लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
इंस्टॉल करें
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

जनकपुर अंचल और सिंधुली जिला

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

जनकपुर अंचल और सिंधुली जिला के बीच अंतर

जनकपुर अंचल vs. सिंधुली जिला

जनकपुर अंचल मध्य नेपाल में पड़ता हे, इस अंचल के पुर्व में सगरमाथा अंचल, दक्षिणमे भारतीय राज्य विहार पस्चिम में नारायणी अंचल व बागमती अंचल उत्तरमे चिनके स्वसासीत क्षेत्र तिब्बत पड़ता है। इस अंचल में पडने वाला हिम शिखर गौरी शंकर के रेफरेन्स में नेपाल का राष्ट्रीय समय निर्धारण कियागया है। रामायण की पात्र सीता का जन्म जनकपुर में हुआ था इस अंचलका नाम इस ही "जनकपुर" नामक स्थान के नाम से रखा गया है। इस अन्चल में दोलखा जिला, रामेछाप जिला, सिन्धुली जिला, धनुषा जिला, मोहोत्तरी जिला व सर्लाही जिला कर के छ:ह जिले पडते हैं। . नेपाल के जनकपुर प्रान्त का जिला। श्रेणी:नेपाल के जिले.

जनकपुर अंचल और सिंधुली जिला के बीच समानता

जनकपुर अंचल और सिंधुली जिला आम में 2 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): नेपाल, जनकपुर अंचल

नेपाल

नेपाल, (आधिकारिक रूप में, संघीय लोकतान्त्रिक गणराज्य नेपाल) भारतीय उपमहाद्वीप में स्थित एक दक्षिण एशियाई स्थलरुद्ध हिमालयी राष्ट्र है। नेपाल के उत्तर मे चीन का स्वायत्तशासी प्रदेश तिब्बत है और दक्षिण, पूर्व व पश्चिम में भारत अवस्थित है। नेपाल के ८१ प्रतिशत नागरिक हिन्दू धर्मावलम्बी हैं। नेपाल विश्व का प्रतिशत आधार पर सबसे बड़ा हिन्दू धर्मावलम्बी राष्ट्र है। नेपाल की राजभाषा नेपाली है और नेपाल के लोगों को भी नेपाली कहा जाता है। एक छोटे से क्षेत्र के लिए नेपाल की भौगोलिक विविधता बहुत उल्लेखनीय है। यहाँ तराई के उष्ण फाँट से लेकर ठण्डे हिमालय की श्रृंखलाएं अवस्थित हैं। संसार का सबसे ऊँची १४ हिम श्रृंखलाओं में से आठ नेपाल में हैं जिसमें संसार का सर्वोच्च शिखर सागरमाथा एवरेस्ट (नेपाल और चीन की सीमा पर) भी एक है। नेपाल की राजधानी और सबसे बड़ा नगर काठमांडू है। काठमांडू उपत्यका के अन्दर ललीतपुर (पाटन), भक्तपुर, मध्यपुर और किर्तीपुर नाम के नगर भी हैं अन्य प्रमुख नगरों में पोखरा, विराटनगर, धरान, भरतपुर, वीरगंज, महेन्द्रनगर, बुटवल, हेटौडा, भैरहवा, जनकपुर, नेपालगंज, वीरेन्द्रनगर, त्रिभुवननगर आदि है। वर्तमान नेपाली भूभाग अठारहवीं सदी में गोरखा के शाह वंशीय राजा पृथ्वी नारायण शाह द्वारा संगठित नेपाल राज्य का एक अंश है। अंग्रेज़ों के साथ हुई संधियों में नेपाल को उस समय (१८१४ में) एक तिहाई नेपाली क्षेत्र ब्रिटिश इंडिया को देने पड़े, जो आज भारतीय राज्य हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड तथा पश्चिम बंगाल में विलय हो गये हैं। बींसवीं सदी में प्रारंभ हुए जनतांत्रिक आन्दोलनों में कई बार विराम आया जब राजशाही ने जनता और उनके प्रतिनिधियों को अधिकाधिक अधिकार दिए। अंततः २००८ में जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि माओवादी नेता प्रचण्ड के प्रधानमंत्री बनने से यह आन्दोलन समाप्त हुआ। लेकिन सेना अध्यक्ष के निष्कासन को लेकर राष्ट्रपति से हुए मतभेद और टीवी पर सेना में माओवादियों की नियुक्ति को लेकर वीडियो फुटेज के प्रसारण के बाद सरकार से सहयोगी दलों द्वारा समर्थन वापस लेने के बाद प्रचण्ड को इस्तीफा देना पड़ा। गौरतलब है कि माओवादियों के सत्ता में आने से पहले सन् २००६ में राजा के अधिकारों को अत्यंत सीमित कर दिया गया था। दक्षिण एशिया में नेपाल की सेना पांचवीं सबसे बड़ी सेना है और विशेषकर विश्व युद्धों के दौरान, अपने गोरखा इतिहास के लिए उल्लेखनीय रहे हैं और संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों के लिए महत्वपूर्ण योगदानकर्ता रही है। .

जनकपुर अंचल और नेपाल · नेपाल और सिंधुली जिला · और देखें »

जनकपुर अंचल

जनकपुर अंचल मध्य नेपाल में पड़ता हे, इस अंचल के पुर्व में सगरमाथा अंचल, दक्षिणमे भारतीय राज्य विहार पस्चिम में नारायणी अंचल व बागमती अंचल उत्तरमे चिनके स्वसासीत क्षेत्र तिब्बत पड़ता है। इस अंचल में पडने वाला हिम शिखर गौरी शंकर के रेफरेन्स में नेपाल का राष्ट्रीय समय निर्धारण कियागया है। रामायण की पात्र सीता का जन्म जनकपुर में हुआ था इस अंचलका नाम इस ही "जनकपुर" नामक स्थान के नाम से रखा गया है। इस अन्चल में दोलखा जिला, रामेछाप जिला, सिन्धुली जिला, धनुषा जिला, मोहोत्तरी जिला व सर्लाही जिला कर के छ:ह जिले पडते हैं। .

जनकपुर अंचल और जनकपुर अंचल · जनकपुर अंचल और सिंधुली जिला · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

जनकपुर अंचल और सिंधुली जिला के बीच तुलना

जनकपुर अंचल 15 संबंध है और सिंधुली जिला 2 है। वे आम 2 में है, समानता सूचकांक 11.76% है = 2 / (15 + 2)।

संदर्भ

यह लेख जनकपुर अंचल और सिंधुली जिला के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »