मण्डन मिश्र और संस्कृत ग्रन्थों की सूची के बीच समानता
मण्डन मिश्र और संस्कृत ग्रन्थों की सूची आम में 2 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): भर्तृहरि, वाचस्पति मिश्र।
भर्तृहरि
भर्तृहरि एक महान संस्कृत कवि थे। संस्कृत साहित्य के इतिहास में भर्तृहरि एक नीतिकार के रूप में प्रसिद्ध हैं। इनके शतकत्रय (नीतिशतक, शृंगारशतक, वैराग्यशतक) की उपदेशात्मक कहानियाँ भारतीय जनमानस को विशेष रूप से प्रभावित करती हैं। प्रत्येक शतक में सौ-सौ श्लोक हैं। बाद में इन्होंने गुरु गोरखनाथ के शिष्य बनकर वैराग्य धारण कर लिया था इसलिये इनका एक लोकप्रचलित नाम बाबा भरथरी भी है। .
भर्तृहरि और मण्डन मिश्र · भर्तृहरि और संस्कृत ग्रन्थों की सूची ·
वाचस्पति मिश्र
वाचस्पति मिश्र (९०० - ९८० ई) भारत के दार्शनिक थे जिन्होने अद्वैत वेदान्त का भामती नामक सम्प्रदाय स्थापित किया। वाचस्पति मिश्र ने नव्य-न्याय दर्शन पर आरम्भिक कार्य भी किया जिसे मिथिला के १३वी शती के गंगेश उपाध्याय ने आगे बढ़ाया। .
मण्डन मिश्र और वाचस्पति मिश्र · वाचस्पति मिश्र और संस्कृत ग्रन्थों की सूची ·
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या मण्डन मिश्र और संस्कृत ग्रन्थों की सूची लगती में
- यह आम मण्डन मिश्र और संस्कृत ग्रन्थों की सूची में है क्या
- मण्डन मिश्र और संस्कृत ग्रन्थों की सूची के बीच समानता
मण्डन मिश्र और संस्कृत ग्रन्थों की सूची के बीच तुलना
मण्डन मिश्र 10 संबंध है और संस्कृत ग्रन्थों की सूची 253 है। वे आम 2 में है, समानता सूचकांक 0.76% है = 2 / (10 + 253)।
संदर्भ
यह लेख मण्डन मिश्र और संस्कृत ग्रन्थों की सूची के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: