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अग्रसेन

सूची अग्रसेन

महाराजा अग्रसेन (४२५० BC से ६३७ AD) एक पौराणिक समाजवाद के प्रर्वतक, युग पुरुष, राम राज्य के समर्थक एवं महादानी एवं समाजवाद के प्रथम प्रणेता थे। वे अग्रोदय नामक गणराज्य के महाराजा थे। जिसकी राजधानी अग्रोहा थी .

15 संबंधों: ऐरन, महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज, अग्रोहा, महाराजा अग्रसेन अस्पताल, नई दिल्ली, महाराजा अग्रसेन अस्पताल, बैंगलोर, हरियाणा का इतिहास, हेमचन्द्र विक्रमादित्य, कुच्छल, अग्रसेन जयंती, अग्रसेन की बावली, अग्रहरि, अग्रवाल, अग्रोहा, अग्रोहा (कस्बा), अग्रोहा धाम, अग्रोहा का निर्माण, पतन एवं पुनर्निर्माण

ऐरन

ऐरन अथवा एरन एक भारतीय उपनाम तथा अग्रवाल जाति के १८ गोत्रो में से एक हैं, जिनका निर्माण महाराजा अग्रसेन ने किया था। .

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महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज, अग्रोहा

महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज, अग्रोहा महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज अग्रोहा, हिसार स्थित एक मेडिकल कॉलेज हैं। ये पंडित बी.डी.शर्मा यूनिवर्सिटी ऑफ़ हेल्थ साइंस, रोहतक से संलग्न और मेडिकल काउंसिल ऑफ़ इंडिया द्वारा रेकॉग्नाइज्ड हैं। यहाँ शैक्षणिक संस्थान ऐतिहासिक और पौराणिक महापुरुष महाराजा अग्रसेन के नाम पर रखा गया हैं। .

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महाराजा अग्रसेन अस्पताल, नई दिल्ली

महाराजा अग्रसेन अस्पताल नई दिल्ली में वेस्ट पंजाबी बाग़ में स्थित हैं। अस्पताल में ३०० बेड हैं। अस्पताल का नाम ऐतिहासिक एवं पौराणिक महापुरुष महाराजा अग्रसेन के नाम पर हैं। .

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महाराजा अग्रसेन अस्पताल, बैंगलोर

महाराजा अग्रसेन अस्पताल बैंगलोर में १५ मेन, १७ क्रॉस पद्मनाभनगर, साउथ बैंगलोर में स्थित एक स्वास्थ्य केंद्र (अस्पताल) हैं। यह अस्पताल का नाम अग्रोहा के एक महान दानवीर राजा अग्रसेन के नाम पर रखा गया हैं, जो जिनके राज्य में शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी सुविधाए सभी के लिए निशुल्क थी। दिसंबर २००५ में, अस्पताल ने मुफ्त डायबिटीज कैंप आयोजित किया था। .

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हरियाणा का इतिहास

हालाँकि हरियाणा अब पंजाब का एक हिस्सा नहीं है पर यह एक लंबे समय तक ब्रिटिश भारत में पंजाब प्रान्त का एक भाग रहा है और इसके इतिहास में इसकी एक महत्वपूर्ण भूमिका है। हरियाणा के बानावाली और राखीगढ़ी, जो अब हिसार में हैं, सिंधु घाटी सभ्यता का हिस्सा रहे हैं, जो कि ५,००० साल से भी पुराने हैं। .

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हेमचन्द्र विक्रमादित्य

सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य या केवल हेमू (१५०१-१५५६) एक हिन्दू राजा था, जिसने मध्यकाल में १६वीं शताब्दी में भारत पर राज किया था। यह भारतीय इतिहास का एक महत्त्वपूर्ण समय रहा जब मुगल एवं अफगान वंश, दोनों ही दिल्ली में राज्य के लिये तत्पर थे। कई इतिहसकारों ने हेमू को 'भारत का नैपोलियन' कहा है। .

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कुच्छल

कुच्छल या कुच्चल या कंछल या कच्चल एक भारतीय उपनाम तथा अग्रवाल जाति के १८ गोत्रो में से एक हैं, जिनका निर्माण महाराजा अग्रसेन ने किया था। .

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अग्रसेन जयंती

महाराजा अग्रसेन एक पौराणिक कर्मयोगी लोकनायक, समाजवाद के प्रणेता, युग पुरुष, तपस्वी, राम राज्य के समर्थक एवं महादानी थे। इनका जन्म द्वापर युग के अंत व कलयुग के प्रारंभ में हुआ था। वें भगवान श्री कृष्ण के समकालीन थे। महाराजा अग्रसेन का जन्म अश्विन शुक्ल प्रतिपदा हुआ, जिसे अग्रसेन जयंती के रूप में मनाया जाता है। नवरात्रि के प्रथम दिवस को अग्रसेन महाराज जयंती के रूप में मनाया जाता हैं। अग्रसेन जयंती पर अग्रसेन के वंशज समुदाय द्वारा अग्रसेन महाराज की भव्य झांकी व शोभायात्रा नकाली जाती हैं और अग्रसेन महाराज का पूजन पाठ, आरती किया जाता हैं। .

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अग्रसेन की बावली

अग्रसेन की बावली अग्रसेन की बावली, एक संरक्षित पुरातात्विक स्थल हैं जो नई दिल्ली में कनॉट प्लेस के पास स्थित है।इस बावली में सीढ़ीनुमा कुएं में करीब 105 सीढ़ीयां हैं। 14वीं शताब्दी में महाराजा अग्रसेन ने इसे बनाया था। सन 2012 में भारतीय डाक अग्रसेन की बावली पर डाक टिकट जारी किया गया। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) और अवशेष अधिनियम 1958 के तहत भारत सरकार द्वारा संरक्षित हैं। इस बावली का निर्माण लाल बलुए पत्थर से हुआ है। अनगढ़ तथा गढ़े हुए पत्थर से निर्मित यह दिल्ली की बेहतरीन बावलियों में से एक है। क़रीब 60 मीटर लंबी और 15 मीटर ऊंची इस बावली के बारे में विश्वास है कि महाभारत काल में इसका निर्माण कराया गया था। बाद में अग्रवाल समाज ने इस बावली का जीर्णोद्धार कराया। यह दिल्ली की उन गिनी चुनी बावलियों में से एक है, जो अभी भी अच्छी स्थिति में हैं। जंतर मंतर के निकट, हेली रोड पर यह बावली मौजूद है। यहाँ पर नई दिल्ली और पुरानी दिल्ली के लोग कभी तैराकी सीखने के लिए आते थे। बावली की स्थापत्य शैली उत्तरकालीन तुग़लक़ तथा लोदी काल (13वी-16वी ईस्वी) से मेल खाती है। लाल बलुए पत्थर से बनी इस बावली की वास्तु संबंधी विशेषताएँ तुग़लक़ और लोदी काल की तरफ़ संकेत कर रहे हैं, लेकिन परंपरा के अनुसार इसे अग्रहरि एवं अग्रवाल समाज के पूर्वज अग्रसेन ने बनवाया था। इमारत की मुख्य विशेषता है कि यह उत्तर से दक्षिण दिशा में 60 मीटर लम्बी तथा भूतल पर 15 मीटर चौड़ी है। पश्चिम की ओर तीन प्रवेश द्वार युक्त एक मस्जिद है। यह एक ठोस ऊँचे चबूतरे पर किनारों की भूमिगत दालानों से युक्त है। इसके स्थापत्य में ‘व्हेल मछली की पीठ के समान’ छत, ‘चैत्य आकृति’ की नक़्क़ाशी युक्त चार खम्बों का संयुक्त स्तम्भ, चाप स्कन्ध में प्रयुक्त पदक अलंकरण इसको विशिष्टता प्रदान करता है। .

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अग्रहरि

अग्रहरि या अग्रहरी एक भारतीय उपनाम हैं। यह उपनाम वैश्य समुदाय द्वारा इस्तेमाल किया जाता हैं जो अपने आप को पौराणिक सूर्यवंशी सम्राट महाराजा अग्रसेन (४२५० ई.पू. से ६३७ ईसवी) के वंशज मानते हैं। .

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अग्रवाल

प्राचीन भारतीय राजवंश | अग्रेयवंशी क्षत्रिय ही वर्तमान में अग्रवाल नाम से जाने जाते हैं। इनकी एक शाखा राजवंशी भी कहलाती है। युनानी बादशाह सिकंदर के आक्रमण के फलस्वरूप अग्रेयगणराज्य का पतन हो गया और अधिकांश अग्रेयवीर वीरगति को प्राप्त हो गये। बचे हुवे अग्रेयवंशी अग्रोहा से निष्क्रमण कर सुदूर भारत में फैल गये और आजीविका के लिये तलवार छोड़ तराजू पकड़ ली। आज इस समुदाय के बहुसंख्य लोग वाणिज्य व्यवसाय से जुड़े हुवे हैं और इनकी गणना विश्व के सफलतम उद्यमी समुदायों में होती है। पिछले दो हजार वर्षों से इनकी आजीविका का आधार वाणिज्य होने से इनकी गणना क्षत्रिय वर्ण होने के बावजूद वैश्य वर्ग में होती है और स्वयं अग्रवाल समाज के लोग अपने आप को वैश्य समुदाय का एक अभिन्न अंग मानते हैं। इनके १८ गोत्र हैं। संस्थापक: महाराजा अग्रसेन वंश: सुर्यवंश एवं नागवंश (इस वंश की अठारह शाखाओं में से १० सुर्यवंश की एवं ८ नागवंश की हैं) गद्दी: अग्रोहा, प्रवर: पंचप्रवर, कुलदेवी: महालक्षमी, गोत्र: १८:- गर्ग, गोयन,गोयल, कंसल, बंसल, सिंहल, मित्तल, जिंदल, बिंदल, नागल, कुच्छल, भंदल, धारण, तायल, तिंगल, ऐरण, मधुकुल, मंगल| .

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अग्रोहा

अग्रोहा निम्न में से एक हो सकता है.

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अग्रोहा (कस्बा)

शीला माता मंदिर, अग्रोहा अग्रोहा हरियाणा का प्राचीन शहर हैं जो हिसार जिला में स्थित हैं। .

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अग्रोहा धाम

अग्रोहा धाम हिसार के अग्रोहा स्थित एक धार्मिक स्थल हैं, जो मुख्यतः महालक्ष्मी और अग्रसेन महाराज को समर्पित हैं। मंदिर का निर्माण सन १९७६ में प्रारंभ हुआ और १९८४ में पूरा हुआ। .

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अग्रोहा का निर्माण, पतन एवं पुनर्निर्माण

कोई विवरण नहीं।

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

महाराजा अग्रसेन, महाराजा अग्रसेन्, अग्रवंशी

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