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महाकाव्य और वलैयापति

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

महाकाव्य और वलैयापति के बीच अंतर

महाकाव्य vs. वलैयापति

संस्कृत काव्यशास्त्र में महाकाव्य (एपिक) का प्रथम सूत्रबद्ध लक्षण आचार्य भामह ने प्रस्तुत किया है और परवर्ती आचार्यों में दंडी, रुद्रट तथा विश्वनाथ ने अपने अपने ढंग से इस महाकाव्य(एपिक)सूत्रबद्ध के लक्षण का विस्तार किया है। आचार्य विश्वनाथ का लक्षण निरूपण इस परंपरा में अंतिम होने के कारण सभी पूर्ववर्ती मतों के सारसंकलन के रूप में उपलब्ध है।महाकाव्य में भारत को भारतवर्ष अथवा भरत का देश कहा गया है तथा भारत निवासियों को भारती अथवा भरत की संतान कहा गया है . वलैयापति तमिल भाषा में लिखित एक महाकाव्य है। इसका लेखक नाम नहीं जानता है। यह पांच तमिल महाकाव्य में एक है। इसकी समय अवधि दसवीं शताब्दी से पहले होने का अनुमान किया गया है। श्रेणी:तमिल साहित्य.

महाकाव्य और वलैयापति के बीच समानता

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महाकाव्य और वलैयापति के बीच तुलना

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संदर्भ

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