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नील हरित शैवाल और स्‍लॉथ

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

नील हरित शैवाल और स्‍लॉथ के बीच अंतर

नील हरित शैवाल vs. स्‍लॉथ

नील हरित शैवाल (अंग्रेज़ी:ब्लू-ग्रीन ऐल्गी, सायनोबैक्टीरिया) एक जीवाणु फायलम होता है, जो प्रकाश संश्लेषण से ऊर्जा उत्पादन करते हैं। यहां जीवाणु के नीले रंग के कारण इसका नाम सायनो (यूनानी:κυανός अर्थात नीला) से पड़ा है। नील हरित काई वायुमंडलीय नाइट्रोजन यौगिकीकरण कर, धान के फसल को आंशिक मात्रा में की नाइट्रोजन पूर्ति करता है। यह जैविक खाद नत्रजनधारी रासायनिक उर्वरक का सस्ता व सुलभ विकल्प है जो धान के फसल को, न सिर्फ 25-30 किलो ग्राम नत्रजन प्रति हैक्टेयर की पूर्ति करता है, बल्कि उस धान के खेत में नील हरित काई के अवशेष से बने सेन्द्रीय खाद के द्वारा उसकी गुणवत्ता व उर्वरता कायम रखने में मददगार साबित होती है। . स्‍लॉथ (Sloth) दक्षिण व मध्य अमेरिका में पाया जाने वाला मध्यम आकार का एक शाकाहारी स्तनधारी प्राणी है। यह धीमी गति से हिलने के लिये प्रसिद्ध है और लोक-कल्पना में इसे एक बहुत आलसी जानवर समझा जाता है। स्‍लॉथ की छह जातियाँ हैं जो दो जीववैज्ञानिक कुलों में विभाजित हैं: दो-ऊँगली वाले मेगालोनिकिडाए (Megalonychidae) और तीन-ऊँगली वाले ब्रैडिपोडिडाए (Bradypodidae)। आधुनिक स्‍लॉथ जंगल के वृक्षों में ही रहते हैं हालांकि अतीत में इनकी समुद्र में तैर सकने वाली जलीय और हाथी-जैसे बड़े आकार की धरती पर घूमने वाली जातियाँ भी थीं जो हज़ारों या लाखों वर्ष पूर्व विलुप्त हो चुकी हैं। स्‍लॉथ पिलोसा (Pilosa) नामक जीववैज्ञानिक गण में शामिल हैं जिसमें चींटीख़ोर (anteaters) भी आते हैं, यानि स्‍लॉथों और चींटीख़ोरों का आनुवंशिक (जेनेटिक) सम्बन्ध है। .

नील हरित शैवाल और स्‍लॉथ के बीच समानता

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संदर्भ

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