2 संबंधों: तुल्यकालिक मोटर, परिवर्तनशील चाल ड्राइव।
तुल्यकालिक मोटर
त्रिफेजी तुल्यकालिक मोटर के रोटर का घूमना: स्टेटर में एक घूर्णी चुम्बकीय क्षेत्र बनता है जो तीनों वाइण्डिग्स के द्वारा उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र के योग के बराबर होता है। त्रिफेजी तुल्यकालिक मोटर का टॉर्क-स्पीड वक्र त्रिफेजी तुल्यकालिक मोटर के रोटर का घूमना: स्टेटर में एक घूर्णी चुम्बकीय क्षेत्र बनता है जो तीनों वाइण्डिग्स के द्वारा उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र के योग के बराबर होता है। त्रिफेजी तुल्यकालिक मोटर का टॉर्क-स्पीड वक्र तुल्यकालिक मोटर या सिन्क्रोनस मोटर प्रत्यावर्ती धारा से चलने वाली विद्युत मोटर है। इसका नाम तुल्याकालिका मोटर या सिन्क्रोनस मोटर इस कारण है क्योंकि इसके रोटर की घूर्णन गति ठीक-ठीक उतनी ही होती है जितनी स्टेटर में निर्मित घूर्णी चुम्बकीय क्षेत्र (rotating magnetic field) की गति होती है। इस मोटर का उपयोग प्रायः किसी लोड को घुमाने में नहीं किया जाता बल्कि शक्ति गुणांक को सुधारने में किया जाता है। विशेष स्थितियों में इसका उपयोग लोड चलाने में भी किया जाता है। सिन्क्रोनस चाल, जहाँ.
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परिवर्तनशील चाल ड्राइव
परिवर्तनीय चाल ड्राइव (Adjustable speed drive (ASD) or variable-speed drive (VSD)) का आशय ऐसे अवयव से है जो किसी मशीन के घूमने के चाल को आवश्यकतानुसार बदलने एवं किसी एक चाल्पर नियंत्रित करने आदि के काम आता है। मशीनों की चाल के नियंत्रण से उर्जा की बचत होती है एवं इनसे बने उत्पाद की गुणवत्ता बेहतर होती है। परिवर्तनीय चाल ड्राइव पूर्णतः यांत्रिक हो सकती है, विद्युतचुम्बकीय हो सकती है, हाइड्रालिक हो सकती है, या एलेक्ट्रानिक हो सकती है। आजकल पॉवर एलेक्ट्रानिक परिवर्तनशील चाल ड्राइव बहुतायत से प्रयोग की जा रही है। एसी मोटरों (जैसे प्रेरण मोटर, सिनक्रोनस मोटर आदि) के लिये प्रयुक्त परिवर्तनीय आवृत्ति ड्राइव, परिवर्तनशील चाल ड्राइव का एक रूप है। .
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