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निषाद और शास्त्रीय संगीत

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

निषाद और शास्त्रीय संगीत के बीच अंतर

निषाद vs. शास्त्रीय संगीत

भारतीय शास्त्रीय संगीत के सात स्वरों में से पहला स्वर। निषाद दो प्रकार के होते हैं- कोमल निषाद और शुद्ध निषाद। श्रेणी:भारतीय संगीत के स्वर. भारतीय शास्त्रीय संगीत या मार्ग, भारतीय संगीत का अभिन्न अंग है। शास्त्रीय संगीत को ही ‘क्लासिकल म्जूजिक’ भी कहते हैं। शास्त्रीय गायन ध्वनि-प्रधान होता है, शब्द-प्रधान नहीं। इसमें महत्व ध्वनि का होता है (उसके चढ़ाव-उतार का, शब्द और अर्थ का नहीं)। इसको जहाँ शास्त्रीय संगीत-ध्वनि विषयक साधना के अभ्यस्त कान ही समझ सकते हैं, अनभ्यस्त कान भी शब्दों का अर्थ जानने मात्र से देशी गानों या लोकगीत का सुख ले सकते हैं। इससे अनेक लोग स्वाभाविक ही ऊब भी जाते हैं पर इसके ऊबने का कारण उस संगीतज्ञ की कमजोरी नहीं, लोगों में जानकारी की कमी है। .

निषाद और शास्त्रीय संगीत के बीच समानता

निषाद और शास्त्रीय संगीत आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।

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निषाद और शास्त्रीय संगीत के बीच तुलना

निषाद 1 संबंध नहीं है और शास्त्रीय संगीत 21 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (1 + 21)।

संदर्भ

यह लेख निषाद और शास्त्रीय संगीत के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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