तुर्किस्तान शृंखला और पामीर-अलाय के बीच समानता
तुर्किस्तान शृंखला और पामीर-अलाय आम में 6 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): ताजिकिस्तान, मध्य एशिया, ज़रफ़शान शृंखला, किर्गिज़स्तान, अलाय पर्वत शृंखला, उज़्बेकिस्तान।
ताजिकिस्तान
अंतरिक्ष से ताजिकिस्तान का मंज़र ताज़िकिस्तान (ताजिक: Тоҷикистон,, तोजिकिस्तोन) मध्य एशिया मे स्थित एक देश है जो चारों ओर से ज़मीन से घिरा (स्थलवेष्ठित) है। यह पहले सोवियत संघ का हिस्सा था और उस देश के विघटन के बाद सन् १९९१ में एक स्वतंत्र देश बना। १९९२-९७ के काल में गृहयुद्धों की मार झेल चुके इस देश की कूटनीतिक-भौगोलिक स्थिति बहुत महत्वपूर्ण है। यह उज़बेकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान, किर्गिज़स्तान तथा चीन के मध्य स्थित है। इसके अलावा पाकिस्तान के उत्तरी इलाके से इसे केवल अफ़ग़ानिस्तान के बदख़्शान प्रान्त का पतला-सा वाख़ान गलियारा ही अलग करता है। ताजिकिस्तान की राजधानी दुशानबे शहर है और यहाँ की भाषा को ताजिक कहा जाता है जो फ़ारसी भाषा का एक रूप माना जाता है। इस भाषा को सीरीलिक अक्षरों में लिखा जाता है जिसमें रूसी तथा कुछ अन्य भाषाएँ भी लिखी जाती हैं। .
ताजिकिस्तान और तुर्किस्तान शृंखला · ताजिकिस्तान और पामीर-अलाय ·
मध्य एशिया
मध्य एशिया एशिया के महाद्वीप का मध्य भाग है। यह पूर्व में चीन से पश्चिम में कैस्पियन सागर तक और उत्तर में रूस से दक्षिण में अफ़ग़ानिस्तान तक विस्तृत है। भूवैज्ञानिकों द्वारा मध्य एशिया की हर परिभाषा में भूतपूर्व सोवियत संघ के पाँच देश हमेशा गिने जाते हैं - काज़ाख़स्तान, किरगिज़स्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज़बेकिस्तान। इसके अलावा मंगोलिया, अफ़ग़ानिस्तान, उत्तरी पाकिस्तान, भारत के लद्दाख़ प्रदेश, चीन के शिनजियांग और तिब्बत क्षेत्रों और रूस के साइबेरिया क्षेत्र के दक्षिणी भाग को भी अक्सर मध्य एशिया का हिस्सा समझा जाता है। इतिहास में मध्य एशिया रेशम मार्ग के व्यापारिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है। चीन, भारतीय उपमहाद्वीप, ईरान, मध्य पूर्व और यूरोप के बीच लोग, माल, सेनाएँ और विचार मध्य एशिया से गुज़रकर ही आते-जाते थे। इस इलाक़े का बड़ा भाग एक स्तेपी वाला घास से ढका मैदान है हालाँकि तियान शान जैसी पर्वत शृंखलाएँ, काराकुम जैसे रेगिस्तान और अरल सागर जैसी बड़ी झीलें भी इस भूभाग में आती हैं। ऐतिहासिक रूप मध्य एशिया में ख़ानाबदोश जातियों का ज़ोर रहा है। पहले इसपर पूर्वी ईरानी भाषाएँ बोलने वाली स्किथी, बैक्ट्रियाई और सोग़दाई लोगों का बोलबाला था लेकिन समय के साथ-साथ काज़ाख़, उज़बेक, किरगिज़ और उईग़ुर जैसी तुर्की जातियाँ अधिक शक्तिशाली बन गई।Encyclopædia Iranica, "CENTRAL ASIA: The Islamic period up to the Mongols", C. Edmund Bosworth: "In early Islamic times Persians tended to identify all the lands to the northeast of Khorasan and lying beyond the Oxus with the region of Turan, which in the Shahnama of Ferdowsi is regarded as the land allotted to Fereydun's son Tur.
तुर्किस्तान शृंखला और मध्य एशिया · पामीर-अलाय और मध्य एशिया ·
ज़रफ़शान शृंखला
अन्ज़ोब दर्रे के पास ज़रफ़शान पर्वत ज़रफ़शान पर्वत शृंखला (रूसी: Зеравшанский хребет, ज़ेरवशान्स्की ख़्रेबेत; अंग्रेज़ी: Zarafshan Range) मध्य एशिया में ताजिकिस्तान और उज़्बेकिस्तान की एक पर्वत शृंखला है जो पामीर-अलाय पर्वत मंडल का एक भाग है। यह ३७० किमी लम्बी शृंखला ज़रफ़शान नदी से दक्षिण में विस्तृत हैं और पूर्व-पश्चिम दिशा में ताजिकिस्तान के सुग़्द प्रान्त के दक्षिण हिस्से से गुज़रती है। ज़रफ़शान पर्वतों का सबसे ऊँचा पहाड़ ५,४८९ मीटर ऊँचा चिमतर्गा पर्वत (Чимтарга, Chimtarga) है। सुग़्द प्रान्त के पंजाकॅन्त शहर से आगे यह शृंखला उज़्बेकिस्तान में दाख़िल हो जाती है जहाँ इसके पहाड़ों की ऊँचाई १,५०० से २,००० मीटर तक कम होती जाती है। उज़्बेकिस्तान में ज़रफ़शान पर्वत समरक़न्द प्रान्त और सुरख़ानदरिया प्रान्त के बीच की प्रांतीय सरहद माने जाते हैं। यहाँ से आगे जाकर यह पहाड़ धीरे-धीरे समरक़न्द से दक्षिण-पश्चिम के रेगिस्तानी क्षेत्र में लुप्त हो जाते हैं। .
ज़रफ़शान शृंखला और तुर्किस्तान शृंखला · ज़रफ़शान शृंखला और पामीर-अलाय ·
किर्गिज़स्तान
किर्ग़िज़स्तान, आधिकारिक तौर पर किर्ग़िज़ गणतंत्र, मध्य एशिया में स्थित एक देश है। चारों तरफ जमीन और पहाड़ियों से घिरे इस देश की सीमा उत्तर में कज़ाख़िस्तान, पश्चिम में उज़्बेकिस्तान, दक्षिण पश्चिम में ताजिकिस्तान और पूर्व में चीन से मिलती है। "किरगिज़", जिससे देश का नाम पड़ा है, शब्द की उत्पति मूलतः "चालीस लड़कियां" या फिर "चालीस जनजातियां" मानी जाती है। जो संभवतः महानायक मानस की ओर इंगित करती हैं, जिन्होंने किंवदंती के अनुसार, खितान के खिलाफ चालीस जनजातियों को एकजुट किया था। किर्ग़िज़स्तान के झंडे में सूर्य की चालीस किरणें मानस के इन्हीं चालीस जनजातियों का प्रतीक हैं। .
किर्गिज़स्तान और तुर्किस्तान शृंखला · किर्गिज़स्तान और पामीर-अलाय ·
अलाय पर्वत शृंखला
इस नक़्शे में अलाय (Alai) पर्वत देखे जा सकते हैं अलाय पर्वत शृंखला (किरगिज़: Алай тоо кыркасы, अंग्रेज़ी: Alay Mountains) मध्य एशिया में किर्गिज़स्तान के तियान शान पर्वतों से पश्चिम में ताजिकिस्तान तक ३५० किमी की लम्बाई तय करने वाली पामीर-अलाय पर्वतों की एक शाखा है। इस शृंखला का सबसे ऊँचा पहाड़ ५,५४४ मीटर लम्बा 'पिक तन्दिकूल' (пик Тандыкуль, Pik Tandykul) है। इस शृंखला की दक्षिणी ढलानों से कई नदी-झरने वख़्श नदी में एकत्रित होते हैं जो आमू दरिया की एक उपनदी है। इसकी उत्तरी ढलानों से उभरने वाले झरनों का पानी फरग़ना वादी की तरफ़ उतरता है और सिर दरिया की उपनदियों को जल देता है। .
अलाय पर्वत शृंखला और तुर्किस्तान शृंखला · अलाय पर्वत शृंखला और पामीर-अलाय ·
उज़्बेकिस्तान
एशिया के केन्द्रीय भाग में स्थित एक देश है जो चारो ओर से जमीन से घिरा है। इतना ही नहीं, इसके चहुँदिश के देश की खुद भी समुद्र तक कोई पहुँच नहीं है। इसके उत्तर में कज़ाख़िस्तान, पूरब में ताज़िकिस्तान दक्षिण में तुर्कमेनिस्तान और अफ़गानिस्तान स्थित है। यह 1991 तक सोवियत संघ का एक घटक था। उज़्बेकिस्तान के प्रमुख शहरों में राजधानी ताशकंत के अलावा समरकंद तथा बुख़ारा का नाम प्रमुखता से लिया जा सकता है। यहाँ के मूल निवासी मुख्यतः उज़्बेक नस्ल के हैं, जो बोलचाल में उज्बेक भाषा का प्रयोग करते हैं। .
उज़्बेकिस्तान और तुर्किस्तान शृंखला · उज़्बेकिस्तान और पामीर-अलाय ·
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या तुर्किस्तान शृंखला और पामीर-अलाय लगती में
- यह आम तुर्किस्तान शृंखला और पामीर-अलाय में है क्या
- तुर्किस्तान शृंखला और पामीर-अलाय के बीच समानता
तुर्किस्तान शृंखला और पामीर-अलाय के बीच तुलना
तुर्किस्तान शृंखला 20 संबंध है और पामीर-अलाय 15 है। वे आम 6 में है, समानता सूचकांक 17.14% है = 6 / (20 + 15)।
संदर्भ
यह लेख तुर्किस्तान शृंखला और पामीर-अलाय के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: