लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

आज जाने की ज़िद ना करो

सूची आज जाने की ज़िद ना करो

आज जाने की ज़िद ना करो एक मशहूर नज़्म है जिसे पाकिस्तानी कवि फ़य्याज़ हाशमी द्वारा लिखा गया है। इस नज़्म की धुन पाकिस्तान के प्रसिद्ध रचयिता सोहैल राणा द्वारा रचित है। इसे प्राचीन गायक हबीब वलि मोहम्मद द्वारा लोकप्रिय बनाया गया जिन्होंने एक पार्श्व गायक के रूप में पाकिस्तानी फिल्म बादल और बिजली (१९७३) में यह गीत गाया था। इसके पश्चात मशहूर ग़ज़ल गायिका फरिदा खानुम उनके टेलिविज़न प्रदर्शन और सार्वजनिक संगीत समारोह में भी यह गीत गाया करती थीं। फरिदा खानुम द्वारा यह गीत राग यमन कल्याण में गाया गया था। यह गीत अनेक कलाकारों द्वारा गाया गया है। आशा भोंसले ने लव सुप्रीम (२००६) एल्बम में यह गीत गाया है। गोल्डन लॉयन का खिताब जीत चुकी मीरा नायर की मानसून वैडिंग (2001 फ़िल्म) के एक दृश्य में पार्श्व संगीत के रूप में इस गीत का उपयोग किया गया है। हबीब वलि मोहम्मद के इस गीत का रुपांतर भी अत्यन्त लोकप्रिय है।यह शंकर टकर की ऑनलाइन संगीत शृंखला 'द श्रुति बॉक्स' का भी एक भाग है जिसे रोहिणी रावदा द्वारा गाया गया है।ए॰ आर॰ रहमान ने इस गीत को एम.टी.वी अनप्लग्ड सीज़न-२ में प्रदर्शित किया था। २०१५ में यह गीत कोक स्टूडियो पाकिस्तान के लिये पकिस्तानी बैण्ड 'स्ट्रिंग्स' द्वारा बनाया गया और संगीत से लम्बे अन्तराल के बाद फरिदा खानुम ने कोक स्टूडियो के आठवे सीज़न के आखिरी प्रकरण में यह गीत फिर से गाया। अरिजीत सिंह ने टेलिविज़न धारावाहिक नामकरण (अगस्त २०१६) के लिये यह गीत फिर से बनाया जिसे स्टार प्लस चैनल पर प्रसारित किया जाता है। यह गीत प्रीतम द्वारा २०१६ की फिल्म ऐ दिल है मुश्किल के लिये फिर से बनाया गया जिसे शिल्पा राव द्वारा गाया गया है। .

0 संबंधों

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »