लब्धि और विद्युत संकेत
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
लब्धि और विद्युत संकेत के बीच अंतर
लब्धि vs. विद्युत संकेत
प्रवर्धकों की लब्धि, इनपुट संकेत पर निर्भर करती है। अतः लब्धि का ग्राफ आवृत्ति के फलन के रूप में बनाया जाता है। इलेक्ट्रॉनिक्स में किसी निर्बल संकेत के आयाम (या शक्ति) को बढ़ाना प्रवर्धन (Amplification) कहलाता है। वह परिपथ जो किसी संकेत का आवर्धन करता है, प्रवर्धक कहलाता है। आमतौर पर किसी प्रणाली के संकेत आउटपुट और संकेत इनपुट के अनुपात को प्रवर्धक का प्रवर्धन गुणांक (Amplification factor) अथवा लब्धि (Gain) अथवा अभिलाभ कहते हैं। इसे उसी अनुपात के दशमलव लघुगणक के रूप में भी परिभाषित किया जा सकता है। . संचार, संकेत प्रसंस्करण और सामान्य रूप से विद्युत इंजीनियरी के सन्दर्भ में समय के साथ परिवर्तनशील या अवकाश के साथ परिवर्तनशील (spatial-varying) कोई भी राशि संकेत (signal) कहलाती है। उदाहरण के लिये किसी तापयुग्म से प्राप्त वोल्टता एक संकेत है जो तापमान की सूचना देती है। .
लब्धि और विद्युत संकेत के बीच समानता
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लब्धि और विद्युत संकेत के बीच तुलना
लब्धि 8 संबंध है और विद्युत संकेत 7 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (8 + 7)।
संदर्भ
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