18 संबंधों: बाचा ख़ान विश्वविद्यालय हमला, बेलेडवेयने, लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम, जनवरी 2016 जकार्ता में आतंकी हमला, वोल्गाग्राद स्टेशन बम विस्फोट २०१३, आत्महत्या, आत्महत्या के तरीके, कील बम, ११ (संख्या), 11 सितम्बर 2001 के हमले, 2014 पेशावर स्कूल आक्रमण, 2014 वाघा बॉर्डर आत्मघाती हमला, 2016 पाकिस्तान के मस्जिद में बम विस्फोट, 2016 ब्रसल्स धमाके, 2016 लाहौर फ़िदायीन हमला, 2016 क्वेटा पुलिस ट्रेनिंग सेंटर हमला, 2016 उड़ी हमला, 2017 सेहवन आत्मघाती बम विस्फोट।
बाचा ख़ान विश्वविद्यालय हमला
20 जनवरी 2016 को सुबह 9:30 बजे पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर प्रांत ख़ैबर पख़्तूनख़्वा की राजधानी पेशावर के पास चरसद्दा में स्थित बाचा खान विश्वविद्यालय पर 4 आतंकियों ने आक्रमण कर दिया। परिसर में आते ही आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं। इसके साथ ही अभी तक परिसर में सात धमाके भी सुने गए। हमले में पहले एक प्रोफेसर समेत 4 लोगों के मारे जाने की खबर थी लेकिन अब 60 से 70 छात्रों को आतंकियों द्वारा गोली मारने की खबर है। हमले के वक्त विश्वविद्यालय में बाचा खान जिन्हें खान अब्दुल गफ्फार खान के नाम से भी जाना जाता है की बरसी के मौके पर काव्यगोष्ठी के लिए अनेक लोग यहां आए थे। खान का निधन 20 जनवरी 1988 को हुआ था। यह यूनिवर्सिटी इन्ही की याद में बनाई गई है। इस यूनिवर्सिटी का अपना ऐतिहासिक महत्व है। समाचार चैनल जियो के मुताबिक यूनिवर्सिटी के पीछे के रास्ते से जहां गेस्ट हाउस है, वहां से आतंकी घुसे। हमले की खबर के साथ ही छात्रों को निकल जाने का ऐलान किया गया जिसके बाद भगदड़ मची। .
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बेलेडवेयने
बेलेडवेयने सोमालिया के मध्य में स्थित शहर है। यह इथोपिया की सीमा से लगा हुआ है। १८ अक्टूबर २०१३ को यहां के प्रशासनिक भवन के पास् स्थित एक कैफे को निशाना बनाकर आत्मघाती हमला किया गया। जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई। श्रेणी:सोमालिया के शहर.
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लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम
कोई विवरण नहीं।
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जनवरी 2016 जकार्ता में आतंकी हमला
14 जनवरी 2016 को इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में बड़ा आतंकी हमला हुआ। इस हमले में 10 से 14 आतंकियों के शामिल होने की खबर है। यहाँ, एक के बाद एक, 6 बम धमाके हुए जिसमें अब तक सात की मौत हो चुकी है। मरने वालों में चार फ़िदायीन आतंकी, एक डच नागरिक और एक पुलिसकर्मी शामिल हैं तथा एक अन्य की पहचान नहीं हुई है। ये धमाके संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के पास हुए। इस प्रकार देखा जाय तो बहुत ही सुरक्षित इलाके में ये विस्फोट हुए हैं। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति का निवास और रूस सहित अनेक देशों के दूतावास भी यहाँ से पास ही स्थित हैं। अधिकारियों के अनुसार आतंकियों ने पूरी योजना के साथ इस हमले को अंजाम दिया। आतंकी बाइक से आए थे। उन्होंने धमाके के दौरान ग्रेनेड का इस्तेमाल भी किया गया। इन धमाकों में एक पुलिस पोस्ट के पूरी तरह से तबाह हो जाने की ख़बर है। यह हमला विदेशी पर्यटकों को निशाना बनाकर किया गया। इस इलाके में कई पाँच सितारा होटल, बहुराष्ट्रीय कंपनियों के कार्यालय और दूतावास भी हैं। .
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वोल्गाग्राद स्टेशन बम विस्फोट २०१३
वोल्गोग्राद स्टेशन बम विस्फोट २०१३ दक्षिण रूस के वोल्गोग्राद ओब्लास्ट के वोल्गोग्राद नगर में २९ दिसम्बर २०१३ को हुआ आत्मघाती बम विस्फोट है। ये विस्फोट एक महिला आत्मघाती हमलावर द्वारा किया गया जिसमें कम से कम १५ लोग मारे गये एवं ५० घायल हो गये। 24 घंटे के भीतर ही एक ट्रॉली बस को निशाना बनाकर दूसरा धमाका भी किया गया, जिसमें कम से कम 14 लोग मारे गए जबकि 20 ज्यादा घायल हुए। इन दो आतंकी हमलों में मारे गए लोगों की स्मृति में 30 दिसम्बर से 3 जनवरी तक शोक-दिवसों की घोषणा की गई है। और पढ़ें: .
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आत्महत्या
आत्महत्या (लैटिन suicidium, sui caedere से, जिसका अर्थ है "स्वयं को मारना") जानबूझ कर अपनी मृत्यु का कारण बनने के लिए कार्य करना है। आत्महत्या अक्सर निराशा के चलते की जाती है, जिसके लिए अवसाद, द्विध्रुवीय विकार, मनोभाजन, शराब की लत या मादक दवाओं का सेवनजैसे मानसिक विकारों को जिम्मेदार ठहराया जाता है। तनाव के कारक जैसे वित्तीय कठिनाइयां या पारस्परिक संबंधों में परेशानियों की भी अक्सर एक भूमिका होती है। आत्महत्या को रोकने के प्रयासों में आग्नेयास्त्रों तक पहुंच को सीमित करना, मानसिक बीमारी का उपचार करना तथा नशीली दवाओं के उपयोग को रोकना तथा आर्थिक विकास को बेहतर करना शामिल हैं। आत्महत्या करने के लिए उपयोग की जाने वाली सबसे आम विधि, देशों के अनुसार भिन्न-भिन्न होती है और आंशिक रूप से उपलब्धता से संबंधित है। आम विधियों में निम्नलिखित शामिल हैं: लटकना, कीटनाशक ज़हर पीना और बंदूकें। लगभग 8,00,000 से 10,00,000 लोग हर वर्ष आत्महत्या करते हैं, जिस कारण से यह दुनिया का दसवे नंबर का मानव मृत्यु का कारण है। पुरुषों से महिलाओं में इसकी दर अधिक है, पुरुषों में महिलाओं की तुलना में इसके होने का समभावना तीन से चार गुना तक अधिक है। अनुमानतः प्रत्येक वर्ष 10 से 20 मिलियन गैर-घातक आत्महत्या प्रयास होते हैं। युवाओं तथा महिलाओं में प्रयास अधिक आम हैं। इतिहास सम्मान और जीवन का अर्थ जैसे व्यापक अस्तित्व विषयों द्वारा आत्महत्या के विचारों पर प्रभाव पड़ता है। अब्राहमिक धर्म पारम्परिक रूप से आत्महत्या को ईश्वर के समक्ष किया जाने वाला पाप मानते हैं क्योंकि वे जीवन की पवित्रतामें विश्वास करते हैं। जापान में सामुराई युग में, सेप्पुकू को विफलता का प्रायश्चित या विरोध का एक रूप माना जाता था। सती, जो अब कानूनन निषिद्ध है हिंदू दाह संस्कार है, जो पति की चिता पर विधवा द्वारा खुद को बलिदान करने से संबंधित है, यह अपनी इच्छा या परिवार व समाज के दबाव में किया जाता था। आत्महत्या और आत्महत्या का प्रयास, पूर्व में आपराधिक रूप से दंडनीय था लेकिन पश्चिमी देशों में अब ऐसा नहीं है। बहुत से मुस्लिम देशों में यह आज भी दंडनीय अपराध है। 20वीं और 21 वीं शताब्दी में आत्मदाह के रूप में आत्महत्या विरोध का एक तरीका है और कामीकेज़ और आत्मघाती वम विस्फोट को फौजी या आतंकवादी युक्ति के रूप में उपयोग किया जाता है। .
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आत्महत्या के तरीके
आत्महत्या का तरीके खोजने वालों को भारत में आसरा नामक संस्था परामर्श देती हैं जिसका दूरभाष क्रमांक 022 2754 6669 है। उस संस्था का अधिकृत जालस्थान www.aasra.info है। आत्महत्या का तरीका ऐसी किसी भी विधि को कहते हैं जिसके द्वारा एक या अधिक व्यक्ति जान-बूझकर अपनी जान ले लेते हैं। आत्महत्या के तरीकों को जीवन लीला समाप्त करने की दो विधियों के अनुसार वर्गीकृत किया जा सकता है: शारीरिक या रासायनिक.
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कील बम
कील बम एक विस्फोटक डिवाइस है जिसमें लोगों को घायल करने की क्षमता बढ़ाने के लिए कीलों का प्रयोग किया जाता है। कीलें छर्रे के रूप में कार्य करती हैं, जिससे छोटे क्षेत्र में अधिक से अधिक नुकसान पहुँचाया जाता है। ऐसे हथियारों में तेज़ व नुकीली चीज़ों जैसे: इस्पात गेंदों (स्टील बॉल), कील, टूटे छुरे, डार्ट्स और धातु के टुकड़े आदि का प्रयोग भी किया जाता है। कील बम अक्सर आतंकवादियों द्वारा, विशेष रूप से आत्मघाती हमलावर द्वारा, इस्तेमाल किये जाते हैं क्योंकि वे बड़ी संख्या में लोगों को मारने के लिए भीड़ भरे स्थानों में विस्फोट करते हैं। कील बम का विद्युतचुम्बकीय (इलेक्ट्रोमेग्नेटिक) सेंसर और मानक धातु संसूचक (स्टैंडर्ड मेटल डिटेक्टर) के माध्यम से पता लगाया जा सकता है। .
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११ (संख्या)
11 (महिला की आवाज में, पुरुष की आवाज में,(उच्चारण: ग्यारह) एक प्राकृतिक संख्या है। इससे पूर्व 10 और इसके पश्चात् 12 आता है अर्थात् ग्यारह 10 से एक अधिक होता है एवं 12 में से एक कम करने पर ग्यारह प्राप्त होता है। इसे शब्दों में ग्यारह से लिखा जाता है। छः और पाँच का योग ग्यारह होता है। .
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11 सितम्बर 2001 के हमले
11 सितंबर के हमले (जिन्हें अक्सर सितम्बर 11 या 9/11 कहा जाता है) 11 सितम्बर 2001 को संयुक्त राज्य अमेरिका पर अल-क़ायदा द्वारा समन्वित आत्मघाती हमलों की एक श्रंखला थी। उस दिन सबेरे, 19 अल कायदा आतंकवादियों ने चार वाणिज्यिक यात्री जेट वायुयानों का अपहरण कर लिया। अपहरणकर्ताओं ने जानबूझकर उनमें से दो विमानों को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, न्यूयॉर्क शहर के ट्विन टावर्स के साथ टकरा दिया, जिससे विमानों पर सवार सभी लोग तथा भवनों के अंदर काम करने वाले अन्य अनेक लोग भी मारे गए। दोनों भवन दो घंटे के अंदर ढह गए, पास की इमारतें नष्ट हो गईं और अन्य क्षतिग्रस्त हुईं। अपहरणकर्ताओं ने तीसरे विमान को बस वाशिंगटन डी॰सी॰ के बाहर, आर्लिंगटन, वर्जीनिया में पेंटागन में टकरा दिया। अपहरणकर्ताओं द्वारा वाशिंगटन डी॰सी॰ की ओर पुनर्निर्देशित किए गए चौथे विमान के कुछ यात्रियों एवं उड़ान चालक दल द्वारा विमान का नियंत्रण फिर से लेने के प्रयास के बाद, विमान ग्रामीण पेंसिल्वेनिया में शैंक्सविले के पास एक खेत में जा टकराया। किसी भी उड़ान से कोई भी जीवित नहीं बचा। इन हमलों में लगभग 3,000 शिकार तथा 19 अपहरणकर्ता मारे गए। न्यूयॉर्क राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जून, 2009 तक अग्निशामकों एवं पुलिस कर्मियों सहित, 836 आपातसेवक मारे जा चुके हैं। वर्ल्ड ट्रेड सेन्टर पर हुए हमले में मारे गए 2,752 पीड़ितों में से न्यूयॉर्क शहर तथा पोर्ट अथॉरिटी के 343 अग्निशामक और 60 पुलिस अधिकारी थे। पेंटागन पर हुए हमले में 184 लोग मारे गए थे। हताहतों में 70 देशों के नागरिकों सहित नागरिकों की भारी संख्या थी। इसके अलावा, वहां कम से कम एक द्वित्तीयक मृत्यु हुई थी- चिकित्सा परीक्षक के अनुसार वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ढहने से धूल में प्रकटन के कारण हुए फेफड़ों के रोग की वजह से एक व्यक्ति की मृत्यु हुई थी। संयुक्त राज्य अमेरिका ने आतंक के विरुद्ध युद्ध शुरू करके हमले की प्रतिक्रिया व्यक्त की है: आतंकवाद को आश्रय देने वाले तालिबान को पदच्युत करने के लिए इसने अफगानिस्तान पर आक्रमण कर दिया। संयुक्त राज्य अमेरिका ने यूएसए (USA) पैट्रियट एक्ट कानून भी बनाया। कई अन्य देशों ने भी अपने आतंकवाद विरोधी कानूनों को मजबूत बनाया तथा कानून प्रवर्तक क्षमताओं का विस्तार किया। कुछ अमेरिकी शेयर बाजार हमले के बाद सप्ताह के शेष दिनों में बंद रहे तथा फिर से खुलने पर भारी घाटा, खासकर एयरलाइन और बीमा उद्योग में, दर्ज किया। अरबों डॉलर के कार्यालय स्थान के नष्ट होने से लोअर मैनहटन की अर्थव्यवस्था को गंभीर हानि का सामना करना पड़ा। पेंटागन को हुए नुकसान के एक वर्ष के अंदर साफ कर दिया गया और मरम्मत कर दी गई तथा भवन के बगल में पेंटागन स्मारक का निर्माण किया गया। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर स्थल पर पुनर्निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 2006 में, एक नया कार्यालय टॉवर 7 वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के स्थल पर पूर्ण हो गया। वर्तमान में नया 1 वर्ल्ड ट्रेड सेंटर स्थल पर निर्माणाधीन है और 2013 में पूर्ण होने पर 1,776 फुट (541मी) ऊंचाई वाली यह उत्तरी अमेरिका में सबसे ऊंची इमारत हो जाएगी। मूल रूप से तीन और टावर 2007 और 2012 के बीच उस स्थल पर बनाए जाने की उम्मीद की गई थी। 8 नवम्बर 2009 को फ्लाइट 93 नेशनल मेमोरियल की परियोजना प्रारंभ का गई थी और प्रथम चरण का निर्माण 11 सितम्बर 2011 को हमलों की दसवीं सालगिरह के लिए तैयार हो जाने का आशा है। .
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2014 पेशावर स्कूल आक्रमण
2014 पेशावर स्कूल आक्रमण एक आतंकवादी आक्रमण था जो पाकिस्तान के पेशावर शहर के आर्मी पब्लिक स्कूल में २०१४ दिसंबर १६ को तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान में आवद्ध 7 सदस्य स्कूल में घुसकर स्कूल के विद्यार्थी और वहाँ के कर्मचारी पर अन्धाधुन्द गोलीबारी कर १४५ का जान ले लिया। .
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2014 वाघा बॉर्डर आत्मघाती हमला
वाघा बॉर्डर लाहौर, पाकिस्तान में 2 नवंबर 2014 की शाम 05:30 बजे झंडा उतारने की रस्म के बाद एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट किया, जिसमें 60 लोग मारे गए और 200 से ज़्यादा घायल हुए। .
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2016 पाकिस्तान के मस्जिद में बम विस्फोट
पाकिस्तान के मस्जिद में बम विस्फोट के कारण 28 लोगों की मौत और तीस से अधिक लोग घायल हुए। यह विस्फोट 16 सितम्बर 2016 को हुआ था। इस विस्फोट में मरने वालों में चार बच्चे भी थे। जिसमें सभी दस वर्ष से कम उम्र वाले थे। इस हमले की जिम्मेदारी तालिबान के जमात-उल-अहरार नामक आतंकी संगठन ने ली है। उनका कहना यह है कि 2009 में सेना ने उनके 13 आतंकियों को मार दिया था, इसलिए वे इसका बदला ले रहे हैं। यह पाकिस्तान में इस महीने दूसरा आतंकी हमला है। .
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2016 ब्रसल्स धमाके
22 मार्च 2016 को सुबह, तीन समन्वित कील बम विस्फोट बेल्जियम में हुए: ज़वेन्टम में ब्रसेल्स हवाई अड्डे पर दो, और एक ब्रसेल्स में मेट्रो स्टेशन पर। इन हमलों में 32 पीड़ित और तीन आत्मघाती हमलावर मारे गए और 300 से अधिक लोग घायल हो गए। एक अन्य बम हवाई अड्डे की खोज के दौरान पाया गया। इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक और लेवांत(आईएसआईएल) ने हमलों की जिम्मेदारी ली है। यह बम विस्फोट बेल्जियम के इतिहास में सबसे घातक थे। बेल्जियम सरकार ने तीन दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की। .
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2016 लाहौर फ़िदायीन हमला
27 मार्च 2016 को लाहौर में एक फ़िदायीन हमले में कम से कम 75 लोग मारे गए और 340 से अधिक घायल हुए। इस हमले का उद्देश्य ईस्टर मना रहे ईसाईयों को निशाना बनाना था। 75 मृतकों में से केवल 14 ईसाई थे, बाकि सभी मुस्लिम थे। पीड़ितों में अधिकतम महिलाएँ और बच्चे थे। पाकिस्तानी तालिबान से सम्बंधित संगठन जमात-उल-अहरार ने हमलों की जिम्मेदारी ली। श्रेणी:फ़िदायीन हमला श्रेणी:लाहौर श्रेणी:पाकिस्तान में ईसाइयों का उत्पीड़न श्रेणी:चित्र जोड़ें.
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2016 क्वेटा पुलिस ट्रेनिंग सेंटर हमला
क्वेटा पुलिस ट्रेनिंग सेंटर हमला, 24 अक्टूबर 2016 को क्वेटा के शरयब रोड स्थित पुलिस ट्रेेनिंग सेंटर में रात को हुए एक आत्मघाती हमला था। इस दौरान तीन आत्मघाती हमलावरों ने अंधाधुंध फायरिंंग की। आतंकी हमले में 60 कैडेट्स की मौत हो गई और 100 से ज्यादा कैडेट्स घायल हो गए। तीनों आत्मघाती हमलावरों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया। पुलिस के अनुसार पांच से छह बंदूकधारियों ने इस हमले को अंजाम दिया जिसमें विस्फोटक सामग्री का भी इस्तेमाल किया गया था। हमले के समय मौजूद चश्मदीदों के अनुसार वे आतंकी आपस में अफगानी में बात कर रहे थे।पाकिस्तान पर इस साल का यह तीसरा सबसे बड़ा आतंकी हमला है। इससे पहले 27 मार्च को गुलशन-ए-इकबाल पार्क पर हुए फिदायीन हमले में कम से कम 74 लोगों की मौत हुई थी। 338 घायल हुए थे तथा इसी साल अगस्त में क्वेटा के सिविल हॉस्पिटल पर फिदायीन हमला हुआ था, जिसमें 73 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें ज्यादातर वकील थे। .
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2016 उड़ी हमला
उरी हमला 18 सितम्बर 2016 को जम्मू और कश्मीर के उरी सेक्टर में एलओसी के पास स्थित भारतीय सेना के स्थानीय मुख्यालय पर हुआ, एक आतंकी हमला है जिसमें 18 जवान शहीद हो गए। सैन्य बलों की कार्रवाई में सभी चार आतंकी मारे गए। यह भारतीय सेना पर किया गया, लगभग 20 सालों में सबसे बड़ा हमला है। उरी हमले में सीमा पार बैठे आतंकियों का हाथ बताया गया है। इनकी योजना के तहत ही सेना के कैंप पर फिदायीन हमला किया गया। हमलावरों के द्वारा निहत्थे और सोते हुए जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गयी ताकि ज्यादा से ज्यादा जवानों को मारा जा सके। - एनडीटीवी - 19 सितम्बर 2016 अमेरिका ने उड़ी हमले को "आतंकवादी" हमला करार दिया। .
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2017 सेहवन आत्मघाती बम विस्फोट
एक आत्मघाती बम विस्फोट पाकिस्तान के सिंध प्रांत में 16 फरवरी 2017 के दिन सूफ़ी संत लाल शहबाज़ कलंदर दरगाह पर हुआ। इस हमले में करीबन 100 लोग की मौत हो गयी और 250 से अधिक लोग घायल हो गये। आईएसआईएस ने इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली। आईएसआईएस ने अपनी समाचार एजेंसी "अमाक" के जरिए हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि आत्मघाती हमलावर ने दरगाह में शिया लोगों को निशाना बनाया। .
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