हम Google Play स्टोर पर Unionpedia ऐप को पुनर्स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं
🌟हमने बेहतर नेविगेशन के लिए अपने डिज़ाइन को सरल बनाया!
Instagram Facebook X LinkedIn

भास्कर प्रथम का ज्या सन्निकटन सूत्र और माधवाचार्य की ज्या सारणी

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

भास्कर प्रथम का ज्या सन्निकटन सूत्र और माधवाचार्य की ज्या सारणी के बीच अंतर

भास्कर प्रथम का ज्या सन्निकटन सूत्र vs. माधवाचार्य की ज्या सारणी

भारत के महान गणितज्ञ भास्कर प्रथम ने अपने 'महाभास्करीय' नामक ग्रंथ में त्रिकोणमितीय फलन ज्या य (Sin x) का मान निकालने का एक परिमेय व्यंजक दिया है। यह पता नहीं है कि भास्कर ने यह सन्निकटन सूत्र कैसे निकाला होगा। किन्तु गणित के अनेकों इतिहासकारों ने अपने-अपने अनुमान लगाये हैं कि भास्कर ने यह सूत्र किस प्रकार निकाला होगा। यह सूत्र सुन्दर एवं सहज है तथा इसके द्वारा Sin x का पर्याप्त शुद्ध मान प्राप्त होता है। (p.104) महाभास्करीय में आठ अध्याय हैं। सातवें अध्याय के श्लोक १७, १८ और १९ में उन्होने sin x का सन्निकट मान (approximate value) निकालने का निम्नलिखित सूत्र दिया है- इस सूत्र को उन्होने आर्यभट्ट द्वारा दिया हुआ बताया है। इस सूत्र से प्राप्त ज्या य के मानों का आपेक्षिक त्रुटि 1.9% से कम है। (अधिकतम विचलन \frac - 1 \approx 1.859\% जो x. केरलीय गणित सम्प्रदाय के गणितज्ञ तथा खगोलशास्त्री माधवाचार्य ने चौदहवीं शताब्दी में विभिन्न कोणों के ज्या के मानों की एक सारणी निर्मित की थी। इस सारणी में चौबीस कोणों के ज्या के मान दिए गये हैं। जिन कोणों के ज्या के मान दिए गये हैं वे हैं: यह सारणी एक संस्कृत श्लोक के रूप में है जिसमें संख्यात्मक मानों को कटपयादि पद्धति का उपयोग करके निरूपित किया गया है। इससे सम्बन्धित माधव के मूल कार्य प्राप्त नहीं होते हैं किन्तु नीलकण्ठ सोमयाजि (1444–1544) के 'आर्यभटीयभाष्य' तथा शंकर वरियार (circa. 1500-1560) द्वारा रचित तन्त्रसंग्रह की 'युक्तिदीपिका/लघुवृत्ति' नामक टीका में भी हैं। .

भास्कर प्रथम का ज्या सन्निकटन सूत्र और माधवाचार्य की ज्या सारणी के बीच समानता

भास्कर प्रथम का ज्या सन्निकटन सूत्र और माधवाचार्य की ज्या सारणी आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

भास्कर प्रथम का ज्या सन्निकटन सूत्र और माधवाचार्य की ज्या सारणी के बीच तुलना

भास्कर प्रथम का ज्या सन्निकटन सूत्र 7 संबंध है और माधवाचार्य की ज्या सारणी 11 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (7 + 11)।

संदर्भ

यह लेख भास्कर प्रथम का ज्या सन्निकटन सूत्र और माधवाचार्य की ज्या सारणी के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: