लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

चर्मपत्र और चर्मशोधन

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

चर्मपत्र और चर्मशोधन के बीच अंतर

चर्मपत्र vs. चर्मशोधन

सन् १६३८ में महीन चर्मपत्र पर लिखा एक अंग्रेजी संविदा चर्मपत्र (Parchment) बकरी, बछड़ा, भेड़ आदि के चमड़े से निर्मित महीन पदार्थ है। इसका सबसे प्रचलित उपयोग लिखने के लिये हुआ करता था। चर्मपत्र, अन्य चमड़ों से इस मामले में अलग था कि इसको पकाया (टैनिंग) नहीं जाता था किन्तु इसका चूनाकरण अवश्य किया जाता था। इस कारण से यह आर्द्रता के प्रति बहुत संवेदनशील है। . गाय के अशोधित चर्म के एक भाग का अनुप्रस्थ काट चर्मशोधन (Tanning) वह प्रक्रिया है जो एक पूयकारी या सड़ने वाली जानवर की खाल को एक टिकाऊ सामग्री यानि चमड़े में बदल देती है। इस प्रक्रिया में टैनिन नाम के एक अम्लीय रसायनिक यौगिक का प्रयोग किया जाता रहा है जिसके नाम पर इस प्रक्रिया का नाम 'टैनिंग' पड़ा। इसको 'चमड़ा कमाना' भी कहते हैं। कमाने की प्रक्रिया के दौरान ही चमड़े को रंगा भी जा सकता है। कमाने से खाल की प्रोटीन संरचना पूरी तरह बदल जाती है और वो फिर कभी वापस अपनी मूल अवस्था यानि कच्ची खाल नहीं बन सकती। चर्मशोधन के कार्य का प्राथमिक चरण है- मृत पशु की खाल प्राप्त करना। इसके पश्चात् ही चर्मशोधन की परम्परागत प्रक्रिया प्रारंभ होती है। सद्द (ताजा) प्राप्त खाल को तीन से चार दिन तक धूप में सूखने के लिए लटका दिया जाता है। उसके बाद पानी से खाल की धुलाई की जाती है। पानी से अच्छी तरह धोने के बाद खाल को चूना मिले हुए पानी में डाल दिया जाता है। चूने को पानी में डालने के लिए सीमेंट की टंकी बनाकर उसमें १:५ अनुपात में चूना और पानी का विलयन बनाया जाता है। तीन चार घंटे तक प्रतिदिन इस विलयन में डालकर चमड़े को अच्छी प्रकार से पानी से भिगोया जाता है। मोरोक्को के एक चर्मशोधक कारखाने का दृष्य .

चर्मपत्र और चर्मशोधन के बीच समानता

चर्मपत्र और चर्मशोधन आम में 2 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): चमड़ा, चमड़ा उद्योग

चमड़ा

चमड़े के आधुनिक औजारचमड़ा जानवरों की खाल को कमा कर प्राप्त की गयी एक सामग्री है। कमाना या चर्मशोधन एक प्रक्रिया है जो पूयकारी खाल को एक टिकाऊ और विभिन्न प्रयोगों मे आने वाली सामग्री में परिवर्तित कर देती है। चमड़ा बनाने में मुख्यतः गाय और भैंस की खाल का प्रयोग किया जाता है। लकड़ी और चमड़ा ही दो ऐसी सामग्री हैं जो अधिसंख्य प्राचीन तकनीकों का आधार हैं। चमड़ा उद्योग और लोम उद्योग अलग अलग उद्योग हैं और उनकी यह भिन्नता उनके द्वारा प्रयुक्त कच्चे माल के महत्व से पता चलती है। जहां चमड़ा उद्योग का कच्चा माल मांस उद्योग का एक उपोत्पाद है वहीं लोम चर्म उद्योग में लोम की मांस से अधिक महत्वता है। चर्मप्रसाधन भी जानवरों की खालों का इस्तेमाल करता है, लेकिन इसमें आमतौर पर सिर और पीठ का हिस्सा ही प्रयोग में आता है। चर्म और खाल से गोंद और सरेस (जिलेटिन) का उत्पादन भी किया जाता है। .

चमड़ा और चर्मपत्र · चमड़ा और चर्मशोधन · और देखें »

चमड़ा उद्योग

चमड़े के काम में प्रयोग किये जाने वाले परम्परागत औजार संसार का लगभग 90 प्रतिशत चमड़ा बड़े पशुओं, जैसे गोजातीय पशुओं, एवं भेड़ तथा बकरों की खालों से बनता है, किंतु घोड़ा, सूअर, कंगारू, हिरन, सरीसृप, समुद्री घोड़ा और जलव्याघ्र (seal) की खालें भी न्यूनाधिक रूप में काम में आती हैं। कुछ अपवादों को छोड़कर, खालें मांस उद्योग की उपजात हैं। यदि वे प्रधान उत्पाद होतीं, ता चमड़ा अत्यधिक महँगा पड़ता। उपजात होने के कारण उनमें कुछ दोष भी प्राय: पाए जाते हैं, जैसे पशुसंवर्धक लोग खाल के सर्वोत्तम भाग, पुठ्ठों को दाग लगाकर बिगाड़ डालते हैं। उनकी असावधानी से कीड़े मकोड़े खाल में छेद कर जाते हैं। उसको छीलने (flaying) या पकाने सुखाने (curing) के समय कीई और दोषों का आना संभव है। .

चमड़ा उद्योग और चर्मपत्र · चमड़ा उद्योग और चर्मशोधन · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

चर्मपत्र और चर्मशोधन के बीच तुलना

चर्मपत्र 10 संबंध है और चर्मशोधन 8 है। वे आम 2 में है, समानता सूचकांक 11.11% है = 2 / (10 + 8)।

संदर्भ

यह लेख चर्मपत्र और चर्मशोधन के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »