प्राकृतिक भाषा संसाधन और भाषाविज्ञान
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
प्राकृतिक भाषा संसाधन और भाषाविज्ञान के बीच अंतर
प्राकृतिक भाषा संसाधन vs. भाषाविज्ञान
स्वचालित ऑनलाइन सहायक आजकल बहुत उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं। प्राकृतिक भाषा संसाधन (एनएलपी) कम्प्यूटर विज्ञान, कृत्रिम बुद्धि तथा भाषा विज्ञान का एक क्षेत्र है तथा मानव (प्राकृतिक) भाषाओं और कंप्यूटर के अन्तःक्रियाओं से सम्बन्धित है। प्राकृतिक भाषा संसाधन, कम्प्यूटर के द्वारा, मानव द्वारा कही या लिखी भाषा से अर्थ निकालने का काम करता है। इसके अलावा प्राकृतिक भाषा का सृजन (लिखित या वाचित रूप में) करने के लिए भी एनएलपी प्रयुक्त होता है। . भाषाविज्ञान भाषा के अध्ययन की वह शाखा है जिसमें भाषा की उत्पत्ति, स्वरूप, विकास आदि का वैज्ञानिक एवं विश्लेषणात्मक अध्ययन किया जाता है। भाषा विज्ञान के अध्ययेता 'भाषाविज्ञानी' कहलाते हैं। भाषाविज्ञान, व्याकरण से भिन्न है। व्याकरण में किसी भाषा का कार्यात्मक अध्ययन (functional description) किया जाता है जबकि भाषाविज्ञानी इसके आगे जाकर भाषा का अत्यन्त व्यापक अध्ययन करता है। अध्ययन के अनेक विषयों में से आजकल भाषा-विज्ञान को विशेष महत्त्व दिया जा रहा है। .
प्राकृतिक भाषा संसाधन और भाषाविज्ञान के बीच समानता
प्राकृतिक भाषा संसाधन और भाषाविज्ञान आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या प्राकृतिक भाषा संसाधन और भाषाविज्ञान लगती में
- यह आम प्राकृतिक भाषा संसाधन और भाषाविज्ञान में है क्या
- प्राकृतिक भाषा संसाधन और भाषाविज्ञान के बीच समानता
प्राकृतिक भाषा संसाधन और भाषाविज्ञान के बीच तुलना
प्राकृतिक भाषा संसाधन 10 संबंध है और भाषाविज्ञान 54 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (10 + 54)।
संदर्भ
यह लेख प्राकृतिक भाषा संसाधन और भाषाविज्ञान के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: