वाष्प और शक्ति इंजीनियरी
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
वाष्प और शक्ति इंजीनियरी के बीच अंतर
वाष्प vs. शक्ति इंजीनियरी
किसी पदार्थ के क्रांतिक बिन्दु से कम ताप पर उस पदार्थ के गैस प्रावस्था को उस पदार्थ का वाष्प (vapor) कहते हैं। इसका अर्थ है कि वाष्प का दाब बढ़ाकर, बिना ताप कम किये ही, उसे द्रव या ठोस में बदला जा सकता है। उदाहरण के लिये, पानी का क्रांतिक ताप 374 °C (647 K) है। इसका मतलब है कि इससे अधिक ताप पर किसी भी दशा में पानी द्रव अवस्था में नहीं रह सकता। अतः वायुमण्डल में, सामान्य तापों पर पानी की वाष्प द्रव में बदल जायेगी यदि इसका आंशिक दाब पर्याप्त बढ़ा दिया जाय। वाष्प और द्रव (या ठोस) का सह-अस्तित्व सम्भव है। . विद्युत उत्पादन करने वाली विद्युत जनित्र को घुमाने के लिये प्रयुक्त '''वाष्प टरबाइन''' शक्ति इंजीनियरी (Power engineering) इंजीनियरी की वह उपक्षेत्र है जो विद्युत शक्ति के उत्पादन (जनन /generation), पारेषण (transmission), वितरण (distribution), उपभोग (utilization) तथा इनमें प्रयुक्त जनित्रों, ट्रांसफार्मरों, पारेषण लाइनों एवं मोतरों से सम्बन्ध रखता है। इस विधा को विद्युत प्रणाली इंजीनियरी (power systems engineering) भी कहते हैं। .
वाष्प और शक्ति इंजीनियरी के बीच समानता
वाष्प और शक्ति इंजीनियरी आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या वाष्प और शक्ति इंजीनियरी लगती में
- यह आम वाष्प और शक्ति इंजीनियरी में है क्या
- वाष्प और शक्ति इंजीनियरी के बीच समानता
वाष्प और शक्ति इंजीनियरी के बीच तुलना
वाष्प 4 संबंध है और शक्ति इंजीनियरी 12 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (4 + 12)।
संदर्भ
यह लेख वाष्प और शक्ति इंजीनियरी के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: