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पश्च-औद्योगिक समाज

सूची पश्च-औद्योगिक समाज

समाज विज्ञान के सन्दर्भ में पश्च-औद्योगिक समाज (post-industrial society) समाज के विकास की वह अवस्था है जिसमें सेवा क्षेत्र द्वारा जनित आय निर्माण क्षेत्र द्वारा जनित आय से अधिक होती है। .

सामग्री की तालिका

  1. 4 संबंधों: समाज, सामाजिक विज्ञान, विकास, कृषिक समाज

  2. उत्तर आधुनिकतावाद
  3. सामाजिक दर्शन
  4. सूचना अर्थव्यवस्था

समाज

समाज एक से अधिक लोगों के समुदाय को कहते हैं जिसमें सभी व्यक्ति मानवीय क्रियाकलाप करते है। मानवीय क्रियाकलाप में आचरण, सामाजिक सुरक्षा और निर्वाह आदि की क्रियाएं सम्मिलित होती है। समाज लोगों का ऐसा समूह होता है जो अपने अंदर के लोगों के मुकाबले अन्य समूहों से काफी कम मेलजोल रखता है। किसी समाज के अंतर्गत आने वाले व्यक्ति एक दूसरे के प्रति परस्पर स्नेह तथा सहृदयता का भाव रखते हैं। दुनिया के सभी समाज अपनी एक अलग पहचान बनाते हुए अलग-अलग रस्मों-रिवाज़ों का पालन करते हैं। .

देखें पश्च-औद्योगिक समाज और समाज

सामाजिक विज्ञान

सामाजिक विज्ञान (Social science) मानव समाज का अध्ययन करने वाली शैक्षिक विधा है। प्राकृतिक विज्ञानों के अतिरिक्त अन्य विषयों का एक सामूहिक नाम है 'सामाजिक विज्ञान'। इसमें नृविज्ञान, पुरातत्व, अर्थशास्त्र, भूगोल, इतिहास, विधि, भाषाविज्ञान, राजनीति शास्त्र, समाजशास्त्र, अंतरराष्ट्रीय अध्ययन और संचार आदि विषय सम्मिलित हैं। कभी-कभी मनोविज्ञान को भी इसमें शामिल कर लिया जाता है। .

देखें पश्च-औद्योगिक समाज और सामाजिक विज्ञान

विकास

विकास नाम से कई लेख हैं:-.

देखें पश्च-औद्योगिक समाज और विकास

कृषिक समाज

कृषिक समाज (agrarian society या agricultural society) उन समाजों को कहते हैं जिनका मुख्य कार्य कृषि से समन्धित कार्य (जैसे फसल उगाना) होता है। किसी देश के सकल घरेलू उत्पाद में कृषि का अंश कितना है, इससे पता चलता है कि वह समाज कृषिक है या नहीं। कृषिक समाज में खेती करना ही धन उगाने का प्रमुख साधन होता है कृषिक समाज विश्व के विभिन्न भागों में १०,००० वर्षो पूर्व से लेकर अब तक पाये जाते हैं। .

देखें पश्च-औद्योगिक समाज और कृषिक समाज

यह भी देखें

उत्तर आधुनिकतावाद

सामाजिक दर्शन

सूचना अर्थव्यवस्था