फ़ारुख़ शेख़ और हिंदी चलचित्र, १९८० दशक के बीच समानता
फ़ारुख़ शेख़ और हिंदी चलचित्र, १९८० दशक आम में 4 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): चश्मेबद्दूर (1981 फ़िल्म), किसी से न कहना (1983 फ़िल्म), उमराव जान, ऋषिकेश मुखर्जी।
चश्मेबद्दूर (1981 फ़िल्म)
चश्मेबद्दूर 1981 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .
चश्मेबद्दूर (1981 फ़िल्म) और फ़ारुख़ शेख़ · चश्मेबद्दूर (1981 फ़िल्म) और हिंदी चलचित्र, १९८० दशक ·
किसी से न कहना (1983 फ़िल्म)
किसी से न कहना १९८३ में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। .
किसी से न कहना (1983 फ़िल्म) और फ़ारुख़ शेख़ · किसी से न कहना (1983 फ़िल्म) और हिंदी चलचित्र, १९८० दशक ·
उमराव जान
उमराव जान 1981 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। यह फ़िल्म मिर्ज़ा हादी रुस्वा (1857 से 1931) के उपन्यास उमराव जान ‘अदा’ पर आधारित है। इस बात को लेकर आज भी विवाद है कि उमराव जान कोई वास्तविक चरित्र था या फिर मिर्ज़ा हादी रुस्वा की कल्पना.
उमराव जान और फ़ारुख़ शेख़ · उमराव जान और हिंदी चलचित्र, १९८० दशक ·
ऋषिकेश मुखर्जी
ऋषिकेश मुखर्जी एक भारतीय फिल्मकार थे। हृषिकेश दा का भारतीय सिनेमा जगत में अपने विशिष्ट योगदान के लिए जाने जाते हैं। .
ऋषिकेश मुखर्जी और फ़ारुख़ शेख़ · ऋषिकेश मुखर्जी और हिंदी चलचित्र, १९८० दशक ·
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या फ़ारुख़ शेख़ और हिंदी चलचित्र, १९८० दशक लगती में
- यह आम फ़ारुख़ शेख़ और हिंदी चलचित्र, १९८० दशक में है क्या
- फ़ारुख़ शेख़ और हिंदी चलचित्र, १९८० दशक के बीच समानता
फ़ारुख़ शेख़ और हिंदी चलचित्र, १९८० दशक के बीच तुलना
फ़ारुख़ शेख़ 32 संबंध है और हिंदी चलचित्र, १९८० दशक 195 है। वे आम 4 में है, समानता सूचकांक 1.76% है = 4 / (32 + 195)।
संदर्भ
यह लेख फ़ारुख़ शेख़ और हिंदी चलचित्र, १९८० दशक के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: