4 संबंधों: बहुमूल्य धातु, मणि, सोना, कला।
बहुमूल्य धातु
क़ीमती धातु (Precious metal) ऐसी रासयनिक धातु तत्व होती है जो प्रकृति में दुर्लभ हो और आर्थिक रूप से बहुमूल्य हो। रासायनिक दृष्टि से क़ीमती धातु अन्य तत्वों से कम अभिक्रिया (रियैक्शन) करते हैं। अन्य धातुओं की तुलना में यह अक्सर अधिक चमकीले होते हैं और अधिक मुलायम होने के कारण इन्हें खींचना या मनचाहा आकार देना भी आसान होता है। इन्हें इतिहास में मुद्रा के रूप में बहुत प्रयोग किया गया है लेकिन आधुनिक काल में इन्हें आभूषण, निवेश और औद्योगिक प्रयोगों में ज़्यादा लगाया जाता है। क़ीमती धातुओं में सोना, चाँदी, प्लैटिनम और पैलेडियम अधिक विख्यात हैं, हालांकि कई अन्य धातुएँ भी इस गुट में आती हैं। .
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मणि
मणि एक अनमोल वस्तु होती है जिसमे एक सूक्ष्म शक्ति होती है। मणि का कोई एक निश्चित आकार नहीं होता। इसको दो मुख्य तरीके से विभक्त कर सकते हैं। - जैविक मणि - जो की किसीभी जीव से मिलता है। उदहारण स्वरूप: नागमणि, गजमणि, उल्लूक मणि, सुकरमणि, मोरमणि, कपिमणि आदि। जैविक मणि में उस जीव का सुक्ष्म तत्त्व होता है। - प्राकृतिक मणि - ये मणि किसी जीव या जंतु से नहीं मिलता। प्रकृति में स्वतः ही प्राप्त होता है। इसका मूल स्रोत ढूँढना बहुत मुश्किल है। प्राकृतिक मणि में स्यमंतक मणि, मेघ मणि, कौस्तुभ मणि, पारस मणि आदि है। मणि कोई हीरा, पन्ना, माणिक आदि पत्थर नहीं होती। मणि में छिपे हुए सूक्ष्म शक्ति ही उसकी पहचान है, जिसको परखना इतना सहज नहीं। मणि से सूक्ष्म शक्ति को निकाला भी जा सकता है और वापस रोपण भी किया जा सकता है। .
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सोना
सोना या स्वर्ण (Gold) अत्यंत चमकदार मूल्यवान धातु है। यह आवर्त सारणी के प्रथम अंतर्ववर्ती समूह (transition group) में ताम्र तथा रजत के साथ स्थित है। इसका केवल एक स्थिर समस्थानिक (isotope, द्रव्यमान 197) प्राप्त है। कृत्रिम साधनों द्वारा प्राप्त रेडियोधर्मी समस्थानिकों का द्रव्यमान क्रमश: 192, 193, 194, 195, 196, 198 तथा 199 है। .
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कला
राजा रवि वर्मा द्वारा चित्रित 'गोपिका' कला (आर्ट) शब्द इतना व्यापक है कि विभिन्न विद्वानों की परिभाषाएँ केवल एक विशेष पक्ष को छूकर रह जाती हैं। कला का अर्थ अभी तक निश्चित नहीं हो पाया है, यद्यपि इसकी हजारों परिभाषाएँ की गयी हैं। भारतीय परम्परा के अनुसार कला उन सारी क्रियाओं को कहते हैं जिनमें कौशल अपेक्षित हो। यूरोपीय शास्त्रियों ने भी कला में कौशल को महत्त्वपूर्ण माना है। कला एक प्रकार का कृत्रिम निर्माण है जिसमे शारीरिक और मानसिक कौशलों का प्रयोग होता है। .
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