों पर अपने उपनिवेश बनाने में सफल हुए पर इनमें से कइयों का मुख्य आकर्षण भारत ही था। सत्रहवीं शताब्दी के अंत तक यूरोपीय कई एशियाई स्थानों पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुके थे और अठारहवीं सदी के उत्तरार्ध में वे कई जगहों पर अधिकार भी कर लिए थे। किन्तु उन्नासवीं सदी में जाकर ही अंग्रेजों का भारत पर एकाधिकार हो पाया था। भारत की समृद्धि को देखकर पश्चिमी देशों में भारत के साथ व्यापार करने की इच्छा पहले से थी। यूरोपीय नाविकों द्वारा सामुद्रिक मार्गों का पता लगाना इन्हीं लालसाओं का परिणाम था। तेरहवीं सदी के आसपास मुसलमानों का अधिपत्य भूमध्य सागर और उसके पूरब के क्षेत्रों पर हो गया था और इस कारण यूरोपी देशों को भारतीय माल की आपूर्ति ठप्प पड़ गई। उस पर भी इटली के वेनिस नगर में चुंगी देना उनको रास नहीं आता था। कोलंबस भारत का पता लगाने अमरीका पहुँच गया और सन् 1487-88 में पेडरा द कोविल्हम नाम का एक पुर्तगाली नाविक पहली बार भारत के तट पर मालाबार पहुँचा। भारत पहुचने वालों में पुर्तगाली सबसे पहले थे इसके बाद डच आए और डचों ने पुर्तगालियों से कई लड़ाईयाँ लड़ीं। भारत के अलावा श्रीलंका में भी डचों ने पुर्तगालियों को खडेड़ दिया। पर डचों का मुख्य आकर्षण भारत न होकर दक्षिण पूर्व एशिया के देश थे। अतः उन्हें अंग्रेजों ने पराजित किया जो मुख्यतः भारत से अधिकार करना चाहते थे। आरंभ में तो इन यूरोपीय देशों का मुख्य काम व्यापार ही था पर भारत की राजनैतिक स्थिति को देखकर उन्होंने यहाँ साम्राज्यवादी और औपनिवेशिक नीतियाँ अपनानी आरंभ की। .

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भारत के सम्राट

ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ इंडिया का सितारा, जो ब्रिटिश साम्राज्यिक भारत के बिल्ले (चिह्न) के रूप में प्रयोग होता था। ”’भारत के सम्राट’”/”’साम्राज्ञी”, ”’ बादशाह-ए-हिं””, ”’ एम्परर/एम्प्रैस ऑफ इण्डिय”” वह उपाधि थी, जो कि अंतिम भारतीय मुगल शासक बहादुर_शाह_द्वितीय एवं भारत में ब्रिटिश राज के शासकों हेतु प्रयोग होती थी। कभी भारत के सम्राट उपाधि, भारतीय सम्राटों, जैसे मौर्य वंश के अशोक-महान। या मुगल_बादशाह अकबर-महान के लिये भी प्रयोग होती है। वैसे उन्होंने कभी भी यह उपाधियां अपने लिये नहीं घोषित कीं। .

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मध्यकालीन भारत

मध्ययुगीन भारत, "प्राचीन भारत" और "आधुनिक भारत" के बीच भारतीय उपमहाद्वीप के इतिहास की लंबी अवधि को दर्शाता है। अवधि की परिभाषाओं में व्यापक रूप से भिन्नता है, और आंशिक रूप से इस कारण से, कई इतिहासकार अब इस शब्द को प्रयोग करने से बचते है। अधिकतर प्रयोग होने वाले पहली परिभाषा में यूरोपीय मध्य युग कि तरह इस काल को छठी शताब्दी से लेकर सोलहवीं शताब्दी तक माना जाता है। इसे दो अवधियों में विभाजित किया जा सकता है: 'प्रारंभिक मध्ययुगीन काल' 6वीं से लेकर 13वीं शताब्दी तक और 'गत मध्यकालीन काल' जो 13वीं से 16वीं शताब्दी तक चली, और 1526 में मुगल साम्राज्य की शुरुआत के साथ समाप्त हो गई। 16वीं शताब्दी से 18वीं शताब्दी तक चले मुगल काल को अक्सर "प्रारंभिक आधुनिक काल" के रूप में जाना जाता है, लेकिन कभी-कभी इसे "गत मध्ययुगीन" काल में भी शामिल कर लिया जाता है। एक वैकल्पिक परिभाषा में, जिसे हाल के लेखकों के प्रयोग में देखा जा सकता है, मध्यकालीन काल की शुरुआत को आगे बढ़ा कर 10वीं या 12वीं सदी बताया जाता है। और इस काल के अंत को 18वीं शताब्दी तक धकेल दिया गया है, अत: इस अवधि को प्रभावी रूप से मुस्लिम वर्चस्व (उत्तर भारत) से ब्रिटिश भारत की शुरुआत के बीच का माना जा सकता है। अत: 8वीं शताब्दी से 11वीं शताब्दी के अवधि को "प्रारंभिक मध्ययुगीन काल" कहा जायेगा। .

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मानिटोबा का ध्वज

मानिटोबा का ध्वज मानिटोबा का ध्वज रेड एन्साइन का रूपान्तर है जिसपर प्रान्त के राज्यचिह्न का कवच बना हुआ है। ध्वज को ११ मई, १९६५ को मानिटोबा विधानसभा में एक विधेयक पारित कर स्वीकृत किया गया था। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने यूनियन जैक के उपयोग को अक्टूबर १९६५ में अनुमति दी थी और इसे १२ मई, १९६६ को घोषित किया गया। ध्वज को अपनाने का निर्णय तब लिया गया जब संघीय सरकार ने कनाडियाई रेड एन्साइन को हटाकर मेपल की पत्ती से बदलने का निर्णय लिया। ओण्टारियो का ध्वज भी इन्हीं परिस्थितियों में अपनाया गया। .

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मारग्रेट थैचर

मारग्रेट हिल्डा थैचर, बैरोनेस थैचर (13 अक्टूबर 1925 – 8 अप्रैल 2013) ब्रिटिश राजनीतिज्ञ थीं, जो बीसवी शताब्दी में सबसे लंबी अवधि (1979–1990) के लिए यूनाईटेड किंगडम की प्रधानमंत्री रही थीं और एकमात्र महिला जिन्होंने यह कार्यभार संभाला हो। .

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मार्ग्वेरिट् पिडलिंग

सर मार्ग्वेरिट् पिडलिंग (1932) बहामाज़ के एक राजनेता हैं। उन्हें 8 जुलाई 2014 को बेलीज़ की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, बहामाज़ के गवर्नर-जनरल के पद पर नियुक्त किया गया था। वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते हैं। .

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माईलो बट्लर

सर माईलो बट्लर (1906-1979) बहामाज़ के एक राजनेता हैं। उन्हें 1 अगस्त 1973 से 22 जनवरी 1979 के बीच, बेलीज़ की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, बहामाज़ के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते हैं। .

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माइकल जेफ़्री

मेजर जनरल माइकल जेफ़्री (Michael Jeffery) एक ऑस्ट्रेलियाई राजनीतिज्ञ थे। उन्हें 11 अगस्त 2003-5 सितंबर 2008 के बीच, ऑस्ट्रेलिया की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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माइकल ओजियो

सर माइकल ओजियो' (Sir Michael Ogio; 7 जुलाई 1942 – 18 फ़रवरी 2017) पापुआ न्यू गिनी के राजनीतिज्ञ थे। वो पापुआ न्यू गिनी के नौंवे गवर्नर-जनरल थे। वो पीपुल्स डेमोक्रेटिक मूवमेंट पार्टी के नेता थे। तत्कालीन गवर्नर जनरल जेफरी नेप के त्यागपत्र के बाद २० दिसम्बर २०१० को वो कार्यवाहक गवर्नर जनरल बने। १४ जनवरी २०११ को पाटो काकेराया को ६५-२३ के अन्तर से हराकर वो गवर्नर-जनरल चुने गये। २५ फ़रवरी २०११ को उन्हें शपथ दिलाई गयी। २६ अप्रैल २०११ को महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय ने उन्हें नाइटहूड पुरस्कार से सम्मानित किया ओजियो का १८ फ़रवरी २०१७ को पोर्ट मोरेस्बी में ७४ वर्ष की आयु में निधन हो गया। .

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मिशेल जीन

मिशेल जीन कनाडा की सत्ताईसवीं गवर्नर जनरल थीं। .

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मेरीलेबोन क्रिकेट क्लब

Club house occupied since 1814 | ground .

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मॉनिका डेकन

सर माॅनिका डेकन (Monica Dacon) (1934 -) सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के एक राजनेता हैं। उन्हें 3 जून 2002 से 2 सितंबर 2002 के बीच, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के कार्यवाहक गवर्नर-जनरल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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मॉरिशियाई रुपया

मॉरिशियाई रुपया (चिह्न: ₨; आईएसओ 4217 कोड: MUR) मॉरीशस का मुद्रा है। कई अन्य मुद्राओं को भी रुपया कहा जाता है। .

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मोज़ेस पिताकाका

सर मोज़ेस पिताकाका (Moses Pitaka) (1945-2011), सोलोमीन द्वीप के एक राजनेता थे। उन्हें 7 जुलाई 1994 से 7 जुलाई 1999 के बीच, सोलोमन द्वीप की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, सोलोमन द्वीप के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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यूनाइटेड किंगडम

वृहत् ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैण्ड का यूनाइटेड किंगडम (सामान्यतः यूनाइटेड किंगडम, यूके, बर्तानिया, UK, या ब्रिटेन के रूप में जाना जाने वाला) एक विकसित देश है जो महाद्वीपीय यूरोप के पश्चिमोत्तर तट पर स्थित है। यह एक द्वीपीय देश है, यह ब्रिटिश द्वीप समूह में फैला है जिसमें ग्रेट ब्रिटेन, आयरलैंड का पूर्वोत्तर भाग और कई छोटे द्वीप शामिल हैं।उत्तरी आयरलैंड, UK का एकमात्र ऐसा हिस्सा है जहां एक स्थल सीमा अन्य राष्ट्र से लगती है और यहां आयरलैण्ड यूके का पड़ोसी देश है। इस देश की सीमा के अलावा, UK अटलांटिक महासागर, उत्तरी सागर, इंग्लिश चैनल और आयरिश सागर से घिरा हुआ है। सबसे बड़ा द्वीप, ग्रेट ब्रिटेन, चैनल सुरंग द्वारा फ़्रांस से जुड़ा हुआ है। यूनाइटेड किंगडम एक संवैधानिक राजशाही और एकात्मक राज्य है जिसमें चार देश शामिल हैं: इंग्लैंड, उत्तरी आयरलैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स. यह एक संसदीय प्रणाली द्वारा संचालित है जिसकी राजधानी लंदन में सरकार बैठती है, लेकिन इसमें तीन न्यागत राष्ट्रीय प्रशासन हैं, बेलफ़ास्ट, कार्डिफ़ और एडिनबर्ग, क्रमशः उत्तरी आयरलैंड, वेल्स और स्कॉटलैंड की राजधानी.जर्सी और ग्वेर्नसे द्वीप समूह, जिन्हें सामूहिक रूप से चैनल द्वीप कहा जाता है और मैन द्वीप (आईल ऑफ मान), यू के की राजत्व निर्भरता हैं और UK का हिस्सा नहीं हैं। इसके इलावा, UK के चौदह समुद्रपार निर्भर क्षेत्र हैं, ब्रिटिश साम्राज्य, जो १९२२ में अपने चरम पर था, दुनिया के तकरीबन एक चौथाई क्षेत्रफ़ल को घेरता था और इतिहास का सबसे बड़ा साम्रज्य था। इसके पूर्व उपनिवेशों की भाषा, संस्कृति और कानूनी प्रणाली में ब्रिटिश प्रभाव अभी भी देखा जा सकता है। प्रतीकत्मक सकल घरेलू उत्पाद द्वारा दुनिया की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था और क्रय शक्ति समानता के हिसाब से सातवाँ बड़ा देश होने के साथ ही, यूके एक विकसित देश है। यह दुनिया का पहला औद्योगिक देश था और 19वीं और 20वीं शताब्दियों के दौरान विश्व की अग्रणी शक्ति था, लेकिन दो विश्व युद्धों की आर्थिक लागत और 20 वीं सदी के उत्तरार्ध में साम्राज्य के पतन ने वैश्विक मामलों में उसकी अग्रणी भूमिका को कम कर दिया फिर भी यूके अपने सुदृढ़ आर्थिक, सांस्कृतिक, सैन्य, वैज्ञानिक और राजनीतिक प्रभाव के कारण एक प्रमुख शक्ति बना हुआ है। यह एक परमाणु शक्ति है और दुनिया में चौथी सर्वाधिक रक्षा खर्चा करने वाला देश है। यह यूरोपीय संघ का सदस्य है, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक स्थायी सीट धारण करता है और राष्ट्र के राष्ट्रमंडल, जी8, OECD, नाटो और विश्व व्यापार संगठन का सदस्य है। .

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यूनाइटेड किंगडम का इतिहास

कुल ब्रिटेन आप्रवास निकालना।.

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यूनाइटेड किंगडम के शाही राजघराने

ब्रिटिश द्वीप समूह का नक्शा (उपग्रह चित्र) इस पृष्ठ में यूनाइटेड किंगडम के विभिन्न राजघरानों व उनके शासन की संक्षिप्त सूची है। ध्यान रहे, यूके के राजघरानों को ब्रिटिश राजघराने भी कहते हैं क्यूंकि ये सब ब्रिटिश द्वीप समूह में थे। लेकिन इन सभी ने इंग्लैंड पर शासन किया हो यह जरूरी नहीं हैं।.

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यॉर्क की राजकुमारी बियैट्रिस

यॉर्क की, राजकुमारी बियैट्रिस, (पूरा नाम:बियैट्रिस एलिज़ाबेथ मैरी) ब्रिटिश राजपरिवार की एक सदस्य है। वो राजकुमार एंड्रू, यॉर्क के ड्यूक और सारा, यॉर्क की डचेस के ज्येष्ठ पुत्री है। वह रानी एलिज़ाबेथ द्वि॰ की पौत्री है, और ब्रिटिश सिंघासन के अनुक्रम में सातवें स्थान पर हैं, तथा दूसरी महिला हैं। वह अपनी माता-पिता की पहली संतान हैं। .

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यॉर्क की राजकुमारी यूजीनी

यॉर्क की राजकुमारी यूजीन(पूरा नाम:यूजीन विक्टोरिया हेलेना; सटीक उच्चारण:युझ़ीनी) राजकुमार एंड्रू, यॉर्क के ड्यूक और सारा, यॉर्क की डचेस की दूसरी संतान और छोटी बेटी है। वह महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय की पोती हैं, और ब्रिटिश सिंघासन के उत्तराधिकार के अनुक्रम में आठवें स्थान पर हैं। वो इस क्रम में तीसरी स्त्री हैं। उमक जन्म २३ मार्च १९९० को हुआ था। वर्ष २०१५ में उन्होंने हौसेर एंड वर्थ आर्ट गैलरी, लंदन में काम करना शुरू किया था। .

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रानी माँ महारानी एलिजाबेथ

एलिजाबेथ एंजेला गुलबहार बोवेस-ल्यों (4 अगस्त 1900-30 मार्च 2002), राजा जॉर्ज VI की पत्नी और महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और राजकुमारी मार्गरेट की माँ थी। वे 1936 में अपने पति के परिग्रहण से 1952 में अपनी मृत्यु तक यूनाइटेड किंगडम की क्वीन कनसोर्ट रही, जिसके बाद  उन्हे रानी माँ महारानी एलिजाबेथ के रूप में जाना जाता था। वे भारत की अाखिरी क्वीन कनसोर्ट (महाराजा की पत्नी) थी। ब्रिटेन के एक कुलीन परिवार में जन्मी माननीया एलिजाबेथ बोवेस-ल्यों, 1904 मे उनके पिता को स्कॉटिश अर्लडम विरासत में मिलने के बाद, लेडी एलिजाबेथ बोवेस-ल्यों के नााम से जानी गयी।1923 में राजा जॉर्ज पंचम और क्वीन मैरी के दूसरे पुत्र, अल्बर्ट, ड्यूक ऑफ यॉर्क  से विवाह के बााद उन्हे शोहरत मिली। उनकी सार्वजनिक अभिव्यक्ति के अनुरूप उन्हे "मुस्कुराती हु रानी" कहा गया। 1936 में एडवर्ड अष्टम ने एक अमेरिकी तलाकशुदा, वालिस सिम्पसन, से विवाह करने के लिए राजगद्दी का त्याग कर दिया, जिस कारण उनके भाई अौर एलिजाबेथ के पति अप्रत्याशित रूप से राजा बन गए। इसके साथ एलिजाबेथ महारानी बन गयी। द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत से पहले, वे उनके पति के साथ फ्रांस और उत्तरी अमेरिका की राजनयिक यात्रा के लिए गयी। युद्ध के दौरान, उनकी अदम्य भावना से  ब्रिटिश जनता को नैतिक समर्थन मिला। ब्रिटिश हितों के लिए उनकी भूमिका के कारण, एडॉल्फ हिटलर ने उन्हे " यूरोप की सबसे खतरनाक सत्री " के रूप में वर्णित किया। युद्ध के बाद, उनके पति का स्वास्थ्य बिगड गया और वे 51 साल की उम्र में विधवा हो गयी।उनकी 25 वर्षीया पुत्री नयी महारानी बनी। 101 वर्ष की आयु में उनके निधन तक वे सार्वजनिक जीवन मे सक्रिय रही। उनकी छोटी बेटी, राजकुमारी मार्गरेट की मृत्यु के सात सप्ताह बाद ही उनका देहान्त हो गया। .

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राष्ट्रमण्डल प्रजाभूमि

राष्ट्रमण्डल प्रजाभूमि या राष्ट्रमण्डल प्रदेश, जिन्हें अंग्रेज़ी में कॉमनवेल्थ रॆयल्म कहा जाता है, राष्ट्रों के राष्ट्रमण्डल के उन १६ सार्वभौमिक राष्ट्रों को कहा जाता है, जिनपर एक ही शासक, महारानी एलिज़ाबेथ द्वि॰ का राज है। ये सारे देश एक ही राजसत्ता, शासक, राजपरिवार और उत्तराधिकार क्रम को साँझा करते हैं। इस व्यवस्था की शुरुआत १९३१ की वेस्टमिंस्टर की संविधि के साथ हुई थी, जिसके द्वारा ब्रिटेन के तत्कालीन डोमीनियन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूज़ीलैण्ड, आयरिश मुक्त राज्य और न्यूफाउण्डलैण्ड को ब्रिटिश राष्ट्रमण्डल के बराबर के सदस्य होने के साथ ही पूर्ण या पूर्णात्मत वैधिक स्वतंत्रता प्रदान की गयी थी। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद से, विश्व भर में विस्तृत, ब्रिटिश साम्राज्य के तमाम देशों को एक डोमिनियन के रूप में स्वाधीनता प्रदान कर दी गयी। जिनमे से कुछ राज्यों ने पूर्णतः स्वाधीन होने के बावजूद राजतंत्र के प्रति अपनी वफ़ादारी को बरक़रार रखा, जबकि कुछ राज्यों ने ब्रिटिश राजतंत्र को नाममात्र प्रमुख मानने से इनकार कर स्वयं को गणतांत्रिक राज्य घोषित कर दिया। आज, विश्व बाहर में कुल १६ ऐसे राज्य हैं जो स्वयं को महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय के एक प्रजाभूमि के रूप में पहचान करव्वते हैं। .

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राष्ट्रमण्डल शासनाध्यक्षों की बैठक 2013

२३वीं राष्ट्रमण्डल देशों के शासनाध्यक्षों की बैठक अर्थात चोगम (23rd Commonwealth Heads of Government Meeting or CHOGM) 15 से 17 नवम्बर 2013 को श्रीलंका की राजधानी कोलम्बो में आयोजित किया गया। पोर्ट ऑफ स्पेन, त्रिनिदाद और टोबैगो में २००९ को बैठक में सभी राष्ट्रमण्डल शासनाध्यक्षों ने यह निर्णय लिया गया था कि २०१३ की बैठक की मेजबानी श्रीलंका द्वारा की जायेगी। श्रीलंका ने २०११ की बैठक में मेजबानी की उम्मीद जताई थी लेकिन श्रीलंकाई गृहयुद्ध के दौरान कथित नृशंसता के लिए जाँच के दायरे में आने के कारण यह शिखर सम्मेलन पर्थ, ऑस्ट्रेलिया में आयोजित किया गया और कोलम्बो को २०१३ के शिखर सम्मेलन की मेजबानी मिली। .

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राष्ट्रमण्डल के प्रमुख

राष्ट्रमण्डल के प्रमुख, का पद, ५३ राष्ट्रों के राष्ट्रमण्डल का एक औपचारिक अध्यक्षात्मक पद है। राष्ट्रमण्डल या राष्ट्रकुल, ५३ मुख्यतः राष्ट्रों का एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है, जो पूर्वतः संयुक्त राजशाही के उपनिवेश या परिराज्य हुआ करते थे। यह पद केवल एक रितिस्पद पद है, जिसके पदाधिकारी का इस संगठन के दैनिक कार्यों में किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं है। इस पद के कार्यकाल की कोई समय-सीमा नहीं है, और परंपरागत रूप से इस पद व उत्पाद को ब्रिटिश संप्रभु पर निहित किया गया है। ब्रिटिश संप्रभु को पूर्वतः, राष्ट्रमण्डल के सारे देशों के शासक होने का दर्जा प्राप्त था, परंतु भारत की स्वतंत्रता के बाद, भारत ने स्वयं को एक गणराज्य घोषित कर दिया, और भारत के सम्राट के पद को खत्म कर दिया गया। बहरहाल, भारत ने राष्ट्रमण्डल का एक सदस्य रहना स्वीकार किया। इसके पश्चात, राष्ट्रमण्डल के प्रमुख के इस पद को एक गैर-राजतांत्रिक, औपचारिक अध्यक्षात्मक उपदि के रूप में स्थापित किया गया था। कथित तौर पर, राष्ट्रमण्डल के प्रमुख को, "स्वतंत्र सदस्य राष्ट्रों की मुक्त सहचार्यता का प्रतीक" माना गया है। .

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राष्ट्रकुल

रष्ट्रमण्डल देशों का मानचित्र राष्ट्रकुल, या राष्ट्रमण्डल देश (अंग्रेज़ी:कॉमनवेल्थ ऑफ नेशंस) (पूर्व नाम ब्रितानी राष्ट्रमण्डल), ५३ स्वतंत्र राज्यों का एक संघ है जिसमे सारे राज्य अंग्रेजी राज्य का हिस्सा थे (मोज़ाम्बीक और स्वयं संयुक्त राजशाही को छोड़ कर)। इसका मुख्यालय लंदन में स्थित है। इसका मुख्य उद्देश्य लोकतंत्र, साक्षरता, मानवाधिकार, बेहतर प्रशासन, मुक्त व्यापार और विश्व शांति को बढ़ावा देना है। इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय प्रत्येक चार वर्ष में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों और बैठक में भाग लेती हैं। इसकी स्थापना १९३१ में हुई थी, लेकिन इसका आधुनिक स्वरूप १९४७ में भारत और पाकिस्तान के स्वतंत्र होने के बाद निश्चित हुआ। राष्ट्रमंडल या राष्ट्रकुल देशों का कोई संविधान या चार्टर नहीं है। इसके प्रमुखों की प्रत्येक दो वर्ष में एक बार बैठक होती है। भारत सहित एंटीगुआ, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, ब्रुनेई, कनाडा, साइप्रस, घाना आदि इसके सदस्य हैं। जिम्बाब्वे को २००२ में राष्ट्रकुल की सदस्यता से हटाया गया था और २००३ में यह प्रतिबंध अनिश्चित काल तक बढ़ाया गया था। राष्ट्रकुल समूह के देशों की कुल जनसंख्या १.९ अरब है, जो विश्व की जनसंख्या की एक-तिहाई भाग है। फिजी को कॉमनवेल्थ समूह से २०००-०१ में प्रतिबंधित किया गया था, उसके बाद पुन: उस पर २००६ में प्रतिबंध लगा। नाइजीरिया को १९९५ से १९९९ तक प्रतिबंधित किया गया। पाकिस्तान पर १९९९ में प्रतिबंध लगा था। लंदन घोषणा के तहत ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय राष्ट्रमंडल देशों के समूह की प्रमुख होती हैं। राष्ट्रमंडल सचिवालय की स्थापना १९६५ में हुई थी। इसके महासचिव मुख्य कार्यकारी के तौर पर काम करते हैं। वर्तमान में कमलेश शर्मा इसके महासचिव हैं। उनका चयन नवंबर, २००७ को हुआ। इसके पहले महासचिव कनाडा के आर्नल्ड स्मिथ थे। .

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राजकुमार एडवर्ड, वेसेक्स के अर्ल

राजकुमार एडवर्ड, वेसेक्स के अर्ल,(पूरा नाम:एडवर्ड एंटनी रिचर्ड लुइस) महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय और राजकुमार फ़िलिप, एडिनबर्ग के ड्यूक के चार संतानों में से सबसे छोटे संतान हैं, वे रानी एलिज़ाबेथ के तीसरे पुत्र हैं। अपने जन्म के सन्मय, वे सिंघासन पर उत्तराधिकार के अनुक्रम में तीसरे स्थान पर थे। हालाँकि, उनके अग्रज भाइयों की संतानों के जन्म के बाद से, आज वे नौंवे स्थान पर हैं। .

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राजकुमार ऐंड्र्यू, यॉर्क के ड्यूक

प्रिंस एंड्रयू, यॉर्क के ड्यूक (एंड्रयू अल्बर्ट क्रिस्चियन एडवर्ड; जन्म 19 फरवरी 1960) ब्रिटिश शाही परिवार के एक सदस्य है। वे महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और राजकुमार फिलिप, एडिनबर्ग के ड्यूक का दूसरा बेटा है। 1986 से उन्हें यॉर्क के ड्यूक की उपादि से जाना जाता है, और वे यूनाइटेड किंगडम के सिंहासन पर उत्तराधिकार के क्रम में छठे स्थान पर है। प्रिंस एंड्रयू का जन्म बकिंघम पैलेस, लंदन में हुआ था। उनहोंने हीथरडाउन प्रीपरेटरी स्कूल, बर्कशायर, इंग्लैंड और गोर्डोंसटाउन, स्कॉटलैंड से अपनी प्राथमिक शिक्षा ली। प्रिंस एंड्रू ने यूनिवर्सिटी में पढ़ने के बजाय ब्रिटानिया रॉयल नेवल कॉलेज में जाना पसंद किया। नौसेना में उन्होंने फ़ॉकलैंड युद्ध में सेवा की है, और अपने कैरियर को जारी रखा, 1999 में वे एक कमांडर और 2001 में मानद कप्तान बन गए। 1986 में, प्रिंस एंड्रयू ने प्रिंस ऑफ वेल्स के पोलो प्रबंधक, रोनाल्ड फर्ग्यूसन, की छोटी बेटी, सारा फर्ग्यूसन से शादी की। इस शादी से उन्हें दो बेटियाँ हुईं:राजकुमारी बियैट्रिस और राजकुमारी यूजीनी। एंड्रयू और सारा 1992 में अलग हो गए, और मई 1996 में उनहोंने तलाक दे दिया। प्रिंस एंड्रयू शाही परिवार के एक सक्रिय सदस्य है। .

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राजकुमार फ़िलिप, एडिनबर्ग के ड्यूक

राजकुमार फ़िलिप, एडिनबर्घ के ड्यूक, (Prince Philip, Duke of Edinburgh) (जन्म से ग्रीस और डेनमार्क के राजकुमार फ़िलिप १० जून १९२१़ को) यूनाइटेड किंगडम की महरानी एलिज़ाबेथ द्वितीय के पति हैं। वह किसी ब्रिटिश शासक के शासनकाल में सर्वाधिक समय तक पटराजा रहे हैं। साथ ही वो ब्रिटिश राज परिवार के सबसे वृद्ध पुरुष सदस्य भी हैं। ग्लुक्सबर्ग राजघराने के सदस्य फिलिप का जन्म यूनानी और डैनिश राज परिवारों में हुआ था। उनका जन्म यूनान (ग्रीस) में हुआ था लिक्न बाल्यावस्था के दौरान ही उनके परिवार को देश से निष्कासित कर दिया गया। फ्रांस, जर्मनी और यूनाइटेड किंगडम से शिक्षा प्राप्त करने के बाद वो १८ वर्ष की उम्र में सन् १९३९ में ब्रिटिश शाही नौसेना में शमिल हो गये। १९३४ में पहली बार मिलने के बाद जुलाई १९३४ से ही उन्होंने अपनी १३ वर्षीय दूर की रिश्तेदार राजकुमारी एलिज़ाबेथ (कालांतर में महारानी एलिज़ाबेथ) से पत्राचार शुरु कर दिया था। दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान उन्होंने नौसेना की भूमघ्य और प्रशांत टुकड़ियों में अपनी सेवाएँ दीं थीं। युद्धोपरांत, जॉर्ज षष्टम ने फिलिप को अपनी बेटी एलिज़ाबेथ से विवाह की अनुमती दे दी। उनकी सगाई के आधिकारिक घोषणा से पूर्व ही उन्हें अपने यूनानी और डैनिश शाही पदवियाँ त्यागनी पड़ी और पूर्ण रूप से सामान्य ब्रिटिश नागरिक बनना पड़ा। इसके बाद उन्होंने अपने ननिहाल का माउंटबेटेन उपनाम रख लिया। सगाई के पाँच महीनों के बाद उन्होंने २० नवंबर १९४७ को एलिज़ाबेथ से शादी कर ली। शादी से पहले महाराजा जॉर्ज षष्टम ने उन्हें ब्रिटिश शाही पदवियों और अलंकरणों से सम्मानित किया। उन्हें पुकारने की शैली "हिज़ रोयल हाइनेस" और एडिनबर्घ के ड्यूक की उपाधि दी गई। 1952 में एलिज़ाबेथ के महारानी बनने पर फिलिप ने कमांडर के पद पर पहुंच जाने के बाद सक्रिय सैन्य सेवा छोड़ दी। उनकी पत्नी ने उन्हें सन् १९५७ में ब्रिटिश राजकुमार बना दिया। एलिज़ाबेथ और फिलिप के चार बच्चे हैं: चार्ल्स, वेल्स के राजकुमार, ऐन, शाही राजकुमारी, राजकुमार ऐंड्र्यु, यॉर्क के ड्यूक और राजकुमार एडवर्ड, वेसेक्स के अर्ल। उनके आठ पोते और पाँच पड़पोते हैं। .

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राजकुमार हेनरी, ग्लॉस्टर के ड्यूक

राजकुमार हेनरी विलियम फ़्रेडरिक अॅल्बर्ट, ग्लॉस्टर के ड्यूक (Prince Henry, Duke of Gloucester) जॉर्ज पंचम और रानी मैरी, की सबसे छोटी संतान और तीसरे पुत्र थे। उनका जन्म, 31 मार्च 1900 में हुआ था। अपने जन्म के समय वे, राजगद्दी के अनुक्रम में पाँचवे स्थान पर थे। .

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राजकुमार विलियम, कैम्ब्रिज के ड्यूक

राजुमार विलियम, कैम्ब्रिज के ड्यूक (Prince William, Duke of Cambridge) (विलियम आर्थर फ़िलिप लुई (अंग्रेज़ी: William Arthur Philip Louis); जन्म: 21 जून 1982), चार्ल्स, वेल्स के युवराज और दिवंगत डायना के बड़े पुत्र तथा एलिज़ाबेथ द्वितीय और राजकुमार फ़िलिप, एडिनबर्ग के ड्यूक, के तीसरे ज्येष्ठ पोते हैं। ये सोलह स्वतंत्र सार्वभौम राज्यों की राजगद्दी की उत्तराधिकारियों की पंक्ति में अपने पिता के पश्चात दूसरे स्थान पर हैं। ये सोलह राज्य कॉमनवैल्थ रॅलम (हिन्दी: राष्ट्रमंडल क्षेत्र) के नाम से जाने जाते हैं: यूनाईटेड किंगडम, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, जमैका, बारबाडोस, बहामास, ग्रेनेडा, पापुआ न्यू गिनी, सोलोमन द्वीप, तुवालू, सेंट लूसिया, सन्त विन्सेण्ट और ग्रेनाडाइन्स, बेलीज़, अण्टीगुआ और बारबूडा और सेंट किट्स और नेविस। राजकुमार विलियम यूनाईटेड किंगडम के चार अलग-अलग विद्यालयों में पढ़े थे तथा इन्होंने अपनी कॉलेज डिग्री यूनिवर्सिटी ऑफ़ सेंट एंड्रूज से प्राप्त करी। इन्होंने अंतराल वर्ष चिली, बेलीज़ तथा अफ़्रीकी राष्ट्रों में रह कर बिताया। अफ़्रीका में इन्होंने ज्यादातर समय कीनिया में बिताया जहाँ यह कई बार रहे तथा छुट्टियाँ मनाई। राजकुमार विलियम कीनियाई और तंजानियाई विश्विद्यालयों में स्वाहिली भाषा की शिक्षा भी प्राप्त कर चुके हैं। 2006 में ये अपने छोटे भाई राजकुमार हैरी के साथ ब्लूज एण्ड रॉयल्स रेजिमेंट ऑफ़ हाउसहोल्ड कैवेलरी में लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्त किए गए। 2009 में इनका तबादला रॉयल एयर फ़ोर्स में हो गया जहाँ इन्हें फ्लाईट लेफ्टिनेंट के पद पर पदोन्नत कर दिया गया। इस पद पर रहते हुए इन्होंने सर्च एण्ड रेस्क्यू फ़ोर्स में पूर्णकालिक पायलट बनने के लिए हैलीकॉप्टर उड़ाने का प्रिशिक्षण प्राप्त किया। वर्ष 2010 में इन्होंने अपना समान्य तथा विशेष-प्रकार हैलीकॉप्टर प्रशिक्षण पूरा किया और वेल्स के आरएएफ वैली स्टेशन में न॰ 22 स्क्वाड्रन आरएएफ में शामिल हो कर वैस्टलैंड सी किंग हेलिकॉप्टर में सह-पायलट की भूमिका निभाते हुए खोज और बचाव दल में कार्य करने लगे। राजकुमार विलियम ने 29 अप्रैल 2011 में अपनी लम्बे समय की प्रेमिका कैथरीन मिडलटन से वैस्टमिनस्टर एबी में विवाह किया। अपने विवाह से थोड़े समय पहले ही राजकुमार विलियम को ड्यूक ऑफ़ कैम्ब्रिज, अर्ल ऑफ़ स्ट्रैथिर्न और बैरन कैरिकफर्ग्स बना दिया गया था। .

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राजकुमारी एनी

राजकुमारी एनी ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की सुपुत्री हैं। .

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रिचर्ड केसी, बॅरन केसी

रिचऱ्ड गाऱ्डिनर, बॅरन केय़ेसी (Richard Gardiner Casey, Baron Casey) एक ब्रिटिश राजनीतिज्ञ थे। उन्हें 7 मई 1965-30 अप्रैल 1969 के बीच, महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। इसके अलावा, अपने व्यवसायिक जीवन के दौरान, उन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य की सेवा में, विश्व भर में विस्तृत विभिन्न ब्रिटिश उपनिवेशों में, अन्य अनेक महत्वपूर्ण व वर्चस्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवा दी थी। .

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रॉडने विलियम्स (गवर्नर जनरल)

सर रॉडने विलियम्स (Rodney Williams) अण्टीगुआ और बारबुडा के एक राजनेता हैं। उन्हें 14 अगस्त 2014 को अण्टीगुआ और बारबुडा की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, अण्टीगुआ और बारबुडा के गवर्नर-जनरल के पद पर नियुक्त किया गया था। वे इस पद को सुशोभित करने वाले चौथे व्यक्ति हैं। .

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रॉयल लॉज

रॉयल लॉज, बर्कशायर, इंग्लैंड में स्थित एक ग्रेड-२ सूचित भवन है। यह विंडसर ग्रेट पार्क में कम्बरलैंड लॉज से आधी मील उत्तर की ओर और विंडसर कासल से 3 मील दक्षिण की ओर स्थित है। यह १९५२ से २००२ तक रानी एलिज़ाबेथ, राजमाता का विंडसर का निवास था, यहाँ पर उन्होंने अपनी मृत्यु तक निवास किया था। वर्ष २००२ से यह राजकुमार एंड्रू, यॉर्क के ड्यूक का आधिकारिक निवास रहा है। यह लॉज मूलतः मध्य-सतरहवीं सदी का है। कम-से-कम १६६२ से इस स्थान पर एक भवन होने के प्रमाण हैं। १७५० से यहाँ, रानी ऐनी की शैली का एक मकान हुआ करता था। अपने इतिहास के दौरान इस लॉज को विभिन्न नामों से जाना जाता रहा है: जिनमें लोअर लॉज, ग्रेट लॉज, और डेयरी लॉज जैसे नाम शामिल हैं। कम्बरलैंड लॉज के पुनःनिर्माण के दौरान जॉर्ज पंचम ने इस भवन को एक अस्थायी निवास के रूप में इस्तेमाल किया था। उसके बाद कई मौकों पर इसमें कुछ बदलाव किये गए ताकि शाही परिवार की ज़रूरतों के अनुसार इसे बनायजा सके। राजा जॉर्ज षष्टम् की १९५२ में मृत्यु के बाद से, राजमाता एलिज़ाबेथ ने २००२ में अपनी मृत्यु तक इसी भवन में अपना जीवन व्यतीत किया। राजमाता की मृत्यु के समय रानी एलिज़ाबेथ द्वितीय भी इनके साथ मौजूद थीं। २००२ में इस भवन को राजमुकुट द्वारा यॉर्क के ड्यूक, प्रिंस एंड्रू को इस भवन को ७५ साल की लीज पर दिया गया था। तब से आज तक, प्रिंस एंड्रू यहीं रहते हैं। .

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लुईस माउंटबेटन, बर्मा के पहले अर्ल माउंटबेटन

लुइस फ्रांसिस एल्बर्ट विक्टर निकोलस जॉर्ज माउंटबेटन, बर्मा के पहले अर्ल माउंटबेटन, बेड़े के एडमिरल, केजी, जीसीबी, ओएम, जीसीएसआई, जीसीआईई, जीसीवीओ, डीएसओ, पीसी, एफआरएस (पूर्व में बैटनबर्ग के राजकुमार लुइस, 25 जून 1900 - 27 अगस्त 1979), एक ब्रिटिश राजनीतिज्ञ और नौसैनिक अधिकारी व राजकुमार फिलिप, एडिनबर्ग के ड्यूक (एलिजाबेथ II के पति) के मामा थे। वह भारत के आखिरी वायसरॉय (1947) थे और स्वतंत्र भारतीय संघ के पहले गवर्नर-जनरल (1947-48) थे, जहां से 1950 में आधुनिक भारत का गणतंत्र उभरेगा। 1954 से 1959 तक वह पहले सी लॉर्ड थे, यह पद उनके पिता बैटनबर्ग के राजकुमार लुइस ने लगभग चालीस साल पहले संभाला था। 1979 में उनकी हत्या प्रोविजनल आयरिश रिपब्लिकन आर्मी (आईआरए) ने कर दी, जिसने आयरलैंड रिपब्लिक की स्लीगो काउंटी में मुल्लाग्मोर में उनकी मछली मरने की नाव, शैडो V में बम लगा दिया था। वह बीसवीं सदी के मध्य से अंत तक ब्रिटिश साम्राज्य के पतन के समय के सबसे प्रभावशाली और विवादित शख्सियतों में से एक थे। .

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लुईस लेक-टैक

डेम लुईस लेक-टैक (Louise Lake-Tack) (1944 -) अण्टीगुआ और बारबुडा के एक राजनेत्री हैं। उन्हें 17 जुलाई 2007 से 14 अगस्त 2014 के बीच, अण्टीगुआ और बारबुडा की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, अण्टीगुआ और बारबुडा के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी की प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करती थी। वे इस पद को सुशोभित करने वाली पहली महिला हैं। .

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लेडी लुईज़ विन्ज़र

लेडी लुईस विंड्सर, (ब्रिटिश उच्चारण:लुईज़ विन्ज़र्, पूरा नाम:लुईस ऐलिस एलिज़ाबेथ मैरी माउण्टबैटन-विंड्सर) वेसेक्स के अर्ल, राजकुमार एडवर्ड और काउंटेस, सारा की पहली संतान और एकलौती पुत्री हैं। वह महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय का सबसे छोटी पोती हैं। लुईज़ का जन्म ८ नवंबर २००३ में फ़ॉर्मली पार्क अस्पताल, सरी, इंग्लैंड में हुआ था। उनका बपतिस्मा संस्कार २४ अप्रैल २००४ को विंडसर कासल, बर्कशायर में किया गया था। अपने जन्म के समय वे अपनी दादी, रानी एलिज़ाबेथ द्वितीय के बाद ब्रिटिश सिंघासन पर उत्तराधिकार के अनुक्रम में आठवें स्थान पर थीं; अपने छोटे भाई जेम्स के जन्म के बाद वे नौवें स्थान पर चली गयीं, तथा कैम्ब्रिज के राजकुमार जॉर्ज और राजकुमारी शार्लट के जन्म के बाद, वर्त्तमान समय में वो ग्यारहवें स्थान पर हैं। वे अपनी छोटे भाई और माता-पिता के साथ बॅगशॉट् पार्क, सरी में रहती हैं। File:Countess of Wessex and daughter.JPG|लेडी लुईस, अपनी माँ, सोफ़ी, वेसेक्स की काउंटेस के साथ, ट्रूपिंग ऑफ़ कलर्स समारोह, २०१३ में .

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शिवसागर रामगुलाम

शिवसागर रामगुलाम (दाहिने तरफ) सर शिवसागर रामगुलाम (१८ सितम्बर १९०० - १५ दिसम्बर १९८५) मारिशस के प्रथम मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री एवं छठे गवर्नर-जनरल थे। वे १९६१ से १९८२ तक प्रधान मन्त्री थे। वे हिन्दू धर्म के अनुयायी, हिन्दी भाषा के पक्षधर और भारतीय संस्कृति के पोषक थे। उनके कार्यकाल में हिन्दी के पठन-पाठन में बहुत प्रगति हुई। विपरीत परिस्थितियों और अभाव के रहते हुए भी उन्होंने हिन्दी के विकास में कोई कमी नहीं रखी। उन्होने ही सर्वप्रथम विश्व हिन्दी सचिवालय की स्थापना का विचार दिया था। उनके पुत्र नवीनचन्द्र रामगुलाम भी प्रमुख राजनयिक हैं। .

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सन्त हेलेना

सेंट हेलेना सेंट हेलेना ऑफ कान्सन्टपोल के नाम पर रखा गया दक्षिण अटलांटिक महासागर में ज्वालामुखी के माध्यम से विकसित हुआ एक द्वीप है। यह ब्रिटिश प्रवासी क्षेत्र सेंट हेलेना, एसेन्शन और त्रिस्तान द कुन्हा का एक हिस्सा है। इसकी राजधानी जेम्सटाउन है तथा यहां की आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है। इस द्वीप का इतिहास महज 500 साल पुराना है, जब 1502 में पुर्तगालियों ने इस निर्जन द्वीप की खोज की थी। बरमूडा के बाद ब्रिटेन की बची हुई दूसरी सबसे पुरानी कालोनी सेंट हेलेना दुनिया का सबसे दुर्गम क्षेत्र है, जिसका यूरोप से एशिया और दक्षिण अफ्रीका जाने वाले जहाजों के लिए काफी सामरिक महत्व हुआ करता था। कई सदियों तक इस द्वीप का इस्तेमाल ब्रिटेन द्वारा निर्वासितों को रखने के लिए किया गया, जिसमें नेपोलियन बोनापार्ट जैसे व्यक्ति भी शामिल हैं।.

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सर्जेई एरी

सर सर्जेई एरी पापुआ न्यू गिनी के एक राजनेता हैं। वे पापुआ न्यू गिनी के पूर्व गवर्नर-जनरल रह चुके हैं। उन्हें इस पद पर पापुआ न्यू गिनी की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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सारा, यॉर्क की डचेस

सारा, यॉर्क की डचेस, (पूरा नाम:सारा मार्गरेट(फर्ग्यूसन); जन्म:१५ अक्टूबर १९५९) एक ब्रिटिश लेखक, दानकर्ता, सार्वजनिक वक्ता, टीवी व्यक्तियत्व और फ़िल्म निर्माता हैं। उन्हें अक्सर उनके उपनाम फर्जी(Fergie) के नाम से जाना जाता है। वो महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय और राजकुमार फ़िलिप, एडिनबर्ग के ड्यूक के पुत्र राजकुमार एंड्रू, यॉर्क के ड्यूक के तलाकशुदा पूर्व पत्नी हैं। वो मेजर रोनाल्ड फर्ग्यूसन और उनकी पत्नी सूज़न की छोटी पुत्री हैं। उनका जन्म २५ अक्टूबर १९५९ को लंदन, इंग्लैंड में हुआ था। राजकुमार एंड्रू से उनका विवाह २३ जुलाई १९८६ को हुआ था। उनके विवाह पर एंड्रू को योक् के ड्यूक के खिताब से नवाज़ा गया था, जिसके कारण वे यॉर्क की डचेस बन गयी(तलख के बाद अविवाहित रहने के कारण यह उपदि अभी भी उनके साथ है)। सारा और राजकुमार की दो पुत्रियाँ हैं, राजकुमारी बियैट्रिस और राजकुमारी यूजीनी, जोकि वर्त्तमान समय में ब्रिटिश सिंघासन के उत्तराधिकार के अनुक्रम में क्रमशः सातवें और आठवें स्थान पर हैं। राजकुमार एंड्रू के साथ उनका तलाक़ ३० मई १९९६ को हुआ था। सारा कई किताबों की लेखक रह चुकी है, जिमें अधिकांश, बच्चों और युवाओं के लिए लिखी गयी हैं। साथ ही उन्हों ने कई दानकार्यों और चैरिटी कार्यक्रमों में हिस्सा लिया है, और लगातार ऐसा कार्यों को सकरांमत समर्थन भी देती रहीं हैं। .

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सिडनी गन-मुन्रो

सर सिडनी गन-मुन्रो (Sydney Gun-Munro) (1916-2007) सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के एक राजनेता हैं। उन्हें 27 अक्टूबर 1979 से 28 फरवरी 1985 के बीच, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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सिलस आटोपरे

सर सिलस आटोपर (1951–) पापुआ न्यू गिनी के एक राजनेता हैं। वे पापुआ न्यू गिनी के पूर्व गवर्नर-जनरल रह चुके हैं। उन्हें इस पद पर पापुआ न्यू गिनी की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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संयुक्त राजशाही का शाही कुलांक

250px यूनाइटेड किंगडम का शाही कुल-चिन्ह (Royal coat of arms of the United Kingdom) ब्रिटिश सम्राट, वर्तमान समय में एलिज़ाबेथ द्वितीय, का आधिकारिक कुल-चिन्ह है। यह चिन्ह महारानी द्वारा यूनाइटेड किंगडम सभी आधिकारिक प्रयोजनों में प्रयोग में लाया जाता है, तथा इसे आधिकारिक तौर पर आर्म्स ऑफ़ डोमिनियन (Arms of Dominion) के नाम से जाना जाता है। इस चिन्ह से प्रेरित कई प्रकार के चिन्ह शाही परिवार के अन्य सदस्य और ब्रिटिश सरकार देश से सम्बन्धित अपने प्रशासनिक कार्यो में इस्तेमाल करती है। स्कॉटलैंड में इसका एक अलग संस्करण इस्तेमाल किया जाता है तथा उस से प्रेरित एक अन्य चिन्ह को स्कॉटिश सरकार इस्तेमाल करती है। शाही चिन्ह की ढाल चार भागों में बटी हुई है, जिस के पहले व चौथे भाग में इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व करते हुए तीन अंग्रेज़ी शेर हैं, दूसरे भाग में फूलों की मेंड़ के साथ स्कॉटलैंड का प्रतिनिधित्व करता हुआ अनियंत्रित शेर है तथा तीसरे भाग में उत्तरी आयरलैंड का प्रतिनिधित्व करता हुआ क्लैरसच (हार्प) है। ढाल को शाही मुकुट पहने हुए अंग्रेज़ी शेर और जंजीर से बंधे स्कॉटिश यूनिकॉर्न ने संभाला हुआ है। .

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संयुक्त राजशाही की राजनीति

ब्रिटेन की राजनीतिक संरचना एक एकात्मक राज्य और एक संवैधानिक राजतंत्र के सिद्धांतों पर आधारित है। ब्रिटिश राजतांत्रिक व्यवस्था में, अधिराट्(नरेश) को राष्ट्रप्रमुख का दर्ज दिया गया है, जबकि लोकतांत्रिक तौर पर निर्वाचित प्रधानमंत्री शासनप्रमुख होते हैं। ब्रिटेन में प्रचलित यह राजनीतिक तथा सरकार की शासन प्रणाली ब्रिटेन की स्वयं की प्रणाली है, जो ब्रिटेन में ही, हज़ारों वर्षों के कालावधि में, क्रमशः विकसित हुई है। इसे वेस्टमिंस्टर प्रणाली के रूप में जाना जाता है। १८वीं और १९वीं सदी के दौरान ब्रिटेन के औपनिवेशिक विस्तार के कारण यह शासन प्रणाली विश्व के अन्य कई कोनों में फैली। आज, इसे, तथा इस पर आधारित या प्रभावित शासन प्रणालियों को कनाडा, भारत, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, मलेशिया और जमैका तथा अन्य राष्ट्रमंडल देशों में देखा जा सकता है। ब्रिटिश संविधान संहिताबद्ध नहीं है और लिखित तथा गैर-लिखा स्रोतों पर आधारित है। इसमें संसदीया अधिनियम, अदालती फैसलों समेत विभिन्न ऐतिहासिक संधियाँ और सभागम समूह तथा अन्य तत्त्व जैसे यूरोपीय विधान भी शामिल हैं, जिन्हें आज सामूहिक रूप से यूनाइटेड किंगडम का संविधान कहा जाता है। राज्य के प्रमुख और शासन-अधिकार के स्रोत, ग्रेट ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैंड की संयुक्त राजशाही के एकादिदेव, पदविराजमान- महारानी एलिजाबेथ द्वितीय- हैं। परंपरा के मुताबिक नरेश, हाउस ऑफ कॉमन्स(आमसदन) में बहुमत प्राप्त करने वाली पार्टी के नेता को ही प्रधानमन्त्री नियुक्त करते हैं, हालांकि सैद्धांतिक रूप से इस पद के लिए कोई भी ब्रिटिश नागरिक जो संसद सदस्य है, चाहे वह हाउस ऑफ लॉर्ड्स या कॉमन्स में से किसी भी एक सदन का सदस्य हो, इस पद पर नियुक्त होने का अधिकार रखता है, बशर्ते की उसके पास आमसदन का समर्थन हासिल हो। सम्पूर्ण ब्रिटिश प्रभुसत्तात् प्रदेश में वैधिक नियमों को बनाने, बदलने तथा लागु करने का संपूर्ण तथा सर्वोच्च विधिवत अधिकार केवल तथा केवल संसद के ही अधिकारक्षेत्र के व्यय पर विद्यमान है(संसदीय सार्वभौमिकता)। ब्रिटिश विधान-प्रक्रिया के अनुसार, संसद द्वारा पारित अधिनियमों को सांविधिक होने के लिए, ब्रिटिश संप्रभु की शाही स्वीकृति प्राप्त करना अनिवार्य होता है, जिसे स्वीकृत या अस्वीकृत करने के लिए वे सैधिन्तिक तौर पर पूणतः स्वतंत्र हैं, परंतु वास्तविक तौर पर अस्वीकृति की घटना अतिदुर्लभ है(पिछली ऐसी घटना 11 मार्च 1708 को हुई थी)। संप्रभु, प्रधानमंत्री की सलाह पर संसद भंग भी कर सकते हैं, लेकिन विधि सम्मत रूप से उनके पास, प्रधानमंत्री की सहमति के बिना भी संसद को भंग करने की शक्ति है। राजमुकुट के अन्य शाही शक्तियों, जिन्हें शाही विशेषाधिकार कहा जाता है, को संप्रभु, प्रधानमंत्री या मंत्रिमंडल की सलाह के बिना, अपने विवेक पर कर सकते हैं। तततिरिक्त, राजमुकुट की सारी कार्यकारी शक्तियों को संप्रभु, ऎतिहासिक परंपरानुसार, प्रधानमंत्री और अपनी मंत्रिमंडल की सलाह पर उपयोग करते हैं। तथा सार्वजनिक नीति में सम्राट की भूमिका औपचारिक कार्यों तक सीमित है। अतः, वर्तमान काल में ब्रिटेन में वास्तविक राजनीतिक शक्तियां प्रधानमंत्री और मंत्रिमण्डल के हाथों में होती है, जबकि अधिराट्, केवल एक पारंपरिक राष्ट्रप्रमुखीय पद है। ब्रिटिश राजनीतिक लहज़े में, संप्रभुता के वास्तविक कार्यवाहक को "ससंसाद माहरानी" कहा जाता है। वर्त्तमान ब्रिटेन, एक बहुदलीय लोकतंत्र है, और १९२० के दशक से, यहाँ की दो वृहदतम् राजनैतिक दल हैं कंजर्वेटिव पार्टी और लेबर पार्टी। ब्रिटिश राजनीति में, लेबर पार्टी के उदय से पहले लिबरल पार्टी एक बड़ी राजनीतिक दल हुआ करती थी। यूके में अल्पसंख्यक या गठबंधन सरकारों का शासन एक प्रासंगिक और यदाकदा की दृश्य है। तथा आम चुनावों में उपयोग होने वाली फर्स्ट-पास्ट-द-पोस्ट निर्वाचन पद्यति इस रुझान को बरकरार रखने में और भी सहभागी साबित होती है। बहरहाल, हाल ही में, २०१० से २०१५ तक कंजर्वेटिव पार्टी और लिबरल-डेमोक्रैट पार्टी की गठबंधन सरकार सत्ता पर विद्यमान थी, जोकि १९४५ के बाद पहली गठबंधन सरकार थी। हालाँकि, संयुक्त राजशाही में सर्वोच्च विधानाधिकार, लंदन-स्थित ब्रिटिश संसद को है, परंतु संयुक्त राजशाही के विभिन्न संघटक देशों:स्कॉटलैंड, उत्तरी आयरलैंड, वेल्स तथा लंदन क्षेत्र के लिए भी अनुक्रमित संसदों को स्थापित किया गया है, जिन्हें, संबंधित उपराष्ट्रीय इकाइयों के संदर्भ में सीमित विधानाधिकार प्रदान किया गया है, परंतु इस कारणवश संघीय या महासंघिया ढाँचे के विधानसभाओं के रूप में नहीं देखना चाहिए, ये केवल अनुक्रमित संसद हैं, और इनके द्वारा पारित किसी भी विधान को राष्ट्रीय संसद स्व-इच्छानुसार, कभी भी, पलट सकती है। वर्तमान में, ब्रिटेन, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, आठ के समूह(जी-८), आर्थिक सहयोग और विकास संगठन, राष्ट्रमण्डल तथा यूरोपीय संघ जैसे संगठनों का स्थायी सदस्य है, जिनमें से विशेष रूप से यूरोपीय संघ और उससे सम्बंधित मुद्दे, ब्रिटेन की राजनीती में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। .

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स्टॅनिस्लॉस ए जेम्स

सर स्टॅनिस्लॉस ए जेम्स (Stanislaus A. James) (1919-2011) सेंट लूसिया के एक राजनेता थे। उन्हें 10 अक्टूबर 1988 से 1 जून 1996 के बीच, सेंट लूसिया की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, सेंट लूसिया के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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सैंड्रा मेसन

सर सैंड्रा मेसन (Sandra Mason) (1949 -) बारबाडोस के एक राजनेता हैं। उन्हें 30 मई 2012 से 1 जून 2012 के बीच, बारबाडोस की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, बारबाडोस के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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सैंड्रिंघम हाउस

सैंड्रिंघम हाउस, नॉर्फ़ोक, इंग्लैंड में, सैंड्रिंघम गाँव के पास स्थित एक मुल्की मकान है। यह संपत्ति कुल २०,००० एकर की ज़मीन पर फैली हुई है, और रानी एलिज़ाबेथ द्वी॰ की निजी संपत्ति है, नाकि अन्य महलों की तरह राजमुकुट की। यह प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर नॉर्फ़ोक कोस्ट इलाके में रॉयल सैंड्रिंघम एस्टेट में स्थित है। .

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सेण्ट किट्स और नेविस

सेंट किट्स और नेविस संघ वेस्ट इंडीज में लीवार्ड द्वीप पर स्थित एक द्वि द्वीपीय संघीय देश है। क्षेत्रफल और जनसंख्या के लिहाज से यह दक्षिण अमेरिका और उत्तरी अमेरिका का सबसे छोटा संप्रभु राष्ट्र है। देश की राजधानी और सरकार का मुख्यालय सबसे बड़े द्वीप सेट किट्स पर स्थित बेसेत्री है। छोटा राज्य नेविस दक्षिण-पूर्व में स्थित है। ऐतिहासिक तौर पर ब्रिटिश निर्भर क्षेत्र एन्गुएला भी कभी इस मंडल का हिस्सा हुआ करता था। सेंट किट्स और नेविस उन पहले कैरेबियाई द्वीपों में शामिल हैं, जहां यूरोपीय पहले पहल बसे थे। सेंट किट्स कैरेबियन में पहले ब्रिटिश और फ्रांसीसी कालोनी का गढ़ हुआ करता था। श्रेणी:देश श्रेणी:उत्तर अमेरिका.

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सेंट लूसिया का राजतंत्र

सेंट लूसिया का राजतंत्र, सेंट लूसिया की संवैधानिक राजतंत्र है। सेंट लूसिया के एकाधिदारुक को सेंट लूसिया और संयुक्त राजशाही समेत कुल १५ प्रजाभूमियों, का सत्ताधारक एकराजीय संप्रभु होने का गौरव प्राप्त है। वर्तमान सत्ता-विद्यमान शासक, ६ फरवरी वर्ष १९५२ से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय हैं। अन्य राष्ट्रमण्डल देशों के सामान ही सेंट लूसिया की राजनीतिक व्यवस्था वेस्टमिंस्टर प्रणाली पर आधारित है, जिसमें राष्ट्रप्रमुख का पद नाममात्र होता है, और वास्तविक प्रशासनिक शक्तियां शासनप्रमुख पर निहित होते हैं। सेंट लूसिया सैद्धांतिक रूप से एक राजतंत्र है, और सेंट लूसिया के शासक के पदाधिकारी इसके राष्ट्रप्रमुख होते हैं, हालाँकि शासक की सारी संवैधानिक शक्तियों का अभ्यास, उनके प्रतिनिधि के रूप में, सेंट लूसिया के गवर्नर-जनरल करते हैं। अधिराट् यदी स्त्री हो तो उन्हें " सेंट लूसिया की रानी" के नाम हे संबोधित किया जाता है, और एक पुरुष अधिराट् को " सेंट लूसिया के राजा के नाम से संबोधित किया जाता है। .

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सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस का राजतंत्र

सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस का राजतंत्र, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस की संवैधानिक राजतंत्र है। सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के एकाधिदारुक को सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस और संयुक्त राजशाही समेत कुल १५ प्रजाभूमियों, का सत्ताधारक एकराजीय संप्रभु होने का गौरव प्राप्त है। वर्तमान सत्ता-विद्यमान शासक, ६ फरवरी वर्ष १९५२ से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय हैं। अन्य राष्ट्रमण्डल देशों के सामान ही सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस की राजनीतिक व्यवस्था वेस्टमिंस्टर प्रणाली पर आधारित है, जिसमें राष्ट्रप्रमुख का पद नाममात्र होता है, और वास्तविक प्रशासनिक शक्तियां शासनप्रमुख पर निहित होते हैं। सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस सैद्धांतिक रूप से एक राजतंत्र है, और सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के शासक के पदाधिकारी इसके राष्ट्रप्रमुख होते हैं, हालाँकि शासक की सारी संवैधानिक शक्तियों का अभ्यास, उनके प्रतिनिधि के रूप में, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के गवर्नर-जनरल करते हैं। अधिराट् यदी स्त्री हो तो उन्हें " सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस की रानी" के नाम हे संबोधित किया जाता है, और एक पुरुष अधिराट् को " सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के राजा के नाम से संबोधित किया जाता है। .

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सेंट किट्स और नेविस का राजतंत्र

सेंट किट्स और नेविस का राजतंत्र, सेंट किट्स और नेविस की संवैधानिक राजतंत्र है। सेंट किट्स और नेविस के एकाधिदारुक को सेंट किट्स और नेविस और संयुक्त राजशाही समेत कुल १५ प्रजाभूमियों, का सत्ताधारक एकराजीय संप्रभु होने का गौरव प्राप्त है। वर्तमान सत्ता-विद्यमान शासक, ६ फरवरी वर्ष १९५२ से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय हैं। अन्य राष्ट्रमण्डल देशों के सामान ही सेंट किट्स और नेविस की राजनीतिक व्यवस्था वेस्टमिंस्टर प्रणाली पर आधारित है, जिसमें राष्ट्रप्रमुख का पद नाममात्र होता है, और वास्तविक प्रशासनिक शक्तियां शासनप्रमुख पर निहित होते हैं। सेंट किट्स और नेविस सैद्धांतिक रूप से एक राजतंत्र है, और सेंट किट्स और नेविस के शासक के पदाधिकारी इसके राष्ट्रप्रमुख होते हैं, हालाँकि शासक की सारी संवैधानिक शक्तियों का अभ्यास, उनके प्रतिनिधि के रूप में, सेंट किट्स और नेविस के गवर्नर-जनरल करते हैं। अधिराट् यदी स्त्री हो तो उन्हें " सेंट किट्स और नेविस की रानी" के नाम हे संबोधित किया जाता है, और एक पुरुष अधिराट् को " सेंट किट्स और नेविस के राजा के नाम से संबोधित किया जाता है। .

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सोफ़ी, वेसेक्स की काउंटेस

सोफ़ी, वेसेक्स की काउंटेस,(सोफ़ी हेलेन) महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय और राजकुमार फ़िलिप के सबसे छोटे पुत्र, राजकुमार एडवर्ड, वेसेक्स के अर्ल की धर्मपत्नी है। उनका जन्म २० जनवरी १९६५ को हुआ था, और राजकुमार से विवाह से पहले वे पब्लिक रिलेशन्स में काम करती थी। उमके दो संतान हैं, जेम्स और लुईस, जो क्रमशः, ब्रिटिश सिंघासन के अनुक्रम में दसवें और ग्यारहवें स्थान पर हैं। .

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सोलोमन द्वीप

सोलोमन द्वीप है एक संप्रभु देश मिलकर के छह प्रमुख द्वीपों और 900 से अधिक छोटे द्वीपों में ओशिनिया के लिए झूठ बोल के पूर्व पापुआ न्यू गिनी और नॉर्थवेस्ट के वानुअतु और कवर एक भूमि क्षेत्र के साथ 28,400 वर्ग किलोमीटर (11,000 वर्ग मील)है। देश की राजधानी होनियारा, द्वीप पर स्थित है के गुआडलकैनाल.

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सोलोमन द्वीप का राजतंत्र

सोलोमन द्वीप राजतंत्र, सोलोमन द्वीप की संवैधानिक राजतंत्र है। जमैकी एकाधिदारुक को सोलोमन द्वीप और संयुक्त राजशाही समेत कुल १५ प्रजाभूमियों, का सत्ताधारक एकराजीय संप्रभु होने का गौरव प्राप्त है। वर्तमान सत्ता-विद्यमान शासक, ६ फरवरी वर्ष १९५२ से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय हैं। अन्य राष्ट्रमण्डल देशों के सामान ही सोलोमन द्वीप की राजनीतिक व्यवस्था वेस्टमिंस्टर प्रणाली पर आधारित है, जिसमें राष्ट्रप्रमुख का पद नाममात्र होता है, और वास्तविक प्रशासनिक शक्तियां शासनप्रमुख पर निहित होते हैं। सोलोमन द्वीप सैद्धांतिक रूप से एक राजतंत्र है, और और सोलोमन द्वीप के शासक के पदाधिकारी इसके राष्ट्रप्रमुख होते हैं, हालाँकि शासक की सारी संवैधानिक शक्तियों का अभ्यास, उनके प्रतिनिधि के रूप में, सोलोमन द्वीप के गवर्नर-जनरल करते हैं। अधिराट् यदी स्त्री हो तो उन्हें " सोलोमन द्वीप की रानी" के नाम हे संबोधित किया जाता है, और एक पुरुष अधिराट् को " सोलोमन द्वीप के राजा के नाम से संबोधित किया जाता है। .

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सोलोमन द्वीपसमूह

सोलोमन द्वीप पापुआ न्यू गिनी के पूर्व में मेलानेसिया में करीब एक हजार द्वीपों वाला एक देश है। करीबन 28,400 वर्ग किलोमीटर (10,965 वर्ग मील) में फैले इस देश की राजधानी गुआडलकैनाल द्वीप पर स्थित होनिअरा है। माना जाता है कि सोलोमन द्वीप पर हजारों साल पहले मेलोनेशियाई लोग रहा करते थे। यूनाइटेड किंगडम ने 1890 में सोलोमन द्वीप पर एक संरक्षित राज्य की स्थापना की। द्वितीय विश्व युद्ध की सबसे संघर्षपूर्ण लड़ाई 1942-45 के सोलोमन द्वीप अभियान के दौरान लड़ी गई, जिसमें गुआडलकैनाल की लड़ाई शामिल है। 1976 में लोगों ने स्वशासन और दो साल बाद आजादी हासिल की थी। सोलोमन द्वीप एक संवैधानिक राजतंत्र है, जिसकी मुखिया महारानी एलिजाबेथ द्वितीय हैं। 1998 में हुई जातीय हिंसा, सरकारी भ्रष्ट व्यवहार और अपराध ने देश और समाज की स्थिरता को कमजोर किया है। जून 2003 में ऑस्ट्रेलियाई नीत बहुराष्ट्रीय बल क्षेत्रीय सहायता मिशन सोलोमन द्वीप (RAMSI) सोलोमन द्वीप पर शांति बहाल करने, जातीय उपद्रवियों पर लगाम लगाने और नागरिक प्रशासन में सुधार के उद्देश्य से पहुंची है। उत्तर सोलोमन द्वीप स्वतंत्र सोलोमन द्वीप और बौगैन्विल्ले प्रांत के बीच पापुआ न्यू गिनी में विभाजित हैं। .

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हर्बर्ट डफस

सर हर्बर्ट डफस(Herbert Duffus) (1908-2002), जमैका के एक राजनेता थे। उन्हें 2 मार्च 1973 से 27 जून 1973 के बीच, जमैका की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, जमैका के गवर्नर-जनरल(कार्यवाहक) यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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हास्टिंग्स बान्डा

हस्टिंग्स कामुज़ू बाण्डा (मार्च या अप्रैल १८९८ – २५ नवम्बर १९९७) १९६१ से १९९४ तक मलावी और इसके पूर्ववर्ती राज्य न्यासलैण्ड के नेता थे। उनकी अधिकत्तर शिक्षा के बाद बाण्डा अपनी गृह काउंटी (उस समय के ब्रितानी न्यासलैण्ड), उपनिवेशवाद के विरुद्ध बोलने के लिए और स्वतंत्रता के लिए वकालत करने के लिए वापस पहुँचे। १९६३ में उन्हें औपचारिक रूप से न्यासवाद के प्रधानमंत्री पद पर नियुक्त किया गया जो बाद में मलावी के रूप में स्वतंत्र राष्ट्र बन गया। .

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हावर्ड कुक

सर हावर्ड कुक(Howard Cooke) (1915-2014), जमैका के एक राजनेता थे। उन्हें 1 अगस्त 1991 से 15 फरवरी 2006 के बीच, जमैका की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, जमैका के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान, शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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ह्यूग स्प्रिंगर

सर ह्यूग स्प्रिंगर (Hugh Springer) (1913-1994) बारबाडोस के एक राजनेता हैं। उन्हें 24 फरवरी 1984 से 6 जून 1990 के बीच, बारबाडोस की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, बारबाडोस के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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हैरिएट हर्मन

हैरिएट रुथ हर्मन (जन्म: ३० जुलाई १९५०), महारानी एलिज़ाबेथ II की सलाहकार समिति की सदस्य, एक ब्रिटिश अधिवक्ता और राजनेत्री हैं। यह २०१५ से लेबर पार्टी की कार्यकारी नेता और यूनाइटेड किंगडम की संसद में नेता विपक्ष भी हैं। यह १९८२ से यूके की सांसद हैं जब यह पहली बार १९८२ में पेकहम से और फिर १९९७ में कैंबरवेल व पेकहम निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुनी गईं थीं। स्त्री अधिकारों के लिए लड़ने वाली हर्मन एक प्रखर महिलावादी नेता के रूप में भी जानी जाती हैं। इन्होंने जोर दे कर कहा है "मैं लेबर पार्टी में इसलिए हूँ क्यूंकि मैं एक महिलावादी हूँ। मैं लेबर पार्टी में इसलिए हूँ क्यूंकि मैं समानता में यकीन रखती हूँ।" लदंन में पिता डॉक्टर जॉन बी.

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हेनरी मिल्टन टेलर

सर हेनरी मिल्टन टेलर (1903-1994) बहामाज़ के एक राजनेता हैं। उन्हें 26 जून 1988 से 1 जनवरी 1992 के बीच, बेलीज़ की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, बहामाज़ के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते हैं। .

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हेनरी विलियम्स हार्वे

सर हेनरी विलियम्स हार्वे (Henry Harvey Williams) (1917-2004) 29 फरवरी 1988 से 20 सितंबर 1989 के बीच, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के कार्यवाहक गवर्नर-जनरल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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होलीरूड महल

हॉलीरूड का महल, स्कॉटलैण्ड में ब्रिटिश राजपरिवार का आधिकारिक निवास स्थान है। एडिनबर्ग में रोयल माइल के दक्षिण में एडिनबर्ग किला के सामने स्थित यह होलीरूड स्कॉटिश शासकों का सोलहवीं सदी से ही निवास स्थान रहा है। महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय हर गर्मियों की शुरुवात में एक हफ्ता होलीरूड महल में बिताती हैं। .

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जमैकन राजतंत्र

जमैका राजतंत्र, जमैका की संवैधानिक राजतंत्र है। जमैकी एकाधिदारुक को जमैका और संयुक्त राजशाही समेत कुल १५ प्रजाभूमियों, का सत्ताधारक एकराजीय संप्रभु होने का गौरव प्राप्त है। वर्तमान सत्ता-विद्यमान शासक, ६ फरवरी वर्ष १९५२ से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय हैं। अन्य राष्ट्रमण्डल देशों के सामान ही जमैका की राजनीतिक व्यवस्था वेस्टमिंस्टर प्रणाली पर आधारित है, जिसमें राष्ट्रप्रमुख का पद नाममात्र होता है, और वास्तविक प्रशासनिक शक्तियां शासनप्रमुख पर निहित होते हैं। जमैका सैद्धांतिक रूप से एक राजतंत्र है, और और जमैका के शासक के पदाधिकारी इसके राष्ट्रप्रमुख होते हैं, हालाँकि शासक की सारी संवैधानिक शक्तियों का अभ्यास, उनके प्रतिनिधि के रूप में, जमैका के गवर्नर-जनरल करते हैं। अधिराट् यदी स्त्री हो तो उन्हें "जमैका की रानी" के नाम हे संबोधित किया जाता है, और एक पुरुष अधिराट् को "जमैका के राजा के नाम से संबोधित किया जाता है। .

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जमैका

जमैका ग्रेटर एंटीलिज पर स्थित एक द्वीप राष्ट्र है, २३४ किमी लंबाई और ८० किमी चौड़ाई वाले इस द्वीप राष्ट्र का कुल विस्तार ११,१०० वर्ग किमी है। कैरेबियन सागर में स्थित यह देश क्यूबा से १४५ किमी दक्षिण, हैती से १९० किमी पश्चिम में स्थित है। स्पेनिश अधिशासन के दौरान सेंतियागो और बाद में ब्रिटिश क्राउन उपनिवेश जमैका बन गया। २८ लाख की आबादी के साथ यह देश उत्तरी अमेरिका में संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा के बाद तीसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है। राष्ट्रकुल के सदस्य के रूप में यहां की मुखिया महारानी एलिजाबेथ द्वितीय हैं। यहां की राजधानी किंग्सटन है। .

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जयपुर

जयपुर जिसे गुलाबी नगर के नाम से भी जाना जाता है, भारत में राजस्थान राज्य की राजधानी है। आमेर के तौर पर यह जयपुर नाम से प्रसिद्ध प्राचीन रजवाड़े की भी राजधानी रहा है। इस शहर की स्थापना १७२८ में आमेर के महाराजा जयसिंह द्वितीय ने की थी। जयपुर अपनी समृद्ध भवन निर्माण-परंपरा, सरस-संस्कृति और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यह शहर तीन ओर से अरावली पर्वतमाला से घिरा हुआ है। जयपुर शहर की पहचान यहाँ के महलों और पुराने घरों में लगे गुलाबी धौलपुरी पत्थरों से होती है जो यहाँ के स्थापत्य की खूबी है। १८७६ में तत्कालीन महाराज सवाई रामसिंह ने इंग्लैंड की महारानी एलिज़ाबेथ प्रिंस ऑफ वेल्स युवराज अल्बर्ट के स्वागत में पूरे शहर को गुलाबी रंग से आच्छादित करवा दिया था। तभी से शहर का नाम गुलाबी नगरी पड़ा है। 2011 की जनगणना के अनुसार जयपुर भारत का दसवां सबसे अधिक जनसंख्या वाला शहर है। राजा जयसिंह द्वितीय के नाम पर ही इस शहर का नाम जयपुर पड़ा। जयपुर भारत के टूरिस्ट सर्किट गोल्डन ट्रायंगल (India's Golden Triangle) का हिस्सा भी है। इस गोल्डन ट्रायंगल में दिल्ली,आगरा और जयपुर आते हैं भारत के मानचित्र में उनकी स्थिति अर्थात लोकेशन को देखने पर यह एक त्रिभुज (Triangle) का आकार लेते हैं। इस कारण इन्हें भारत का स्वर्णिम त्रिभुज इंडियन गोल्डन ट्रायंगल कहते हैं। भारत की राजधानी दिल्ली से जयपुर की दूरी 280 किलोमीटर है। शहर चारों ओर से दीवारों और परकोटों से घिरा हुआ है, जिसमें प्रवेश के लिए सात दरवाजे हैं। बाद में एक और द्वार भी बना जो 'न्यू गेट' कहलाया। पूरा शहर करीब छह भागों में बँटा है और यह १११ फुट (३४ मी.) चौड़ी सड़कों से विभाजित है। पाँच भाग मध्य प्रासाद भाग को पूर्वी, दक्षिणी एवं पश्चिमी ओर से घेरे हुए हैं और छठा भाग एकदम पूर्व में स्थित है। प्रासाद भाग में हवा महल परिसर, व्यवस्थित उद्यान एवं एक छोटी झील हैं। पुराने शह के उत्तर-पश्चिमी ओर पहाड़ी पर नाहरगढ़ दुर्ग शहर के मुकुट के समान दिखता है। इसके अलावा यहां मध्य भाग में ही सवाई जयसिंह द्वारा बनावायी गईं वेधशाला, जंतर मंतर, जयपुर भी हैं। जयपुर को आधुनिक शहरी योजनाकारों द्वारा सबसे नियोजित और व्यवस्थित शहरों में से गिना जाता है। देश के सबसे प्रतिभाशाली वास्तुकारों में इस शहर के वास्तुकार विद्याधर भट्टाचार्य का नाम सम्मान से लिया जाता है। ब्रिटिश शासन के दौरान इस पर कछवाहा समुदाय के राजपूत शासकों का शासन था। १९वीं सदी में इस शहर का विस्तार शुरु हुआ तब इसकी जनसंख्या १,६०,००० थी जो अब बढ़ कर २००१ के आंकड़ों के अनुसार २३,३४,३१९ और २०१२ के बाद ३५ लाख हो चुकी है। यहाँ के मुख्य उद्योगों में धातु, संगमरमर, वस्त्र-छपाई, हस्त-कला, रत्न व आभूषण का आयात-निर्यात तथा पर्यटन-उद्योग आदि शामिल हैं। जयपुर को भारत का पेरिस भी कहा जाता है। इस शहर के वास्तु के बारे में कहा जाता है कि शहर को सूत से नाप लीजिये, नाप-जोख में एक बाल के बराबर भी फ़र्क नहीं मिलेगा। .

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जयपुर जिला

- जयपुर (राजस्थानी: जैपर) जिसे गुलाबी नगर के नाम से भी जाना जाता है, भारत में राजस्थान राज्य की राजधानी है। आमेर के तौर पर यह जयपुर नाम से प्रसिद्ध प्राचीन रजवाड़े की भी राजधानी रहा है। इस शहर की स्थापना १७२८ में आंबेर के महाराजा जयसिंह द्वितीय ने की थी। जयपुर अपनी समृद्ध भवन निर्माण-परंपरा, सरस-संस्कृति और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यह शहर तीन ओर से अरावली पर्वतमाला से घिरा हुआ है। जयपुर शहर की पहचान यहाँ के महलों और पुराने घरों में लगे गुलाबी धौलपुरी पत्थरों से होती है जो यहाँ के स्थापत्य की खूबी है। १८७६ में तत्कालीन महाराज सवाई रामसिंह ने इंग्लैंड की महारानी एलिज़ाबेथ प्रिंस ऑफ वेल्स युवराज अल्बर्ट के स्वागत में पूरे शहर को गुलाबी रंग से आच्छादित करवा दिया था। तभी से शहर का नाम गुलाबी नगरी पड़ा है। शहर चारों ओर से दीवारों और परकोटों से घिरा हुआ है, जिसमें प्रवेश के लिए सात दरवाजे हैं। बाद में एक और द्वार भी बना जो न्यू गेट कहलाया। पूरा शहर करीब छह भागों में बँटा है और यह १११ फुट (३४ मी.) चौड़ी सड़कों से विभाजित है। पाँच भाग मध्य प्रासाद भाग को पूर्वी, दक्षिणी एवं पश्चिमी ओर से घेरे हुए हैं और छठा भाग एकदम पूर्व में स्थित है। प्रासाद भाग में हवा महल परिसर, व्यवस्थित उद्यान एवं एक छोटी झील हैं। पुराने शह के उत्तर-पश्चिमी ओर पहाड़ी पर नाहरगढ़ दुर्ग शहर के मुकुट के समान दिखता है। इसके अलावा यहां मध्य भाग में ही सवाई जयसिंह द्वारा बनावायी गईं वेधशाला, जंतर मंतर, जयपुर भी हैं। जयपुर को आधुनिक शहरी योजनाकारों द्वारा सबसे नियोजित और व्यवस्थित शहरों में से गिना जाता है। शहर के वास्तुकार विद्याधर भट्टाचार्य का नाम आज भी प्रसिद्ध है। ब्रिटिश शासन के दौरान इस पर कछवाहा समुदाय के राजपूत शासकों का शासन था। १९वीं सदी में इस शहर का विस्तार शुरु हुआ तब इसकी जनसंख्या १,६०,००० थी जो अब बढ़ कर २००१ के आंकड़ों के अनुसार २३,३४,३१९ हो चुकी है। यहाँ के मुख्य उद्योगों में धातु, संगमरमर, वस्त्र-छपाई, हस्त-कला, रत्न व आभूषण का आयात-निर्यात तथा पर्यटन आदि शामिल हैं। जयपुर को भारत का पेरिस भी कहा जाता है। इस शहर की वास्तु के बारे में कहा जाता है, कि शहर को सूत से नाप लीजिये, नाप-जोख में एक बाल के बराबर भी फ़र्क नही मिलेगा। .

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जयपुर/आलेख

देखें:पूर्ण लेख → जयपुर जयपुर जिसे गुलाबी नगरी के नाम से भी जाना जाता है, भारत में राजस्थान राज्य की राजधानी है। महान वास्तुविद.

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जलियाँवाला बाग हत्याकांड

जालियाँवाला बाग स्मारक जालियाँवाला बाग हत्याकांड भारत के पंजाब प्रान्त के अमृतसर में स्वर्ण मन्दिर के निकट जलियाँवाला बाग में १३ अप्रैल १९१९ (बैसाखी के दिन) हुआ था। रौलेट एक्ट का विरोध करने के लिए एक सभा हो रही थी जिसमें जनरल डायर नामक एक अँग्रेज ऑफिसर ने अकारण उस सभा में उपस्थित भीड़ पर गोलियाँ चलवा दीं जिसमें १००० से अधिक व्यक्ति मरे और २००० से अधिक घायल हुए। अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर कार्यालय में 484 शहीदों की सूची है, जबकि जलियांवाला बाग में कुल 388 शहीदों की सूची है। ब्रिटिश राज के अभिलेख इस घटना में 200 लोगों के घायल होने और 379 लोगों के शहीद होने की बात स्वीकार करते है जिनमें से 337 पुरुष, 41 नाबालिग लड़के और एक 6-सप्ताह का बच्चा था। अनाधिकारिक आँकड़ों के अनुसार 1000 से अधिक लोग मारे गए और 2000 से अधिक घायल हुए। यदि किसी एक घटना ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम पर सबसे अधिक प्रभाव डाला था तो वह घटना यह जघन्य हत्याकाण्ड ही था। माना जाता है कि यह घटना ही भारत में ब्रिटिश शासन के अंत की शुरुआत बनी। १९९७ में महारानी एलिज़ाबेथ ने इस स्मारक पर मृतकों को श्रद्धांजलि दी थी। २०१३ में ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरॉन भी इस स्मारक पर आए थे। विजिटर्स बुक में उन्होंनें लिखा कि "ब्रिटिश इतिहास की यह एक शर्मनाक घटना थी।" .

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जलियाँवाला बाग़

जलियाँवाला बाग़ अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के पास का एक छोटा सा बगीचा है जहाँ 13 अप्रैल 1919 को ब्रिगेडियर जनरल रेजिनाल्ड एडवर्ड डायर के नेतृत्व में अंग्रेजी फौज ने गोलियां चला के निहत्थे, शांत बूढ़ों, महिलाओं और बच्चों सहित सैकड़ों लोगों को मार डाला था और हज़ारों लोगों को घायल कर दिया था। यदि किसी एक घटना ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम पर सबसे अधिक प्रभाव डाला था तो वह घटना यह जघन्य हत्याकाण्ड ही था। इसी घटना की याद में यहाँ पर स्मारक बना हुआ है। .

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जस्टिन ट्रूडो

जस्टिन ट्रूडो (Justin Pierre James Trudeau) (जन्म: २५ दिसम्बर, 1971) कनाडा के एक राजनेता, लिबरल पार्टी के नेता और कनाडा के प्रधानमंत्री हैं। जस्टिन कनाडा के पंद्रहवें प्रधानमंत्री पियर ट्रूडो और मार्गरेट ट्रूडो के ज्येष्ठ पुत्र हैं। वह पहली बार पैपिनेउ के चुनावी क्षेत्र से 2008 में और फिर 2011 और 2015 में दुबारा चुने गये। उन्होंने लिबरल पार्टी से आलोचक के तौर पर युवा व बहुसंस्कृतिवाद, नागरिकता और प्रवासी मामले, स्नातक शिक्षा और युवा व पेशेवर खेल मंत्रालयों के कार्यो की समीक्षा की। अप्रैल 14, 2013 को जस्टिन कनाडा की लिबरल पार्टी के नेता चुने गये। जस्टिन ट्रुडेउ अक्टूबर 19, 2015, के संघीय चुनावों में अपने दल को बहुमत की जीत दिलाने के बाद प्रधानमंत्री नामित हुए हैं। उन्होंने 4 नवंबर, 2015 को प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभाला। उसी समय उन्हें जीवन भर के लिये सम्मानसूचक नाम शैली द राइट ऑनरेबल से भी नवाजा गया। शपथ लेने पर वह कनाडा के प्रधानमंत्री बनने वाले दूसरे सबसे युवा व्यक्ति हो जायेंगे। सबसे युवा (जो क्लॉर्क) हैं। साथ ही वो पहले ऐसे व्यक्ति बन जायेंगे जिनके पिता भी कनाडा के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। .

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ज़ारा फ़िलिप्स

ज़ारा ऐनी एलिज़ाबेथ टिंडल MBE(जन्म से:ज़ारा फ़िलिप्स; जन्म:१५ मई १९८१) एक ब्रिटिश अश्वक्रीड़िका और महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय और राजकुमार फ़िलिप, एडिनबर्ग के ड्यूक की दूसरी सबसे बड़ी पौत्री है, वे एलिजाबेथ की नातिन हैं। वे महारानी की बेटी, ऐनी, प्रिंसेस रॉयल और उनके पहले पति कैप्टेन मार्क फ़िलिप्स की दूसरी संतान और एकमात्र पुत्री हैं। वे किसी भी प्रकार की शाही उपदि या शैली की धारक नहीं हैं। वर्त्तमान समय में, वे ब्रिटिश सिंघासन के अनुक्रम में १६वें स्थान पर हैं। उनका आधिकारिक संबोधन "मिसेज़ माइकल टिंडल MBE" है। ज़ारा पूर्व-इंग्लैंड रग्बी यूनियन खिलाड़ी, माइक टिंडल से शादीशुदा हैं। उनकी शादी ३० जुलाई २०११ को हुई थी। वे एक पेशेवर अश्वक्रीड़िका हैं, और २०१२ लंदन ओलिंपिक और विश्व चैमियांशिप समेत अन्य अनेक प्रतियोगिताओं में भाग ले चुकी हैं। उन्हें अनेक पदक भी अपत हैं। २००६ के एवेंटिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में वो विजेता थीं। उसी वर्ष उन्हें लोगों के निर्वाचन द्वारा बीबीसी स्पोर्टिंग पर्सनैलिटी ऑफ़ द यर के ख़िताब से भी सम्मानित किया गया था। २००७ में उन्हें ब्रिटिश साम्राज्य के शौर्यक्रम का सदस्य नियुक्त किया गया था। २०१२ में उन्हेंने ओलिंपिक की मशाल को भी पकड़ा था। २०१२ के लंदन ओलिंपिक खेलों में उन्होंने राजतपदक जीत था, इस पदक को उन्हें अपनी माँ द्वारा दिया गया था। .

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ज़ेलमैन कॉवेन

सर ज़ेल्मॅन काॅवेन (Zelman Cowen) एक ऑस्ट्रेलियाई राजनीतिज्ञ थे। उन्हें 8 दिसंबर 1977-29 जुलाई 1982 के बीच, ऑस्ट्रेलिया की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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जिब्राल्टर

जिब्राल्टर औबेरियन प्रायद्वीप और यूरोप के दक्षिणी छोर पर भूमध्य सागर के प्रवेश द्वार पर स्थित एक स्वशासी ब्रिटिश विदेशी क्षेत्र है। 6.843 वर्ग किलोमीटर (2.642 वर्ग मील) में फैले इस देश की सीमा उत्तर में स्पेन से मिलती है। जिब्राल्टर ऐतिहासिक रूप से ब्रिटेन के सशस्त्र बलों के लिए एक महत्वपूर्ण आधार रहा है और शाही नौसेना (Royal Navy) का एक आधार है। जिब्राल्टर की संप्रभुता आंग्ल-स्पेनी विवाद का एक प्रमुख मुद्दा रहा है। उत्रेच्त संधि 1713 के तहत स्पेन द्वारा ग्रेट ब्रिटेन की क्राउन को सौंप दिया गया था, हालांकि स्पेन ने क्षेत्र पर अपना अधिकार जताते हुए लौटाने की मांग की है। जिब्राल्टर के बहुसंख्यक रहवासियों ने इस प्रस्ताव के साथ-साथ साझा संप्रभुता के प्रस्ताव का विरोध किया। यह चट्टानी प्रायद्वीप है, जो स्पेन के मूल स्थल से दक्षिण की ओर समुद्र में निकला हुआ है। इसके पूर्वं में भूमध्यसागर तथा पश्चिम में ऐलजेसियरास की खाड़ी है। १७१३ ई. से यह अंग्रेजी साम्राज्य के उपनिवेश तथा प्रसिद्ध छावनी के रूप में है। जिब्राल्टर के चट्टानी प्रायद्वीप को चट्टान (दी रॉक) कहते हैं। चट्टान समुद्र की सतह से एकाएक ऊपर उठती दृष्टिगोचर होती है। यह चट्टानी स्थलखंड उत्तर-दक्षिण फैली हुई पतली श्रेणी द्वारा बीच में विभक्त होता है, जिसपर कई ऊँची चोटियाँ हैं। चट्टानें चूना पत्थर की बनी हैं, जिनमें कई स्थलों पर प्राकृतिक गुफाएँ निर्मित हो गई हैं। कुछ गुफाओं में प्राचीन जीव-जंतुओं के चिह्न भी पाए गए हैं। जिब्राल्टर नगर नया बसा है। प्राचीन नगर की प्राय: सभी पुरानी महत्वपूर्ण इमारतें युद्ध (१७७-८३) में नष्ट हो गई। वर्तमान नगर 'राक' के उत्तरी-पश्चिमी भाग में ३/१६ वर्ग मील के क्षेत्रफल में फैला है। इसके अतिरिक्त समुद्र का कुछ भाग सुखाकर स्थल में परिणत कर लिया गया है। नगर का मुख्य व्यापारिक भाग समतल भाग में है। समतल के उत्तर की ओर ऊँचे असमतल भागों में लोगों के निवासस्थान तथा दक्षिण की ओर सेना के कार्यालय तथा बेरक हैं। यहाँ एक सैनिक हवाई अड्डा भी है। जिब्राल्टर कोयले के व्यापार का मुख्य केंद्र था, पर तेल से जलयानों के चलने के कारण इस व्यापार में अब अधिक शिथिलता आ गई है। .

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जिब्राल्टर की राजनीति

जिब्राल्टर का राष्ट्रीय-चिह्न जिब्राल्टर औबेरियन प्रायद्वीप और यूरोप के दक्षिणी छोर पर भूमध्य सागर के प्रवेश द्वार पर स्थित एक स्वशासी ब्रिटिश प्रवासी शासित प्रदेश है। 6.843 वर्ग किलोमीटर (2.642 वर्ग मील) में फैले इस देश की सीमा उत्तर में स्पेन से मिलती है। जिब्राल्टर ऐतिहासिक रूप से ब्रिटेन के सशस्त्र बलों के लिए एक महत्वपूर्ण आधार रहा है और शाही नौसेना का एक आधार है। जिब्राल्टर की राजनीति एक संसदीय प्रतिनिधि लोकतांत्रिक ब्रिटिश प्रवासी क्षेत्र की रूपरेखा के अंतर्गत आती है। यूनाइटेड किंगडम के सम्राट, जिनका जिब्राल्टर के राज्यपाल द्वारा प्रतिनिधित्व किया जाता है, राज्य के संवैधानिक प्रमुख हैं। जिब्राल्टर के मुख्यमंत्री सरकार के प्रमुख हैं। एक ब्रिटिश प्रवासी क्षेत्र के रूप में जिब्राल्टर की सरकार यूनाइटेड किंगडम की सरकार के अधीनस्थ नहीं है। हालांकि यूनाईटेड किंगडम सरकार जिब्राल्टर के रक्षा और विदेश विभाग के लिए जिम्मेदार है लेकिन स्थानीय सरकार 2006 के संविधान के तहत पूर्ण आंतरिक स्वशासन की प्रतिनिधित्व है। जिब्राल्टर का यूरोपीय संघ में प्रतिनिधित्व है और यह केवल एकमात्र ऐसा ब्रिटिश विदेशी शासित प्रदेश था परिग्रहण की ब्रिटिश संधि (1973) के तहत यूरोपीय आर्थिक समुदाय में सदस्यता प्राप्त करी थी। जिब्राल्टर में विभिन्न विचारधाराओं का पालन करने वाले राजीनीतिक दल हैं जो स्थानीय मुद्दों को सम्बोधित करने के लिए बने हैं। वर्ष 2006 में जिब्राल्टर के नए सविधान की प्रस्तावना में दुहराया गया है कि महारानी की सरकार कभी भी किसी भी ऐसी व्यवस्था को मान्यता नहीं देगी जिसमें जिब्राल्टर के लोग उनकी मुक्त और लोकतांत्रिक तरीके से व्यक्त इच्छाओं के विरुद्ध किसी अन्य देश की संप्रभुता के अंतर्गत सौप दिए जाएँ। यह वाक्य 1969 में बने जिब्राल्टर के सविधान से लिया गया है। .

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जेम्स माउण्टबैटन-विंड्सर, वाइकाउंट सेवर्न

जेम्स, वाइसकाउंट सेवर्न (पूरा नाम:जेम्स ऐलेग्ज़ैंडर फ़िलिप थ़ीओ माउण्टबेटन-विन्ज़र) वेसेक्स के अर्ल और काउंटेस के छोटा और एकलौता पुत्र है। वह महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय का सबसे छोटा पोत है। जेम्स का जन्म १७ दिसंबर २००७ में फ़ॉर्मली पार्क अस्पताल, सरी, इंग्लैंड में हुआ था। उनका बपतिस्मा संस्कार १९ अप्रैल २००८ को विंडसर कासल, बर्कशायर में किया गया था। अपने जन्म के समय वो अपनी दादी, रानी एलिज़ाबेथ द्वितीय के बाद ब्रिटिश सिंघासन पर उत्तराधिकार के अनुक्रम में आठवें स्थान पर थे; कैम्ब्रिज के राजकुमार जॉर्ज और राजकुमारी शार्लट के जन्म के बाद, वर्त्तमान समय में वो दसवें स्थान पर हैं। वो अपनी बड़ी बहन और माता-पिता के साथ बॅगशॉट् पार्क, सरी में रहते हैं। .

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जेम्स कर्लिसल

सर जेम्स कर्लिसल (James Carlisle) (1937 -) अण्टीगुआ और बारबुडा के एक राजनेता हैं। उन्हें 10 जून 1993 से 30 जून 2007 के बीच, अण्टीगुआ और बारबुडा की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, अण्टीगुआ और बारबुडा के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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जॉन मोंटेग स्टो

सर जॉन मोंटेग स्टो (John Montague Stow) (1911-1997) बारबाडोस के एक राजनेता हैं। उन्हें 30 नवंबर 1966 से 18 मई 1967 के बीच, बारबाडोस की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, बारबाडोस के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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जॉन लापी

सर जॉन लापी (John Lapi) (जन्म:1955), सोलोमीन द्वीप के एक राजनेता हैं। उन्हें 7 जुलाई 1999 से 7 जुलाई 2004 के बीच, सोलोमन द्वीप की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, सोलोमन द्वीप के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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जॉन गाइज़ (गवर्नर-जनरल)

सर जॉन गाइज़ पापुआ न्यू गिनी के एक राजनेता हैं। वे पापुआ न्यू गिनी के पूर्व गवर्नर-जनरल रह चुके हैं। उन्हें इस पद पर पापुआ न्यू गिनी की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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जॉन कर

परममान्य सर जॉन रॉबर्ट कर (John Kerr) एक ब्रिटिश राजनीतिज्ञ थे। उन्हें 11 जुलाई 1974-8 दिसंबर 1977 के बीच, महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। इसके अलावा, अपने व्यवसायिक जीवन के दौरान, उन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य की सेवा में, विश्व भर में विस्तृत विभिन्न ब्रिटिश उपनिवेशों में, अन्य अनेक महत्वपूर्ण व वर्चस्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवा दी थी। .

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जॉर्ज मैलेट

सर जॉर्ज मैलेट (George Mallet) (1923–2010) सेंट लूसिया के एक राजनेता हैं। उन्हें 1 जून 1996 से 17 सितंबर 1997 के बीच, सेंट लूसिया की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, सेंट लूसिया के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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जॉर्ज लेपिंग

सर जॉर्ज लेप्पिंग(George Lepping) (1947-2014), सोलोमीन द्वीप के एक राजनेता थे। उन्हें 7 जुलाई 1988 से 6 जुलाई 1994 के बीच, सोलोमन द्वीप की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, सोलोमन द्वीप के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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जोसेफ लैम्बर्ट यूस्टेस

सर जोसेफ लैम्बर्ट यूस्टेस (Joseph Lambert Eustache) (1908–1996) सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के एक राजनेता हैं। उन्हें 28 फरवरी 1985 से 29 फरवरी 1988 के बीच, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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ईदी अमीन

ईदी अमीन दादा (1925 - 16 अगस्त 2003) 1971 से 1979 तक युगांडा का सैन्य नेता एवं राष्ट्रपति था। 1946 में अमीन ब्रिटिश औपनिवेशिक रेजिमेंट किंग्स अफ़्रीकां राइफल्स में शामिल हो गया और 25 जनवरी 1971 के सैन्य तख्तापलट द्वारा मिल्टन ओबोटे को पद से हटाने से पूर्व युगांडा की सेना में अंततः मेजर जनरल और कमांडर का ओहदा हासिल किया। बाद में देश के प्रमुख पद पर आसीन रहते हुए उसने स्वयं को फील्ड मार्शल के रूप में पदोन्नत कर लिया। अमीन के शासन को मानव अधिकारों के दुरूपयोग, राजनीतिक दमन, जातीय उत्पीड़न, गैर कानूनी हत्याओं, पक्षपात, भ्रष्टाचार और सकल आर्थिक कुप्रबंधन के लिए जाना जाता था। अंतर्राष्ट्रीय प्रेक्षकों और मानव अधिकार समूहों का अनुमान है कि उसके शासन में 1,00,000 से 5,00,000 लोग मार डाले गए। अपने शासन काल में, अमीन को लीबिया के मुअम्मर अल-गद्दाफी के अतिरिक्त सोवियत संघ तथा पूर्वी जर्मनी का भी समर्थन हासिल था।गैरेथ एम.

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वानूआतू

वानूआतू (बिस्लामा में; अंग्रेजी में या), आधिकारिक तौर पर वानूआतू गणराज्य (République de Vanuatu, बिस्लामा रिपब्लिक ब्लोंग वानूआतू), दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीप राष्ट्र है। ज्वालामुखी मूल का यह द्वीपसमूह उत्तरी ऑस्ट्रेलिया के लगभग पूर्व, न्यू कैलेडोनिया के पूर्वोत्तर, फिजी के पश्चिम और न्यू गिनी के निकट सोलोमन द्वीपों के दक्षिण-पूर्व में स्थित है। वानूआतू में मेलानेशियाई लोग सबसे पहले आकर बसे थे। यूरोप के लोगों ने 1605 में क्यूरॉस के नेतृत्व में स्पेनिश अभियान के एस्पिरिटू सैंटो में आने पर इन द्वीपों का पता लगाया था। 1880 के दशक में फ्रांस और युनाइटेड किंगडम ने देश के कुछ हिस्सों पर अपना दावा किया और 1906 में वे एक ब्रिटिश-फ्रांसीसी सहस्वामित्व के जरिये न्यू हेब्रिड्स के रूप में इस द्वीपसमूह के संयुक्त प्रबंधन के एक ढाँचे पर सहमत हुए.

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विन्सेंट फ्लॉइज़ॅक

सर विन्सेंट फ्लॉइज़ॅक (Vincent Floissac) (1928-2010) सेंट लूसिया के एक राजनेता हैं। उन्हें 30 अप्रैल 1987 से 10 अक्टूबर 1988 के बीच, सेंट लूसिया की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, सेंट लूसिया के गवर्नर-जनरल (कर्यवाहक) यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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विम्बलडन प्रतियोगिता

विम्बलडन प्रतियोगिता या साधारण रूप से विंबलडन दुनिया में सबसे पुराना टेनिस टूर्नामेंट (खेल प्रतियोगिता) है और इसे सबसे प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के रूप में जाना जाता है। 1877 के बाद से यह प्रतियोगिता विम्बलडन के लन्दन उपनगर में ऑल इंग्लैण्ड क्लब में आयोजित की जाती रही है। यह चार ग्रैंड स्लैम टेनिस टूर्नामेंट्स (खेल प्रतियोगिताओं) में से एक है और यह एकमात्र प्रतियोगिता है, जिसे आज भी खेल की मूल सतह, घास, पर खेला जाता है, जिससे लॉन टेनिस को इसका नाम मिला। यह प्रतियोगिता जून के अंत में और जुलाई के प्रारंभ में दो सप्ताहों से अधिक समय के लिए खेली जाती है, जिसमें महिलाओं और पुरुषों के सिंगल्स फाइनल का आयोजन क्रमशः दूसरे शनिवार और रविवार को किया जाता है। हर साल, पांच प्रमुख प्रतिस्पर्धाओं और चार जूनियर प्रतिस्पर्धाओं और चार प्रोत्साहक प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन किया जाता है, हार्ड कोर्ट ऑस्ट्रेलियन ओपन और क्ले कोर्ट फ्रेंच ओपन कैलेंडर वर्ष में विम्बलडन की पूर्ववर्ती प्रतियोगिताएं हैं। इसके बाद हार्ड कोर्ट यूएस ओपन का आयोजन होता है। पुरुषों के लिए, ग्रास कोर्ट एगोन (grass court AEGON) चैम्पियनशिप्स का आयोजन लन्दन में और ग्रे वेबर ओपन (Gerry Weber Open) का आयोजन हाले, जर्मनी में किया जाता है, ये दोनों आयोजन महत्वपूर्ण प्रोत्साहक प्रतियोगिताओं के रूप में काम करते हैं। महिलाओं के लिए, एगोन क्लासिक (AEGON Classic) और 2 संयुक्त प्रतियोगिताओं का आयोजन बर्मिंघम में किया जाता है, 'एस-हर्टोजेनबोश, नीदरलैंड्स में यूनिसेफ ओपन (UNICEF Open) का आयोजन किया जाता है। इन प्रतियोगिताओं के साथ-साथ एगोन इंटरनेशनल ईस्टबोर्न (AEGON International Eastbourne) विम्बलडन के लिए प्रोत्साहक आयोजनों का काम करता है। प्रतियोगियों के लिए एक अनिवार्य ड्रेस कोड विंबलडन की परंपराओं का एक हिस्सा है, साथ ही स्ट्रॉबेरी और क्रीम को भोजन में शामिल किया जाना और शाही संरक्षण भी इसकी परम्पराओं में शामिल हैं। 2009 में, विम्बलडन के सेंटर कोर्ट को ऐसी समेटी जा सकने वाली छत (retractable roof) से ढका गया, जिससे खेल प्रतियोगिता के दौरान सेंटर कोर्ट में खेले जाने वाले मैचों में वर्षा के कारण आने वाली बाधा को दूर किया जा सके और इससे होने वाली देरी से बचा जा सके। .

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विलियम डगलस (बारबाडोस)

सर विलियम डगलस (William Douglas) (1921-2003) बारबाडोस के एक राजनेता हैं। उन्हें पहले 9 अगस्त 1976 से 17 नवंबर 1976 और फिर 10 जनवरी 1984 से 24 फरवरी 1984 के बीच, बारबाडोस की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, बारबाडोस के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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विलियम डीन

सर विलियम पैट्रिक डीन (William Deane) एक ऑस्ट्रेलियाई राजनीतिज्ञ थे। उन्हें 16 फ़रवरी 1996-29 जून 2001 के बीच, ऑस्ट्रेलिया की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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विलियम मैक्केल

विलियम जोज़ेफ़ मैक्कॅल (William Joseph McKell) एक ब्रिटिश राजनीतिज्ञ थे। उन्हें 11 मार्च 1947-8 मई 1953 के बीच, महाराज जॉर्ज षष्ठम् और उनके उत्तराधिकारी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महाराज के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। इसके अलावा, अपने व्यवसायिक जीवन के दौरान, उन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य की सेवा में, विश्व भर में विस्तृत विभिन्न ब्रिटिश उपनिवेशों में, अन्य अनेक महत्वपूर्ण व वर्चस्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवा दी थी। .

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विलियम मॉरिसन, प्रथम वाइकाउण्ट डनरॉसिल

विलियम शेफ़ऱ्ड मॉरिसन, प्रथम वाइकाउण्ट डनरॉसिल (William Morrison, 1st Viscount Dunrossil) एक ब्रिटिश राजनीतिज्ञ थे। उन्हें 2 फ़रवरी 1960-3 अगस्त 1961 के बीच, महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। इसके अलावा, अपने व्यवसायिक जीवन के दौरान, उन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य की सेवा में, विश्व भर में विस्तृत विभिन्न ब्रिटिश उपनिवेशों में, अन्य अनेक महत्वपूर्ण व वर्चस्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवा दी थी। .

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विलियम सिडनी, प्रथम वाइकाउण्ट डी ल्'आइल

विलियम फ़िलिप सिडनी, प्रथम वाइकाउण्ट डी ल्'आइल (William Sidney, 1st Viscount De L'Isle) एक ब्रिटिश राजनीतिज्ञ थे। उन्हें 3 अगस्त 1961-7 मई 1965 के बीच, महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। इसके अलावा, अपने व्यवसायिक जीवन के दौरान, उन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य की सेवा में, विश्व भर में विस्तृत विभिन्न ब्रिटिश उपनिवेशों में, अन्य अनेक महत्वपूर्ण व वर्चस्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवा दी थी। .

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विलियम स्लिम, प्रथम वाइकाउण्ट स्लिम

फ़ील्ड मार्शल परममान्य विलियम स्लिम, प्रथम वाइकाउण्ट स्लिम (William Slim, 1st Viscount Slim) एक ब्रिटिश राजनीतिज्ञ थे। उन्हें 8 मई 1953-2 फ़रवरी 1960 के बीच, महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। इसके अलावा, अपने व्यवसायिक जीवन के दौरान, उन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य की सेवा में, विश्व भर में विस्तृत विभिन्न ब्रिटिश उपनिवेशों में, अन्य अनेक महत्वपूर्ण व वर्चस्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवा दी थी। .

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विल्फ्रेड जैकब

सर विल्फ्रेड जैकब (Wilfred Jacobs) (1919-1995) अण्टीगुआ और बारबुडा के एक राजनेता हैं। उन्हें 1 नवंबर 1981 से 10 जून 1993 के बीच, अण्टीगुआ और बारबुडा की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, अण्टीगुआ और बारबुडा के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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विंडसर कासल

विंड्सर कासल(Windsor Castle, ब्रिटिश उच्चारण:व़िन्ज़र् खास्ल्) अर्थात् विंड्सर किला, इंग्लैंड के बर्कशायर काउंटी के विंड्सर नामक स्थान में स्थित एक शाही किला है। यह वर्त्तमान समय में विश्व का विशालतम् रिहाइशी किला है, और इसे महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा छुट्टियों में रहने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। लंदन के बकिंघम पैलेस के माफ़िक़ इस पर स्वामित्व भी ब्रिटिश राजमुकुट के पास है। इस आलिशान एवं ऐतिहासिक किले का अंग्रेज़ी तथा ब्रिटिश राजपरिवार के साथ बेहद लंबा एवं गहरा रिश्ता रहा है। इस किले को प्राथमिक तौर पर 11वीं सदी में इंग्लैंड पर नॉर्मल आक्रमण के दौरान, नॉर्मन सेना ने नेता विलियम द कॉंकरर ने बनवाया गया था। हेनरी प्रथम के समय से ही इस महल को इंग्लिस्तान तथा ब्रिटेन के सभी शासकों द्वारा उपयोग किया जाता रहा है और यह यूरोप का सबसे लंबे समय तक इस्तेमाल होने वाला किला है। इस महल को विश्व भर में अपनी आलिशान राजकीय महलों की वास्तुकला के लिए जाना जाता है जिसके लिए यह प्राथमिक आधुनिक काल के दौरान से ही प्रशंसा का पात्र रही है। यह किला, थेम्स नदीके पास एक पहाड़ी ऊंचाईपर स्थितहै और मूलतः इसे थेम्सके इस, सामरिक तौरपर, महत्वपूर्ण क्षेत्रपर नॉर्मल वर्चस्व बनाए रखनेहेतु बनाया गयाथा। इसे मूलतः मॉट एंड बेली शैलीमें एक पहाड़ीपर तीन प्रकोष्ठोंके साथ बनाया गयाथा, जिसे धीरे-धीरे पथरीली किलेबंदीसे बदल दिया गया। 13वीं सदीके शुरुआतमें इस किलेने प्रथम बैरन युद्धके दौरान लंबी घेराबंदीका भी सामना कियाथा। राजा हेनरी तृतीयने उसी सदीके मध्यमें इस किलेके भीतर एक अत्यंत आलीशान शाही महल बनवाया, जिसे एडवर्ड तृतीयने औरभी शानदार बनानेमें अपना योगदान दिया। एडवर्डद्वारा कियागया यह उदारीकरण-योजना, मध्यकालीन इंग्लैंडका बहुमूल्यतम् गैर-धार्मिक निर्माणयोजना बानी। एडवर्ड द्वारा बनाया गया डिजाइन पूरे शून्य कालके दौरान बरकरार रहा। इसबीच राजा हेनरी अष्टम और रानी एलिजाबेथ प्रथम ने इस किले का शाही दरबार, राजकीय मनोरंजन और अन्य महत्वपूर्ण राजनीतिक कार्यके लिए इस महल का अघिक उपयोग करना शुरू कर दिया। इस किलेने अंग्रेजी ग्रह युद्धकी उथल-पुथलका समयभी देखा, जब संसदीय बलों द्वारा इस महल को सैन्य मुख्यालय के रूप में इस्तेमाल किया गया था। साथ ही राजा चार्ल्स प्रथम को इसी महल में बंदी बना के रखा गया था। १६६० में राजतंत्र के पुनर्स्थापन के बाद चार्ल्स द्वितीय द्वारा इस किले का नवनिर्माण किया गया, इसमें शानदार बरूक शैली की इंटीरियर कलाकारी को जोड़ा गया, जिन्हें आज भी माना जाता है। 18वीं सदी में नज़रअंदाज़गी के बाद जॉर्ज तृतीय और चतुर्थ ने चार्ल्स द्वितीय के महल को नवनिर्मित करवाया जिसके कारण महलों की वर्तमान सजावट की गई, तत्पश्चात महारानी विक्टोरियाने भी कई छोटे-मोटे निर्माण करवाएं। द्वितीय विश्वयुद्ध में इस महल को शाही परिवार की पनाहगाह के रूप में इस्तेमाल किया गया था। आज के समय, इस किलेमें करीब 500 लोग रहते और काम करते हैं और यह विश्व का सबसे बड़ा रिहायशी एवं कार्यशील किला है। .

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व्लादिमीर पुतिन

व्लादिमीर व्लादिमीरोविच पुतिन (जन्म: 7 अक्टूबर 1952) रूसी राजनीतिज्ञ हैं। वे 7 मई 2012 से रूस के राष्ट्रपति हैं तथा 2018 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में 76% वोट हासिल करने के पश्चात अगले कार्यकाल के लिए भी निर्वाचित हुए हैं। इससे पहले सन् 2000 से 2008 तक रूस के राष्ट्रपति तथा 1999 से 2000 एवं 2008 से 2012 तक रूस के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान वे रूस की संयुक्त रूस पार्टी के अध्यक्ष भी थे। पुतिन ने 16 साल तक सोवियत संघ की गुप्तचर संस्था केजीबी में अधिकारी के रूप में सेवा की, जहाँ वे लेफ्टिनेंट कर्नल के पद तक पदोन्नत हुए। 1991 में सेवानिवृत्त होने के पश्चात उन्होंने अपने पैतृक शहर सेंट पीटर्सबर्ग से राजनीति में कदम रखा। 1996 में वह मास्को में राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन के प्रशासन में शामिल हो गए, एवं येल्तसिन के अप्रत्याशित रूप से इस्तीफा दे देने के कारण 31 दिसम्बर 1999 को रूस के कार्यवाहक राष्ट्रपति बने। तत्पश्चात, पुतिन ने वर्ष 2000 और फिर 2004 का राष्ट्रपति चुनाव जीता। रूसी संविधान के द्वारा तय किये गए कार्यकाल सीमा की वजह से वह 2008 में लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति पद के चुनाव में खड़े होने के लिए अयोग्य थे। 2008 में दिमित्री मेदवेदेव ने राष्ट्रपति चुनाव जीता और प्रधानमंत्री के रूप में पुतिन को नियुक्त किया। सितंबर 2011 में, कानून में बदलाव के परिणामस्वरूप राष्ट्रपति पद के कार्यकाल की अवधि चार साल से बढ़ाकर छह साल हो गयी, एवं पुतिन ने 2012 में राष्ट्रपति पद के लिए एक तीसरे कार्यकाल की तलाश में चुनाव लड़ने करने की घोषणा की, जिसके चलते कई रूसी शहरों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। मार्च 2012 में उन्होंने यह चुनाव जीता और वर्तमान में 6 वर्ष के कार्यकाल की पूर्ति कर रहे हैं। 2018 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में 76% वोट हासिल करने के पश्चात वे अगले कार्यकाल के लिए भी निर्वाचित हुए हैं। प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के रूप में पुतिन के पहले कार्यकाल (1999-2008) के दौरान, वास्तविक आय में 2.5 गुणा वृद्धि हुई, वास्तविक पारिश्रमिक में तीन गुणा से अधिक वृद्धि हुई; बेरोजगारी और गरीबी आधी से काम हो गयी, एवं रूसियों द्वारा आत्म-मूल्यांकित जीवन संतुष्टि में काफी बढ़ोतरी हुई। पुतिन के पहले राष्ट्रपति कार्यकाल को आर्थिक वृद्धि के दौर के रूप में देखा जाता है: रूसी अर्थव्यवस्था में लगातार आठ साल तक संवृद्धि हुई, क्रय-शक्ति समता में 72% की वृद्धि एवं संज्ञात्मक सकल घरेलू उत्पाद में 6 गुणा वृद्धि देखने को मिली। .

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वेल्स के प्रिंस हेनरी

वेल्स के राजकुमार हेनरी,(पूरा नाम:हेनरी चार्ल्स ऐल्बर्ट डेविड) जन्हें आम तौर पर राजकुमार हैरी के नाम से जाना जाता है, राजकुमार चार्ल्स, वेल्स के राजकुमार और स्व॰ डायना, वेल्स की राजकुमारी के अनुज पुत्र हैं। वे राजकुमार विलियम, कैम्ब्रिज के ड्यूक के छोटे भाई हैं। उनका जन्म १५ सितंबर १९८४ को सेंट मैरी अस्पताल, लंदन में हुआ था। अपने जन्म के समय वे अपनी दादी, रानी एलिज़ाबेथ द्वि॰ के उत्तराधिकार के क्रम में तीसरे स्थान पर थे, जबकि आज वे पांचवे स्थान पर हैं। उनकी पर्वरिश ब्रिटेन में ही हुई, और वे ईटन कॉलेज के छात्र थे। पढाई पूरी करने और तत्पश्चात्, कुछ समय ऑस्ट्रेलिया और लेसोथो में बिताने के बाद, उन्होंने सैन्य पेश अपनाने का निर्णय किया, और शाही वायु सेना में अपनी सेवा शुरू की। अपने सेवा काल के दौरान उन्हें अफ़ग़ानिस्तान में भी तैनात किया गया था। .

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वेस्ट इंडीज़ संघ

वेस्ट इंडीज़ संघ, जिसे अंग्रेजी में फेडेरेशन ऑफ द वेस्ट इंडीज़ के रूप में भी जाना जाता है, एक अल्पजीवी कैरिबियन संघ था जो 3 जनवरी 1958 से लेकर 31 मई 1962 तक अस्तित्व में रहा। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कई कैरिबियन उपनगर शामिल थे। संघ का अभिव्यक्त उद्देश्य राजनीतिक इकाई का निर्माण करना था जो कि ब्रिटेन से अलग एक स्वतंत्र राज्य के रूप में होता - संभवतः कनाडाई महासंघ, ऑस्ट्रेलियाई संघ, या केन्द्रीय अफ्रीकी संघ के समान होता; हालाँकि ऐसा होने से पहले ही आंतरिक राजनीतिक संघर्ष के कारण यह संघ ध्वस्त हो गया। .

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वेस्टमिंस्टर की संविधि, १९३१

वेस्टमिंस्टर की संविधि, वर्ष १९३१ में यूनाइटेड किंगडम की संसद द्वारा पारित एक संसदीय अधिनियम है, जिसके भिन्न संस्करण आज भी कैनडा और ऑस्ट्रेलिया में दोनों देशों में विधान के रूप में स्थापित हैं, इसे न्यूज़ीलैण्ड तथा अन्य पूर्व राष्ट्रमण्डल प्रजाभूमियों में पूर्ववत कर दिया गया है। इसे ब्रिटिश संसद में ११ दिसंबर १९३१ में पारित किया गया था, और तत्कालीन ब्रिटिश डोमिनियनों में स्वीकृति के बाद तत्कालीन ब्रिटिश साम्राज्य के सरे डोमिनियनों में स्वराज स्थापित कर दिया। अतः इसके पारित होने से ब्रिटिश साम्राज्य के सारे डोमिनियन, स्वाशासित, संप्रभु देश बन गए, साथ ही, मौलिक स्वायत्तता के अलावा, एक ही राजतंत्र को सांझ करने के कारण, यह सरे देश, राजकीय उपादियों और सिंघासन के उत्तराधिकार क्रम में परिवर्तन हेतु एक-दुसरे की स्वीकृति प्राप्त करने के लिए, इस संविधि द्वारा बाध्य भी है। अतः, इस विधान ने तमाम डोमिनियनों को बराबर का पद दिया, और बॅल्फोर घोषणा, १९२६ में तमाम राष्ट्रमण्डल प्रदेशों की बराबरी के साथ, एक ही राजसत्ता के प्रति वफ़ादारी रखने की घोषणा को वास्तविक रूप दिया, जिसके कारण सारे डोमिनियन स्वशासित, सार्वभौमिक देश बन गए। वर्त्तमान समय में इसकी सार्थकता इस बात से है, की इसने सारे राष्ट्रमण्डल प्रजाभूमियों और उनके साँझा राजतंत्र के बीच के सतत संबंध को बरक़रार रखने की नीव राखी थी। .

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वेस्ट्मिन्स्टर ऍबी

वेस्ट्मिन्स्टर ऍबी, (Westminster Abbey, सामान्य वर्तनी: वेस्टमिंस्टर ऐबी), जिसे पहले आधिकारिक रूप से अंग्रेज़ी में कॉलेजिएट चर्च ऑफ़ सेण्ट पीटर ऍट् वेस्ट्मिन्स्टर(वेस्टमिंस्टर में स्थित संत पीटर का कॉलेजिएट चर्च) का नाम दिया गया था, वेस्टमिंस्टर शहर, लंदन में स्थित एक विशाल, मुख्यत: गोथिक मठ व गिरिजाघर है। यह वेस्टमिंस्टर महल से पश्चिम में स्थित है। यह यूनाइटेड किंगडम के सबसे माननीय पूजा स्थलों में से एक है व ग्रेट ब्रिटेन के शाही परिवार के राज्याभिषेक का परम्परागत स्थल है। 1540 से 1556 तक इस मठ को कैथेड्रल का महत्व हासिल था। हालांकि 1560 से यह भवन मठ या कैथेड्रल नहीं रह गयी और सिर्फ़ शाही निजी संपत्ति ही कही जाती थी। "शाही निजी संपत्ति" – वो संपत्तियाँ थीं जो सीधे सम्राट के प्रति जवाबदेह थीं और सम्राट की जिम्मेदारी थीं। यह भवन वास्तविक मठ व गिरिजाघर है। 1080 में पहली बार सुलकार्ड द्वारा बताई गई परंपरा के अनुसार लंदन के थोर्नी द्वीप पर सातवीं शताब्दी में लंदन के पादरी मेलिटस के जमाने में एक गिरिजाघर का निर्माण हुआ था। वर्तमान गिरिजाघर का निर्माण सन् 1245 में हेनरी अष्टम के आदेश पर शुरु हुआ था।.

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वीटो

वीटो, लैटिन शब्द का अर्थ है "मैं निषेध करता हूँ ", किसी देश के अधिकारी को एकतरफा रूप से किसी कानून को रोक लेने का यह एक अधिकार है। अभ्यास में, वीटो निरपेक्ष हो सकता है (जैसे कि संयुक्त राष्ट्र संघ सुरक्षा परिषद में, इसके स्थायी सदस्य (संयुक्त राष्ट्र अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, रूस और चीन) किसी प्रस्ताव को रोक सकते हैं या सीमित कर सकते हैं, जैसा कि संयुक्त राष्ट्र अमेरिका की विधायी प्रक्रिया में होता है, किसी कानून पर राष्ट्रपति का वीटो को दोनों सदन और सीनेट का दो-तिहाई वोट रद्द कर सकता है। एक वीटो किन्हीं तरह के परिवर्तनों को रोकने का; न कि उन्हें अपनाने का, संभवतः असीमित अधिकार देता है। मोटे तौर पर इसे इस तरह परिभाषित किया गया है कि वीटो अपने धारक को जो प्रभाव समर्पित करता है वह इस तरह सीधे तौर पर धारक की रुढिवादिता के आनुपातिक होता है। धारक जितना अधिक यथास्थिति के समर्थन में वीटो का प्रयोग करता है, वीटो उतना ही अधिक उपयोगी होता है। रोमन कौंसुल और ट्रिब्यून से वीटो की अवधारणा पैदा हुई है। किसी वर्ष विशेष में पदावरूढ़ दो कौंसुलों में से कोई एक अन्य के द्वारा किये गये सैन्य या नागरिक निर्णयों को रोक सकता था; किसी भी ट्रिब्यून को अधिकार था कि वह रोमन सीनेट द्वारा पारित कानून को एकतरफा रोक ले. .

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वीवा कोरोवी

सर वीवा कोरोवी (1948–) पापुआ न्यू गिनी के एक राजनेता हैं। वे पापुआ न्यू गिनी के पूर्व गवर्नर-जनरल रह चुके हैं। उन्हें इस पद पर पापुआ न्यू गिनी की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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गारफील्ड सोबर्स

सर गारफील्ड सोबर्स 2012 में सर गारफील्ड सोबर्स (Garfield Sobers; जन्म 28 जुलाई 1936) जो गैरी सोबर्स के रूप में जाने जाते हैं, पूर्व क्रिकेटर है जो वेस्टइंडीज़ क्रिकेट टीम की तरफ से 1954 से 1974 तक खेलते थे। सोबर्स को व्यापक रूप से सबसे महान हरफनमौला में से एक माना जाता है। ब्रिजटाउन, बारबाडोस में पैदा हुए सोबर्स ने 16 साल की उम्र में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में शुरुआत की और उसके अगले वर्ष वेस्टइंडीज के लिये पहला मैच खेला। उन्होंने शुरुआत गेंदबाज के रूप में की थी। बाद में उन्हें बल्लेबाजी क्रम में ऊपर उतारा जाने लगा। शुरुआती असफलताओं के बाद 1958 पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने अपने पहले शतक के रूप में 365 नाबाद बनाए जो कि किसी पारी में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर 36 साल तक रहा। सोबर्स को 1965 में वेस्ट इंडीज का कप्तान बनाया गया, यह भूमिका वह 1972 तक निभाते रहे। कुल मिलाकर, सोबर्स ने वेस्टइंडीज के लिए 93 टेस्ट खेले जिसमें 57.78 की औसत से 8032 रन बनाए और 34.03 की औसत से 235 विकेट लिए। अपने 383 प्रथम श्रेणी मैचों में उन्होंने 28,000 रन बनाए और 1000 विकेट लिये। सोबर्स को 1975 में क्रिकेट के लिए अपनी सेवाओं के लिए महारानी एलिजाबेथ द्वितीय द्वारा नाइट की उपाधि दी गई। वह 1980 में शादी के माध्यम से दोहरे बारबाडोस-ऑस्ट्रेलियाई नागरिक बन गए। 1998 में संसद के एक अधिनियम द्वारा, सोबर्स को बारबाडोस के दस राष्ट्रीय नायकों में से एक के रूप में नामित किया गया। .

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ग्रेनाडा

ग्रेनाडा दक्षिण पूर्वी कैरेबियन सागर में ग्रेनेडियन्स के के दक्षिणी छोर पर स्थित एक संप्रभु द्वीप देश है, जो ग्रेनाडा द्वीप और छह छोटे द्वीपों से मिलकर बना है। ग्रेनेडा त्रिनिदाद और टोबैगो के उत्तरपश्चिम, वेनेजुएला के उत्तर-पूर्व और सेंट विंसेंट और द ग्रेनाडाइन्स के दक्षिण पश्चिम में स्थित है। 344 वर्ग किमी में फैले इस देश की अनुमानित जनसंख्या 110,000 है। इसकी राजधानी सेंट जॉर्ज है। श्रेणी:देश श्रेणी:उत्तर अमेरिका.

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ग्रेनेडा का राजतंत्र

ग्रेनेडियाई राजतंत्र, ग्रेनेडा की संवैधानिक राजतंत्र है। ग्रेनेडा एकाधिदारुक को ग्रेनेडा और संयुक्त राजशाही समेत कुल १५ प्रजाभूमियों, का सत्ताधारक एकराजीय संप्रभु होने का गौरव प्राप्त है। वर्तमान सत्ता-विद्यमान शासक, ६ फरवरी वर्ष १९५२ से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय हैं। अन्य राष्ट्रमण्डल देशों के सामान ही ग्रेनेडा की राजनीतिक व्यवस्था वेस्टमिंस्टर प्रणाली पर आधारित है, जिसमें राष्ट्रप्रमुख का पद नाममात्र होता है, और वास्तविक प्रशासनिक शक्तियां शासनप्रमुख पर निहित होते हैं। ग्रेनेडा सैद्धांतिक रूप से एक राजतंत्र है, और और ग्रेनेडा के शासक के पदाधिकारी इसके राष्ट्रप्रमुख होते हैं, हालाँकि शासक की सारी संवैधानिक शक्तियों का अभ्यास, उनके प्रतिनिधि के रूप में, ग्रेनेडा के गवर्नर-जनरल करते हैं। अधिराट् यदी स्त्री हो तो उन्हें " ग्रेनेडा की रानी" के नाम हे संबोधित किया जाता है, और एक पुरुष अधिराट् को " ग्रेनेडा के राजा के नाम से संबोधित किया जाता है। .

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ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेल

ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों या ओलंपियाड के खेलों (Jeux olympiques d'été), जो पहली बार 1896 में आयोजित किया गया था, एक अंतर्राष्ट्रीय मल्टी-स्पोर्ट इवेंट आयोजन है जो चार साल से एक अलग शहर द्वारा आयोजित किया जाता है। सबसे हालिया ओलंपिक रियो डी जनेरियो, ब्राजील में आयोजित किए गए थे। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति खेल का आयोजन करती है और मेजबान शहर की तैयारियों की देखरेख करता है। प्रत्येक ओलंपिक आयोजन में, स्वर्ण पदक प्रथम स्थान पर दिए जाते हैं, दूसरे स्थान पर रजत पदक से सम्मानित किया जाता है, और तीसरे के लिए कांस्य पदक प्रदान किए जाते हैं; यह परंपरा 1904 में शुरू हुई। ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की सफलता के कारण शीतकालीन ओलंपिक खेलों का निर्माण किया गया था। ओलंपिक में 42 स्पर्धाओं की प्रतियोगिता में वृद्धि हुई है, जो कि 1896 में 14 देशों के 250 से कम पुरुष प्रतिद्वंद्वियों के साथ 2012 में 204 देशों से 10,768 प्रतिद्वंद्वियों (5,992 पुरुष, 4,776 महिलाओं) के साथ 302 घटनाओं के साथ बढ़ी है। अठारह देशों ने ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की मेजबानी की है। संयुक्त राज्य अमेरिका में किसी भी अन्य देश से अधिक चार ग्रीष्मकालीन ओलंपिक (1904, 1932, 1984, 1996), की मेजबानी की है, और ग्रेट ब्रिटेन लंदन में तीन ग्रीष्मकालीन ओलंपिक (1908, 1948, 2012), सभी की मेजबानी की है। एथेंस (1896, 2004), पेरिस (1900, 1924), लॉस एंजिल्स (1932, 1984) और टोक्यो (1964, 2020): चार शहरों में दो ग्रीष्मकालीन ओलंपिक आयोजित किए गए हैं। ग्रीष्मकालीन ओलंपिक कई बार होस्ट करने के लिए पश्चिमी दुनिया के बाहर टोक्यो पहला शहर है। एशिया ने ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की मेजबानी की है, जापान, दक्षिण कोरिया और चीन में चार बार (1964, 1988, 2008, 2020)। दक्षिणी गोलार्ध में आयोजित केवल ग्रीष्मकालीन ओलंपिक ऑस्ट्रेलिया (1956, 2000) और ब्राजील (2016) में रहे हैं। 2016 के खेल दक्षिण अमेरिका में होने वाले पहले ग्रीष्मकालीन ओलंपिक हैं और स्थानीय शीतकालीन सत्र के दौरान आयोजित होने वाले पहले थे। अफ्रीका अभी तक एक ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की मेजबानी नहीं है। केवल पांच देशों-ग्रीस, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, ग्रेट ब्रिटेन, और हर ग्रीष्मकालीन ओलिंपिक खेलों में स्विट्जरलैंड की है प्रतिनिधित्व करता रहा। प्रत्येक ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों में कम से कम एक स्वर्ण पदक जीतने वाला एकमात्र देश ग्रेट ब्रिटेन है संयुक्त राज्य अमेरिका ने सभी समय के पदक तालिका का नेतृत्व किया। .

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गेराल्ड कॅश

सर गेराल्ड कॅश (1917-2003) बहामाज़ के एक राजनेता हैं। उन्हें 22 जनवरी 1979 से 25 जून 1988 के बीच, बेलीज़ की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, बहामाज़ के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते हैं। .

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ऑर्विल टर्नक्वेस्ट

सर ऑर्विल टर्नक्वेस्ट (1929-) बहामाज़ के एक राजनेता हैं। उन्हें 3 जनवरी 1995 से 13 नवंबर 2001 के बीच, बेलीज़ की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, बहामाज़ के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते हैं। .

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ऑस्ट्रेलिया

ऑस्ट्रेलिया, सरकारी तौर पर ऑस्ट्रेलियाई राष्ट्रमंडल दक्षिणी गोलार्द्ध के महाद्वीप के अर्न्तगत एक देश है जो दुनिया का सबसे छोटा महाद्वीप भी है और दुनिया का सबसे बड़ा द्वीप भी, जिसमे तस्मानिया और कई अन्य द्वीप हिंद और प्रशांत महासागर में है। ऑस्ट्रेलिया एकमात्र ऐसी जगह है जिसे एक ही साथ महाद्वीप, एक राष्ट्र और एक द्वीप माना जाता है। पड़ोसी देश उत्तर में इंडोनेशिया, पूर्वी तिमोर और पापुआ न्यू गिनी, उत्तर पूर्व में सोलोमन द्वीप, वानुअतु और न्यू कैलेडोनिया और दक्षिणपूर्व में न्यूजीलैंड है। 18वी सदी के आदिकाल में जब यूरोपियन अवस्थापन प्रारंभ हुआ था उसके भी लगभग 40 हज़ार वर्ष पहले, ऑस्ट्रेलियाई महाद्वीप और तस्मानिया की खोज अलग-अलग देशो के करीब 250 स्वदेशी ऑस्ट्रेलियाईयो ने की थी। तत्कालिक उत्तर से मछुआरो के छिटपुट भ्रमण और होलैंडवासियो (Dutch) द्वारा 1606, में यूरोप की खोज के बाद,1770 में ऑस्ट्रेलिया के अर्द्वपूर्वी भाग पर अंग्रेजों (British) का कब्ज़ा हो गया और 26 जनवरी 1788 में इसका निपटारा "देश निकला" दण्डस्वरुप बने न्यू साउथ वेल्स नगर के रूप में हुआ। इन वर्षों में जनसंख्या में तीव्र गति से वृद्धि हुई और महाद्वीप का पता चला,19वी सदी के दौरान दूसरे पांच बड़े स्वयं-शासित शीर्ष नगर की स्थापना की गई। 1 जनवरी 1901 को, छ: नगर महासंघ हो गए और ऑस्ट्रेलियाई राष्ट्रमंडल का गठन हुआ। महासंघ के समय से लेकर ऑस्ट्रेलिया ने एक स्थायी उदार प्रजातांत्रिक राजनैतिक व्यवस्था का निर्वहन किया और प्रभुता संपन्न राष्ट्र बना रहा। जनसंख्या 21.7मिलियन (दस लाख) से थोडा ही ऊपर है, साथ ही लगभग 60% जनसंख्या मुख्य राज्यों सिडनी,मेलबर्न,ब्रिस्बेन,पर्थ और एडिलेड में केन्द्रित है। राष्ट्र की राजधानी केनबर्रा है जो ऑस्ट्रेलियाई प्रधान प्रदेश (ACT) में अवस्थित है। प्रौद्योगिक रूप से उन्नत और औद्योगिक ऑस्ट्रेलिया एक समृद्ध बहुसांस्कृतिक राष्ट्र है और इसका कई राष्ट्रों की तुलना में इन क्षत्रों में प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है जैसे स्वास्थ्य, आयु संभाव्यता, जीवन-स्तर, मानव विकास, जन शिक्षा, आर्थिक स्वतंत्रता और मूलभूत अधिकारों की रक्षा और राजनैतिक अधिकार.

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ऑस्ट्रेलिया का इतिहास

ऑस्ट्रेलिया का इतिहास कॉमनवेल्थ ऑफ ऑस्ट्रेलिया और इससे पूर्व के मूल-निवासी तथा औपनिवेशिक समाजों के क्षेत्र और लोगों के इतिहास को संदर्भित करता है। ऐसा माना जाता है कि ऑस्ट्रेलिया की मुख्य भूमि पर ऑस्ट्रेलियाई आदिवासियों का पहली बार आगमन लगभग 40,000 से 60,000 वर्षों पूर्व इंडोनेशियाई द्वीप-समूह से नाव द्वारा हुआ। उन्होंने पृथ्वी पर सबसे लंबे समय तक बची रहने वाली कलात्मक, संगीतमय और आध्यात्मिक परंपराओं में कुछ की स्थापना की। सन् 1606 में ऑस्ट्रेलिया पहुँचे डच नाविक विलेम जैन्सज़ून यहाँ निर्विरोध उतरने वाले पहले यूरोपीय व्यक्ति थे। इसके बाद यूरोपीय खोजकर्ता लगातार यहाँ आते रहे। सन् 1770 में जेम्स कुक ने ऑस्ट्रेलिया की पूर्वी तट को ब्रिटेन के लिए चित्रित कर दिया और वे बॉटनी बे (अब सिडनी में), न्यू साउथ वेल्स में उपनिवेश बनाने का समर्थन करने वाले विवरणों के साथ वापस लौटे। एक दंडात्मक उपनिवेश की स्थापना करने के लिए ब्रिटिश जहाजों का पहला बेड़ा जनवरी 1788 में सिडनी पहुँचा। ब्रिटेन ने पूरे महाद्वीप में अन्य उपनिवेश भी स्थापित किए। पूरी उन्नीसवीं सदी के दौरान आंतरिक भागों में यूरोपीय खोजकर्ताओं को भेजा गया। इस अवधि के दौरान नए रोगों के संपर्क में आने और ब्रिटिश उपनिवेशवादियों के साथ हुए संघर्ष ने ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासियों को बहुत अधिक कमज़ोर बना दिया। सोने की खानों और कृषि उद्योगों के कारण समृद्धि आई और उन्नीसवीं सदी के मध्य में सभी छः ब्रिटिश उपनिवेशों में स्वायत्त संसदीय लोकतंत्रों की स्थापना की शुरुआत हुई। सन् 1901 में इन उपनिवेशों ने एक जनमत-संग्रह के द्वारा एक संघ के रूप में एकजुट होने के लिए मतदान किया और आधुनिक ऑस्ट्रेलिया अस्तित्व में आया। विश्व-युद्धों में ऑस्ट्रेलिया ब्रिटेन की ओर से लड़ा और द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान शाही जापान द्वारा संयुक्त राज्य अमरीका को धमकी मिलने पर ऑस्ट्रेलिया संयुक्त राज्य अमरीका का दीर्घकालिक मित्र साबित हुआ। एशिया के साथ व्यापार में वृद्धि हुई और युद्धोपरांत एक बहु-सांस्कृतिक आप्रवास कार्यक्रम के द्वारा 6.5 मिलियन से अधिक प्रवासी यहाँ आए, जिनमें प्रत्येक महाद्वीप के लोग शामिल थे। अगले छः दशकों में जनसंख्या तिगुनी होकर 2010 में लगभग 21 मिलियन तक पहुँच गई, जहाँ 200 देशों के मूल नागरिक मिलकर विश्व की चौदहवीं सबसे बड़ी अर्थ-व्यवस्था का निर्माण करते हैं। .

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ऑस्ट्रेलिया के महाराज्यपालगण की सूचि

ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल, ऑस्ट्रेलिया की रानी के निवासिय स्थानीय राजप्रतिनिधि का पद है। गवर्नर-जनरल, ऑस्ट्रेलिया की रानी, जोकी ऑस्ट्रेलिया और संयुक्त राजशाही समेत कुल १६ प्रजाभूमियों की शासी नरेश एवं राष्ट्रप्रमुख हैं, के अनुपस्थिति में उनके संवैधानिक कार्यों का निर्वाह करते हैं। .

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ऑस्ट्रेलियाई राजतंत्र

ऑस्ट्रेलियाई राजतंत्र, ऑस्ट्रेलिया की संवैधानिक राजतंत्र है। ऑस्ट्रेलिया के एकाधिदारुक को ऑस्ट्रेलिया और संयुक्त राजशाही समेत कुल १५ प्रजाभूमियों, का सत्ताधारक एकराजीय संप्रभु होने का गौरव प्राप्त है। वर्तमान सत्ता-विद्यमान शासक, ६ फरवरी वर्ष १९५२ से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय हैं। अन्य राष्ट्रमण्डल देशों के सामान ही ऑस्ट्रेलिया की राजनीतिक व्यवस्था वेस्टमिंस्टर प्रणाली पर आधारित है, जिसमें राष्ट्रप्रमुख का पद नाममात्र होता है, और वास्तविक प्रशासनिक शक्तियां शासनप्रमुख पर निहित होते हैं। ऑस्ट्रेलिया सैद्धांतिक रूप से एक राजतंत्र है, और ऑस्ट्रेलिया के शासक के पदाधिकारी इसके राष्ट्रप्रमुख होते हैं, हालाँकि शासक की सारी संवैधानिक शक्तियों का अभ्यास, उनके प्रतिनिधि के रूप में, ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर-जनरल करते हैं। अधिराट् यदी स्त्री हो तो उन्हें " ऑस्ट्रेलिया की रानी" के नाम हे संबोधित किया जाता है, और एक पुरुष अधिराट् को " ऑस्ट्रेलिया के राजा के नाम से संबोधित किया जाता है। .

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ओलम्पिक पार्क

ओलम्पिक पार्क एक खेल परिसर है जो लंदन, यूनाइटेड किंगडम में स्थित है। इसका निर्माण 2012 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक और 2012 ग्रीष्मकालीन पैरालम्पिक खेलों के लिए किया गया था। यह शहर के पूर्व में उपनगर स्ट्रैटफ़ोर्ड के समीप है। यहाँ खिलाड़ीयों के लिए खेल गाँव होने के साथ-साथ विभिन्नखेलों के लिए आयोजन स्थल भी हैं, जैसे ओलम्पिक स्टेडियम व लंदन एक्वेटिक्स सैंटर। खेलों के पश्चात यह एलिजाबेथ द्वितीय की हीरक जयंती के पुण्यस्मरण में क्वीन एलिजाबेथ ओलम्पिक पार्क के नाम से जाना जाएगा। .

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आरएमएस क्वीन मैरी 2

आरएमएस क्वीन मैरी 2 एक ट्रांसअटलांटिक समुद्री लाइनर है। यह पहला प्रमुख समुद्री लाइनर था जिसे 1969 में के बाद से बनाया गया। कर्नाड लाइन के प्रमुख जहाज के रूप में इसने सफलता प्राप्त की। इस जहाज का नाम पहले के बाद 2004 में रानी एलिज़ाबेथ II के द्वारा दिया गया, यह 1936 में पूरा किया गया। क्वीन मैरी का नाम किंग जॉर्ज V की पत्नी मैरी ऑफ़ टेक के नाम पर दिया गया। 2008 में रानी एलिज़ाबेथ 2 की सेवानिवृति के बाद से, क्वीन मैरी 2 वर्तमान में एकमात्र ट्रांस अटलांटिक समुद्री लाइनर है, जो सक्रिय है। हालांकि जहाज का उपयोग अक्सर क्रूज़ (समुद्री यात्रा) के लिए किया जाता है, इसमें वार्षिक विश्व क्रूज़ शामिल है। 2003 में चेंटीयर्स डे एल' अटलांटिक के द्वारा इसके निर्माण के समय, क्वीन मैरी 2 तब तक का सबसे लम्बा, सबसे चौड़ा और सबसे ऊंचा यात्री जहाज था और अपने के साथ सबसे बड़ा जहाज भी था। अक्टूबर 2009 में इसी कम्पनी के द्वारा अप्रैल 2006 में रॉयल केरिबियन इंटरनेश्नल का निर्माण किया गया, इसके बाद यह सबसे बड़ा जहाज नहीं रहा। हालांकि, क्वीन मैरी 2 अब तक का सबसे बड़ा समुद्री लाइनर (क्रूज़ जहाज के की तरह) है। क्वीन मैरी 2 को प्राथमिक रूप से अटलांटिक महासागर को पार करने के लिए बनाया गया था, इसीलिए इसका डिजाइन अन्य यात्री जहाजों से हटकर बनाया गया। जहाज की अंतिम लगत लगभग $300,000 प्रति बर्थ आई, जो कई समकालीन क्रूज़ जहाजों से लगभग दोगुनी थी। इसका कारण था कि इसका आकार बड़ा था, इसमें उच्च गुणवत्ता की सामग्री का उपयोग किया गया था और एक समुद्री (महासागरीय) लाइनर के रूप में डिजाइन किये जाने के कारण इसे बनाने के लिए एक मानक क्रूज़ जहाज की तुलना में 40 प्रतिशत अधिक स्टील का उपयोग किया गया। इसकी अधिकतम गति है और क्रुज़िंग गति है, जो किसी भी अन्य समकालीन क्रूज़ जहाज की तुलना में अधिक है, जैसे ओएसिस ऑफ़ द सीज़, जिसकी क्रुज़िंग गति है। कई जहाजों पर प्रयुक्त किये जाने वाले डीज़ल-इलेक्ट्रिक विन्यास के बजाय, क्वीन मैरी 2 में अधिकतम गति को प्राप्त करने के लिए CODLAG विन्यास (संयुक्त डीज़ल-इलेक्ट्रिक और गैस) का उपयोग किया गया है। इसमें डीज़ल जनरेटर ऑनबोर्ड के द्वारा दी गयी पावर को बढ़ाने के लिए अतिरिक्त गैस टरबाइन का उपयोग किया जाता है, जिससे जहाज अपनी अधिकतम गति को प्राप्त कर लेता है। क्वीन मैरी 2 की सुविधाओं में पंद्रह रेस्तरां और बार, पांच स्विमिंग पूल, एक कैसिनो, एक बॉलरूम, एक थियेटर और पहला समुद्री प्लेनेटोरियम (तारामंडल) शामिल हैं। इसमें ऑनबोर्ड कैनल और एक नर्सरी भी है। क्वीन मैरी 2 उन कुछ जहाज़ों में एक है जिसमें ऑनबोर्ड दर्जा प्रणाली (Claas system) का उपयोग किया जाता है, इसे सबसे मुख्य रूप से इसके भोजन विकल्प में देखा जा सकता है। .

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आरलीग विंस्टन स्कॉट

सर विंस्टन स्कॉट (Arleigh Winston Scott) (1900-1976) बारबाडोस के एक राजनेता हैं। उन्हें 18 मई 1967 से 9 अगस्त 1976 के बीच, बारबाडोस की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, बारबाडोस के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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आर्थर डायोन हैना

सर आर्थर डायोन हैना (1928-) बहामाज़ के एक राजनेता हैं। उन्हें 1 फरवरी 2006 से 14 अप्रैल 2010 के बीच, बेलीज़ की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, बहामाज़ के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते हैं। .

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आर्थर फॉल्कस

सर आर्थर फॉल्कस (1928-) बहामाज़ के एक राजनेता हैं। उन्हें 14 अप्रैल 2010 से 8 जुलाई 2014 के बीच, बेलीज़ की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, बहामाज़ के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते हैं। .

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आइवी ड्यूमॉण्ट

सर आइवी ड्यूमॉण्ट (1930-) बहामाज़ के एक राजनेता हैं। उन्हें 13 नवंबर 2001 से 30 नवंबर 2005 के बीच, बेलीज़ की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, बहामाज़ के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते हैं। .

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इलियट बेलग्रेव

सर इलियट बेलग्रेव (Elliott Belgrave) (1931 -) बारबाडोस के एक राजनेता हैं। उन्हें 1 नवंबर 2011 से 30 मई 2012 के बीच कार्यवाहक तथा तत्पश्चात 1 जून 2012 को वास्तविक रूप से, बारबाडोस की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, बारबाडोस के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। वे इस पद पर विराजमान होने वाले नौंवे व्यक्ति हैं। .

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इग्नेशियस किलाजे

सर इग्नेशियस किलाज पापुआ न्यू गिनी के एक राजनेता हैं। वे पापुआ न्यू गिनी के पूर्व गवर्नर-जनरल रह चुके हैं। उन्हें इस पद पर पापुआ न्यू गिनी की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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इंग्लैण्ड

इंग्लैण्ड (अंग्रेज़ी: England), ग्रेट ब्रिटेन नामक टापू के दक्षिणी भाग में स्थित एक देश है। इसका क्षेत्रफल 50,331 वर्ग मील है। यह यूनाइटेड किंगडम का सबसे बड़ा निर्वाचक देश है। इंग्लैंड के अलावा स्कॉटलैंड, वेल्स और उत्तर आयरलैंड भी यूनाइटेड किंगडम में शामिल हैं। यह यूरोप के उत्तर पश्चिम में अवस्थित है जो मुख्य भूमि से इंग्लिश चैनल द्वारा पृथकीकृत द्वीप का अंग है। इसकी राजभाषा अंग्रेज़ी है और यह विश्व के सबसे संपन्न तथा शक्तिशाली देशों में से एक है। इंग्लैंड के इतिहास में सबसे स्वर्णिम काल उसका औपनिवेशिक युग है। अठारहवीं सदी से लेकर बीसवीं सदी के मध्य तक ब्रिटिश साम्राज्य विश्व का सबसे बड़ा और शकितशाली साम्राज्य हुआ करता था जो कई महाद्वीपों में फैला हुआ था और कहा जाता था कि ब्रिटिश साम्राज्य में सूर्य कभी अस्त नहीं होता। उसी समय पूरे विश्व में अंग्रेज़ी भाषा ने अपनी छाप छोड़ी जिसकी वज़ह से यह आज भी विश्व के सबसे अधिक लोगों द्वारा बोले व समझे जाने वाली भाषा है। .

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इंग्लैंड का गिरिजाघर

चर्च ऑफ इंग्लैंड (Church of England) इंग्लैंड में आधिकारिक तौर पर स्थापित ईसाई चर्च है और विश्वव्यापी ऐग्लिकन कॉमयूनियन का मातृ चर्च है। चर्च स्वयं को पश्चिमी ईसाइयत की परंपरा के अंतर्गत समझता है और अपनी औपचारिक स्थापना सेंट ऍगस्टीन ऑफ कैंटरबरी द्वारा 597 ई. में इंग्लैंड के मिशन के समय से बताता है। .

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इकोबा इतालेली

सर इकोबा इतालेली (Iakoba Italeli) तुवालू के एक राजनेता हैं। वे 16 अप्रैल 2010 को तुवालू की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, तुवालू के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किये गए थे। इसी के साथ वे स्वतंत्रत तुवालू के नौंवी गवर्नर-जनरल हैं। .

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कथबर्थ सेबैस्टियन

सर कथबर्थ सेबैस्टियन (Cuthbert Sebastian) सेंट किट्स और नेविस के एक राजनेता हैं। उन्हें 2 जनवरी 2013 से 19 मई 2015 के बीच, सेंट किट्स और नेविस की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, सेंट किट्स और नेविस के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। 2016 की स्थिति के अनुसार, वे इस सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले पदाधिकारी हैं। .

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कनाडा

कोई विवरण नहीं।

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कन्नड़ साहित्य

प्राचीन कन्नड शिलालेख (578 ई; बदामी चालुक्य राजवंश; बदामी गुफा मंदिर संख्या-३) कन्नड साहित्य का इतिहास लगभग डेढ़ हजार वर्ष पुराना है। R.S. Mugali (2006), The Heritage of Karnataka, pp.

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काइली मिनोग

काइली ऍन मिनोग, OBE (जन्म - 28 मई 1968) एक ऑस्ट्रेलियाई पॉप गायिका, गीतकार तथा अभिनेत्री हैं। ऑस्ट्रेलियाई टेलीविज़न पर एक बाल कलाकार के रूप में अपना कॅरियर शुरू करने के बाद तथा 1987 में एक रिकॉर्डिंग कलाकार के रूप में अपना कॅरियर शुरू करने से पहले, उन्हें टेलीविज़न धारावाहिक नेबर्स ' में अपनी भूमिका से ख्याति मिली.

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किंग्सफोर्ड डिबेला

सर किंग्सफोर्ड डिबेला पापुआ न्यू गिनी के एक राजनेता हैं। वे पापुआ न्यू गिनी के पूर्व गवर्नर-जनरल रह चुके हैं। उन्हें इस पद पर पापुआ न्यू गिनी की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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कुक द्वीपसमूह

कुक द्वीपसमूह (माओरी: Kūki 'Āirani) एक दक्षिण प्रशान्त महासागर में एक द्वीप देश है जो न्यूज़ीलैण्ड का मुक्त संघ है। यह १५ द्वीपों से मिलकर बना है जिसका कुल क्षेत्रफल है। कुक द्वीपसमूह का एक्सलूसिव इकनॉमी क्षेत्र समुद्र के को घेरता है। .

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क्रेगोवन लॉज

क्रेगोवन लॉज, एबरडीनशायर के बैल्मोरल एस्टेट में, बैल्मॉरल कासल से करीब एक मील की दूरी पर स्थित एक सात-कमरों वाला प्रस्तर-निर्मित बंगला है। मुख्य महल से अधिक ग्राम्य आवेश में होने के कारण, इस भवन को राजकुमार चार्ल्स और राजकुमारी डायना द्वारा अक्सर उपयोग किया जाता था। आजकल इसे महत्वपूर्ण मेहमानों के लिए अतिथिशाला के रूप में उपयोग किया जाता है। रूसी शाही परिवार के तत्कालीन वरिष्टताम् सदस्य, माइकल अन्द्रीविच रोमानोफ़् ने द्वितीय विश्व युद्ध के समय यहीं निवास किया था। महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय अक्सर अपनी गर्मियाँ यहीं व्यतीत करती हैं। गर्मियों में इस महल में पर्यटकों को सीमित समय के लिए अनुमति दी जाती है। .

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क्लिफोर्ड डार्लिंग

सर क्लिफोर्ड डार्लिंग (1922-2011) बहामाज़ के एक राजनेता हैं। उन्हें 2 जनवरी 1992 से 2 जनवरी 1995 के बीच, बेलीज़ की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, बहामाज़ के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते हैं। .

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क्लिफोर्ड हसबैंड्स

सर क्लिफोर्ड हसबैंड्स (Clifford Husbands) (1926-2017) बारबाडोस के एक राजनेता हैं। उन्हें 1 जून 1996 से 31 अक्टूबर 2011 के बीच, बारबाडोस की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, बारबाडोस के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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क्लिफोर्ड कैम्पबेल

सर क्लिफोर्ड कैम्पबेल(Clifford Campbell)(1892–1991), जमैका के एक राजनेता थे। उन्हें 1 दिसंबर 1962 से 2 मार्च 1973 के बीच, जमैका की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, जमैका के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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क्लीमेंट अरिंडेल

सर क्लीमेंट अरिंडेल (Clement Arrindell) सेंट किट्स और नेविस के एक राजनेता थे। उन्हें 19 सितंबर 1983 से 31 दिसंबर 1995 के बीच, सेंट किट्स और नेविस की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, सेंट किट्स और नेविस के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। वे राजकुमारी मार्गरेट की उपस्थिति में, स्वतंत्रता प्राप्ति के अवसर पर देश के पहले गवर्नर-जनरल नियुक्त हुए थे। .

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क्वेण्टिन ब्राइस

क्वेण्टिन एॅलिस लुईस ब्राइस (Quentin Bryce) एक ऑस्ट्रेलियाई राजनीतिज्ञ थे। उन्हें 5 सितंबर 2008-28 मार्च 2014 के बीच, ऑस्ट्रेलिया की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे, महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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कैनेडियाइ राजतंत्र

कैनेडियाई राजतंत्र, कैनडा की संवैधानिक राजतंत्र है। कैनेडा के एकाधिदारुक को कैनेडा और संयुक्त राजशाही समेत कुल १५ प्रजाभूमियों, का सत्ताधारक एकराजीय संप्रभु होने का गौरव प्राप्त है। वर्तमान सत्ता-विद्यमान शासक, ६ फरवरी वर्ष १९५२ से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय हैं। अन्य राष्ट्रमण्डल देशों के सामान ही कैनेडा की राजनीतिक व्यवस्था वेस्टमिंस्टर प्रणाली पर आधारित है, जिसमें राष्ट्रप्रमुख का पद नाममात्र होता है, और वास्तविक प्रशासनिक शक्तियां शासनप्रमुख पर निहित होते हैं। कैनेडा सैद्धांतिक रूप से एक राजतंत्र है, और कैनेडा के शासक के पदाधिकारी इसके राष्ट्रप्रमुख होते हैं, हालाँकि शासक की सारी संवैधानिक शक्तियों का अभ्यास, उनके प्रतिनिधि के रूप में, कैनेडा के गवर्नर-जनरल करते हैं। अधिराट् यदी स्त्री हो तो उन्हें " कैनेडा की रानी" के नाम हे संबोधित किया जाता है, और एक पुरुष अधिराट् को " कैनेडा के राजा के नाम से संबोधित किया जाता है। .

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कैम्ब्रिज के ड्यूक राजकुमार विलियम तथा कैथरीन मिडलटन का विवाह

बकिंघम पैलेस की बालकनी में नवविवाहित ड्यूक और कैम्ब्रिज की डचेस.बाईं ओर जूनियर ब्राइड्ज़्मेड ग्रेस वान कटसेम और दायीं ओर जूनियर ब्राइड्ज़्मेड मार्गरीटा आर्मस्ट्रांग-जोन्स हैं। कैम्ब्रिज के ड्यूक राजकुमार विलियम तथा कैथरीन मिडलटन का विवाह 29 अप्रैल 2011 शुक्रवार को लंदन के वेस्टमिंस्टर एब्बी में संपन्न हुआ। रानी एलिजाबेथ द्वितीय के उत्तराधिकार की पंक्ति में दूसरे पुत्र, राजुमार विलियम 2001 में पहली बार कैथरीन मिडलटन से मिले थे, जब दोनों सेंट एंड्रयूज विश्वविद्यालय में पढाई कर रहे थे। 20 अक्टूबर 2010 को हुई उनकी सगाई की घोषणा 16 नवम्बर 2010 को की गयी थी। विवाह की तैयारी और स्वयं इस अवसर ने मीडिया का काफी ध्यान आकर्षित किया जिसमें सेवा का दुनिया भर में सीधा प्रसारण किया गया, साथ ही इसकी तुलना और समानता कई मायनों में विलियम के माता-पिता प्रिंस चार्ल्स और लेडी डायना स्पेंसर की 1981 में हुई शादी से की गयी। एक अनुमान के मुताबिक़ दुनिया भर में तीन बिलियन लोगों ने इस विवाह को देखा और 24.5 मिलियन लोगों ने ब्रिटेन में इस आयोजन को प्रत्यक्ष रूप से देखा.

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कैम्ब्रिज के राजकुमार जॉर्ज

कैम्ब्रिज के राजकुमार जॉर्ज (Prince George of Cambridge) (जॉर्ज अलेक्ज़ेंडर लुई (अंग्रेज़ी: George Alexander Louis), जन्म: 22 जुलाई 2013) राजकुमार विलियम, कैम्ब्रिज के ड्यूक और उनकी पत्नी कैथरीन, कैम्ब्रिज की डचेस, के पुत्र और इसके साथ ही चार्ल्स, वेल्स के राजकुमार और उनकी पहली दिवंगत पत्नी डायना, वेल्स की राजकुमारी के एकमात्र पोते हैं। यह अपनी परदादी एलिजाबेथ II के पश्चात ब्रिटिश राजगद्दी के उत्तराधिकारियों की पंक्ति में अपने दादा और पिता के पश्चात तीसरे स्थान पर हैं। .

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कैम्ब्रिज की राजकुमारी शार्लट

कैम्ब्रिज की राजकुमारी शार्लट (पूरा नाम:शार्लट एलिजाबेथ डायना; जन्म 2 मई 2015) प्रिंस विलियम, कैम्ब्रिज के ड्यूक, और कैथरीन, कैम्ब्रिज की डचेस की बेटी है। वह कैम्ब्रिज के राजकुमार जॉर्ज के बाद, कैम्ब्रिज की दंपत्ति की दूसरी संतान है। वह चार्ल्स, वेल्स के राजकुमार की पोती, और महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की प्रपौत्री है। उनका जन्म, पेडिंगटन, लंदन के सेंट मेरी अस्पताल में हुआ था। कैथरीन की गर्भावस्था की घोषणा, 8 सितंबर, 2014 को क्लेरेंस हाउस की थी। जन्म से, वह रानी, एलिजाबेथ द्वि• की उत्तकाधिकारी होने की रेखा में चौथे स्थान पर है। वह अपने दादा, पिता, और बड़े भाई, कैम्ब्रिज के प्रिंस जॉर्ज (जन्म 2013) के पीछे है। .

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केन्सिंग्टन पैलस

केन्सिंग्टन पैलेस, लंदन के केन्सिंग्टन और चेल्सी के शाही बरो में स्थिति एक शाही निवास है। यह महल, १७वी सदी से ही ब्रिटिश शाही परिवार का निवास रहा है। यह वर्त्तमान समय में कैम्ब्रिज की डचेस और ड्यूक, प्रिंस हैरी, ग्लौकेस्टर की डचेस और ड्यूक, केंट की डचेस और ड्यूक तथा केंट के राजकुमार और राजकुमारी माइकल का आधिकारिक लंदन निवास है। आज, इस महल में सीमित सार्वजनिक दर्शन की अनुमति है, और राजकीय कक्ष, आम जनता के दर्शन हेतु खुले हैं, जबकि रिहाइशी क्षेत्र की प्राइवेसी बरकरार राखी गयी है। सार्वजिनक दर्शन हेतु क्षेत्र को हिस्टोरिक रॉयल पैलेसेज नामक एक गैर-सरकारी चैरिटी द्वारा प्रबंधित की जाती है, जबकि शाही गृहवास, शाही परिवार के निजी क्षेत्र की देखरेख करता है। .

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केनेथ ब्लैकबर्ने

सर केनेथ ब्लैकबर्ने (Kenneth Blackburne) (1907-1980), जमैका के एक राजनेता थे। उन्हें 6 अगस्त 1962 से 30 नवंबर 1962 के बीच, जमैका की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, जमैका के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान, शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। वे स्वतंत्र जमैका के पहले गवर्नर-जनरल थे। .

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केनेथ ओ हॉल

सर केनेथ ओ हॉल(Kenneth O'Hall) (जन्म:1941), जमैका के एक राजनेता थे। उन्हें 15 फरवरी 2006 से 26 फरवरी 2009 के बीच, जमैका की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, जमैका के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। इस काल के दौरान वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान, शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते थे। .

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कॉलविल यंग

सर कॉलविल यंग (Colville Young) (1932-) बेलीज़ के एक राजनेता हैं। उन्हें 17 नवंबर 1993 को बेलीज़ की रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय द्वारा, बेलीज़ के गवर्नर-जनरल यानि महाराज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था। वे महारानी के प्रतिनिधि के रूप में, उनकी अनुपस्थिति के दौरान शासक के कर्तव्यों का निर्वाह करते हैं। वे इस पद के दूसरे पदाधिकारी हैं। .

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कोहिनूर हीरा

Glass replica of the Koh-I-Noor as it appeared in its original form, turned upside down कोहिनूर (फ़ारसी: कूह-ए-नूर) एक १०५ कैरेट (२१.६ ग्राम) का हीरा है जो किसी समय विश्व का सबसे बड़ा ज्ञात हीरा रह चुका है। कहा जाता है कि यह हीरा भारत की गोलकुंडा की खान से निकाला गया था। 'कोहिनूर' का अर्थ है- आभा या रोशनी का पर्वत। यह कई मुगल व फारसी शासकों से होता हुआ, अन्ततः ब्रिटिश शासन के अधिकार में लिया गया, व उनके खजाने में शामिल हो गया, जब ब्रिटिश प्रधान मंत्री, बेंजामिन डिजराएली ने महारानी विक्टोरिया को १८७७ में भारत की सम्राज्ञी घोषित किया। अन्य कई प्रसिद्ध जवाहरातों की भांति ही, कोहिनूर की भी अपनी कथाएं रही हैं। इससे जुड़ी मान्यता के अनुसार, यह पुरुष स्वामियों का दुर्भाग्य व मृत्यु का कारण बना, व स्त्री स्वामिनियों के लिये सौभाग्य लेकर आया। अन्य मान्यता के अनुसार, कोहिनूर का स्वामी संसार पर राज्य करने वाला बना। .

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अण्टीगुआ और बारबुडा का राजतंत्र

अण्टीगुआ और बारबुडा राजतंत्र, अण्टीगुआ और बारबुडा की संवैधानिक राजतंत्र है। अण्टीगुआ और बारबुडा एकाधिदारुक को अण्टीगुआ और बारबुडा और संयुक्त राजशाही समेत कुल १५ प्रजाभूमियों, का सत्ताधारक एकराजीय संप्रभु होने का गौरव प्राप्त है। वर्तमान सत्ता-विद्यमान शासक, ६ फरवरी वर्ष १९५२ से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय हैं। अन्य राष्ट्रमण्डल देशों के सामान ही जमैका की राजनीतिक व्यवस्था वेस्टमिंस्टर प्रणाली पर आधारित है, जिसमें राष्ट्रप्रमुख का पद नाममात्र होता है, और वास्तविक प्रशासनिक शक्तियां शासनप्रमुख पर निहित होते हैं। अण्टीगुआ और बारबुडा सैद्धांतिक रूप से एक राजतंत्र है, और और जमैका के शासक के पदाधिकारी इसके राष्ट्रप्रमुख होते हैं, हालाँकि शासक की सारी संवैधानिक शक्तियों का अभ्यास, उनके प्रतिनिधि के रूप में, अण्टीगुआ और बारबुडा के गवर्नर-जनरल करते हैं। अधिराट् यदी स्त्री हो तो उन्हें " अण्टीगुआ और बारबुडा की रानी" के नाम हे संबोधित किया जाता है, और एक पुरुष अधिराट् को " अण्टीगुआ और बारबुडा के राजा के नाम से संबोधित किया जाता है। .

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अण्टीगुआ और बारबूडा

एन्टिगुआ आ बर्बुडा (उत्तर अमेरिका महाद्वीप में केरिबियन क्षेत्र में एक द्वि-द्वीपिय है। यह कैरिबियन सागर और आंध्र महासागर के बीच स्थित है। .

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अनिरुद्ध जगन्नाथ

अनिरुद्ध जगन्नाथ (जन्म: 29 मार्च 1930) मॉरिशस के राजनीतिज्ञ हैं जो मॉरिशस के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति दोनों पदों पर रहे हैं। वो वर्ष 2003 से 2012 तक देश के राष्ट्रपति थे। इससे पहले भी वो देश के प्रधानमन्त्री भी रह चुके हैं। जगन्नथ भारतीय मूल के हैं। .

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अमीना गुरीब-फकीम

बीबी अमीना फिरदौस गुरीब-फकीम (जन्म १७ अक्टूबर १९५९) एक मॉरिशियाई जैवविविधता की वैज्ञानिक हैं जो वर्तमान में मॉरिशस की राष्ट्रपति हैं। दिसम्बर २०१४ में वह लेलेप गठबंधन से वह राष्ट्रपति पद की उम्मीद्वार चुनी गयी। २९ मई २०१५ को राष्ट्रपति कैलाश प्रयाग के इस्तीफे के बाद वह मॉरिशस संसद में सर्वसम्मति से राष्ट्रपति पद पर चुनी गयी। गुरीब-फकीम एलिजाबेथ द्वितीय व कार्यवाहक राष्ट्रपति मोनिक़ ओहसन बेलेपेयु के बाद तृतीय महिला राष्ट्राध्यक्ष हैं। वह स्वतंत्र मॉरिशस की प्रथम पूर्णकालिक महिला राष्ट्राध्यक्ष हैं। १७ मार्च २०१८ को क्रेडिट कार्ड से लग्जरी निजी सामान की खरीद करने के कारण विवादों में आने से उन्होंने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया। फकीम का इस्तीफा २३ मार्च २०१८ से प्रभावी होगा। .

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उत्तरी आयरलैंड

उत्तरी आयरलैंड (अंग्रेज़ी: Northern Ireland उच्चारणः नॉर्द़र्न् आयर्लैंड; आयरिश: Tuaisceart Éireann) संयुक्त राजशाही का एक संघटक देश है। .

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1976 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक

1976 ग्रीष्मकालीन ओलपिंक, आधिकारिक तौर पर XXI ओलंपियाड के खेलों को आधिकारिक तौर पर बुलाया गया, 1976 में मॉन्ट्रियल, क्यूबेक में एक अंतर्राष्ट्रीय मल्टी-स्पोर्ट कार्यक्रम था, और कनाडा में आयोजित होने वाले पहले ओलंपिक खेलों। मॉन्ट्रियल को 12 मई, 1970 को एम्स्टर्डम के 69 वें आईओसी सत्र में मॉस्को और लॉस एंजिल्स की निविदाओं पर 1976 के खेलों के अधिकारों से सम्मानित किया गया था। यह अब तक केवल ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों को कनाडा में आयोजित किया जा रहा है। कैलगरी और वैंकूवर ने बाद में 1988 और 2010 में क्रमशः शीतकालीन ओलंपिक खेलों की मेजबानी की। न्यूजीलैंड की राष्ट्रीय रग्बी यूनियन टीम ने 1976 में संयुक्त राष्ट्र की अपील के लिए दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया था, जब अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने न्यूजीलैंड पर प्रतिबंध लगाने से इनकार कर दिया था, तभी 23 देशों ने मॉन्ट्रियल खेलों का बहिष्कार किया था। एक खेल प्रतिबंध। .

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2012 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक

2012 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक (आधिकारिक तौर पर XXX ओलम्पियाड के खेल) संयुक्त राजशाही के लन्दन महानगर में 27 जुलाई से 12 अगस्त 2012 के बीच आयोजित होने हैं। लन्दन आधिकारिक तौर पर तीन आधुनिक ओलम्पिक खेलों का आयोजन करने वाला पहला शहर बनेगा। इससे पहले लन्दन ने 1908 और 1948 में ओलम्पिक खेलों की मेज़बानी की थी। खेलों की तैयारी के लिए यथेष्ट पुनर्विकास किया गया तथा इस पूरे प्रयोजन में संधारणीयता को विशेष महत्वता दी गई। इसका मुख्य केन्द्र-बिन्दु और आकर्षण 200 हैक्टेयर में फ़ैला हुआ ओलम्पिक पार्क है, जिसका निर्माण स्ट्रैटफ़ोर्ड में एक पूर्व औद्योगिक स्थल के ऊपर किया गया है। खेलों में पहले से ही उपस्थित कई स्थलों का उपयोग भी किया गया है। .

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2014 राष्ट्रमण्डल खेल

2014 राष्ट्रमण्डल खेल (आधिकारिक XX राष्ट्रमण्डल खेल) ग्लासगो, स्कॉटलैंड, में 23 जुलाई से 3 अगस्त 2014 के मध्य आयोजित हुआ। यह ओलंपिक व एशियाड खेलों के बाद तीसरा सबसे बड़ी बहु-खेल स्पर्धा है। यह स्कॉटलैंड में होने वाला अब तक का सबसे बड़ा बहु-खेल आयोजन रहा जिसमे 4,560 खिलाड़ी 17 विभिन्न खेलों में भाग लिया। स्कॉटलैंड में इससे पूर्व एडिनबरा में 1970 और 1986 के राष्ट्रमण्डल खेल आयोजित कर चुका है। इन खेलों ने संगठन, लोगों की उपस्तिथि तथा उत्साह के कारण काफी प्रशंसा पाई। राष्ट्रमण्डल खेल संघ के प्रमुख माइक हूपर ने इन खेलों की प्रशंसा करते हुए अब तक इतिहास का असाधारण खेल करार दिया। स्कॉटलैंड की धरती पर तीसरी बार आयोजित हुए इन खेलों में यूनाईटेड किंगडम के गृह देशों इंग्लैंड, वेल्स तथा मेजबान स्कॉटलैंड ने सबसे अधिक पदक पा कर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। इंग्लैंड ने 1986 के खेलों के बाद पदक तालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया, जो कि स्कॉटलैंड में ही आयोजित हुए थे। किरिबाती ने राष्ट्रमण्डल खेल के इतिहास में अपना पहला पदक जीता, जो कि भारोत्तोलन की पुरुष 105 किग्रा स्पर्धा में स्वर्ण था। .

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2018 राष्ट्रमण्डल खेल

2018 राष्ट्रमण्डल खेल या 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स गोल्ड कोस्ट, क्वींसलैंड, ऑस्ट्रेलिया, में 4 अप्रैल से 15 अप्रैल 2018 के मध्य में आयोजित हुआ। यह ओलंपिक व एशियाड खेलों के बाद तीसरा सबसे बड़ी बहु-खेल स्पर्धा है| ऑस्ट्रेलिया ने पांचवी बार, राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी करी। .

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

ऍलिज़ाबेथ द्वितीय, एलिज़बेथ (द्वितीय), एलिज़बेथ २, एलिज़ाबेथ, एलिज़ाबेथ द्वितीय (संयुक्त राजशाही), एलिज़ाबेथ द्वितीय का शासनकाल, एलिजाबेथ द्वितीय, एलिजा़बेथ द्वितीय, महारानी एलिज़ाबेथ, महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय, महारानी एलिजाबेथ द्वितीय, संयुक्त राजशाही की एलिज़ाबेथ द्वितीय

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