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त्रिक्षेत्रीय सिद्धांत और नि‍र्यात

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

त्रिक्षेत्रीय सिद्धांत और नि‍र्यात के बीच अंतर

त्रिक्षेत्रीय सिद्धांत vs. नि‍र्यात

त्रिक्षेत्रीय सिद्धांत (Three-sector theory) एक आर्थिक-सिद्धांत है जो अर्थव्यवस्थाओं को तीन भागों में बांटता है: प्राथमिक (कृषि, शिकार, खनन), द्वितीय (विनिर्माण या मैन्युफ़ैक्चरिंग) और तृतीय (सेवाएँ)। इसके अनुसार इन तीनों क्षेत्रों की अलग-अलग आवश्यकताएँ और विकास-क्रम होते हैं और यह तीन किसी देश, राज्य या समाज के आर्थिक विकास के अलग-अलग स्तर दर्शाते हैं। इस सिद्धांत की व्याख्या ऐलन फ़िशर, कॉलिन क्लार्क और झ़ों फ़ुरास्तये नामक तीन अर्थशात्रियों ने की थी। . वस्तुओं एवं सेवाओं को किसी देश से दूसरे देशों में भेजना निर्यात (export) कहलाता है। .

त्रिक्षेत्रीय सिद्धांत और नि‍र्यात के बीच समानता

त्रिक्षेत्रीय सिद्धांत और नि‍र्यात आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।

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त्रिक्षेत्रीय सिद्धांत और नि‍र्यात के बीच तुलना

त्रिक्षेत्रीय सिद्धांत 13 संबंध है और नि‍र्यात 1 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (13 + 1)।

संदर्भ

यह लेख त्रिक्षेत्रीय सिद्धांत और नि‍र्यात के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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