मिर्ज़ा ग़ालिब और १५ फरवरी
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
मिर्ज़ा ग़ालिब और १५ फरवरी के बीच अंतर
मिर्ज़ा ग़ालिब vs. १५ फरवरी
मिर्ज़ा असद-उल्लाह बेग ख़ां उर्फ “ग़ालिब” (२७ दिसंबर १७९६ – १५ फरवरी १८६९) उर्दू एवं फ़ारसी भाषा के महान शायर थे। इनको उर्दू भाषा का सर्वकालिक महान शायर माना जाता है और फ़ारसी कविता के प्रवाह को हिन्दुस्तानी जबान में लोकप्रिय करवाने का श्रेय भी इनको दिया जाता है। यद्दपि इससे पहले के वर्षो में मीर तक़ी "मीर" भी इसी वजह से जाने जाता है। ग़ालिब के लिखे पत्र, जो उस समय प्रकाशित नहीं हुए थे, को भी उर्दू लेखन का महत्वपूर्ण दस्तावेज़ माना जाता है। ग़ालिब को भारत और पाकिस्तान में एक महत्वपूर्ण कवि के रूप में जाना जाता है। उन्हे दबीर-उल-मुल्क और नज़्म-उद-दौला का खिताब मिला। ग़ालिब (और असद) नाम से लिखने वाले मिर्ज़ा मुग़ल काल के आख़िरी शासक बहादुर शाह ज़फ़र के दरबारी कवि भी रहे थे। आगरा, दिल्ली और कलकत्ता में अपनी ज़िन्दगी गुजारने वाले ग़ालिब को मुख्यतः उनकी उर्दू ग़ज़लों को लिए याद किया जाता है। उन्होने अपने बारे में स्वयं लिखा था कि दुनिया में यूं तो बहुत से अच्छे कवि-शायर हैं, लेकिन उनकी शैली सबसे निराली है: “हैं और भी दुनिया में सुख़न्वर बहुत अच्छे कहते हैं कि ग़ालिब का है अन्दाज़-ए बयां और” . 15 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 46वॉ दिन है। साल में अभी और 319 दिन बाकी है (लीप वर्ष में 320)। .
मिर्ज़ा ग़ालिब और १५ फरवरी के बीच समानता
मिर्ज़ा ग़ालिब और १५ फरवरी आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या मिर्ज़ा ग़ालिब और १५ फरवरी लगती में
- यह आम मिर्ज़ा ग़ालिब और १५ फरवरी में है क्या
- मिर्ज़ा ग़ालिब और १५ फरवरी के बीच समानता
मिर्ज़ा ग़ालिब और १५ फरवरी के बीच तुलना
मिर्ज़ा ग़ालिब 17 संबंध है और १५ फरवरी 4 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (17 + 4)।
संदर्भ
यह लेख मिर्ज़ा ग़ालिब और १५ फरवरी के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: