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सिलाई

सूची सिलाई

सिलाई का एक नमूना कपड़ा, चमड़ा, फर, बार्क या किसी अन्य लचीली वस्तु (flexible material) को आपस में सूई एवं धागों की सहायता बांधना सिलाई (Sewing or stitching) कहलाती है। .

6 संबंधों: धागा, बुनाई (वीविंग), सिलाई मशीन, सूई, वस्त्र, कैंची

धागा

धागा (thread) सूत या अन्य कोई पतला तंतू या रेशा होता है जिसका प्रयोग सिलाई के लिए किया जाता है। यह कपास, नायलॉन, रेशम या अन्य किसी सामग्री का बना हुआ होता है। .

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बुनाई (वीविंग)

सबसे सरल बुनाई ताना और बाना (वार्प तथा वेफ्ट) प्रागैतिहासिक बुनाई की कुछ पद्धतियाँ बुनाई (weaving) वस्त्र बुनाई की वह विधि है जिसमें ताना एवं बाना नामक दो भिन्न तथा परस्पर लम्बवत धागों का समूह को आपस में गूंथकर वस्त्र बनाया जाता है। बुनाई के अलावा भी कई विधियों से वस्त्र बनाये जाते हैं, जैसे- निटिंग (knitting), लेस बनाना (lace making), फेल्टिंग (felting), तथा ब्रेडिंग या प्लेटिंग (braiding or plaiting)। ताना (warp) वह है जो लम्बाई की दिशा में लगता है तथा बाना (weft or filling) वह है जो चौढ़ाई की दिशा में लगता है। ताना और बाना को विभिन्न तरीकों से परस्पर गुंथा जा सकता है। वस्त्र के गुणधर्म इससे ही निर्धारित होते हैं कि ताना और बाना को किस प्रकार परस्पर बुना गया है। वस्त्र प्रायः करघा (लूम) पर बुना जाता है। करघा तानों को अपनी जगह पर बनाए रखता है और बानों को उनमें से होकर बुना जाता है। ताना और बाना के उपयोग से बुनाई का काम करघा के अतिरिक्त दूसरी विधियों द्वारा भी किया जा सकता है, जैसे- मेज पर बुनाई, बैक-स्ट्रैप, आदि। बुनाई से निर्मित अधिकांश वस्त्र मुख्यतया तीन प्रकार की बुनाई में से किसी एक विधि से बनते हैं- सादा बुनाई, सतिन बुनाई (satin weave) तथा ट्विल (twill)। .

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सिलाई मशीन

सन १८४५ में विकसित एलियास होवे की सिलाई मशीन सिलाई मशीन एक ऐसा यांत्रिक उपकरण है जो किसी वस्त्र या अन्य चीज को परस्पर एक धागे या तार से सिलने के काम आती है। इनका आविष्कार प्रथम औद्योगिक क्रांति के समय में हुआ था। सिलाई मशीनों से पहनने के सुंदर कपड़े छोटे-बड़े बैग, चादरें, पतली या मोटी रजाइयां सिली जाती हैं। सुंदर से सुंदर कढ़ाई की जाती है और इसी तरह बहुत कुछ किया जा सकता है। दो हजार से अधिक प्रकार की मशीनें भिन्न-भिन्न कार्यों के लिए प्रयुक्त होती हैं जैसे कपड़ा, चमड़ा, इत्यादि सीने की। अब तो बटन टाँकने, काज बनाने, कसीदा का सब प्रकार की मशीनें अलग-अलग बनने लगी हैं। अब मशीन बिजली द्वारा भी चलाई जाती है। Needle plate, foot and transporter of a sewing machine Singer sewing machine (detail 1) .

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सूई

हाथ द्वारा सिलाई में प्रयुक्त सूइयाँ सूई (sewing needle) सिलाई में प्रयुक्त औजार है। यह लम्बी और पतली होती है तथा इसका सिरा नुकीला होता है। नुकीले सिरे के विपरीत छोर पर एक छेद होता है जिसमें धागा डला रहता है जो कपड़े के दो भागों को आपस में जोड़ने का काम करता है। सबसे पहले हड्डी की सूइयाँ बनीं। आजकल उच्च कार्बन इस्पात के पतले तारों से सूइयाँ बनती हैं। इन पर निकल या स्वर्न की कलई (प्लेटिंग) की गयी होती है जो इसे जंग लगने से बचाती है। श्रेणी:सिलाई के साधन.

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वस्त्र

पाकिस्तान के कराची में रविवार को फुटपाथ पर वस्त्रों की बिक्री वस्त्र या कपड़ा एक मानव-निर्मित चीज है जो प्राकृतिक या कृत्रिम तंतुओं के नेटवर्क से निर्मित होती है। इन तंतुओं को सूत या धागा कहते हैं। धागे का निर्माण कच्चे ऊन, कपास (रूई) या किसी अन्य पदार्थ को करघे की सहायता से ऐंठकर किया जाता है। .

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कैंची

कातर कैंची, हाथ से चलायी जाने वाला काटने का उपकरण है। कैंची के दोनों भागों को अवपात ठप्पे (drop stamps) से गढ़कर बनाया जाता है। इसके लिए जो इस्पात काम में आता है, वह उस्तरे के इस्पात से घटिया होता है। गढ़ जाने के बाद दोनों भागों को कठोर इस्पात के पेंच द्वारा दो प्रकार से लगाया जाता है। प्रथम विधि में कैंची के दोनों फल एक दूसरे की ओर झुके रहते हैं, जिससे काटनेवाली धारों की समीपता बनी रहे। अँगूठा और अँगुली फँसाकर सुगमता से कार्य करने के लिए कैंची के फल के दोनों सिरों पर धनुषाकार आकृति घातवर्ध्य ढलाई (malleable casting) के द्वारा बनाई जाती है ओर बाद में इस्पात का फल इन आकृतियों में लगा दिया जाता है। ऐल्यूमिनियम की धनुषाकार आकृतियाँ भी ठप्पा ढलाई (die casting) द्वारा तैयार कर फल में लगाई जाती हैं। ऐसी कैंचियाँ देखने में सुंदर और काम में हल्की होती हैं। बाल काटने, कपड़ा काटने, कसीदा तथा सलमा लगाने, बागवानी तथा शल्यचिकित्स आदि विभिन्न कार्यों के लिए विभिन्न आकृतियों की कैंचियाँ बनाई जाती हैं। कैंची.

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