लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

ज्योतिष और सारावली

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

ज्योतिष और सारावली के बीच अंतर

ज्योतिष vs. सारावली

ज्‍योतिष या ज्यौतिष विषय वेदों जितना ही प्राचीन है। प्राचीन काल में ग्रह, नक्षत्र और अन्‍य खगोलीय पिण्‍डों का अध्‍ययन करने के विषय को ही ज्‍योतिष कहा गया था। इसके गणित भाग के बारे में तो बहुत स्‍पष्‍टता से कहा जा सकता है कि इसके बारे में वेदों में स्‍पष्‍ट गणनाएं दी हुई हैं। फलित भाग के बारे में बहुत बाद में जानकारी मिलती है। भारतीय आचार्यों द्वारा रचित ज्योतिष की पाण्डुलिपियों की संख्या एक लाख से भी अधिक है। प्राचीनकाल में गणित एवं ज्यौतिष समानार्थी थे परन्तु आगे चलकर इनके तीन भाग हो गए।. कल्याण वर्मा द्वारा रचित सारावली मे ज्योतिष का जो रूप प्रस्तुत किया गया है, उसके द्वारा हमें पूर्ण रूप से भूत काल वर्तमान काल और भविष्य काल का ज्ञान करने मे कोई परेशानी नही होती है।ज्योतिष की जानकारी के लिये सारावली मे कल्याण वर्मा ने जो कथन अपनी लेखनी से संवत १२४५ मे (आज से ८२० साल पहले) किया था, वह आज भी देश काल और परिस्थिति के अनुसार शत प्रतिशत खरा उतरता है। इनके द्वारा लिखे गये ग्रंथ सारावली मे ५४ अध्यायों जो भी ज्योतिष मे है, सब कुछ लिख दिया गया है, और जो लिखा है वह ऐसा लगता है कि वह भी आज को ही देख्कर लिखा गया है, भले ही यह सारावली अन्य देश, काल, और परिस्थिति के अनुरूप सही मिले, पर भारतीय परिस्थितियों मे यह पूरी तरह से फलादेश करने पर सही उतरता है। इस ग्रंथ में हर वैदिक ग्रंथ की तरह पहले अध्याय में मंगलाचरण का समावेश किया गया है और दूसरे अध्याय से ज्योतिष की हर राह को बताया गया है। इनके द्वारा लिखी गई सारावली का सूक्ष्म विवरण इस प्रकार से है:-.

ज्योतिष और सारावली के बीच समानता

ज्योतिष और सारावली आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

ज्योतिष और सारावली के बीच तुलना

ज्योतिष 17 संबंध है और सारावली 5 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (17 + 5)।

संदर्भ

यह लेख ज्योतिष और सारावली के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »