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मंगोल साम्राज्य और सोंग राजवंश

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

मंगोल साम्राज्य और सोंग राजवंश के बीच अंतर

मंगोल साम्राज्य vs. सोंग राजवंश

हलाकू (बायें), खलीफा अल-मुस्तसिम को भूख से मारने के लिये उसके खजाने में कैद करते हुए मांगके खान की मृत्यु के समय (१२५९ ई में) मंगोल साम्राज्य मंगोल साम्राज्य 13 वीं और 14 वीं शताब्दियों के दौरान एक विशाल साम्राज्य था। इस साम्राज्य का आरम्भ चंगेज खान द्वारा मंगोलिया के घूमन्तू जनजातियों के एकीकरण से हुआ। मध्य एशिया में शुरू यह राज्य अंततः पूर्व में यूरोप से लेकर पश्चिम में जापान के सागर तक और उत्तर में साइबेरिया से लेकर दक्षिण में भारतीय उपमहाद्वीप तक फैल गया। आमतौर पर इसे दुनिया के इतिहास में सबसे बड़ा सन्निहित साम्राज्य माना जाना जाता है। अपने शीर्ष पर यह 6000 मील (9700 किमी) तक फैला था और 33,000,000 वर्ग कि॰मी॰ (12,741,000 वर्ग मील) के क्षेत्र को कवर करता था। इस समय पृथ्वी के कुल भू क्षेत्रफल का 22% हिस्सा इसके कब्ज़े में था और इसकी आबादी 100 करोड़ थी। मंगोल शासक पहले बौद्ध थे, लेकिन बाद में धीरे-धीरे तुर्कों के सम्पर्क में आकर उन्होंने इस्लाम को अपना लिया। . सन् ११११ ईसवी में उत्तरी सोंग राजवंश के साम्राज्य का नक़्शा (जामुनी रंग में) सोंग राजवंश (宋朝, सोंग चाओ, Song Dynasty) चीन का एक राजवंश था, जिसका शासनकाल सन् ९६० ईसवी से सन् १२७९ ईसवी तक चला। यह पाँच राजवंश और दस राजशाहियों के दौर के बाद शुरू हुआ और युआन राजवंश के उभरने पर ख़त्म हुआ। सोंग राजवंश के काल में बहुत प्रशासनिक, सैन्य और वैज्ञानिक प्रगति हुई। यह दुनिया की पहली सरकार थी जिसनें काग़ज़ के नोट छपे और प्रथम चीनी सरकार थी जिसने चीन की एक टिकाऊ नौसेना स्थापित की।, Bernard D. Cole, Naval Institute Press, 2001, ISBN 978-1-55750-239-1,...

मंगोल साम्राज्य और सोंग राजवंश के बीच समानता

मंगोल साम्राज्य और सोंग राजवंश आम में 5 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): बौद्ध धर्म, मोंगके ख़ान, युआन राजवंश, ख़ान (उपाधि), कुबलई ख़ान

बौद्ध धर्म

बौद्ध धर्म भारत की श्रमण परम्परा से निकला धर्म और महान दर्शन है। इसा पूर्व 6 वी शताब्धी में बौद्ध धर्म की स्थापना हुई है। बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध है। भगवान बुद्ध का जन्म 563 ईसा पूर्व में लुंबिनी, नेपाल और महापरिनिर्वाण 483 ईसा पूर्व कुशीनगर, भारत में हुआ था। उनके महापरिनिर्वाण के अगले पाँच शताब्दियों में, बौद्ध धर्म पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में फैला और अगले दो हजार वर्षों में मध्य, पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी जम्बू महाद्वीप में भी फैल गया। आज, हालाँकि बौद्ध धर्म में चार प्रमुख सम्प्रदाय हैं: हीनयान/ थेरवाद, महायान, वज्रयान और नवयान, परन्तु बौद्ध धर्म एक ही है किन्तु सभी बौद्ध सम्प्रदाय बुद्ध के सिद्धान्त ही मानते है। बौद्ध धर्म दुनिया का चौथा सबसे बड़ा धर्म है।आज पूरे विश्व में लगभग ५४ करोड़ लोग बौद्ध धर्म के अनुयायी है, जो दुनिया की आबादी का ७वाँ हिस्सा है। आज चीन, जापान, वियतनाम, थाईलैण्ड, म्यान्मार, भूटान, श्रीलंका, कम्बोडिया, मंगोलिया, तिब्बत, लाओस, हांगकांग, ताइवान, मकाउ, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया एवं उत्तर कोरिया समेत कुल 18 देशों में बौद्ध धर्म 'प्रमुख धर्म' धर्म है। भारत, नेपाल, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, रूस, ब्रुनेई, मलेशिया आदि देशों में भी लाखों और करोडों बौद्ध हैं। .

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मोंगके ख़ान

गद्दी पर विराजमान मोंगके ख़ान से मिलते कुछ फ़रियादी मोंगके ख़ान (मंगोल: Мөнх хаан, मोन्ख़ ख़ान; अंग्रेज़ी: Mongke Khan; १० जनवरी १२०९ – ११ अगस्त १२५९) मंगोल साम्राज्य का चौथा ख़ागान (सबसे बड़ा ख़ान शासक) था। उसने १ जुलाई १२५१ से ११ अगस्त १२५९ में हुई अपनी मृत्यु तक शासन किया। मोंगके ख़ान मंगोल साम्राज्य से संस्थापक चंगेज़ ख़ान का पोता और उसके सबसे छोटे बेटे तोलुइ ख़ान का बेटा था। उसकी माता सोरग़ोग़तानी बेकी (तोलुइ ख़ान की पत्नी) ने उसे और उसके भाइयों को बहुत निपुणता से पाला और परवारिक परिस्थितियों पर ऐसा नियंत्रण रखा कि मोंगके मंगोल साम्राज्य का ख़ागान बन सका। मोंगके के नेतृत्व में मंगोलों ने ईराक और सीरिया पर आक्रमण करके उन्हें अपने राज का हिस्सा बनाया। आधुनिक वियतनाम और (दक्षिणी चीन स्थित) नानझाओ राज्य भी मंगोलों के अधीन लाया गया। मोंग्के की मृत्यु के बाद उसका भाई कुबलई ख़ान साम्राज्य का अगला ख़ागान बना।, Kathy Sammis, Walch Publishing, 2002, ISBN 978-0-8251-4369-4,...

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युआन राजवंश

सन् १२९४ ईसवी में युआन साम्राज्य का नक़्शा (हरे रंग में) - कोरिया का इलाक़ा एक स्वशासित लेकिन अधीन राज्य था युआन राजवंश (चीनी: 元朝, युआन चाओ; मंगोल: दाई ओन उल्स; अंग्रेजी: Yuan Dynasty) सन् १२७१ ईसवी से सन् १३६८ ईसवी तक चलने वाला एक राजवंश था जिसके साम्राज्य में आधुनिक चीन का लगभग पूरा हिस्सा, सारे मंगोलिया का भूक्षेत्र और कुछ आसपास के इलाक़े शामिल थे। इसकी स्थापना मंगोल नेता कुबलई ख़ान ने की थी, जो चंगेज़ ख़ान का पोता भी था। इस साम्राज्य को मंगोल साम्राज्य का एक विभाग और चीन का एक राजवंश दोनों समझा जाता है। युआन राजवंश के ज़माने में पूरा चीन पर एक विदेशी जाति ने लम्बे अरसे तक राज किया।, Gregory Veeck, Clifton Pannell, Christopher Smith, Youqin Huang, Rowman & Littlefield Publishers, 2011, ISBN 978-0-7425-6784-9,...

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ख़ान (उपाधि)

ओगदाई ख़ान, चंग़ेज़ ख़ान का तीसरा पुत्र ख़ान या ख़ाँ (मंगोल: хан, फ़ारसी:, तुर्की: Kağan) मूल रूप से एक अल्ताई उपाधि है तो शासकों और अत्यंत शक्तिशाली सिपहसालारों को दी जाती थी। यह समय के साथ तुर्की-मंगोल क़बीलों द्वारा पूरे मध्य एशिया में इस्तेमाल होने लगी। जब इस क्षेत्र के सैन्य बलों ने भारतीय उपमहाद्वीप, ईरान, अफ़्ग़ानिस्तान और अन्य क्षेत्रों पर क़ब्ज़ा कर के अपने साम्राज्य बनाने शुरू किये तो इसका प्रयोग इन क्षेत्रों की कई भाषाओँ में आ गया, जैसे कि हिन्दी-उर्दू, फ़ारसी, पश्तो, इत्यादि। इसका एक और रूप 'ख़ागान' है जिसका अर्थ है 'ख़ानों का ख़ान' या 'ख़ान-ए-ख़ाना', जो भारत में कभी प्रचलित नहीं हुआ। इसके बराबरी की स्त्रियों की उपाधियाँ ख़ानम और ख़ातून हैं।, Elena Vladimirovna Boĭkova, R. B. Rybakov, Otto Harrassowitz Verlag, 2006, ISBN 978-3-447-05416-4 .

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कुबलई ख़ान

कुबलई ख़ान कुबलई ख़ान या 'खुबिलाई ख़ान' (मंगोल: Хубилай хаан; चीनी: 忽必烈; २३ सितम्बर १२१५ – १८ फ़रवरी १२९४) मंगोल साम्राज्य का पाँचवा ख़ागान (सबसे बड़ा ख़ान शासक) था। उसने १२६० से १२९४ तक शासन किया। वह पूर्वी एशिया में युआन वंश का संस्थापक था। उसका राज्य प्रशान्त महासागर से लेकर यूराल तक और साइबेरिया से वर्तमान अफगानिस्तान तक फैला हुआ था जो विश्व के रहने योग्य क्षेत्रफल का २० प्रतिशत है। कुबलई ख़ान मंगोल साम्राज्य से संस्थापक चंगेज़ ख़ान का पोता और उसके सबसे छोटे बेटे तोलुइ ख़ान का बेटा था। उसकी माता सोरग़ोग़तानी बेकी (तोलुइ ख़ान की पत्नी) ने उसे और उसके भाइयों को बहुत निपुणता से पाला और परवारिक परिस्थितियों पर ऐसा नियंत्रण रखा कि कुबलई मंगोल साम्राज्य के एक बड़े भू-भाग का शासक बन सका।, Kathy Sammis, Walch Publishing, 2002, ISBN 978-0-8251-4369-4,...

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मंगोल साम्राज्य और सोंग राजवंश के बीच तुलना

मंगोल साम्राज्य 28 संबंध है और सोंग राजवंश 18 है। वे आम 5 में है, समानता सूचकांक 10.87% है = 5 / (28 + 18)।

संदर्भ

यह लेख मंगोल साम्राज्य और सोंग राजवंश के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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