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इलिनॉय विश्वविद्यालय

सूची इलिनॉय विश्वविद्यालय

श्रेणी:अमेरिकी विश्वविद्यालय श्रेणी:इलिनॉय.

6 संबंधों: दीदी तेरा देवर दीवाना, यमुना काचरू, राजमोहन गांधी, लंका दहन, लेंगर्हंस के आइलेट, अण्णा सालुंके

दीदी तेरा देवर दीवाना

"दीदी तेरा देवर दीवाना" १९९४ की हिन्दी फ़िल्म हम आपके हैं कौन में लता मंगेशकर और एस॰ पी॰ बालासुब्रमण्यम का गाया हुआ गीत हैं। इस गीत को रामलक्ष्मण द्वारा संगीत दिया गया हैं और गीत देव कोहली ने लिखा है। हम आपके हैं कौन सूरज बड़जात्या द्वारा लिखित और निर्देशित फ़िल्म थी जो राजश्री प्रोडक्शन्स के बैनर के तहत बनी थी। गीत में मुख्यतः फ़िल्म के कलाकार माधुरी दीक्षित और सलमान खान गोद भराई के समारोह में नृत्य करते दिखते हैं। गीत के प्रदर्शन के बाद उसे खूब लोकप्रियता हासिल हुई और मंगेशकर को फ़िल्मफ़ेयर विशेष पुरस्कार प्रदान किया गया। एना सिंह द्वारा तैयार की गई और दीक्षित द्वारा पहनी गई चमकीले बैंगनी रंग की साटन साड़ी और बैकलेस (खिड़की) ब्लाउज बाज़ार में फ़ैशन का रुझान बनी और खूब बिकी। दीक्षित के नृत्य और पूरे गीत में दिखने वाले उनके रूप को अच्छी समीक्षा मिली। चित्रकार मकबूल फ़िदा हुसैन ने ये गीत देखकर दीक्षित को अपनी प्रेरणा स्रोत मानकर दीक्षित से प्रेरित चित्रों की एक श्रृंखला को पर काम किया। .

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यमुना काचरू

यमुना काचरूप्रो॰ यमुना काचरू अमरीका में अरबाना शैम्पेन स्थित इलिनॉय विश्वविद्यालय में भाषा विज्ञान की प्रोफेसर हैं। उन्होंने (१९५९ से ६५) तक लंदन के स्कूल ऑफ ओरियंटल एंड अफ्रीकन स्टडीज में अध्यापन किया तथा सामान्य भाषा विज्ञान में वहीं से पीएच.

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राजमोहन गांधी

नयी दिल्ली भारत में १९३५ में जन्मे श्री राजमोहन गांधी महात्मा गांधी के पौत्र एवं भारत के एक प्रमुख शिक्षाविद, राजनैतिक कार्यकर्ता, एवं जीवनी लेखक हैं। श्री गांधी की शिक्षा का आरंभ मॉडर्न स्कूल में हुआ था। श्री गांधी इस समय दिल्ली स्थित सेंटर फॉर पॉलिसी स्टडीज में रिसर्च प्रोफेसर हैं। श्री गांधी इस समय अमरीका के इलिनॉय विश्वविद्यालय अर्बाना-शैंपेन में विजिटिंग प्रोफेसर भी हैं। .

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लंका दहन

लंका दहन १९१७ कि भारतीय मूक फ़िल्म है जिसे दादासाहब फालके ने निर्देशित किया था। ऋषि वाल्मीकि द्वारा लिखित हिंदू महाकाव्य रामायण के एक प्रकरण पर आधारित इस फ़िल्म का लेखन भी फालके ने किया था। १९१३ कि फ़िल्म राजा हरिश्चन्द्र, जो पहली पूर्ण रूप से भारतीय फीचर फ़िल्म थी, के बाद फालके की यह दूसरी फीचर फ़िल्म थी। फालके ने बीच में विभिन्न लघु फिल्मों का निर्देशन किया था। अण्णा सालुंके ने इस फिल्म में दो भूमिका निभाई थी। उन्होंने पहले फालके के राजा हरिश्चन्द्र में रानी तारामती की भूमिका निभाई थी। चूंकि उस जमानेमे प्रदर्शनकारी कलाओं में भाग लेने से महिलाओं को निषिद्ध किया जाता था, पुरुष ही महिला पात्रों को निभाते थे। सालुंके ने इस फ़िल्म में राम के पुरुष चरित्र और साथ ही उनकी पत्नी सीता का महिला चरित्र भी निभाया है। इस प्रकार उन्हें भारतीय सिनेमा में पहली बार दोहरी भूमिका निभाने का श्रेय दिया जाता है। .

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लेंगर्हंस के आइलेट

नाभियाँ नीली। उदरीय (बायाँ) व पृष्ठीय (दाँया) भी दिखाता है। हर प्रकार की कोषिका को अलग रंग दिया गया है। मूषक आइलेट इंसुलिन अंतरभाग दिखाते हैं जबकि मानवीय में यह नहीं है। शूकरीय '''आइलेट ऑफ़ लेंगर्हांस'''। बाईं छवि हीमाटोग्ज़ाइलिन दाग से बनी ब्राइट्फ़ील्ड छवि है; नाभियाँ गाढ़े रंग के वृत्त में हैं और कोष्ठकी अग्न्याशयी उतकक आइलेट ऊतक से अधिक गाढ़ा है। दाईं छवि उसी कटाव को इंसुलिन के इम्युनोफ़्लुओरेसेंस से दाग के बनी है, इसमें बीटा कोषिकाएँ दिखती हैं। आइलेट्स ऑफ़ लेंगर्हांस, हेमालुम-इओसिन दाग। श्वान के अग्न्याशय का चित्र। २५० गुना। आइलेट्स ऑफ़ लेंगरहांस अग्न्याशय के वह क्षेत्र हैं जिनमें अंतःस्रावी (अर्थात्, हॉर्मोन-उत्पादक) कोषिकाएँ होती हैं। १८६९ में जर्मन रोगवैज्ञानी शरीरविज्ञान पॉल लेंगर्हांस द्वारा खोजा गए आइलेट्स ऑफ़ लेंगर्हांस अग्न्याशय की मात्र का कुछ १ या २% होते हैं। स्वस्थ वयस्क मनुष्य के अग्न्याशय में कुछ १० लाख आइलेट होते हैं जो कि पूरे अंग में फैले हुए होते हैं; इनकी कुल मात्रा १ से १.५ ग्राम होती है। .

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अण्णा सालुंके

अण्णा हरी सालुंके, जो ए सालुंके और अण्णासाहेब सालुंके के नाम से भी जाने जाते, एक भारतीय अभिनेता थे, जिन्होंने शुरूआती कई फ़िल्मों में महीलाओं की भूमिका निभाई थी। सालुंके छायाकार भी थे। १९१३ कि दादासाहब फालके की पहली पूर्ण फ़ीचर फ़िल्म राजा हरिश्चन्द्र में रानी तारामती की भूमिका निभाकर सालुंके भारतीय सिनेमा में नायिका की भूमिका में पेश होने वाले पहले व्यक्ति बने। १९१७ कि मूक फ़िल्म लंका दहन में उन्होंने दोनों नायक और नायिका की भूमिका निभाकर भारतीय सिनेमा में पहली बार दोहरी भूमिका निभाने का श्रेय प्राप्त किया। .

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