6 संबंधों: पवन उर्जा, सागर, सौर ऊर्जा, ज्वार-भाटा, विद्युत शक्ति, अक्षय ऊर्जा।
पवन उर्जा
पवन के गतिज ऊर्जा का उपयोग कर पवनचक्कियों द्वारा पैदा की गयी ऊर्जा पवन ऊर्जा कहलाती है। यह एक गैर-परंपरागत ऊर्जा स्रोत है। भूमि के वैसे क्षेत्रों में जहाँ साल के ज्यादातर हिस्सों में गतिमान पवन मौजूद है, पवन चक्कियाँ लगाने के लिए आदर्श क्षेत्र है। इसमें जमीन की सतह से कुछ ऊँचाई पर जेनरेटर लगाए जाते हैं जो पवन की उपलब्धता के अनुसार बिजली का उत्पादन होता है। पवन ऊर्जा के उत्पादन में भारत का पाँचवा स्थान है। श्रेणी:विज्ञान.
नई!!: ज्वारीय शक्ति और पवन उर्जा · और देखें »
सागर
कोई विवरण नहीं।
नई!!: ज्वारीय शक्ति और सागर · और देखें »
सौर ऊर्जा
विश्व के विभिन्न भागों का औसत सौर विकिरण (आतपन, सूर्यातप)। इस चित्र में जो छोटे-छोटे काले बिन्दु दिखाये गये हैं, यदि उनके ऊपर गिरने वाले सम्पूर्ण सौर विकिरण का उपयोग कर लिया जाय तो विश्व में उपयोग की जा रही सम्पूर्ण ऊर्जा (लगभग 18 टेरावाट) की आपूर्ति इससे ही हो जायेगी। यूएसए के कैलिफोर्निया के सान बर्नार्डिनो में 354 MW वाला SEGS सौर कम्प्लेक्स सौर ऊर्जा वह उर्जा है जो सीधे सूर्य से प्राप्त की जाती है। सौर ऊर्जा ही मौसम एवं जलवायु का परिवर्तन करती है। यहीं धरती पर सभी प्रकार के जीवन (पेड़-पौधे और जीव-जन्तु) का सहारा है। वैसे तो सौर उर्जा के विविध प्रकार से प्रयोग किया जाता है, किन्तु सूर्य की उर्जा को विद्युत उर्जा में बदलने को ही मुख्य रूप से सौर उर्जा के रूप में जाना जाता है। सूर्य की उर्जा को दो प्रकार से विदुत उर्जा में बदला जा सकता है। पहला प्रकाश-विद्युत सेल की सहायता से और दूसरा किसी तरल पदार्थ को सूर्य की उष्मा से गर्म करने के बाद इससे विद्युत जनित्र चलाकर। .
नई!!: ज्वारीय शक्ति और सौर ऊर्जा · और देखें »
ज्वार-भाटा
धरती पर स्थित सागरों के जल-स्तर का सामान्य-स्तर से ऊपर उठना ज्वार तथा नीचे गिरना भाटा कहलाता है। ज्वार-भाटा की घटना केवल सागर पर ही लागू नहीं होती बल्कि उन सभी चीजों पर लागू होतीं हैं जिन पर समय एवं स्थान के साथ परिवर्तनशील गुरुत्व बल लगता है। (जैसे ठोस जमीन पर भी) पृथ्वी, चन्द्रमा और सूर्य की पारस्परिक गुरुत्वाकर्षण शक्ति की क्रियाशीलता ही ज्वार-भाटा की उत्पत्ति का प्रमुख कारण हैं। .
नई!!: ज्वारीय शक्ति और ज्वार-भाटा · और देखें »
विद्युत शक्ति
किसी विद्युत परिपथ में जिस दर से विद्युत उर्जा स्थानान्तरित होती है उसे विद्युत शक्ति (Electric power) कहते हैं। इसका एसआई मात्रक 'वाट' (W) है। किसी परिपथ के दो नोडों के बीच विभवान्तर v(t) हो तथा इस शाखा में धारा i(t) हो तो उस शाखा द्वारा ली गयी विद्युतशक्ति, .
नई!!: ज्वारीय शक्ति और विद्युत शक्ति · और देखें »
अक्षय ऊर्जा
अक्षय उर्जा या नवीकरणीय ऊर्जा (अंग्रेजी:Renewable Energy) में वे सारी उर्जा शामिल हैं जो प्रदूषणकारक नहीं हैं तथा जिनके स्रोत का क्षय नहीं होता, या जिनके स्रोत का पुनः-भरण होता रहता है। सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, जलविद्युत उर्जा, ज्वार-भाटा से प्राप्त उर्जा, बायोमास, जैव इंधन आदि नवीनीकरणीय उर्जा के कुछ उदाहरण हैं। .
नई!!: ज्वारीय शक्ति और अक्षय ऊर्जा · और देखें »