लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
डाउनलोड
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

हिंदी साहित्य और हिन्दी गद्यकार

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

हिंदी साहित्य और हिन्दी गद्यकार के बीच अंतर

हिंदी साहित्य vs. हिन्दी गद्यकार

हिंदी साहित्य और हिन्दी गद्यकार के बीच मतभेद उपलब्ध नहीं हैं।

हिंदी साहित्य और हिन्दी गद्यकार के बीच समानता

हिंदी साहित्य और हिन्दी गद्यकार आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): देवकीनन्दन खत्री

देवकीनन्दन खत्री

देवकीनन्दन खत्री देवकीनन्दन खत्री बाबू देवकीनन्दन खत्री (29 जून 1861 - 1 अगस्त 1913) हिंदी के प्रथम तिलिस्मी लेखक थे। उन्होने चंद्रकांता, चंद्रकांता संतति, काजर की कोठरी, नरेंद्र-मोहिनी, कुसुम कुमारी, वीरेंद्र वीर, गुप्त गोंडा, कटोरा भर, भूतनाथ जैसी रचनाएं की। 'भूतनाथ' को उनके पुत्र दुर्गा प्रसाद खत्री ने पूरा किया। हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार में उनके उपन्यास चंद्रकांता का बहुत बड़ा योगदान रहा है। इस उपन्यास ने सबका मन मोह लिया। इस किताब का रसास्वादन के लिए कई गैर-हिंदीभाषियों ने हिंदी सीखी। बाबू देवकीनंदन खत्री ने 'तिलिस्म', 'ऐय्यार' और 'ऐय्यारी' जैसे शब्दों को हिंदीभाषियों के बीच लोकप्रिय बनाया। जितने हिन्दी पाठक उन्होंने (बाबू देवकीनन्दन खत्री ने) उत्पन्न किये उतने किसी और ग्रंथकार ने नहीं। .

देवकीनन्दन खत्री और हिंदी साहित्य · देवकीनन्दन खत्री और हिन्दी गद्यकार · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

हिंदी साहित्य और हिन्दी गद्यकार के बीच तुलना

हिंदी साहित्य 89 संबंध है और हिन्दी गद्यकार 159 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 0.40% है = 1 / (89 + 159)।

संदर्भ

यह लेख हिंदी साहित्य और हिन्दी गद्यकार के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »