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अमेरिकी क्रान्ति

सूची अमेरिकी क्रान्ति

दिलावर नदी को नाव द्वारा पार करते जनरल जार्ज़ वाशिंगटन व उनके सैनिकों की टोली अमेरिकी स्वतन्त्रता की की घोषणा का ड्राफ्ट तैयार करने के लिये गठित पाँच सदस्यीय समिति सन १७७६ में घोषणा के सस्तावेज द्वितीय कांटिनेन्टल कांग्रेस को सौंपते हुए अमेरिकी क्रान्ति से आशय अठ्ठारहवीं शताब्दी के उत्तरार्ध में घटित घटनाओं से है जिसमें तेरह कालोनियाँ ब्रितानी साम्राज्य से आजाद होकर संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of America / USA) के नाम से एक देश बना। इस क्रान्ति में सन १७७५ एवं १७८३ के बीच तेरह कालोनियाँ मिलकर ब्रितानी साम्राज्य के साथ सशस्त्र संग्राम में शामिल हुईं। इस संग्राम को 'क्रान्तिकारी युद्ध' या 'अमेरिका का स्वतन्त्रता संग्राम' कहते हैं। इस क्रान्ति के फलस्वरूप सन १७७६ में अमेरिका के स्वतन्त्रता की घोषणा की गयी एवं अन्ततः सन १७८१ के अक्टूबर माह में युद्ध के मैदान में क्रान्तिकारियों की विजय हुई। अमरीकी क्रान्ति १७७५ से १७८३ के दौरान जनरल जार्ज वाशिंगटन द्वारा अमरीकी सेना का नेतृत्व करते हुए की गयी थी। वाशिंगटन ने अमरीकन उपनिवेशों को एकीकृत करके संयुक्त राज्य अमरीका का वर्तमान स्वरूप प्रदान किया। बाद में उन्हें १७८९ में अमरीका का पहला राष्ट्रपति चुना गया। १४ दिसम्बर १७९९ को वाशिंगटन की मृत्यु हो गयी। उन्हें वर्तमान अमरीका का राष्ट्र-निर्माता कहा जाता है। आज भी अमरीका में उनके ही नाम पर वाशिंगटन शहर है। मुख्यत: अमरीकी क्रान्ति सामाजिक, राजनीतिक व सैनिक क्रान्ति का मिला-जुला परिणाम था। .

40 संबंधों: ऐलॅक्ज़ैण्डर हैमिलटन, डेलावेयर, तम्बाकू धूम्रपान, तेरह उपनिवेश, थॉमस पेन, न्यू इंग्लैंड, पनडुब्बी, पैट्रिक हॅनरी, बेंजामिन फ्रैंकलिन, बॉस्टन चाय पार्टी, बोस्टन, मानववाद, मिसिसिप्पी, मकादम, मैरीलैंड, लौह अयस्क, षड्यन्त्र का सिद्धान्त, सामाजिक परिवर्तन, संयुक्त राज्य अमेरिका में अमेरिकी मूल-निवासी, संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपिता, स्पा, स्वच्छन्दतावाद, जेफरसन डेविस, जॉर्ज वॉशिंगटन, वर्जीनिया, विश्व का इतिहास, व्हिस्की, वोल्टेयर, आदर्शवाद (अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्ध), आधुनिकता, आइवी लीग, कनेक्टिकट, काउबॉय, क्रान्ति, क्रिसमस, अमेरिकी डॉलर, अमेरिकी क्रन्तिकारी युद्ध, अमेरिकी क्रान्ति का घटनाक्रम, उत्तर अमेरिका का इतिहास, २रीं सहस्राब्दी

ऐलॅक्ज़ैण्डर हैमिलटन

ऐलॅक्ज़ैण्डर हैमिलटन (१७५५-१८०४), संयुक्त राज्य अमेरिका के पहले वित्त सचिव ऐलॅक्ज़ैण्डर हैमिलटन (अंग्रेज़ी: Alexander Hamilton, जन्म: ११ जनवरी १७५५, देहांत: १२ जुलाई १८०४) संयुक्त राज्य अमेरिका के पहले खज़ाने के सचिव (यानि वित्त सचिव) थे। वे एक अर्थशास्त्री और राजनीतिज्ञ भी थे और उन्हें संयुक्त राज्य की एक बुनियादी हस्ती भी माना जाता है। अमेरिकी क्रान्ति के दौर में वे अमेरिका के राष्ट्रपिता जार्ज वाशिंगटन के सहायक रहे और अमेरिका में संवैधानिक राज की मांग रखी.

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डेलावेयर

thumbnail डेलावेयर (Delaware) संयुक्त राज्य अमेरिका का एक राज्य है। यह दक्षिण और पश्चिम में मैरीलैंड से, उत्तर-पूर्व में न्यू जर्सी द्वारा, और उत्तर में पेंसिल्वेनिया से सीमा रखता है। राज्य का नाम अंग्रेज रईस और वर्जीनिया के पहले औपनिवेशिक गवर्नर थॉमस वेस्ट, तृतीय बैरोन दे ला वॉर के ऊपर रखा गया है। डेलावेयर संयुक्त राज्य का दूसरा सबसे छोटा, छठा सबसे कम आबादी वाला और छठा सबसे घनी आबादी वाला राज्य है। डेलावेयर को तीन काउंटियों में विभाजित किया गया है जो कि किसी भी राज्य में काउंटियों की सबसे कम संख्या है। 16 वीं शताब्दी में यूरोपियों द्वारा इसके समुद्र तट की खोज बीन किये जाने से पहले, डेलावेयर में मूल अमेरिकियों के कई समूहों बसे हुए थे। डेलावेयर अमेरिकी क्रांति में भाग लेने वाले 13 कॉलोनियों में से एक था। 7 दिसंबर 1787 को, डेलावेयर संयुक्त राज्य अमेरिका के संविधान को स्वीकृति देने वाला पहला राज्य बन गया और तब से वह खुद को "पहला राज्य" के रूप में प्रचारित कर रहा है। .

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तम्बाकू धूम्रपान

तम्बाकू धूम्रपान एक ऐसा अभ्यास है जिसमें तम्बाकू को जलाया जाता है और उसका धुआं या तो चखा जाता है या फिर उसे सांस में खींचा जाता है। इसका चलन 5000-3000 ई.पू.के प्रारम्भिक काल में शुरू हुआ। कई सभ्यताओं में धार्मिक अनुष्ठानों के दौरान इसे सुगंध के तौर पर जलाया गया, जिसे बाद में आनंद प्राप्त करने के लिए या फिर एक सामाजिक उपकरण के रूप में अपनाया गया। पुरानी दुनिया में तम्बाकू 1500 के दशक के अंतिम दौर में प्रचलित हुआ जहां इसने साझा व्यापारिक मार्ग का अनुसरण किया। हालांकि यह पदार्थ अक्सर आलोचना का शिकार बनता रहा है, लेकिन इसके बावज़ूद वह लोकप्रिय हो गया। जर्मन वैज्ञानिकों ने औपचारिक रूप से देर से 1920 के दशक के अन्त में धूम्रपान और फेफड़े के कैंसर के बीच के संबंधों की पहचान की जिससे आधुनिक इतिहास में पहले धूम्रपान विरोधी अभियान की शुरुआत हुई। आंदोलन तथापि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान दुश्मनों की सीमा में पहुंचने में नाकाम रहा और उसके बाद जल्द ही अलोकप्रिय हो गया। 1950 में स्वास्थ्य अधिकारियों ने फिर से धूम्रपान और कैंसर के बीच के सम्बंध पर चर्चा शुरू की। वैज्ञानिक प्रमाण 1980 के दशक में प्राप्त हुए, जिसने इस अभ्यास के खिलाफ राजनीतिक कार्रवाई पर जोर दिया। 1965 से विकसित देशों में खपत या तो क्षीण हुई या फिर उसमें गिरावट आयी। हालांकि, विकासशील दुनिया में बढ़त जारी है। तम्बाकू के सेवन का सबसे आम तरीका धूम्रपान है और तम्बाकू धूम्रपान किया जाने वाला सबसे आम पदार्थ है। कृषि उत्पाद को अक्सर दूसरे योगज के साथ मिलाया जाता है और फिर सुलगाया जाता है। परिणामस्वरूप भाप को सांस के जरिये अंदर खींचा जाता है फिर सक्रिय पदार्थ को फेफड़ों के माध्यम से कोशिकाओं से अवशोषित कर लिया जाता है। सक्रिय पदार्थ तंत्रिका अंत में रासायनिक प्रतिक्रियाओं को शुरू करती है जिससे हृदय गति, स्मृति और सतर्कता और प्रतिक्रिया की अवधि बढ़ जाती है। डोपामाइन (Dopamine) और बाद में एंडोर्फिन(endorphin) का रिसाव होता है जो अक्सर आनंद से जुड़े हुए हैं। 2000 में धूम्रपान का सेवन कुछ 1.22 बिलियन लोग करते थे। पुरुषों में महिलाओं की तुलना में धूम्रपान की संभावना अधिक होती हैं तथापि छोटे आयु वर्ग में इस लैंगिक अंतर में गिरावट आती है। गरीबों में अमीरों की तुलना में और विकसित देशों के लोगों में अमीर देशों की तुलना में धूम्रपान की संभावना अधिक होती है। धूम्रपान करने वाले कई किशोरावस्था में या आरम्भिक युवावस्था के दौरान शुरू करते हैं। आम तौर पर प्रारंभिक अवस्था में धूम्रपान सुखद अनुभूतियां प्रदान करता है, सकारात्मक सुदृढीकरण के एक स्रोत के रूप में कार्य करता है। एक व्यक्ति में कई वर्षों के धूम्रपान के बाद परिहार के लक्षण और नकारात्मक सुदृढीकरण उसे जारी रखने का प्रमुख उत्प्रेरक बन जाता है। .

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तेरह उपनिवेश

तेरह उपनिवेश (इस नक़्शे में गाढ़े गुलाबी रंग वाले क्षेत्र) तेरह उपनिवेश (अंग्रेज़ी: Thirteen Colonies) वे ब्रिटिश उपनिवेश थे जो पूर्वी उत्तर अमेरिका के अंध महासागर के तट पर सन् 1607 से 1733 तक स्थापित किये गए। इन उपनिवेशों ने 1776 में ब्रिटेन से स्वतंत्रता का ऐलान किया और केवल उपनिवेश न रहकर संयुक्त राज्य अमेरिका के राज्य बन गए। यही वजह है के आधुनिक अमेरिकी ध्वज में 13 लाल और सफ़ेद धारियाँ हैं और मूल अमेरिकी झंडे में 13 तारे थे। .

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थॉमस पेन

थॉमस पेन थॉमस पेन (अंग्रेज़ी: Thomas Paine, जन्म: 9 फ़रवरी 1737, देहांत: 8 जून 1809) एक लेखक, अविष्कारक, बुद्धिजीवी, क्रांतिकारी और संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपिताओं में से एक थे। उनका जन्म इंग्लैण्ड के नॉर्फ़क काउंटी (ज़िले) के थ़ॅटफ़र्ड शहर में हुआ था और सन् 1774 में वे इंग्लैण्ड छोड़ अमेरिका में जा बसे। उन्होंने सन् 1776 की अमेरिकी क्रांति में अहम भूमिका निभाई। उन्होने अमेरिका में क्रांति की उठती लहर को अपनी लिखाई के ज़रिये अपनी राजनैतिक सोच का ढाँचा दिया। उनकी दो सब से प्रभावशाली लिखईयाँ थीं -.

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न्यू इंग्लैंड

न्यू इंग्लैंड क्षेत्र वाले राज्य न्यू इंग्लैंड (New England) संयुक्त राज्य अमेरिका का एक भौगोलिक क्षेत्र है जिसमें पूर्वोत्तर संयुक्त राज्य के छह राज्य शामिल हैं: मेन, वरमॉण्ट, न्यू हैम्पशायर, मैसाचुसेट्स, रोड आइलैंड और कनेक्टिकट। यह न्यूयॉर्क से पश्चिम और दक्षिण में सीमा रखता है और कनाडाई प्रान्तों न्यू ब्रंसविक और क्यूबेक से क्रमशः उत्तर-पूर्व और उत्तर में। मैसाचुसेट्स की राजधानी बोस्टन, न्यू इंग्लैंड का सबसे बड़ा शहर है। 1620 में पहले अंग्रेज लोग मैसाचुसेट्स में बसना शुरू हुए थे। 18वीं शताब्दी के अंत में, न्यू इंग्लैंड कॉलोनियों के राजनीतिक नेताओं ने नए कर लागू करने के ब्रिटेन के प्रयासों के प्रति प्रतिरोध शुरू किया। इस टकराव ने 1775 में अमेरिकी क्रांतिकारी युद्ध की पहली लड़ाई और वसंत 1776 में इस क्षेत्र से ब्रिटिश अधिकारियों के निष्कासन का नेतृत्व किया। संयुक्त राज्य अमेरिका में गुलामी को खत्म करने के लिए इस क्षेत्र ने आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाई। यह अमेरिका का पहला क्षेत्र भी था जिसमें औद्योगिक क्रांति का बदलाव हुआ। न्यू इंग्लैंड की भौगोलिक भूगोल विविध है। दक्षिणपूर्व न्यू इंग्लैंड संकीर्ण तटीय मैदान है, जबकि पश्चिमी और उत्तरी क्षेत्रों में एपलाशियन पर्वतमाला के उत्तरी छोर के चोटियों का प्रभुत्व है। 2010 में, न्यू इंग्लैंड की आबादी 1,44,44,865 थी। मैसाचुसेट्स सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है, जबकि वरमोंट कम से कम आबादी वाले राज्य है। श्वेत अमेरिकी कुल जनसंख्या के 83.4% हैं। अंग्रेज़ी घर पर बोली जाने वाली सबसे आम भाषा है। 81.3% निवासी घर पर केवल अंग्रेज़ी ही बोलते हैं। 2015 तक, न्यू इंग्लैंड की जीडीपी 953.9 अरब डॉलर थी। .

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पनडुब्बी

सन् १९७८ में ''एल्विन'' प्रथम विश्व युद्ध में प्रयुक्त जर्मनी की यूसी-१ श्रेणी की पनडुब्बी पनडुब्बी(अंग्रेज़ी:सबमैरीन) एक प्रकार का जलयान (वॉटरक्राफ़्ट) है जो पानी के अन्दर रहकर काम कर सकता है। यह एक बहुत बड़ा, मानव-सहित, आत्मनिर्भर डिब्बा होता है। पनडुब्बियों के उपयोग ने विश्व का राजनैतिक मानचित्र बदलने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। पनडुब्बियों का सर्वाधिक उपयोग सेना में किया जाता रहा है और ये किसी भी देश की नौसेना का विशिष्ट हथियार बन गई हैं। यद्यपि पनडुब्बियाँ पहले भी बनायी गयीं थीं, किन्तु ये उन्नीसवीं शताब्दी में लोकप्रिय हुईं तथा सबसे पहले प्रथम विश्व युद्ध में इनका जमकर प्रयोग हुआ। विश्व की पहली पनडुब्बी एक डच वैज्ञानिक द्वारा सन १६०२ में और पहली सैनिक पनडुब्बी टर्टल १७७५ में बनाई गई। यह पानी के भीतर रहते हुए समस्त सैनिक कार्य करने में सक्षम थी और इसलिए इसके बनने के १ वर्ष बाद ही इसे अमेरिकी क्रान्ति में प्रयोग में लाया गया था। सन १६२० से लेकर अब तक पनडुब्बियों की तकनीक और निर्माण में आमूलचूल बदलाव आया। १९५० में परमाणु शक्ति से चलने वाली पनडुब्बियों ने डीज़ल चलित पनडुब्बियों का स्थान ले लिया। इसके बाद समुद्री जल से आक्सीजन ग्रहण करने वाली पनडुब्बियों का भी निर्माण कर लिया गया। इन दो महत्वपूर्ण आविष्कारों से पनडुब्बी निर्माण क्षेत्र में क्रांति सी आ गई। आधुनिक पनडुब्बियाँ कई सप्ताह या महिनों तक पानी के भीतर रहने में सक्षम हो गई है। द्वितीय विश्व युद्ध के समय भी पनडुब्बियों का उपयोग परिवहन के लिये सामान को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए किया जाता था। आजकल इनका प्रयोग पर्यटन के लिये भी किया जाने लगा है। कालपनिक साहित्य संसार और फंतासी चलचित्रों के लिये पनडुब्बियों का कच्चे माल के रूप मे प्रयोग किया गया है। पनडुब्बियों पर कई लेखकों ने पुस्तकें भी लिखी हैं। इन पर कई उपन्यास भी लिखे जा चुके हैं। पनडुब्बियों की दुनिया को छोटे परदे पर कई धारावाहिको में दिखाया गया है। हॉलीवुड के कुछ चलचित्रों जैसे आक्टोपस १, आक्टोपस २, द कोर में समुद्री दुनिया के मिथकों को दिखाने के लिये भी पनडुब्बियो को दिखाया गया है। .

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पैट्रिक हॅनरी

पैट्रिक हॅनरी (अंग्रेज़ी: Patrick Henry, जन्म: २९ मई १७३६, मृत्यु: ६ जून १७९९) संयुक्त राज्य अमेरिका के आरम्भिक दौर के एक राजनेता और वक्ता थे जिन्हें कभी-कभी उस देश के राष्ट्रपिताओं में भी गिना जाता है। उन्होंने अमेरिका के वर्जिनिया राज्य में ब्रिटेन के खिलाफ़ चलाये गए स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया था और सन् १७७६ से १७७९ तक और फिर १७८४ से १७८६ तक के कालों में उस सूबे के राज्यपाल भी रहे थे। उन्हें अपने दिए गए "मुझे आज़ादी दो या मौत दो" (Give me Liberty, or give me Death) के नारे के लिए याद किया जाता है।Thad Tate, "Henry, Patrick", American National Biography Online, February 2000.

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बेंजामिन फ्रैंकलिन

बेंजामिन फ्रैंकलिन (17 अप्रैल 1790) संयुक्त राज्य अमेरिका के संस्थापक जनकों में से एक थे। एक प्रसिद्ध बहुश्रुत, फ्रैंकलिन एक प्रमुख लेखक और मुद्रक, व्यंग्यकार, राजनीतिक विचारक, राजनीतिज्ञ, वैज्ञानिक, आविष्कारक, नागरिक कार्यकर्ता, राजमर्मज्ञ, सैनिक, और राजनयिक थे। एक वैज्ञानिक के रूप में, बिजली के सम्बन्ध में अपनी खोजों और सिद्धांतों के लिए वे प्रबोधन और भौतिक विज्ञान के इतिहास में एक प्रमुख शख्सियत रहे। उन्होंने बिजली की छड़, बाईफोकल्स, फ्रैंकलिन स्टोव, एक गाड़ी के ओडोमीटर और ग्लास 'आर्मोनिका' का आविष्कार किया। उन्होंने अमेरिका में पहला सार्वजनिक ऋण पुस्तकालय और पेंसिल्वेनिया में पहले अग्नि विभाग की स्थापना की। वे औपनिवेशिक एकता के शीघ्र प्रस्तावक थे और एक लेखक और राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में, उन्होंने एक अमेरिकी राष्ट्र के विचार का समर्थन किया। अमेरिकी क्रांति के दौरान एक राजनयिक के रूप में, उन्होंने फ्रेंच गठबंधन हासिल किया, जिसने अमेरिका की स्वतंत्रता को संभव बनाने में मदद की। फ्रेंकलिन को अमेरिकी मूल्यों और चरित्र के आधार निर्माता के रूप में श्रेय दिया जाता है, जिसमें बचत के व्यावहारिक और लोकतांत्रिक अतिनैतिक मूल्यों, कठिन परिश्रम, शिक्षा, सामुदायिक भावना, स्व-शासित संस्थानों और राजनीतिक और धार्मिक स्वैच्छाचारिता के विरोध करने के संग, प्रबोधन के वैज्ञानिक और सहिष्णु मूल्यों का समागम था। हेनरी स्टील कोमगेर के शब्दों में, "फ्रैंकलिन में प्यूरिटनवाद के गुणों को बिना इसके दोषों के और इन्लाईटेनमेंट की प्रदीप्ति को बिना उसकी तपिश के समाहित किया जा सकता है।" वाल्टर आईज़ेकसन के अनुसार, यह बात फ्रेंकलिन को, "उस काल के सबसे निष्णात अमेरिकी और उस समाज की खोज करने वाले लोगों में सबसे प्रभावशाली बनाती है, जैसे समाज के रूप में बाद में अमेरिका विकसित हुआ।" फ्रेंकलिन, एक अखबार के संपादक, मुद्रक और फिलाडेल्फिया में व्यापारी बन गए, जहां पुअर रिचार्ड्स ऑल्मनैक और द पेन्सिलवेनिया गजेट के लेखन और प्रकाशन से वे बहुत अमीर हो गए। फ्रेंकलिन की विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दिलचस्पी थी और अपने प्रसिद्ध प्रयोगों के लिए उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त की.

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बॉस्टन चाय पार्टी

नाथानियल कुरीर द्वारा यह 1846 आयरोनिक लिथोग्राफ "द डेसट्रकशन ऑफ़ टी ऐट बॉस्टन हार्बर" पर वाक्यांश किया है; पर "बॉस्टन टी पार्टी" अभी तक मानक नहीं माना गया है। चमार के चित्रण के विपरीत, कुछ पुरुष जो चाय डंप कर रहे थे वास्तव में वे अमेरिकी भारतीय थे।यंग, शूमेकर, 183–85. बॉस्टन चाय पार्टी ब्रिटिश उपनिवेश मैसाचुसेट्स के एक उपनिवेश बॉस्टन के उपनिवेशवासियों द्वारा ब्रिटिश सरकार के खिलाफ प्रत्यक्ष कार्यवाही थी। 16 दिसम्बर 1773 को जब बॉस्टन के अधिकारियों द्वारा करयुक्त चाय के तीन जहाज़ों को ब्रिटेन को लौटने से इंकार कर दिया गया तो, उपनिवेशवासियों का एक समूह जहाज़ पर सवार हुआ और चाय को बॉस्टन हार्बर में फेंक कर नष्ट कर दिया गया। यह घटना अमेरिकी इतिहास की एक प्रमुख घटना है और अन्य राजनीतिक प्रदर्शन अक्सर इसका हवाला देते हैं। चाय पार्टी की शुरुआत सम्पूर्ण ब्रिटिश अमेरिका में चाय अधिनियम के खिलाफ एक प्रतिरोध आन्दोलन के दौरान हुई थी, जिसे ब्रिटिश संसद ने 1773 में पारित किया था। उपनिवेशवासियों ने कई कारणों से इसका विरोध किया, खासकर इसलिए क्योंकि वे मानते थे कि इससे उनके द्वारा निर्वाचित प्रतिनिधियों द्वारा कर लगाने के अधिकार का उल्लंघन हुआ है। प्रदर्शनकारियों ने सफलतापूर्वक कर युक्त चाय को तीन अन्य उपनिवेशों में उतरने से रोक दिया, लेकिन बॉस्टन में समस्याओं से घिरे शाही राज्यपाल थॉमस हचिसन ने ब्रिटेन को चाय लौटाने से इंकार कर दिया। उन्हें प्रत्यक्ष तौर पर यह उम्मीद नहीं थी कि प्रदर्शनकारी कानून के अधिकार को मानने की बजाए, जिसमे उनका सीधे तौर पर प्रतिनिधित्व नहीं था, चाय को नष्ट करने का चुनाव करेंगे। बॉस्टन चाय पार्टी का अमेरिकी क्रांति के विकास में महत्वपूर्ण योगदान था। जवाब में 1774 में संसद ने एक अनिवार्य नियम बनाया जिसमे अन्य प्रावधानों के साथ बॉस्टन के व्यापार पर तब तक रोक लगा दी गयी जब तक कि ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी को नष्ट की गयी चाय का भुगतान नहीं किया गया। इसके जवाब में उपनिवेशवासियों ने अनिवार्य नियम का और अधिक प्रदर्शनों के साथ विरोध किया और पहली कांटिनेंटल कांग्रेस का आयोजन किया जिसने ब्रिटिश शासन को नियम निरस्त करने के लिए कहा और उपनिवेशवासियों के प्रतिरोध में सहायता की। संकट बढ़ा और 1775 में बॉस्टन के पास अमेरिकी क्रन्तिकारी युद्ध शुरू हुआ। .

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बोस्टन

बोस्टन संयुक्त राज्य अमेरिका के मासेचुसेट्स राज्य की राजधानी और सबसे बड़ा नगर है। .

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मानववाद

मानववाद या मनुष्यवाद (ह्यूमनिज़्म / humanism) दर्शनशास्त्र में उस विचारधारा को कहते हैं जो मनुष्यों के मूल्यों और उन से सम्बंधित मसलों पर ध्यान देती है। अक्सर मानववाद में धार्मिक दृष्टिकोणों और अलौकिक विचार-पद्धतियों को हीन समझा जाता है और तर्कशक्ति, न्यायिक सिद्धांतों और आचारनीति (ऍथ़िक्स) पर ज़ोर होता है। मानववाद की एक "धार्मिक मानववाद" नाम की शाखा भी है जो धार्मिक विचारों को मानववाद में जगह देने का प्रयत्न करती है। .

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मिसिसिप्पी

अमेरिका में स्थिति मिसिसिप्पी (Mississippi) संयुक्त राज्य अमेरिका के दक्षिणी क्षेत्र में एक राज्य है। इसकी पश्चिमी सीमा मिसिसिपी नदी द्वारा बनाई गई है। मिसिसिपी उत्तर में टेनेसी, पूर्व में अलबामा, दक्षिण में लूइसियाना और पश्चिम में, मिसिसिपी नदी के पार, लुइसियाना और अर्कांसस से अपनी सीमा रखता है। इसकी दक्षिणी सीमा का छोटा हिस्सा मैक्सिको की खाड़ी से भी लगता है। 1699 में फ्रेंच उपनिवेशवादियों ने पहले यूरोपीय बस्ती की स्थापना की। उपनिवेशवादियों ने अफ्रीकी गुलामों को मजदूरों के रूप में आयात किया। ग्रेट ब्रिटेन की सप्तवर्षीय युद्ध में जीत के बाद फ्रांस ने पेरिस की संधि (1763) के तहत मिसिसिपी क्षेत्र का ब्रिटेन को आत्मसमर्पण कर दिया। अमेरिकी क्रांति के बाद, ब्रिटेन ने इस क्षेत्र को नए संयुक्त राज्य अमरीका को सौंप दिया। 10 दिसंबर 1817 को मिसिसिपी को संघ में 20वें राज्य के तौर पर भर्ती किया गया। 9 जनवरी, 1861 को मिसिसिपी संघ से अपने अलगाव की घोषणा करने वाला दूसरा राज्य बन गया और यह परिसंघीय राज्य अमेरिका के संस्थापक सदस्यों में से एक था। 2015 के अनुमान के मुताबिक मिसिसिप्पी की जनसंख्या 29,92,333 है। जिस हिसाब से उसका अमेरिका के राज्यों में 32वां स्थान है। क्षेत्र में भी उसका स्थान 32वां ही है। अंग्रेज़ी सरकारी भाषा है जो 96% जनता द्वारा मातृभाषा के रूप में बोली जाती है। .

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मकादम

जॉन लूडॉन मकादम (१८३०) जॉन लूडॉन मकादम (John Loudon McAdam, 21 सितम्बर 1756 – 26 नवम्बर 1836) स्कॉटलैण्ड का इंजिनीयर और सड़क-निर्माता था। उसने चिकने और कठोर सतह वाली सड़कें बनाने की एक नयी प्रक्रिया का विकास किया जिसे मकादमीकरण (macadamisation) कहा जाता है। सड़क-निर्माण पर आज भी मकादम का प्रभाव दिखता है। .

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मैरीलैंड

मैरीलैंड राज्य एक अमेरिकी राज्य है, जो संयुक्त राज्य अमेरिका के मध्य अटलांटिक क्षेत्र में स्थि‍त है, यह वर्जीनिया, पश्चिम वर्जीनिया की सीमा से लगा है और इसके दक्षिण और पश्चिम में कोलंबिया जिला, इसके उत्तर में पेंसिल्वेनिया और पूर्व में डेलावेयर है। कुल क्षेत्र के मामले में मैरीलैंड यूरोप के बेल्जियम देश के समकक्ष है। अमेरिकी सेंसस ब्यूरो के अनुसार अन्य राज्यों की तुलना में मैरीलैंड की घरेलू औसत आय सबसे अधिक है, 2006 में इसने नई जर्सी को पीछे छोड़ दिया; मैरीलैंड की औसत घरेलू आय 2007 में 68,080 डॉलर थी। 2009 में, मैरीलैंड ने 2008 के अपने 70,545 डॉलर की सबसे अधिक औसत आय के कारण अमेरिकी राज्यों में तीसरी बार लगातार प्रथम स्थान प्राप्त किया। मैरीलैंड ऐसा सातवां राज्य है जिसने संयुक्त राज्य अमेरिका के संविधान को अंगीकार किया और इसके तीन उपनाम पड़े, ओल्ड लाइन स्टेट, फ्री स्टेट और चेसापिक बे स्टेट नाम का भी कभी-कभी इस्तेमाल होता है। मैरीलैंड जीवन विज्ञान अनुसंधान और विकास का एक गठजोड़ है, जहां 350 से अधिक जैव प्रौद्योगिकी कंपनियां स्थित हैं, जो संयुक्त राज्य में इस क्षेत्र में मैरीलैंड को तीसरा सबसे बड़ा गठजोड़ बनाती हैं। जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी, जॉन्स हॉपकिन्स एप्लाइड फिजिक्स लेबोरेटरी, यूनिवर्सिटी सिस्टम ऑफ मैरीलैंड एक से अधिक परिसर, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्टैंडर्ड्स एंड टेक्नोलॉजी(NIST), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ (NIMH), फेडरल फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA), हावर्ड हजेज मेडिकल इंस्टीट्यूट, केलेरा जीनोमिक्स कंपनी, ह्यूमन जीनोम साइंसेस (HGS), जे. क्रेग वेंटर इंस्टीट्यूट और हाल ही में अस्ट्रज़ेनेका द्वारा खरीदी गयी मेडीम्यून सहित अनुसंधान और विकास में दिलचस्पी रखने वाले संस्थान और एजेंसियां मैरीलैंड में स्थित हैं। .

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लौह अयस्क

हैमेताईट: ब्राजील की खानों में मुख्य लौह अयस्क लौह अयस्क के छर्रों के इस ढेर का उपयोग इस्पात के उत्पादन में किया जाएगा। लौह अयस्क (Iron ores) वे चट्टानें और खनिज हैं जिनसे धात्विक लौह (iron) का आर्थिक निष्कर्षण किया जा सकता है। इन अयस्कों में आमतौर पर आयरन (लौह या iron) ऑक्साइडों की बहुत अधिक मात्रा होती है और इनका रंग गहरे धूसर से लेकर, चमकीला पीला, गहरा बैंगनी और जंग जैसा लाल तक हो सकता है। लौह आमतौर पर मेग्नेटाईट (magnetite), हैमेटाईट (hematite), जोईथाईट (goethite), लिमोनाईट (limonite), या सिडेराईट (siderite), के रूप में पाया जाता है। हैमेटाईट को "प्राकृतिक अयस्क" भी कहा जाता है। यह नाम खनन के प्रारम्भिक वर्षों से सम्बंधित है, जब हैमेटाईट के विशिष्ट अयस्कों में 66% लौह होता था और इन्हें सीधे लौह बनाने वाली ब्लास्ट फरनेंस (एक विशेष प्रकार की भट्टी जिसका उपयोग धातुओं के निष्कर्षण में किया जाता है) में डाल दिया जाता था। लौह अयस्क कच्चा माल है, जिसका उपयोग पिग आयरन (ढलवां लोहा) बनाने के लिए किया जाता है, जो इस्पात (स्टील) बनाने के लिए बनाने में काम आता है। वास्तव में, यह तर्क दिया गया है कि लौह अयस्क "संभवतया तेल को छोड़कर, किसी भी अन्य वस्तु की तुलना में वैश्विक अर्थव्यवस्था का अधिक अभिन्न अंग है।" .

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षड्यन्त्र का सिद्धान्त

षड्यंत्र का सिद्धांत एक ऐसा शब्द है, जो मूलत: किसी नागरिक, आपराधिक या राजनीतिक षड्यंत्र के दावे के एक तटस्थ विवरणक के लिए उपयोग किया जाता है। हालांकि, यह बाद में काफी अपमानजनक हो गया और पूरी तरह सिर्फ हाशिये पर स्थित उस सिद्धांत के लिए प्रयुक्त होने लगा, जो किसी ऐतिहासिक या वर्तमान घटना को लगभग अतिमानवीय शक्ति प्राप्त और चालाक षड़यंत्रकारियों की गुप्त साजिश के परिणाम के रूप में व्याख्यायित करता है। षड्यंत्र के सिद्धांत को विद्वानों द्वारा संदेह के साथ देखा जाता है, क्योंकि वह शायद ही किसी निर्णायक सबूत द्वारा समर्थित होता है और संस्थागत विश्लेषण के विपरीत होता है, जो सार्वजनिक रूप से ज्ञात संस्थाओं में लोगों के सामूहिक व्यवहार पर केंद्रित होती है और जो ऐतिहासिक और वर्तमान घटनाओं की व्या‍ख्या के लिए विद्वतापूर्ण सामग्रियों और मुख्यधारा की मीडिया रपटों में दर्ज तथ्यों पर आधा‍रित होती है, न कि घटना के मकसद और व्यक्तियों की गुप्त सांठगांठ की कार्रवाइयों की अटकलों पर.

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सामाजिक परिवर्तन

संस्कृतियों के परस्पर सम्पर्क आने से सामाजिक परिवर्तन; इस चित्र में एरिजोना के एक जनजाति के तीन पुरुष दिखाये गये हैं। बायें वाला पुरुष परम्परागत पोशाक में है, बीच वाला मिश्रित शैली में है तथा दाहिने वाला १९वीं शदी के अन्तिम दिनों की अमेरिकी शैली में है। सामाजिक परिवर्तन, समाज के आधारभूत परिवर्तनों पर प्रकाश डालने वाला एक विस्तृत एवं कठिन विषय है। इस प्रक्रिया में समाज की संरचना एवं कार्यप्रणाली का एक नया जन्म होता है। इसके अन्तर्गत मूलतः प्रस्थिति, वर्ग, स्तर तथा व्यवहार के अनेकानेक प्रतिमान बनते एवं बिगड़ते हैं। समाज गतिशील है और समय के साथ परिवर्तन अवश्यंभावी है। आधुनिक संसार में प्रत्येक क्षेत्र में विकास हुआ है तथा विभिन्न समाजों ने अपने तरीके से इन विकासों को समाहित किया है, उनका उत्तर दिया है, जो कि सामाजिक परिवर्तनों में परिलक्षित होता है। इन परिवर्तनों की गति कभी तीव्र रही है कभी मन्द। कभी-कभी ये परिवर्तन अति महत्वपूर्ण रहे हैं तो कभी बिल्कुल महत्वहीन। कुछ परिवर्तन आकस्मिक होते हैं, हमारी कल्पना से परे और कुछ ऐसे होते हैं जिसकी भविष्यवाणी संभव थी। कुछ से तालमेल बिठाना सरल है जब कि कुछ को सहज ही स्वीकारना कठिन है। कुछ सामाजिक परिवर्तन स्पष्ट है एवं दृष्टिगत हैं जब कि कुछ देखे नहीं जा सकते, उनका केवल अनुभव किया जा सकता है। हम अधिकतर परिवर्तनों की प्रक्रिया और परिणामों को जाने समझे बिना अवचेतन रूप से इनमें शामिल रहे हैं। जब कि कई बार इन परिवर्तनों को हमारी इच्छा के विरुद्ध हम पर थोपा गया है। कई बार हम परिवर्तनों के मूक साक्षी भी बने हैं। व्यवस्था के प्रति लगाव के कारण मानव मस्तिष्क इन परिवर्तनों के प्रति प्रारंभ में शंकालु रहता है परन्तु शनैः उन्हें स्वीकार कर लेता है। वध दल .

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संयुक्त राज्य अमेरिका में अमेरिकी मूल-निवासी

संयुक्त राज्य अमेरिका में अमेरिकी मूल-निवासी उत्तरी अमेरिका में वर्तमान महाद्वीपीय संयुक्त राज्य अमेरिका, अलास्का के भागों और हवाई के द्वीपीय राज्य की सीमाओं के भीतर रहने वाले मूलनिवासी लोग हैं। वे अनेक, विशिष्ट कबीलों, राज्यों और जाति-समूहों से मिलकर बने हैं, जिनमें से अनेक का अस्तित्व पूर्ण राजनैतिक समुदायों के रूप में मौजूद है। अमेरिकी मूल-निवासियों का उल्लेख करने के लिए प्रयुक्त शब्दावलियाँ विवादास्पद हैं; यूएस सेंसस ब्यूरो (US Census Bureau) के सन 1995 के घरेलू साक्षात्कारों के एक समुच्चय के अनुसार, अभिव्यक्त प्राथमिकता वाले उत्तरदाताओं में से अनेक ने अपना उल्लेख अमेरिकन इन्डियन्स (American Indians) अथवा इन्डियन्स (Indians) के रूप में किया। पिछले 500 वर्षों में, अमेरिकी महाद्वीप में एफ्रो-यूरेशियाई अप्रवासन के परिणामस्वरूप पुराने और नये विश्व के समाजों के बीच सदियों तक टकराव और समायोजन हुआ है। अमेरिकी मूल-निवासियों के बारे में अधिकांश लिखित ऐतिहासिक रिकॉर्ड की रचना यूरोपीय लोगों द्वारा अमेरिका में उनके अप्रवासन के बाद की गई थी। "नेटिव अमेरिकन्स फर्स्ट व्यू व्हाइट्स फ्रॉम द शोर," अमेरिकन हेरिटेज, स्प्रिंग 2009.

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संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपिता

स्वतंत्रता घोषणापत्र के प्रारूप (ड्राफ़्ट) की प्रस्तुति सन् 1789 में अमेरिका के संविधान के लिए आयोजित हस्ताक्षर सभा का दृश्य संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपिता उन राजनैतिक नेताओं और अन्य हस्तियों को कहा जाता है जिन्होंने अमेरिकी क्रान्ति में अमेरिका के स्वतंत्रता घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किया हो, अमेरिकी संविधान को तैयार करने में योगदान दिया हो या कोई अन्य अहम भूमिका निभाई हो। अलग-अलग स्रोतों में इन राष्ट्रपिताओं के नाम भी अलग-अलग बताए जाते हैं। अमेरिकी इतिहासकार रिचर्ड मोरिस ने अपनी 1973 में छपी पुस्तक "वह सात जिन्होंने हमारी तकदीरें बनाई: राष्ट्रपिताओं का क्रन्तिकारी रूप" में सात व्यक्तियों के छोटे से समूह को अमेरिका के असली राष्ट्रपिताओं का दर्जा दिया है -.

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स्पा

गोवा, भारत में आयुर्वेदिक स्पा. स्पा शब्द जल चिकित्सा से जुड़ा हुआ है, जिसे स्नान चिकित्सा के रूप में भी जाना जाता है। स्पा शहर या स्पा सैरगाह (रिजॉर्ट्स) (गर्म पानी के झरने वाली सैरगाहों सहित) आमतौर विभिन्न स्वास्थ्य उपचारों की पेशकश करते हैं। प्रागैतिहासिक काल से ही यह विश्वास किया जाता है कि खनिज जल में शरीर का उपचार करने की शक्तियां मौजूद होती हैं। इस तरह के व्यवहार दुनिया भर में लोकप्रिय हैं, लेकिन विशेष रूप से यूरोप और जापान में इसका व्यापक प्रसार हैं। दिवस स्पा भी काफी लोकप्रिय हैं और इससे विभिन्न व्यक्तिगत देखभाल उपचार की पेशकश की जाती है। .

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स्वच्छन्दतावाद

स्वच्छन्दतावाद (Romanticism) कला, साहित्य तथा बौद्धिक क्षेत्र का एक आन्दोलन था जो यूरोप में अट्ठारहवीं शताब्दी के अन्त में आरम्भ हुआ। १८०० से १८५० तक के काल में यह आन्दोलन अपने चरमोत्कर्ष पर था। अट्ठारहवीं सदी से आज तक दर्शन, राजनीति, कला, साहित्य और संगीत को गहराई से प्रभावित करने वाले वैचारिक रुझान स्वच्छंदतावाद को एक या दो पंक्तियों में परिभाषित करना मुश्किल है। कुछ मानवीय प्रवृत्तियों का पूरी तरह से निषेध और कुछ को बेहद प्राथमिकता देने वाला यह विचार निर्गुण के ऊपर सगुण, अमूर्त के ऊपर मूर्त, सीमित के ऊपर असीमित, समरूपता के ऊपर विविधता, संस्कृति के ऊपर प्रकृति, यांत्रिक के ऊपर आंगिक, भौतिक और स्पष्ट के ऊपर आध्यात्मिक और रहस्यमय, वस्तुनिष्ठता के ऊपर आत्मनिष्ठता, बंधन के ऊपर स्वतंत्रता, औसत के ऊपर विलक्षण, दुनियादार किस्म की नेकी के ऊपर उन्मुक्त सृजनशील प्रतिभा और समग्र मानवता के ऊपर विशिष्ट समुदाय या राष्ट्र को तरजीह देता है। सामंती जकड़बंदी का मूलोच्छेद कर देने वाले फ़्रांसीसी क्रांति जैसे घटनाक्रम के पीछे भी स्वच्छंदतावादी प्रेरणाएँ ही थीं। फ़्रांसीसी क्रांति का युगप्रवर्तक नारा ‘समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व’ लम्बे अरसे तक स्वच्छंदतावादियों का प्रेरणा-स्रोत बना रहा। इस क्रांति के बौद्धिक नायक ज्याँ-ज़ाक रूसो को स्वच्छंदतावादी चिंतन की शुरुआत का श्रेय दिया जाता है। रूसो ने अपने ज़माने की सभ्यतामूलक उपलब्धियों पर आरोप लगाया था कि उनकी वज़ह से मानवता भ्रष्ट हो रही है। उनका विचार था कि अगर नेकी की दुनिया में लौटना है और भ्रष्टाचार से मुक्त जीवन की खोज करनी है तो प्रकृत- अवस्था की शरण में जाना होगा। 1761 में प्रकाशित रूसो की दीर्घ औपन्यासिक कृति ज़्यूली ऑर द न्यू हेलोइस और अपने ही जीवन का अनूठा अन्वेषण करने वाली उनकी आत्मकथा कनफ़ेशंस इस महान विचारक के स्वच्छंदतावादी नज़रिये का उदाहरण है। प्रेम संबंधों पर आधारित भावनाप्रवण कहानी ज़्यूली ने युरोपीय साहित्य में स्वच्छंदतावाद के परवर्ती विकास के लिए आधार का काम किया। अंग्रेज़ी भाषा में स्वच्छंदतावाद का साहित्यिक आंदोलन विकसित हुआ जिसके प्रमुख हस्ताक्षरों के रूप में ब्लैक, वर्ड्सवर्थ, कोलरिज, बायरन, शैली और कीट्स के नाम उल्लेखनीय हैं। स्वच्छंदतावाद के ही प्रभाव में जर्मन दार्शनिक हर्डर ने अपने विशिष्ट रोमांटिक नैशनलिज़म की संकल्पना की। यही प्रेरणाएँ हर्डर को ग़ैर-युरोपीय संस्कृतियों की तरफ़ ले गयीं और उन्होंने उन्हें युरोपीय सभ्यता की आदिम प्राक्-अवस्थाओं के बजाय अपनी विशिष्ट निजता, वैधता और तात्पर्यों से सम्पन्न संरचनाओं के रूप में देखा। जर्मन दार्शनिकों में आर्थर शॉपेनहॉर को स्वच्छंदतावाद की श्रेणी में रखा जाता है। उन्होंने कांट के बुद्धिवादी नीतिशास्त्र को नज़रअंदाज़ करते हुए उनकी ज्ञान-मीमांसा और सौंदर्यशास्त्र संबंधी विमर्श की पुनर्व्याख्या की। शॉपेनहाउर का लेखन जगत के प्रति निरुत्साह और हताशा से भरा हुआ है, पर उन्हें अभिलाषाओं के संसार में राहत मिलती है। शॉपेनहॉर का लेखन दर्शन रिचर्ड वागनर की संगीत-रचनाओं के लिए प्रेरक साबित हुआ। भारत में स्वच्छंदतावाद की पहली साहित्यिक अनुगूँज बांग्ला में सुनायी पड़ी। आधुनिक हिंदी साहित्य में स्वच्छंदतावाद की पहली सुसंगत अभिव्यक्ति छायावाद के रूप में मानी जाती है।  अपने प्रभावशाली राजनीतिक और दार्शनिक तात्पर्यों के अलावा स्वच्छंदतावाद की एक बहुत बड़ी उपलब्धि क्लासिकल भाषाओं को रचनाशीलता के केंद्र से विस्थापित करके जनप्रिय भाषाओं में लेखन की शुरुआत करने से जुड़ी है। एक ज़माने में केवल लैटिन में ही लेखन होता था, उसी के पाठक और प्रकाशक थे। लेकिन स्वच्छंदतावाद ने इस परम्परा का उल्लंघन करने की ज़मीन बनायी और पहले फ़्रांसीसी और फिर अंग्रेज़ी में लेखन करने का आग्रह बलवती हुआ। स्वच्छंदतावादी रचनाकारों ने मनोभावों पर नये सिरे से ज़ोर दे कर रचनाशीलता में क्लासिकीय अभिजनोन्मुखता को झटक दिया। इसका नतीजा केवल रोमानी प्रेम पर आधारित विषय-वस्तुओं में ही नहीं निकला, बल्कि साहित्य और कला ने मन के अँधेरों में छिपे भयों और दुखों की अनुभूति को भी स्पर्श करना शुरू कर दिया। स्वच्छंदतावाद की दूसरी महत्त्वपूर्ण उपलब्धि युरोपीय ज्ञानोदय द्वारा आरोपित बुद्धिवाद के ख़िलाफ़ विद्रोह के रूप में देखी जाती है। ज्ञानोदय के विचारक प्रकृति को तर्क-बुद्धि और व्यवस्थामूलक क्रम के उद्गम के तौर पर देखते थे। न्यूटन द्वारा प्रवर्तित मैकेनिक्स इसी की चरम अभिव्यक्ति है। लेकिन स्वच्छंदतावादियों ने प्रकृति को आंगिक विकास और विविधता के स्रोत के रूप में ग्रहण किया। वे प्राकृतिक और अलौकिक को अलग-अलग मानने के लिए तैयार नहीं थे। पार्थिव और अपार्थिव के द्विभाजन को नकारते हुए उन्होंने-उसे एक- दूसरे से गुँथे हुए की संज्ञा दी। ज्ञानोदय के विचार के लिए स्वच्छंदतावादियों का यह रवैया काफ़ी समस्याग्रस्त था। वे प्रकृति को भावप्रवण और आध्यात्मिक शक्ति के आदिम प्रवाह के रूप में देखने के लिए तैयार नहीं हो सकते थे। स्वच्छंदतावादियों ने क्लासिकल द्वारा रोमन और यूनानी मिथकों पर ज़ोर को नकारते हुए मध्ययुगीन और पागान सांस्कृतिक प्रवृत्तियों को अपनाया। इसका नतीजा गोथिक स्थापत्य के पुनरुद्धार में निकला। स्वच्छंदतावाद ने युरोपीय लोक-संस्कृति और कला के महत्त्व को स्वीकारा। फ़िनलैण्ड के महाकाव्यात्मक ग्रंथ कालेवाला का सृजन इसी रुझान की देन है। स्वच्छंदतावाद के विकास में फ़्रेड्रिख़ और ऑगस्त विल्हेम वॉन श्लेगल की भूमिका उल्लेखनीय है। अट्ठारहवीं और उन्नीसवीं सदी के संधिकाल पर सक्रिय इन विचारकों का कहना था कि रोमानी साहित्य और कला का स्वभाव तरल और खण्डित है। इसलिए सुसंगित और सम्पूर्णता प्राप्त करने की वह महत्त्वाकांक्षा उसमें नहीं होती जो क्लासिकल साहित्य और कला का मुख्य लक्षण है। जो रोमानी है वह व्याख्या की समस्याओं से ग्रस्त रहेगा ही। श्लेगल के अनुसार कला-कृतियाँ इसीलिए समझ के धरातल पर सौ फ़ीसदी बोधगम्य होने से इनकार करती हैं। ऑगस्त श्लेगल ने रोमानी विडम्बना की थीसिस का प्रतिपादन करते हुए कविता की विरोधाभासी प्रकृति को रेखांकित किया। इसका मतलब यह था कि किसी वस्तुनिष्ठ या सुनिश्चित तात्पर्य की उपलब्धि न कराना कविता का स्वभाव है। स्वच्छंदतावादियों ने शेक्सपियर की सराहना इसलिए की कि उनमें अपने नाटकों के पात्रों के प्रति एक विडम्बनात्मक विरक्ति है। इसीलिए वे अंतर्विरोधी स्थितियों और मुद्राओं के सफल चितेरे बन पाये हैं और इसीलिए उनके नाटक किसी एक दृष्टिकोण के पक्ष में उपसंहार नहीं करते। हिंदी में स्वच्छंदतावाद का प्रभाव बीसवीं सदी के दूसरे दशक में छायावादी कविता के रूप में सामने आया। हिंदी आलोचना की पारिभाषिक शब्दावली के रचनाकार डॉ॰ अमरनाथ के अनुसार हिंदी में स्वच्छंदतावाद का ज़िक्र सबसे पहले रामचंद्र शुक्ल के विख्यात ग्रंथ हिंदी साहित्य का इतिहास में मिलता है जहाँ उन्होंने श्रीधर पाठक को स्वच्छंदतावाद का प्रवर्त्तक करार दिया है। अमरनाथ के अनुसार छायावाद और स्वच्छंदतावाद में गहरा साम्य है। दोनों में प्रकृति-प्रेम, मानवीय दृष्टिकोण, आत्माभिव्यंजना, रहस्यभावना, वैयक्तिक प्रेमाभिव्यक्ति, प्राचीन संस्कृति के प्रति व्यामोह, प्रतीक-योजना, निराशा, पलायन, अहं के उदात्तीकरण आदि के दर्शन होते हैं। .

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जेफरसन डेविस

जेफरसन डेविस (Jefferson Finis Davis) (3 जून 1808 – 6 दिसम्बर 1889) संयुक्त राज्य अमेरिका के एक राजनेता तथा अमेरिकी गृहयुद्ध के समय परिसंघीय राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति थे। डेविस का जन्म फेयरव्यू, केंटकी में एक मध्यम समृद्ध किसान के यहा हुआ, और मिसिसिपी और लुईज़ियाना में स्थित अपने बड़े भाई जोसेफ के कपास के बागान पर पले-बड़े। स्नातक होने के बाद, जेफरसन डेविस ने संयुक्त राज्य सेना में एक लेफ्टिनेंट के रूप में छह साल की सेवारत रहें। उन्होंने मेक्सिकन-अमेरिकन युद्ध (1846-1848) में, एक स्वयंसेवक रेजिमेंट के कर्नल के रूप में लड़ाई लडी। अमेरिकी गृहयुद्ध से पहले, उन्होंने मिसिसिपी में एक बड़े कपास बागान का संचालन किया और 74 से ज्यादा दासों के स्वामी थे। हालांकि उन्होंने 1858 में संघ से अलगाव के खिलाफ तर्क दिया, उनका मानना था कि संघ को छोड़ने के लिए राज्यों को पास एक निर्विवाद अधिकार हैं। डेविस की पहली पत्नी, सारा नॉक्स टेलर, की शादी के तीन महीने बाद ही मलेरिया से मृत्यु हो गई थी, और वह खुद भी बीमारियों से जूझ रहे थे।Cooper 2000, pp. 70–71. अपने जीवन के अधिकतर काल वे अस्वस्थ रहे। 36 साल की आयु में, डेविस ने, फ़िलाडेल्फ़िया में पली-बढी 18 वर्षीय वरीना हावेल, नर्तज़, मिसिसिपी के एक मूल निवासी, से दोबारा शादी की। उनके छह बच्चे हुए लेकिन केवल दो ही जीवित रहे। कई इतिहासकारों ने कुछ परिसंघीय की कमजोरियों का श्रेय डेविस के निर्बल नेतृत्व को दिया है। जिम्मेदारी सौंपने के लिए अनिच्छा, लोकप्रिय अपील की कमी, शक्तिशाली राज्य के राज्यपालों और जनरलों के साथ झगड़े, पुराने दोस्तों के प्रति पक्षपात, उनसे असहमति वाले लोगों के साथ मिलने की असमर्थता, सैन्य मामलों के पक्ष में नागरिक मामलों की उपेक्षा, और जनता के प्रति प्रतिरोध ने सभी को उनके खिलाफ कर दिया। इतिहासकारों का मानना ​​है कि वे अपने विरोधी समकक्ष अब्राहम लिंकन से बहुत कम प्रभावी युद्ध नेता थे। डेविस को 1865 में बंदी बनाने के बाद, उन पर राजद्रोह का आरोप लगाया गया और मोनरो फोर्ट में कैद कर लिया गया। उन पर मुकदमा नहीं चलाया गया और दो साल बाद मुक्त कर दिया गया। डेविस ने एक संस्मरण लिखा जिसका शीर्षक "द राइज़ एंड फॉल ऑफ़ कॉन्फेडरेट गवर्मेंट", जिसे उन्होंने 1881 में पूरा किया। 1880 के अंत तक, उन्होंने सुलह को प्रोत्साहित करना शुरू कर दिया, और दक्षिणी लोगों को संघ के प्रति वफादार होने के लिए कहा। पूर्व-संघीय युद्ध (गृहयुद्ध) में उनकी भूमिका की सराहना की जाती है, और उन्हें दक्षिणी देशभक्त के रूप में देखा जाता है। .

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जॉर्ज वॉशिंगटन

जार्ज वाशिंगटन (अंग्रेज़ी: George Washington) (जन्म: २२ फरवरी, १७३२ मृत्यु: १४ दिसंबर १७९९) संयुक्त राज्य अमेरिका के पहले राष्ट्रपति थे। उन्होंने अमेरिकी सेना का नेतृत्व करते हुए ब्रिटेन के ऊपर अमरीकी क्रान्ति (१७७५-१७८३) में विजय हासिल की। उन्हें १७८९ में अमरीका का पहला राष्ट्रपति चुना गया। आज भी अमरीका में उनके नाम का सिक्का चलता है। .

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वर्जीनिया

मानचित्र में स्थिति वर्जीनिया (Virginia, अधिकारिक तौर कॉमनवेल्थ ऑफ़ वर्जीनिया) संयुक्त राज्य अमेरिका का एक राज्य है। 1607 में लंदन कंपनी ने पहली स्थायी अंग्रेज़ी कॉलोनी के रूप में वर्जीनिया कॉलोनी को स्थापित किया था। दास श्रम और विस्थापित मूल अमेरिकी जनजातियों से प्राप्त भूमि ने कॉलोनी की शुरुआती राजनीति और वृक्षारोपण अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वर्जीनिया अमेरिकी क्रांति में विद्रोह करने वाले तेरह उपनिवेश में से एक था। यह अमेरिकी नागरिक युद्ध में परिसंघीय राज्य अमेरिका में शामिल हो गया, जिसके दौरान रिचमंड (वर्जीनिया की राजधानी) को संघीय राजधानी बना दिया गया था। इस दौरान वर्जीनिया के उत्तर-पश्चिमी काउंटी ने अलग होकर वेस्ट वर्जीनिया राज्य का निर्माण किया। वर्जीनिया का गठन कॉमनवेल्थ के रूप में हुआ है। 2016 के अनुमान के अनुसार राज्य की आबादी 84,11,808 है। इससे इसका सभी राज्यों में 12वां स्थान हुआ। क्षेत्र के हिसाब से इसका 35वां स्थान है। अंग्रेज़ी अधिकारिक भाषा है। ईसाई धर्म को सबसे ज्यादा माना जाता है। .

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विश्व का इतिहास

अंकोरवाट मंदिर विश्व के इतिहास से आशय अतीत से लेकर आजतक पृथ्वी के सभी स्थानों की मानवजाति के इतिहास से है। इसमें गैरमानव इतिहास जैसे प्राकृतिक इतिहास और भूवैज्ञानिक इतिहास शामिल नहीं हैं। .

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व्हिस्की

व्हिस्की का एक गिलास व्हिस्की किण्वित अनाज मैश से आसवित एक प्रकार का मादक पेय है। इसके विभिन्न प्रकारों के लिए विभिन्न अनाजों का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें शामिल हैं जौ, राई, मॉल्ट राई, गेहूं और मक्का (मकई).

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वोल्टेयर

वोल्टेयर वोल्टेयर (21 नवम्बर 1694 30 मई 1778) फ्रांस का बौद्धिक जागरण (Enlightenment) के युग का महान लेखक, नाटककार एवं दार्शनिक था। उसका वास्तविक नाम "फ़्रांस्वा-मैरी आहुए" (François-Marie Arouet) था। वह अपनी प्रत्युत्पन्नमति (wit), दार्शनिक भावना तथा नागरिक स्वतंत्रता (धर्म की स्वतंत्रता एवं मुक्त व्यापार) के समर्थन के लिये भी विख्यात है वोल्टेयर ने साहित्य की लगभग हर विधा में लेखन किया। उसने नाटक, कविता, उपन्यास, निबन्ध, ऐतिहासिक एवं वैज्ञानिक लेखन और बीस हजार से अधिक पत्र और पत्रक (pamphlet) लिखे। यद्यपि उसके समय में फ्रांस में अभिव्यक्ति पर तरह-तरह की बंदिशे थीं फिर भी वह सामाजिक सुधारों के पक्ष में खुलकर बोलता था। अपनी रचनाओं के माध्यम से वह रोमन कैथोलिक चर्च के कठमुल्लापन एवं अन्य फ्रांसीसी संस्थाओं की खुलकर खिल्ली उड़ाता था। बौद्धिक जागरण युग के अन्य हस्तियों (मांटेस्क्यू, जॉन लॉक, थॉमस हॉब्स, रूसो आदि) के साथ-साथ वोल्टेयर के कृतियों एवं विचारों का अमेरिकी क्रान्ति तथा फ्रांसीसी क्रान्ति के प्रमुख विचारकों पर गहरा असर पड़ा था। .

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आदर्शवाद (अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्ध)

फ्रांसीसी क्रांति (1789) व अमेरिकी क्रान्ति (1776) को अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्धों में आदर्शवादी उपागम (Idealist Approach) की प्रेरणा माना गया है। इसके प्रमुख समर्थक रहे हैं - कौण्डरसैट, वुडरो विल्सन, बटन फिल्ड, बनार्ड रसल आदि। इनके द्वारा एक आदर्श विश्व की रचना की गई है जो अहिंसा व नैतिक आधारों पर आधारित होगा व युद्धों को त्याग देगा। .

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आधुनिकता

आधुनिकता शब्द आमतौर पर उत्तर-पारंपरिक, उत्तर-मध्ययुगीन ऐतिहासिक अवधि को संदर्भित करता है, जो सामंतवाद (भू-वितरणवाद) से पूंजीवाद, औद्योगीकरण धर्मनिरपेक्षवाद, युक्तिकरण, राष्ट्र-राज्य और उसकी घटक संस्थाओं तथा निगरानी के प्रकारों की ओर कदम बढ़ाने से चिह्नित होता है (बार्कर 2005, 444).

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आइवी लीग

आइवी लीग एक एथिलेटिक सम्मेलन है जिसमें पूर्वोत्तर संयुक्त राज्य अमेरिका के उच्च शिक्षा के आठ निजी संस्थान शामिल हैं। साधारणतः इस शब्द का प्रयोग समूह के रूप में माने गए उन आठ स्कूलों के लिए किया जाता है। यह शब्द अकादमिक विशिष्टता, प्रवेश चयनात्मकता और सामाजिक उत्कृष्टता अर्थ भी ध्वनित करता है। 1954 में NCAA एथलेटिक सम्मेलन के गठन के बाद, विशेष रूप से खेल शब्दावली में यह शब्द आधिकारिक बन गई, और जब अधिकांश देश पसंदीदा कॉलेज टीमों के इर्द-गिर्द केन्द्रित हो गए। इस शब्द का प्रयोग अब केवल एथलेटिक्स तक ही सीमित नहीं है और अब देश के सबसे पुराने स्कूलों में निहित शैक्षिक दर्शन का प्रतिनिधित्व करता है। इसके अतिरिक्त, अक्सर जनता आइवी लीग के स्कूलों को दुनिया भर के सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के रूप में मानती है और ये अक्सर संयुक्त राज्य अमेरिका और विश्व भर में सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों की श्रेणी में रखे जाते हैं। U.S.न्यूज़ एंड वर्ल्ड रिपोर्ट कॉलेज और विश्वविद्यालय रैंकिंग में आइवी लीग के सभी संस्थान शीर्ष के निकट स्थान पर हैं और वित्तीय स्थाई निधि के मामले में दुनिया की शैक्षणिक संस्थाओं के शीर्ष एक प्रतिशत में इसे स्थान प्राप्त है। आठ स्कूलों में से सात स्कूलों की स्थापना अमेरिका के औपनिवेशिक काल के दौरान हुआ; जिसका अपवाद है कार्नेल, जो 1865 में स्थापित हुआ। अतः अमेरिकी क्रांति से पहले नौ औपनिवेशिक कॉलेजों में आइवी लीग की सात संस्थाएं अधिकृत हैं। भौगोलिक रूप से सारे आइवी संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्वोत्तर क्षेत्र में हैं। संघीय और राज्य सरकार की ओर से सभी आठ स्कूलों को शोध अनुदान और अन्य आर्थिक सहायता के रूप में करोड़ों डॉलर प्राप्त होते हैं। आइवी लीग स्कूलों में पूर्वस्नातक के लिए क़रीब 4,000 से 14,000 के बीच पंजीकरण होते हैं, जो उन्हें विशिष्ट निजी उदारवादी कला विद्यालयों से बड़ा और विशिष्ट सार्वजनिक राज्य विश्वविद्यालय से छोटे बनाता हैं। आइवी लीग विश्वविद्यालय की वित्तीय स्थाई निधि ब्राउन के $2.01 बिलियन और हार्वर्ड के $28.8 बिलियन के बीच है, जो दुनिया में किसी भी शैक्षणिक संस्थान की सबसे बड़ी वित्तीय स्थाई निधि है। वर्तमान आइवी लीग के साथी संस्थानों का स्थान. .

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कनेक्टिकट

कनेक्टिकट की स्थिति कनेक्टिकट पूर्वोत्तर संयुक्त राज्य के न्यू इंग्लैंड क्षेत्र में दक्षिणी राज्य है। कनेक्टिकट की सीमा पूर्व में रोड आइलैंड, मैसाचुसेट्स उत्तर में, पश्चिम में न्यूयॉर्क और दक्षिण में लांग आईलैंड साउंड से है। इसकी राजधानी हार्टफ़ोर्ड है। राज्य का नाम कनेक्टिकट नदी के नाम पर रखा गया है, जो कि एक प्रमुख अमेरिकी नदी है जो राज्य को लगभग दो भागों में बांटती है। कनेक्टिकट संयुक्त राज्य में क्षेत्र के हिसाब से तीसरा सबसे छोटा राज्य है। आबादी में 29वां और जनसंख्या घनत्व के मामले में यह राज्य चौथा स्थान रखता है। यह संयुक्त राज्य की संघीय सरकार के विकास में प्रभावशाली था। दक्षिणी और पश्चिमी कनेक्टिकट (राज्य की अधिकांश जनसंख्या के साथ) न्यू यॉर्क महानगरीय क्षेत्र का हिस्सा है; जिसे ट्राई स्टेट एरिया के रूप में व्यापक रूप से जाना जाता है। कनेक्टिकट में पहले बसने वाले यूरोपीय लोग डच थे। प्रारंभ में कनेक्टिकट का आधा क्षेत्र डच कॉलोनी न्यू नीदरलैंड का हिस्सा था। 1630 के दशक में इंग्लैंड द्वारा पहली बड़ी बस्तियों की स्थापना की गई। मैसाचुसेट्स बे कॉलनी ने कनेक्टिकट कॉलोनी की स्थापना की; यह कॉलोनी उन तेरह कालोनियों में से एक थी जिसने अमेरिकी क्रांति में ब्रिटिश शासन के खिलाफ विद्रोह किया था। 2010 की जनगणना के अनुसार संयुक्त राज्य अमेरिका में, कनेक्टिकट की उच्चतम प्रति व्यक्ति आय है, मानव विकास सूचकांक (0.962) है और साथ ही सर्वाधिक औसत घरेलू आय है। .

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काउबॉय

सी.एम. रसेल द्वारा दर्शाया एक अमेरिकी काउबॉय की उत्कृष्ट छवि. उत्तरी अमेरिका में फार्मों के पशुओं की रखवाली करने वाले को काउबॉय कहा जाता है, परंपरागत रूप से घोड़े पर सवार होकर वह यह काम करता है और अक्सर फ़ार्म संबंधित अन्य अनेक प्रकार के काम भी किया करता है। 19वीं शताब्दी के अंत में यह ऐतिहासिक अमेरिकी काउब्वॉय उत्तरी मेक्सिको के वाकुएरो (काउब्वॉय का एक स्थानीय नाम) परंपराओं से उत्पन्न हुआ और इसने विशेष महत्व का आकार ग्रहण कर लिया और एक दंतकथा बन गया।मेलोन, जे., पृष्ठ.

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क्रान्ति

क्रान्ति (Revolution) अधिकारों या संगठनात्मक संरचना में होने वाला एक मूलभूत परिवर्तन है जो अपेक्षाकृत कम समय में ही घटित होता है। अरस्तू ने दो प्रकार की राजनीतिक क्रान्तियों का वर्णन किया है.

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क्रिसमस

क्रिसमस या बड़ा दिन ईसा मसीह या यीशु के जन्म की खुशी में मनाया जाने वाला पर्व है। यह 25 दिसम्बर को पड़ता है और इस दिन लगभग संपूर्ण विश्व मे अवकाश रहता है। क्रिसमस से 12 दिन के उत्सव क्रिसमसटाइड की भी शुरुआत होती है। एन्नो डोमिनी काल प्रणाली के आधार पर यीशु का जन्म, 7 से 2 ई.पू.

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अमेरिकी डॉलर

एक अमेरिकी डॉलर का नोट अमेरिकी डॉलर संयुक्त राज्य अमेरिका की राष्ट्रीय मुद्रा है। एक डॉलर में सौ सेंट होते हैं। पचास सेंट के सिक्के को आधा डॉलर कहा जाता है। पच्चीस सेंट के सिक्के को क्वार्टर कहते हैं। दस सेंट का सिक्का डाइम कहलाता है और पाँच सेंट के सिक्के को निकॅल कहते हैं। एक सेंट को पैनी के नाम से पुकारा जाता है। डॉलर के नोट १,५,१०,२०,५० और १०० डॉलर में मिलते है। .

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अमेरिकी क्रन्तिकारी युद्ध

अमेरिकी क्रन्तिकारी युद्ध (17751783), जिसे संयुक्त राज्य में अमेरिकी स्वतन्त्रता युद्ध या क्रन्तिकारी युद्ध भी कहा जाता है, ग्रेट ब्रिटेन और उसके तेरह उत्तर अमेरिकी उपनिवेशों के बीच एक सैन्य संघर्ष था, जिससे वे उपनिवेश स्वतन्त्र संयुक्त राज्य अमेरिका बने। शुरूआती लड़ाई उत्तर अमेरिकी महाद्वीप पर हुई। सप्तवर्षीय युद्ध में पराजय के बाद, बदले के लिए आतुर फ़्रान्स ने 1778 में इस नए राष्ट्र से एक सन्धि की, जो अंततः विजय के लिए निर्णायक साबित हुई। अमेरिका के स्वतंत्रता युद्ध ने यूरोपीय उपनिवेशवाद के इतिहास में एक नया मोड़ ला दिया। उसने अफ्रीका, एशिया एवं लैटिन अमेरिका के राज्यों की भावी स्वतंत्रता के लिए एक पद्धति तैयार कर दी। इस प्रकार अमेरिका के युद्ध का परिणाम केवल इतना ही नहीं हुआ कि 13 उपनिवेश मातृदेश ब्रिटेन से अलग हो गए बल्कि वे उपनिवेश एक तरह से नए राजनीतिक विचारों तथा संस्थाओं की प्रयोगशाला बन गए। पहली बार 16वीं 17वीं शताब्दी के यूरोपीय उपनिवेशवाद और वाणिज्यवाद को चुनौती देकर विजय प्राप्त की। अमेेरिकी उपनिवेशों का इंग्लैंड के आधिपत्य से मुक्ति के लिए संघर्ष, इतिहास के अन्य संघर्षों से भिन्न था। यह संघर्ष न तो गरीबी से उत्पन्न असंतोष का परिणाम था और न यहां कि जनता सामंतवादी व्यवस्था से पीडि़त थी। अमेरिकी उपनिवेशों ने अपनी स्वच्छंदता और व्यवहार में स्वतंत्रता बनाए रखने के लिए इंग्लैंड सरकार की कठोर औपनिवेशिक नीति के विरूद्ध संघर्ष किया था। अमेरिका का स्वतंत्रता संग्राम विश्व इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना है। .

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अमेरिकी क्रान्ति का घटनाक्रम

अमेरिकी क्रान्ति के राजनैतिक, सामाजिक और सैनिक पहलू हैं। इस क्रान्ति का आरम्भ प्रायः १७६५ में स्टैम्प अधिनियम के पारित होने से माना जाता है और इसका अन्त १७९१ में युनाइटेड स्टेट्स बिल की संपुष्टि (ratification) होने तक माना जाता है। इस क्रान्ति की सैनिक-संघर्षमय अवधि १७७५ से १७८३ तक सीमित थी जिसे 'अमेरिकी क्रान्तिकारी युद्ध' कहा जाता है। श्रेणी:विश्व की प्रमुख क्रांतियाँ श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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उत्तर अमेरिका का इतिहास

उत्तर अमेरिका का इतिहास अपनी संस्कृतियों और सभ्यताओं के मामले में इस महाद्वीप की विशालता के समान ही समृद्ध है, जो अपने में सुदूर उत्तर में एस्किमो से लेकर मेक्सिको की ऐज़टैक सभ्यता तक और दक्षिण में ओल्मेक और माया सभ्यताओं को अपने में समेटे हुए है। .

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२रीं सहस्राब्दी

दूसरी सहस्त्राब्दी समय की एक अवधि थी जिसका प्रारम्भ जूलियन कालदर्शक के १ जनवरी, २००१ को हुआ और अंत ग्रेगोरी कालदर्शक के ३१ दिसम्बर, २००० को हुआ।.

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

अमरीकी क्रान्ति, अमेरिका की क्रान्ति, अमेरिकी क्रांति

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