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इराक़

सूची इराक़

इराक़ पश्चिमी एशिया में स्थित एक जनतांत्रिक देश है जहाँ के लोग मुख्यतः मुस्लिम हैं। इसके दक्षिण में सउदी अरब और कुवैत, पश्चिम में जोर्डन और सीरिया, उत्तर में तुर्की और पूर्व में ईरान अवस्थित है। दक्षिण पश्चिम की दिशा में यह फ़ारस की खाड़ी से भी जुड़ा है। दजला नदी और फरात इसकी दो प्रमुख नदियाँ हैं जो इसके इतिहास को ५००० साल पीछे ले जाती हैं। इसके दोआबे में ही मेसोपोटामिया की सभ्यता का उदय हुआ था। इराक़ के इतिहास में असीरिया के पतन के बाद विदेशी शक्तियों का प्रभुत्व रहा है। ईसापूर्व छठी सदी के बाद से फ़ारसी शासन में रहने के बाद (सातवीं सदी तक) इसपर अरबों का प्रभुत्व बना। अरब शासन के समय यहाँ इस्लाम धर्म आया और बगदाद अब्बासी खिलाफत की राजधानी रहा। तेरहवीं सदी में मंगोल आक्रमण से बगदाद का पतन हो गया और उसके बाद की अराजकता के सालों बाद तुर्कों (उस्मानी साम्राज्य) का प्रभुत्व यहाँ पर बन गया २००३ से दिसम्बर २०११ तक अमेरिका के नेतृत्व में नैटो की सेना की यहाँ उपस्थिति बनी हुई थी जिसके बाद से यहाँ एक जनतांत्रिक सरकार का शासन है। राजधानी बगदाद के अलावा करबला, बसरा, किर्कुक तथा नजफ़ अन्य प्रमुख शहर हैं। यहाँ की मुख्य बोलचाल की भाषा अरबी और कुर्दी भाषा है और दोनों को सांवैधानिक दर्जा मिला है। .

333 संबंधों: चीता, चीख़ा दार, झपकी, डेमलर एजी, तरीनकोट, तकबीर, तुर्कमेन लोग, तुर्की, तुर्की का भूगोल, तेन्ग्री धर्म, द लकी वन (उपन्यास), दही (योगहर्ट या योगर्ट), दियाला प्रान्त, दजला नदी, दुबई, दुजेल, दुजेल नरसंहार, द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारतीय सेना, देशों के दूरभाष कूट की सूची, देशी भाषाओं में देशों और राजधानियों की सूची, देवी तथा देवता (अभारतीय), दोहूक प्रान्त, धातु संसूचक, नाटो, नादिर शाह, नजफ़, नजफ़ प्रान्त, नज्द, नवंबर 2015 पैरिस हमले, नौरोज़, नौगाजा पीर, नूरी अल-मलिकी, नीनवा प्रान्त, नीलकंठ पक्षी, परवेज़ मुशर्रफ़, प्रतिजैविक प्रतिरोध, पेट्रोलियम उत्पादक देशों की सूची, पेशमर्गा, पेगासस एयरलाइन्स, पॉल वुल्फोवित्ज़, पीने का पानी, फ़रात नदी, फ़ारस की खाड़ी, फ़ारस की खाड़ी का राष्ट्रीय दिवस, फ़ारसी भाषा, फ़ारसी साम्राज्य, फातिमी खिलाफत, फिराज की लड़ाई, बदू लोग, बनू सक़ीफ़, ..., बलूचिस्तान संघर्ष, बलोच भाषा और साहित्य, बसरा, बसरा प्रान्त, बसरा विश्वविद्यालय, बसरा अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, बादाम, बाबिल, बाबिल प्रान्त, बायोमेट्रिक्स, बिग ब्रदर (टीवी सीरिज़), बघेल सिंह, बगदाद विमानक्षेत्र, बगदाद विश्वविद्यालय, बग़दाद, बग़दाद प्रान्त, ब्राहुई भाषा, ब्रूस विलिस, ब्रेट्ट मैकगर्क, बेबीलोन के झूलते उपवन, बीबीसी वर्ल्ड सर्विस, भारत में आतंकवाद, मध्य पूर्व, मयसान प्रान्त, मस्जिद, महान अल-नूरी मस्जिद, मातृ दिवस, मातृवंश समूह टी, मातृवंश समूह ऍक्स, मातृवंश समूह डब्ल्यू, मावतिनि, मिनियापोलिस, मुराद चतुर्थ, मुसन्ना प्रान्त, मुस्तसिरिया मदरसा, मुहम्मद बिन क़ासिम, मुक्केबाज़ी, मैसाचुसेट्स प्रौद्योगिकी संस्थान, मेसोपोटामिया का इतिहास, मॉनमाउथ रेजिमेंटल संग्रहालय, मोसुल, मोहम्मद ताहिदी, मोंगके ख़ान, यर्मोक का युद्ध, यहूदी इतिहास, यज़ीदी, यूनान, योगेंद्र दुर्यस्वामी, रशीदुन सेना, रामविलास शर्मा का रचना संसार, राष्ट्र संघ, राष्ट्रीय हित, राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति, रासायनिक शस्त्र, रासील की लड़ाई, रुहोल्ला खोमैनी, रूसी सुखोई एसयू-२४ मारगिराना, २०१५, रॉयटर्स, रोबोट, रोजावा, लिपि के अनुसार भाषाओं की सूची, लख़मी, लंबाई के आधार पर नदियों की सूची, लुसाने की संधि, लैवेंडर, लेवंट, ली कोर्बुज़िए, शामल, शिया चंद्र, शिया इस्लाम, शिलारस, शक्‍ति-संतुलन, सद्दाम हुसैन, सफ़ेद बारादरी, सबवे (रेस्तरां), सर-ए-संग, सलाहुद्दीन प्रान्त, सलाउद्दीन, साधारण छिपकली, सामर्रा, सामर्रा की महान मस्जिद, सामूहिक सुरक्षा, सामी-हामी भाषा-परिवार, सारा पॉलिन, सिंजार, संयुक्त राष्ट्र न्यास परिषद, संयुक्त राष्ट्र शांतिस्थापन, संयुक्त राज्य अमेरिका में विदेशी आतंकवादी प्रवेश से राष्ट्र की सुरक्षा, संजय गुप्ता, सउदी अरब, सुमेर, सुलयमानियाह प्रान्त, सुलेमान प्रथम, सुखोई एसयू-17, सुखोई एसयू-25, स्टोन कोल्ड स्टीव ऑस्टिन, सैन्य और अर्धसैनिक बलों की संख्या के आधार पर देशों की सूची, सैन्यवाद, सूफ़ीवाद, सूखा, सी-सी तीतर, सीरिया, सीरिया का भूगोल, सीरियाई मरुस्थल, हनफ़ी पन्थ, हलवा, हामिद मीर, हार्ट ऑफ एशिया, हज्जाज बिन युसुफ़, हुसैन इब्न अली, हैरल्ड पिंटर, होरमुज़ जलसन्धि, जनसंख्या घनत्व के अनुसार देशों की सूची, जलाल तालाबानी, ज़ाग्रोस पर्वत, ज़ूमैल की लड़ाई, ज़ी क़ार प्रान्त, जापान, जार्डन का भूगोल, जुलाई २०१६ बगदाद आतंकी हमला, जौफ़ प्रान्त, जॉन सीना, जॉर्डन, जॉर्डन के राजाओं की सूची, ईरान, ईरान का इतिहास, ईरान की इस्लामी क्रांति, ईरान-इराक़ युद्ध, ईरानी भाषा परिवार, ईराक का ध्वज, ईराकी एयरवेज़, वायु सेना के मार्शल, वासित प्रान्त, विश्व व्यापार संगठन, विश्व के सभी देश, विश्व की मुद्राएँ, विश्वमारी, व्हिस्की, वृहद भारत, वोसरा की लड़ाई, ख़्वारेज़्म, खाड़ी युद्ध, खाड़ी सहयोग परिषद, खालिद इब्न अल वालिद, गणित का इतिहास, गुम्बज़, ऑपरेशन डायमंड, ऑपरेशन ओपेरा, ओपेक, आतंकी प्रशिक्षण शिविर, आर्मीनिया, आशूरी भाषा, आईएसआईएस, आंबेडकर जयंती, आइएसओ ३१६६ - १, इन्नोसेंस ऑफ़ मुस्लिम्स, इब्न अल-मुस्ताबफी, इमाम अली मस्जिद, इराक में मस्जिदों की सूची, इराक में सामूहिक विनाश के हथियार, इराक में ईसाई धर्म, इराक का भूगोल, इराक का राष्ट्रीय संग्रहालय, इराक़ के प्रान्त, इराकी कुर्दिस्तान, इलख़ानी साम्राज्य, इश्तर, इस्लाम से पहले का अरब, इस्लाम के राष्ट्र, इस्लामिक स्टेट ऑफ़ ईराक़, इस्लामी सहयोग संगठन, इस्लामी सैन्य गठबंधन, इस्लामी अक्षरांकन, करबला, करबला प्रान्त, कराडा, करकूक प्रान्त, कर्बला, कला स्नातक, क़शक़ाई भाषा, क़ादिसियाह प्रान्त, क़ुर्दिस्तान, काला तीतर, कुर्द लोग, कुर्दिस्तान प्रांत (ईरान), कुर्दी भाषा, कुवैत, कुवैत का भूगोल, क्रूसेड, कैट स्टीवंस, कैमरा, कूफ़ा, कूफा की महान मस्जिद, केविन रड, अनबार प्रान्त, अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन के सदस्य राष्ट्र, अप्रैल 2017 नांगहार हवाई हमला, अफ़ग़ानिस्तान युद्ध (2001–वर्तमान), अबु बक्र, अबु बक्र अल-बगदादी, अब्द अल-मालिक बिन मरवान, अब्दुल क़ादिर जीलानी, अब्दुल-कादिर जीलानी का मकबरा, अबू हनीफ़ा, अबू गरीब यातना और कैदी शोषण, अमाराह, अमीरा एंड सैम, अयातुल्ला मोहम्मद हुसैन फदलल्लाह, अय्यार, अरब पेट्रोल निर्यातक राष्ट्र संघ, अरब लीग, अरब लीग का इतिहास, अरब संघ, अरब ईसाई, अरब का इतिहास, अरब-बाइज़ेन्टाइन युद्ध, अरब-इजराइल युद्ध (१९४८), अरबी प्रायद्वीप, अरबी भाषा, अरबी रेगिस्तान, अरबील प्रान्त, अल फुरत नेटवर्क, अल मून्तासिर विल्लाह, अल कादिमिया मस्जिद, अल अनबर की लड़ाई, अल असकरी मज़ार, अल असकरी मज़ार बम विस्फ़ोट, 2007, अल-मुस्तसिरीया विश्वविद्यालय, अल-हीरा, अल-जज़ीरा (मेसोपोटामिया), अल-अक्सा मस्जिद, अल्बानिया, अली हसन अल-मजीद, अली इब्न अबी तालिब, अशासकीय संस्था, अश्शूर, असूरी भाषा, अहमद मूख्तार बबन, अहमद लदअफ़ी, अहमद हसन अल वकर, अज़ ज़ुबेर, अवतार (२००९ फ़िल्म), अगस्त २०१०, अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय, अक्टूबर २०१०, अक्कदी सभ्यता, अक्कादी भाषा, उत्तरी सीमाएँ प्रान्त, उपग्रह, उर का जिगुरत, उर, मेसोपोटामिया, उर्वर अर्धचंद्र, १ई+११ मी॰², १४ दिसम्बर, १५ दिसम्बर, १५ जुलाई, १६ जुलाई, १७ अगस्त, १९२१, १९७०, १९८८, १९९१, २०१०, २०११, २०१६ में अमेरिका ने गिराए बम, २५ फ़रवरी, २५ सितम्बर, २५ अगस्त, २६ नवम्बर, २७ मार्च, ३ दिसम्बर, ३ अक्तूबर, ३जी, ३१ अगस्त, ४ जून, ५ जनवरी, ६ नवम्बर, 11 सितम्बर 2001 के हमले, 1974 एशियाई खेल, 1978 एशियाई खेल, 2016 इस्तांबुल अतातुर्क हवाईअड्डा हमला, 2017 शयरात एयर बेस अमेरीकी मिसाइल हमला, 2017 खैरमानशाह भूकंप सूचकांक विस्तार (283 अधिक) »

चीता

बिल्ली के कुल (विडाल) में आने वाला चीता (एसीनोनिक्स जुबेटस) अपनी अदभुत फूर्ती और रफ्तार के लिए पहचाना जाता है। यह एसीनोनिक्स प्रजाति के अंतर्गत रहने वाला एकमात्र जीवित सदस्य है, जो कि अपने पंजों की बनावट के रूपांतरण के कारण पहचाने जाते हैं। इसी कारण, यह इकलौता विडाल वंशी है जिसके पंजे बंद नहीं होते हैं और जिसकी वजह से इसकी पकड़ कमज़ोर रहती है (अतः वृक्षों में नहीं चढ़ सकता है हालांकि अपनी फुर्ती के कारण नीची टहनियों में चला जाता है)। ज़मीन पर रहने वाला ये सबसे तेज़ जानवर है जो एक छोटी सी छलांग में १२० कि॰मी॰ प्रति घंटे ऑलदो एकोर्डिंग टू चीता, ल्यूक हंटर और डेव हम्मन (स्ट्रुइक प्रकाशक, 2003), pp.

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चीख़ा दार

चीख़ा दार (फ़ारसी:, अंग्रेज़ी: Cheekha Dar) ईरान और इराक़ की सीमा पर ज़ाग्रोस पर्वत शृंखला में स्थित एक पहाड़ है। यह गुन्दाह झ़ुर​ (बिंदु-वाले 'झ़' के उच्चारण पर ध्यान दें क्योंकि यह 'झ' और 'ज़' दोनों से ज़रा भिन्न और 'टेलिविझ़न' के 'झ़' से मिलता है) गाँव से ६ किमी उत्तर में स्थित है। माना जाता है कि यह पहाड़ इराक़ का सबसे ऊंचा बिंदु है।, Geoff Barker, pp.

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झपकी

एक झपकी लेते हुए एक जवान औरत का चित्र.(झूला, गस्टेव कुर्बेट (1844).) झपकी दोपहर की शुरूआत, अक्सर दोपहर के भोजन के बाद थोड़ी देर के लिए उंघने को कहते हैं। नींद का इस तरह का समय कुछ देशों, खासकर जहां मौसम गर्म होता है, में एक आम परंपरा है। सियेस्ट शब्द लैटिन होरा सेक्सटा - "छठा घंटा" (भोर से दोपहर तक की गिनती, इसलिए दोपहर यानी "दोपहर का आराम").

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डेमलर एजी

डेमलर एजी (Daimler AG) (पूर्व नाम डेमलर क्रिसलर (DaimlerChrysler)) एक जर्मन कार कंपनी है। यह दुनिया की तेरहवीं सबसे बड़ी कार निर्माता और दूसरी सबसे बड़ी ट्रक निर्माता कंपनी है। ऑटोमोबाइल के अलावा डेमलर बसों का भी निर्माण करती है और अपनी डेमलर फाइनेंशियल सर्विसेस शाखा के माध्यम से वित्तीय सेवा भी प्रदान करती है। एरोस्पेस समूह ईएडीएस में भी कंपनी का बहुत बड़ी हिस्सेदारी है, जो एक उच्च प्रौद्योगिकी कंपनी होने के साथ-साथ वोडाफोन मैक्लारेन मर्सडीज रेसिंग टीम मैक्लारेन ग्रुप (जो फ़िलहाल एक पूर्ण रूप से स्वतंत्र स्वचलित कंपनी बनने की प्रक्रिया में है) और जापानी ट्रक निर्माता कंपनी मित्सुबिशी फूसो ट्रक एण्ड बस कॉर्पोरेशन की मूल कंपनी है। डेमलर क्रिसलर की स्थापना (1998–2007), 1998 में जर्मनी के स्टटगार्ट की मर्सडीज-बेंज निर्माता कंपनी डेमलर-बेंज (1926–1998) और अमेरिका आधारित क्रिसलर कॉर्पोरेशन के विलय के साथ हुई थी। इस सौदे से एक नई कंपनी डेमलर क्रिसलर का जन्म हुआ। हालांकि इस खरीदारी से अटलांटिक के परे की एक शक्तिशाली ऑटोमोटिव कंपनी का निर्माण न हो सका जिसकी उम्मीद सौदा करने वालों ने की थी और डेमलर क्रिसलर ने 14 मई 2007 को यह घोषणा की कि यह क्रिसलर को न्यूयॉर्क की सेर्बेरस कैपिटल मैनेजमेंट नामक एक प्राइवेट इक्विटी फर्म को बेच देगी जिसे संकटग्रस्त कंपनियों के पुनर्गठन में विशेषज्ञता प्राप्त है। 4 अक्टूबर 2007 को डेमलर क्रिसलर के शेयरधारकों की एक आसाधारण बैठक में कंपनी के पुनर्नामकरण पर मंजूरी दी गई। 5 अक्टूबर 2007 को इस कंपनी को डेमलर एजी नाम दिया गया। 3 अगस्त 2007 को बिक्री का काम पूरा होने पर अमेरिकी कंपनी ने क्रिसलर एलएलसी नाम रख लिया। डेमलर कई ब्रांड नामों के तहत कारों और ट्रकों का निर्माण करती है, जिनमें शामिल हैं मर्सडीज-बेंज, मेबैक, स्मार्ट और फ्रेटलाइनर.

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तरीनकोट

तरीनकोट (पश्तो:, अंग्रेज़ी: Tarinkot या Tarin Kowt) दक्षिणी अफ़ग़ानिस्तान के ओरूज़्गान प्रान्त की राजधानी है। इस शहर की आबादी सन् २०१२ में लगभग ६,३०० अनुमानित की गई थी। यह शहर वास्तव में एक छोटा सा क़स्बा है जिसके बाज़ार में लगभग २०० दुकाने हैं। प्रांत के राज्यपाल, जो २०१२ में असदउल्लाह हमदम थे, इसी बाज़ार से लगे एक दफ़्तर में काम करते हैं। .

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तकबीर

एक मुसलमान अपने हाथ उठाकर प्राथना में तकबीर पढ़ता हुआ। तकबीर (تكبير), वाक्यांश अल्लाहु अकबर (الله أكبر) (अरबी, उर्दू, फ़ारसी: اللہ اکبر) का अरबी नाम है, जिसका हिन्दी अनुवाद आम तौर पर "ईश्वर सबसे महान है", या "ईश्वर महान है" होता है। यह एक आम इस्लामी अरबी अभिव्यक्ति है, जिसे विश्वास की एक अनौपचारिक अभिव्यक्ति या फिर औपचारिक घोषणा दोनो में समान रूप में प्रयोग किया जाता है। इस्लामी धार्मिक दृष्टिकोण में यह एक नारा भी है। जिसका अर्थ अल्लाह बहुत बडा है। नारे के रूप में इसे "नारा ए तकबीर" भी कहा जाता है। .

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तुर्कमेन लोग

तुर्कमेन मध्य एशिया में बसने वाली एक तुर्की-भाषी जाति का नाम है। तुर्कमेन लोग मुख्य रूप से तुर्कमेनिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान, पूर्वोत्तरी ईरान, सीरिया, इराक़ और उत्तरी कॉकस क्षेत्र में रूस के स्ताव्रोपोल क्राय में रहते हैं। यह तुर्कमेन भाषा बोलते हैं जो तुर्की भाषा-परिवार की ओग़ुज़ शाखा की एक बोली है। कुछ तुर्कमेन लोग तुर्की, अज़ेरी, क़शक़ाई और गागाउज़ भाषाएँ भी बोलते हैं। .

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तुर्की

तुर्की (तुर्क भाषा: Türkiye उच्चारण: तुर्किया) यूरेशिया में स्थित एक देश है। इसकी राजधानी अंकारा है। इसकी मुख्य- और राजभाषा तुर्की भाषा है। ये दुनिया का अकेला मुस्लिम बहुमत वाला देश है जो कि धर्मनिर्पेक्ष है। ये एक लोकतान्त्रिक गणराज्य है। इसके एशियाई हिस्से को अनातोलिया और यूरोपीय हिस्से को थ्रेस कहते हैं। स्थिति: 39 डिग्री उत्तरी अक्षांश तथा 36 डिग्री पूर्वी देशान्तर। इसका कुछ भाग यूरोप में तथा अधिकांश भाग एशिया में पड़ता है अत: इसे यूरोप एवं एशिया के बीच का 'पुल' कहा जाता है। इजीयन सागर (Aegean sea) के पतले जलखंड के बीच में आ जाने से इस पुल के दो भाग हो जाते हैं, जिन्हें साधारणतया यूरोपीय टर्की तथा एशियाई टर्की कहते हैं। टर्की के ये दोनों भाग बॉसपोरस के जलडमरूमध्य, मारमारा सागर तथा डारडनेल्ज द्वारा एक दूसरे से अलग होते हैं। टर्की गणतंत्र का कुल क्षेत्रफल 2,96,185 वर्ग मील है जिसमें यूरोपीय टर्की (पूर्वी थ्रैस) का क्षेत्रफल 9,068 वर्ग मील तथा एशियाई टर्की (ऐनाटोलिआ) का क्षेत्रफल 2,87,117 वर्ग मील है। इसके अंतर्गत 451 दलदली स्थल तथा 3,256 खारे पानी की झीलें हैं। पूर्व में रूस और ईरान, दक्षिण की ओर इराक, सीरिया तथा भूमध्यसागर, पश्चिम में ग्रीस और बुल्गारिया और उत्तर में कालासागर इसकी राजनीतिक सीमा निर्धारित करते हैं। यूरोपीय टर्की - त्रिभुजाकर प्रायद्वीपी प्रदेश है जिसका शीर्षक पूर्व में बॉसपोरस के मुहाने पर है। उसके उत्तर तथा दक्षिण दोनों ओर पर्वतश्रेणियाँ फैली हुई हैं। मध्य में निचला मैदान मिलता है जिसमें होकर मारीत्सा और इरजिन नदियाँ बहती हैं। इसी भाग से होकर इस्तैस्म्यूल का संबंध पश्चिमी देशों से है। एशियाई टर्की - इसको हम तीन प्राकृतिक भागों में विभाजित कर सकते हैं: 1.

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तुर्की का भूगोल

तुर्की अनातोलिया (9 5%) और बाल्कन (5%),, बुल्गारिया और जॉर्जिया के बीच काला सागर के किनारे, और ग्रीस और सीरिया के बीच एजियन सागर और भूमध्य सागर के किनारे स्थित है। देश के भौगोलिक निर्देशांक इस प्राकार हैं: 39 डिग्री 00'उत्तर 35 डिग्री 00'पूर्व है। तुर्की का क्षेत्रफल 783,562 किमी 2 (302,535 वर्ग मील) है; भूमि: 770,760 किमी 2 (2 9 7,592 वर्ग मील), पानी: 9,820 किमी 2 (3,792 वर्ग मील)। तुर्की पश्चिम से पूर्व में 1,600 किमी (994 मील) से अधिक है, लेकिन आम तौर पर उत्तर से दक्षिण में 800 किमी (497 मील) से भी कम है। कुल क्षेत्रफल (लगभग 783,562 किमी 2 (302,535 वर्ग मील) में लगभग 756,816 किमी 2 (2 9 2,208) वर्ग मील) पश्चिमी एशिया (अनातोलिया) में और दक्षिणपूर्वी यूरोप (थ्रेस) में लगभग 23,764 किमी 2 (9,175 वर्ग मील) है। .

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तेन्ग्री धर्म

काज़ाख़स्तान के राष्ट्रीय ध्वज की नीली पृष्ठभूमि 'सनातन नीले आकाश', यानि तेन्ग्री, का प्रतीक है तेन्ग्री धर्म (पुरानी तुर्की: 7px7px7px7px, मंगोल: Тэнгэр шүтлэг, अंग्रेज़ी: Tengrism) एक प्राचीन मध्य एशियाई धर्म है जिसमें ओझा प्रथा, सर्वात्मवाद, टोटम प्रथा और पूर्वज पूजा के तत्व शामिल थे। यह तुर्क लोगों और मंगोलों की मूल धार्मिक प्रथा थी। इसके केन्द्रीय देवता आकाश के प्रभु तेन्ग्री (Tengri) थे और इसमें आकाश के लिए बहुत श्रद्धा रखी जाती थी। आज भी मध्य एशिया और उत्तरी एशिया में तूवा और साइबेरिया में स्थित ख़कासिया जैसी जगहों पर तेन्ग्री धर्म के अनुयायी सक्रीय हैं।, Robert A. Saunders, Vlad Strukov, Scarecrow Press, 2010, ISBN 978-0-8108-5475-8,...

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द लकी वन (उपन्यास)

द लकी वन (The Lucky One) अमेरिकी लेखक निकोलस स्पार्क्स द्वारा लिखित उपन्यास है जिसे ३० सितंबर २००८ में रिलीज़ किया गया था। इसकी कहानी एक अमेरिकी मरीन लोगन थिबौल्ट पर केंद्रित है जिसे इराक में एक मुस्कुराती हुई युवा महिला का चित्र मिलता है। अपने इराक के तिन दौरों के दौरान वह उस चित्र को अपने अच्छे नसीब की कुंजी के तौर पर ले जाता है। अपने दौरों में वह कई नसीब-पूर्ण घटनाओं से गुज़रता है और अंततः वापस लौटने पर उस महिला को धन्यवाद करने के लिए खोजता है। इस उपन्यास को २०१२ में स्कॉट हिक्स द्वारा इसी नाम की फ़िल्म में परिवर्तित किया गया है।.

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दही (योगहर्ट या योगर्ट)

तुर्की दही एक तुर्की ठंडा भूख बढ़ाने वाला दही का किस्म दही (Yoghurt) एक दुग्ध-उत्पाद है जिसे दूध के जीवाण्विक किण्वन के द्वारा बनाया जाता है। लैक्टोज के किण्वन से लैक्टिक अम्ल बनता है, जो दूध के प्रोटीन पर कार्य करके इसे दही की बनावट और दही की लाक्षणिक खटास देता है। सोय दही, दही का एक गैर-डेयरी विकल्प है जिसे सोय दूध से बनाया जाता है। लोग कम से कम 4,500 साल से दही-बना रहे हैं-और खा रहे हैं। आज यह दुनिया भर में भोजन का एक आम घटक है। यह एक पोषक खाद्य है जो स्वास्थ्य के लिए अद्वितीय रूप से लाभकारी है। यह पोषण की दृष्टि से प्रोटीन, कैल्सियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन B6 और विटामिन B12 में समृद्ध है। .

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दियाला प्रान्त

दियाला प्रान्त, जिसे अरबी में मुहाफ़ज़ात​ दियाला कहते हैं इराक़ का एक प्रान्त है। यह राष्ट्रीय राजधानी बग़दाद से पूर्वोत्तर में शुरू होकर ईरान की सीमा तक विस्तृत है। .

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दजला नदी

टाइग्रिस-यूरोफ्रेटस नदी-घाटी दजला नदी, जिसे टाइग्रिस नदी भी कहते हैं, तुर्की के तोरोस पर्वतों के दक्षिणपूर्वी भाग से निकलकर तुर्की तथा इराक़ में दक्षिण दक्षिण-पूर्व की ओर १,८४० किमी तक बहने के पश्चात् फ़ुरात नदी में कुराना नामक स्थान पर मिलती है। इस संगमस्थल से ये दोनों नदियाँ शौतिल अरब नाम से १९२ किमी दक्षिण पूर्व में बहकर फ़ारस की खाड़ी में गिरती हैं। दजला नदी अपने ऊपरी भाग में तीव्रगामी है, अत: इसे यहाँ केवल हलकी नावों द्वारा पार किया जाता है। इसके तट पर बसरा, बगदाद और मोसुल प्रमुख नगर स्थित हैं। .

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दुबई

दुबई '''دبيّ'''. संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की सात अमीरातों में से एक है। यह फारस की खाड़ी के दक्षिण में अरब प्रायद्वीप पर स्थित है। दुबई नगर पालिका को अमीरात से अलग बताने के लिए कभी कभी दुबई राज्य बुलाया जाता है। दुबई, मध्य पूर्व के एक वैश्विक नगर तथा व्यापार केन्द्र के रूप में उभर कर सामने आया है। लिखित दस्तावेजों में इस शहर का अस्तित्व संयुक्त अरब अमीरात के गठन से 150 साल पहले होने का जिक्र है। दुबई अन्य अमीरातों के साथ कानून, राजनीति, सैनिक और आर्थिक कार्य एक संघीय ढांचे के भीतर साझा करता है। हालांकि प्रत्येक अमीरात में नागरिक कानून लागू करने और व्यवस्था और स्थानीय सुविधाओं के रखरखाव जैसे कुछ कार्यों पर क्षेत्राधिकार है। दुबई की आबादी सबसे ज्यादा है और यह क्षेत्रफल में अबू धाबी के बाद दूसरी सबसे बड़ी अमीरात है। दुबई और अबू धाबी ही सिर्फ दो अमीरात है जिनके पास देश की विधायिका अनुसार राष्ट्रीय महत्व के महत्वपूर्ण मामलों पर प्रत्यादेश शक्ति का अधिकार है। ^ मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका की सरकर और राजनीति डी लांग, बी रेक.

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दुजेल

दुजेल इराक के सलादिन प्रांत में एक शिया जिला है। यह इराक की राजधानी बगदाद के 65 किलोमीटर (40 मील) उत्तर में स्थित है, और इसमें लगभग 100,000 निवासी हैं। यह 1982 के दुजेल नरसंहार और 2008 दुजेल बमबारी का स्थान था। .

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दुजेल नरसंहार

दुजेल नरसंहार 8 जुलाई 1982 को दुजेल नामक कस्वे में इराकी राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन के खिलाफ हत्या के प्रयास के बाद घटनाओं को संदर्भित करता है। इस घटना क समय 75,000 निवासियों के साथ शहर में बड़ी शिया आबादी थी। यह 53 किमी (33 मील) मुख्य रूप से इराक के सुन्नी सालाहेद्दीन प्रांत में स्थित है। असफल हत्या के प्रयास के बाद सैकड़ों पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को हिरासत में लिया गया था। साजिश में उनकी कथित भागीदारी के लिए 140 से ज्यादा लोगों को सजा सुनाई गई और उन्हें मार डाला गया, जिसमें चार लोगों को शामिल किया गया था, जिनमें गलती से मारे गए थे। सैकड़ों को भेजा गया था निर्वासन और उनके घरों, खेतों और संपत्तियों को ध्वस्त कर दिया गया था। 30 दिसंबर 2006 को नरसंहार में उनकी भागीदारी के संबंध में मानवता के खिलाफ अपराधों के लिए सद्दाम हुसैन को फांसी दी गई थी।.

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द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारतीय सेना

अन्य अवधियों के लिए भारतीय सेना (1895-1947) देखें 1939 में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारतीय सेना में मात्र 200,000 लोग शामिल थे। सुमनेर, पी.25 युद्ध के अंत तक यह इतिहास की सबसे बड़ी स्वयंसेवी सेना बन गई जिसमें कार्यरत लोगों की संख्या बढ़कर अगस्त 1945 तक 25 लाख से अधिक हो गई। पैदल सेना (इन्फैन्ट्री), बख्तरबंद और अनुभवहीन हवाई बल के डिवीजनों के रूप में अपनी सेवा प्रदान करते हुए उन्होंने अफ्रीका, यूरोप और एशिया के महाद्वीपों में युद्ध किया। भारतीय सेना ने इथियोपिया में इतालवी सेना के खिलाफ; मिस्र, लीबिया और ट्यूनीशिया में इतालवी और जर्मन सेना के खिलाफ; और इतालवी सेना के आत्मसमर्पण के बाद इटली में जर्मन सेना के खिलाफ युद्ध किया। हालांकि अधिकांश भारतीय सेना को जापानी सेना के खिलाफ लड़ाई में झोंक दिया गया था, सबसे पहले मलाया में हार और उसके बाद बर्मा से भारतीय सीमा तक पीछे हटने के दौरान; और आराम करने के बाद ब्रिटिश साम्राज्य की अब तक की विशालतम सेना के एक हिस्से के रूप में बर्मा में फिर से विजयी अभियान पर आगे बढ़ने के दौरान.

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देशों के दूरभाष कूट की सूची

यह ITU-T की सिफारिश E.164 के अनुसार देशों की दूरभाष कुट सँख्या कि सुची है। .

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देशी भाषाओं में देशों और राजधानियों की सूची

निम्न चार्ट विश्व के देशों को सूचीबद्ध करता है (जैसा की यहां परिभाषित किया गया है), इसमें उनके राजधानीयों के नाम भी शामिल है, यह अंग्रेजी के साथ साथ उस देश की मूल भाषा और/या सरकारी भाषा में दी गयी है। ज टी की कोण नॉन en .

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देवी तथा देवता (अभारतीय)

मेसोपोटोमिया (प्राचीन इराक) अपनी हजारों वर्षों की सभ्यता में अनेक जातियों की लीलाभूमि रही है, जहाँ सुमेरी सभ्यताओं में मुख्य असूरी-बावुली सभ्यता का श्रीगणेश ईसा से दो सहस्त्र वर्ष पूर्व सेमियों द्वारा हो चुका था। तीन हजार वर्ष पहले से वे अनेक देवताओं की उपासना करते चले आ रहे थे और उन्हीं ने मेसोपोटामियावासियों में देवोपासना का क्रम चलाया था। कहते हैं कि, ऐसा कोई दूसरा समाज नहीं है जिसमें धर्म ने इतना महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया हो क्योंकि देवताओं की इच्छा पर किसी भी समाज का मनुष्य इतना अधिक अवलंबित न था। असल में, सुमेरी सभ्यता का निर्माण देवताओं के मंदिरों के बीच हुआ। मेसोपोटामियाई धार्मिक और नैतिक स्थिति का ज्ञान हमें अनेक सूत्रों से होता है। ये सूत्र हैं महाकाव्यात्मक कथाएँ, पौराणिक गाथाएँ, आचार, स्तुतियाँ, प्रार्थनाएँ, देवकुल की सूचियाँ, कहावतें आदि। निप्पुर, अस्सुर और निनवे के ग्रंथागारों से प्राप्त सामग्रियाँ भी इन्हीं में हैं जिनकी रचना ई.पू.

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दोहूक प्रान्त

दोहूक प्रान्त (अरबी) या दिहोक प्रान्त (कुर्दी) या दुहोक प्रान्त इराक़ का एक प्रान्त है। अरबील प्रान्त और सुलयमानियाह प्रान्त के साथ यह प्रान्त भी इराक़ के स्वशासित कुर्दिस्तान क्षेत्र में आता है जहाँ कुर्दी लोगों की अपनी कुर्दिस्तान क्षेत्रीय सरकार चलती है। सन् १९७६ से पहले दोहूक प्रान्त और नीनवा प्रान्त दोनों एक साथ भूतपूर्व 'मोसुल प्रान्त' का हिस्सा थे। दोहूक प्रान्त की तुर्की के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमा है और इराक़-तुर्की सरहद पर स्थित ज़ाख़ो शहर इसी प्रान्त में आता है। .

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धातु संसूचक

अमरीकी सैनिक ईराक में धातु संसूचक के प्रयोग से हथियार आदि ढूंढते हुए धातु संसूचक से जमीन पर खोज करते हुए धातु संसूचक (अंग्रेज़ी:मेटल डिटेक्टर) का प्रयोग धातु से जुड़े सामानों का पता लगाने में किया जाता है। इसके अलावा लैंड माइंस का पता लगाने, हथियारों, बम, विस्फोटक आदि का पता लगाने जैसे कई कामों में भी किया जाता है।। हिन्दुस्तान लाइव।१६ नवंबर, २००९ एक सरलतम धातु संसूचक में एक विद्युत दोलक होता है जो प्रत्यावर्ती धारा उत्पन्न करता है। यह धारा एक तार की कुंडली में से प्रवाहित होकर अलग चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करती है। इसमें एक कुंडली का प्रयोग चुंबकीय क्षेत्र को मापने के लिए किया जाता है। चुंबकीय पदार्थ के होने पर चुंबकीय क्षेत्र में होने वाले परिवर्तन के आधार पर इसको मापा जाता है। इसमें लगे माइक्रोप्रोसेसर धातु की प्रकार का पता लगाते हैं। धातु संसूचक वैद्युत चुंबकत्व के सिद्धांत पर काम करते हैं। अलग-अलग कार्यो के प्रयोग के अनुसार धातु संसूचकों की संवेदनशीलता अलग होती है। उन्नीसवीं शताब्दी में वैज्ञानिक ऐसे यंत्र की खोज करने में लगे थे जिससे धातुओं को खोजा जा सके। आरंभ में धातुओं की खोज के लिए जो उपकरण बनाए गए, उनकी क्षमता सीमित थी और वह ऊर्जा का प्रयोग अधिक करते थे। ऐसे में वे हर जगह कारगर नहीं होते थे। १८८१ में ग्राहम बेल ने इस प्रकार के यंत्र की मूल खोज की थी।। समय लाइव। २ मार्च २००९। रमेश चंद्र १९३७ में जेरार्ड फिशर ने इस प्रकार की युक्ति का विकास कर धातु वेक्षक या संसूचक का अन्वेषण किया जिसमें यदि रेडियो किसी धातु को खोजने में खराब हो जाए तो उसे उसकी रेडियो आवृत्ति के आधार पर खोज सकने की क्षमता थी। वह सफल हुए और उन्होंने इसका पेटेंट करवा लिया। .

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नाटो

नाटो गठबंधन का ध्वज उत्‍तरी एटलांटिक संधि संगठन (नार्थ एटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन (नाटो)) एक सैन्य गठबंधन है, जिसकी स्थापना ४ अप्रैल १९४९ को हुई। इसका मुख्यालय ब्रुसेल्स (बेल्जियम) में है। संगठन ने सामूहिक सुरक्षा की व्यवस्था बनाई है, जिसके तहत सदस्य राज्य बाहरी हमले की स्थिति में सहयोग करने के लिए सहमत होंगे। गठन के शुरुआत के कुछ वर्षों में यह संगठन एक राजनीतिक संगठन से अधिक नहीं था। लेकिन कोरियाई युद्ध ने सदस्य देशों को प्रेरक का काम किया और दो अमरीकी सर्वोच्च कमांडरों के दिशानिर्देशन में एक एकीकृत सैन्य संरचना निर्मित की गई। लॉर्ड इश्मे पहले नाटो महासचिव बने, जिनकी संगठन के उद्देश्य पर की गई टिप्पणी, "रुसियों को बाहर रखने, अमरीकियों को अंदर और जर्मनों को नीचे रखने" (के लिए गई है।) खासी चर्चित रही। यूरोपीय और अमरीका के बीच रिश्तों की तरह ही संगठन की ताकत घटती-बढ़ती रही। इन्हीं परिस्थितियों में फ्रांस स्वतंत्र परमाणु निवारक बनाते हुए नाटो की सैनिक संरचना से १९६६ से अलग हो गया। १९८९ में बर्लिन की दीवार के गिरने के बाद संगठन का पूर्व की तरफ बाल्कन हिस्सों में हुआ और वारसा संधि से जुड़े हुए अनेक देश १९९९ और २००४ में इस गठबंधन में शामिल हुए। १ अप्रैल २००९ को अल्बानिया और क्रोएशिया के प्रवेश के साथ गठबंधन की सदस्य संख्या बढ़कर २८ हो गई। संयुक्त राज्य अमेरिका में ११ सितंबर २००१ के आतंकवादी हमलों के बाद नाटो नई चुनौतियों का सामना करने के लिए नए सिरे से तैयारी कर रहा है, जिसके तहत अफ़ग़ानिस्तान में सैनिकों की और इराक में प्रशिक्षकों की तैनाती की गई है। बर्लिन प्लस समझौता नाटो और यूरोपीय संघ के बीच १६ दिसम्बर २००२ को बनाया का एक व्यापक पैकेज है, जिसमें यूरोपीय संघ को किसी अंतरराष्ट्रीय विवाद की स्थिति में कार्रवाई के लिए नाटो परिसंपत्तियों का उपयोग करने की छूट दी गई है, बशर्ते नाटो इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं करना चाहता हो। नाटो के सभी सदस्यों की संयुक्त सैन्य खर्च दुनिया के रक्षा व्यय का ७०% से अधिक है, जिसका संयुक्त राज्य अमेरिका अकेले दुनिया का कुल सैन्य खर्च का आधा हिस्सा खर्च करता है और ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और इटली १५ % खर्च करते हैं। .

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नादिर शाह

नादिर शाह अफ़्शार (या नादिर क़ुली बेग़) (१६८८ - १७४७) फ़ारस का शाह था (१७३६ - १७४७) और उसने सदियों के बाद क्षेत्र में ईरानी प्रभुता स्थापित की थी। उसने अपना जीवन दासता से आरंभ किया था और फ़ारस का शाह ही नहीं बना बल्कि उसने उस समय ईरानी साम्राज्य के सबल शत्रु उस्मानी साम्राज्य और रूसी साम्राज्य को ईरानी क्षेत्रों से बाहर निकाला। उसने अफ़्शरी वंश की स्थापना की थी और उसका उदय उस समय हुआ जब ईरान में पश्चिम से उस्मानी साम्राज्य (ऑटोमन) का आक्रमण हो रहा था और पूरब से अफ़गानों ने सफ़ावी राजधानी इस्फ़हान पर अधिकार कर लिया था। उत्तर से रूस भी फ़ारस में साम्राज्य विस्तार की योजना बना रहा था। इस परिस्थिति में भी उसने अपनी सेना संगठित की और अपने सैन्य अभियानों की वज़ह से उसे फ़ारस का नेपोलियन या एशिया का अन्तिम महान सेनानायक जैसी उपाधियों से सम्मानित किया जाता है। वो भारत विजय के अभियान पर भी निकला था। दिल्ली की सत्ता पर आसीन मुग़ल बादशाह मुहम्मद शाह आलम को हराने के बाद उसने वहाँ से अपार सम्पत्ति अर्जित की जिसमें कोहिनूर हीरा भी शामिल था। इसके बाद वो अपार शक्तिशाली बन गया और उसका स्वास्थ्य भी बिगड़ता गया। अपने जीवन के उत्तरार्ध में वो बहुत अत्याचारी बन गया था। सन् १७४७ में उसकी हत्या के बाद उसका साम्राज्य जल्द ही तितर-बितर हो गया। .

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नजफ़

इमाम अली मस्जिद नजफ़ (अरबी: النجف, अन्नजफ़)इराक़ का एक प्रमुख शहर है जो राजधानी बग़दाद के 160 किलोमीटर दक्षिण में बसा है। सुन्नियों के चौथे ख़लीफ़ा यानि शिया इस्लाम के पहले इमाम अली की मज़ार के यहाँ स्थित होने की वजह से ये इस्लाम तथा शिया इस्लाम का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यहाँ की कब्रगाह दुनिया की सबसे बड़ी कब्रगाह मानी जाती है। यह नजफ़ प्रान्त की राजधानी है जिसकी आबादी 2008 में साढ़े पाँच लाख थी। .

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नजफ़ प्रान्त

नजफ़ प्रान्त, जिसे अरबी में मुहाफ़ज़ात​ अन-नजफ़ कहते हैं इराक़ का एक प्रान्त है। इसकी राजधानी नजफ़ शहर है जो शिया मुस्लिमों के लिए एक बड़े धार्मिक महत्व का शहर है। इसके अलावा इस प्रान्त में कूफ़ा का शहर भी आता है और यह भी एक शिया धार्मिक महत्व का शहर है। .

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नज्द

तुवइक़​ पहाड़ियाँ - क्षितिज के पार आधुनिक साउदी अरब की राजधानी रियाध है साउदी अरब (सफ़ेद रंग) के नक़्शे में नज्द क्षेत्र (लाल रंग में) नज्दी स्त्रियों की पारम्परिक पोशाक नज्द का एक और नज़ारा नज्द (अंग्रेज़ी: Najd, अरबी) अरबी प्रायद्वीप के मध्य भाग का नाम है। यह एक पठारी इलाक़ा है। .

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नवंबर 2015 पैरिस हमले

13 नवंबर 2015 की शाम को फ्रांस की राजधानी पेरिस और उसके उत्तरीय उपनगरीय इलाके सेंट डेनिस में आतंकी हमलों की एक श्रृंखला को अंजाम दिया गया जिसमें बड़े पैमाने पर गोलीबारी, आत्मघाती बम विस्फोट, और लोगों को बंधक बनाया गया। हमलों की शुरुआत 21:20 सीईटी (सेंट्रल यूरोपियन टाइम) में स्टेड डी फ्रांस के बाहर तीन आत्मघाती हमलों, बड़े पैमाने पर शूटिंग और मध्य पेरिस के पास चार स्थानों पर एक और आत्मघाती बम विस्फोट के साथ हुई। सबसे घातक हमला 14 नवंबर को 00:58 सीईट पर बाटाक्लेन थिएटर में हुआ जहाँ हमलावरों ने पुलिस के साथ उलझने से पहले लोगों को बंधक बनाया। हमलों में 129 लोग, मारे गए जिनमे से 89 की मृत्यु जिनमें से बाटाक्लेन थिएटर में ही हुई। 352 लोगों में से 80 गंभीर रूप से घायल होने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया। पीड़ितों के अलावा, सात हमलावरों की भी मृत्यु हो गई, और अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर अभी भी अन्य साथियों की खोज करने के लिए जारी रखा है। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद फ्रांस पर यह सबसे घातक हमला था। फ्रांस में जनवरी 2015 के हमलों के बाद से हाई अलर्ट घोषित किया गया था उस हमले में नागरिकों और पुलिस अधिकारियों सहित 17 लोग मारे गए थे। जवाब में, 2005 के दंगों के बाद पहली बार आपातकाल घोषित किया गया और अस्थायी नियंत्रण देश की सीमाओं पर रखा गया है। लोगों और संगठनों ने अपनी एकजुटता को सोशल मीडिया के माध्यम से व्यक्त किया। 15 नवंबर को, फ्रांस के हमलों के प्रतिशोध में, अल-रक्का में आई एस आई एल के ठिकानों को लक्ष्य बनाकर आपरेशन चामल (Chammal), चलाया गया जो अभी तक का सबसे बड़ा हवाई हमला है। 18 नवंबर को, हमलों के मास्टरमाइंड संदिग्ध, बेल्जियम के अब्देल हामिद, को फ्रांसीसी पुलिस ने एक छापे में मार गिराया। .

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नौरोज़

नौरोज़ या नवरोज़ (फारसी: نوروز‎‎ नौरूज़; शाब्दिक रूप से "नया दिन"), ईरानी नववर्ष का नाम है, जिसे फारसी नया साल भी कहा जाता है और मुख्यतः ईरानियों द्वारा दुनिया भर में मनाया जाता है। यह मूलत: प्रकृति प्रेम का उत्सव है। प्रकृति के उदय, प्रफुल्लता, ताज़गी, हरियाली और उत्साह का मनोरम दृश्य पेश करता है। प्राचीन परंपराओं व संस्कारों के साथ नौरोज़ का उत्सव न केवल ईरान ही में ही नहीं बल्कि कुछ पड़ोसी देशों में भी मनाया जाता है। इसके साथ ही कुछ अन्य नृजातीय-भाषाई समूह जैसे भारत में पारसी समुदाय भी इसे नए साल की शुरुआत के रूप में मनाते हैं। पश्चिम एशिया, मध्य एशिया, काकेशस, काला सागर बेसिन और बाल्कन में इसे 3,000 से भी अधिक वर्षों से मनाया जाता है। यह ईरानी कैलेंडर के पहले महीने (फारवर्दिन) का पहला दिन भी है। यह उत्सव, मनुष्य के पुनर्जीवन और उसके हृदय में परिवर्तन के साथ प्रकृति की स्वच्छ आत्मा में चेतना व निखार पर बल देता है। यह त्योहार समाज को विशेष वातावरण प्रदान करता है, क्योंकि नववर्ष की छुट्टियां आरंभ होने से लोगों में जो ख़ुशी व उत्साह दिखाता है वह पूरे वर्ष में नहीं दिखता। .

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नौगाजा पीर

नौगाजा पीर (पंजाबी: नोंगजा पीर) एक संत थे, जिनकी ऊंचाई 9 "गज" थी जो भारतीय मीट्रिक इकाइयों में 8 मीटर और 36 इंच या 27 फीट के बराबर होती है।Hindustan Times Vishal Joshi 12 09 2013 इनका नाम सैयद इब्राहिम बादशाह था, जो माना जाता है कि समय के साथ-साथ सभी कामों को पूरा करते थे। पंजाब क्षेत्र में नौगजा पीर के कई मंदिर हैं जो पंजाबी लोक धर्म का हिस्सा हैं।मंदिर नियमित रूप से पंजाब क्षेत्र के लोगों द्वारा दौरा किया जाता है।Hindustan Times Vishal Joshi 12 09 2013 .

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नूरी अल-मलिकी

नूरी कमाल मोहम्मद हसन अल-मलिकी (अरबी: نوري كامل محمد حسن المالكي) जन्म: 20 जून 1949), जिन्हें जवाद अल-मलिकी (जवादा ईसाईराइ) या अबू आसारा (أبو إسراء) के रूप में भी जाना जाता है, इराकी राजनीतिज्ञ हैं जो प्रधान मंत्री थे 2006 से 2014 तक इराक की इस्लामिक दावा पार्टी के सचिव-जनरल और इराक के वर्तमान उपराष्ट्रपति हैं। .

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नीनवा प्रान्त

नीनवा प्रान्त, जिसे अरबी में मुहाफ़ज़ात​ नीनवा कहते हैं, इराक़ का एक प्रान्त है। इस प्रान्त की राजधानी मोसुल शहर है। प्राचीन अश्शूर (असीरिया) संस्कृति का नीनवा शहर (Nineveh) इसी प्रान्त में स्थित है और मोसूल से दजला नदी (टिगरिस) के पार इसके खँडहर आज भी मिलते हैं। सन् १९७६ से पहले इस प्रान्त को 'मोसूल प्रान्त' कहा जाता था और आधुनिक दोहूक प्रान्त भी इसमें सम्मिलित था। .

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नीलकंठ पक्षी

left left left नीलकंठ (कोरेशियस बेन्गालेन्सिस), जिसे इंडियन रोलर बर्ड या ब्लू जे कहते थे, एक भारतीय पक्षी है। यह उष्णकटिबन्धीय दक्षिणी एशिया में ईराक से थाइलैंड तक पाया जाता है। .

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परवेज़ मुशर्रफ़

परवेज़ मुशर्रफ़ परवेज़ मुशर्रफ़ (उर्दू: پرويز مشرف; जन्म अगस्त 11, 1943) पाकिस्तान के राष्ट्रपति और सेना प्रमुख रह चुके हैं। इन्होंने साल 1999 में नवाज़ शरीफ की लोकतान्त्रिक सरकार का तख्ता पलट कर पाकिस्तान की बागडोर संभाली और 20 जून, 2001 से 18 अगस्त 2008 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे। .

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प्रतिजैविक प्रतिरोध

प्रतिजैविक प्रतिरोध एक प्रकार का दवा प्रतिरोध है, जहाँ एक सूक्ष्मजीव प्रतिरोध जोखिम जीवित करने के लिए सक्षम है। जीन को एक जीवाणु के बिच में फैशन द्वारा या विकार क्षैतिज कर संक्रमित में हस्तांतरित किया जा सकता है। इस प्रकार प्राकृतिक चयन के माध्यम से एक जीन को एंटीबायोटिक प्रतिरोध से साझा कर के बिकसित किया जा सकता है। विकासवादी तनाव एंटीबायोटिक प्रतिरोधी लक्षण जोखिम के रूप में एंटीबायोटिक दवाओं को चुनता है। कई एंटीबायोटिक प्रतिरोध जीनों प्लाज़्मिड प्लाज़्मिड पर रहते हैं, उनके हस्तांतरण की सुविधा.

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पेट्रोलियम उत्पादक देशों की सूची

तेल उत्पादक देश इस सूची में उन देशों एवं उनके प्रान्तों/राज्यों की सूची दी गयी है जो तेल के कुओं से कच्चा तेल (crude oil) निकालते हैं। .

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पेशमर्गा

पेशमेर्गा इराक़ी कुर्दिस्तान के सैन्य बलों को कहते हैं।.

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पेगासस एयरलाइन्स

पेगासस एयरलाइन्स पेगासस एयरलाइन पेगासस एयरलाइन्स टर्की की एक कम-लागत वाली एयरलाइन्स है जिसका मुख्य कार्यालय पेंद्रिक, इस्तांबुल शहर के कुर्तक क्षेत्र मे है। पूर्व मे एयर लिंगस के साथ चार्टर विमान सेवा के रूप मे कार्यरत यह एयरलाइन्स अब पूर्ण रूप से एसस होल्डिंग्स के स्वामित्व मे है। .

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पॉल वुल्फोवित्ज़

पॉल वुल्फोवित्ज़ पॉल वुल्फोवित्ज़ ने अमरीका और दुनिया के सार्वजनिक जीवन मे तीस से भी ज्यादा साल एक अध्यापक और अन्य दूसरे रूपों में गुज़ारे हैं जिसमें छ: अमरीकी राष्ट्रपतियों के अधीन चौबीस साल की सरकारी सेवा भी शामिल है। मार्च 2001 में एक बार फिर अमरीका के अट्ठाइसवें रक्षा सचिव के रूप में उनकी वापसी हुई। पेंटागन के इस दूसरे सबसे महत्वपूर्ण पद के लिये वुल्फोवित्ज़ डोनाल्ड रम्सफील्ड के साथ वे अमरीकी सेना के लिये महत्वपूर्ण नीति निर्माण की प्रक्रिया को अंज़ाम देते हैं। ग्यारह सितंबर के हमलों के बाद पॉल वुल्फोवित्ज़ ने पूरे विश्व में आतंकवाद के खिलाफ़ अमरीकी रणनीति तैयार करने से लेकर ईराक़ और अफ़गानिस्तान के हमलों के लिये नीति तैयार करने में अति विशिष्ट भूमिका निभाई है। 1989 में राष्ट्रपति बुश ने उन्हें पेंटागन में वापिस बुलाया और उन्होंने तत्कालीन रक्षा सचिव डिक चेनी को खाड़ी युद्ध के संचालन एवं उसके लिये पैसे का जुगाड़ करने में काफी मदद की। राष्ट्रपति रीगन के शासनकाल में वुल्फोवित्ज़ ने तीन साल तक इंडोनेशिया में अमरीका के राजदूत की भूमिका भी अदा की। इस दौरना श्री वुल्फोवित्ज़ की छवि काफी अच्छी रही थी और इस्लामी दुनिया से सार्थक संवाद में उन्होंने काफी अच्छी भूमिका निभाई। इंडोनेशिया जाने से पहले वुल्फोवित्ज़ केन्द्रीय सरकार के नीति निर्धाण एवं योजना कार्यान्वयन विभाग के प्रमुख पद पर तीन साल तक और लगभग ढाई साल तक पूर्वी एशिया और प्रशांत महासगरीय देशों के मामले के समीति के सचिव पद पर कार्य कर चुके थे। चीन के साथ अमरीका के संबंध सुधारने मे वुल्फोवित्ज़ काफी आगे रहे थे और जापान तथा कोरिया के मामलों में भी अमरीकी सरकार उनपर काफी निर्भ रही थी। कोरिया और फिलिपींस में लोकतंत्र संबंधी आंदोलोनों में भी वे काफी प्रभावी साबित हुये। पॉल वुल्फोवित्ज़ के सराकारी दायरों से बाहर की भूमिका मुख्य रूप से एक प्राध्यापक के रूप में रही है। 1994 से 2001 के बीच वे जान हापकिन्स विश्वविद्यालय में डीन एवं प्रोफ़ेसर के रूप में उन्होंने काम किया। प्राध्यापक के रूप में उन्होंने अमरीका की रक्षा नीति से संबंधित बहसों में जमकर भाग लिया और कई बहसों के आयोजक बने। इससे पहले श्री पॉल वुल्फोवित्ज़ येल विश्वविद्यालय में 1970 से 1973 के बीच राजनीति शास्त्र के प्राध्यापक भी रह चुके थे। श्री पॉल वुल्फोवित्ज़ ने सुरक्षा संबंधी मामलों पर काफी कुछ लिखा भी है। उन्होंने गणित में अपने स्नातक की उपाधि 1965 में कोर्नेल विश्वविद्यालय से प्राप्त की और 1972 में शिकागो विश्वविद्यालय से डाक्टरेट की उपाधि हासिल की। श्रेणी:अमेरीका के अर्थशास्त्री श्रेणी:आधार श्रेणी:व्यक्तिगत जीवन.

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पीने का पानी

नल का पानी पीने का पानी या पीने योग्य पानी, समुचित रूप से उच्च गुणवत्ता वाला पानी होता है जिसका तत्काल या दीर्घकालिक नुकसान के न्यूनतम खतरे के साथ सेवन या उपयोग किया जा सकता है। अधिकांश विकसित देशों में घरों, व्यवसायों और उद्योगों में जिस पानी की आपूर्ति की जाती है वह पूरी तरह से पीने के पानी के स्तर का होता है, लेकिन वास्तविकता में इसके एक बहुत ही छोटे अनुपात का उपयोग सेवन या खाद्य सामग्री तैयार करने में किया जाता है। दुनिया के ज्यादातर बड़े हिस्सों में पीने योग्य पानी तक लोगों की पहुंच अपर्याप्त होती है और वे बीमारी के कारकों, रोगाणुओं या विषैले तत्वों के अस्वीकार्य स्तर या मिले हुए ठोस पदार्थों से संदूषित स्रोतों का इस्तेमाल करते हैं। इस तरह का पानी पीने योग्य नहीं होता है और पीने या भोजन तैयार करने में इस तरह के पानी का उपयोग बड़े पैमाने पर त्वरित और दीर्घकालिक बीमारियों का कारण बनता है, साथ ही कई देशों में यह मौत और विपत्ति का एक प्रमुख कारण है। विकासशील देशों में जलजनित रोगों को कम करना सार्वजनिक स्वास्थ्य का एक प्रमुख लक्ष्य है। सामान्य जल आपूर्ति नेटवर्क पीने योग्य पानी नल से उपलब्ध कराते हैं, चाहे इसका उपयोग पीने के लिए या कपड़े धोने के लिए या जमीन की सिंचाई के लिए किया जाना हो.

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फ़रात नदी

फ़रात नदी (अरबी: الفرات‎ तुर्क: Fırat) दक्षिणपश्चिम एशिया की सबसे लम्बी और एतिहासिक रूप से सबसे महत्वपूर्ण नदियों में से एक है। दजला नदी के साथ मिलकर यह मेसोपोटामिया की दो परिभाषापूर्ण नदियों में से एक है। यह नदी तुर्की में टौरस पहाड़ों पर आरम्भ होकर - सीरिया और इराक में प्रविष्ट होती है और शात अल-अरब में दजला नदी से मिलती है और फ़ारस की खाड़ी में गिरती है। श्रेणी:विश्व की नदियाँ.

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फ़ारस की खाड़ी

फारस की खाड़ी, पश्चिम एशिया में हिन्द महासागर का एक विस्तार है, जो ईरान और अरब प्रायद्वीप के बीच तक गया हुआ है। 1980-1988 के ईरान इराक युद्ध के दौरान यह खाड़ी लोगों के कौतूहल का विषय बनी रही, जब दोनों पक्षों ने एक दूसरे के तेल के जहाजों (तेल टैंकरों) पर आक्रमण किया था। 1991 में खाड़ी युद्ध के दौरान, फारस की खाड़ी एक बार फिर से चर्चा का विषय बनी, हालाँकि यह संघर्ष मुख्य रूप से एक भूमि संघर्ष था, जब इराक ने कुवैत पर हमला किया था और जिसे बाद में वापस पीछे ढकेल दिया गया। फारस की खाड़ी में कई अच्छी मछली पकड़ने के जगहें हैं, व्यापक प्रवाल भित्तियाँ और प्रचुर मात्रा में मोती कस्तूरी है, लेकिन इसकी पारिस्थितिकी का औद्योगीकरण के कारण क्षय हुआ है, विशेष रूप से, युद्ध के दौरान फैले तेल और पेट्रोलियम ने इस पर विपरीत प्रभाव डाला है। अक्सर "फारस की खाड़ी" को अधिकतर अरब राष्ट्रों द्वारा इसके विवादास्पद नाम "अरब की खाड़ी" या सिर्फ "खाड़ी" कहकर पुकारा जाता है, हालाँकि इन दोनों नामों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त नहीं है। अंतरराष्ट्रीय जल सर्वेक्षण संगठन इसके लिए "ईरान की खाड़ी (फारस की खाड़ी)" नाम का इस्तेमाल करता है। .

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फ़ारस की खाड़ी का राष्ट्रीय दिवस

ईरान में 30 अप्रैल का दिन फ़ारस की खाड़ी का राष्ट्रीय दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन पूरे ईरान में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। फारस की खाड़ी, मध्य पूर्व एशिया क्षेत्र में हिन्द महासागर का एक विस्तार है, जो ईरान और अरब प्रायद्वीप के बीच तक गया हुआ है।Working Paper No.

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फ़ारसी भाषा

फ़ारसी, एक भाषा है जो ईरान, ताजिकिस्तान, अफ़गानिस्तान और उज़बेकिस्तान में बोली जाती है। यह ईरान, अफ़ग़ानिस्तान, ताजिकिस्तान की राजभाषा है और इसे ७.५ करोड़ लोग बोलते हैं। भाषाई परिवार के लिहाज़ से यह हिन्द यूरोपीय परिवार की हिन्द ईरानी (इंडो ईरानियन) शाखा की ईरानी उपशाखा का सदस्य है और हिन्दी की तरह इसमें क्रिया वाक्य के अंत में आती है। फ़ारसी संस्कृत से क़ाफ़ी मिलती-जुलती है और उर्दू (और हिन्दी) में इसके कई शब्द प्रयुक्त होते हैं। ये अरबी-फ़ारसी लिपि में लिखी जाती है। अंग्रेज़ों के आगमन से पहले भारतीय उपमहाद्वीप में फ़ारसी भाषा का प्रयोग दरबारी कामों तथा लेखन की भाषा के रूप में होता है। दरबार में प्रयुक्त होने के कारण ही अफ़गानिस्तान में इस दारी कहा जाता है। .

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फ़ारसी साम्राज्य

६०० ईस्वी में फारस साम्राज्य फारसी साम्राज्य (ईसापूर्व 559-1935) फारस (आज का ईरान और उसके प्रभाव के इलाके) से शासन करने वाले विभिन्न वंशों के साम्राज्य को सम्मिलित रूप से कहा जाता है। फारस के शासकों ने अपना साम्राज्य आधुनिक ईरान के बाहर कई प्रदेशों तक फैला दिया था - इराक, अर्मेनिया, तुर्की, अज़रबैजान, अफ़गानिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, ताज़िकिस्तान, पाकिस्तान, मध्यपूर्व, मिस्र आदि। लेकिन ये सभी प्रदेश हमेशा फारस के नियंत्रण में नहीं रहे थे। खुद फारस सातवीं से दसवीं सदी तक अरबों के प्रभुत्व में रहा था। .

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फातिमी खिलाफत

फातिमी खिलाफत; Fatimid Caliphate (‎الفاطميون‎) 5 जनबरी 909 से 1171.

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फिराज की लड़ाई

श्रेणी:रोमन साम्राज्य.

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बदू लोग

ओमान का एक बदू परिवार सीरिया में खाना पकाती दो बदू स्त्रियाँ मिस्र के सीनाई प्रायद्वीप में रोटीयाँ बनते बदू पुरुष बदू (अरबी) या बदूईन (Bedouin) एक अरब मानव जाति है जो पारम्परिक रूप से ख़ानाबदोश जीवन व्यतीत करते हैं और 'अशाइर​' नामक क़बीलों में बंटे हुए हैं। यह अधिकतर जोर्डन, इराक़, अरबी प्रायद्वीप और उत्तर अफ़्रीका के रेगिस्तानी क्षेत्रों में रहते हैं।, Elizabeth Losleben, pp.

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बनू सक़ीफ़

६०० ईसवी में अरबी क़बीलों का विस्तार जिसमें थ़क़ीफ़​ भी देखे जा सकते हैं बनू सक़ीफ़ या बनू थ़क़ीफ़​ (अरबी:, अंग्रेज़ी: Banu Thaqif) पैग़म्बर मुहम्मद के काल में एक अरबी क़बीला था। यह ताइफ़ शहर का मुख्य क़बीला था और इसके वंशज अब सउदी अरब, सीरिया, लेबनान, मिस्र, जॉर्डन, इराक़ और तुनीसिया जैसे कई देशों में बसे हुए हैं। अक्सर इनके नाम में 'सक़ाफ़ी' नाम जुड़ा होता है। इस्लाम के आने से पहले यह अल-लात नामक अरबी देवी के उपासक हुआ करते थे।, Jan Knappert, Element, 1993, ISBN 978-1-85230-427-0,...

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बलूचिस्तान संघर्ष

पाकिस्तान के मुख्य जातीय समूह: बलूच (गुलाबी), पंजाबी (भूरा), पश्तून (हरा), सिन्धी (हरा) बलूचिस्तान संघर्ष, दक्षिण-पश्चिम एशिया के बलूचिस्तान क्षेत्र में जारी एक संघर्ष है जो बलूच राष्ट्रवादियों एवम पाकिस्तान एवं ईरान की सरकारों के बीच चल रहा है। बलूचिस्तान क्षेत्र के अन्तर्गत पाकिस्तान का 'बलूचिस्तान' नामक दक्षिण-पश्चिमी प्रान्त, दक्षिणी-पूर्वी ईरान का सिस्तान-बलूचिस्तान प्रान्त, और दक्षिणी अफगानिस्तान का बलूचिस्तान क्षेत्र आते हैं। .

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बलोच भाषा और साहित्य

बलोची या बलोच भाषा दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान, पूर्वी ईरान और दक्षिणी अफ़्ग़ानिस्तान में बसने वाले बलोच लोगों की भाषा है। यह ईरानी भाषा परिवार की सदस्य है और इसमें प्राचीन अवस्ताई भाषा की झलक नज़र आती है, जो स्वयं वैदिक संस्कृत के बहुत करीब मानी जाती है। उत्तरपश्चिम ईरान, पूर्वी तुर्की और उत्तर इराक़ में बोले जानी कुर्दी भाषा से भी बलोची भाषा की कुछ समानताएँ हैं। बलोची पाकिस्तान की नौ सरकारी भाषाओँ में से एक है। अनुमानतः इसे पूरे विश्व में लगभग ८० लाख लोग मातृभाषा के रूप में बोलते हैं। पाकिस्तान में इसे अधिकतर बलोचिस्तान प्रान्त में बोला जाता है, लेकिन कुछ सिंध और पंजाब में बसे हुए बलोच लोग भी इसे उन प्रान्तों में बोलते हैं। ईरान में इसे अधिकतर सिस्तान व बलुचेस्तान प्रान्त में बोला जाता है। ओमान में बसे हुए बहुत से बलोच लोग भी इसे बोलते हैं। समय के साथ बलोची पर बहुत सी अन्य भाषाओँ का भी प्रभाव पड़ा है, जैसे की हिन्दी-उर्दू और अरबी। पाकिस्तान में बलोची की दो प्रमुख शाखाएँ हैं: मकरानी (जो बलोचिस्तान से दक्षिणी अरब सागर के तटीय इलाक़ों में बोली जाती है) और सुलेमानी (जो मध्य और उत्तरी बलोचिस्तान के सुलेमान श्रृंखला के पहाड़ी इलाक़ों में बोली जाती है)। ईरान के बलुचेस्तान व सिस्तान सूबे में भी इसकी दो उपशाखाएँ हैं: दक्षिण में बोले जानी वाली मकरानी (जो पाकिस्तान के बलोचिस्तान की मकरानी से मिलती है) और उत्तर में बोले जानी वाली रख़शानी। .

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बसरा

बसरा बसरा इराक का तीसरा सबसे बड़ा नगर एवं महत्वपूर्ण बंदरगाह है। यह बसरा प्रान्त की राजधानी भी है। फारस की खाड़ी से 75 मील दूर तथा बगदाद से 280 मील दूर दक्षिण-पूर्वी भाग में दज़ला और फरात नदियों के मुहाने पर बसा हुआ है। स्थिति - 30 डिग्री 30मिनट उत्तरी अक्षांश तथा तथा 47 डिग्री 50 मिनट पूर्वी देशान्तर। बसरा से देश की 90 प्रतिशत वस्तुओं का निर्यात किया जाता है। यहाँ से ऊन, कपास, खजूर, तेल, गोंद, गलीचे तथा जानवर निर्यात किए जाते हैं। जनसंख्या में अधिकांश अरब, यहूदी, अमरीकी, ईरानी तथा भारतीय हैं। .

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बसरा प्रान्त

बसरा प्रान्त, जिसे अरबी में मुहाफ़ज़ात​ अल-बसरा कहते हैं, इराक़ का एक प्रान्त है। इस प्रान्त की राजधानी बसरा शहर है। बसरा प्रान्त की पूर्वी सीमा ईरान से और दक्षिणी सीमा कुवैत से लगती है। इस प्रान्त की एक छोटा सा हिस्सा फ़ारस की खाड़ी को लगता है जहाँ बसरा शहर की बंदरगाह व अन्य बंदरगाहें हैं। यह इराक़ का समुद्र छूने वाला इकलौता क्षेत्र है। .

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बसरा विश्वविद्यालय

बसरा विश्वविद्यालय (अरबी: جامعة البصرة जामीत अल बसरा) इराक के बसरा शहर में स्थित है। दक्षिणी इराक की जरूरतों को पूरा करने के लिए 1964 में स्थापित, बसरा विश्वविद्यालय पहले बगदाद विश्वविद्यालय से संबद्ध था, लेकिन 1964 में यह एक स्वतंत्र निकाय बन गया। आज विश्वविद्यालय में बसरा शहर के आसपास तीन परिसरों में स्थित चौदह कॉलेज शामिल हैं, जिसमें अनुसंधान सुविधाओं और निवास के छात्र हॉल (छात्रावास) हैं। विश्वविद्यालय बीए, बीएससी, उच्चतर डिप्लोमा, एमए, एमएससी और पीएचडी की डिग्री प्रदान करता है। .

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बसरा अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र

बसरा अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र ईराक का दूसरा बड़ा अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र है। यह यहां के दक्षिणी शहर बसरा में स्थित है। .

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बादाम

बादाम (अंग्रेज़ी:ऑल्मंड, वैज्ञानिक नाम: प्रूनुस डल्शिस, प्रूनुस अमाइग्डैलस) मध्य पूर्व का एक पेड़ होता है। यही नाम इस पेड़ के बीज या उसकी गिरि को भी दिया गया है। इसकी बड़े तौर पर खेती होती है। बादाम एक तरह का मेवा होता है। संस्कृत भाषा में इसे वाताद, वातवैरी आदि, हिन्दी, मराठी, गुजराती व बांग्ला में बादाम, फारसी में बदाम शोरी, बदाम तल्ख, अंग्रेजी में आलमंड और लैटिन में एमिग्ड्रेलस कम्युनीज कहते हैं। आयुर्वेद में इसको बुद्धि और नसों के लिये गुणकारी बताया गया है। भारत में यह कश्मीर का राज्य पेड़ माना जाता है। एक आउंस (२८ ग्राम) बादाम में १६० कैलोरी होती हैं, इसीलिये यह शरीर को उर्जा प्रदान करता है।|नीरोग लेकिन बहुत अधिक खाने पर मोटापा भी दे सकता है। इसमें निहित कुल कैलोरी का ¾ भाग वसा से मिलता है, शेष कार्बोहाईड्रेट और प्रोटीन से मिलता है। इसका ग्लाईसेमिक लोड शून्य होता है। इसमें कार्बोहाईड्रेट बहुत कम होता है। इस कारण से बादाम से बना केक या बिस्कुट, आदि मधुमेह के रोगी भी ले सकते हैं। बादाम में वसा तीन प्रकार की होती है: एकल असंतृप्त वसीय अम्ल और बहु असंतृप्त वसीय अम्ल। यह लाभदायक वसा होती है, जो शरीर में कोलेस्टेरोल को कम करता है और हृदय रोगों की आशंका भी कम करता है। इसके अलावा दूसरा प्रकार है ओमेगा – ३ वसीय अम्ल। ये भी स्वास्थवर्धक होता है। इसमें संतृप्त वसीय अम्ल बहुत कम और कोलेस्टेरोल नहीं होता है। फाईबर या आहारीय रेशा, यह पाचन में सहायक होता है और हृदय रोगों से बचने में भी सहायक रहता है, तथा पेट को अधिक देर तक भर कर रखता है। इस कारण कब्ज के रोगियों के लिये लाभदायक रहता है। बादाम में सोडियम नहीं होने से उच्च रक्तचाप रोगियों के लिये भी लाभदायक रहता है। इनके अलावा पोटैशियम, विटामिन ई, लौह, मैग्नीशियम, कैल्शियम, फास्फोरस भी होते हैं।। हिन्दी मीडिया.इन। २५ सितंबर २००९। मीडिया डेस्क .

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बाबिल

बाबिल के इश्टर द्वार का चित्रण बाबिल आजकल के ईराक क्षेत्र की सुमेर के पश्चात दूसरी सभ्यता। इस की भाषा सुमेर की भाषा से भिन्न थी। इसे बेबीलोनियन सभ्यता के नाम से भी जाना जाता है। बाबिल नगर जो इसी नाम के साम्राज्य की राजधानी था, आजकल के बगदाद से ८० किलोमीटर दक्षिण में स्थित था। बेबीलोन प्राचीन मेसोपोटामिया का एक नगर था। यह बेबीलोनिया साम्राज्य का केन्द्र था। .

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बाबिल प्रान्त

बाबिल प्रान्त, जिसे अरबी में मुहाफ़ज़ात​ बाबिल कहते हैं इराक़ का एक प्रान्त है। फ़ुरात नदी इस प्रान्त से गुज़रती है जिसके किनारे प्रांतीय राजधानी हिल्लाह स्थित है। यहाँ प्राचीनकाल में कभी बैबिलोनियाई संस्कृति केन्द्रित थी, जो ४०००-३००० ईसापूर्व काल में आरम्भ हुई। बैबिलोन के खँडहर अब हिल्लाह से फ़ुरात के पार हैं। इस प्रान्त को कभी-कभी अंग्रेज़ी में बैबिलोन प्रान्त (Babylon Province) कहा जाता है। .

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बायोमेट्रिक्स

वॉल्ट डिज़नी वर्ल्ड में बॉयोमेट्रिक माप मेहमानों की उंगलियों से यह सुनिश्चित करने के लिए लिये जाते हैं कि व्यक्ति की टिकट का इस्तेमाल दिन-प्रतिदिन एक ही व्यक्ति द्वारा किया जाता रहे. जैवमिति या बायोमैट्रिक्स जैविक आंकड़ों एंव तथ्यों की माप और विश्लेषण के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को कहते हैं। अंग्रेज़ी शब्द बायोमैट्रिक्स दो यूनानी शब्दों बायोस (जीवन) और मैट्रोन (मापन) से मिलकर बना है।। हिन्दुस्तान लाइव। २८ मार्च २०१० नेटवर्किंग, संचार और गत्यात्मकता में आई तेजी से किसी व्यक्ति की पहचान की जांच पड़ताल करने के विश्वसनीय तरीकों की आवश्यकता बढ़ गई है। पहले व्यक्तियों की पहचान उनके चित्र, हस्ताक्षर, हाथ के अंगूठे और अंगुलियों के निशानों से की जाती रही है, किन्तु इनमें हेरा-फेरी होने लगी। इसे देखते हुए वैज्ञानिकों ने जैविक विधि से इस समस्या का समाधान करने का तरीका खोजा है। इसका परिणाम ही बायोमैट्रिक्स है। वेनेजुएला में आम चुनावों के दौरान दोहरे मतदान को रोकने के लिए बायोमैट्रिक कार्ड का प्रयोग किया जाता है। .

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बिग ब्रदर (टीवी सीरिज़)

बिग ब्रदर एक रियलिटी टेलीविजन शो है, जहां एक बड़े घर में लोगों का एक समूह एक साथ रहता है, बाहरी दुनिया से बिल्कुल अलग-थलग, लेकिन टेलीविजन कैमरों द्वारा उन्हें लगातार देखा जा रहा होता है। प्रत्येक सीरिज़ तीन महीने के करीब चलती है और इसमें आम तौर पर 15 से कम प्रतिभागी हुआ करते हैं। इस घर के सदस्य खुद को घर से होने वाले नियतकालिक निष्कासन से बचाते हुए एक नकद पुरस्कार जीतने की कोशिश करते हैं। जॉन डी मोल प्रोदुक्तिज़ (John de Mol Produkties) (इंडेमोल का एक स्वतंत्र भाग) नामक निर्माण संस्था के एक जबर्दस्त बहस-मुबाहिसे से इस शो का विचार 4 सितंबर 1997 सामने आया। 1999 में नीदरलैंड के वेरोनिका चैनल में पहले बिग ब्रदर का प्रसारण किया गया था। अगले साल से जर्मनी, पुर्तगाल, यूएसए (USA), यूके (UK), स्पेन, बेल्जियम, स्वीडन, स्विट्जरलैंड और इटली में इसका प्रसारण शुरू हुआ और इस तरह यह एक विश्वव्यापी हलचल बन गया।‍ तब से यह लगभग 70 देशों में प्राइम-टाइम हिट बना हुआ है। शो का नाम जॉर्ज ऑरवेल के 1949 के उपन्यास नाइंटीन एटी-फोर (Nineteen Eighty-Four) से लिया गया, यह एक ऐसे आतंकराज की कहानी है जिसमे बिग ब्रदर अपनी तानाशाही के निवासियों पर हमेशा उनके टेलीविजन सेट के जरिये जासूसी कर सकता है, इस नारे के साथ कि "बिग ब्रदर इज वाचिंग यू " (Big Brother is watching you) अर्थात तुम पर बिग ब्रदर की नज़र है। .

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बघेल सिंह

बघेल सिंह धालीवाल (१७३०– १८०२ ई.) १८वीं शताब्दी में पंजाब क्षेत्र का एक सैन्य जनरल थे। उनका जन्म पंजाब के मजहा क्षेत्र के अमृतसर जिले में झाबल ग्राम में एक धालीवाल जाट परिवार में हुआ था। उसने प्रसिद्धि सतलुज-यमुना दोआब क्षेत्र में करोर सिंहिया मिस्ल के अधीन पायी। ये मिस्ल करोर सिंह के नेतृत्व में बनी थी एवं उसकी मृत्यु उपरांत इस मिस्ल का नेता भि बना। एक मुस्लिम इतिहासकार सैयद अहमद लतीफ़ के अनुसार इस मिस्ल में १२,००० से अधिक बहादुर योद्धा होते थे। .

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बगदाद विमानक्षेत्र

बगदाद अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, मूलतः सद्दाम अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, (مطار بغداد الدولي), ईराक का सबसे बड़ा विमानक्षेत्र है। यह बगदाद डाउनटाउन के उपनगरीय क्षेत्र में डाउनटाउन से लगभग बगदाद गवर्नेट में स्थित है। यह ईराकी वायुसेवा ईराकी एयरवेज़ का गृह आधार है। इसे प्रायः आद्याक्षरों में BIAP, कहा जाता है, हालांकि BIAP इसका आधिकारिक विमानक्षेत्र कूट नहीं है। .

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बगदाद विश्वविद्यालय

बगदाद विश्वविद्यालय इराक की राजधानी बगदाद में स्थित विश्वविद्यालय का इराक में एक महत्वपूर्ण विश्वविद्यालय है। .

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बग़दाद

बगदाद एक प्रमुख नगर बग़दाद (بغداد) विश्व का एक प्रमुख नगर एवं ईराक की राजधानी है। इसका नाम ६०० ईपू के बाबिल के राजा भागदत्त पर पड़ा है। यह नगर 4,000 वर्ष पहले पश्चिमी यूरोप और सुदूर पूर्व के देशों के बीच, समुद्री मार्ग के आविष्कार के पहले कारवाँ मार्ग का प्रसिद्ध केंद्र था तथा नदी के किनारे इसकी स्थिति व्यापारिक महत्व रखती थी। मेसोपोटामिया के उपजाऊ भाग में स्थित बगदाद वास्तव में शांति और समृद्धि का केंद्र था। 9वीं शताब्दी के प्रारंभिक वर्षों में यह अपने चरमोत्कर्ष पर था। उस समय यहाँ प्रबुद्ध खलीफा की छत्रछाया में धनी व्यापारी एवं विद्वान लोग फले-फूले। रेशमी वस्त्र एवं विशाल खपरैल के भवनों के लिए प्रसिद्ध बगदाद इस्लाम धर्म का केंद्र रहा है। यहाँ का औसत ताप लगभग 23 डिग्री सें.

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बग़दाद प्रान्त

बग़दाद प्रान्त, जिसे अरबी में मुहाफ़ज़ात​ बग़दाद कहते हैं इराक़ का एक प्रान्त है, जो इराक़ की राजधानी भी है। यह इराक़ के १८ प्रान्तों में क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे छोटा है, लेकिन इसकी आबादी सभी अन्य प्रान्तों से अधिक है। यह इराक़ का सबसे विकसित प्रान्त है। दजला नदी (टिगरिस नदी) इस प्रान्त से गुज़रती है और उसपर कम-से-कम १२ पुल हैं। .

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ब्राहुई भाषा

ब्राहुई (Urdu: براہوی) या ब्राहवी (براوی) एक द्रविड़ भाषा है। यह भाषा पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के ब्राहुई लोगों द्वारा तथा क़तर, संयुक्त अरब अमीरात, इराक़ व ईरान के आप्रवासी समुदायों द्वारा बोली जाती है। यह अपनी निकटतम द्राविड़-भाषी जनसंख्या से १५०० किमी से भी अधिक की दूरी से विलग है। .

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ब्रूस विलिस

वाल्टर ब्रूस विलिस (जन्म मार्च 19, 1955), ब्रूस विलिस के नाम से भी मशहूर हैं; एक अमेरिकी अभिनेता, निर्माता और संगीतकार हैं। उन्होंने अपना कैरियर 1980 के दशक में टेलीविजन से शुरू किया व तब से वे टेलीविजन तथा फिल्मों, दोनों में ही काम कर रहे हैं जिनमें हास्य, नाटकीय तथा एक्शन भूमिकाएं शामिल हैं। वे डाई हार्ड श्रृंखला के जॉन मैक्लेन की भूमिका के लिए प्रसिद्ध हैं जो जटिल होने के साथ साथ आर्थिक रूप से अत्यंत सफल भूमिका थी। उन्होंने साठ से अधिक फिल्मों मे भूमिकाएं कीं हैं जिनमें बॉक्स ऑफिस पर सफल होने वाली फ़िल्में, जैसे पल्प फिक्शन, सिन सिटी, 12 मन्कीज़, दि फिफ्थ एलिमेंट, अर्मागेडन तथा दि सिक्स्थ सेन्स शामिल हैं। विलिस की भूमिकाओं वाली फिल्मों ने उत्तर अमेरिकी बॉक्स ऑफिस पर 2.64 बिलियन अमेरिकी डॉलर से 3.05 बिलियन डॉलर का कारोबार किया जिससे वे मुख्य भूमिका में सर्वाधिक कमाई करने वाले नौवें अभिनेता तथा सहायक भूमिका में सर्वाधिक कमाई करने वाले बारहवें अभिनेता बन गए। वे दो बार के एमी पुरस्कार विजेता, गोल्डेन ग्लोब पुरस्कार विजेता तथा चार बार सैटर्न पुरस्कारों के लिए नामांकित अभिनेता हैं। विलिस का विवाह डेमी मूर से हुआ था तथा तेरह वर्ष के वैवाहिक जीवन के बाद वर्ष 2000 में उनका तलाक हुआ, उस वक्त उनके तीन बेटियां थीं। .

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ब्रेट्ट मैकगर्क

ब्रेट्ट मैकगर्क (अँग्रेजी: Brett H. McGurk, जन्म: 20 अप्रैल, 1973) अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा आईएसआईएल के खिलाफ वैश्विक गठबंधन के लिए राष्ट्रपति के विशिष्ट दूत हैं। इसके पूर्व वे इराक मसले पर व्हाइट हाउस के सलाहकार थे। .

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बेबीलोन के झूलते उपवन

thumb बेबीलोन के झूलते बाग़ जिन्हे सेमीरामीस के झूलते बाग़ भी कहॉ जाता है प्राचीन विश्व का सात आश्चर्यो मे से एक है। यह आज के इराकी नगर अल-हिल्लह के निकट स्थित था। इस उद्यान का निर्माण नबूचड्नेजार (अंग्रेजी: Nebuchadnezzar) द्वितीय ने ईसा से ६०० वर्ष पूर्व करवाया था। किवदंती यह है कि इस उद्यान का निर्माण राजा नबूचड्नेजार ने अपनी पत्नी को प्रसन्न करने के लिये किया था। ईसा से २ शताब्दी पूर्व एक भूकंप मे यह उद्यान पूर्ण रूप से नष्ट हो गया था। श्रेणी:प्राचीन-विश्व के सात आश्चर्य.

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बीबीसी वर्ल्ड सर्विस

बीबीसी वर्ल्ड सर्विस दुनिया का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय प्रसारक है,जो सादृश और अंकीय लघु तरंगों (एनालॉग एंड डिजिटल शार्टवेव), इंटरनेट स्ट्रीमिंग और पॉडकास्टिंग, उपग्रह, एफएम और एमडब्ल्यू प्रसारणों के जरिये दुनिया के कई हिस्सों में 32 भाषाओं में प्रसारण करता है। यह राजनीतिक रूप से स्वतंत्र, (बीबीसी के घोषणपत्र में उल्लिखित विषयों का ब्यौरा उपलब्ध कराने के समझौते के आदेश द्वारा) गैर-लाभकारी और वाणिज्यिक विज्ञापनों से मुक्त है। अंग्रेजी भाषा की सेवा हर दिन 24 घंटे प्रसारित होती है। जून 2009 में बीबीसी की रिपोर्ट है कि विश्व सेवा के साप्ताहिक श्रोताओं का औसत 188 मिलियन लोगों तक पहुंच गया। वर्ल्ड सर्विस के लिए ब्रिटिश सरकार विदेशी और राष्ट्रमंडल कार्यालय द्वारा अनुदान सहायता के माध्यम से वित्तपोषित करती है। 2014 से यह अनिवार्य बीबीसी लाइसेंस शुल्क से वित्तपोषित होगा, जो ब्रिटेन में टेलीविजन पर प्रसा‍रित कार्यक्रमों को देखने वाले हर घर पर लगाया जायेगा.

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भारत में आतंकवाद

भारत बहुत समय से आतंकवाद का शिकार हो रहा है। भारत के काश्मीर, नागालैंड, पंजाब, असम, बिहार आदि विशेषरूप से आतंक से प्रभावित रहे हैं। यहाँ कई प्रकार के आतंकवादी जैसे पाकिस्तानी, इस्लामी, माओवादी, नक्सली, सिख, ईसाई आदि हैं। जो क्षेत्र आज आतंकवादी गतिविधियों से लम्बे समय से जुड़े हुए हैं उनमें जम्मू-कश्मीर, मुंबई, मध्य भारत (नक्सलवाद) और सात बहन राज्य (उत्तर पूर्व के सात राज्य) (स्वतंत्रता और स्वायत्तता के मामले में) शामिल हैं। अतीत में पंजाब में पनपे उग्रवाद में आंतकवादी गतिविधियां शामिल हो गयीं जो भारत देश के पंजाब राज्य और देश की राजधानी दिल्ली तक फैली हुई थीं। 2006 में देश के 608 जिलों में से कम से कम 232 जिले विभिन्न तीव्रता स्तर के विभिन्न विद्रोही और आतंकवादी गतिविधियों से पीड़ित थे। अगस्त 2008 में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एम.के.

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मध्य पूर्व

मध्य पूर्व का राजनीतिक नक्शा मध्य पूर्व (या पूर्व में ज्यादा प्रचलित पूर्व के करीब (Near East)) दक्षिण पश्चिम एशिया, दक्षिण पूर्वी यूरोप और उत्तरी पूर्वी अफ़्रीका में विस्तारित क्षेत्र है। इसकी कोई स्पष्ट सीमा रेखा नहीं है, अक्सर इस शब्द का प्रयोग पूर्व के पास (Near East) के एक पर्याय के रूप में प्रयोग किया जाता, ठीक सुदूर पूर्व (Far East) के विपरित। मध्य पूर्व शब्द का प्रचलन १९०० के आसपास के यूनाइटेड किंगडम में शुरू हुआ। .

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मयसान प्रान्त

मयसान प्रान्त, जिसे अरबी में मुहाफ़ज़ात​ मयसान कहते हैं, इराक़ का एक प्रान्त है। इस प्रान्त की राजधानी दजला नदी (टिगरिस) के किनारे बसा अमाराह शहर है और सन् १९७६ से पहले इस पूरे सूबे का नाम ही 'अमारा प्रान्त' था। इस प्रान्त की पूर्वी सीमाएँ ईरान से लगती हैं। .

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मस्जिद

मुसलमानों की इबादत गाह को मस्जिद कहते हैं। इसे नमाज़ के लिए प्रयोग किया जाता है मुसलमानों के प्रारंभिक काल में मस्जिदे नबवी को विदेश से आने वाले ओफ़ोद से मुलाकात और चर्चा के लिए भी इस्तेमाल किया गया था। मस्जिद से मुसलमानों की पहली विश्वविद्यालयों (विश्वविद्यालयों) ने भी जन्म लिया है। इसके अलावा इस्लामी वास्तुकला भी मुख्य रूप से मस्जिदों से विकास हुई है। .

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महान अल-नूरी मस्जिद

महान अल-नूरी मस्जिद (अरबी: جامع النوري जामी अल-नूरी) मोसुल, इराक में एक मस्जिद थी। इसकी प्रसिद्धि इसकी झुकी हुई मीनार से थी, जिसने शहर को इसका उपनाम "कुबड़ा" (الحدباء अल-हब्दा) दिया था। माना जाता है कि इस मस्जिद को पहले पहल 12वीं शताब्दी के अंत में बनाया गया था, हालांकि इसके बाद इसका कई बार पुनर्निर्माण किया गया। अपने 850 वर्षों के इतिहास में इस मस्जिद ने शत्रु सेनाओं के बहुत सारे आक्रमण झेले लेकिन अंतत: 21 जून 2017 को इराक और लेवांत के इस्लामिक राष्ट्र (आईएसआईएल) ने मोसुल की लड़ाई के दौरान इसे नष्ट कर दिया। इराकी सैनिकों ने आईएसआईएस को इस मस्जिद के विनाश के लिए जिम्मेदार ठहराया है, क्योंकि उसने इसे अपने हाथ से जाने देने के बजाय बर्बाद करने का काम किया। इस मस्जिद का आईएसआईएस और उसके नेता अबू बक्र अल-बगदादी के लिए एक प्रतीकात्मक महत्त्व था, क्योंकि 2014 में आतंकवादियों ने इसका इस्तेमाल अपने "खलीफा" को घोषित करने के लिए किया था। जून 2014 में आतंकियों के इराक और सीरिया में आगे बढ़ने और एक विशाल इलाके को अपने कब्ज़े में लेने के बाद से आईएसआईएस का काला ध्वज इस मस्जिद की 45 मीटर मीनार ऊंची से फहरा रहा था, और उन्होंने दावा किया था कि अब उनका ध्वज कभी भी नीचे नहीं उतरेगा। आधिकारिक दस्तावेजों और स्थानीय मुस्लिम चश्मदीदों के विपरीत, आईएसआईएस ने इसे नष्ट करने का आरोप लगाया संयुक्त राज्य अमेरिका पर लगाया है, हालांकि आईएसआईएस का यह दावा साबित नहीं हुआ। इराकी प्रधान मंत्री हैदर अल-अबादी ने कहा कि आईएसआईएस द्वारा मस्जिद का विनाश किया जाना उनकी "हार की घोषणा" है, और "अल-हब्दा मीनार और अल-नूरी मस्जिद को विस्फोट से उड़ाना आईएसआईएस द्वारा हार की आधिकारिक स्वीकारोक्ति है।" .

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मातृ दिवस

आधुनिक मातृ दिवस का अवकाश ग्राफटन वेस्ट वर्जिनिया में एना जार्विस के द्वारा समस्त माताओं तथा मातृत्व के लिए खास तौर पर पारिवारिक एवं उनके आपसी संबंधों को सम्मान देने के लिए आरम्भ किया गया था। यह दिवस अब दुनिया के हर कोने में अलग-अलग दिनों में मनाया जाता हैं। जैसे कि पिताओं को सम्मान देने के लिए पितृ दिवस की छुट्टी मनाई जाती हैं। यह छुट्टी अंततः इतनी व्यवसायिक बन गई कि इसकी संस्थापक, एना जार्विस, तथा कई लोग इसे एक "होलमार्क होलीडे", अर्थात् एक प्रचुर वाणिज्यिक प्रयोजन के रूप में समझने लगे। एना ने जिस छुट्टी के निर्माण में सहयोग किया उसी का विरोध करते हुए इसे समाप्त करना चाहा। .

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मातृवंश समूह टी

आयरलैंड के बहुत से लोग मातृवंश समूह टी के वंशज होते हैं मनुष्यों की आनुवंशिकी (यानि जॅनॅटिक्स) में मातृवंश समूह टी या माइटोकांड्रिया-डी॰एन॰ए॰ हैपलोग्रुप T एक मातृवंश समूह है। भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर-पश्चिम के लोग और मध्य पूर्व और यूरोप के लोग अक्सर इसके वंशज होते हैं। यूरोप के १०% से थोड़े कम लोग इसके वंशज पाए गए हैं, लेकिन आयरलैंड में यह संख्या अधिक है।, The Genographic Project वैज्ञानिकों की मान्यता है के जिस स्त्री के साथ इस मातृवंश की शुरुआत हुई वह आज से क़रीब १०,००० से १२,००० साल पहले इराक़, तुर्की, सीरिया या उन्ही के आस-पास कहीं रहती थी। .

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मातृवंश समूह ऍक्स

विश्व में मातृवंश समूह ऍक्स का फैलाव मनुष्यों की आनुवंशिकी (यानि जॅनॅटिक्स) में मातृवंश समूह ऍक्स या माइटोकांड्रिया-डी॰एन॰ए॰ हैपलोग्रुप X एक मातृवंश समूह है। यह मातृवंश ज़्यादातर यूरोप, पश्चिमी एशिया और उत्तरी अफ़्रीका में और कुछ मूल अमेरिकी आदिवासी समुदायों में पाया जाता है। यूरोप, मध्य पूर्व और उत्तरी अफ़्रीका की लगभग २% आबादी इस मातृवंश की वंशज है। वैज्ञानिकों ने अंदाज़ा लगाया है के जिस स्त्री के साथ इस मातृवंश की शुरुआत हुई थी वह आज से ३०,००० साल पहले ईरान-ईराक़ के पास कहीं पश्चिमी एशिया में रहती थी। उनके लिए यह एक पहेली है के यह मातृवंश उत्तरी अमेरिका में कैसे जा पहुंचा जबकि इसकी शुरुआत दूर पश्चिमी एशिया में हुई थी। इसकी सोच अब यह है के इस मातृवंश की वंशज महिलाऐं मध्य एशिया के अल्ताई पर्वत श्रंखला के इलाक़े से होती हुई पहले साइबेरिया और फिर अलास्का के ज़रिये उत्तरी अमेरिका में दाख़िल हुईं। याद रहे के हालांकि मातृवंश बताने वाले माइटोकांड्रिया मर्दों और औरतों दोनों में होतें हैं, संतानों को यह केवल अपनी माताओं से ही मिलते हैं। .

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मातृवंश समूह डब्ल्यू

कुछ पंजाबी लोग मातृवंश समूह डब्ल्यू के वंशज होते हैं मनुष्यों की आनुवंशिकी (यानि जॅनॅटिक्स) में मातृवंश समूह डब्ल्यू या माइटोकांड्रिया-डी॰एन॰ए॰ हैपलोग्रुप W एक मातृवंश समूह है। यह मातृवंश ज़्यादातर यूरोप, पश्चिमी एशिया और भारतीय उपमहाद्वीप में पाया जाता है। इन इलाकों में सब जगह इसके वंशज हलकी मात्रा में ही मिलते हैं और उनका सबसे भारी जमावड़ा उत्तरी पाकिस्तान में है। वैज्ञानिकों ने अंदाज़ा लगाया है के जिस स्त्री के साथ इस मातृवंश की शुरुआत हुई थी वह आज से २३,९०० साल पहले ईरान-ईराक़ के पास कहीं पश्चिमी एशिया में रहती थी। .

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मावतिनि

मौतिनी (अरबी: موطني), जिसका हिंदी अर्थ 'मेरी गृहभूमि' है, इराक का राष्ट्रगान है। यह कविता फ़िलिस्तीनी कवि इब्राहिम तुकान द्वारा लिखी गई थी जिसे मुहम्मद फ़्लेफ़िल ने संघटित किया था। सारे अरब जगत में प्रसिद्ध इस गीत में, फ़िलिस्तीनी संघर्ष को सराहा गया है और इस प्रकार यह पूरे अरब जगत की एकता को अभिव्यक्त करता है। इसे २००४ में सद्दाम हुसैन के तख्ता पलट के बाद इराक में राष्ट्रगान के रूप में अपनाया गया। .

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मिनियापोलिस

मिनियापोलिस "झीलों का शहर" और "मिलों का शहर" के रूप में उपनाम सहित हेन्नेपिन काउंटी का काउंटी सीट है, जो अमेरिकी राज्य मिनेसोटा का सबसे बड़ा शहर और अमेरिका का 47वां बड़ा शहर है। इसके नाम का श्रेय शहर के पहले स्कूल टीचर को दिया जाता है, जिन्होंने पानी के लिए डकोटा शब्द mni को, तथा शहर के लिए ग्रीक शब्द polis को जोड़ा.

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मुराद चतुर्थ

मुराद चतुर्थ (مراد رابع, मुराद-ए राबीʿ; 26/27 जुलाई 1612 – 8 फ़रवरी 1640) 1623 से 1640 तक उस्मानिया साम्राज्य के सुल्तान रहे। उन्होंने राज्य पर सुल्तान के शासन की पुनःस्थापना की थी और उन्हें अपने गतिविधियों की क्रूरता के लिए जाने जाते हैं। उनका जन्म क़ुस्तुंतुनिया में हुआ था। वे सुल्तान अहमद प्रथम (दौर: 1603–17) और यूनानी मूल की कौसम सुल्तान के पुत्र थे। उनके चाचा मुस्तफ़ा प्रथम (दौर: 1617–18, 1622–23) को सुल्तान के पद से निकालने की साज़िश कामयाब होने के बाद मुराद चतुर्थ तख़्त पर आसीन हुए। उस वक़्त उनकी उम्र सिर्फ़ 11 साल की थी। उनके दौर में उस्मानी-सफ़वी युद्ध (1623–39) हुआ, जिसके नतीजे में संपूर्ण क़फ़क़ाज़ क्षेत्र दोनों साम्राज्यों के दरमियान विभाजित हुआ। इस विभजन ने लगभग वर्तमान तुर्की-ईरान-इराक़ देशों की सरहदों की नींव रखी। .

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मुसन्ना प्रान्त

मुसन्ना प्रान्त के ज़िले मुसन्ना प्रान्त (अरबी), जिसे मुथ़न्ना प्रान्त भी कहते हैं, इराक़ का एक प्रान्त है। यह प्रान्त देश के दक्षिण में स्थित है और इसकी सीमाएँ साउदी अरब को लगती हैं। .

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मुस्तसिरिया मदरसा

मुस्तसिरिया मदरसा (अरबी, المدرسة المستنصرية) बगदाद, इराक में एक ऐतिहासिक इमारत है। यह दुनिया में उच्च शिक्षा का सबसे पुराने इस्लामी संस्थानों में से एक था, जिसे 1227 में अब्बासिद खलीफ अल-मुस्तसिर द्वारा मदरसे के रूप में स्थापित किया गया था दुनिया के सबसे पुराने कॉलेज माना जाता है। यह टिग्रीस नदी के बाएं किनारे पर स्थित है, इमारत को 1258 के मंगोल हमले में नुकसान हुआ था, और इसे बहाल कर दिया गया है। इस प्रकार की इमारतों में सर साउक, बगदादी संग्रहालय, मुताब्बी स्ट्रीट, अब्बासिडपेलेस और कैलीफ स्ट्रीट शामिल थे। .

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मुहम्मद बिन क़ासिम

मुहम्मद बिन क़ासिम के तहत भारतीय उपमहाद्वीप में उमय्यद ख़िलाफ़त का विस्तार अपने चरम पर उमय्यद ख़िलाफ़त मुहम्मद बिन क़ासिम (अरबी:, अंग्रेज़ी: Muhammad bin Qasim) इस्लाम के शुरूआती काल में उमय्यद ख़िलाफ़त का एक अरब सिपहसालार था। उसने १७ साल की उम्र में भारतीय उपमहाद्वीप के पश्चिमी इलाक़ों पर हमला बोला और सिन्धु नदी के साथ लगे सिंध और पंजाब क्षेत्रों पर क़ब्ज़ा कर लिया। यह अभियान भारतीय उपमहाद्वीप में आने वाले मुस्लिम राज का एक बुनियादी घटना-क्रम माना जाता है। .

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मुक्केबाज़ी

मुक्केबाज़ी लड़ाई का एक खेल और एक मार्शल कला है, जिसमें दो लोग अपनी मुट्ठियों का प्रयोग करके लड़ते हैं। विशिष्ट रूप से मुक्केबाज़ी का संचालन एक-से तीन-मिनटों के अंतरालों, जिन्हें चक्र (Rounds) कहा जाता है, की एक श्रृंखला के दौरान एक रेफरी के द्वारा किया जाता है, तथा मुक्केबाज़ सामान्यतः एक समान भार वाले होते हैं। जीतने के तीन तरीके हैं; यदि विरोधी को गिरा दिया जाए तथा वह रेफरी द्वारा दस सेकंड की गिनती किये जाने से पूर्व उठ पाने में सक्षम न हो सके (एक नॉक-आउट या KO) अथवा यदि यह प्रतीत हो कि विरोधी इतना अधिक घायल हो चुका है कि वह खेल जारी रख पाने में असमर्थ है (एक तकनीकी नॉक-आउट या TKO).

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मैसाचुसेट्स प्रौद्योगिकी संस्थान

मैसाचुसेट्स प्रौद्योगिकी संस्थान (मैसाचुसेट्स इन्स्टिट्यूट ऑफ टैक्नोलॉजी - एमआईटी) (Massachusetts Institute of Technology) कैम्ब्रिज, मैसाचुसेट्स में स्थित एक निजी शोध विश्वविद्यालय है। एमआईटी में 32 शैक्षणिक विभागों से युक्त पांच विद्यालय और एक महाविद्यालय है, जिसमें वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी अनुसंधान पर विशेष जोर दिया जाता है। एमआईटी दो निजी भूमि अनुदान विश्वविद्यालयों में से एक है और वह समुद्री-अनुदान और अंतरिक्ष-अनुदान विश्वविद्यालय भी है। विलियम बार्टन रोजर्स द्वारा 1861 में संयुक्त राज्य अमेरिका के औद्योगिकीकरण की जरुरतो को ध्यान में रख कर स्थापित किए गए इस विश्वविद्यालय ने यूरोपीय विश्वविद्यालय प्रतिमान को अपनाया और इसमें प्रारंभ से ही प्रयोगशाला शिक्षा पर जोर दिया गया। इसका मौजूदा परिसर 1916 में खुला, जो चार्ल्स नदी घाटी के उत्तरी किनारे पर फैला हुआ है। एमआईटी शोधकर्ता द्वितीय विश्वयुद्ध और शीतयुद्ध के दौरान सुरक्षा अनुसंधान के संबंध में कम्प्यूटर, रडार और इनर्टिअल (inertial) मार्गदर्शन रचने के प्रयत्नो में जुड़े हुए थे। पिछले 60 वर्षों में, एमआईटी के शिक्षात्मक कार्यक्रम भौतिक विज्ञान और अभियांत्रिकी से परे अर्थशास्त्र, दर्शन, भाषा विज्ञान, राजनीति विज्ञान और प्रबंधन जैसे सामाजिक विज्ञान तक भी विस्तरीत हुए है। एमआईटी में वर्ष 2009-2010 के पतझड़ के सत्र के लिए अवरस्नातक स्तर पर 4,232 और स्नातक स्तर पर 6,152 छात्रों को प्रवेश दिया गया है। इसमें करीबन 1,009 संकाय सदस्यों को रोजगार प्रदान किया है। इसकी बंदोबस्ती और अनुसंधान पर वार्षिक व्यय अन्य किसी भी अमेरिकी विश्वविद्यालयो में से सबसे अधिक है। अब तक 75 नोबल पुरस्कार विजेता, 47 राष्ट्रीय विज्ञान पदक प्रापक और 31 मैकआर्थर अध्येता इस विश्वविद्यालय के साथ वर्तमान या भूतपूर्व समय में सम्बद्ध रहे है। एमआईटी के पूर्व छात्रों द्वारा स्थापित कंपनियों का एकत्रित राजस्व विश्व की सबसे बड़ी सत्तरहवीं अर्थव्यवस्था है। इंजिनीयर्स द्वारा 33 खेल प्रायोजित है, जिनमें से ज्यादातर NCAA श्रेणी III के न्यू इंग्लैंड महिला और पुरुषों के व्यायामी सम्मेलन में भाग लेते है, श्रेणी I के नौकायन कार्यक्रम EARC और EAWRC प्रतिस्पर्धा के भाग है। .

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मेसोपोटामिया का इतिहास

मेसोपोटामिया मूल रूप से दो शब्दो से मिलकर बना है-मेसो+पोटामिया,मेसो का अर्थ मध्य (बीच) और पोटामिया का अर्थ नदी है अर्थात दो नदियोँ के बीच के क्षेत्र को मेसोपोटामिया कहा जाता था। पश्चिमी एशिया में फारस की खाड़ी के उत्तर में स्थित वर्तमान इराक को प्राचीन समय में मेसोपोटामिया कहा जाता था मेसोपोटामिया की सभ्यता दजला और फरात दो नदियोँ के मध्य क्षेत्र में जन्म पली और विकसित हुई। इन नदियोँ के मुहाने पर सुमेरिय बीच में बेबीलोनिया तथा उत्तर में असीरिया सभ्यता का विकास हुआ इन सभ्यताओ के विषय में यह कहावत प्रचालित है सुमेरिया ने सभ्यता को जन्म दिया बेबीलोनिया ने उसे उत्पत्ति के चरम सिखर तक पहुँचाया और असीरिया ने उसे आत्मसात किया दुसरे शब्दो में सुमेरिया, बेबीलोनिया और असीरिया इन तीनो सभ्यताओ के सम्मिलन से जो सभ्यता विकसित हुई उसे मेसोपोटामिया की सभ्यता कहा गया। मेसोपोटामिया में चार प्रसिद्ध सभ्यताएं हुईं हैं - सुमेरिया, बेबीलोन, असीरिया, कैल्ड्रिया। .

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मॉनमाउथ रेजिमेंटल संग्रहालय

मॉनमाउथ रेजिमेंटल संग्रहालय (औपचारिक नाम: कासल और रेजिमेंटल संग्रहालय मॉनमाउथ) (Monmouth Regimental Museum) (Amgueddfa Filwrol Trefynwy) कासल हिल, मॉनमाउथ, मॉनमाउथशायर, वेल्स में स्थित एक सैन्य संग्रहालय है। संग्रहालय ग्रेट कासल हाउस की एक शाखा है, जो ग्रेड प्रथम इमारत होने के साथ-साथ मॉनमाउथ हेरिटेज ट्रेल के चौबीस स्थलों में से भी एक है। संग्रहालय में प्रदर्शित वस्तुएँ ब्रिटिश प्रादेशिक सेना में सबसे अधिक एवं सबसे वरिष्ठ रेजिमेंट रॉयल मॉनमाउथशायर रॉयल इंजीनियर्स (मिलिशिया) पर केंद्रित हैं। ग्रेट कासल हाउस रॉयल मॉनमाउथशायर रॉयल इंजीनियर्स का कार्यालय है और संग्रहालय रेजिमेंट के अभिलेखागार का कार्य करता है। संग्रहालय 1989 में राजकुमार रिचर्ड, ग्लौस्टर के ड्यूक, द्वारा स्थापित किया गया था। मॉनमाउथ शहर को अपने योगदान के लिए संग्रहालय प्रिंस ऑफ वेल्स पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। संग्रहालय में विभन्न प्रकार की कलाकृतियाँ उपस्थित हैं जिनका ध्यान रॉयल मॉनमाउथशायर रॉयल इंजीनियर्स पर मुख्य तौर से है। यहाँ मॉनमाउथ कासल के खंडहरों के अवशेषों से लेकर उन्नीसवीं सदी व द्वितीय विश्व युद्ध तक की कई वस्तुएँ हैं। ऐतिहासिक वस्तुओं को प्रदर्शित करने के साथ-साथ संग्रहालय मिलिशिया के रिकॉर्ड के लिए एक भण्डार के रूप में भी कार्य करता है। इसमें मिले पुरालेखों से यह स्पष्ट होता है कि कैसे रॉयल मॉनमाउथशायर रॉयल इंजीनियर्स के नाम में अनूठे तौर पर दो "रॉयल" हैं। संग्रहालय अपने कुछ रिकॉर्ड इंटरनेट पर खोज डेटाबेस के रूप में भी उपलब्ध कराता है। .

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मोसुल

मोसुल में दजला नदी पर एक पुल मोसुल (अरबी:, अल-मोसुल; अंग्रेज़ी: Mosul) उत्तरी इराक़ का एक शहर है और उस देश के नीनवा प्रान्त की राजधानी है। बग़दाद से ४०० किमी पश्चिमोत्तर में स्थित यह शहर दजला नदी के किनारे बसा हुआ है। नदी की पश्चिमी तरफ़ प्राचीन असीरियाई साम्राज्य के नीनवा शहर के खँडहर मौजूद हैं। आधुनिक मोसुल शहर नदी के दोनों तरफ़ विस्तृत है और पाँच पुलों से जुड़ा हुआ है। आबादी के हिसाब से बग़दाद के बाद यह इराक़ का दूसरा सबसे बड़ा नगर है।, Ali Aldosari, pp.

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मोहम्मद ताहिदी

मोहम्मद ताहिदी, इराकी मूल के आस्ट्र्लिया के प्रसिद्ध व्यक्ति हैं जिनका जन्म ईरान में हुआ था। वे 'कट्टरपन्थी इस्लाम' की कटु आलोचना के लिए प्रसिद्ध हैं। .

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मोंगके ख़ान

गद्दी पर विराजमान मोंगके ख़ान से मिलते कुछ फ़रियादी मोंगके ख़ान (मंगोल: Мөнх хаан, मोन्ख़ ख़ान; अंग्रेज़ी: Mongke Khan; १० जनवरी १२०९ – ११ अगस्त १२५९) मंगोल साम्राज्य का चौथा ख़ागान (सबसे बड़ा ख़ान शासक) था। उसने १ जुलाई १२५१ से ११ अगस्त १२५९ में हुई अपनी मृत्यु तक शासन किया। मोंगके ख़ान मंगोल साम्राज्य से संस्थापक चंगेज़ ख़ान का पोता और उसके सबसे छोटे बेटे तोलुइ ख़ान का बेटा था। उसकी माता सोरग़ोग़तानी बेकी (तोलुइ ख़ान की पत्नी) ने उसे और उसके भाइयों को बहुत निपुणता से पाला और परवारिक परिस्थितियों पर ऐसा नियंत्रण रखा कि मोंगके मंगोल साम्राज्य का ख़ागान बन सका। मोंगके के नेतृत्व में मंगोलों ने ईराक और सीरिया पर आक्रमण करके उन्हें अपने राज का हिस्सा बनाया। आधुनिक वियतनाम और (दक्षिणी चीन स्थित) नानझाओ राज्य भी मंगोलों के अधीन लाया गया। मोंग्के की मृत्यु के बाद उसका भाई कुबलई ख़ान साम्राज्य का अगला ख़ागान बना।, Kathy Sammis, Walch Publishing, 2002, ISBN 978-0-8251-4369-4,...

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यर्मोक का युद्ध

यर्मोक का युद्ध बीजान्टिन साम्राज्य की सेना और रशीदुन खिलाफत की मुस्लिम अरब सेनाओं के बीच एक बड़ी लड़ाई थी। 6 मार्च, 636 में यर्मोक नदी के पास छह दिनों तक चलने वाली कई श्रृंखलाएं शामिल थीं, जो आज सीरिया - जॉर्डन और इजराइल की सीमाएं हैं, गलील सागर के पूर्व में हैं। युद्ध का परिणाम एक पूर्ण मुस्लिम विजय था जो सीरिया में बीजान्टिन शासन को समाप्त कर चुका था। यर्मोक के युद्ध को सैन्य इतिहास में सबसे निर्णायक लड़ाइयों में से एक माना जाता है। .

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यहूदी इतिहास

यहूदी धर्म का इतिहास करीब 4000 साल पुराना है। इस धर्म का इतिहास मिस्र के नील नदी से लेकर वर्तमान इराक़ के दजला-फुरात नदी के बीच आरंभ हुआ और आज का इसरायल एकमात्र यहूदी राष्ट्र है। यहूदी परम्परा के अनुसार, पहले यहूदी मिस्र के फराओं के अन्दर गुलाम होते थे। बाद में मूसा के नेतृत्व में वे इसरायल आ गए। ईसा के 1100 साल पहले जैकब के 12 संतानों के आधार पर अलग-अलग यहूदी कबीले बने। ये दो खेमों में बँट गए - एक, जो 10 कबीलों का बना था इसरायल कहलाया और दो, जो बाकी के दो कबीलों से बना था वो जुडाया कहलाया। 10 कबीलों वाले इसरायल का क्या हुआ इसका पता नहीं है। जुडाया पर बेबीलन का अधिकार हो गया। बाद में ईसापूर्व सन् 800 के आसपास यह असीरिया के अधीन चला गया। फ़ारस के हखामनी शासकों ने असीरियाइयों को ईसापूर्व 530 तक हरा दिया तो यह क्षेत्र फ़ारसी शासन में आ गया। इस समय जरदोश्त के धर्म का प्रभाव यहूदी धर्म पर पड़ा। यूनानी विजेता सिकन्दर ने जब दारा तृतीय को ईसापूर्व 330 में हराया तो यह यहूदी ग्रीक शासन में आ गए। सिकन्दर की मृत्यु के बाद सेल्यूकस के साम्राज्य और उसके बाद रोमन साम्राज्य के अधीन रहने के बाद ईसाइयत का उदय हुआ। इसके बाद यहूदियों को यातनाएं दी जान लगी। सातवीं सदी में इस्लाम के उदय तक उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा। उसके बाद तुर्क, मामलुक शासन के समय इनका पलायन इस क्षेत्र से आरंभ हुआ। बीसवीं सदी के आरंभ में कई यहूदी यूरोप से आकर आज के इसरायली क्षेत्रों में बसने लगे। श्रेणी:यहूदी.

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यज़ीदी

लालिश स्थित शेख आदि इब्न मुसाफिर की दरगाह यज़ीदी या येज़ीदी (कुर्दी: या Êzidî, अंग्रेज़ी: Yazidi) कुर्दी लोगों का एक उपसमुदाय है जिनका अपना अलग यज़ीदी धर्म है। इस धर्म में वह पारसी धर्म के बहुत से तत्व, इस्लामी सूफ़ी मान्यताओं और कुछ ईसाई विश्वासों के मिश्रण को मानते हैं। इस धर्म की शुरुआत १२वीं सदी ईसवी में शेख़ अदी इब्न मुसाफ़िर ने की और इसके अनुसार ईश्वर ने दुनिया का सृजन करने के बाद इसके देख-रेख सात फरिश्तों के सुपुर्द करी जिनमें से प्रमुख को 'मेलेक ताऊस', यानि 'मोर (पक्षी) फ़रिश्ता' है। अधिकतर यज़ीदी लोग पश्चिमोत्तरी इराक़ के नीनवा प्रान्त में बसते हैं, विशेषकर इसके सिंजार क्षेत्र में। इसके अलावा यज़ीदी समुदाय दक्षिणी कॉकस, आर्मेनिया, तुर्की और सीरिया में भी मिलते हैं। .

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यूनान

यूनान यूरोप महाद्वीप में स्थित देश है। यहां के लोगों को यूनानी अथवा यवन कहते हैं। अंग्रेजी तथा अन्य पश्चिमी भाषाओं में इन्हें ग्रीक कहा जाता है। यह भूमध्य सागर के उत्तर पूर्व में स्थित द्वीपों का समूह है। प्राचीन यूनानी लोग इस द्वीप से अन्य कई क्षेत्रों में गए जहाँ वे आज भी अल्पसंख्यक के रूप में मौज़ूद है, जैसे - तुर्की, मिस्र, पश्चिमी यूरोप इत्यादि। यूनानी भाषा ने आधुनिक अंग्रेज़ी तथा अन्य यूरोपीय भाषाओं को कई शब्द दिये हैं। तकनीकी क्षेत्रों में इनकी श्रेष्ठता के कारण तकनीकी क्षेत्र के कई यूरोपीय शब्द ग्रीक भाषा के मूलों से बने हैं। इसके कारण ये अन्य भाषाओं में भी आ गए हैं।ग्रीस की महिलाएं देह व्यापार के धंधे में सबसे आगे है.

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योगेंद्र दुर्यस्वामी

योगेन्द्र दुर्यस्वामी एक श्रीलंकाई राजनयिक, थे। जो भारत, म्यांमार, संयुक्त राज्य अमेरिका (न्यूयॉर्क), ऑस्ट्रेलिया, इराक, इटली, चीन और फिलीपींस में सेवा देते थे। .

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रशीदुन सेना

रशीदुन सेना; (Rashdun Army), सातवीं शताब्दी में इस्लामी खिलाफत शासन प्रणाली का एक सशस्त्र बल था। रशीदुन सेना ने उच्च स्तर का अनुशासन, रणनीति कौशल और संगठन बनाए रखा था जो अपने समय में रशीदुन सेना एक शक्तिशाली तथा प्रभावी सेना थी और आकार में 632 ईस्वी के शुरू में 13,000 का समूह था जैसे जैसे खिलाफत का विस्तार हुआ उसी तरह धीरे धीरे बढ़कर 670 ईस्वी में 100,000 सैनिकों की संख्या हो गयी। रशीदुन सेना के तीन सबसे सफल जनरलो में खालिद इब्न अल वालिद थे जिन्होंने फारसी, मेसोपोटामिया पर विजय प्राप्त की थी और अबू उबैदाह इब्न अल-जर्राह ने रोमन सीरिया पर विजय प्राप्त की थी तीसरे कमांडर अम्र इब्न अल-आश जिन्होंने रोमन मिस्र पर विजय प्राप्त की थी। .

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रामविलास शर्मा का रचना संसार

रामविलास शर्मा के रचना संसार को तीन प्रमुख भागों में बाँटा जा सकता है- साहित्यिक, ऐतिहासिक तथा आलोचनात्मक। .

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राष्ट्र संघ

राष्ट्र संघ (लंदन) पेरिस शांति सम्मेलन के परिणामस्वरूप संयुक्त राष्ट्र संघ के पूर्ववर्ती के रूप में गठित एक अंतर्शासकीय संगठन था। 28 सितम्बर 1934 से 23 फ़रवरी 1935 तक अपने सबसे बड़े प्रसार के समय इसके सदस्यों की संख्या 58 थी। इसके प्रतिज्ञा-पत्र में जैसा कहा गया है, इसके प्राथमिक लक्ष्यों में सामूहिक सुरक्षा द्वारा युद्ध को रोकना, निःशस्त्रीकरण, तथा अंतर्राष्ट्रीय विवादों का बातचीत एवं मध्यस्थता द्वारा समाधान करना शामिल थे। इस तथा अन्य संबंधित संधियों में शामिल अन्य लक्ष्यों में श्रम दशाएं, मूल निवासियों के साथ न्यायपूर्ण व्यवहार, मानव एवं दवाओं का अवैध व्यापार, शस्त्र व्यपार, वैश्विक स्वास्थ्य, युद्धबंदी तथा यूरोप में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा थे। संघ के पीछे कूटनीतिक दर्शन ने पूर्ववर्ती सौ साल के विचारों में एक बुनियादी बदलाव का प्रतिनिधित्व किया। चूंकि संघ के पास अपना कोई बल नहीं था, इसलिए इसे अपने किसी संकल्प का प्रवर्तन करने, संघ द्वारा आदेशित आर्थिक प्रतिबंध लगाने या आवश्यकता पड़ने पर संघ के उपयोग के लिए सेना प्रदान करने के लिए महाशक्तियों पर निर्भर रहना पड़ता था। हालांकि, वे अक्सर ऐसा करने के लिए अनिच्छुक रहते थे। प्रतिबंधों से संघ के सदस्यों को हानि हो सकती थी, अतः वे उनका पालन करने के लिए अनिच्छुक रहते थे। जब द्वित्तीय इटली-अबीसीनिया युद्ध के दौरान संघ ने इटली के सैनिकों पर रेडक्रॉस के मेडिकल तंबू को लक्ष्य बनाने का आरोप लगाया था, तो बेनिटो मुसोलिनी ने पलट कर जवाब दिया था कि “संघ तभी तक अच्छा है जब गोरैया चिल्लाती हैं, लेकिन जब चीलें झगड़ती हैं तो संघ बिलकुल भी अच्छा नहीं है”.

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राष्ट्रीय हित

राष्ट्रीय हित (national interest, फ्रेंच: raison d'État) से आशय किसी देश के आर्थिक, सैनिक, साम्स्कृतिक लक्ष्यों एवं महत्वाकाक्षाओं से है। राष्ट्रीय हित अंतरराष्ट्रीय राजनीति में महत्त्वपूर्ण स्थान रखता है, क्योंकि राज्यों के आपसी संबंधों को बनाने में इनकी विशेष भूमिका होती है। किसी भी राष्ट्र की विदेश नीति मूलतः राष्ट्रीय हितों पर ही आधारित होती है, अतः उसकी सफलताओं एवं असफलताओं का मूल्यांकन भी राष्ट्रीय हितों में परिवर्तन आता है जिसके परिणामस्वरूप विदेश नीति भी बदलाव के दौर से गुजरती है। .

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राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति

राष्ट्रीय ओलम्पिक समितियाँ (या NOCs) दुनिया भर में ओलम्पिक आंदोलन के राष्ट्रीय घटक हैं। अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति के नियंत्रण में रहते हुए, वे ओलम्पिक खेलों में अपने लोगों की भागीदारी के आयोजन के लिए उत्तरदायी हैं। वे भविष्य के ओलम्पिक खेलों के लिए प्रत्याशी के रूप में अपने स्वायत्त क्षेत्रों के नगरों को मनोनीत कर सकते है। राओस भी अपने भौगोलिक सीमाओं के भीतर राष्ट्रीय स्तर पर अपने खिलाड़ियों के विकास और कोचों और अधिकारियों को प्रशिक्षण दे सकते हैं। वर्ष २००८ तक कुल २०५ रा.ओ.स. है जो प्रभुसत्ता संपन्न और अन्य भौगोलिक क्षेत्रों दोनों का प्रतिनिधित्व कर रहीं हैं। सयुंक्त राष्ट्र के सभी १९२ सदस्यों और १३ अन्य क्षेत्रों की ओलम्पिक समितियां हैं.

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रासायनिक शस्त्र

रासायनिक शस्त्र का प्रतीक उन शस्त्रों को रासायनिक शस्त्र (chemical weapon (CW)) कहते हैं जिसमें किसी ऐसे रसायन का उपयोग किया जाता है जो मानव को मार सकता है या उन्हें किसी प्रकार का नुकसान पहुँचा सकता है। अपनी मारक क्षमता के कारण ये जनसंहार करने वाले शस्त्रों की श्रेणी में आते हैं। रासायनिक शस्त्र, जनसंहार करने वाले शस्त्रों का एक प्रकार है। अन्य जनसंहारक शस्त्र हैं - जैविक शस्त्र (रोग), रासायनिक शस्त्र, तथा रेडियोसक्रिय अस्त्र (radiological weapons)। तंत्रिका गैस, अश्रु गैस, कालीमिर्च स्प्रे ये तीन आधुनिक रासायनिक शत्र के उदाहरण हैं। .

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रासील की लड़ाई

रासील की लड़ाई; Battle of Rasil: रासील की लड़ाई 644 ईस्वी में रशीदुन खिलाफत और राय राजवंश के विरुध्द लड़ी गयी थी और दक्षिण एशिया में रशीदुन खिलाफत की प्रथम मुठभेड़ थी और लड़ाई का सटीक स्थान ज्ञात नहीं है लेकिन इतिहासकारो का मत है की सिँधु नदी के पश्चिम तट पर लड़ी गयी थी। इस अभियान का नेतृव ख़लीफा हजरत उमर ने सुहैल इब्न अदी को सौंपा था सुहैल 643 ईस्वी में वसरा इराक से चलकर मकरान अव वर्तमान पाकिस्तान का हिस्सा है जहा आये यह क्षेत्र सदियों के लिए ससादियनो फारसीयो का परम्पारिक क्षेत्र था लेकिन राय राजवंश के शासकों ने फारसीयो पर आक्रमण करके विजय प्राप्त की इनके बाद रशीदुन खिलाफत ने आक्रमण कर इस क्षेत्र को जीत लिया लेकिन इसे अरब मुसलमनो ने जितने के वाद वहुत जल्दी ही गंवाना पड़ा था। .

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रुहोल्ला खोमैनी

अयातोल्ला अल-उज़्मा सायद रुहोल्ला मोसावि खोमैनी (फ़ारसीروح الله موسوی خمینی), (24 सप्तम्बर, 1902 – 3 जून 1989) शिया मुसल्मान इमाम (अथवा मर्जा) थे। वे ईरान में जन्मे थे। ईरानी क्रान्ति के बाद, उन्होने ईरान में ग्यारह वर्ष शासन किया। वे 1979 से 1989 तक वे ईरान के रहबरे इंकिलाब रहे। उनको सन् १९७९ में टाइम पत्रिका ने साल के सबसे प्रभावशाली नेता के रूप में चुना था। भारतीय मूल के ब्रितानी लेखक सलमान रुश्दी के ख़िलाफ़ फतवा जारी करने और कई राजनैतिक क़ैदियों को मरवाने के आदेश भी उन्होंने ही दिए। .

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रूसी सुखोई एसयू-२४ मारगिराना, २०१५

रुसी लड़ाकू विमान एसयू 24 सीरिया में आईएसआईएस के ठिकानो पर हमला करने के लताकिया की कहामिम एयर बेस से उड़ान भरी थी तुर्की के अनुसार रुसी विमान कई वार तुर्की की सीमा में प्रवेश किया जिससे तुर्की ने चेतावनी दी लेकिन चेतावनी नजरअंदाज करने के कारण तुर्की के एफ 16 लड़ाकू विमानो ने रुसी विमान पर मिसाइल से हमला किया जिससे सीरियाई क्षेत्र में जा गिरा रुसी विमान में एक पायलट तथा एक सैन्य अधिकारी सहित दो सैन्यकर्मी थे जिसमें पायलट को सीरियाई विद्रोहीयो ने पकड़ लिया था और सैन्य अधिकारी की घटना स्थल पर मौत हो गयी थी। .

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रॉयटर्स

रॉयटर्स ग्रुप लिमिटेड (अनौपचारिक रूप से रॉयटर्स) एक विश्वव्यापी समाचार संस्था है "पुलिस ने 'आतंकवादी हमले' पर कहा -- फिलीस्तीनी स्ट्राइक के लिए इसराइल के टर्म" जिसका मुख्यालय यूनाइटेड किंगडम के लंदन शहर में है और जिसके मालिक थॉमसन रॉयटर्स हैं। 2008 में द थॉमसन कॉर्पोरेशन में इसका विलय होने तक रॉयटर्स समाचार एजेंसी एक स्वतंत्र कंपनी रॉयटर्स ग्रुप पीएलसी का एक हिस्सा बनी रही जो एक वित्तीय बाजार डेटा प्रदाता भी थी, समाचार रिपोर्टिंग से कंपनी की आय का 10% से कम थी। थॉमसन रॉयटर्स की सभी वित्तीय बाजार डेटा गतिविधियों को अब एक सिंगल मार्केट्स डिवीजन में एकजुट कर दिया गया है जिसका एक हिस्सा रॉयटर्स समाचार एजेंसी है। .

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रोबोट

एक कारखाने में चीजों को उठाने और सही स्थान पर रखने वाला रोबोट रोबोट एक आभासी (virtual) या यांत्रिक (mechanical)कृत्रिम (artificial) एजेंट है व्यवहारिक रूप से, यह प्रायः एक विद्युत यांत्रिकी निकाय (electro-mechanical system) होता है, जिसकी दिखावट और गति ऐसी होती है की लगता है जैसे उसका अपना एक इरादा (intent) और अपना एक अभिकरण (agency) है।रोबोट शब्द भौतिक रोबोट और आभासी (virtual) सॉफ्टवेयर एजेंट (software agent), दोनों को ही प्रतिबिंबित करता है लेकिन प्रायः आभासी सॉफ्टवेयर एजेंट को बोट्स (bots) कहा जाता है। ऐसी कोई भी सर्वसम्मति नहीं बन पाई है की मशीन रोबोटों के रूप में योग्य हैं, लेकिन एक विशेषज्ञों और जनता के बीच आम सहमति है कि कुछ या सभी निम्न कार्य कर सकता है जैसे: घूमना, यंत्र या कल सम्बन्धी अवयव को संचालित करना, वातावरण की समझ और उसमें फेर बदल करना और बुद्धिमानी भरे व्यवहार को प्रधार्षित करना जो की मानव और पशुओं के व्यवहारों की नक़ल करना। कृत्रिम सहायकों और साथी की कहानिया और और उन्हें बनाने के प्रयास का एक लम्बा इतिहास है लेकिन पूरी तरह से स्वायत्त (autonomous) मशीने केवल 20 वीं सदी में आए डिजिटल (digital) प्रणाली से चलने वाला प्रोग्राम किया हुआ पहला रोबोट युनिमेट (Unimate), १९६१ में ठप्पा बनाने वाली मशीन से धातु के गर्म टुकड़ों को उठाकर उनके ढेर बनाने के लिए लगाया गया था। आज, वाणिज्यिक और औद्योगिक रोबोट (industrial robot) व्यापक रूप से सस्ते में और अधिकसे अधिक सटीकता और मनुष्यों की तुलना में ज्यादा विश्वसनीयता के साथ प्रयोग में आ रहे हैं उन्हें ऐसे कार्यों के लिए भी नियुक्त किया जाता है जो की मानव लिहाज़ से काफी खतरनाक, गन्दा और उबाऊ कार्य होता है रोबोट्स का प्रयोग व्यापक रूप से विनिर्माण (manufacturing), सभा और गठरी लादने, परिवहन, पृथ्वी और अन्तरिक्षीय खोज, सर्जरी, हथियारों के निर्माण, प्रयोगशाला अनुसंधान और उपभोक्ता और औद्योगिक उत्पादन के लिए किया जा रहा है आमतौर पर लोगों का जिन रोबोटों से सामना हुआ है उनके बारे में लोगों के विचार सकारात्मक हैं घरेलू रोबोट (Domestic robot) सफाई और रखरखाव के काम के लिए घरों के आस पास आम होते जा रहे हैंबहरहाल रोबोटिक हथियारों और स्वचालन के आर्थिक प्रभाव को लेकर चिंता बनी हुई है, ऐसी चिंता जिसका समाधान लोकप्रिय मनोरंजन में वर्णित खलनायकी, बुद्धिमान, कलाबाज़ रोबोट के सहारे नहीं होता अपने काल्पनिक समकक्षों की तुलना में असली रोबोट्स अभी भी सौम्य, मंद बुद्धि और स्थूल हैं .

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रोजावा

रोजावा: उत्तरी पूर्वी सीरिया में स्थित तथा इसे पश्चिमी कुर्दीस्तान भी कहते रोजवा के अंतर्गत तीन प्रांत आते है जजीरा, कोबोन, और आफरीन जो एक स्वायंत्तशासी क्षेत्र है ओर रोजवा एक कुर्द बहुल क्षेत्र है अनुमानित 30 से 35 लाख की अबादी है रोजवा क्षेत्र में बहुमत कुर्दो का है लेकिन ईराकी मुस्लमानो के साथ साथ यह ईसाई व यजीदी अल्पसंख्यक सामुदाय भी रहता है। .

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लिपि के अनुसार भाषाओं की सूची

कोई विवरण नहीं।

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लख़मी

५६५ ईसवी के इस नक़्शे में लख़मी और उनके पड़ोसी देखे जा सकते हैं लख़मी (अरबी भाषा:, अल-लख़्मीऊन​; अंग्रेज़ी: Lakhmids) या बनू लख़्म​ (अरबी भाषा) या मुनथ्री (अरबी भाषा) प्राचीनकाल में अरब ईसाईयों का एक समुदाय था जो दक्षिणी इराक़ में बसा करते थे और जिन्होनें २६६ ईसवी में अल-हीरा नमक शहर को अपनी राजधानी बनाया। उस युग के अरब कवियों ने इस शहर की तुलना स्वर्ग से की थी और एक अरबी मुहावरे के अनुसार सेहत के लिए 'अल-हीरा में एक दिन बिताना पूरे एक साल का इलाज करवाने से बेहतर है'।, pp.

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लंबाई के आधार पर नदियों की सूची

एक जलपोत से नील नदी का दृश्य, मिस्र में लक्सर और असवान के बीच. यह पृथ्वी पर सबसे लंबी नदियों की सूची है। इसमें 1,000 किलोमीटर से अधिक वाले नदी तंत्र शामिल हैं। .

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लुसाने की संधि

शान्ति वार्ता के लिये लुसाने में मुस्तफा कमाल लुसाने की संधि (The Treaty of Lausanne) स्विट्जरलैण्ड के लुसाने नगर में २४ जुलाई १९२३ को किया गया एक शान्ति समझौता था। इसके परिणामस्वरूप तुर्की, ब्रिटिश साम्राज्य, फ्रेंच गणराज्य, इटली राजतंत्र, जापान साम्राज्य, ग्रीस राजतंत्र, रोमानिया राजतंत्र तथा सर्व-क्रोट-स्लोवीन राज्य के बीच प्रथम विश्वयुद्ध के आरम्भ के समय से चला आ रहा युद्ध औपचारिक रूप से समाप्त हो गया। यह सेव्रेस की संधि के टूट जाने के बाद शान्ति की दिशा में किया गया दूसरा प्रयास था। .

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लैवेंडर

लैवेंडर (लैवेन्डुला) पुदिना परिवार लैमिआसे के 39 फूल देने वाले पौधों में से एक प्रजाति है। एक पुरानी विश्व प्रजाति मकारोनेसिया (केप वर्डे और कैनरी द्वीप और मैदेरा) अफ्रीका, भूमध्यसागरीय, दक्षिणी पश्चिमी एशिया, अरब, पश्चिमी ईरान और दक्षिण पूर्व भारत के पार से वितरित हुई.

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लेवंट

लेवंट (अरबी) या बिलाद अश-शाम (अरबी) या शाम (अंग्रेज़ी: Levant) पश्चिमी एशिया का भूमध्य सागर के पूर्वी छोर से लगा हुआ एक ऐतिहासिक क्षेत्र है। यह सीरिया पर केन्द्रित है लेकिन लेबनान, जोर्डन, इस्राइल, फ़िलिस्तीन, सायप्रस और दक्षिणी तुर्की का कुछ भाग भी इसमें सम्मिलित हैं। कभी-कभी इराक़ का पश्चिमी हिस्सा और सीनाई प्रायद्वीप भी इसका हिस्सा माने जाते हैं। .

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ली कोर्बुज़िए

चार्ल्स एदुआर् जिआन्नेरे-ग्रि, जो खुद को ली कोर्बुज़िए कहलाना पसंद करते थे (६ अक्टूबर १८८७ – २७ अगस्त १९६५), एक स्विस-फ़्रांसीसी आर्किटेक्ट, रचनाकार, नगरवादी, लेखक व रंगकार, थे और एक नई विधा के अग्रणी थे, जिसे आजकल आधुनिक आर्किटेक्चर या अंतर्राष्ट्रीय शैली कहा जाता है। इनका जन्म स्विट्ज़र्लैंड में हुआ था, लेकिन ३० वर्ष की आयु के बाद वे फ़्रांसीसी नागरिक बन गए। आधुनिक उच्च रचना की पढ़ाई के ये अग्रणी थे और भीड़ भाड़ वाले शहरों में बेहतर स्थितियाँ बनाने के प्रति समर्पित थे। उनका कार्य पाँच दशकों में निहित था और उनकी इमारते केंद्रीय यूरोप, भारत, रूस औ उत्तर व दक्षिण अमरीका में एक एक थीं। वे एक नगर नियोजक, चित्रकार, मूर्तिकार, लेखक, व आधुनिक फ़र्नीचर रचनाकार भी थे। .

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शामल

यह मेसोपोटामिया (इराक) तथा फारस की खाडी में चलने वाली गर्म तथा शुष्क उत्तर-पूर्वी हवा हैं। श्रेणी:स्थानीय पवन.

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शिया चंद्र

मध्य पूर्व में शिया चंद्र की भौगोलिक अवस्थिति का काल्पनिक मानचित्रशिया चंद्र (Shia Crescent), मध्य-पूर्व में शिया मुस्लिम अवस्थिति को व्याख्यायित करने वाली, एक भू-राजनैतिक अवधारणा है। इस पद का प्रयोग मध्य-पूर्व की राजनीति में शिया दृष्टिकोण से क्षेत्रीय सहयोग की क्षमता को दर्शाने के लिए किया जाता रहा है। जर्मनों में अवधारणा के तौर पर इस पद का प्रयोग आम है। जर्मन भाषा में इसे शिया अर्द्धचंद्र कहते हैं। शिया चंद्र नामक पद गढ़ने का श्रेय जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय को जाता है, जिसके बाद यह शब्द राजनीतिक बहसों में लोकप्रिय हो गया। अज़रबेजान, ईरान, ईराक, बहरीन तथा लेबनान आदि देशों में शिया बहुसंख्यक हैं। सम्मिलित तौर पर इन देशों से एक अर्द्धचंद्राकार आकृति बनती है। तुर्की, यमन, अफ़गानिस्तान, कुवैत, पाकिस्तान, सउदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, भारत तथा सीरिया में भी शिया अल्पसंख्यकों की एक बड़ी मात्रा निवास करती है। .

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शिया इस्लाम

अरबी लिपि में लिखा शब्द-युग्म "मुहम्मद अली" इस शिया विश्वास को दिखाता है कि मुहम्मद और अली में निष्ठा दिखाना एक समान ही है। इसको उलटा घुमा देने पर यह "अली मुहम्मद" बन जाता है। शिया एक मुसलमान सम्प्रदाय है। सुन्नी सम्प्रदाय के बाद यह इस्लाम का दूसरा सबसे बड़ा सम्प्रदाय है जो पूरी मुस्लिम आबादी का केवल १५% है। सन् ६३२ में हजरत मुहम्मद की मृत्यु के पश्चात जिन लोगों ने अपनी भावना से हज़रत अली को अपना इमाम (धर्मगुरु) और ख़लीफा (नेता) चुना वो लोग शियाने अली (अली की टोली वाले) कहलाए जो आज शिया कहलाते हैं। लेकिन बहोत से सुन्नी इन्हें "शिया" या "शियाने अली" नहीं बल्कि "राफज़ी" (अस्वीकृत लोग) नाम से बुलाते हैं ! इस धार्मिक विचारधारा के अनुसार हज़रत अली, जो मुहम्मद साहब के चचेरे भाई और दामाद दोनों थे, ही हजरत मुहम्मद साहब के असली उत्तराधिकारी थे और उन्हें ही पहला ख़लीफ़ा (राजनैतिक प्रमुख) बनना चाहिए था। यद्यपि ऐसा हुआ नहीं और उनको तीन और लोगों के बाद ख़लीफ़ा, यानि प्रधान नेता, बनाया गया। अली और उनके बाद उनके वंशजों को इस्लाम का प्रमुख बनना चाहिए था, ऐसा विशवास रखने वाले शिया हैं। सुन्नी मुसलमान मानते हैं कि हज़रत अली सहित पहले चार खलीफ़ा (अबु बक़र, उमर, उस्मान तथा हज़रत अली) सतपथी (राशिदुन) थे जबकि शिया मुसलमानों का मानना है कि पहले तीन खलीफ़ा इस्लाम के गैर-वाजिब प्रधान थे और वे हज़रत अली से ही इमामों की गिनती आरंभ करते हैं और इस गिनती में ख़लीफ़ा शब्द का प्रयोग नहीं करते। सुन्नी मुस्लिम अली को (चौथा) ख़लीफ़ा भी मानते है और उनके पुत्र हुसैन को मरवाने वाले ख़लीफ़ा याजिद को कई जगहों पर पथभ्रष्ट मुस्लिम कहते हैं। इस सम्प्रदाय के अनुयायियों का बहुमत मुख्य रूप से इरान,इराक़,बहरीन और अज़रबैजान में रहते हैं। इसके अलावा सीरिया, कुवैत, तुर्की, अफ़ग़ानिस्तान, पाकिस्तान, ओमान, यमन तथा भारत में भी शिया आबादी एक प्रमुख अल्पसंख्यक के रूप में है। शिया इस्लाम के विश्वास के तीन उपखंड हैं - बारहवारी, इस्माइली और ज़ैदी। एक मशहूर हदीस मन्कुनतो मौला फ़ हा जा अली उन मौला, जो मुहम्मद साहब ने गदीर नामक जगह पर अपने आखरी हज पर खुत्बा दिया था, में स्पष्ट कह दिया था कि मुसलमान समुदाय को समुदाय अली के कहे का अनुसरण करना है। .

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शिलारस

बिना साफ़ किया शिलारस (कच्चा शिलारस) शिलारस (पेट्रोलियम) एक अत्यधिक उपयोगी पदार्थ हैं, जिसका उपयोग देनिक जीवन में बहुत अधिक होता हैं। शिलारस वास्तव में उदप्रांगारों का मिश्रण होता है। इसका निर्माण भी कोयले की तरह वनस्पतियों के पृथ्वी के नीचे दबने तथा कालांतर में उनके ऊपर उच्च दाब तथा ताप के आपतन के कारण हुआ। प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले शिलारस को अपरिष्कृत तेल (Crude Oil) कहते हैं जो काले रंग का गाढ़ा द्रव होता है। इसके प्रभाजी आसवन (फ्रैक्शनल डिस्टिलेशन) से केरोसिन, पेट्रोल, डीज़ल, प्राकृतिक गैस, वेसलीन,तारकोल ल्यूब्रिकेंट तेल इत्यादि प्राप्त होते हैं। दरअसल जब तेल के भंडार पृथ्वी पर कहीं ढूंढे जाते हैं, तब यह गाढ़े काले रंग का होता है। जिसे क्रूड ऑयल कहा जाता है और इसमें उदप्रांगारों की बहुलता होती है। उदप्रांगारों की खासियत यह होती है कि इनमें मौजूद हाइड्रोजन और प्रांगार के अणु एक दूसरे से विभिन्न श्रृंखलाओं में बंधे होते हैं। ये श्रृंखलाएं तरह-तरह की होती हैं। यही श्रृंखलाएं विभिन्न प्रकार के तेल उत्पादों का स्रोत होती हैं। इनकी सबसे छोटी श्रृंखला मिथेन नामक प्रोडक्ट का आधार बनती है। इनमें लंबी श्रृंखलाओं वाले उदप्रांगारों ठोस जैसे कि मोम या टार नामक उत्पाद का निर्माण करते हैं। सछिद्र चट्टान (4) में शिलारस स्थित है। जब पृथ्वी से तेल खोद कर निकाला जाता है उस वक्त अपरिष्कृत तेल (क्रूड ऑयल) ठोस रूप में होता है। इससे तेल के विभिन्न रूप पाने के लिए अपरिष्कृत तेल में मौजूद उदप्रांगार के विभिन्न चेन को अलग करना पड़ता है। उदप्रांगार के विभिन्न चेनों को अलग करने की प्रक्रिया रासायनिक क्रांस जोड़ने उदप्रांगार कहलाती है। जिसे हम शोधन प्रक्रिया के नाम से जानते हैं। यह शोधन प्रक्रिया शोधन कारखानें (रिफाइनरीज) में होती है। एक तरह से यह शोधन बेहद आसान भी होता है और मुश्किल भी। यह सरल तब होता है जब क्रूड ऑयल में पाए जाने वाले उदप्रांगारों के बारे में पता हो और मुश्किल तब जब इसकी जानकारी नहीं होती है। दरअसल हर प्रकार के उदप्रांगारों का क्वथनांक के, अलग-अलग होता है इस तरह आसवन की प्रक्रिया से उन्हें आसानी से अलग किया जा सकता है। तेल शोधक कारखाना की पूरी प्रक्रिया में यह एक महत्वपूर्ण चरण होता है। दरअसल अपरिष्कृत तेल को अलग-अलग तापमान पर गर्म करके वाष्प एकत्रित करके तथा उसे दोबारा संघनित करके उदप्रांगार की अलग-अलग चेन निकाल ली जाती हैं। तेल शोधक कारखाना (ऑयल रिफाइनरी) में शोधन का यह सबसे सामान्य और पुराना तरीका है। उबलते तापमान का उपयोग करने वाली इस विधि को प्रभाजी आसवन कहते हैं। आसवन का एक तरीका यह भी होता है कि उदप्रांगार की एक लंबी चेन को जैसे का तैसा निकाल लेने के बजाए उसे छोटी-छोटी चेन्स में तोड़कर निकाल लिया जाता है। इस प्रक्रिया को रासायनिक प्रसंस्करण कहते हैं। तो बच्चे अब आप समझ गए होंगे कि पेट्रोल और कैरोसिन के अलावा दूसरे ईंधन कैसे बनते हैं। इस सारी प्रक्रिया में तेल शोधक कारखाना की अहम भूमिका हो .

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शक्‍ति-संतुलन

शक्‍ति-संतुलन का सिद्धान्त (balance of power theory) यह मानता है कि कोई राष्ट्र तब अधिक सुरक्षित होता है जब सैनिक क्षमता इस प्रकार बंटी हुई हो कि कोई अकेला राज्य इतना शक्तिशाली न हो कि वह अकेले अन्य राज्यों को दबा दे। .

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सद्दाम हुसैन

२००४ में सद्दाम हुसैन सद्दाम हुसैन अब्द अल-माजिद अल-तिक्रिती (अरबी: صدام حسين عبد المجيد التكريتي) दो दशक तक (16 जुलाई, 1979 से 9 अप्रैल, 2003 तक) इराक़ के राष्ट्रपति रह चुके है। उन्हें 30 दिसम्बर 2006 को उत्तरी बगदाद में स्थानीय समय के अनुसार सुबह ६ बजे फाँसी दी गई थी। ३१ वर्ष की आयु में सद्दाम हुसैन ने जनरल अहमद अल बक्र के साथ मिल कर इराक की सत्ता हासिल की। 1979 में वह खुद इराक के राष्ट्रपति बन गए। सन् 1982 में इराक में हए दुजैल जनसंहार मामले में फाँसी की सजा मिली। .

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सफ़ेद बारादरी

सफ़ेद बारादरी (سفید بارادری) (जिसका अर्थ है, 'श्वेत वर्ण का बारह द्वारों वाला महल') उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कैसरबाग मोहल्ले में स्थित एक श्वेत संगमर्मर निर्मित महल है जिसका निर्माण वाजिद अली शाह ने करवाया था। सफ़ेद बारादरी का निर्माण अवध के तत्कालीन नवाब वाजिद अली शाह ने मातमपुर्सी के महल के रूप में १८४५ में करवाया था और इसका नाम कस्र-उल-अज़ा रखा था। इसको इमाम हुसैन के लिये अज़ादारी अर्थात् मातमपुर्सी हेतु इमामबाड़ा रूप में करवाय़ा था। कुछ अन्य सूत्रों के अनुसार नवाब ने इसका निर्माण १८४८ में आरम्भ करवाया था जो १८५० में पूरा हुआ। इनके अनुसार इसको मुख्यतः नवाब वाजिद अली शाह के हरम में रहने वाली महिलाओं के लिए करवाया गया था। .

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सबवे (रेस्तरां)

सबवे एक अमेरिकी रेस्तरां फ़्रैन्चाइज़ है जो मुख्यतः सबमरीन सैंडविच (सब्स), सलाद और व्यक्तिगत पिज़्ज़ा बेचता है। यह डॉक्टर्स एसोसिएट्स, इंक. के स्वामित्व में और उसके द्वारा संचालित है। (DAI).

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सर-ए-संग

सर-ए-संग (फ़ारसी:, अंग्रेज़ी: Sar-i Sang) उत्तरी अफ़ग़ानिस्तान के बदख़्शान प्रान्त के कूरान व मुन्जान ज़िले में कोकचा नदी की घाटी में स्थित एक बस्ती है। यह अपनी लाजवर्द (लैपिस लैज़्यूली) की खान के लिए मशहूर है जहाँ से हज़ारों सालों से यह मूल्यवान पत्थर निकाला जा रहा है। प्राचीन दुनिया में साइबेरिया की छोटी-मोटी दो-एक खानों को छोड़कर यह विश्व का एकमात्र लाजवर्द का स्रोत होता था। सर-ए-संग का लाजवर्द दुनिया का सब से उत्तम कोटि का लाजवर्द माना जाता है। २००० ईसापूर्व में अपने चरम पर सिन्धु घाटी सभ्यता ने भी यहाँ के शोरतुगई इलाक़े के पास एक व्यापारिक बस्ती बनाई थी जिसके ज़रिये लाजवर्द भारतीय उपमहाद्वीप के अलावा प्राचीन मिस्र और मेसोपोटामिया की सभ्यताओं तक भी पहुँचाया जाता था।, Peter Roger Moorey, Eisenbrauns, pp.

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सलाहुद्दीन प्रान्त

सलाहुद्दीन प्रान्त(अरबी) कहते हैं इराक़ का एक प्रान्त है। तिकरीत इस प्रान्त की राजधानी है हालाँकि सामर्रा का अधिक बड़ा शहर भी इसी प्रान्त में है। .

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सलाउद्दीन

सलाउद्दीन: अंग्रेजी An-Nasir Salah ad-Din Yusuf ibn Ayyub (अरबी सलाउद्दीन युसुफ इब्न अय्युब) जन्म: 1138, निधन 4 मार्च 1193 बारहवीं शताब्दी का एक कुर्द मुस्लिम योद्धा था, जो समकालीन उतरी इराक का रहने वाला था।उस समय के देश (शाम) सीरिया और मिस्त्र का शासक था सीरिया और मिस्त्र के सुल्तान नुरुद्दीन जंगी की मृत्यु के बाद उसके दो भाई शासन करने लगे,लेकिन जब एक के बाद दोनों भाइयो की मृत्यु हो गई तो अब नुरुद्दीन जंगी का सबसे बफादार और करीबी सलाउद्दीन को शासक बनाया गया। सलाउद्दीन ने ११८७ में जब येरुशलम पर विजय प्राप्त करी तो पोप के आह्वाहन पर इंग्लैंड का बादशाह रिचर्ड दा लाइन हार्ट (Richard the Lionheart) फ्रांस का बादशाह और जर्मनी का बादशाह फेडरिक (Frederick Barbarossa) की सेना ने हमला किया लेकिन सलुद्दीन ने अलग अलग युध्दो में फेडरिक की सेनाओ को पराजित किया। वह जितना बड़ा योद्धा था, उतना ही बड़ा और कुशल शासक था।इसके साथ ही न्यायप्रिय और रहम दिल भी था।यही कारण है कि यूरोप के इतिहासकार भी उसके सम्मान और महानता में प्रसंशा करते है।एक बार जब इंग्लैंड के शासक रिचर्ड ने मुसलमानों से अकरा का किला जीत लिया और मुस्लिम सेना ने किले को घेर लिया और युद्ध आरंभ हो गया,उसी समय रिचर्ड बीमार पड़ गया और कोई अच्छा हकीम (वेध)नहीं मिल रहा था,तब सलाउद्दीन ने अपना हकीम को दवाइयों के साथ रिचर्ड के पास भेजा और उसका इलाज करवाया। इस्लामी इतिहासकार तो यह तक कह देते हैं कि इस्लामी रशीदुन खलीफाओँ के बाद इतना कुशल शासक चरित्रवान और योद्धा कोई नहीं हूआ। बारहवीं सदी के अंत में उसके अभियानों के बाद ईसाई-मुस्लिम द्वंद्व में एक निर्णायक मोड़ आया और जेरुशलम के आसपास कब्जा करने आए यूरोपी ईसाईयों का सफाया हो गया। क्रूसेड युध्दो में ईसाईयों को हराने के बावजूद उसकी यूरोप में छवि एक कुशल योद्धा तथा विनम्र सैनिक की तरह है। सन् १८९८ में जर्मनी के राजा विलहेल्म द्वितीय ने सलाउद्दीन की कब्र को सजाने के लिए पैसे भी दिए थे। उसकी मृत्यु के समय उसके पास कुछ दिरहम मात्र ही थे,क्योंकि वह अपनी आय को लोगो की भलाई के लिए खर्च कर देता था। उसकी मृत्यु के समय क्रिया-कर्म भी उसके मित्रो ने मिलके करबाया। सलाउद्दीन की प्रसिद्धी इस बात से की जा सकती है कि फिलिस्तीन में बच्चे उसके शोर्य का गान करते हूए कहते हैं - " नाह नू उल मुसलमीन,कुल्लू नस सलाउद्दीन" इसका अर्थ है कि हम मुसलमानों के बेटे है और हममे सब सलाउद्दीन है। .

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साधारण छिपकली

साधारण छिपकली (Hemidactylus flaviviridis, Yellow-bellied House Gecko) एक प्रकार की छिपकली है जो भारतीय उपमहाद्वीप, अफ़्ग़ानिस्तान, ईरान, इराक़, ओमान, क़तर, साउदी अरब, इथियोपिया, इत्यादि में आम पाई जाती है। .

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सामर्रा

सामर्रा (अरबी:, अंग्रेज़ी: Samarra) मध्य इराक़ के सलाहुद्दीन प्रान्त में स्थित एक शहर है। यह दजला नदी के पूर्वी किनारे पर बसा हुआ है और राष्ट्रीय राजधानी बग़दाद से लगभग १२५ किमी उत्तर में है। यह एक ऐतिहासिक शहर है जहाँ मानवी संस्कृति ५५०० ईसापूर्व से ही शुरू हो गई थी। यहाँ शिया समुदाय के लिए महत्वपूर्ण अल-अस्करी मस्जिद स्थित है जिसमें शियाओं के दसवें इमाम (अली अल-हादी) और ग्यारहवें इमाम (हसन अल-अस्करी) की मज़ारें स्थित हैं। इसके अलावा इसी शहर में अब्बासी ख़िलाफ़त के ख़लीफ़ा अल-मुतवक्किल​ द्वारा ८५१ ईसवी में पूरी की गई सामर्रा की महान मस्जिद भी स्थित है जो अपनी अनोखी मलवीआ मीनार के लिए मशहूर है। सन् २००७ में यूनेस्को ने सामर्रा को एक विश्व धरोहर स्थल घोषित कर दिया।, BBC News, Accessed 2010-05-23 .

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सामर्रा की महान मस्जिद

सामर्रा के महान मस्जिद; इराक के सामर्रा शहर में स्थित नौवीं सदी की मस्जिद है। मस्जिद का निर्माण अब्बासी खलीफा मुतावक्किल ने 851 ईस्वी कराया था खलीफा मुतावक्किल ने 847 से 861 ईस्वी तक सामर्रा में शासन किया था। .

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सामूहिक सुरक्षा

300px सामूहिक सुरक्षा (Collective security) से आशय ऐसी क्षेत्रीय या वैश्विक सुरक्षा-व्यवस्था से है जिसका प्रत्येक घटक राज्य यह स्वीकारता है कि किसी एक राज्य की सुरक्षा सभी की चिन्ता का विषय है। यह मैत्री सुरक्षा (alliance security) की प्रणाली से अधिक महत्वाकांक्षी प्रणाली है। .

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सामी-हामी भाषा-परिवार

सामी-हामी (अथवा अफ़्रो-एशियाई) भाषा-परिवार (अंग्रेज़ी::en:Afro-Asiatic languages) मध्य-पूर्व (एशिया) और उत्तरी अफ़्रीका की कई सम्बन्धित भाषाओं का समूह है। इस परिवार की सामी शाखा साउदी अरब, फ़िलिस्तीन, इस्राइल, इराक़, सीरिया (शाम), मिस्र, यार्दन, इथियोपिया, तुनीसिया, अल्जीरिया, मोरोक्को, इत्यादि में और हामी शाखा लीबिया, सोमालीलैंड, मिस्र और इथियोपिया में फ़ैली हुई हैं। इसकी शामी शाखा में इब्रानी, अरबी, अरामी, प्राचीन सुमेरियाई शामिल हैं और हामी शाखा में प्राचीन मिस्री, कॉप्टिक, सोमाली, गल्ला, नामा, आदि भाषाएँ आती हैं। इस वर्ग की भाषाएँ अन्तर्मुखी श्लिष्ट-योगातमक होती हैं। उदाहरण के तौर पर अरबी में क्-त्-ल् (मारना) धातु से बीच में स्वर घुसाने पर कई नये शब्द बनते हैं, जैसे: कत्ल (हत्या), कातिल (हत्यारा), कित्ल (दुश्मन) और यक्तुल (वो मारता है)। श्रेणी:भाषा-परिवार.

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सारा पॉलिन

सारा लुईस पॉलिन (पूर्वकुलनाम - हीथ; जन्म - 11 फ़रवरी 1964) एक अमेरिकी राजनेत्री, लेखिका, वक्ता और राजनीतिक समाचारों की भाष्यकार हैं जो अलास्का की गवर्नर निर्वाचित होने वाली अब तक की सबसे युवा व्यक्ति और पहली महिला थी। उन्होंने 2006 से 2009 में इस्तीफ़ा देने तक गवर्नर के रूप में अपनी सेवा प्रदान की। अगस्त 2008 के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के प्रार्थी जॉन मैककेन द्वारा उसी वर्ष के राष्ट्रपति पद के चुनाव में उनके साथी उम्मीदवार के रूप में चुनी जाने वाली पॉलिन एक बहुमत पार्टी के राष्ट्रीय टिकट की पहली अलास्कन उमीदवार के साथ-साथ रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से उप-राष्ट्रपति पद की पहली महिला उम्मीदवार थी। 3 जुलाई 2009 को पॉलिन ने घोषणा की कि वह गवर्नर के रूप में फिर से निर्वाचित होने की मांग नहीं करेगी और साथ में यह भी कहा कि अपने कार्यकाल के पूरे होने से अठारह महीने पहले 26 जुलाई 2009 को प्रभावी रूप से इस्तीफ़ा देने वाली है। उन्होंने नैतिकता की शिकायतों का उदाहरण प्रस्तुत किया जिसे जॉन मैककेन की साथी उम्मीदवार के रूप में उनके चुने जाने के बाद दायर किया गया था जो उनकी इस्तीफ़ा के कई कारणों में से एक कारण था, उन्होंने कहा कि राज्य का शासन-कार्य करने की उनकी क्षमता पर इस परिणामी जांच-पड़ताल का काफी असर पड़ा था। 2008 में मैककेन-पॉलिन टिकट की हार से पहले यह अटकलबाज़ी शुरू हो गई थी कि वह रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से 2012 में राष्ट्रपति पद के नामांकन के लिए खड़ी होगी। फरवरी 2010 में उन्होंने अपने बयान में कहा कि वह इसकी सम्भावना का विकल्प खुला रखेंगी.

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सिंजार

सिंजार (अरबी:, कुर्दी: Şengal, सीरियाई: ܫܝܓܪ, अंग्रेज़ी: Sinjar) पश्चिमोत्तरी इराक़ के नीनवा प्रान्त का एक शहर है। यह सीरिया की सरहद के बहुत पास स्थित है। सिंजार में अधिकतर यज़ीदी लोग रहते हैं, हालांकि कुछ कुर्द, अरब और असीरियाई लोग भी हैं। इस शहर के आसपास के क्षेत्र को 'सिंजार मैदान' बुलाया जाता है और यहाँ के नज़दीक स्थित पहाड़ों को भी 'सिंजार पहाड़', या अरबी भाषा में 'जबल सिंजार', कहा जाता है। आधुनिक काल में सिंजार का इलाक़ा ही यज़ीदी समुदाय का प्रमुख केंद्र है।, Gabor Agoston, Bruce Alan Masters, pp.

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संयुक्त राष्ट्र न्यास परिषद

संयुक्त राष्ट्र न्यास परिषद; United Nations Trusteeship Council; न्यास परिषद के पांच सदस्यों में सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य ही शामिल होते हैं इसकी स्थापना ऐसे न्यास प्रदेशों के पर्यवेक्षण हेतु की गयी थी, जहां द्वितीय विश्वयुद्ध की समाप्ति के बाद स्वायत्त शासन की शुरूआत नहीं हो सकी थी। न्यास प्रदेशों को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय XII के अनुसार अंतरराष्ट्रीय न्यास व्यवस्था के अधीन रखा गया था। इस व्यवस्था का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय शांति व सुरक्षा को बनाये रखना, न्यास प्रदेशों की जनता के हितों को सवर्धित करना बिना किसी भेदभाव के मानव-अधिकारों एवं मौलिक स्वतंत्रताओं के प्रति सम्मान को बढ़ावा देना तथा सभी न्यास क्षेत्रों में संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों का उनके नागरिकों के साथ समान व्यवहार को सुनिश्चित करना है। मूल रूप में 11 न्यास प्रदेश थे। न्यास परिषद का कार्य इन क्षेत्रों में स्वतंत्र या स्वायत्त शासन की स्थापना में सहायता देना था। 31 अक्टूबर, 1994 तक सभी न्यास प्रदेशों को पृथक्रा ज्यों या पड़ोसी देशों के साथ विलीनीकरण के रूप में स्वतंत्रता प्राप्त हो चुकी थी। पलाऊ द्वीप समूह ऐसा अंतिम न्यास क्षेत्र था, जिस पर संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा प्रशासन किया जा रहा था। पलाऊ में सुरक्षा परिषद द्वारा न्यास समझौता समाप्त किये जाने के पश्चात् 1 नवंबर, 1994 को न्यास परिषद ने अपने कार्य औपचारिक रूप से निलंबित कर दिये। फिर भी, न्यास परिषद का विघटन नहीं किया गया था। यह इस प्रावधान के साथ अस्तित्व में बनी रही कि आवश्यकता के अनुसार इसे पुनः क्रियाशील किया जा सकता है। हाल ही में, न्यास परिषद की भूमंडलीय पर्यावरण व संसाधन प्रणाली के न्यासी रूप में उपयोग करने का प्रस्ताव भी सामने रखा गया है। .

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संयुक्त राष्ट्र शांतिस्थापन

इस लेख में संयुक्त राष्ट्र संघ ने अब तक जिन विवादों हल करने में सफलता पायी है, उनका वर्णन किया गया है। .

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संयुक्त राज्य अमेरिका में विदेशी आतंकवादी प्रवेश से राष्ट्र की सुरक्षा

27 जनवरी 2017 को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 'संयुक्त राज्य अमेरिका में विदेशी आतंकवादी प्रवेश से राष्ट्र की सुरक्षा' (अंग्रेजी:Protecting the Nation from Foreign Terrorist Entry into the United States) नामक 'कार्यकारी आदेश 13769' पर हस्ताक्षर किए। यह आदेश बड़े पैमाने पर मध्य पूर्व और अफ्रीका के कई देशों से पर्यटकों और व्यक्तियों के आव्रजन को प्रतिबंधित करता है। यह आदेश अमेरिका शरणार्थी प्रवेश कार्यक्रम (USRAP) को 120 दिनों के लिए निलंबित करने के साथ ही लीबिया, ईरान, इराक, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन के लोगों का अमेरिका में प्रवेश 90 दिनों के लिए प्रतिबंधित करता है भले ही उनकी वीजा या स्थायी निवास की स्थिति कुछ भी हो, हालांकि अपवाद स्वरूप कुछ मामलों में मामला-दर-मामला आधार पर निर्णय लिया जा सकता है। इस आदेश के कारण 28 जनवरी, 2017 को, एक अनुमान के अनुसार 100-200 यात्रियों को विभिन्न अमेरिकी हवाई अड्डों पर हिरासत में लिया गया, और सैकड़ों को अमेरिका जाने वाली उड़ानों में सवार होने से रोका गया। आदेश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना का शिकार होना पड़ा, न्यूयॉर्क के जॉन एफ कैनेडी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में और अन्य अमेरिकी हवाई अड्डों पर विरोध प्रदर्शन हुए, और अमेरिकन सिविल लिबर्टीज यूनियन (ACLU) ने इसके खिलाफ एक मुकदमा दायर किया। 28 जनवरी, 2017 को एक संघीय अदालत ने आदेश के कुछ हिस्सों पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी, लेकिन अदालत ने न तो प्रभावित लोगों के देश में आने के बारे में कुछ कहा है न ही इसकी संवैधानिकता को लेकर कोई सवाल उठाया है। 29 जनवरी, 2017 को एक और संघीय अदालत ने अस्थायी रूप से उन सभी प्रभावित लोगों की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी जो इस आदेश की अनुपस्थिति में कानूनी रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवेश करने के अधिकारी थे। .

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संजय गुप्ता

संजय गुप्ता (जन्म 23 अक्टूबर 1969) एक अमेरिकी न्यूरोसर्जन और एमोरी विश्वविद्यालय मेडिसीन स्कूल में न्यूरोसर्जरी के सहायक प्रोफेसर हैं और अट्लांटा के ग्रेडी मेमोरियल अस्पताल में न्यूरोसर्जरी सेवा में प्रमुख सहयोगी हैं। जनवरी 2009 में यह बताया गया कि ओबामा के प्रशासन में गुप्ता को संयुक्त राज्य का सर्जन जनरल बनाने की पेशकश की गई थी। मार्च 2009 में गुप्ता ने विचारधीन पद से अपना नाम वापस ले लिया। 1997 से 1998 तक उन्होंने पंद्रह व्हाइट हाउस सदस्यों में से एक रूप में अपनी सेवा दी, मुख्य रूप से वे हिलेरी क्लिंटन के सलाहकार रहे.

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सउदी अरब

सउदी अरब मध्यपूर्व में स्थित एक सुन्नी मुस्लिम देश है। यह एक इस्लामी राजतंत्र है जिसकी स्थापना १७५० के आसपास सउद द्वारा की गई थी। यहाँ की धरती रेतीली है तथा जलवायु उष्णकटिबंधीय मरुस्थल। यह विश्व के अग्रणी तेल निर्यातक देशों में गिना जाता है। सउदी अरब के पश्चिम की ओर लाल सागर है और उसके पार मिस्र। दक्षिण की ओर ओमान और यमन हैं और उनके दक्षिण में हिन्द महासागर। उत्तर में इराक और ज़ॉर्डन की सीमा लगती है जबकि पूरब में फारस की खाड़ी और कुवैत तथा संयुक्त अरब अमीरात। इसरायल-फ़िलिस्तीन का क्षेत्र इसके उत्तर की दिशा में है और अरबों ने इसके इतिहास को बहुत प्रभावित किया है। यहाँ इस्लाम के प्रवर्तक मुहम्मद साहब का जन्म हुआ था और यहाँ इस्लाम के दो सबसे पवित्र स्थल मक्का और मदीना अवस्थित हैं। इस्लाम में हज का स्थान मक्का बताया गया है और दुनिया के सारे मुसलमान मक्का की ओर ही नमाज अदा करते हैं। यहाँ के मुसलमान मुख्यतः सुन्नी हैं और इस्लाम की राजनैतिक राजधानी के इस देश से बाहर रहने के बावजूद इस देश के लोगों ने इस्लाम धर्म पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। .

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सुमेर

first farmers from Samara arrive in Sumer, and build shrine and settlement at Eridu आजकल के ईराक क्षेत्र यानि प्राचीन मेसोपोटामिया की सबसे पहली मानव सभ्यता। इसका काल ईसा के पूर्व ४५०० से १९०० के साल तक माना जाता है। बीच में २३००-२१०० ईसापूर्व के दौरान अक्कद ने सुमेर पर प्रभुता हासिल की, लेकिन अक्कद के पतन के बाद सुमेर फिर से मजबूत हुआ। माना जाता है सुमेर के शासक सेमेटिक नहीं थे - यानि आज के यहूदियों या अरब मुसलमानों के पूर्वज नहीं थे। सुमेरी तथा अक्कदी (सेमेटिक) भाषाओं के बीच आदान प्रदान हुआ लगता है। .

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सुलयमानियाह प्रान्त

सुलयमानियाह प्रान्त के ज़िले और उपज़िले (पुराना नक़्शा - ज़िलों का पुनर्संगठन हुआ है) सुलयमानियाह प्रान्त, जिसे अस-सुलयमानियाह (अरबी) और सुलेमानी (कुर्दी) भी कहा जाता है, इराक़ का एक प्रान्त है। दोहूक प्रान्त और अरबील प्रान्त के साथ यह प्रान्त भी इराक़ के स्वशासित कुर्दिस्तान क्षेत्र में आता है जहाँ कुर्दी लोगों की अपनी कुर्दिस्तान क्षेत्रीय सरकार चलती है। सुलयमानियाह प्रान्त की पूर्व में ईरान के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमा है। .

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सुलेमान प्रथम

सुलेमान प्रथम, सुलेमान क़ानूनी, सुलेमान महान या शानदार सुलेमान (उस्मानी तुर्की: سلطان سليمان اول‎ सुल्तान सुलेमान अव्वल, आधुनिक तुर्की: Süleyman I या Kanunî Sultan Süleyman) उस्मानी सल्तनत के दसवें शासक थे जिन्होंने 1520 से 1566, 46 साल तक शासन किया। वे सम्भवतः उस्मानी सल्तनत के सबसे महान शासकों में से एक थे जिन्होंने अपने अनोखी न्यायप्रणाली और अतुलनीय प्रबन्धन की बदौलत समस्त इस्लामी विश्व को समृद्धि और विकास का मार्ग पर लाया था। उन्होंने सल्तनत के लिए क़ानून की विशेष व्यवस्था स्थापित की थी और इस कारण से उन्हें सुलेमान क़ानूनी के नाम से याद किया जाता है। पश्चिमी विश्व उनकी महानता से इतने प्रभावित हुए कि पश्चिमी लेखकों ने उन्हें शानदार सुलेमान का नाम दिया। उनकी सरकार के मुख्य इलाक़ों में हिजाज़, तुर्की, मिस्र, अल्जीरिया, इराक़, कुर्दिस्तान, यमन, शाम, फ़ारस की खाड़ी और भूमध्य तटीय क्षेत्र, यूनान और हंगरी शामिल थे। .

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सुखोई एसयू-17

सुखोई एसयू-17 (Sukhoi Su-17) (नाटो रिपोर्टिंग नाम: फिटर) एक सोवियत लड़ाकू-बमवर्षक विमान है जो सुखोई एसयू-7 से विकसित हुआ है। इसने कई सेनाओ मे कई साल तक कार्य किया है सोवियत सेना के बाद मे इसका उपयोग रूस ने भी किया था। यह व्यापक रूप से पूर्वी ब्लॉक, अरब वायु सेना, अंगोला और पेरू को सुखोई एसयू-20 और सुखोई एसयू-22 के रूप में निर्यात किया गया था। यह रूसी/सोवियत मूल का पहला चर-स्वीप विंग है। सुखोई एसयू-17 ने कई विश्व रिकॉर्ड बनाए। .

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सुखोई एसयू-25

सुखोई एसयू-25 ग्रेच (Sukhoi Su-25 Grach) (नाटो रिपोर्टिंग का नाम: फ्रॉगफूट) एक सिंगल सीट वाला सोवियत संघ में सुखोई द्वारा विकसित दो इंजन वाला जेट विमान है। यह सोवियत ग्राउंड बलों के लिए करीब हवाई समर्थन प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया था। सुखोई एसयू-25 के पहले प्रोटोटाइप की 22 फरवरी 1975 को पहली उड़ान की। परीक्षण के बाद, विमान की श्रृंखला उत्पादन का जॉर्जियाई सोवियत समाजवादी गणराज्य में 1978 में शुरू हुआ था। शुरुआती प्रकार में सुखोई एसयू-25यूबी के दो-सीट ट्रेनर, सुखोई एसयू-25बीएम और निर्यात ग्राहकों के लिए सुखोई एसयू-25क्यू शामिल थे। कुछ विमानों को 2012 में सुखोई एसयू-25एम मानक में अपग्रेड किया जा रहा था। सुखोई एसयू-25टी और सुखोई एसयू-25टीएम (जिसे सुखोई एसयू-39 भी कहा जाता है) आगे के विकासाधीन विमान थे लेकिन इनका बड़ी संख्याओं में नहीं उत्पन्न किया गया था। सुखोई एसयू-25, और सुखोई एसयू-34, 2007 तक उत्पादन में एकमात्र बख़्तरबंद, फिक्स्ड-विंग विमान थे।Gordon and Dawes 2004.

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स्टोन कोल्ड स्टीव ऑस्टिन

स्टीव ऑस्टिन (जन्म स्टीवन जेम्स ऐंडरसन, बाद में स्टीवन जेम्स विलियम्स; 18 दिसम्बर 1964),Steve Austin. ''The Stone Cold Truth'' (p.10, 12-13), एक अमेरिकी फिल्म और टेलीविजन अभिनेता और सेवानिवृत्त पेशेवर पहलवान बेहतर उसके रिंग नेम "स्टोन कोल्ड" स्टीव ऑस्टिनद्वारा जाना जाता है। ऑस्टिन ऐसी विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप (WCW), चरम कुश्ती चैम्पियनशिप (ECW) और सबसे मशहूर, विश्व कुश्ती महासंघ (डब्लू डब्लू एफ) के रूप में कई अच्छी तरह से ज्ञात कुश्ती पदोन्नति के लिए मल्लयुद्ध। कंपनी के इतिहास में, सबसे लोकप्रिय और लाभदायक पहलवान के रूप में विन्स मैकमोहन WWE (पूर्व डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) के अध्यक्ष द्वारा वर्णित वह मध्य-करने के लिए-1990 के दशक के दौरान के रूप में "स्टोन ठंड" स्टीव ऑस्टिन, जो नियमित रूप से मैकमोहन, उसके मालिक ललकारा एक अनुचित, बीयर पीने antihero डबल्यू डबल्यू एफ में महत्वपूर्ण मुख्यधारा लोकप्रियता हासिल की। इस अवज्ञा अक्सर ऑस्टिन flipping बंद करके मैकमोहन दिखाया गया था और उसे पत्थर ठंडी Stunnerके साथ, अपने खत्म करने के कदमincapacitating.

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सैन्य और अर्धसैनिक बलों की संख्या के आधार पर देशों की सूची

विश्व के देशों में २००९ तक सक्रीय बल इस सूची में विश्व के देशों के संख्या के आधार पर सेना और अर्धसैनिक बल है । इसमें पूर्णकालिक सेना और अर्धसैनिक बल सम्मिलित है । .

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सैन्यवाद

जब ब्रिटिश साम्राज्य अपने चरमोत्कर्ष पर था तब सेना के अधिकारियों के फोटो सिगरेट के खोखों पर छपते थे। नाज़ी जर्मनी में सैनिक परेड सैन्यवाद (Militarism) किसी देश की सरकार या जनता की वह दर्शन है जो विश्वास करता है कि उनके देश को एक शक्तिशाली सेना बनानी एवं रखनी चाहिये तथा अपने देश के हितों की सुरक्षा करने एवं उनके संवर्धन के लिये इसका जमकर उपयोग करना चाहिये। सैन्यवादी विचारधारा अपने सैन्य तैयारियों के पीछे तर्क देती रहती है कि 'शक्ति से ही शान्ति आती है'। दूसरे शब्दों में, उनका मानना है कि 'यदि आप शांति चाहते हैं तो युद्ध के लिये तैयार रहो।' सैन्यवाद, आधुनिक शान्तिवाद का ठीक उल्टा दर्शन है। ऐतिहासिक रूप से 'सैन्यवाद' का प्रयोग उन राज्यों के लिये हुआ था जो साम्राज्यवाद की नीति पर चलने वाले थे, जैसे- स्पार्टा, ब्रितानी साम्राज्य, जापानी साम्राज्य, संयुक्त राज्य, जर्मन साम्राज्य, नाजी जर्मनी, प्रथम फ्रांसीसी साम्राज्य, फासीवादी इटली, सोवियत संघ, सद्दाम हुसैन के अधीन इराक आदि। वर्तमान समय में 'सैन्यवाद' शब्द का प्रयोग प्रायः पश्चिमी देशों के लिये किया जाता है जिनका नेतृत्व यूएस कर रहा है। .

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सूफ़ीवाद

सूफ़ीवाद या तसव्वुफ़ इस्लाम का एक रहस्यवादी पंथ है। इसके पंथियों को सूफ़ी(सूफ़ी संत) कहते हैं। इनका लक्ष्य आध्यात्मिक प्रगति एवं मानवता की सेवा रहा है। सूफ़ी राजाओं से दान-उपहार स्वीकार नहीं करते थे और सादा जीवन बिताना पसन्द करते थे। इनके कई तरीक़े या घराने हैं जिनमें सोहरावर्दी (सुहरवर्दी), नक्शवंदिया, कादिरी, चिष्तिया, कलंदरिया और शुस्तरिया के नाम प्रमुखता से लिया जाता है। माना जाता है कि सूफ़ीवाद ईराक़ के बसरा नगर में क़रीब एक हज़ार साल पहले जन्मा। राबिया, अल अदहम, मंसूर हल्लाज जैसे शख़्सियतों को इनका प्रणेता कहा जाता है - ये अपने समकालीनों के आदर्श थे लेकिन इनको अपने जीवनकाल में आम जनता की अवहेलना और तिरस्कार झेलनी पड़ी। सूफ़ियों को पहचान अल ग़ज़ाली के समय (सन् ११००) से ही मिली। बाद में अत्तार, रूमी और हाफ़िज़ जैसे कवि इस श्रेणी में गिने जाते हैं, इन सबों ने शायरी को तसव्वुफ़ का माध्यम बनाया। भारत में इसके पहुंचने की सही-सही समयावधि के बारे में आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता लेकिन बारहवीं-तेरहवीं शताब्दी में ख़्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती बाक़ायदा सूफ़ीवाद के प्रचार-प्रसार में जुट गए थे। .

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सूखा

अकाल भोजन का एक व्यापक अभाव है जो किसी भी पशुवर्गीय प्रजाति पर लागू हो सकता है। इस घटना के साथ या इसके बाद आम तौर पर क्षेत्रीय कुपोषण, भुखमरी, महामारी और मृत्यु दर में वृद्धि हो जाती है। जब किसी क्षेत्र में लम्बे समय तक (कई महीने या कई वर्ष तक) वर्षा कम होती है या नहीं होती है तो इसे सूखा या अकाल कहा जाता है। सूखे के कारण प्रभावित क्षेत्र की कृषि एवं वहाँ के पर्यावरण पर अत्यन्त प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था डगमगा जाती है। इतिहास में कुछ अकाल बहुत ही कुख्यात रहे हैं जिसमें करोंड़ों लोगों की जाने गयीं हैं। अकाल राहत के आपातकालीन उपायों में मुख्य रूप से क्षतिपूरक सूक्ष्म पोषक तत्व जैसे कि विटामिन और खनिज पदार्थ देना शामिल है जिन्हें फोर्टीफाइड शैसे पाउडरों के माध्यम से या सीधे तौर पर पूरकों के जरिये दिया जाता है।, बीबीसी न्यूज़, टाइम सहायता समूहों ने दाता देशों से खाद्य पदार्थ खरीदने की बजाय स्थानीय किसानों को भुगतान के लिए नगद राशि देना या भूखों को नगद वाउचर देने पर आधारित अकाल राहत मॉडल का प्रयोग करना शुरू कर दिया है क्योंकि दाता देश स्थानीय खाद्य पदार्थ बाजारों को नुकसान पहुंचाते हैं।, क्रिश्चियन साइंस मॉनिटर लंबी अवधि के उपायों में शामिल हैं आधुनिक कृषि तकनीकों जैसे कि उर्वरक और सिंचाई में निवेश, जिसने विकसित दुनिया में भुखमरी को काफी हद तक मिटा दिया है।, न्यूयॉर्क टाइम्स, 9 जुलाई 2009 विश्व बैंक की बाध्यताएं किसानों के लिए सरकारी अनुदानों को सीमित करते हैं और उर्वरकों के अधिक से अधिक उपयोग के अनापेक्षित परिणामों: जल आपूर्तियों और आवास पर प्रतिकूल प्रभावों के कारण कुछ पर्यावरण समूहों द्वारा इसका विरोध किया जाता है।, न्यूयॉर्क टाइम्स, 2 दिसम्बर 2007, दी अटलांटिक .

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सी-सी तीतर

सी-सी तीतर (See-see Partridge) (Ammoperdix griseogularis) फ़ीज़ैन्ट कुल का एक पक्षी है जो कि सीरिया, अज़रबैजान, अफ़्गानिस्तान, ईरान, ईराक़, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, कज़ाख़िस्तान, उज़बेकिस्तान, पाकिस्तान तथा भारत में पाया जाता है। .

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सीरिया

सीरिया ('''سوريّة'''. or), आधिकारिक रूप से सीरियाई अरब गणराज्य (अरबी: الجمهورية العربية السورية), दक्षिण-पश्चिम एशिया का एक राष्ट्र है। इसके पश्चिम में लेबनॉन तथा भूमध्यसागर, दक्षिण-पश्चिम में इजराइल, दक्षिण में ज़ॉर्डन, पूरब में इराक़ तथा उत्तर में तुर्की है। इसराइल तथा इराक़ के बीच स्थित होने के कारण यह मध्य-पूर्व का एक महत्वपूर्ण देश है। इसकी राजधानी दमास्कस है जो उमय्यद ख़िलाफ़त तथा मामलुक साम्राज्य की राजधानी रह चुका है। अप्रैल 1946 में फ्रांस से स्वाधीनता मिलने के बाद यहाँ के शासन में बाथ पार्टी का प्रभुत्व रहा है। 1963 से यहाँ आपातकाल लागू है जिसके कारण 1970 के बाद से यहाँ के शासक असद परिवार के लोग होते हैं। .

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सीरिया का भूगोल

सीरिया, भूमध्य सागर के पूर्वी छोर पर स्थित है। इसमें 185,180 वर्ग किलोमीटर (71,500 वर्ग मील) का कुल क्षेत्रफल है, जिसे चौदह प्रशासनिक इकाइयों में विभाजित किया गया है। सीरिया की सीमाओं में उत्तर और पश्चिम में तुर्की के साथ, पूर्व में इराक, दक्षिण में जॉर्डन और इजराइल, और दक्षिण-पश्चिम में लेबनान की सीमाएं हैं यद्यपि सीरिया का ज्यादा हिस्सा मरुस्थल है, हालांकि इसकी जमीन का 28% भाग सामान्य भूमि है, और फूरात नदी से सिंचाई का पानी सीरिया की कृषि में महत्वपूर्ण है। सीरिया में सबसे ऊंचा बिंदु हेर्मोन पर्वत है, 2,814 मीटर (9 322 फीट) में। सबसे निचला विन्दु गलील सागर के पास है, समुद्र से -200 मीटर (-656 फीट)। .

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सीरियाई मरुस्थल

सीरियाई मरुस्थल (Syrian Desert, अरबी: بادية الشام, बादियत अस-शाम) मध्यपूर्व में स्थित एक 500,000 वर्ग किमी पर फैला हुआ घासभूमि और रेगिस्तान का एक विस्तार है। यह दक्षिणपूर्वी सीरिया, पूर्वोत्तरी जॉर्डन, उत्तरी साउदी अरब और पश्चिमी इराक़ में फैला हुआ है। दक्षिण में यह अरबी रेगिस्तान से जाकर मिल जाता है। इसका अधिकतर भाग एक शुष्क कंकड़-बजरी वाला मैदान है जिसमें जहाँ-तहाँ वादियाँ मिलती हैं। .

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हनफ़ी पन्थ

हनफ़ी (अरबी الحنفي) सुन्नी इस्लाम के चार पन्थों में से सबसे पुराना और सबसे ज़्यादा अनुयायियों वाला पन्थ है। अबु खलीफ़ा, तुर्क साम्राज्य और मुगल साम्राज्य के शासक हनाफी पन्थ के अनुयायी थे। आज हनाफी स्कूल लिवैन्ट, इराक, अफ़गानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, भारत, चीन, मारीशस, तुर्की, अल्बानिया, मैसेडोनिया में बाल्कन में प्रमुख है। .

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हलवा

पिस्ता के साथ बाल्कन शैली में ताहिनी आधारित हलवा हलवा (या हलावा, हलेवेह, हेलवा, हलवाह, हालवा, हेलावा, हेलवा, हलवा, अलुवा, चालवा, चलवा) कई प्रकार की घनी, मीठी मिठाई को संदर्भित करता है, जिसे पूरे मध्य पूर्व, दक्षिण एशिया, मध्य एशिया, पश्चिम एशिया, उत्तरी अफ्रीका, अफ्रीका का सींग, बाल्कन, पूर्वी यूरोप, माल्टा और यहूदी जगत में खाने के लिए पेश किया जाता है। शब्द हलवा (अरबी हलवा حلوى से) का प्रयोग दो प्रकार की मिठाई के वर्णन के लिए किया जाता है.

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हामिद मीर

हामिद मीर पाकिस्तान के एक प्रमुख पत्रकार, समाचार एंकर, आतंकवाद विशेषज्ञ और सुरक्षा विश्लेषक हैं। वे जियो टीवी से संपादक हैं तथा राजनीतिक टॉक शो कैपिटल टॉक ऑन जियो टीवी की मेजबानी करते हैं। इनको पाकिस्तान के मुक्त पत्रकारों में से एक माना जाता है, जियो टीवी एक अर्से से चले आ रहे अख़बार जंग का टीवी चैनल है। सन् २०११ में तालिबान की धमकी के बाद इनका बयान प्रसिद्ध हुआ था कि वो उनसे मिलने सिर्फ़ एक क़लम लेकर आएंगे। इन्होने ओसामा बिन लादेन, कोलिन पॉवेल और लाल कृष्ण आडवाणी का साक्षात्कार लिया हैं। .

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हार्ट ऑफ एशिया

हार्ट अॉफ एशिया: इसकी स्थापना 2 नंवबर 2011 को इस्तांबुल तुर्की में हुई थी इसका उद्देश्य अफगानिस्तान को स्थिरता व समृध्दि प्रदान करना और अफगानिस्तान के सहयोग के लिए स्थापित हार्ट ऑफ एशिया के सदस्य देशों की संख्ता 14 है यह संगठन क्षेत्रीय देशों के बीच संतुलन साधने तथा आपसी सहयोग बढ़ाने का काम भी करता है।17 सहयोगी देश और 12 सहायक और अंतरराष्ट्रीय संगठन भी सामिल है। वर्ष 2016 का उद्देश्यछठी हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन अमृतसर भारत में हुआ था इसका मुख्य उद्देश्य आंतकवाद को खत्म करना है। .

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हज्जाज बिन युसुफ़

अल-हज्जाज बिन युसुफ़ (अरबी:, अंग्रेज़ी: Hajjaj bin Yusuf) इस्लाम के शुरूआती काल में उमय्यद ख़िलाफ़त का एक अरब प्रशासक, रक्षामंत्री और राजनीतिज्ञ था जो इतिहास में बहुत विवादित रहा है। वह एक चतुर और सख़्त​ शासक था, हालांकि अब कुछ इतिहासकारों का मत है कि उमय्यद ख़िलाफ़त के बाद आने वाले अब्बासी ख़िलाफ़त के इतिहासकार उमय्यादों से नफ़रत करते थे और हो सकता है उन्होंने अपनी लिखाईयों में अल-हज्जाज का नाम बिगाड़ा हो।, Edmund Ghareeb, Beth Dougherty, pp.

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हुसैन इब्न अली

इमाम हुसैन (अल हुसैन बिन अली बिन अबी तालिब, यानि अबी तालिब के पोते और अली के बेटे अल हुसैन, 626 AH -680 AH) अली रदियल्लाहु के दूसरे बेटे थे और इस कारण से पैग़म्बर मुहम्मद के नाती। आपका जन्म मक्का में हुआ। आपकी माता का नाम फ़ातिमा ज़हरा था | इमाम हुसैन को इस्लाम में एक शहीद का दर्ज़ा प्राप्त है। शिया मान्यता के अनुसार वे यज़ीद प्रथम के कुकर्मी शासन के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने के लिए सन् 680 AH में कुफ़ा के निकट कर्बला की लड़ाई में शहीद कर दिए गए थे। उनकी शहादत के दिन को आशूरा (दसवाँ दिन) कहते हैं और इस शहादत की याद में मुहर्रम (उस महीने का नाम) मनाते हैं। .

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हैरल्ड पिंटर

हैरल्ड पिंटर हैरल्ड पिंटर नोबेल पुरस्कार विजेता और मशहूर ब्रितानी नाटककार थे। उनका २५ दिसम्बर को ७८ वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वे लिवर कैंसर से पीड़ित थे। है‍रल्ड पिंटर का जन्म लंदन में एक यहूदी टेलर के घर १० अक्टूबर १९३० को हुआ था। उनका पहला नाटक था 'द रूम' जो उन्होंने 1957 में लिखा था। उन्हें २००५ में साहित्य के नोबेल पुरस्कार से नवाज़ा गया था। उन्होंने ३० से ज़्यादा नाटक लिखे जिनमें द केयरटेकर, द होम कमिंग और द डंब वेटर शामिल है। उन्होंने कई फ़िल्मों और टीवी नाटकों के लिए पटकथा लेखन भी किया है जिसमें द फ़्रेंच लेफ़्टिनेंट वूमन शामिल है। हैरल्ड पिंटर को न सिर्फ़ उनके साहित्य के लिए बल्कि अपने राजनीतिक विचारों को खुलकर प्रकट करने के लिए जाना जाता रहा है। इराक़ के ख़िलाफ़ लड़ाई छेड़ने का उन्होंने जमकर विरोध किया था। .

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होरमुज़ जलसन्धि

होरमुज़ जलडमरूमध्य (फ़ारसी:, तंगेह-ए-होरमुज़; अंग्रेज़ी: Strait of Hormuz) पश्चिम एशिया की एक प्रमुख जलसन्धि है जो ईरान के दक्षिण में फ़ारस की खाड़ी को ओमान की खाड़ी से अलग करता है। इसके दक्षिण में संयुक्त अरब अमीरात और ओमान का मुसन्दम नामक बहिक्षेत्र हैं। तेल के निर्यात की दृष्टि से यह जलडमरु बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इराक़, क़तर तथा ईरान जैसे देशों का तेल निर्यात यहीं से होता है। अपने सबसे कम चौड़े स्थान पर इसके दोनों तटों में ३९ किलोमीटर की दूरी है। .

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जनसंख्या घनत्व के अनुसार देशों की सूची

जनसँख्या घनत्व2006 के अनुसार जनसँख्या घनत्व के अनुसार देश एवं उनके निर्भर क्षेत्रों की सूची निवासी/वर्ग किमी में। स्त्रोत:.

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जलाल तालाबानी

जलाल तालाबानी इराक के पूर्व राष्ट्रपति हैं।.

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ज़ाग्रोस पर्वत

ज़ाग्रोस पर्वत (फ़ारसी:, रिश्तेह कोह-ए-ज़ाग्रोस; अंग्रेज़ी: Zagros Mountains) ईरान और इराक़ की सबसे बड़ी पर्वतमाला है। यह पश्चिमोत्तरी ईरान से शुरू होकर दक्षिणपूर्वी दिशा में १,५०० किमी चलकर होरमुज़ जलसन्धि में अंत होती है। ईरानी पठार के पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी भाग पर विस्तृत यह शृंखला भौगोलिक रूप से यूरेशियाई तख़्ते और अरबी तख़्ते के टकराव से बनी थी। इसकी सबसे बुलंद चोटियाँ ४,४०९ मीटर (१४,४६५ फ़ुट) ऊँचा कोह-ए-देना (देना पर्वत) और ४,२०० मीटर (१३,७८० फ़ुट) ऊँचा ज़र्द कोह (पीला पर्वत) हैं, हालांकि अलग-अलग स्रोत इनकी ऊँचाइयाँ अलग-अलग बताते हैं।, pp.

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ज़ूमैल की लड़ाई

ज़ूमैल की लड़ाई 633 ईस्वी में लड़ी गई थी, जो अब इराक है। उस क्षेत्र की विजय पर यह एक प्रमुख मुस्लिम विजय थी। रात के आवरण के तहत मुस्लिम सेना ने ईसाई-अरब सेना के तीन अलग-अलग पक्षों पर हमला किया। ईसाई- अरब बलों ने मुस्लिमों के आश्चर्यजनक हमले का सामना करने में असमर्थ थे और जल्द ही हार गये युद्ध के मैदान से भागने में विफल रहे और खालिद इब्न अल वालिद की सेना के तीनों पक्षीय हमले के शिकार बन गए। ज़ूमैल में लगभग पूरे ईसाई अरब सेना को खालिद इब्न अल वालिद के कोर द्वारा बन्धक बना लिया गया था। .

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ज़ी क़ार प्रान्त

ज़ी क़ार प्रान्त (अरबी), जिसे धी क़ार प्रान्त और थ़ी क़ार​ प्रान्त भी कहते हैं, इराक़ का एक प्रान्त है। .

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जापान

जापान, एशिया महाद्वीप में स्थित देश है। जापान चार बड़े और अनेक छोटे द्वीपों का एक समूह है। ये द्वीप एशिया के पूर्व समुद्रतट, यानि प्रशांत महासागर में स्थित हैं। इसके निकटतम पड़ोसी चीन, कोरिया तथा रूस हैं। जापान में वहाँ का मूल निवासियों की जनसंख्या ९८.५% है। बाकी 0.5% कोरियाई, 0.4 % चाइनीज़ तथा 0.6% अन्य लोग है। जापानी अपने देश को निप्पॉन कहते हैं, जिसका मतलब सूर्योदय है। जापान की राजधानी टोक्यो है और उसके अन्य बड़े महानगर योकोहामा, ओसाका और क्योटो हैं। बौद्ध धर्म देश का प्रमुख धर्म है और जापान की जनसंख्या में 96% बौद्ध अनुयायी है। .

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जार्डन का भूगोल

जॉर्डन एक अरब देश है जो जॉर्डन नदी के पूर्व में स्थित है। यह इराक, इज़राइल, सऊदी अरब, सीरिया और वेस्ट बैंक के साथ सीमाओं को साझा करता है और 34,495 वर्ग मील (89,342 वर्ग किमी) के क्षेत्र को कवर करता है। जॉर्डन की राजधानी और सबसे बड़ा शहर अम्मन है, लेकिन देश के अन्य बड़े शहरों में ज़ारका, इरबिद और अस-साल्ट शामिल हैं। जॉर्डन की जनसंख्या घनत्व 188.7 प्रति वर्ग मील या 72.8 लोग प्रति वर्ग किलोमीटर है। जोर्डन सरकार अभी भी आधिकारिक तौर पर जॉर्डन को हशमाइट साम्राज्य नाम से बुलाया जाता है, इसे एक संवैधानिक राजतंत्र माना जाता है। इसकी कार्यकारी शाखा राज्य के एक प्रमुख (राजा अब्दल्लाह द्वितीया) और सरकार का प्रमुख (प्रधान मंत्री) है। जॉर्डन की विधायी शाखा सीनेट से मिलकर एक द्विमासिक राष्ट्रीय विधानसभा से बना है, जिसे हाउस ऑफ़ नोटिबल्स भी कहा जाता है, और डेपिटर्स के चैंबर, जिसे हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स भी कहा जाता है। न्यायिक शाखा को कोर्ट ऑफ कंसेशन से बनाया गया है। जॉर्डन स्थानीय प्रशासन के लिए 12 राज्यो में विभाजित है। .

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जुलाई २०१६ बगदाद आतंकी हमला

इराक़ के बगदाद शहर के कराडा में ०३ जुलाई २०१६ को दो अलग -अलग आतंकवादी हमले हुए। जिसमें लगभग १६७ से ज्यादा लोग मारे गए और २०० से ज्यादा लोग घायल हुए। यह हमले इराक़ के स्थानीय समयानुसार अर्धरात्रि के (२ जुलाई २१:०० यूटीसी) को ईराक के कराडा ज़िले में सुसाइड कार ब्लास्ट हुआ जिसमें १०० से ज्यादा लोग मारे गए और १०० के करीब घायल हुए इन हमलो की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ऑफ़ इराक़ एंड अल-शाम ने ली है। .

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जौफ़ प्रान्त

जौफ़ प्रान्त, जिसे औपचारिक अरबी में मिन्तक़ाह​ अल-जौफ़ कहते हैं, सउदी अरब का एक उत्तरी प्रान्त है। इसकी सीमाएँ जोर्डन के साथ लगती हैं। .

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जॉन सीना

जॉन फेलिक्स एंथोनी सीना (जन्म 23 अप्रैल 1977) एक अमेरिकी अभिनेता, हिप-हॉप संगीतकार और पेशेवर पहलवान हैं, जो सम्प्रति वर्ल्ड रेसलिंग इंटरटेनमेंट (WWE) द्वारा उसके रॉ ब्रांड पर नियोजित हैं, जहां वे विजेता हैं। पेशेवर कुश्ती में सीना पंद्रह बार के विश्व चैंपियन है, तीन बार के वर्ल्ड हेवीवेट चैंपियन तथा रिकॉर्ड बारह बार के डब्ल्यू डब्ल्यू ई वर्ल्ड हेवीवेट चैंपियन हैं। इन प्रतियोगिताओं के अलावा, सीना ने WWE अमेरिकी चैम्पियनशिप भी तीन बार और वर्ल्ड टैग टीम चैम्पियनशिप दो बार (शॉन माइकल्स और एक बार बतिस्ता के साथ) जीता है। सीना, 2008 रॉयल रंबल मैच के भी विजेता रहे हैं। सीना ने अपना पेशेवर कुश्ती कॅरियर, 2000 में अल्टीमेट प्रो रेसलिंग (UPW) के लिए कुश्ती लड़ते हुए शुरू किया, जहां उन्होंने UPW हैवीवेट चैम्पियनशिप को अपने नाम किया। 2001 में, सीना ने विश्व कुश्ती महासंघ (WWF) के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए और उन्हें ओहियो वैली रेसलिंग (OVW) भेजा गया, जहां उन्होंने OVW हैवीवेट चैम्पियनशिप और OVW सदर्न टैग टीम चैम्पियनशिप (रिको कॉन्स्टेनटिनो के साथ) अपने नाम किया। कुश्ती के बाहर, सीना ने रैप एलबम यु कांट सी मी जारी किया है, जो US ''बिल बोर्ड'' 200 चार्ट पर #15 पर शुरू हुआ और द मरीन (2006) और 12 राउंड्स (2009) फिल्मों में अभिनय किया है। सीना ने टेलीविज़न कार्यक्रमों पर भी प्रस्तुति दी है, जिनमें शामिल हैं, मैनहंट/0, 0डील ऑर नो डील, MADtv, सैटरडे नाईट लाइव और पंक्ड.

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जॉर्डन

जॉर्डन, आधिकारिक तौर पर इस हेशमाइट किंगडम ऑफ जॉर्डन, दक्षिण पश्चिम एशिया में अकाबा खाड़ी के दक्षिण में, सीरियाई मरुस्थल के दक्षिणी भाग में अवस्थित एक अरब देश है। देश के उत्तर में सीरिया, उत्तर-पूर्व में इराक, पश्चिम में पश्चिमी तट और इज़रायल और पूर्व और दक्षिण में सउदी अरब स्थित हैं। जॉर्डन, इज़रायल के साथ मृत सागर और अकाबा खाड़ी की तट रेखा इज़रायल, सउदी अरब और मिस्र के साथ नियंत्रण करता है। जॉर्डन का ज्यादातर हिस्सा रेगिस्तान से घिरा हुआ है, विशेष रूप से अरब मरुस्थल; हालाँकी, उत्तर पश्चिमी क्षेत्र, जॉर्डन नदी के साथ, उपजाऊ चापाकार का हिस्सा माना जाता है। देश की राजधानी अम्मान उत्तर पश्चिम में स्थित है। .

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जॉर्डन के राजाओं की सूची

जॉर्डन ऑफ़ हर्षमेट किंगडम का राजा जॉर्डन राज्य का मुखिया है। वह जॉर्डन राजशाही के प्रमुख के रूप में कार्य करता है - हस्मिथ वंश। राजा को महामहिम (صاحب الجلالة) के रूप में संबोधित किया जाता है। .

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ईरान

ईरान (جمهوری اسلامی ايران, जम्हूरीए इस्लामीए ईरान) जंबुद्वीप (एशिया) के दक्षिण-पश्चिम खंड में स्थित देश है। इसे सन १९३५ तक फारस नाम से भी जाना जाता है। इसकी राजधानी तेहरान है और यह देश उत्तर-पूर्व में तुर्कमेनिस्तान, उत्तर में कैस्पियन सागर और अज़रबैजान, दक्षिण में फारस की खाड़ी, पश्चिम में इराक और तुर्की, पूर्व में अफ़ग़ानिस्तान तथा पाकिस्तान से घिरा है। यहां का प्रमुख धर्म इस्लाम है तथा यह क्षेत्र शिया बहुल है। प्राचीन काल में यह बड़े साम्राज्यों की भूमि रह चुका है। ईरान को १९७९ में इस्लामिक गणराज्य घोषित किया गया था। यहाँ के प्रमुख शहर तेहरान, इस्फ़हान, तबरेज़, मशहद इत्यादि हैं। राजधानी तेहरान में देश की १५ प्रतिशत जनता वास करती है। ईरान की अर्थव्यवस्था मुख्यतः तेल और प्राकृतिक गैस निर्यात पर निर्भर है। फ़ारसी यहाँ की मुख्य भाषा है। ईरान में फारसी, अजरबैजान, कुर्द और लूर सबसे महत्वपूर्ण जातीय समूह हैं .

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ईरान का इतिहास

सुसा में दारुश (दारा) के महल के बाहर बने "अमर सेनानी"। यह उपाधि कुछ चुनिन्दा सैनिकों को दी जाती थी जो महल रक्षा तथा साम्राज्य विस्तार में प्रमुख माने जाते थे। ईरान का पुराना नाम फ़ारस है और इसका इतिहास बहुत ही नाटकीय रहा है जिसमें इसके पड़ोस के क्षेत्र भी शामिल रहे हैं। इरानी इतिहास में साम्राज्यों की कहानी ईसा के ६०० साल पहले के हख़ामनी शासकों से शुरु होती है। इनके द्वारा पश्चिम एशिया तथा मिस्र पर ईसापूर्व 530 के दशक में हुई विजय से लेकर अठारहवीं सदी में नादिरशाह के भारत पर आक्रमण करने के बीच में कई साम्राज्यों ने फ़ारस पर शासन किया। इनमें से कुछ फ़ारसी सांस्कृतिक क्षेत्र के थे तो कुछ बाहरी। फारसी सास्कृतिक प्रभाव वाले क्षेत्रों में आधुनिक ईरान के अलावा इराक का दक्षिणी भाग, अज़रबैजान, पश्चिमी अफगानिस्तान, ताजिकिस्तान का दक्षिणी भाग और पूर्वी तुर्की भी शामिल हैं। ये सब वो क्षेत्र हैं जहाँ कभी फारसी सासकों ने राज किया था और जिसके कारण उनपर फारसी संस्कृति का प्रभाव पड़ा था। सातवीं सदी में ईरान में इस्लाम आया। इससे पहले ईरान में जरदोश्त के धर्म के अनुयायी रहते थे। ईरान शिया इस्लाम का केन्द्र माना जाता है। कुछ लोगों ने इस्लाम कबूल करने से मना कर दिया तो उन्हें यातनाएं दी गई। इनमें से कुछ लोग भाग कर भारत के गुजरात तट पर आ गए। ये आज भी भारत में रहते हैं और इन्हें पारसी कहा जाता है। सूफ़ीवाद का जन्म और विकास ईरान और संबंधित क्षेत्रों में ११वीं सदी के आसपास हुआ। ईरान की शिया जनता पर दमिश्क और बग़दाद के सुन्नी ख़लीफ़ाओं का शासन कोई ९०० साल तक रहा जिसका असर आज के अरब-ईरान रिश्तों पर भी देखा जा सकता है। सोलहवीं सदी के आरंभ में सफ़वी वंश के तुर्क मूल लोगों के सत्ता में आने के बाद ही शिया लोग सत्ता में आ सके। इसके बाद भी देश पर सुन्नियों का शासन हुआ और उन शासकों में नादिर शाह तथा कुछ अफ़ग़ान शासक शामिल हैं। औपनिवेशक दौर में ईरान पर किसी यूरोपीय शक्ति ने सीधा शासन तो नहीं किया पर अंग्रेज़ों तथा रूसियों के बीच ईरान के व्यापार में दखल पड़ा। १९७९ की इस्लामिक क्रांति के बाद ईरान की राजनैतिक स्थिति में बहुत उतार-चढ़ाव आता रहा है। ईराक के साथ युद्ध ने भी देश को इस्लामिक जगत में एक अलग जगह पर ला खड़ा किया है। २३ जनवरी २००८ .

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ईरान की इस्लामी क्रांति

ईरान की इस्लामिक क्रांति (फ़ारसी: इन्क़लाब-ए-इस्लामी) सन् 1979 में हुई थी जिसके फलस्वरूप ईरान को एक इस्लामिक गणराज्य घोषित कर दिया गया था। इस क्रांति को फ्रांस की राज्यक्रांति और बोल्शेविक क्रांति के बाद विश्व की सबसे महान क्रांति कहा जाता है। इसके कारण पहलवी वंश का अंत हो गया था और अयातोल्लाह ख़ोमैनी ईरान के प्रमुख बने थे।। ईरान का नया शासन एक धर्मतन्त्र है जहाँ सर्वोच्च नेता धार्मिक इमाम (अयातोल्लाह) होता है पर शासन एक निव्राचित राष्ट्रपति चलाता है। ग़ौरतलब है कि ईरान एक शिया बहुल देश है। इस क्रांति के प्रमुख कारणों में ईरान के पहलवी शासकों का पश्चिमी देशों के अनुकरण तथा अनुगमन करने की नीति तथा सरकार के असफल आर्थिक प्रबंध थे। इसके तुरत बाद इराक़ के नए शासक सद्दाम हुसैन ने अपने देश में ईरान समर्थित शिया आन्दोलन भड़कने के डर से ईरान पर आक्रमण कर दिया था जो 8 साल तक चला और अनिर्णीत समाप्त हुआ। .

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ईरान-इराक़ युद्ध

ईरान और इराक़ के बीच युद्ध सन् 1980-88 के बीच लड़ा गया। यह युद्ध अनिर्णीत ख़त्म हुआ था। इस युद्ध का मुख्य कारण सीमा-विवाद था। ७० के दशक में इराक़ के साथ सीमा विवाद को लेकर जो सन्धि हुई थी उससे इराक़ सन्तुष्ट नहीं था। उस समय इरान राजनैतिक रूप से कमज़ोर था क्योंकि देश में इस्लामिक क्रांति अभी-अभी हुई थी। इसके सबसे खतरनाक परिणामों में से एक था - लेबनॉन में हिज़्बोल्ला का जन्म। इस युद्ध में यूरोपीय देशों ने खुद को युद्ध से अलग बताया पर हथियारों के रूप में उन्होंने इराक की मदद की। .

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ईरानी भाषा परिवार

ईरानी भाषाओँ का वृक्ष, जिसमें उसकी उपशाखाएँ दिखाई गई हैं आधुनिक ईरानी भाषाओँ का फैलाव ईरानी भाषाएँ हिन्द-ईरानी भाषा परिवार की एक उपशाखा हैं। ध्यान रहे कि हिन्द-ईरानी भाषाएँ स्वयं हिन्द-यूरोपीय भाषा परिवार की एक उपशाखा हैं। आधुनिक युग में विश्व में लगभग १५-२० करोड़ लोग किसी ईरानी भाषा को अपनी मातृभाषा के रूप में बोलते हैं और ऍथ़नॉलॉग भाषाकोष में सन् २०११ तक ८७ ईरानी भाषाएँ दर्ज थीं।, Gernot Windfuhr, Routledge, 2009, ISBN 978-0-7007-1131-4, Raymond Gordon, Jr.

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ईराक का ध्वज

ईराक का ध्वज ईराक का राष्ट्रीय ध्वज है। श्रेणी:इराक़ श्रेणी:ध्वज.

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ईराकी एयरवेज़

ईराकी एयरवेज़ कंपनी, ईराकी एयरवेज़ नाम से प्रचलित (الخطوط الجوية العراقية अल-खुतूत अल-जवैया अल-ईराकिया; प्रायः एयर ईराक कहा जाता है), ईराक की राष्त्रीय ध्वजवाहिका वायुसेवा है। इसका मुख्यालय बगदाद अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, बगदाद के परिसर में स्थित है। मध्य पूर्व की सबसे पुरानी वायुसेवाओं में से एक ईराकी एयरवेज़, अन्तर्देशीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय वायुसेवाएं प्रदाता कंपनी है। इसका प्रमुख बेस बगदाद अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र में स्थित है। .

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वायु सेना के मार्शल

वायु सेना के मार्शल अथवा मार्शल ऑफ़ द एयर फोर्स (Marshal of the air force) विभिन्न वायुसेनाओं में दी जाने वाली एक वरिष्ठ पदवी है। .

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वासित प्रान्त

वासित प्रान्त, जिसे अरबी में मुहाफ़ज़ात​ वासित कहते हैं, इराक़ का एक प्रान्त है। इसकी राजधानी अल-कूत शहर है। .

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विश्व व्यापार संगठन

विश्व व्यापार संगठन का प्रतीक चिन्ह विश्व व्यापार संगठन (वर्ल्द ट्रेड ऑर्गनाइजेशन/डब्ल्यूटीओ) एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो विश्व व्यापार के लिए नियम बनाता है। इसकी स्थापना १९९५ में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद बनाए गए गैट (GATT) के स्थान पर लाने के लिए की गई थी। वर्तमान समय में इसके १६४ सदस्य हैं। डब्ल्यूटीओ के सचिव और महानिदेशक जेनेवा में निवास करते हैं। सचिवालय जिसमें अब केवल ५५० लोग काम करते हैं और संगठन के सभी पहलुओं के संचालन का प्रशासनिक कार्य संभालते हैं। सचिवालय के पास कानूनी निर्णय लेने की कोई शक्ति नहीं है लेकिन ऐसा करने वालों को यह महत्वपूर्ण सेवाएं और परामर्श प्रदान करता है। .

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विश्व के सभी देश

यह विश्व के देशों की सूची, एक सिंहावलोकन कराती है, विश्व के राष्ट्रों का, जो कि देवनागरी वर्णक्रमानुसार व्यवस्थित है। इसमें स्वतंत्र राज्य भी सम्मिलित हैं। (जो कि अन्तराष्ट्रीय मान्यताप्राप्त हैं और जो अमान्यता प्राप्त), हैं, बसे हुए हैंपरतंत्र क्षेत्र, एवं खास शासकों के क्षेत्र भी। ऐसे समावेश मानदण्ड अनुसार यह सूची शब्द `देश' एवं `सार्वभौम राष्ट्र' को पर्यायवाची नहीं मानती। जैसा कि प्रायः साधारण बोलचाल में प्रयोग किया जाता है। कृप्या ध्यान रखें कि किन्हीं खास परिस्थितिवश एवं किन्हीं खास भाषाओं में 'देश' शब्द को सर्वथा प्रतिबंधात्मक अर्थ समझा जाता है। अतः केवल 193 निम्नलिखित प्रविष्टियाँ ही प्रथम शब्द (देश या राष्ट्र) में समझे जाएं। यह सूची दिए गए देशों के क्षेत्राधिकार में आने वाले सभी क्षेत्रों को आवृत्त करती है, अर्थात क्षेत्र, जलीय क्षेत्र (जिसमें जलीय आंतरिक क्षेत्र एवं थल से लगे जलीय क्षेत्र भी आते हैं), विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र, कॉण्टीनेण्टल शैल्फ, एवं हवाई क्षेत्र.

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विश्व की मुद्राएँ

विश्व की कुछ प्रमुख मुद्राएँ निम्नलिखित हैं:-.

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विश्वमारी

विश्वमारी (यूनानी (ग्रीक) शब्द πᾶν पैन "सब" + δῆμος डेमोस "लोग" से), संक्रामक रोगों की एक महामारी है जो मानव आबादी के माध्यम से एक विशाल क्षेत्र, उदाहरण के लिए, एक महाद्वीप, या यहां तक कि दुनिया भर में भी फ़ैल रहा है। एक व्यापक स्थानिक रोग जो इस दृष्टि से स्थिर होता है कि इससे कितने लोग बीमार हो रहे हैं, एक विश्वमारी नहीं है। इसके अलावा, फ्लू विश्वमारियों में मौसमी फ्लू को तब तक शामिल नहीं किया जाता है जब तक मौसम का फ्लू एक विश्वमारी न हो। सम्पूर्ण इतिहास में चेचक और तपेदिक जैसी असंख्य विश्वमारियों का विवरण मिलता है। अधिक हाल की विश्वमारियों में एचआईवी (HIV) विश्वमारी और 2009 की फ्लू विश्वमारी शामिल है। .

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व्हिस्की

व्हिस्की का एक गिलास व्हिस्की किण्वित अनाज मैश से आसवित एक प्रकार का मादक पेय है। इसके विभिन्न प्रकारों के लिए विभिन्न अनाजों का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें शामिल हैं जौ, राई, मॉल्ट राई, गेहूं और मक्का (मकई).

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वृहद भारत

'''वृहद भारत''': केसरिया - भारतीय उपमहाद्वीप; हल्का केसरिया: वे क्षेत्र जहाँ हिन्दू धर्म फैला; पीला - वे क्षेत्र जिनमें बौद्ध धर्म का प्रसार हुआ वृहद भारत (Greater India) से अभिप्राय भारत सहित उन अन्य देशों से है जिनमें ऐतिहासिक रूप से भारतीय संस्कृति का प्रभाव है। इसमें दक्षिणपूर्व एशिया के भारतीकृत राज्य मुख्य रूप से शामिल है जिनमें ५वीं से १५वीं सदी तक हिन्दू धर्म का प्रसार हुआ था। वृहद भारत में मध्य एशिया एवं चीन के वे वे भूभाग भी सम्मिलित किये जा सकते हैं जिनमे भारत में उद्भूत बौद्ध धर्म का प्रसार हुआ था। इस प्रकार पश्चिम में वृहद भारत कीघा सीमा वृहद फारस की सीमा में हिन्दुकुश एवं पामीर पर्वतों तक जायेगी। भारत का सांस्कृतिक प्रभाव क्षेत्र .

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वोसरा की लड़ाई

वोसरा की लड़ाई; Battle of Bosra: सन् 634 ईस्वी में सीरिया के वोसरा नामक शहर में लड़ी गयी थी जो रोमन शासकों का एक प्रमुख केन्द्र था रशीदुन खलीफा हजरत अबू वकर ने इस लड़ाई का नेत्वृव कमांडर अम्र इब्न अल आश, को शोपा था जिसमें मुस्लिम सेना को अभियान में कोई खास सफलता नहीं मिली उसी ही के उपरान्त दुसरे प्रयास के लिए खालिद इब्न अल वालिद को सौपा गया जो मेसोपोटामिया, इराक के सफल विजय अभियानो का नेत्वृत कर चुके थे जो चार हजार मुस्लिम सेना के साथ वोसरा के अभियान का नेत्वृत करते हुए वोसरा की घेरावंदी कर लेते हैं मुस्लिम सेना वोसरा पर विजय प्राप्त कर लेती है इस लड़ाई में रोमन सेना के 8000 सैनिक मारे गये थे। इतिहास में मुस्लिम सेना और रोमन शासकों के विरुध्द यह प्रथम लड़ाई थी जो सात वीं सदी से अधिक समय तक अनेक लड़ाईया जारी रही जिसमें रोमनो की शक्ति क्षीण होती गयी 750 ईस्वी में रोमनो का लेवन्त क्षेत्र का पतन हो गया। .

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ख़्वारेज़्म

ख़्वारेज़्म​ और उसके पड़ोसी क्षेत्रों की अंतरिक्ष से ली गई तस्वीर ख्वारज्म साम्राज्य, ११९० से १२२० के मध्य ख़्वारेज़्म​, ख़्वारज़्म​ या ख़्वारिज़्म​ (फ़ारसी:, अंग्रेजी: Khwarezm) मध्य एशिया में आमू दरिया के नदीमुख (डेल्टा) में स्थित एक नख़लिस्तान (ओएसिस) क्षेत्र है। इसके उत्तर में अरल सागर, पूर्व में किज़िल कुम रेगिस्तान, दक्षिण में काराकुम रेगिस्तान और पश्चिम में उस्तयुर्त पठार है। ख़्वारेज़्म​ प्राचीनकाल में बहुत सी ख़्वारेज़्मी संस्कृतियों का केंद्र रहा है जिनकी राजधानियाँ इस इलाक़े में कोनये-उरगेंच और ख़ीवा जैसे शहरों में रहीं हैं। आधुनिक काल में ख़्वारेज़्म का क्षेत्र उज्बेकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रों के बीच बंटा हुआ है।, Rafis Abazov, Macmillan, 2008, ISBN 978-1-4039-7542-3,...

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खाड़ी युद्ध

कोई विवरण नहीं।

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खाड़ी सहयोग परिषद

खाड़ी सहयोग परिषद (Golf Cooperation Council) यह संगठन फारस की खाड़ी से घिरे देशो का एक क्षेत्रीय समूह है सदस्य देश बहरीन, कुवैत, ओमान, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात है इसका मुख्यालय सऊदी अरब रियाद स्थित मेँ है तथा अधिकारिक भाषा अरबी है। .

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खालिद इब्न अल वालिद

खालिद इब्न अल वालिद; Khālid ibn al-Walīd (अरबी: خالد بن الوليد‎ सैफ अल्लाह अल मासुल) खालिद इब्न अल वालिद जो रणनिति और कोशल के लिए विख्यात है इनका जन्म 592 ईस्वी में अरब के एक नामवर परिवार में हुआ था खालिद बिन वालिद ने जब इस्लाम धर्म ग्रहण नही किया था तब इस्लाम के कट्टर सत्रु थे लेकीन 628 ईस्वी में इस्लाम स्वीकार किया इसके बाद हजरत मुहम्मद सहाव के एक मुख्य मित्र (सहाबी) के रूप में पहचान वनायी पैग्बर हजरत मुहम्मद की मृत्यु के बाद जब इस्लाम के उत्तराधिकारी जिन्हें रशीदुन खलीफा के रूप में जाना जाता हजरत अबू वकर और खलीफा उमर की खिलाफल मेँ इस्लामी सेना के कमांडर नियुक्त किए गये 7 वी शताब्दी मेँ जो इस्लामी सेना को सफलता प्राप्त हुई उसका श्रेय खालिद बिन वालिद को दिया जाता है इन्होने अलग अलग सौ से अधिक युध्द तथा लड़ायो का नेत्तृव किया रशीदुन सेना का नेत्तृव करते हुए रोमन सीरिया, मिस्त्र, फारस, मेसोपोटामिया पर इस्लामी सेना ने सफलतापुर्वक विजय प्राप्त की जिसके लिए खालिद बिन वालिद को सैफ अल्लाह या अल्लाह की तलवार के नाम से जाता है। इनकी मृत्यु सेना सेवा समाप्ति के चार वर्ष वाद 642 ईस्वी मे होम्स सीरिया में हुई थी इन्हे होम्स मेँ ही दफनाया गया था जो उस स्थान पर खालिद बिन वालिद के नाम से मस्जिद स्थित है। और जहाँ तक इस्लामी युध्द तथा लड़ाईयो पर चर्चा की जाये तो खालिद बिन वालिद का नाम प्रमुखता से लिया जाता कियोकी हर युध्द में जंबाजी तथा पैंतरेबाजी होसयरी थी जिससे दुश्मन सेना के छक्के छुट जाते थे।तथा दुनिया के एकमात्र एसे कमांडर है जिन्होने अपने जीवन में एक भी युध्द या लड़ाई नही हारी। .

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गणित का इतिहास

ब्राह्मी अंक, पहली शताब्दी के आसपास अध्ययन का क्षेत्र जो गणित के इतिहास के रूप में जाना जाता है, प्रारंभिक रूप से गणित में अविष्कारों की उत्पत्ति में एक जांच है और कुछ हद तक, अतीत के अंकन और गणितीय विधियों की एक जांच है। आधुनिक युग और ज्ञान के विश्व स्तरीय प्रसार से पहले, कुछ ही स्थलों में नए गणितीय विकास के लिखित उदाहरण प्रकाश में आये हैं। सबसे प्राचीन उपलब्ध गणितीय ग्रन्थ हैं, प्लिमपटन ३२२ (Plimpton 322)(बेबीलोन का गणित (Babylonian mathematics) सी.१९०० ई.पू.) मास्को गणितीय पेपाइरस (Moscow Mathematical Papyrus)(इजिप्ट का गणित (Egyptian mathematics) सी.१८५० ई.पू.) रहिंद गणितीय पेपाइरस (Rhind Mathematical Papyrus)(इजिप्ट का गणित सी.१६५० ई.पू.) और शुल्बा के सूत्र (Shulba Sutras)(भारतीय गणित सी. ८०० ई.पू.)। ये सभी ग्रन्थ तथाकथित पाईथोगोरस की प्रमेय (Pythagorean theorem) से सम्बंधित हैं, जो मूल अंकगणितीय और ज्यामिति के बाद गणितीय विकास में सबसे प्राचीन और व्यापक प्रतीत होती है। बाद में ग्रीक और हेल्लेनिस्टिक गणित (Greek and Hellenistic mathematics) में इजिप्त और बेबीलोन के गणित का विकास हुआ, जिसने विधियों को परिष्कृत किया (विशेष रूप से प्रमाणों (mathematical rigor) में गणितीय निठरता (proofs) का परिचय) और गणित को विषय के रूप में विस्तृत किया। इसी क्रम में, इस्लामी गणित (Islamic mathematics) ने गणित का विकास और विस्तार किया जो इन प्राचीन सभ्यताओं में ज्ञात थी। फिर गणित पर कई ग्रीक और अरबी ग्रंथों कालैटिन में अनुवाद (translated into Latin) किया गया, जिसके परिणाम स्वरुप मध्यकालीन यूरोप (medieval Europe) में गणित का आगे विकास हुआ। प्राचीन काल से मध्य युग (Middle Ages) के दौरान, गणितीय रचनात्मकता के अचानक उत्पन्न होने के कारण सदियों में ठहराव आ गया। १६ वीं शताब्दी में, इटली में पुनर् जागरण की शुरुआत में, नए गणितीय विकास हुए.

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गुम्बज़

गोल गुम्बज़, जो भारत के बीजापुर शहर में आदिल शाह का मक़बरा है, विश्व का दूसरा सबसे बडा़ गुम्बद है। सलीमिया मस्जिद का आंतरिक दृश्य। गुम्बद या गुम्बज़ एक वास्तुकला का सामान्य रचना अवयव है, जो कि एक खाली गोलार्ध से चिन्हित है। The interior dome of the Santa Maria del Fiore in Florence गुम्बद के अनुप्रस्थ परिच्च्हेद का पूर्ण गोला होना आवश्यक नहीं है। इसका अनुप्रस्थ अंडाकार भी हो सकता है। यदि अंडाकार आकृति के बडे़ व्यास के समानांतर, गुम्बद की आधार रेखा होती है, तब हमें एक ऊँचा गुम्बद मिलता है। इसी तरह यदि छोटे व्यास के समानांतर आधार रेखा होती है, तब हमें तश्तरी गुम्बद या सॉकर गुम्बद मिलता है, परंतु यह बडे़ क्षेत्र को घेरता है। गुम्बद के सभी सतह वक्राकार होते हैं। अंडाकार गुम्बद अधिकतर गिरजाघरों दिखते हैं। सबसे बडा़ अंडाकार गुम्बद वोकोफोर्ट के बैसिलिका में बना था। .

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ऑपरेशन डायमंड

मुनीर रेड्फा द्वारा लाया हुआ मिग-२१ विमान जो अब हाटझेरिम के इज़राइली वायु सेना संग्रहालय में है। ऑपरेशन डायमंड, इज़राइल देश के खुफिया विभाग मोसाद द्वारा किया गया एक ऑपरेशन था जिसका लक्ष्य सोवियत संघ निर्मित मिकोयान-गुरेविच मिग-२१ विमान का अधिग्रहण था, जो उस समय का सबसे उन्नत सोवियत लड़ाकू विमान था। यह ऑपरेशन १९६३ के मध्य में शुरू हुआ और १६ अगस्त १९६६ को समाप्त हो गया, जब इराकी वायु सेना का मिग-२१ इराकी-असिरियाई भगोड़ा पायलट मुनीर रेड्फा द्वारा इज़राइल में लाया गया। इस प्रकार इज़राइल और संयुक्त राज्य अमेरिका इस हवाई जहाज की डिजाइन का अध्ययन करने में सफल हुए। .

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ऑपरेशन ओपेरा

ऑपरेशन ओपेरा या ऑपरेशन बेबीलोन एक आकस्मिक इज़राइली हवाई हमला था जो ७ जून १९८१ को हुआ। इस हमलेमें बग़दाद के दक्षिण-पूर्व में १७ किलोमीटर पर स्थित इराक़ के परमाणु भट्ठी ओसिराक को नष्ट कर दिया गया। इस परमाणु भट्ठी के निर्माण में इराक की मदद फ्रांस ने की थी। ७०-मेगावाट की यूरेनियम संचालित भट्ठीका का निर्माण पुरा होने को था और इज़राइल के अनुसार हे जूलाई या सितम्बर में शुरू होनेवाली थी। इज़राइल के अनुसार इस परमाणु भट्ठी में परमाणु हथियार का निर्माण होनेवाला था और इन हथियारोंसे इज़राइली जनता को बचानेहेतु ये हमला किया गया था। हालांकि इराक़ और फ्रांस का दावा था कि ये हथियारोंके निर्माण के लिए नहीं थी। .

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ओपेक

ओपेक (Organization of the Petroleum Exporting Countries (OPEC)) पेट्रोलियम उत्पादक 14 देशों का संगठन है। इसक्र सदस्य हैं: अल्जीरिया, अंगोला, ईक्वाडोर, इरान, ईराक, कुवैत, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, नाइजीरिया, लीबिया तथा वेनेजुएला,Gabon, Equatorial Guinea। सन 1960 से ही इस संगठन का मुख्यालय विएना में है जहाँ सदस्य देशों के तेल मंत्रियों की समय-समय पर बैठक हुआ करती है। .

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आतंकी प्रशिक्षण शिविर

आतंकी प्रशिक्षण शिविर (terrorist training camp) आतंकवाद की पद्धति सिखाने वाले प्रशिक्षण शिविर हैं। यहाँ आतंकवादियों को युद्ध और आत्मघाती बमबारी करने का प्रशिक्षण दिया जाता है। ये शिविर प्रशिक्षण देने वालों के इलाकों या परंपरागत रूप से आतंकवाद के गढ़ रहे क्षेत्रों में होते हैं जैसे कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान,: Paper The People's Daily, July 12, 2002.

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आर्मीनिया

आर्मीनिया (आर्मेनिया) पश्चिम एशिया और यूरोप के काकेशस क्षेत्र में स्थित एक पहाड़ी देश है जो चारों तरफ़ ज़मीन से घिरा है। १९९० के पूर्व यह सोवियत संघ का एक अंग था जो एक राज्य के रूप में था। सोवियत संघ में एक जनक्रान्ति एवं राज्यों के आजादी के संघर्ष के बाद आर्मीनिया को २३ अगस्त १९९० को स्वतंत्रता प्रदान कर दी गई, परन्तु इसके स्थापना की घोषणा २१ सितंबर, १९९१ को हुई एवं इसे अंतर्राष्ट्रीय मान्यता २५ दिसंबर को मिली। इसकी राजधानी येरेवन है। अर्मेनियाई मूल की लिपि आरामाईक एक समय (ईसा पूर्व ३००) भारत से लेकर भूमध्य सागर के बीच प्रयुक्त होती थी। पूर्वी रोमन साम्राज्य और फ़ारस तथा अरब दोनों क्षेत्रों के बीच अवस्थित होने के कारण मध्य काल से यह विदेशी प्रभाव और युद्ध की भूमि रहा है जहाँ इस्लाम और ईसाइयत के कई आरंभिक युद्ध लड़े गए थे। आर्मेनिया प्राचीन ऐतिहासिक सांस्कृतिक धरोहर वाला देश है। आर्मेनिया के राजा ने चौथी शताब्दी में ही ईसाई धर्म ग्रहण कर लिया था। इस प्रकार आर्मेनिया राज्य ईसाई धर्म ग्रहण करने वाला प्रथम राज्य है। देश में आर्मेनियाई एपोस्टलिक चर्च सबसे बड़ा धर्म है। इसके अलावा यहाँ ईसाईयों, मुसलमानों और अन्य संप्रदायों का छोटा समुदाय है। आर्मेनिय़ा का कुल क्षेत्रफल २९,८०० कि.मी² (११,५०६ वर्ग मील) है जिसका ४.७१% जलीय क्षेत्र है। अनुमानतः (जुलाई २००८) यहाँ की जनसंख्या ३२,३१,९०० है एवं वर्ग किमी घनत्व १०१ व्यक्ति है। इसकी सीमाएँ तुर्की, जॉर्जिया, अजरबैजान और ईरान से लगी हुई हैं। आज यहाँ ९७.९ प्रतिशत से अधिक आर्मीनियाई जातीय समुदाय के अलावा १.३% यज़िदी, ०.५% रूसी और अन्य अल्पसंख्यक निवास करते हैं। यहां की जनसंख्या का १०.६% भाग अंतर्राष्ट्रीय गरीबी रेखा (अमरीकी डालर १.२५ प्रतिदिन) से नीचे निवास करता है। आर्मेनिया ४० से अधिक अंतर्राष्ट्रीय संगठनों का सदस्य है। इसमें संयुक्त राष्ट्र, यूरोप परिषद, एशियाई विकास बैंक, स्वतंत्र देशों का राष्ट्रकुल, विश्व व्यापार संगठन एवं गुट निरपेक्ष संगठन आदि प्रमुख हैं। .

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आशूरी भाषा

आशूरी (आशूरी: ܣܘܪܝܬ ܣܘܪܝܝܐ, सूरत-आशूरी) या असीरियाई नव-आरामाई (Assyrian Neo-Aramaic) पश्चिमोत्तरी ईरान, उत्तरी इराक़, पूर्वोत्तरी सीरिया और दक्षिणपूर्वी तुर्की में बसने वाले आशूरी (Assyrian) समुदाय के सदस्यों द्वारा बोली जाने वाली भाषा है। यह प्राचीन आरामाई भाषा की एक आधुनिक वंशज है। आशूरी लोग अब दुनिया भर में फैल चुके हैं इसलिए आशूरी भाषा बोलने वाले अब विश्वभर में मिलते हैं। इसे लिखने के लिए सीरियाई लिपि का एक रूप प्रयोग किया जाता है। .

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आईएसआईएस

'''इस्लामिक राज्य''' का ध्वज इस्लामी राज्य (अरबी: ﺍﻟﺪﻭﻟﺔ ﺍﻹﺳﻼﻣﻴﺔ al-Dawlah al-Islāmīyah) जून २०१४ में निर्मित एक अमान्य राज्य तथा इराक एवं सीरिया में सक्रिय जिहादी सुन्नी सैन्य समूह है। अरबी भाषा में इस संगठन का नाम है 'अल दौलतुल इस्लामिया फिल इराक वल शाम'। इसका हिन्दी अर्थ है- 'इराक एवं शाम का इस्लामी राज्य'। शाम सीरिया का प्राचीन नाम है। इस संगठन के कई पूर्व नाम हैं जैसे आईएसआईएस अर्थात् 'इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया', आईएसआईएल्, दाइश आदि। आईएसआईएस नाम से इस संगठन का गठन अप्रैल 2013 में हुआ। इब्राहिम अव्वद अल-बद्री उर्फ अबु बक्र अल-बगदादी इसका मुखिया है। शुरू में अल कायदा ने इसका हर तरह से समर्थन किया किन्तु बाद में अल कायदा इस संगठन से अलग हो गया। अब यह अल कायदा से भी अधिक मजबूत और क्रूर संगठन के तौर पर जाना जाता हैं। यह दुनिया का सबसे अमीर आतंकी संगठन है जिसका बजट 2 अरब डॉलर का है। २९ जून २०१४ को इसने अपने मुखिया को विश्व के सभी मुसलमानों का खलीफा घोषित किया है। विश्व के अधिकांश मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्रों को सीधे अपने राजनीतिक नियंत्रण में लेना इसका घोषित लक्ष्य है। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिये इसने सबसे पहले लेवेन्त क्षेत्र को अपने अधिकार में लेने का अभियान चलाया है जिसके अन्तर्गत जॉर्डन, इजरायल, फिलिस्तीन, लेबनान, कुवैत, साइप्रस तथा दक्षिणीतुर्की का कुछ भाग आता हैं। आईएसआईएस के सदस्यो की संख्या करीब 10,000 हैं। .

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आंबेडकर जयंती

आंबेडकर जयंती या भीम जयंती डॉ॰ भीमराव आंबेडकर जिन्हें बाबासाहेब के नाम से भी जाना जाता है, के जन्म दिन १४ अप्रैल को तौहार के रूप में भारत समेत पुरी दुनिया में मनाया जाता है। इस दिन को 'समानता दिवस' और 'ज्ञान दिवस' के रूप में भी मनाया जाता है, क्योंकी जीवन भर समानता के लिए संघर्ष करने वाले प्रतिभाशाली डॉ॰ भीमराव आंबेडकर को समानता के प्रतिक और ज्ञान के प्रतिक भी कहां जाता है। भीमराव विश्व भर में उनके मानवाधिकार आंदोलन, संविधान निर्माण और उनकी प्रकांड विद्वता के लिए जाने जाते हैं और यह दिवस उनके प्रति वैश्विक स्तर पर सम्मान व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर की पहली जयंती सदाशिव रणपिसे इन्होंने १४ अप्रेल १९२८ में पुणे शहर में मनाई थी। रणपिसे आंबेडकर के अनुयायी थे। उन्होंने आंबेडकर जयंती की प्रथा शुरू की और भीम जयंतीचे अवसरों पर बाबासाहेब की प्रतिमा हाथी के अंबारी में रखकर रथसे, उंट के उपर कई मिरवणुक निकाली थी। उनके जन्मदिन पर हर साल उनके लाखों अनुयायी उनके जन्मस्थल भीम जन्मभूमि महू (मध्य प्रदेश), बौद्ध धम्म दीक्षास्थल दीक्षाभूमि, नागपुर और उनका समाधी स्थल चैत्य भूमि, मुंबई में उन्हें अभिवादन करने लिए इकट्टा होते है। सरकारी दफ्तरों और भारत के हर बौद्ध विहार में भी आंबेडकर की जयंती मनाकर उन्हें नमन किया जाता है। विश्व के 55 से अधिक देशों में डॉ॰ भीमराव आंबेडकर की जयंती मनाई जाती है। गुगल ने डॉ॰ आंबेडकर की 124 वी जयंती 2015 पर अपने 'गुगल डुडल' पर उनकी तस्वीर लगाकर उन्हें अभिवादन किया। तीन महाद्विपों के देशों में यह डुडल था। .

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आइएसओ ३१६६ - १

देशों की सूची - ISO 3166-1.

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इन्नोसेंस ऑफ़ मुस्लिम्स

इन्नोसेंस ऑफ़ मुस्लिम्स २०१२ में बने गयी एक इस्लाम विरोधी फिल्म है। पूरे इस्लामी दुनिया में इस कि तीखी प्रतिक्रिया हुई, लीबिया में गुस्साए लोगों ने अमेरिकी दूतावास पर हमला कर दिया। मिस्र, पाकिस्तान, भारत, सउदी अरब, बंगलादेश, इंडोनेशिया, मलेशिया, तुर्की, सूडान, अफगानिस्तान, इराक, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, कनाडा, जर्मनी, अमेरिका समेत सम्पूर्ण विश्व में इसके विरोध में प्रदर्शन हुए। इस फिल्म कि निंदा ईसाई समाज ने भी की है। .

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इब्न अल-मुस्ताबफी

मुबारक बिन अहमद शराफ-अलदिन अबु अल-बाराकात इब्न अल-मुस्ताबफी (1169-1239), इराक के इराबिल या अरबील शहर के एक प्रसिद्ध अरब इतिहासकार थे, जिनका जन्म अरबिल के प्राचीन गढ़ में हुआ था। उन्होंने कई क्षेत्रों, इतिहास, साहित्य और भाषाओं पर लिखा है। उनकी उत्कृष्ट कृति एक चार खंडों की पुस्तक है जो (इरबिल का इतिहास) से जानी जाती है। .

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इमाम अली मस्जिद

हजरत इमाम अली पवित्र तीर्थ; (अरबी: حرم الإمام علي), जिसे मस्जिद अली भी कहा जाता है। इराक के नजफ शहर में स्थित' अली मस्जिद, शिया मुस्लिमों के लिए पवित्र स्थल भी है। । हजरत अली इब्न अबी तालिब, पहले इमाम (शिया विश्वास के अनुसार) और चौथे खलीफा (सुन्नी विश्वास के अनुसार) यहां दफन है। शिया मुसलमानों की आस्था के अनुसार, इस मस्जिद के भीतर। हजरत अली की कब्र के बगल में एडम और नूह को दफनाया गया है। इसी आस्था अनुसार यह हर साल लाखों तीर्थयात्री हजरत इमाम अली के मजार की जियारत (दर्शन) करने आते है। .

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इराक में मस्जिदों की सूची

यह सूची इराक की मुख्य मस्जिदों को दर्शाती है। .

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इराक में सामूहिक विनाश के हथियार

इराक के सैन्य शास्त्रगार सामूहिक विनाशक हथियार (जैविक और रासायनिक हथियार) इराक का रासायनिक हथियारो का कार्यक्रम 1960 ईस्वी मेँ शुरु हुआ था लेकीन 1990 के दशक मेँ एक विनाशक हथियारो के रूप मेँ सामने आया था इराक ने युध्द तथा कई अवसरो पर विनाशक हथियारो का प्रयोग किया था जिससे ईरान-इराक युध्द और कुर्दिस्तान जनसंहार जैसी घटनाएँ सामिल है 1991 मेँ प्रथम खाड़ी युध्द के बाद संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद ने इराक मेँ रासायनिक तथा जैविक हथियार होने की पुष्टि की थी जिसपर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इराक को अपने अज्ञात परमाणु कार्यक्रमो को नष्ट करने की चेतावनी दी थी। .

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इराक में ईसाई धर्म

इराक के ईसाईयों को दुनिया के सबसे पुराने ईसाई समुदायों में से एक माना जाता है। विशाल बहुमत स्वदेशी पूर्वी अरामी बोलने वाले जातीय कसदिया हैं। सिरीक, अश्शूरी, आर्मेनियन और कुर्द, अरब और आबादी का एक छोटा सा समुदाय भी है। इराकी तुर्कमेन्स। अधिकांश वर्तमान ईसाई कुर्दों से जातीय रूप से अलग हैं और वे स्वयं को अलग-अलग मूल, के अलग-अलग इतिहास के रूप में पहचानते हैं।http://www.hum.uu.nl/medewerkers/m.vanbruinessen/publications/Bruinessen_Religion_in_Kurdistan.pdf इराक में, ईसाइयों की 2003 में 1,500,000 की संख्या दर्ज की गई, जो 26 मिलियन की आबादी का 6% से अधिक (1.4 मिलियन से नीचे या 1987 में 16.5 मिलियन का 8.5%) का प्रतिनिधित्व करती है। तब से, यह अनुमान लगाया गया है कि इराक़ में ईसाइयों की संख्या 2013 तक 450,000 के रूप में कम हो गया। हालांकि, आधिकारिक जनगणना की कमी के कारण, संख्या का आकलन करना मुश्किल है। ईसाई मुख्य रूप से बगदाद, बसरा, अरबील, दोहुक, ज़खो और किर्कुक और अश्शूर कस्बों और उत्तर में निनवे मैदान जैसे क्षेत्रों में रहते हैं। इराकी ईसाई प्राथमिक रूप से कुर्दिस्तान क्षेत्र में रहते हैं; और पूर्वोत्तर सीरिया, उत्तर पश्चिमी ईरान और दक्षिण-पूर्वी तुर्की में सीमावर्ती इलाकों में, जो क्षेत्र लगभग प्राचीन अश्शूर से संबंधित है। इराक़ में ईसाइयों को विशेष रूप से मुसलमानों के लिए धर्मांतरण की अनुमति नहीं है। मुस्लिम जो ईसाई धर्म में परिवर्तित होते हैं, सामाजिक और आधिकारिक दबाव के अधीन हैं, जो मृत्युदंड का कारण बन सकता है। हालांकि, ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें मुसलमानों ने गुप्त रूप से ईसाई धर्म को अपनाया है, ईसाईयों का अभ्यास कर रहे हैं, लेकिन कानूनी तौर पर मुस्लिम हैं; इस प्रकार, इराकी ईसाइयों के आंकड़ों में ईसाई धर्म में मुस्लिम धर्म शामिल नहीं हैं। इराकी कुर्दिस्तान में, ईसाईयों को धर्मनिरपेक्षता की अनुमति है।.

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इराक का भूगोल

इराक जो पश्चिमी एशिया में स्थित है और ईरान, जॉर्डन, कुवैत, सऊदी अरब और सीरिया के साथ सीमाओं को साझा करता है। इसमें फारस की खाड़ी के साथ सिर्फ 36 मील (58 किमी) का एक छोटा सा समुद्र तट है इराक की राजधानी और सबसे बड़ा शहर बगदाद है और इसकी आबादी 30,39 9, 572 (जुलाई 2011 अनुमानित) है। इराक के अन्य बड़े शहरों में मोसुल, बसरा, इरबिल और किर्कुक शामिल हैं और देश की जनसंख्या घनत्व 17 9 6 लोग प्रति वर्ग मील या 69.3 लोग प्रति वर्ग किलोमीटर है। .

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इराक का राष्ट्रीय संग्रहालय

इराक का राष्ट्रीय संग्रहालय (अरबी: المتحف العراقي) एक संग्रहालय है जो बगदाद, इराक में स्थित है। इराक संग्रहालय के रूप में भी जाना जाता है, इसमें मेसोपोटामियन, बेबीलोनियन और फारसी सभ्यता से सम्बन्धी कीमती अवशेष शामिल हैं। 2003 के इराक पर हमले के दौरान इसे लूट लिया गया था। अंतरराष्ट्रीय प्रयासों के बावजूद, केवल चुराई गई कुछ कलाकृतियों को वापस कर दिया गया। नवीनीकरण के दौरान कई सालों तक बंद होने के बाद, और सार्वजनिक रूप से देखने के लिए शायद ही कभी खुला, संग्रहालय आधिकारिक तौर पर फरवरी 2015 में फिर से खोल दिया गया था। .

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इराक़ के प्रान्त

इराक़ में १८ प्रांत हैं जिन्हें मुहाफ़ज़ाह (अरबी:, अंग्रेज़ी: governorate) कहा जाता है, यानि वह क्षेत्र जो किसी राज्यपाल (governor) या हाफ़िज़ की निगरानी में रखे गए हों। इन प्रान्तों का ब्यौरा नीचे के विभाग दिया गया है और इनमें से तीन (अरबील, दोहूक, सुलयमानियाह) इराक़ी कुर्दिस्तान का हिस्सा माने जाते हैं और यहाँ पर क्षेत्रीय कुर्दी सरकार का स्वशासन है।, Kenneth Katzman, pp.

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इराकी कुर्दिस्तान

इराकी कुर्दिस्तान, जिसे इराकी संविधान में आधिकारिक रूप से कुर्दिस्तान क्षेत्र (Herêmî Kurdistan; ܩܠܝܡܵܐ ܕܟܘ̣ܪܕܸܣܬܵܢ, Iqlīm Kurdistān) कहते हैं, इराक के उत्तर में स्थित क्षेत्र है जो इराक का एकमात्र स्वायत्त क्षेत्र है। प्रायः इसे दक्षिणी कुर्दिस्तान कहते हैं। (باشووری کوردستان; Başûrê Kurdistanê), क्योंकि कुर्द लोग इसे बृहद कुर्दिस्तान के चार भागों में से एक मानते हैं। .

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इलख़ानी साम्राज्य

अपने चरम पर इलख़ानी साम्राज्य इलख़ानी साम्राज्य या इलख़ानी सिलसिला (फ़ारसी:, सिलसिला-ए-इलख़ानी; मंगोल: Хүлэгийн улс, हुलेगु-इन उल्स; अंग्रेज़ी: Ilkhanate) एक मंगोल ख़ानत थी जो १३वीं सदी में ईरान और अज़रबेजान में शुरू हुई थी और जिसे इतिहासकार मंगोल साम्राज्य का हिस्सा मानते हैं। इसकी स्थापना चंगेज़ ख़ान के पोते हलाकु ख़ान ने की थी और इसके चरम पर इसमें ईरान, ईराक़, अफ़्ग़ानिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, आर्मीनिया, अज़रबेजान, तुर्की, जोर्जिया और पश्चिमी पाकिस्तान शामिल थे। इलख़ानी बहुत से धर्मों के प्रति सहानुभूति रखते थे लेकिन इनमें बौद्ध धर्म और ईसाई धर्म को विशेष स्वीकृति हासिल थी।, Robert Marshall, University of California Press, 1993, ISBN 978-0-520-08300-4,...

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इश्तर

इश्तर (Ishtar) बाबुल, असुर और सुमेर की मातृदेवी थी। वह प्रेम सुन्दरता, सम्भोग, इच्छा, युद्ध, राजनितिक शक्ति आदि कीदेवी थी। गैरसामी-सुमेरी सभ्यता के ऊर, उरुख आदि विविध नगरों में उसकी पूजा नना, इन्नन्ना, नीना और अनुनित नामों से होती थी। इनके अपने अपने विविध मंदिर थे। इनका महत्व अन्य देवियों की भाँति अपने देवपतियों के छायारूप के कारण न होकर अपना निजी था और इनकी पूजा अपनी स्वतंत्र शक्ति के कारण होती थी। ये आरंभ में भिन्न-भिन्न शक्तियों की अधिष्ठात्री देवियाँ थीं पर बाद में अक्कादी-बाबुली काल में, ईसा से प्राय: ढाई हजार साल पहले, इनकी सम्मिलित शक्ति को 'इश्तर' नाम दिया गया। इश्तर का प्राचीनतम अक्कादी रूप 'अश दर' था जो उस भाषा के अभिलेखों में मिलता है। अक्कादी में इसका अर्थ अनुदित होकर वही हुआ जो प्राचीनतर सुमेरी इन्नन्ना या इन्नीनी का था-'स्वर्ग की देवी।' सुमेरी सभ्यता में यह मातृदेवी सर्वथा कुमारी थी। फ़िनीकी में उसका नाम 'अस्तार्ते' पड़ा। उसका संबंध वीनस ग्रह से होने के कारण वही रोमनों में प्रेम की देवी वीनस बनी। इस मातृदेवी की हजारों मिट्टी, चूने मिट्टी और पत्थर की मूर्तियाँ प्राचीन बेबिलोनिया और असूरिया, वस्तुत: समूचे ईराक में मिली हैं, जिससे उस प्रदेश पर उस देवी की प्रभुता प्रकट है। श्रेणी:मेसापोटामिया की देवी.

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इस्लाम से पहले का अरब

सउदी अरब के मदीना प्रान्त में मदाइन सालेह नामक नबाती मक़बरे यमन के सबाई संस्कृति के अल्मक़ाह चन्द्र-देवता की एक प्रार्थना नबाती लोगों के व्यापारिक मार्ग इस्लाम से पहले का अरब (अरबी:, अल-अरब क़ब्ल अल-इस्लाम; अंग्रेज़ी: Pre-Islamic Arabia) ६३० ईसवी के दशक में इस्लाम के उभरने से पहले के काल का अरबी प्रायद्वीप था। यदि इराक़ में केन्द्रित मेसोपोटामिया की सभ्यताओं को छोड़ा जाए तो अरबी प्रायद्वीप में सबसे पहली मानवीय संस्कृति २५०० ईसापूर्व के आसपास की उम्म अन-नार संस्कृति थी जो उत्तरी संयुक्त अरब अमीरात और ओमान के इलाक़े में लगभग ५०० सालों तक चली। इसके बाद यहाँ कई राज्य उभरे। .

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इस्लाम के राष्ट्र

इस्लाम धर्म के राष्ट्र निम्न हैँ-.

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इस्लामिक स्टेट ऑफ़ ईराक़

इस्लामिक स्टेट ऑफ़ ईराक़ एक तकफिरी इस्लामी संगठन था। इसका उद्देश्य इराक के सुन्नी बहुमत क्षेत्रों में एक इस्लामी राज्य की स्थापना करना था। इसकी स्थापना १५ अक्टूबर २००६ को इराक के कुछ विद्रोही संगठनों के विलयन से हुई थी। ft.com, 15 October 2006.

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इस्लामी सहयोग संगठन

निलंबित देश ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कारपोरेशन: Organisation of Islamic Cooperation (OIC) इस्लामिक देशों के मध्य सभी विषयों में सहयोग को प्रोत्साहित करता है। जिसका औपचारिक नाम: ऑर्गेनाइजेशन डी ला को-ऑपरेशन इस्लामिक (फ्रेंच)। मुख्यालय: जेद्दा, (सऊदी अरब) मेँ स्थित है तथा सदस्यता वाले देश: अफगानिस्तान, अल्बानिया, अल्जीरिया, अज़रबैजान, बहरीन, बांग्लादेश, बेनिन, ब्रूनेई, दार-ए- सलाम, बुर्किना फासो, कैमरून, चाड, कोमोरोस, आईवरी कोस्ट, जिबूती, मिस्र, गैबॉन, गाम्बिया, गिनी, गिनी-बिसाऊ, गुयाना, इंडोनेशिया, ईरान, इराक, जार्डन, कजाखस्तान, कुवैत, किरगिज़स्तान, लेबनान, लीबिया, मलेशिया, मालदीव, माली, मॉरिटानिया, मोरक्को, मोजाम्बिक, नाइजर, नाइजीरिया, ओमान, पाकिस्तान, फिलिस्तीन, कतर, सऊदी अरब, सेनेगल, सियरा लिओन, सोमालिया, सूडान, सूरीनाम, सीरिया, ताजिकिस्तान, टोगो, ट्यूनीशिया, तुर्की, तुर्कमेनिस्तान, युगांडा, संयुक्त अरब अमीरात, उज्बेकिस्तान, यमन। और आधिकारिक भाषाएं: अरबी, अंग्रेजी और फ्रांसीसी है। .

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इस्लामी सैन्य गठबंधन

इस्लामी सैन्य गठबंधन: (आईएमए) (अरबी: التحالف الإسلامي العسكري لمحاربة الإرهاب), और इस्लामी सैन्य काउंटर टेररिज्म कोएलिशन (आईएमसीटीसी) के रूप में भी जाना जाता है, मुस्लिम दुनिया में एक अंतर-सरकारी आतंकवाद विरोधी गठबंधन है, जो सेना के चारों ओर एकजुट है आईएसआईएस और अन्य आतंकवादी गतिविधियों के खिलाफ हस्तक्षेप।.

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इस्लामी अक्षरांकन

इसलामी अक्षरांकन, या अरबिक अक्षरांकन, एक ऐसी कला है जो क़लम से हस्ताक्षरों से सुंदर रूप में अक्षरांकन करना। यह खास तौर से अरबी अक्षरों को लिखने में उपयोगित है, जो कि इस्लामी संस्कृती का अंग माना जाता है। और यह अक्षरांकन फ़ारसी अक्षरांकन से लिया गया है। Chapman, Caroline (2012).

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करबला

करबला ईराक का एक प्रमुख शहर है। यहा पर इमाम हज़रत हुसैन ने अपने नाना हजरत मुहम्मद स्० के सिधान्तो की रक्षा के लिए बहुत बड़ा बलिदान दिया था। इस स्थान पर आपको और आपके लगभग पूरे परिवार और अनुयायियों को यजिद नामक व्यक्ति के आदेश पर सन् 680 (हिजरी 61) में शहीद किया गया था जो उस समय शासन करता था और इस्लाम धर्म में अपने अनुसार बुराईयाँ जेसे शराबखोरि, अय्याशी, वगरह लाना चाह्ता था।। यह क्षेत्र सीरियाई मरुस्थल के कोने में स्थित है। करबला शिया स्मुदाय में मक्का के बाद दूसरी सबसे प्रमुख जगह है। कई मुसलमान अपने मक्का की यात्रा के बाद करबला भी जाते हैं। इस स्थान पर इमाम हुसैन का मक़बरा भी है जहाँ सुनहले रंग की गुम्बद बहुत आकर्षक है। इसे 1801 में सऊदी के राजा के पूरवजो ने नष्ट भी किया था पर फ़ारस (ईरान) के लोगों द्वारा यह फ़िर से बनाया गया। इमाम हुसैन (हुसैन बिन अली) के इस बलिदान को मुस्लिम मुहर्रम के रूप में आज भी याद करते हैं। .

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करबला प्रान्त

करबला प्रान्त, जिसे अरबी में मुहाफ़ज़ात​ करबला कहते हैं, इराक़ का एक प्रान्त है। इस प्रान्त में करबला का धार्मिक शहर आता है जो शिया मुस्लिमों के लिया बहुत महत्व रखता है और जहाँ इमाम हुसैन की मस्जिद और उनका मक़बरा है। .

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कराडा

कराडा (अंग्रेजी:Karrada/(अरबी: كرّادة‎‎) इराक़ के बगदाद शहर का एक मध्यम वर्ग का ज़िला है जहां २०१६ में आतंकी हमले हुए।. .

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करकूक प्रान्त

करकूक प्रान्त के ज़िलों का नक़्शा (पुराना) करकूक​ प्रान्त (अरबी:, कुर्दी:, आशूरी: ܟܪܟ ܣܠܘܟ), जिसे किरकुक प्रान्त या केरकूक प्रान्त भी उच्चारित किया जाता है, इराक़ का एक प्रान्त है। .

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कर्बला

कर्बला (अरबी: كربلاء, कर्बला) मध्य इराक में एक शहर है, बगदाद के लगभग 100 किमी (62 मील) दक्षिण-पश्चिम में स्थित है, और कुछ मील की दूरी पर मिल्खा झील के पूर्व में स्थित है। करबला करबला की राजधानी की राजधानी है, और 1.15 मिलियन लोगों (2012) की अनुमानित आबादी है। शहर, जिसे कर्बला (680) की लड़ाई के स्थान के रूप में जाना जाता है, को शिया मुसलमानों के लिए एक पवित्र शहर मक्का, मदीना और यरूशलेम के महान अभयारण्य के रूप में माना जाता है, और शिया मुस्लिमों के लाखों लोगों को वर्ष में दो बार साइट पर जाना जाता है।, तीर्थयात्रा के स्थान के रूप में मक्का की प्रतिद्वंद्वी। करबला इमाम हुसैन और अब्बास के मस्जिदों का घर है। हुसैन की शहीद लाखों शियाओं द्वारा सालाना मनाया जाता है। .

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कला स्नातक

बैचलर ऑफ आर्ट, बी.ए. (baccalaureus artium, B.A.,BA,A.B., या AB) कला में एक शैक्षणिक उपाधि है।बैचलर ऑफ आर्ट एक स्नातक का विषय जो तीन या चार सालों में पूर्ण किया जाता है। इसमें कई विषय होते हैं - अंग्रेजी,विज्ञान,सामाजिक तथा इतिहास इत्यादि। इन देशों में 3 सालों का पाठ्यक्रम उपलब्ध है - यूरोपियन यूनियन, ऑस्ट्रेलिया, अल्बानिया, हर्जगोविनीया, बोसिना,भारत, न्यूज़ीलैण्ड, ईजराइल,आईलैण्ड,नार्वे,सिंगापुर,दक्षिण अफ्रिका, वेस्ट इंडिज़, स्विटर्जलैण्ड तथा कनाडा। इन देशों में 4 सालों का कोर्स उपलब्ध है - अफ़ग़ानिस्तान, लेबनान, अरमेनिया, यूनान, बांग्लादेश, अज़रबैजान, इजिप्ट, ईरान, जापान, नाईजीरिया, सर्बिया, पाकिस्तान, फ़िलीपिंस, थाईलैण्ड, रूस,आयरलैण्ड, ईराक,दक्षिण कोरिया, तुनुसिया, कुवैत तथा तुर्की। .

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क़शक़ाई भाषा

क़शक़ाई (Qashqai) या ग़शग़ाई एक तुर्की भाषा है जो क़शक़ाई समुदाय के लोग बोलते हैं। यह समुदाय मुख्य रूप से ईरान के फ़ार्स क्षेत्र में बसा हुआ है। क़शक़ाई बोली अज़ेरी भाषा के बहुत क़रीब है और कभी-कभी उस भाषा की उपभाषा कहलाती है। अधिकतर क़शक़ाई लोग क़शक़ाई भाषा के साथ-साथ फ़ारसी भी लिख-बोल सकते हैं। .

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क़ादिसियाह प्रान्त

क़ादिसियाह​ प्रान्त (अरबी), जिसका औपचारिक नाम अरबी भाषा में मुहाफ़ज़ात​ अल-क़ादिसियाह​ है, इराक़ का एक प्रान्त है। .

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क़ुर्दिस्तान

विस्तृत अर्थ में कुर्दिस्तान से अभिप्राय उस प्रदेश से है जहाँ कुर्द लोग निवास करते हैं। कुर्द कट्टर सुन्नी मुसलमान, योद्धा, कुशल घुड़सवार, बंजारा जाति के लोग हैं। यह प्रदेश एनातोलिया के दक्षिणपूर्व पहाड़ों तथा जागरूस श्रेणी के उत्तरपश्चिम स्थित है और तुर्की, ईरान और इराक तीन देशों में बँटा है। कुर्द लोग गर्मी में पशुओं के साथ पहाड़ी चरागाहों पर चले जाते हैं। जाड़े में घाटियों में रहते है। इनके खेमे गारे, मिट्टी, ईटं और लकड़ी के बने होते हैं। इनका अतिथिसत्कार प्रसिद्ध है। सीमित अर्थ में कुर्दिस्तान ईरान के एक उस्तान (प्रांत) का नाम है जो उत्तर में अजरबैजान, दक्षिण में किरमान शाह, पूर्व में ईराक की सीमा और पश्चिम में गेरूस और हमदान के उस्तानों से घिरा है। इसका मुख्य नगर सिनंदाज (सिन्नेह) है। यहाँ का मुख्य उद्योग गलीचा, ऊन और नमदा है। यहाँ कुर्द आबादी रहती है और यह तुर्की तथा इराक की सीमा के करीब है। क़ुर्दिस्तान.

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काला तीतर

काला तीतर या काला फ़्रैंकोलिन (Black Francolin) (Francolinus francolinus) फ़ीज़ैन्ट कुल का एक पक्षी है। यह अफ़्गानिस्तान, आर्मीनिया, अज़रबैजान, भूटान, साइप्रस, जॉर्जिया, भारत, ईरान, ईराक, इज़्रायल, जॉर्डन, नेपाल, पाकिस्तान, फ़िलिस्तीनी राज्यक्षेत्र, सीरिया, तुर्की और तुर्कमेनिस्तान में पाया जाता है। .

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कुर्द लोग

कुर्द लोग मुख्य रूप से उत्तरी इराक़, दक्षिणपूर्वी तुर्की तथा उत्तरी सीरिया में पाए जाते हैं। कुर्द लोगों से सम्बन्धित चीज़ों को भी कुर्द कहा जाता है। इनकी भाषा को कुर्द भाषा कहा जाता है। से लोग शिया बाहुल्य हैं किंतु अंकुर आनंद मिश्रा के अनुसार यें अब आधुनिक हो रहे हैं और सूफी शाखा का भी प्रवेश हो रहा है !!! .

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कुर्दिस्तान प्रांत (ईरान)

कूर्दिस्तान (फ़ारसी: استان کردستان, Ostâne Kordestân; कुर्द: پارێزگه ی کوردستان, Parêzgeha Kurdistanê) एक प्रांत हैं ईरान का पूर्व मैं। यह इराक़ से सटा है तथा यहाँ कुर्द आबादी रहती है। श्रेणी:ईरान के प्रांत.

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कुर्दी भाषा

कुर्दी भाषा का फैलाव (लाल रंग में, बाएं तरफ़) कुर्दी (Kurdî,, Kurdish) ईरान, तुर्की, ईराक़, सीरिया और दक्षिणी कॉकस क्षेत्र में रहने वाले कुर्दी लोगों की भाषा है। यह हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार की हिन्द-ईरानी शाखा की ईरानी उपशाखा की एक सदस्य है। यह आधुनिक फ़ारसी भाषा से काफ़ी मिलती-जुलती है। दुनिया भर में कुर्दी बोलने वालों की संख्या १.६ करोड़ अनुमानित की गई है। तुर्की में इसे मातृभाषा या दूसरी भाषा बोलने वाले उस देश की कुल आबादी के लगभग १२% अनुमानित किये गए हैं। वास्तव में कुर्दी एक भाषा नहीं बल्कि बहुत सी कुर्दी उपभाषाओं का गुट है।, Stavroula Chrisdoulaki, GRIN Verlag, 2010, ISBN 978-3-640-76700-7,...

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कुवैत

कुवैत (अरबी: دولة الكويت‎, दवालात अल-कुवैती) पश्चिम एशिया में स्थित एक संप्रभु अरब अमीरात है, जिसकी सीमा उत्तर में सउदी अरब और उत्तर और पश्चिम में इराक से मिलती है। उत्तर से लेकर दक्षिण तक की अधिकतम दूरी 200 किमी (120 मील) और पूर्व से लेकर पश्चिम तक की दूरी 170 किमी (110 मील) है। कुवैत एक अरबी शब्द है, जिसका अर्थ है 'पानी के करीब एक महल'। करीबन 30 लाख की जनसंख्या वाले इस संवैधानिक राजशाही वाले देश में संसदीय व्यवस्था वाली सरकार है। कुवैत नगर देश की आर्थिक और राजनीतिक राजधानी है। कुवैत में अनेक द्वीप भी शामिल हैं, जिसमें इराक की सीमा से लगा बुमियान सबसे बड़ा है। 1990 में कुवैत पर इराक ने आक्रमण कर कब्जा जमा लिया था। सात महीने का इराकी कब्जा संयुक्त राज्य अमेरिका नीत सेना द्वारा सीधे आक्रमण के बाद खत्म हुआ था। लौटती हुई इराकी सेना ने करीबन 750 तेल के कुंओं को खाक में मिला दिया, जो एक बड़ी आर्थिक और पयार्वरण त्रासदी के रूप में परिणीत हुई। युद्ध में कुवैत की आधारभूत संरचना बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई, जिसे पुनः सुधारना पड़ा। तेल भंडारण के मामले में कुवैत दुनिया का पांचवां सबसे समृद्ध देश और प्रति व्यक्ति आय के हिसाब से दुनिया का ग्यारहवां सबसे धनी देश है। कुवैत में तेल क्षेत्र की खोज और दोहन की प्रक्रिया 1930 से प्रारंभ हुई। 1961 में युनाइटेड किंगडम से स्वतंत्र होने के बाद इस क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की गई है। आज देश का करीबन 95 प्रतिशत निर्यात और 80 प्रतिशत सरकारी राजस्व तेल 䤔र तेल से बने उत्पाद से होती है। .

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कुवैत का भूगोल

कुवैत आधिकारिक तौर पर कुवैत राज्य कहा जाता है, अरब प्रायद्वीप के पूर्वोत्तर भाग पर स्थित एक देश है। यह सऊदी अरब से दक्षिण और इराक के साथ उत्तर और पश्चिम में सीमाएं साझा करता है। कुवैत की पूर्वी सीमाएं फारस की खाड़ी के साथ हैं कुवैत का कुल क्षेत्रफल 6,879 वर्ग मील (17,818 वर्ग किमी) है और जनसंख्या घनत्व 377 लोगों प्रति वर्ग मील या 145.6 लोग प्रति वर्ग किलोमीटर है। कुवैत की राजधानी और सबसे बड़ा शहर कुवैत सिटी हैसब। .

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क्रूसेड

'''एन्टिओक का कब्जा''', प्रथम क्रूसयुद्ध के समय के मध्ययुगीय चित्रकर्म से लिया गया यूरोप के ईसाइयों ने 1095 और 1291 के बीच अपने धर्म की पवित्र भूमि फिलिस्तीन और उसकी राजधानी जेरूसलम में स्थित ईसा की समाधि का गिरजाघर मुसलमानों से छीनने और अपने अधिकार में करने के प्रयास में जो युद्ध किए उनको सलीबी युद्ध, ईसाई धर्मयुद्ध, क्रूसेड (crusades) अथवा क्रूश युद्ध कहा जाता है। इतिहासकार ऐसे सात क्रूश युद्ध मानते हैं। .

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कैट स्टीवंस

युसुफ इस्लाम (जन्म - स्टीवंस डेमेट्रे जॉर्जियो; 21 जुलाई 1948, लन्दन, इंग्लैण्ड), जिन्हें मूल रूप से और आम तौर पर उनके पूर्व मंच नाम कैट स्टीवंस द्वारा जाना जाता है, एक ब्रिटिश संगीतकार हैं। वह एक गायक-गीतकार, बहु-वाद्ययंत्रवादक, शिक्षक, लोकहितैषी और इस्लाम के प्रमुख नवधर्मी हैं। 1970 के दशक के आरंभिक दौर में रिकॉर्ड किए गए उनके एल्बमों, टी फॉर द टिलरमैन और टीज़र एण्ड द फायरकैट, में से दोनों को संयुक्त राज्य अमेरिका में रिया (RIAA) द्वारा ट्रिपल प्लेटिनम की प्रमाणिकता दी गई थी; उनके 1972 के एल्बम, कैच बुल ऐट फोर के रिलीज़ होने के बाद पहले दो सप्ताह में ही इसकी आधी मिलियन प्रतियां बिक गईं और लगातार तीन सप्ताह तक बिलबोर्ड (Billboard) का नंबर-एक एलपी (LP) बना रहा। उन्होंने "द फर्स्ट कट इज द डीपेस्ट" के लिए लगातार दो वर्षों में दो एस्कैप (ASCAP) साँगराइटिंग अवार्ड भी हासिल किया है, जो चार अलग-अलग कलाकारों का एक हिट एकल है। दिसंबर 1977 में, स्टीवंस जब अपनी प्रसिद्धि के चरम पर थे, तब उन्होंने अपना धर्म बदल कर इस्लाम धर्म के अनुयायी बन गए और इसके अगले वर्ष अपना नाम बदलकर एक मुस्लिम नाम, युसुफ इस्लाम रख लिया। 1979 में, उन्होंने दान-धर्म के उद्देश्य से अपने सभी गिटारों को नीलाम कर दियाइस कहानी को वास्तव में 3 दिसम्बर 2006 को प्रसारित किया गया था। और मुस्लिम समुदाय को अपना शैक्षिक और लोकहितैषी सहयोग प्रदान करने के लिए अपने आपको समर्पित करने के लिए उन्होंने अपना संगीत करियर छोड़ दिया.

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कैमरा

कोई भी आधुनिक, एक ताल (लेंस) वाला, प्रतिबिम्ब (रिफ्लेक्स) कैमरा बायें से दायें: '''एग्फा''' का बक्सानुमा कैमरा; पोलरायड लैण्ड कैमरा; याशिका ३५ मिमी एस एल आर कैमरा एक प्रकाशीय युक्ति है जिसकी सहायता से कोई स्थिर छवि (फोटोग्राफ) या चलचित्र (मूवी या विडियो) खींचा जा सकता है। चलचित्र वस्तुतः किसी परिवर्तनशील या चलायमान वस्तु के बहुत छोटे समयान्तरालों पर खींची गयी बहुत से छवियों का एक क्रमिक समूह होता है। कैमरा शब्द लैटिन के कैमरा ऑब्स्क्योरा से आया है जिसका अर्थ अंधेरा कक्ष होता है। ध्यान रखने योग्य है कि सबसे पहले फोटो लेने के लिये एक पूरे कमरे का प्रयोग होता था, जो अंधकारमय होता था। .

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कूफ़ा

महान कूफ़ा मस्जिद, १९१५ में ली गई तस्वीर कूफ़ा (अरबी:, अल-कूफ़ा; अंग्रेज़ी: Kufa) इराक़ के नजफ़ प्रान्त में फ़ुरात नदी के किनारे स्थित एक शहर है। यह इराक़ की राजधानी बग़दाद से १७० किमी दक्षिण में और प्रांतीय राजधानी नजफ़ से १० किमी पूर्वोत्तर में पड़ता है। .

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कूफा की महान मस्जिद

कूफा की महान मस्जिद; Great Mosque of Kufa, or Masjid al-Kūfa (مسجد الكوفة المعظم), or Masjid-al-Azam यह मस्जिद इराक के कूफा शहर में स्थित है जो शिया मुसलमानों के तीर्थस्थलों में से एक है। .

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केविन रड

कैविन रड (अंग्रेजी: Kevin Rudd, जन्म: 21 सितम्बर 1957) ऑस्ट्रेलिया के निवर्तमान प्रधानमन्त्री हैं। वे संघीय ऑस्ट्रेलियाई श्रम दल के नेता भी हैं। उन्होनें 2007 का संघीय चुनाव जीता और ऑस्ट्रलिया के प्रधानमन्त्री बने। जूलिया गेलार्ड के लेबर पार्टी के नेता पद से अपदस्थ होने के एक दिन बाद केविन रड को एक बार पुन: ऑस्ट्रलिया के प्रधानमन्त्री पद की शपथ दिलाई गयी। वर्ष 2013 के संघीय चुनाओं में हार मिली। संसद में चुने जाने से पूर्व वे एक राजनयिक और सरकारी कर्मचारी थे। रड ने 1998 में संसद की सीट जीती थी। संघीय ऑस्ट्रेलियाई लेबर पार्टी ने दिसम्बर 2006 में उन्हें विपक्ष का नेता चुना। 2007 का संघीय चुनाव उन्होंने कार्य समझौतों और भूमंडलीय ऊष्मीकरण के कारण जीता था। प्रधानमन्त्री के रूप में उन्होंने पहले ही क्योटो संधि पर हस्ताक्षर कर दिये थे और अब वे ईराक युद्ध से ऑस्ट्रेलियाई सैनिकों को बाहर निकालेंगे। .

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अनबार प्रान्त

अनबार प्रान्त के ७ ज़िले अनबार प्रान्त, जिसे अरबी में मुहाफ़ज़ात​ अल-अनबार कहते हैं इराक़ का एक प्रान्त है। सन् १९७६ से पहले इस प्रान्त का नाम 'रमादी प्रान्त' था और १९६२ से पहले 'दुलैम प्रान्त' था। .

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अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन के सदस्य राष्ट्र

अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन में राष्ट्र अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन के सदस्यओं की सूची है। अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन का चिन्ह .

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अप्रैल 2017 नांगहार हवाई हमला

13 अप्रैल 2017 को संयुक्त राज्य अमेरिका ने दूसरा सबसे बड़ा गैर-परमाणु बम गिराय जिसे जीबीयू-43/ बी एयर ब्लास्ट के रूप में भी जाना जाता है। अमेरिका द्वारा गिराए गये इस बम का उद्देश्य पूर्वी अफगानिस्तान के नांगहार प्रांत के अचिंन जिले में आईएसआईएस द्वारा उपयोग किए जाने वाले सुरंग परिसरो को नष्ट करने के लिए गिराया गया था आईएसआईएस ने इस क्षेत्र में 2015 कब्जा किया था जो किसी अरब क्षेत्र के बहार आईएसआईएस की पहली शाखा थी। .

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अफ़ग़ानिस्तान युद्ध (2001–वर्तमान)

अफ़ग़ानिस्तान युद्ध अफ़ग़ानिस्तानी चरमपंथी गुट तालिबान, अल कायदा और इनके सहायक संगठन एवं नाटो की सेना के बीच सन २००१ से चल रहा है। इस युद्ध का मकसद अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान सरकार को गिराकर वहाँ के इस्लामी चरमपंथियों को ख़त्म करना है। इस युद्ध कि शुरुआत २००१ में अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेण्टर पर हुए आतंकी हमले के बाद हुयी थी। हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज विलियम बुश ने तालिबान से अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन कि मांग की थी जिसे तालिबान ने यह कहकर ठुकरा दिया था कि पहले अमेरिका लादेन के इस हमले में शामिल होने के सबूत पेश करे जिसे बुश ने ठुकरा दिया और अफ़ग़ानिस्तान में ऐसे कट्टरपंथी गुटों के विर्रुध युद्ध का ऐलान कर दिया। कांग्रेस हॉल में बुश द्वारा दिए गए भाषण में बुश ने कहा कि यह युद्ध तब तक ख़त्म नहीं होगा जब तक पूरी तरह से अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान में से चरमपंथ ख़त्म नहीं हो जाता। इसी कारण से आज भी अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान में अमेरिकी सेना इन गुटों के खिलाफ जंग लड़ रही है।.

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अबु बक्र

अबू बक्र का असली नाम अब्दुल्लाह इब्न अबू क़ुहाफ़ा (Abdullah ibn Abi Quhaafah अरबी عبد الله بن أبي قحافة), c. 573 ई – 23 अगस्त 634 ई, इनका मशहूर नाम अबू बक्र (أبو بكر) है।, from islam4theworld अबू बक्र पैगंबर मुहम्मद के ससुर और उनके प्रमुख साथियों में से थे। वह मुहम्मद साहब के बाद मुसल्मानों के पहले खलीफा चुने गये। सुन्नी मुसलमान इनको चार प्रमुख पवित्र खलीफाओं में अग्रणी मानतें हैं। ये पैगंबर मुहम्मद के प्रारंभिक अनुयायियों में से थे और इनकी पुत्री आयशा पैगंबर की चहेती पत्नी थी। .

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अबु बक्र अल-बगदादी

अबू बक्र अल बग़दादी का जन्म १९७१ में ईराक़ के सामर्रा नगर में हुआ। अली बदरी सामर्राई, अबू दुआ, डाक्टर इब्राहीम, अल कर्रार और अबू बक्र अलबग़दादी आदि कई इसके उपनाम हैं। यह पीएचडी हैं। इसके पिता का नाम अलबू बदरी हैं जो सलफ़ी तकफ़ीरी विचारधारा को मानते हैं। अबू बक्र बग़दादी की शुरुवात धर्म के प्रचार साथ ही प्रशिक्षण से हुआ। लेकिन जेहादी विचारधारा की ओर अधिक झुकाव रखने के कारण वह इराक़ के दियाला और सामर्रा में जेहादी पृष्ठिभूमि के केन्द्रों में से एक केन्द्र के रूप में ऊभरा। .

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अब्द अल-मालिक बिन मरवान

अब्द अल-मलिक बिन मरवान (अरबी:, अंग्रेज़ी: ‘Abd al-Malik ibn Marwān) इस्लाम के शुरूआती काल में उमय्यद ख़िलाफ़त का एक ख़लीफ़ा था। वह अपने पिता मरवान प्रथम के देहांत होने पर ख़लीफ़ा बना। अब्द अल-मलिक एक शिक्षित और निपुण शासक था, हालांकि उसके दौर में बहुत सी राजनीतिक मुश्किलें बनी रहीं। १४वीं सदी के मुस्लिम इतिहासकार इब्न ख़लदून के अनुसार 'अब्द अल-मलिक बिन मरवान सबसे महान अरब और मुस्लिम ख़लीफाओं में से एक है। राजकीय मामलों को सुव्यवस्थित करने के लिए वह मोमिनों के सरदार उमर बिन अल-ख़त्ताब के नक़्श-ए-क़दम पर चला।' .

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अब्दुल क़ादिर जीलानी

अब्दुल क़ादिर जीलानी (عبد القادر الجيلاني), (عبد القادر گیلانی, Abdülkâdir Geylânî, عبد القادر گیلانی Abdolqāder Gilāni,(அப்துல் காதிர் ஜிலானி ரலியல்லாஹூ அன்ஹூ.), আব্দুল কাদের জিলানী (রহ.)) अल-सय्यद मुहियुद्दी अबू मुहम्मद अब्दल क़ादिर जीलानी अल-हसनी वल-हुसैनी (जन्म: 11 रबी उस-सानी, 470 हिज्री, नाइफ़ गांव, जीलान जिला, इलम प्रान्त, तबरेस्तान, पर्शिया। देहांत - इराक़ 8 रबी अल अव्वल, 561 हिज्री शहर बग़दाद,The works of Shaykh Umar Eli of Somalia of al-Tariqat al-Qadiriyyah. (1077–1166 CE), ईरान से थे। हम्बली न्यायसूत्र परंपरा और सूफ़ी संत। इनका निवास बगदाद शहर। इनहोंने क़ादरिया सूफ़ी परंपरा की शुरूआत की। सुनी मुसलमानों द्वारा शेख 'अब्द अल-क़दीर अल-जिलानी के रूप में लघु या आदरणीय के लिए अल-जिलानी है, एक सुन्नी हनबाली प्रचारक, वक्ता, तपस्वी, रहस्यवादी, न्यायवादी, और धर्मविज्ञानी थे जो कदिरिया के नामांकित संस्थापक होने के लिए जाने जाते हैं जो सुन्नी सूफीवाद का आध्यात्मिक क्रम था। .

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अब्दुल-कादिर जीलानी का मकबरा

अब्दुल-कादिर जीलानी का मकबरा, या हज़रत कादिरिया, इराक की राजधानी बगदाद में स्थित कदिरिया सूफी आदेश के संस्थापक हजरत अब्दुल-कादिर जीलानी को समर्पित एक इस्लामी धार्मिक परिसर है। इसके आसपास के वर्ग को जीलाानी स्क्वायर के रूप में नामित किया गया है। मस्जिद परिसर, मकबरा और कदिरिया पुस्तकालय के रूप में जाना जाता है पुस्तकालय जो इस्लामी अध्ययन से इस्लामी इतिहास सम्बंधित कार्य करता है। .

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अबू हनीफ़ा

नोमान इब्न साइत इब्न ज़ौता इब्न मरज़ुबान (फारसी : ابوحنیفه, अरबी : نعمان بن ثابت بن زوطا بن مرزبان), जो अबू हनीफ़ा (हनीफ़ा के पिता) के नाम से मशहूर हैं और इन्हें इसी नाम से भी जाना जाता है (जन्म: 699 ई. मृत्यु 767 ई / 80-150 हिजरी साल), अबू हनीफ़ा सुन्नी "हनफ़ी मसलक" (हनफ़ी स्कूल) इसलामी न्यायशास्त्र के संस्थापक थे। यह एक प्रसिद्ध इस्लामी विद्वान थे। ज़ैदी शिया मुसलमानों में इन्हें प्रसिद्ध विद्वान के रूप में माना जाता है।  उन्हें अक्सर "महान इमाम" (ألإمام الأعظم, अल इमाम अल आज़म) कहा और माना जाता है। S. H. Nasr (1975), "The religious sciences", in R.N. Frye, The Cambridge History of Iran, Volume 4, Cambridge University Press.

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अबू गरीब यातना और कैदी शोषण

2003 में शुरू हुए इराक युद्ध के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका की सेना और सेन्ट्रल इन्टेलिजेन्स एजेन्सी के कर्मियों ने इराक़ के अबू गरीब कारागार के बंदियों के खिलाफ मानवाधिकार हनन किए। इनमें शारीरिक और यौन शोषण, यातना, बलात्कार, गुदा मैथुन और हत्या शामिल थे। ये शोषण 2003 में एमनेस्टी इण्टरनेशनल और एसोसिएटेड प्रेस द्वारा प्रकाशित रिपोर्टों से सामने आए। श्रेणी:इराक युद्ध श्रेणी:मानवाधिकार हनन श्रेणी:युद्धकालीन अपराध.

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अमाराह

अमाराह (अरबी:, अल-अमाराह; अंग्रेज़ी: Amarah) दक्षिणपूर्वी इराक़ का एक शहर है और उस देश के मयसान प्रान्त की राजधानी है। बग़दाद से दक्षिण में स्थित यह शहर दजला नदी के किनारे बसा हुआ है और ईरान की सरहद से लगभग ५० किमी दूर है।, Karen Dabrowska, Geoff Hann, pp.

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अमीरा एंड सैम

अमीरा एंड सैम 2014 की एक अमेरिकी फिल्म है जिसे सीन मुलिन द्वारा लिखित और निर्देशित किया गया है और टेरी लियोनार्ड, एरीच लोचेर और मैट मिलर द्वारा निर्मित उत्पादक जेम्स पॉंसॉल्ड, मेग मॉन्टगिनो-जेरेट और पीटर सोबिलॉफ़ के साथ।Catsoulis, Jeanette.

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अयातुल्ला मोहम्मद हुसैन फदलल्लाह

अयातुल्ला मोहम्मद हुसैन फदलल्लाह लेबनान के सर्वोच्च आध्यात्मिक शिया नेता थे जिन्होंने 1982 में स्थापित चरमपंथी संगठन हिज़्बुल्लाह की स्थापना की थी। इस्लाम धर्म में शिया संप्रदाय में उदारवाद के प्रबल पैरोकार इस नेता का इस्लामिक जगत में बहुत आदर से नाम लिया जाता है। फादलल्लाह के अनुयायी न केवल लेबनान में बल्कि मध्य एशिया और खाड़ी देशों में भी फैले हुए हैं। .

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अय्यार

अय्यार (फ़ारसी व अरबी:, अंग्रेज़ी: Ayyār) मध्यकालीन (९वीं सदी से १२वीं सदी ईसवी) इराक़ और ईरान में एक प्रकार के योद्धा को कहते थे। एक ओर इन्हें बहादुर समझा जाता था और युद्धों में इनका प्रयोग किया जाता था लेकिन दूसरी ओर इन्हें आवारा, बदमाश और लफ़ंगा भी समझा जाता था जो शराब और जुए के अड्डों में और वेश्याओं के पास भी जाया करते थे।, Yannis Toussulis, Ph.D, pp.

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अरब पेट्रोल निर्यातक राष्ट्र संघ

अरब पेट्रोल निर्यातक राष्ट्र संघ; Organization of Arab Petroleum Exporting Countries: यह संगठन मध्य-पूर्व और अफ्रीका में अरब तेल निर्यातक देशों को एक मंच पर लाता है। जिसका अरबी नाम नामः मुनाजमत अद-दुवल अल-अरबिया अल-मुसद्दराह लिल-बितरुत मुख्यालयः कुवैत सिटी (कुवैत) में स्थित है तथा सदस्यता वाले देश अल्जीरिया, बहरीन, मिस्र, इराक, कुवैत, लीबिया, क़तर, सऊदी अरब, ट्यूनीशिया, सीरिया और संयुक्त अरब अमीरात आधिकारिक भाषा: अरबी है। .

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अरब लीग

अरब राज्यों का लीग (جامعة الدول.), आमतौर पर अरब लीग (الجامعة अरबी.) कहा जाता है, यह उत्तरी अफ्रीका, पूर्वोत्तर अफ्रीका और दक्षिण पश्चिम एशिया (मध्य पूर्व) के अरब राज्यों का क्षेत्रीय संगठन है। इसका 22 मार्च 1945 को छह सदस्यों के साथ गठन किया गया था, जिसमें काहिरा में जॉर्डन) मिस्र, इराक, ट्रांसजॉर्डन (1949 में जॉर्डन), लेबनान, सऊदी अरब और सीरिया शामिल थे। .

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अरब लीग का इतिहास

पतीक अरब लीग का इतिहास; मिस्र, इराक, ट्रान्स जॉर्डन (वर्तमान जार्डन), लेबनान, सऊदी अरब, सीरिया तथा यमन द्वारा 22 मार्च, 1945 को काहिरा में लीग समझौते पर हस्ताक्षर करने के साथ ही अरब लीग अस्तित्व में आया। यह समझौता मिस्र के तत्कालीन प्रधानमंत्री नह्रास पाशा की पहल, जिसे ब्रिटिश सरकार का समर्थन प्राप्त था का प्रतिफल था। बाद में 14 अन्य देश और पीएलओ अरब लीग के सदस्य बने फिलीस्तीन को विधितः स्वतंत्र समझा जाता है। 1967 से 1990 की अवधि में जब यमन एक विभाजित देश था, तो यमन साना और यमन अदन अरब लीग के दो पृथक् सदस्य थे। यमन साना इसका संस्थापक सदस्य था, जबकि यमन अदन ने 1968 में इसकी सदस्यता ग्रहण की। वर्तमान में लीग के 22 सदस्य हैं, यद्यपि नवम्बर 2011 में सीरिया की भागीदारी को गृह युद्ध एवं बढ़ते उपद्रव के दौरान रकार के गलत व्यवहार के परिणामस्वरूप निलम्बित कर दिया गया। प्रत्येक सदस्य देश का लीग परिषद् में मात्र एक वोट होता है, जबकि निर्णय केवल उन देशों पर बाध्यकारी होते हैं जिन्होंने विषय विशेष के लिए वोट किया है। अरब लीग ने स्कूल पाठ्यक्रम के निर्धारण, अरब समाज में महिला की भूमिका का उन्नयन करने, बाल कल्याण प्रोत्साहन, युवा एवं खेल कार्यक्रमों का वर्द्धन करने, अरब की सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण, और सदस्य देशों के मध्य सांस्कृतिक आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करने में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सदस्य देशों में साक्षरता अभियानों का शुभारंभ, बौद्धिक कार्य पुनरुत्पादन, और आधुनिक तकनीकी शब्दावली का अनुवाद किया गया है। लीग ने अपराध एवं मादक द्रव्यों के विरुद्ध कड़े कदम उठाने को प्रोत्साहित किया है, और श्रम मामलों-विशेष रूप से आप्रवासी अरब कार्यबल के बीच को न्यायसंगत तरीके से देखा है। .

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अरब संघ

अरब संघ; (Arab Union), 22 मार्च सन 1945 ईस्वी को मिस्र की राजधानी काहिरा में सीरिया, इराक़, सउदी अरब, मिस्र, और यमन के हस्ताक्षर से अरब संघ का गठन हुआ। यह संघ मिस्र के तत्कालीन नरेश मलिक फ़ारुक़ के प्रस्ताव पर बनाया गया। इस संघ के गठन का प्रस्ताव मिस्र के एलेकज़न्डरिया नगर में एक बैठक में तैयार किया गया था और ये संघ अरब लीग का एक अंग है। .

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अरब ईसाई

अरब ईसाई: (Arab Christians) मुस्लिम बहुल संख्याक अरब राष्ट्रो में जो ईसाई लोग निवास करते उन्हे अरब ईसाई कहा जाता है और ये अरब देशों में एक अल्पसंख्यक रूप में रहते है पश्चिमी एशिया के इतिहास में 7 वी शताब्दी से 12 वी शताब्दी तक इस्लाम व ईसाई धर्म के मानने वालो में आपस में युद्ध होते रहे थे जिस कारण ईसाई अपनी धर्मिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए अधिकत्म ईसाई लोग अरब से यूरोप में जाकर बस गए थे। .

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अरब का इतिहास

अरबी प्रायद्वीप की सबसे बड़ी घटना है इस्लाम का जन्म। यह सातवीं सदी के पूर्वार्ध में हुआ था जिसके पहले का इतिहास तथाज्ञात नहीं है। .

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अरब-बाइज़ेन्टाइन युद्ध

उमय्यदों के समय, 661–750 अरब-बेंजाटाइन युध्द: 634 से 750 ईस्वी के मध्य इस्लामी धर्मलम्बीयो और पूर्वी रोमन साम्राज्य के विरुध्द लड़े गये युद्ध अरब - बेंजाटाइन युद्ध कहलाते हैं। इस्लाम पूर्व अरब पर पूर्वी रोमन का शासन था लेकिन पैग्मबर हजरत मुहम्मद (SAW) के जीवन काल में ही अरबो ने अरब प्रायद्दीप को रोमन शासकों से स्वतन्त्र करा लिया था पैगंबर हजरत मुहम्मद की मृत्यु के बाद उनके उत्तराधिकारियों (खलीफाओं) से पूर्वी रोमन शासकों के युद्ध जारी रहे सात वीं शताब्दी तक अरब मुस्लिमों ने रोमन शासकों को कई लड़ाई युध्दो में पराजित किया जिसके परिणाम स्वरुप रोमनो को अरब क्षेत्र को छोड़ कर जाना पड़ा और सीरिया, ईरान, इराक, मेसोपोटामिया, फिलिस्तीन, तुर्की, मिस्त्र आदि अरब क्षेत्र पर अरब मुस्लिमों ने इस्लामी शासन स्थापित किया। .

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अरब-इजराइल युद्ध (१९४८)

१९४८ का अरब-इजराइली युद्ध इजराइल तथा अरब राज्यों के सैनिक गुट और फिलिस्तीनी अरब सेनाओं के बीच लड़ा गया प्रथम युद्ध था। .

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अरबी प्रायद्वीप

अरबी प्रायद्वीप अरबी प्रायद्वीप (अरबी: شبه الجزيرة العربية सिब्ह अल-जजी़रा अल-अरबिया या جزيرة العرب जजी़रत अल-अरब) दक्षिण पश्चिम एशिया का एक प्रायद्वीप है। यह एशिया एवं अफ्रीका की संधि पर है। यह मुख्यतः रेगिस्तान है। यह मध्य एशिया का एक महत्वपूर्ण भाग है, एवं अपने खनिज तेल एवं प्राकृतिक गैस के विशाल भण्डार के कारण महत्वपूर्ण राजनैतिक भूमिका निभाता है। प्रायद्वीप के तट, पश्चिम छोर पर लाल सागर एवं अकाबा की खाडी़, दक्षिण-पश्चिम में अरब सागर (हिंद महासागर का भाग), उत्तर-पश्चिम में ओमान की खाडी़ एवं हॉर्मज़ जलडमरुमध्य तथा फारस की खाडी़ हैं। इसकी उत्तरी सीमा ज़गरोस कोलीजज्ञ जो़न है, जहाँ अरबी प्लेट एवं एशिया के बीच संयोजन/टक्कर होने से महाद्वीपीय उठाव है। यह सीरियाई रेगिस्तान से जा मिलता है, बिना किसी रेखांकित सीमा के। भौगोलिक दृष्टि से अरबी प्रायद्वीप में ईराक एवं सीरिया के भाग आते हैं। राजनैतिक रूप से प्रायद्वीप को शेष एशिया से अलग करता है उत्तरी सीमाएं। ये उत्तरी सीमाएं कुवैत एवं सऊदी अरब की सीमाएं। निम्न राष्ट्र इस प्रायद्वीप के भाग माने जाते हैं.

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अरबी भाषा

अरबी भाषा सामी भाषा परिवार की एक भाषा है। ये हिन्द यूरोपीय परिवार की भाषाओं से मुख़्तलिफ़ है, यहाँ तक कि फ़ारसी से भी। ये इब्रानी भाषा से सम्बन्धित है। अरबी इस्लाम धर्म की धर्मभाषा है, जिसमें क़ुरान-ए-शरीफ़ लिखी गयी है। .

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अरबी रेगिस्तान

अरबी रेगिस्तान (अंग्रेज़ी: Arabian Desert; अरबी:, अस-सहरा अल-अरबीया) पश्चिमी एशिया में स्थित एक विशाल रेगिस्तान है जो दक्षिण में यमन से लेकर उत्तर में फ़ारस की खाड़ी तक और पूर्व में ओमान से लेकर पश्चिम में जोर्डन और इराक़ तक फैला हुआ है। अरबी प्रायद्वीप का अधिकाँश भाग इस रेगिस्तान में आता है और इस मरुस्थल का कुल क्षेत्रफल २३.३ लाख किमी२ है, यानि पूरे भारत के क्षेत्रफल का लगभग ७०%। इसके बीच में रुब अल-ख़ाली नाम का इलाक़ा है जो विश्व का सबसे विस्तृत रेतीला क्षेत्र है।, Professor Julie J Laity, pp.

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अरबील प्रान्त

अरबील प्रान्त के ज़िले और उपज़िले अरबील प्रान्त (अरबी), जिसे अरबेल प्रान्त (आशूरी: ܐܪܒܝܠ) और हावलेर प्रान्त (कुर्दी) भी कहा जाता है, इराक़ का एक प्रान्त है। दोहूक प्रान्त और सुलयमानियाह प्रान्त के साथ यह प्रान्त भी इराक़ के स्वशासित कुर्दिस्तान क्षेत्र में आता है जहाँ कुर्दी लोगों की अपनी कुर्दिस्तान क्षेत्रीय सरकार चलती है। अरबील प्रान्त की उत्तर में तुर्की के साथ और पूर्वोत्तर में ईरान के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमा है। .

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अल फुरत नेटवर्क

अल फुरत नेटवर्क (قناة الفرات الفضائية) इराक में एक उपग्रह टेलीविज़न नेटवर्क है। अरबी भाषा नेटवर्क इराक के इस्लामी सर्वोच्च समिति स्वामित्व करता है। इराक के इस्लामी सर्वोच्च समिति इराक में सबसे बड़ी शिया राजनीतिक दलों में से एक है। अल फुरत नेटवर्क के पास 300 कर्मचारियों है। उनके कार्यालयों बगदाद के कार्राद ज़िला में स्थित हैं। एक उपग्रह टेलीविजन नेटवर्क में इराकहै। के अरबी भाषा के नेटवर्क के स्वामित्व में है इराक के इस्लामी सर्वोच्च समिति, एक सबसे बड़ा शिया राजनीतिक दलों में इराक है। अल फुरत है, 300 कर्मचारियों के साथ कार्यालयों के शहर में स्थित कार्राद में बगदाद। .

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अल मून्तासिर विल्लाह

कोई विवरण नहीं।

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अल कादिमिया मस्जिद

मस्जिद अल-कानीमियाह; (अरबी: مسجد الكاظمية, अल-कादिमियाह मस्जिद) इराक की राजधानी बगदाद के काधमैन उपनगर में स्थित एक तीर्थस्थल और मस्जिद है इसमें सातवे शिया इमाम हजरत इमाम मूसा अल काजिम और नौवे शिया इमाम, हजरत इमाम मुहम्मद अल-जवाद की कब्र है जिससे यह स्थान शिया मुसलमानों का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। .

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अल अनबर की लड़ाई

मुस्लिम अरब सेना खालिद इब्न अल- वालिद की कमान के अधीन थी और अल अनबर की लड़ाई इराक के प्राचीन शहर बाबुल में हुआ थी। खालिद इब्न अल वालिद ने शहर के किले में सैसोनियन फारसियों को घेर लिया, जिसकी मजबूत दीवार थी घेराबंदी में कई मुस्लिम धनुर्धारियों का इस्तेमाल किया गया। फ़ारसी गवर्नर, शिरजाद ने अंततः आत्मसमर्पण कर दिया और मुस्लिम सेना को प्रवेश होने की अनुमति दी। अल-अनबर की लड़ाई को अक्सर "आंख की कार्रवाई" के रूप में याद किया जाता है क्योंकि लड़ाई में प्रयुक्त मुस्लिम धनुर्धारियों को फ़ारसी गराज के "आंखों" के उद्देश्य से बताया गया था। .

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अल असकरी मज़ार

मस्जिद अगले और प्रथम बम विस्फ़ोट के बाद। अल असकरी या असकरिय्या मज़ार/मस्जिद (अरबी:, मर्क़द अल-इमामाय्न `अली ल-हादी वा अल-हस्सन अल-`अस्करी) एक शिया मुस्लिम धर्मात्मा मस्जिद है जो बग़दाद से 125 कीमी दूर इराक़ी शहर सामर्रा में है। यह एक विश्व के सबसे महत्वपूर्ण शिया मस्जिद है, जिसका निर्माण सन् 944 ई में हुआ। इसका एक गुम्बज़ 2006 में एक बम विस्फ़ोट में नष्ट हो गया और इसकी दो शेष मीनारें जून 2007 में एक अन्य बम विस्फ़ोट में नष्ट हुई, जिस से शिया मुसलमानों में व्यापक अप्रसन्नता हुई। .

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अल असकरी मज़ार बम विस्फ़ोट, 2007

2007 अल असकरी मज़ार बम विस्फ़ोट 13 जून, 2007 में था, लगभग 9 पूर्वाह्न स्थानीय समय, शिया इस्लाम का एक सबसे धर्मात्मक स्थान में, अल असकरी मज़ार और इराक़ में अल-क़ायदा या इराक़ी बाथ पार्टी से श्रेय देंगा। जब कोई घायल या मृत्यु प्रतिवेदित नहीं है, मस्जीद की दो दस मंज़िल मीनारें से गिर गई है आक्रमणों में। यह मस्जिद का दूसरा बम विस्फ़ोट है; पहला बम विस्फ़ोट 22 फरवरी 2006 में होगे और मस्जिद का गुंबज से नष्ट करा। .

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अल-मुस्तसिरीया विश्वविद्यालय

अल-मुस्तसिरीया विश्वविद्यालय (अरबी: الجامعة المستنصرية) इराक के बगदाद में एक विश्वविद्यालय है। मूल मस्तानिरिया मदरसा, 1227 ईस्वी में स्थापित किया गया था जिसे अब्बासिद खलीफ अल-मुस्तसिरं ने बनबाया था ये दुनिया के सबसे पुराने विश्वविद्यालयों में से एक है। .

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अल-हीरा

अल-हीरा (अरबी भाषा:, अंग्रेज़ी: Al-Hira) मेसोपोटामिया में फ़ुरात नदी के किनारे स्थित एक प्राचीन शहर था। इसके खँडहर अब आधुनिक इराक़ के कूफ़ा शहर से ३ किमी दक्षिण में मिलते हैं। इसकी शुरुआत एक सैनिक छावनी के रूप में हुई थी लेकिन २६६ ईसवी में यह लख़मी राज्य की राजधानी बना।, Barnaby Rogerson, pp.

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अल-जज़ीरा (मेसोपोटामिया)

मध्य पूर्व में फ़ुरात नदी और दजला नदी के बीच का ऊपरी इलाक़ा 'अल-जज़ीरा' क्षेत्र कहलाता है (लाल रंग) अल-जज़ीरा (अरबी:, अंग्रेज़ी: Al Jazira या Djazirah) पारम्परिक मेसोपोटामिया क्षेत्र में पश्चिमोत्तरी इराक़, पूर्वोत्तरी सीरिया और दक्षिणपूर्वी तुर्की में विस्तृत एक इलाक़ा है। यह उत्तर में 2 श्रेणी:नीनवा प्रान्त श्रेणी:अल-हसकाह प्रान्त श्रेणी:इराक़ श्रेणी:तुर्की श्रेणी:सीरिया.

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अल-अक्सा मस्जिद

मस्जिद अल-अक्सा; यरूशलम में स्थित यह मस्जिद इस्लाम धर्म में मक्का और मदीना के बाद तीसरा पवित्र स्थल है। यरूशलम पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब के जीवनकाल के दौरान और उनकी मृत्यु के तुरंत बाद के वर्षों के दौरान एक दूरदर्शी प्रतीक रहा जैसा कि मुस्लिमों ने इराक और उसके बाद सीरिया को नियंत्रित किया लेकिन यरुशलम 640 ईस्वी के दशक में मुस्लिमों के नियन्त्रण आया था, जिसके बाद यरूशलम एक मुस्लिम शहर बन गया और यरूशलम में अल अक्सा मस्जिद मुस्लिम साम्राज्य में सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक बनी। इस शहर के जटिल और युद्ध के इतिहास के दौरान, अक्सा मस्जिद यरूशलम के लिए संघर्ष स्थल रहा है। मुस्लिम, ईसाई और यहूदी सभी के साथ मस्जिद के नीचे की जमीन को विशेष रूप से पवित्र माना जाता है, जिस कारण इस जमीन के इतिहास को समझने का महत्व अत्यंत महत्वपूर्ण है। .

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अल्बानिया

अल्बानिया गणराज्य (अल्बानियाई: Republika e Shqipërisë) उत्तरपूर्वी यूरोप में स्थित एक देश है। इसकी भूसीमाएं उत्तर में कोसोवो, उत्तरपश्चिम में मोन्टेनेग्रो, पूर्व में भूतपूर्व यूगोस्लाविया और दक्षिण में यूनान से मिलती हैं। तटीय सीमाएं दक्षिण पश्चिम में आड्रियाटिक सागर और आयोनियन सागर से मिलती हैं। अल्बानिया एक संसदीय लोकतंत्र और अवस्थांतर अर्थव्यवस्था है। अल्बानिया की राजधानी, तिराना, लगभग ८,९५,००० निवासियों वाला नगर है जो देश की ३६ लाख की जनसंख्या का चौथाई भाग है और यह नगर अल्बानिया का वित्तीय केन्द्र भी है। मुक्त बाजार सुधारों के कारण विदेशी निवेश के लिए देश की अर्थव्यस्था खोल दी गई है मुख्यतः ऊर्जा के विकास और परिवहन आधारभूत ढांचे में। अल्बानिया संयुक्त राष्ट्र, नाटो, यूरोपीय सुरक्षा और सहयोग संगठन, यूरोपीय परिषद, विश्व व्यापार संगठन, इस्लामिक सम्मेलन संगठन इत्यादि का सदस्य है और भूमध्य क्षेत्र संघ के संस्थापक सदस्यों में से एक था। अल्बानिया जनवरी २००३ से यूरोपीय संघ में विलय के लिए एक संभावित प्रत्याशी रहा है और इसने औपचारिक रूप से २८ अप्रैल, २००९ को यूरोपीय संघ की सदस्यता के लिए आवेदन किया। .

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अली हसन अल-मजीद

अली हसन अब्द अल-मजीद अल तिकृती: 'Ali Hassan Abd al-Majid al-Tikriti'; (1941? – 25 जनवरी 2010) एक बाथिस्ट इराकी रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, सैन्य कमांडर और इराकी खुफिया सेवा के प्रमुख थे। वह फारसी खाड़ी युद्ध के दौरान कुवैत के अबैध गवर्नर भी थे। पूर्व बाथिस्ट इराकी राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन के पहले चचेरे भाई थे, वह 1980 और 1990 के दशक में आंतरिक विपक्षी सेनाओं, अर्थात् उत्तर के जातीय कुर्द विद्रोहियों, और दक्षिण के शिया विद्रोहियों के खिलाफ इराकी सरकार के अभियानों में सैन्य भूमिका के लिए कुख्यात हो गए। प्रतिक्रियात्मक उपायों में निर्वासन और सामूहिक हत्याएं शामिल थीं; अल-मजीद को कुर्दो के खिलाफ हमलों में रासायनिक हथियारों के उपयोग के लिए इराकियों द्वारा "केमिकल अली" (علي الكيماوي, अली अल-किमावियाई) कहा जाता था।.

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अली इब्न अबी तालिब

अली इब्ने अबी तालिब (अरबी: علی ابن ابی طالب) का जन्‍म 17 मार्च 600 (13 रजब 24 हिजरी पूर्व) मुसलमानों के तीर्थ स्थल काबा के अन्दर हुआ था। वे पैगम्बर मुहम्मद (स.) के चचाजाद भाई और दामाद थे और उनका चर्चित नाम हज़रत अली है। वे मुसलमानों के खलीफा के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने 656 से 661 तक राशिदून ख़िलाफ़त के चौथे ख़लीफ़ा के रूप में शासन किया, और शिया इस्लाम के अनुसार वे632 to 661 तक पहले इमाम थे। इसके अतिरिक्‍त उन्‍हें पहला मुस्लिम वैज्ञानिक भी माना जाता है। उन्‍होंने वैज्ञानिक जानकारियों को बहुत ही रोचक ढंग से आम आदमी तक पहुँचाया था। .

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अशासकीय संस्था

गैर सरकारी संगठन (NGO) एक ऐसा शब्द है जो बिना किसी सरकारी भागीदारी या प्रतिनिधित्व के साथ प्राकृतिक या कानूनी व्यक्तियों के द्वारा बनाए गए विधिवत संगठित गैर सरकारी संगठनों को संदर्भित करने के लिए व्यापक रूप से स्वीकार किया गया है। उन मामले में जिनमें गैर सरकारी संगठन पूरी तरह से या आंशिक रूप से सरकारों द्वारा निधिबद्ध होते हैं, NGO अपना गैर-सरकारी ओहदा बनाए रखता है और सरकारी प्रतिनिधिओं को संगठन में सदस्यता से बाहर रखता है। शब्द इंटरगवर्नमेंटल ओर्गेनाइज़ेशन के विपरीत, "गैर सरकारी संगठन" एक आम उपयोग का शब्द है, लेकिन एक कानूनी परिभाषा नहीं है। कई न्यायालयों में इस प्रकार के संगठनों को "नागरिक समाज संगठन" के रूप में परिभाषित किया जाता है या अन्य नामों से निर्दिष्ट किया जाता है। अनुमान है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय गैर सरकारी संगठनों की संख्या 40,000 है। राष्ट्रीय संख्या और भी अधिक है: रूस में 277,000 गैर सरकारी संगठन हैं। भारत में 1 मिलियन और 2 मिलियन के बीच गैर सरकारी संगठन होने का अनुमान है। .

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अश्शूर

अश्शूर प्राचीन मेसोपोटामिया में नव असीरियाई साम्राज्य की राजधानी थी। इस शहर के अवशेष इराक़ में दजला नदी के उपरी हिस्से में स्थित हैं। यह बीसवी सदी ईसापूर्व से लेकर सातवीं सदी ईसापूर्व तक अस्तित्व में था। इसके बाद फ़ारस के हख़ामनी वंश के शासकों के अधीन आ गया। यह शहर लगभग २६००-२५०० ईपू से १४०० ईसवी तक हराभरा व समृद्ध रहा। लेकिन जब तैमूरलंग ने अपने ही लोगों का नरसंहार शुरू करवा दिया तब से इस शहर का अस्तित्व खत्म होता रहा। अश्शूर इस शहर के प्रमुख देवता का भी नाम था। वह असीरिया में सबसे प्रमुख व शक्तिशाली देवता और असीरियाई साम्राज्य के संरक्षक माने जाते थे। वर्तमान में इस जगह को यूनेस्को विश्व धरोहर माना जाता है। २००३ में खाड़ी युद्ध शुरु होने के बाद इस जगह को खतरे में पडे विश्व धरोहरों में गिना जाने लगा। .

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असूरी भाषा

असूरी भाषा (Assyrian), सामी परिवार की प्राचीन अक्कादी (Akkadian language) की एक शाखा है (जिसकी दूसरी शाखा बाबुली (Babylonian) है।)। अक्कादी का यह नाम उस अक्काद नगर से पड़ा जो ईसा पूर्व 24वीं सदी में प्रसिद्ध सम्राट् शर्रूकीन की राजधानी था। तभी अक्कादी को राजभाषा का पद मिला। कालांतर में अक्कादी, प्रदेश और काल के अनुसार, असूरी और बाबुली नामक जनबोलियों में विकसित होकर बँट गई। असूरी दजला नदी (इराक) की उपरली घाटी में और बाबुली दजला-फरात के सागरवर्ती दोआब में बोली जाती थी। काल क्रम से अक्कादी के तीन युग माने जाते हैं- 1.

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अहमद मूख्तार बबन

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अहमद लदअफ़ी

अहमद लदअफ़ी, या Ahmed Al Safi या (احمد الصافي), एक मूर्तिकार चित्रकार.

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अहमद हसन अल वकर

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अज़ ज़ुबेर

ईराक का एक पूर्व अमीरात। अब ईराक का अभिन्न अंग। श्रेणी:इराक़ श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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अवतार (२००९ फ़िल्म)

अवतार (Avatar) २००९ में बनी अमेरिकी काल्पनिक विज्ञान पर आधारित फ़िल्म है जिसका लेखन व निर्देशन जेम्स कैमरून द्वारा किया गया है और इसमें सैम वर्थिंगटन, ज़ोई साल्डाना, स्टीफन लैंग, मिशेल रोड्रिग्स जोएल डेविड मूर, जिओवानी रिबिसी व सिगौरनी व्हिवर मुख्य भूमिकाओं में है। फ़िल्म २२वि सदी में रची गई है जब मानव एक बेहद महत्वपूर्ण खनिज अनओब्टेनियम को पैंडोरा पर खोद रहे होते है जो एक एक बड़े गैस वाले गृह का रहने लायक चन्द्रमा है जो अल्फ़ा सेंटारी अंतरिक्षगंगा में स्थित है। इस खनन कॉलोनी का बढ़ना पैंडोरा की प्रजातियों व कबीलो के लिए खतरा बन जाता है। पैंडोरा की प्रजाति नाह्वी, जो मानवों के सामान प्रजाति है इसका विरोध करती है। फ़िल्म का शीर्षक जेनेटिक्स अभियांत्रिकी द्वारा निर्मित नाह्वी शरीरों से जुड़ा है जिन्हें मानव अपने मस्तिक्ष से नियंत्रित कर सकते है ताकि पैंडोरा के निवासियों से संवाद साध सके। अवतार का विकास कार्य १९९४ में शुरू हुआ जब कैमरून ने ८० पन्नों की कहानी फ़िल्म के लिए लिखी। इसका चित्रीकरण कैमरून की १९९७ की फ़िल्म टाइटैनिक के पूर्ण होने पर शुरू होना था व १९९९ में रिलीज़ किया जाना था परन्तु कैमरून के अनुसार उस वक्त उनकी कल्पना को चित्रित करने के लायक तकनीक उपलब्ध नहीं थी। अवतार में नाह्वी की भाषा पर कार्य २००५ की गर्मियों में शुरू हुआ और कैमरून ने कथानक का व एक काल्पनिक ब्रह्मांड का विकास २००६ की शुरुआत में शुरू किया। फ़िल्म का अधिकृत बजट $२३७ मिलियन था। बाकी कार्य मिलकर इसकी लागत $२८० मिलियन से $३१० मिलियन निर्माण व $१५० मिलियन प्रचार के लिए लग गई। फ़िल्म का चित्रीकरण बेहद नई व उत्तीर्ण मोशन कैप्चर तकनीक का उपयोग करके किया गया व इसे आम प्रिंट के साथ ३डी में भी रिलीज़ किया गया। साथ ही इसका ४डी प्रिंट दक्षिण कोरिया के कुछ सिनेमाघरों में रिलीज़ किया गया। अवतार का प्रिमियर लंदन में १० दिसम्बर २००९ को हुआ व इसे १६ दिसम्बर को विश्वभर में और १८ दिसम्बर को अमेरिका व कनाडा में बेहद सकारात्मक समीक्षाओं के साथ रिलीज़ किया गया। यह एक बेहद बड़ी व्यापारिक सफलता साबित हुई। फ़िल्म ने रिलीज़ के पश्च्यात कई बॉक्स ऑफिस रिकॉर्ड्स तोड़ दिए और उत्तरी अमेरिका व विश्वभर की अबतक की सर्वाधिक कमाई वाली फ़िल्म बन गई जिसने टाइटैनिक का रिकॉर्ड तोड़ दिया जो उस फ़िल्म ने पिछली बारह वर्षों तक पकडे रखा था। यह पहली फ़िल्म है जिसने $2 बिलियन का आंकड़ा पर किया है। अवतार को नौ एकेडेमी पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया जिनमे सर्वश्रेष्ठ पिक्चर और सर्वश्रेष्ठ निर्देशक शामिल है व इसने तिन श्रेणियों में जित हासिल की जिनमे सर्वश्रेष्ठ सिनेमेटोग्राफी, सर्वश्रेष्ठ विज़्वल इफेक्ट्स और सर्वश्रेष्ठ कला निर्देशन शामिल है। फ़िल्म की मिडिया पर रिलीज़ ने कई बिक्री के रिकॉर्ड तोड़ दिए व सर्वाधिक बिक्री बाली ब्लू-रे बन गई। फ़िल्म की सफलता के बाद कैमरून ने 20यथ सेंचुरी फॉक्स के साथ इस श्रेणि के चार भाग बनाने का समझौता कर लिया। .

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अगस्त २०१०

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अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय

अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (फ्रेंच: Cour Pénale Internationale; प्रायः आईसीसी (ICC) या आईसीसीटी (ICCt) के रूप में संदर्भित) एक स्थायी न्यायाधिकरण है जिसमें जन-संहार, मानवता के खिलाफ अपराध, युद्ध अपराधों और आक्रमण का अपराध (हालांकि वर्तमान में यह आक्रमण के अपराध पर अपने न्यायाधिकार क्षेत्र का प्रयोग नहीं कर सकता है) के लिए अपराधियों के खिलाफ मुकदमा चलाया जाता है। आईसीसी का निर्माण, 1945 के बाद से अंतरराष्ट्रीय कानून का शायद सबसे महत्त्वपूर्ण सुधार रहा है। यह अंतरराष्ट्रीय कानून के दो निकायों को जो व्यक्तियों के साथ होने वाले व्यवहारों पर नज़र रखते हैं ताकत देता है: मानव अधिकार और मानवीय कानून.

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अक्टूबर २०१०

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अक्कदी सभ्यता

अक्कद या अगादे मेसोपोटामिया की प्राचीनकालीन सभ्यताओं में से एक था। इसका काल 2334-2154 ईसापूर्व के बीच था। इसके बाद और पहले सुमेरी सभ्यता का प्रभाव रहा पर इस काल में साहित्य का विकास हुआ। अपने पतन के ५०० सालों के बाद में अक्कदी भाषा ने सुमेरी भाषा का स्थान व्यवहार में आने वाली भाषा के रूप में ले लिया। आधुनिक यहूदी और अरब अपने को इन्हीं सम्राटों के वंशज मानते हैं। .

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अक्कादी भाषा

अक्कादी भाषा (Akkadian या Accadian या Assyro-Babylonian) एक मृत सामी भाषा है। यह प्राचीन मेसोपोटामिया में बोली जाती थी। यह अंकन लिपि (cuneiform writing system) में लिखी जाती थी। अक्कादी का यह नाम उस अक्काद नगर से पड़ा जो ईसा पूर्व 24वीं सदी में प्रसिद्ध सम्राट् शर्रूकीन की राजधानी था। तभी अक्कादी को राजभाषा का पद मिला। कालांतर में अक्कादी, प्रदेश और काल के अनुसार, असूरी (Assyrian) और बाबुली (Babylonian) नामक जनबोलियों में विकसित होकर बँट गई। असूरी दजला नदी (इराक) की उपरली घाटी में और बाबुली दजला-फरात के सागरवर्ती दोआब में बोली जाती थी। काल क्रम से अक्कादी के तीन युग माने जाते हैं- 1. प्राचीन काल (लगभग 2000 ई.पू.-लगभग 1500 ई.पू.), 2. मध्यकाल (लगभग 1500 ई.पू.- लगभग 1000 ई.पू.) और 3. उत्तरकाल (लगभग 1000 ई.पू - लगभग 500 ई.पू.)। .

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उत्तरी सीमाएँ प्रान्त

उत्तरी सीमाएँ प्रान्त, जिसे औपचारिक अरबी में मिन्तक़ाह​ अल-हुदूद अल-शमालीया कहते हैं, सउदी अरब का पश्चिमोत्तरी प्रान्त है। इसकी सीमाएँ इराक़ के साथ लगती हैं। यह सउदी अरब का सबसे कम आबादी वाला प्रान्त है। .

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उपग्रह

ERS 2) अन्तरिक्ष उड़ान (spaceflight) के संदर्भ में, उपग्रह एक वस्तु है जिसे मानव (USA 193) .

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उर का जिगुरत

ऊर के जिगुरत (या ग्रेट जिगगुराट) (सुमेरियन: 𒂍𒋼𒅎𒅍 é-temen-ní-gùru "एटमेनिगुरु", जिसका अर्थ है "मंदिर है") शहर में एक नव-सुमेरियन जिगुरत है वर्तमान में दि घीकार प्रांत, इराक में नासिरियाह के पास स्थित है। संरचना प्रारंभिक कांस्य युग (21 वीं शताब्दी ईसा पूर्व) के दौरान बनाई गई थी, लेकिन नियो-बेबीलोनियन काल की 6 वीं शताब्दी ईसा पूर्व में टूट गई थी जो एक खंडहर बन गया था, लेकिन इसे राजा नाबोनिडस पुनः द्वारा बहाल किया गया था। इसके अवशेष 1920 और 1930 के दशक में सर लियोनार्ड वूली द्वारा खुदाई गई थीं। 1980 के दशक में इराकी शासक सद्दाम हुसैन के तहत, वे अग्रभाग और स्मारक सीढ़ियों का आंशिक पुनर्निर्माण किया गया था। .

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उर, मेसोपोटामिया

उर प्राचीन मेसोपोटामिया में एक महत्वपूर्ण सुमेरियन शहर-राज्य था। यह शहर लगभग 3800 ईसा पूर्व उबायद काल से है, और 26 वीं शताब्दी ईसा पूर्व से शहर का राज्य के रूप में लिखित इतिहास में दर्ज किया गया है, इसका पहला राजा मेसनपेडा था। शहर का संरक्षक देवता नाना, सुमेरियन और अक्कडियन (अश्शूर-बेबीलोनियन) चंद्रमा देवता था, और माना जाता है शहर का नाम मूल रूप से भगवान के नाम से लिया गया है। स्थल को उर के जिगुरत के आंशिक रूप से बहाल खंडहरों द्वारा चिह्नित किया गया है, जिसमें 1930 के दशक में खुदाई में नाना का मंदिर था। यह मंदिर 21 वीं शताब्दी ईसा पूर्व (लघु कालक्रम) में बनाया गया था। .

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उर्वर अर्धचंद्र

उर्वर अर्धचंद्र का नक़्शा उर्वर अर्धचंद्र (fertile crescent, फ़र्टाइल क्रॅसॅन्ट) मध्य पूर्व में स्थित एक क्षेत्र है। इस क्षेत्र में अपने आसपास के इलाक़ों की तुलना में धरती उपजाऊ है और सिंचाई के लिए पानी पार्यप्त है। उर्वर अर्धचंद्र के इलाक़े में इराक़ (विशेषकर दजला (टिगरिस) और फ़ुरात (इयुफ़्रेट्स) नदियों के बीच का क्षेत्र), दक्षिण-पश्चिमी ईरान का कुछ भाग, सीरिया, लेबनान, जॉर्डन और इज़राएल शामिल हैं। कभी-कभी मिस्र में नील नदी के इर्द-गिर्द के क्षेत्र को भी इसका हिस्सा माना जाता है। कई इतिहासकारों का मानना था के मानवी सभ्यता सबसे पहले इसी क्षेत्र में जन्मी और कृषि का आविष्कार इसी क्षेत्र में हुआ। इस इलाक़े में कई फसलों के पौधे (जैसे के जौ, गेंहू, मटर, दालें, चने, वग़ैराह) जंगली उगते हुए मिलतें हैं। यहाँ मानव के काम आने वाले कई जानवर (जैसे गाय, बकरी, भेड़, सूअर) भी मिलते थे। इसलिए समझा जाता था के खेती-बाड़ी और पशु-पालन यहीं से शुरू हुआ। लेकिन अब माना जाता है के यह अन्य स्थानों पर भी स्वतन्त्र रूप से शुरू हुआ था। फिर भी यहाँ पर 9000 ईसा-पूर्व से मानव बस्तियाँ चली आ रही हैं, इसलिए यह सभ्यता के सब से प्राचीन केन्द्रों में गिना जाता है। .

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१ई+११ मी॰²

क्यूबा का क्षेत्रफल लगभग १,००,००० कि.मी२ है। विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों के परिमाण के क्रम समझने हेतु यहां १,००,००० वर्ग कि.मी से १०,००,००० वर्ग कि.मी के क्षेत्र दिये गए हैं।.

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१४ दिसम्बर

14 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 348वॉ (लीप वर्ष मे 349 वॉ) दिन है। साल में अभी और 17 दिन बाकी है। भारत देशमें १४ दिसम्बर के रोज राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिन मनाया जाता है। .

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१५ दिसम्बर

१५ दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३४९वॉ (लीप वर्ष मे ३५० वॉ) दिन है। साल में अभी और १६ दिन बाकी है। .

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१५ जुलाई

१५ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १९वॉ (लीप वर्ष मे १९७वॉ) दिन है। साल मे अभी और १६९ दिन बाकी है। .

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१६ जुलाई

१६ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १९७वॉ (लीप वर्ष में १९८ वॉ) दिन है। साल में अभी और १६८ दिन बाकी है। .

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१७ अगस्त

१७ अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २२९वाँ (लीप वर्ष मे २३०वाँ) दिन है। वर्ष मे अभी और १३६ दिन बाकी है। .

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१९२१

1921 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९७०

1970 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९८८

1988 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९९१

1991 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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२०१०

वर्ष २०१० वर्तमान वर्ष है। यह शुक्रवार को प्रारम्भ हुआ है। संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष २०१० को अंतराष्ट्रीय जैव विविधता वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इन्हें भी देखें 2010 भारत 2010 विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी 2010 साहित्य संगीत कला 2010 खेल जगत 2010 .

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२०११

वर्ष २०११ शनिवार से प्रारम्भ होने वाला वर्ष है। .

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२०१६ में अमेरिका ने गिराए बम

राष्ट्रपति बराक ओबामा के शासन में अमेरिका अधिक आक्रामक रहा २०१६ में ओबामा ने विभिन्न देशों में २६,१७१ बम गिराए गए। यह आंकड़ा पूर्व राष्ट्रपति जार्ज डब्लू बुश के कार्यकाल से १३० फीसद अधिक रहा जिसमें हर तीन घंण्टे में तीन बम गिराए गये। .

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२५ फ़रवरी

25 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 56वॉ दिन है। साल में अभी और 309 दिन बाकी है (लीप वर्ष में 310)। .

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२५ सितम्बर

25 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 268वॉ (लीप वर्ष मे 269 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 97 दिन बाकी है। .

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२५ अगस्त

25 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 237वॉ (लीप वर्ष मे 238 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 128 दिन बाकी है। .

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२६ नवम्बर

२६ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३३०वाँ (लीप वर्ष मे ३३१वाँ) दिन है। वर्ष मे अभी और ३५ दिन बाकी है। .

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२७ मार्च

27 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 86वॉ (लीप वर्ष मे 87 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 279 दिन बाकी है। .

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३ दिसम्बर

3 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 337वॉ (लीप वर्ष में 338 वॉ) दिन है। साल में अभी और 28 दिन बाकी है। १२३४५६७८९ .

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३ अक्तूबर

3 अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 276वॉ (लीप वर्ष मे 277 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 89 दिन बाकी है। .

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३जी

अंतरराष्ट्रीय मोबाइल दूरसंचार- 2000 (International Mobile Telecommunications) (IMT-2000), को ३जी या तीसरी पीढ़ी के रूप में बेहतर जाना जाता है, इसे अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (International Telecommunication Union) के द्वारा मोबाइल दूरसंचार के लिए मानक वर्ग के रूप में परिभाषित किया गया है, जिसमें GSM EDGE, UMTS और CDMA2000, साथ ही DECT और WiMAX भी शामिल है। इसकी सेवाओं में मोबाइल पर्यावरण में व्यापक क्षेत्र वायरलेस वोईस टेलीफोन, वीडियो कॉल्स और वायरलेस डेटा शामिल हैं। 2G और 2.5G सेवाओं की तुलना में, 3G उच्च डेटा दरों के साथ (HSPA+ के साथ डाउनलिंक पर 14.0 Mbit/s तक और अपलिंक पर 5.8 Mbit/s तक) स्पीच और डेटा सेवाओं के स्वतः उपयोग में मदद करता है। इस प्रकार, 3 G नेटवर्क की मदद से, नेटवर्क ऑपरेटर, उपयोगकर्ता के लिए, आधुनिक स्पेक्ट्रल कुशलता (improved spectral efficiency) के माध्यम से अधिक नेटवर्क क्षमता प्राप्त करके आधुनिक सेवाओं की व्यापक रेंज पेश कर पाता है। अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (International Telecommunication Union) (ITU) ने विकास को बढ़ावा देने, बैंडविड्थ को बढ़ाने और अधिक विविध अनुप्रयोगों को समर्थन देने के लिए मोबाइल टेलीफोनी मानकों – IMT-2000 -की तीसरी पीढ़ी (3G) को परिभाषित किया। उदाहरण के लिए, GSM (वर्तमान में सबसे लोकप्रिय सेलुलर फोन मानक) न केवल आवाज (voice) की डिलीवरी कर सकती है, बल्कि साथ ही 14.4 kbps तक की डाउनलोड की दरों के साथ सर्किट-स्विच डेटा की भी डिलीवरी करती है। लेकिन मोबाइल मल्टीमीडिया अनुप्रयोगों का समर्थन करने के लिए, 3G को अधिक बैंडविड्थ पर, बेहतर स्पेक्ट्रल कुशलता से युक्त पैकेट-स्विच डेटा की भी डिलीवरी करनी होती थी। .

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३१ अगस्त

31 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 243वॉ (लीप वर्ष मे 244 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 122 दिन बाकी है। .

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४ जून

4 जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 155वाँ (लीप वर्ष में 156 वाँ) दिन है। साल में अभी और 210 दिन बाकी हैं। .

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५ जनवरी

5 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 5वाँ दिन है। साल में अभी और 360 दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में 361)। .

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६ नवम्बर

६ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१०वाँ (लीप वर्ष मे 311 वॉ) दिन है। साल मे अभी और ५५ दिन बाकी है। .

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11 सितम्बर 2001 के हमले

11 सितंबर के हमले (जिन्हें अक्सर सितम्बर 11 या 9/11 कहा जाता है) 11 सितम्बर 2001 को संयुक्त राज्य अमेरिका पर अल-क़ायदा द्वारा समन्वित आत्मघाती हमलों की एक श्रंखला थी। उस दिन सबेरे, 19 अल कायदा आतंकवादियों ने चार वाणिज्यिक यात्री जेट वायुयानों का अपहरण कर लिया। अपहरणकर्ताओं ने जानबूझकर उनमें से दो विमानों को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, न्यूयॉर्क शहर के ट्विन टावर्स के साथ टकरा दिया, जिससे विमानों पर सवार सभी लोग तथा भवनों के अंदर काम करने वाले अन्य अनेक लोग भी मारे गए। दोनों भवन दो घंटे के अंदर ढह गए, पास की इमारतें नष्ट हो गईं और अन्य क्षतिग्रस्त हुईं। अपहरणकर्ताओं ने तीसरे विमान को बस वाशिंगटन डी॰सी॰ के बाहर, आर्लिंगटन, वर्जीनिया में पेंटागन में टकरा दिया। अपहरणकर्ताओं द्वारा वाशिंगटन डी॰सी॰ की ओर पुनर्निर्देशित किए गए चौथे विमान के कुछ यात्रियों एवं उड़ान चालक दल द्वारा विमान का नियंत्रण फिर से लेने के प्रयास के बाद, विमान ग्रामीण पेंसिल्वेनिया में शैंक्सविले के पास एक खेत में जा टकराया। किसी भी उड़ान से कोई भी जीवित नहीं बचा। इन हमलों में लगभग 3,000 शिकार तथा 19 अपहरणकर्ता मारे गए। न्यूयॉर्क राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जून, 2009 तक अग्निशामकों एवं पुलिस कर्मियों सहित, 836 आपातसेवक मारे जा चुके हैं। वर्ल्ड ट्रेड सेन्टर पर हुए हमले में मारे गए 2,752 पीड़ितों में से न्यूयॉर्क शहर तथा पोर्ट अथॉरिटी के 343 अग्निशामक और 60 पुलिस अधिकारी थे। पेंटागन पर हुए हमले में 184 लोग मारे गए थे। हताहतों में 70 देशों के नागरिकों सहित नागरिकों की भारी संख्या थी। इसके अलावा, वहां कम से कम एक द्वित्तीयक मृत्यु हुई थी- चिकित्सा परीक्षक के अनुसार वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ढहने से धूल में प्रकटन के कारण हुए फेफड़ों के रोग की वजह से एक व्यक्ति की मृत्यु हुई थी। संयुक्त राज्य अमेरिका ने आतंक के विरुद्ध युद्ध शुरू करके हमले की प्रतिक्रिया व्यक्त की है: आतंकवाद को आश्रय देने वाले तालिबान को पदच्युत करने के लिए इसने अफगानिस्तान पर आक्रमण कर दिया। संयुक्त राज्य अमेरिका ने यूएसए (USA) पैट्रियट एक्ट कानून भी बनाया। कई अन्य देशों ने भी अपने आतंकवाद विरोधी कानूनों को मजबूत बनाया तथा कानून प्रवर्तक क्षमताओं का विस्तार किया। कुछ अमेरिकी शेयर बाजार हमले के बाद सप्ताह के शेष दिनों में बंद रहे तथा फिर से खुलने पर भारी घाटा, खासकर एयरलाइन और बीमा उद्योग में, दर्ज किया। अरबों डॉलर के कार्यालय स्थान के नष्ट होने से लोअर मैनहटन की अर्थव्यवस्था को गंभीर हानि का सामना करना पड़ा। पेंटागन को हुए नुकसान के एक वर्ष के अंदर साफ कर दिया गया और मरम्मत कर दी गई तथा भवन के बगल में पेंटागन स्मारक का निर्माण किया गया। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर स्थल पर पुनर्निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 2006 में, एक नया कार्यालय टॉवर 7 वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के स्थल पर पूर्ण हो गया। वर्तमान में नया 1 वर्ल्ड ट्रेड सेंटर स्थल पर निर्माणाधीन है और 2013 में पूर्ण होने पर 1,776 फुट (541मी) ऊंचाई वाली यह उत्तरी अमेरिका में सबसे ऊंची इमारत हो जाएगी। मूल रूप से तीन और टावर 2007 और 2012 के बीच उस स्थल पर बनाए जाने की उम्मीद की गई थी। 8 नवम्बर 2009 को फ्लाइट 93 नेशनल मेमोरियल की परियोजना प्रारंभ का गई थी और प्रथम चरण का निर्माण 11 सितम्बर 2011 को हमलों की दसवीं सालगिरह के लिए तैयार हो जाने का आशा है। .

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1974 एशियाई खेल

सातवें एशियाई खेल १ सितंबर से १६ सितंबर, १९७४ को तेहरान, ईरान में आयोजित किए गए थे। अर्यामेहर खेल परिसर इन खेलों के लिए बनाया गया था। मध्यपूर्व में इन खेलों का आयोजन पहली बार किया जा रहा था। तेहरान में हुए इन खेलों में एशिया के २५ देशों के ३,०१० खिलाड़ियों ने भाग लिया जो इन खेलों में अब तक सर्वाधिक संख्या थी। असिक्रीड़ा (फेन्सिंग), जिमनास्टिक और महिला बॉस्केटबॉल इन खेलों की खेल सूची में जोड़े गए। अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के अतिरिक्त इन खेलों में फिलिस्तीनीयों और एक जापानी उग्रवादी मत द्वारा मिली धमकियों के चलते अभूतपूर्व सुरक्षा व्यव्स्था की गई। अरब देशों, चीनी जनवादी गणराज्य, पाकिस्तान और उत्तर कोरिया ने इस्राइल के साथ टेनिस, बॉस्केटबॉल और फुटबॉल खेलने से मना कर दिया। एशियाई खेल संघ, जिसने खेलों से दस महीने पूर्व एक सम्मेलन किया था, ने ताइवान का निष्कासन स्वीकार किया और चीनी जनवादी गणराज्य की इन खेलों में प्रविष्टि स्वीकार की। .

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1978 एशियाई खेल

आठवें एशियाई खेल ९ दिसंबर से २० दिसंबर, १९७८ के बीच बैंकाक, थाईलैण्ड में आयोजित किए गए थे। पाकिस्तान ने भारत और बांग्लादेश के साथ विवादों के चलते इन खेलों की मेजंबानी स्थगित कर दी। वित्तीय कारणों के चलते सिंगापुर खेलों की मेज़बानी करने से पीछे हट गया। थाईलैण्ड ने सहायता करने की पेशकश की और इसलिए एशियाड बैंकाक में आयोजित किया गया। राजनीतिक मोर्चे पर, इस्राइल को एशियाई खेलों से निष्कासित कर दिया गया। कुल २५ एशियाई देशों के ३,८४२ खिलाड़ियों ने इन खेलों में भाग लिया। पहली बार सम्मिलित किए गए खेल थे तीरंदाज़ी और गेंदबाजी। .

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2016 इस्तांबुल अतातुर्क हवाईअड्डा हमला

2016 का इस्तांबुल अतातुर्क हवाईअड्डा हमला 28 जून 2016 को हुआ था। जिसमें 42 लोगों की मौत हो गई और 239 लोग घायल हो गए। इसमें से 6 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इस्तांबुल में 2016 से इससे पहले भी तीन आतंकी हमलों का शिकार हो चुका है। इसमें जनवरी में हुए आत्मघाती हमला और मार्च में भी इसी तरह का हमला हुआ था, जिसमें इराक और सीरिया के आतंकियों के हाथ होने का शक है। जून में इससे पहले एक कार को बम से उड़ा कर हमला किया गया था। .

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2017 शयरात एयर बेस अमेरीकी मिसाइल हमला

7 अप्रैल 2017 की सुबह, सीरियाई गृहयुद्ध के दौरान, संयुक्त राज्य अमेरिका ने शायरात एयर बेस के उद्देश्य से सीरिया में भूमध्य सागर से जलपोत द्वारा 59 टॉमहॉक मिसाइले सीरिया के सैन्य सरकारी अड्डे शायरात एयर वेस पर दागी थी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 4 अप्रैल 2017 को ख़ान शेखहुन रासायनिक हमले की सीधी प्रतिक्रिया के रूप में हड़ताल का आदेश दिया था। युद्ध के दौरान बाथिस्ट सीरियाई सरकार की सेनाओं को जानबूझकर लक्षित करने के लिए संयुक्त राज्य की सेना का पहला एकतरफा हमला था जिसमें 6 सीरियाई सैनिक सहित 11 नागरिक मारे गये थे। राष्ट्रपति ट्रम्प ने यह कहते हुए हड़ताल को उचित ठहराया कि यह दुनिया में घातक रासायनिक हथियारों के प्रसार और उपयोग को रोकने के लिए संयुक्त राज्य के राष्ट्रीय सुरक्षा हित में है। .

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2017 खैरमानशाह भूकंप

2017 का ईरान-इराक भूकंप ईरान और इराक की सीमा पर आया यह भूकम्प 7.3 तीव्रता का था ईरान और इराक में चार सौ से अधिक लोग मारे गए थे और छह हजार से अधिक लोग घायल हुए थे। भूकंप स्थानीय समयानुसार 12 नवंबर की रात 9:48 बजे आया था इस भूकंप का केंद्र इराक के पूर्व में स्थित हलब्जा शहर था। इसके केंद्र के दायरे में लगभग 18 लाख की आबादी निवास करती है। .

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