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द्रव्यमान वर्णक्रममाप और विद्युत आवेश

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

द्रव्यमान वर्णक्रममाप और विद्युत आवेश के बीच अंतर

द्रव्यमान वर्णक्रममाप vs. विद्युत आवेश

द्रव्यमान वर्णक्रममाप (Mass spectrometry) एक विश्लेषणात्मक तकनीक है जिस के द्वारा किसी मिश्रण में उपस्थित पृथक रासायनिक जातियों को पहले आयनित कर के विद्युत आवेश दिया जाता है और फिर उनके द्रव्यमान-से-आवेश अनुपात (mass to charge ratio) के आधार पर अलग-अलग करा जाता है। इस तकनीक के द्वारा किसी भी मिश्रित सामग्री में मौजूद अलग-अलग रासायनों का पता लगाया जा सकता है। . विद्युत आवेश कुछ उपपरमाणवीय कणों में एक मूल गुण है जो विद्युतचुम्बकत्व का महत्व है। आवेशित पदार्थ को विद्युत क्षेत्र का असर पड़ता है और वह ख़ुद एक विद्युत क्षेत्र का स्रोत हो सकता है। आवेश पदार्थ का एक गुण है! पदार्थो को आपस में रगड़ दिया जाये तो उनमें परस्पर इलेक्ट्रोनों के आदान प्रदान के फलस्वरूप आकर्षण का गुण आ जाता है। .

द्रव्यमान वर्णक्रममाप और विद्युत आवेश के बीच समानता

द्रव्यमान वर्णक्रममाप और विद्युत आवेश आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): विद्युत्-क्षेत्र

विद्युत्-क्षेत्र

किसी ऋणावेशित अनन्त चादर के ऊपर यदि एक धनावेशित बिन्दु आवेश लटका हो तो वहाँ विद्युत क्षेत्र रेखाएँ इस प्रकार होंगी। यदि किसी स्थान पर स्थित किसी स्थिर आवेशित कण पर बल लगता है तो कहते हैं कि उस स्थान पर विद्युत्-क्षेत्र (electric field) है। विद्युत क्षेत्र आवेशित कणों के द्वारा उत्पन्न होता है या समय के साथ परिवर्तित हो रहे चुम्बकीय क्षेत्र के कारण। विद्युत क्षेत्र की अवधारणा सबसे पहले माइकल फैराडे ने प्रस्तुत की थी। श्रेणी:विद्युत.

द्रव्यमान वर्णक्रममाप और विद्युत्-क्षेत्र · विद्युत आवेश और विद्युत्-क्षेत्र · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

द्रव्यमान वर्णक्रममाप और विद्युत आवेश के बीच तुलना

द्रव्यमान वर्णक्रममाप 13 संबंध है और विद्युत आवेश 6 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 5.26% है = 1 / (13 + 6)।

संदर्भ

यह लेख द्रव्यमान वर्णक्रममाप और विद्युत आवेश के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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