घेरण्ड संहिता और मयूरासन
शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ।
घेरण्ड संहिता और मयूरासन के बीच अंतर
घेरण्ड संहिता vs. मयूरासन
महर्शि घेरण्ड की योग शिक्षा। घेरण्डसंहिता हठयोग के तीन प्रमुख ग्रन्थों में से एक है। अन्य दो गर्न्थ हैं - हठयोग प्रदीपिका तथा शिवसंहिता। इसकी रचना १७वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में की गयी थी। हठयोग के तीनों ग्रन्थों में यह सर्वाधिक विशाल एवं परिपूर्ण है। इसमें सप्तांग योग की व्यावहारिक शिक्षा दी गयी है। घेरण्डसंहिता सबसे प्राचीन और प्रथम ग्रन्थ है, जिसमे योग की आसन, मुद्रा, प्राणायाम, नेति, धौति आदि क्रियाओं का विशद वर्णन है। इस ग्रन्थ के उपदेशक घेरण्ड मुनि हैं जिन्होंने अपने शिष्य चंड कपालि को योग विषयक प्रश्न पूछने पर उपदेश दिया था। . मयूर का अर्थ होता है मोर। इसको करने से शरीर की आकृति मोर की तरह दिखाई देती है, इसलिए इसका नाम मयूरासन है। .
घेरण्ड संहिता और मयूरासन के बीच समानता
घेरण्ड संहिता और मयूरासन आम में 0 बातें हैं (यूनियनपीडिया में)।
सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब
- क्या घेरण्ड संहिता और मयूरासन लगती में
- यह आम घेरण्ड संहिता और मयूरासन में है क्या
- घेरण्ड संहिता और मयूरासन के बीच समानता
घेरण्ड संहिता और मयूरासन के बीच तुलना
घेरण्ड संहिता 27 संबंध है और मयूरासन 0 है। वे आम 0 में है, समानता सूचकांक 0.00% है = 0 / (27 + 0)।
संदर्भ
यह लेख घेरण्ड संहिता और मयूरासन के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें: