लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

उषा राजे सक्सेना

सूची उषा राजे सक्सेना

उषा राजे सक्सेना युनाइटेड किंगडम मे बसी भारतीय मूल की लेखक है। वे भारत में भी काफी लोकप्रिय है। लक्ष्मीमल सिंघवी, कमलेश्वर, शिवमंगल सिंह 'सुमन', रामदरश मिश्र, हिमांशु जोशी, अशोक चक्रधर, चित्रा मुद्गल एवं हरीश नवल जैसे साहित्यकारों ने समय-समय पर उषा राजे के साहित्य की सराहना की है। कहानी, कविता, लेख जैसी विधाओं में उषा राजे ने अपनी एक शैली विकसित की है। किन्चित आलोचको के अनुसार्, उनकी कहानियों की एक पहचान है कि उन्हें यात्रा में कोई चरित्र मिलता है जो उन्हें या तो अपनी कहानी सुनाता है या वो कुछ ऐसा कर जाता है जिससे उषा राजे को कहानी मिल जाती है। किन्तु उनकी कहानी इससे भी कुछ अधिक है| प्रवास मे भारतीय सोच, जो सन्कीर्णताओ से मुक्त किन्तु शाश्वत सत्यो से गुंथी हुई है, सौम्यता, सहोदरता और विश्व-बन्धुत्व को साधारण से विशिष्ट होते हुए पात्रो के माध्यम से अभिव्यक्त करती है| उनकी कहानी मे सदयता के साथ, मानवीय सत्ता के प्रति विश्वास् और विपरीत परिस्थिति मे साहस उत्तर आधुनिक काल मे एक प्रकाश-स्तम्भ की भाति उभरते है| मिट्टी की सुगंध नामक कहानी संग्रह संपादित कर उषा राजे सक्सेना ने युनाइटेड किंगडम के कथाकारों को पहली बार एक संगठित मंच प्रदान किया। वे `पुरवाई' पत्रिका की सह-संपादिका हैं। उषा राजे सक्सेना के साहित्य पर भारत में एम.

1 संबंध: पद्मभूषण डॉ॰ मोटूरि सत्यनारायण पुरस्कार

पद्मभूषण डॉ॰ मोटूरि सत्यनारायण पुरस्कार

पद्मभूषण डॉ॰ मोटूरि सत्यानारायण पुरस्कार एक साहित्यिक पुरस्कार है जो भारत के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अंतर्गत केन्द्रीय हिन्दी संस्थान द्वारा किसी ऐसे भारतीय मूल के विद्वान को दिया जाता है जिसने विदेश में हिन्दी भाषा या साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया हो। इस पुरस्कार का प्रारंभ तमिलनाडु के हिंदी सेवी एवं विद्वान मोटूरि सत्यनारायण के नाम पर १९८९ में हुआ था। पहला पद्मभूषण डॉ॰ मोटूरि सत्यनारायण पुरस्कार वर्ष २००२ में कनाडा के हरिशंकर आदेश को दिया गया था। इस पुरस्कार में एक लाख रुपये नकद, एक स्मृतिचिह्न, प्रशस्ति पत्र और शाल शामिल हैं। यह पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा स्वयं प्रदान किया जाता है। .

नई!!: उषा राजे सक्सेना और पद्मभूषण डॉ॰ मोटूरि सत्यनारायण पुरस्कार · और देखें »

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »