ब्रह्माण्ड पुराण और हिन्दू धर्म ग्रंथ
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ब्रह्माण्ड पुराण और हिन्दू धर्म ग्रंथ के बीच अंतर
ब्रह्माण्ड पुराण vs. हिन्दू धर्म ग्रंथ
ब्रह्माण्ड का वर्णन करनेवाले वायु ने व्यास जी को दिये हुए इस बारह हजार श्लोकों के पुराण में विश्व का पौराणिक भूगोल, विश्व खगोल, अध्यात्मरामायण आदि विषय हैं। हिंदू संस्कृति की स्वाभाविक व स्पष्ट रूपरेखा वैदिक साहित्य में सर्वाधिक पुराणों से ही मिलती हे, यद्यपि यह श्रेय वेदों को दिया जाता है। कहा जाता है कि वास्तव में वेद भी अपनी विषय व्याख्या के लिये पुराणों पर ही आश्रित हैं। . वैदिक सनातन वर्णाश्रम व्यक्ति प्रवर्तित धर्म नहीं है। इसका आधार वेदादि धर्मग्रन्थ है, जिनकी संख्या बहुत बड़ी है। ये सब दो विभागों में विभक्त हैं-.
ब्रह्माण्ड पुराण और हिन्दू धर्म ग्रंथ के बीच समानता
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संदर्भ
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