सामग्री की तालिका
9 संबंधों: चीनी जनवादी गणराज्य, झेजियांग, यांग्त्सीक्यांग, शंघाई, सूझोऊ, हरी चाय, वू चीनी भाषाएँ, ग्वांगझोउ, आर्द्र अर्ध-कटिबन्धीय जलवायु।
चीनी जनवादी गणराज्य
चीनी जनवादी गणराज्य (चीनी: 中华人民共和国) जिसे प्रायः चीन नाम से भी सम्बोधित किया जाता है, पूर्वी एशिया में स्थित एक देश है। १.३ अरब निवासियों के साथ यह विश्व का सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश है और ९६,४१,१४४ वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ यह रूस और कनाडा के बाद विश्व का तीसरा सबसे बड़ा क्षेत्रफल वाला देश है। इतना विशाल क्षेत्रफल होने के कारण इसकी सीमा से लगते देशों की संख्या भी विश्व में सर्वाधिक (रूस के बराबर) है जो इस प्रकार है (उत्तर से दक्षिणावर्त्त): रूस, मंगोलिया, उत्तर कोरिया, वियतनाम, लाओस, म्यान्मार, भारत, भूटान, नेपाल, तिबत देश,पाकिस्तान, अफ़्गानिस्तान, ताजिकिस्तान, किर्गिस्तान और कज़ाख़िस्तान। उत्तर पूर्व में जापान और दक्षिण कोरिया मुख्य भूमि से दूरी पर स्थित हैं। चीनी जनवादी गणराज्य की स्थापना १ अक्टूबर, १९४९ को हुई थी, जब साम्यवादियों ने गृहयुद्ध में कुओमिन्तांग पर जीत प्राप्त की। कुओमिन्तांग की हार के बाद वे लोग ताइवान या चीनी गणराज्य को चले गए और मुख्यभूमि चीन पर साम्यवादी दल ने साम्यवादी गणराज्य की स्थापना की। लेकिन चीन, ताईवान को अपना स्वायत्त क्षेत्र कहता है जबकि ताइवान का प्रशासन स्वयं को स्वतन्त्र राष्ट्र कहता है। चीनी जनवादी गणराज्य और ताइवान दोनों अपने-अपने को चीन का वैध प्रतिनिधि कहते हैं। चीन विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक है जो अभी भी अस्तित्व में है। इसकी सभ्यता ५,००० वर्षों से अधिक भी पुरानी है। वर्तमान में यह एक "समाजवादी गणराज्य" है, जिसका नेतृत्व एक दल के हाथों में है, जिसका देश के २२ प्रान्तों, ५ स्वायत्तशासी क्षेत्रों, ४ नगरपालिकाओं और २ विशेष प्रशासनिक क्षेत्रों पर नियन्त्रण है। चीन विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य भी है। यह विश्व का सबसे बड़ा निर्यातक और दूसरा सबसे बड़ा आयातक है और एक मान्यता प्राप्त नाभिकीय महाशक्ति है। चीनी साम्यवादी दल के अधीन रहकर चीन में "समाजवादी बाज़ार अर्थव्यवस्था" को अपनाया जिसके अधीन पूंजीवाद और अधिकारवादी राजनैतिक नियन्त्रण सम्मित्लित है। विश्व के राजनैतिक, आर्थिक और सामाजिक ढाँचे में चीन को २१वीं सदी की अपरिहार्य महाशक्ति के रूप में माना और स्वीकृत किया जाता है। यहाँ की मुख्य भाषा चीनी है जिसका पाम्परिक तथा आधुनिक रूप दोनों रूपों में उपयोग किया जाता है। प्रमुख नगरों में बीजिंग (राजधानी), शंघाई (प्रमुख वित्तीय केन्द्र), हांगकांग, शेन्ज़ेन, ग्वांगझोउ इत्यादी हैं। .
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झेजियांग
झेजिआंग (浙江, Zhejiang) जनवादी गणराज्य चीन के पूर्वी तट पर स्थित एक प्रांत है। इस प्रान्त की राजधानी हांगझोऊ है। 'झेजिआंग' का मतलब 'टेढ़ी नदी' होता है, जो चिआनतांग नदी का पुराना नाम था। चीनी भावचित्रों में इस प्रान्त के नाम को संक्षिप्त रूप से '浙' ('झे') लिखा जाता है। झेजिआंग चीन के सबसे समृद्ध प्रान्तों में से एक है और ऐतिहासिक रूप से हांगझोऊ चीन की राजधानी भी रहा है।, Simon Holledge, Lynn Pan, Passport Books, 1987, Random House Digital, Inc., 2007, ISBN 9781400017317 .
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यांग्त्सीक्यांग
'''यांग्त्सी नदी''' यांग्त्सीक्यांग, चीन की सबसे लम्बी नदी है, जो सीकांग के पहाड़ी क्षेत्र से निकलकर, दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व दिशा की ओर बहती हुई, पूर्वी चीन सागर में गिरती है। इसे चांग ज्यांग (Simplified Chinese 长江, Traditional Chinese 長江, Cháng Jiāng) या यांग्त्सी या यांग्ज़ी भी कहते हैं। यह विश्व की चौथी सबसे लम्बी नदी है। प्रायः पश्चिम से पूर्व की दिशा में बहने वाली इस नदी की लम्बाई लगभग ६३०० किलोमीटर है। यह सर्वप्रथम कुछ दूर उच्च पहाड़ी क्षेत्र में बहने के पश्चात् लाल बेसिन में प्रसेश करती है, जहाँ धरातल अत्यंत कटा फटा एवं कुछ असमतल है। यहाँ मिलक्यांग, चुंगक्यांग, सुइनिंग और कयाओलिंगक्यांग सहायक नदियाँ उत्तर से आकर मिलती हैं। ये सभी नाव्य हैं तथा उपजाऊ घाटियाँ बनाती हैं। लाल बेसिन को पार कर यांग्त्सीक्यांग एक गहरी घाटी में बहती हुई समतल भूभाग में प्रवेश करती है। यहाँ कई झीलें मिलती हैं, जिनमें से तीन मिट्टी भर जाने से महत्वपूर्ण थालों का रूप ले चुकी हैं। दो थालों को तो नदी ने दो दो भागों में बाँट दिया है। तीसरा काफी नीचा है, जहाँ कभी कभी बाढ़ आ जाती है। नदी घाटी का यह भाग काफी उपजाऊ है। यहाँ उत्तर से हेन और दक्षिण से सियांग नामक सहायक नदियाँ इसमें आकर मिलती हैं, जो नाव्य हैं। बड़े समुद्री जहाज यांग्त्सीक्यांग द्वारा हैंकाऊ तथा बड़ी नावें और स्टीमर आइशांग तक आ जा सकते हैं। तत्पश्चात् यांग्त्सीक्यांग क्यांगसू प्रांत में डेल्टा बनाती है, जहाँ का भूभाग कुछ पहाडियों को छोड़कर लगभग समतल है। डेल्टा की संपूर्ण समतल भूमि बहुत उपजाऊ है। यांग्त्सी घाटी के विभिन्न भागों में धान, गेहूँ, जौ, कपास, चाय, ज्वार- बाजरा, मक्का, गन्ना, तंबबाकू, अफीम, तिलहन, मटर, बीन, फल और शाक भाजियाँ आदि उपजते हैं। रेशम का भी यहाँ उत्पादन होता है। अत: कृषि एवं यातायात की सुलभता के कारण संपूर्ण यांग्त्सीघाटी में जनसंख्या बहुत घनी हो गई है। .
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शंघाई
शंघाई (चीनी: 上海; पिनयिन) चीनी जनवादी गणराज्य का सबसे बड़ा नगर है। यह देश के पूर्वी भाग में यांग्त्ज़े नदी के डेल्टा पर स्थित है। यह अर्थव्यवस्था और जनसंख्या दोनों ही दृष्टि से चीन का सबसे बड़ा नगर है। यह देश की चार नगरपालिकाओं में से एक है और उसी स्तर पर है जिसपर कि चीन का कोई अन्य प्रान्त। नगर सीमा के भीतर की जनसंख्या ९३ लाख है और पूरी नगरपालिका में १ करोड़ ८१ लाख लोग रहते हैं। १ जनवरी, २००६ की स्थिति तक यहां १ करोड़ ३७ लाख स्थाई निवासी और ४४ लाख अस्थाई निवासी थे जिनके पास रहने का वैध परमिट था। इसके अतिरिक्त यहां ३० लाख लोग अवैध रूप से भी रहते है। .
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सूझोऊ
चित्र:Flag of the People's Republic of China.svg सूझोऊ (苏州, Suzhou) जनवादी गणराज्य चीन के पूर्वी भाग में स्थित जिआंगसु प्रांत का एक मुख्य शहर है। यह शंघाई के पड़ौस में यांग्त्से नदी की डेल्टा (नदीमुख) के क्षेत्र में ताइहू झील के किनारे स्थित है। यह चीन की प्रशासन प्रणाली के अनुसार एक उपप्रांतीय शहर (प्रीफ़ेक्चर, दिजी) का दर्जा रखता है। सन् २०१० की जनगणना में इसके पूरे क्षेत्र की आबादी १ करोड़ अनुमानित की गई थी जिनमें से लगभग ४० लाख शहरी इलाक़े में बसे हुए थे। सूझोऊ की स्थापना ५१४ ईसापूर्व में हुई थी और यह २,५०० साल का इतिहास रखता है। इस शहर की नहरें, पगोडा, पत्थर के पुल और बाग़-बग़ीचे इसे चीन के सबसे बड़े पर्यटक स्थलों में से एक बनाते हैं। चीन के सोंग राजवंश के ज़माने से यह चीन के रेशम कारोबार का भी एक प्रमुख केंद्र रहा है।, Michael Marmé, Stanford University Press, 2005, ISBN 978-0-8047-3112-6 .
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हरी चाय
गायवान में पकी हरी चाय की पत्तियाँ किण्वन की विभिन्न श्रेणियों में चाय कैमेलिया साइनेसिस का पौधा हरी चाय (अंग्रेज़ी: ग्रीन टी) एक प्रकार की चाय होती है, जो कैमेलिया साइनेन्सिस नामक पौधे की पत्तियों से बनायी जाती है। इसके बनाने की प्रक्रिया में ऑक्सीकरण न्यूनतम होता है। इसका उद्गम चीन में हुआ था और आगे चलकर एशिया में जापान से मध्य-पूर्व की कई संस्कृतियों से संबंधित रही। इसके सेवन के काफी लाभ होते हैं।। हिन्दुस्तान लाइव। ६ जनवरी २०१० प्रतिदिन कम से कम आठ कप ग्रीन टी हृदय रोग होने की संभावनाओं को कम करने कोलेस्ट्राल को कम करने के साथ ही शरीर के वजन को भी नियंत्रित करने में सहायक सिद्ध होती है। प्रायः लोग ग्रीन टी के बारे में जानते हैं लेकिन इसकी उचित मात्र न ले पाने की वजह से उन्हें उनका पूरा लाभ नहीं मिल पाता है। हरी चाय का फ्लेवर ताज़गी से भरपूर और हल्का होता है तथा स्वाद सामान्य चाय से अलग होता है। इसकी कुछ किस्में हल्की मिठास लिए होती है, जिसे पसंद के अनुसार दूध और शक्कर के साथ बनाया जा सकता है।। दैनिक भास्कर। १ मार्च २००८ ग्रीन टी बनाने के लिए एक प्याले में २-४ ग्राम चाय पड़ती है। पानी को पूरी तरह उबलने के बाद २-३ मिनट के लिए छोड़ देते हैं। प्याले में रखी चाय पर गर्म पानी डालकर फिर तीन मिनट छोड़ दें। इसे कुछ देर और ठंडा होने पर सेवन करते हैं। विभिन्न ब्रांड के अनुसार एक दिन में दो से तीन कप ग्रीन टी लाभदायक होती है। इसका अर्थ है कि एक दिन में ३००-४०० मिलीग्राम ग्रीन टी पर्याप्त होती है। अब तक ग्रीन टी का सिर्फ एक ही नुकसान ज्ञात हुआ है, अनिद्रा यानी नींद कम आने की बीमारी। इसका कारण चाय में उपस्थित कैफीन है। हालांकि इसमें कॉफी के मुकाबले कम कैफीन होता है। .
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वू चीनी भाषाएँ
चीन के नक़्शे पर वू भाषाएँ बोलने वाले इलाक़े वू चीनी (चीनी: 吴语, अंग्रेज़ी: Wu Chinese) चीन के झेजिआंग प्रान्त, दक्षिणी जिआंगसु प्रान्त और शन्घाई शहर में बोलीं जाने वाली चीनी भाषा की उपभाषाओं का एक गुट है। इन भाषाओँ में प्राचीन चीनी भाषा की कुछ ऐसी चीज़ें अभी भी प्रयोग की जाती हैं जो आधुनिक चीनी की अन्य भाषाओँ में लुप्त हो चुकी हैं। अन्य चीनी भाषाएँ बोलने वालों को वू भाषा मुलायम और बहती हुई प्रतीत होती है। चीनी में एक 'वूनोंगरुआनयु' (吴侬软语, wúnóngruǎnyǔ) शब्द इस्तेमाल किया जाता है, जिसका मतलब है 'वू की नाज़ुक बोली'।, John-Francis Grasso, Everything Books, 2006, ISBN 978-1-59337-723-6,...
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ग्वांगझोउ
ग्वांगझो,(केन्तोन व क़्वांगचो के नाम से भी जाना जाता है), यह उप-प्रांतीय शहर व ग्वांगडोंग (चीनी जनवादी गणराज्य) प्रान्त की राजधानी है। यह चीन के पांच राष्ट्रीय केन्द्रीय शहरों में से एक है। यह नगर और इसके आसपास के क्षेत्र, विशेष रूप से इस नगर और हांग कांग के मध्य के क्षेत्र, साधारण रूप से अपने अंग्रेज़ी नाम कैंटन के नाम से जाने जाते हैं। यहाँ पर्ल नदी पर एक बंदरगाह है जो दक्षिणी चीन सागर की ओर नाव्य है और यह हांग कांग से १२० किमी उत्तरपश्चिम में स्थित है। २०१४ की जनगणना के अनुसार इस नगर की कुल जनसंख्या ४.४ करोण है और महानगरीय क्षेत्र की १.५ करोण है जो इसे प्रांत का सर्वाधिक और चीनी मुख्य भूमि का तीसरा सर्वाधिक जनसंख्या वाला नगर बनाता है। प्रांतीय सरकार के आधिकारिक अनुमान के अनुसार २००६ में यहाँ की जनसंख्या ९७,५४,६०० थी। ग्वांगझो का नगरीय क्षेत्रफल बीजिंग और शंघाई के बाद चीन में सबसे अधिक है। 2008 मैं इसे बीटा वर्ल्ड सिटी घोषित किया गया है। .
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आर्द्र अर्ध-कटिबन्धीय जलवायु
संसार के ''आर्द्र अर्ध-कटिबन्धीय जलवायु '' क्षेत्र आर्द्र अर्ध-कटिबन्धीय जलवायु (अंग्रेज़ी:Humid subtropical climate) (कोप्पन जलवायु वर्गीकरण Cwa के अनुसार) पृथ्वी पर एक जलवायु क्षेत्र होता है, जिसमें उष्ण, आर्द्र ग्रीष्म काल एवं ठंडे शीतकाळ होते हैं। इस प्रकार के जलवायु में मौसम की विस्तृत श्रेणी आती है और शब्द- अर्ध-कटिबंधीय शीतकालीन जलवायु के लिये एक मिथ्या नाम हो सकता है। इस क्षेत्र के अधिकांश स्थानों सभी ऋतुओं में अच्छी मात्रा में वर्षा (और क्भी हिमपात भी) हो सकती है। इसके साथ पछवा हवाएं अच्छे आंधी-तूफान भी पश्चिम से पूर्व की ओर ला सकती हैं। अधिकांश ग्रीष्मकालीन वर्षाएं दामिनी कड़कने के संग आंधियां और कई बार कटिबन्धीय तूफान या चक्रवात आदि भी लाती हैं। .