लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
मुक्त
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

कॉमिक्स

सूची कॉमिक्स

कॉमिक्स (अंग्रेजी; Comics/शब्दार्थ; चित्रकथा) एक माध्यम है जहाँ विचारों को व्यक्त करने के लिए सामान्य पाठ्यक्रम के अपेक्षा चित्रों, एवं बहुधा शब्दों के मिश्रण तथा अन्य चित्रित सूचनाओं की सहायता से पढ़ा जाता है। काॅमिक्सों में निरंतर किसी भी विशिष्ट भंगिमाओं एवं दृश्यों को चित्रों के पैनल द्वारा जाहिर किया जाता रहा है। अक्सर शाब्दिक युक्तियों को स्पीच बैलुनों, अनुशीर्षकों (कैप्शन), एवं अर्थानुरणन जिनमें संवाद, वृतांत, ध्वनि प्रभाव एवं अन्य सूचनाओं को भी इनसे व्यक्त करते हैं। चित्रित पैनलों के आकार एवं उनकी व्यवस्थित संयोजन से कहानी को व्याख्यान करने से पढ़ना सरल हो जाता है। कार्टूनिंग एवं उनके ही अनुरूप किया गया इल्सट्रैशन द्वारा चित्र बनाना काॅमिक्स का सामान्यतः अनिवार्य अंग रहा है; फ्युमेटी एक विशेष फाॅर्म या शैली हैं जिनमें पहले से खिंची फोटोग्राफिक चित्रों का इस्तेमाल कर काॅमिक्स का रूप दिया जाता है। सामान्य फाॅर्मों में काॅमिक्स को हम काॅमिक्स स्ट्रिप (पट्टी या कतरनों), संपादकीय या गैग (झुठे) कार्टूनों तथा काॅमिक्स पुस्तकों द्वारा पढ़ा करते हैं। वहीं गत २०वीं शताब्दी तक, अपने सीमित संस्करणों जैसे ग्राफिक उपन्यासों, काॅमिक्स एलबम, और टैंकोबाॅन के रूप में इसने सामान्यतया काफी उन्नति पायी है और अब २१वीं सदी में ऑनलाइन वेबकाॅमिक्स के तौर पर भी काफी कामयाब साबित हुई है। काॅमिक्स इतिहास का विविध विकास भी सांस्कृतिक विविधता की देन है। बुद्धिजीवी मानते है कि इस तरह की शुरुआत हम प्रागैतिहासिक युग के लैस्काउक्स की गुफा चित्रों से अंदाजा लगा सकते हैं। वहीं २०वीं के मध्य तक, काॅमिक्स का विस्तार संयुक्त राष्ट्र अमेरिका, पश्चिमी युरोपीय प्रांतों (विशेषकर फ्रांस एवं बेल्जियम), और जापान में खूब निखार आया। युरोपीय काॅमिक्स के इतिहास में गौर करें तो १८३० में रुडोल्फ टाॅप्फेर की बनाई कार्टून स्ट्रिप काफी लोकप्रिय थे, जो आगे चलकर उनकी बनाई द एडवेंचर ऑफ टिनटिन १९३० तक स्ट्रिप एवं पुस्तक के रूप काफी कामयाब रही थी। अमेरिकी काॅमिक्स ने सार्वजनिक माध्यम पाने के लिए २०वीं के पूर्व तक अखबारों के काॅमिक्स स्ट्रिप द्वारा पैठ जमाई; पत्रिका-शैली की काॅमिक्स पुस्तकें भी १९३० में प्रकाशित होने लगी, और १९३८ में सुपरमैन जैसे प्रख्यात किरदार के आगमन बाद सुपरहीरो पीढ़ी का एक नया दौर उदय हुआ। वहीं जापानी काॅमिक्स या कार्टूनिंग (मैंगा) का मूल इतिहास तो १२वीं शताब्दी के पूर्वाद्ध से भी पुराना है। जापान में आधुनिक काॅमिक्स स्ट्रिप का उदय २०वीं में ही हुआ, और काॅमिक्स पत्रिकाओं एवं पुस्तकों का भारी उत्पादन भी द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान हुआ जिसमें ओसामु तेज़ुका जैसे कार्टूनिस्टों को काफी शोहरत दिलाई। हालाँकि काॅमिक्स का इतिहास तब तक दोयम दर्जे के रूप में जाना जाता रहा था, लेकिन २०वीं सदी के अंत तक आते-आते जनता तथा शैक्षिक संस्थाओं ने जैसे इसे तहे दिल से स्वीकृति दे दी। वहीं "काॅमिक्स" अंग्रेजी परिभाषा में एकवचन संज्ञा के तौर पर देखा जाता है जब इसका तात्पर्य किसी मध्यम और बहुवचन को विशेष उदाहरणों व घटनाओं को, व्यक्तिगत स्ट्रिपों अथवा काॅमिक्स पुस्तकों के जरीए प्रस्तुत किया जाता है। यद्यपि अन्य परिभाषा इन हास्यकारक (या काॅमिक) जैसे कार्य पूर्व अमेरिकी अखबारों के काॅमिक्स स्ट्रिपों पर प्रबल रूप से प्रयोग होता था, पर जल्द इसने गैर-हास्य जैसे मापदंडों का भी निर्माण कर लिया। अंग्रेजी में सामान्य तौर पर काॅमिक्स के उल्लेख की तरह ही विभिन्न संस्कृतियों में भी उनकी मूल भाषाओं में उपयोग होता रहा है, जैसे जापानी काॅमिक्स को मैन्गा, एवं फ्रेंच भाषा की काॅमिक्सों को बैन्डिस डेसीनीस कहा जाता हैं। लेकिन अभी तक काॅमिक्स की सही परिभाषा को लेकर विचारकों तथा इतिहासकारों के मध्य आम सहमति नहीं बनी है; कुछेक अपने तर्क पर बल देते हैं कि यह चित्रों एवं शब्दों का संयोजन हैं, कुछ इसे अन्य चित्रों से संबंधित या क्रमबद्ध चित्रों की कहानी कहते है, और कुछ अन्य इतिहासकार स्वीकारते है यह किसी व्यापक पैमाने के पुनरुत्पादन की तरह है जिसमें किसी विशेष पात्र की निरंतर आवृति होती रहती है। विभिन्न काॅमिक्स संस्कृति एवं युग द्वारा बढ़ते इस मिश्रित-परागण से इसकी व्याख्या देना भी अब काफी जटिल हो चुका है। .

29 संबंधों: चाचा चौधरी, टार्ज़न, डिटेकटिव् कोनन, ड्रैगन बॉल, डोगा, द फैण्टम, द्वितीय विश्वयुद्ध, देवांशु वत्स, नताशा (कॉमिक्स), नारुतो, नागराज (कॉमिक्स), परमाणु, पिंकी, प्राण, फ़्रान्स, फ्लैश गॉर्डन, बिल्लू, बैटमैन, बेदी, बेल्जियम, भारतीय कॉमिक्स, भोकाल, मांगा, संजय गुप्ता, सुपर कमाण्डो ध्रुव, सुपरमैन, स्पाइडर-मैन, कैप्टन अमेरिका, अंग्रेज़ी भाषा

चाचा चौधरी

चाचा चौधरी एक बेहद लोकप्रिय भारतीय कॉमिक्स पुस्तक के चरित्र हैं, जिसकी रचना दिवंगत कार्टूनिस्ट प्राण कुमार शर्मा ने की थी। उनकी कॉमिक्स हिंदी एवं अंग्रेज़ी समेत अन्य दस भारतीय भाषाओं के साथ प्रकाशित होती है और दस करोड़ से अधिक प्रतियों की बिक्री होती है। "चाचा चौधरी" आधारित बने दूरदर्शन धारावाहिक पर इसके ६०० से अधिक एपीसोड तक एक प्रमुख चैनल पर दिखाए गए, जिसे अभिनेता रघुवीर यादव ने इसकी शीर्षक भूमिका को चरितार्थ किया था। .

नई!!: कॉमिक्स और चाचा चौधरी · और देखें »

टार्ज़न

टार्जन एक काल्पनिक चरित्र है, वह एक आदिरूप जंगली बच्चा है जिसे अफ्रीका के जंगलों में मंगानी "महान वानरों" के द्वारा पाल पोस कर बड़ा किया जाता है; बाद में वह सामाजिक जीवन में लौट आता है, लेकिन इसे स्वीकार नहीं कर पाता है और एक साहसी वीर के रूप में फिर से जंगल में लौट आता है। टार्ज़न एक ऐसा पात्र है जिसे एडगर राईस बरोज के द्वारा बनाया गया, सबसे पहले इस पात्र को उपन्यास टार्ज़न ऑफ़ द एप्स (मैगजीन प्रकाशन 1912, पुस्तक प्रकाशन 1914) में देखा गया और इसके बाद इसके 25 सिक्वल्स में, अन्य लेखकों की तीन अधिकृत पुस्तकों में और मीडिया के असंख्य अधिकृत या अनाधिकृत कामों में भी देखा गया। .

नई!!: कॉमिक्स और टार्ज़न · और देखें »

डिटेकटिव् कोनन

कथा नायक कोनन और अन्य चरित्र डिटेकटिव् कोनन, जिसे Detective Conan(जापानी:名探偵 コナン,अंग्रेजी: Meitantei Conan) (जापानी: 名探偵 コナン,अंग्रेजी: मेइतान्तेइ कोनन) के रूप में भी जाना जाता है, एक जासूसी जापानी मंगा श्रृंखला है जिसका लेखन और चित्रण गोशो आओयामा ने किया है और 1994 के बाद से इसे वीकली शोनेन सन्डे में किस्तवार प्रस्तुत किया गया है। इसकी कहानी एक विलक्षण युवा हाई स्कूल जासूस, शिनिची कूडो के साहसिक कारनामों को प्रस्तुत करती है, जो अनजाने में ज़हर (APTX 4869) दिए जाने के बाद एक बालक में तब्दील हो जाता है। इसके प्रकाशन के बाद से, केस क्लोस्ड ने काफी मीडिया फ्रेंचाइस को उत्पन्न किया है। डिटेकटिव् कोनन को 1994 के बाद से जापानी मंगा संकलन वीकली शोनेन सन्डे में लगातार किस्तवार प्रस्तुत किया गया है और यथा मई 2010, 71 टैंकोबोन संस्करणों में एकत्र किया गया है। इस मंगा को टीएमएस इंटरटेनमेंट (Tokyo Movie) और योमिउरी टेलीकास्टिंग कॉर्पोरेशन (ytv) द्वारा निर्मित एक एनिमेटेड टेलीविजन श्रृंखला में रूपांतरित किया गया है। इस श्रृंखला ने चौदह मूल वीडियो एनीमेशन, पन्द्राह एनिमेटेड फीचर फिल्म, कई वीडियो गेम और डिटेकटिव् कोनन से संबंधित कई अन्य प्रकार की व्यापारिक वस्तुओं को भी जन्म दिया है। - विज़ मीडिया ने इस नाम के तहत उत्तरी अमेरिका में अंग्रेजी भाषा के प्रकाशन के लिए मंगा श्रृंखला का लाइसेंस प्राप्त किया और यथा 13 जुलाई 2010 उसने पैंतीस सस्करणों को जारी किया है। फनिमेशन इंटरटेनमेंट ने उत्तर अमेरिकी प्रसारण के लिए इस ऐनिमे श्रृंखला का लाइसेंस प्राप्त किया। अंग्रेज़ी के दोनों रूपांतरों का नाम केस क्लोस्ड था और इस श्रृंखला में पात्रों को अमेरिकी नाम दिया गया। अंग्रेजी में डब श्रृंखला की पचास कड़ियों को कार्टून नेटवर्क पर उनके एडल्ट स्विम प्रोग्रामिंग ब्लॉक के हिस्से के रूप में 24 मई 2004 से लेकर जनवरी 2005 तक प्रसारित किया गया मगर न्यून रेटिंग के कारण उसे बंद कर दिया गया। पहली छह फिल्में Case Closed: The Time-Bombed Skyscraper, Case Closed: The Fourteenth Target, Case Closed: The Last Wizard of the Century, Case Closed: Captured in Her Eyes, Case Closed: Countdown to Heaven, Case Closed: The Phantom of Baker Street, उत्तर अमेरिका में रीजन 1 डीवीडी पर जारी की गईं। मंगा के संकलन खण्डों की जापान में 120 मीलियन से अधिक प्रतियां बिक चुकी हैं। ऐनिमे रूपांतरण की स्वीकार्यता अच्छी रही, जहां यह 1996 से 2000 तक के बीच हुए एनिमेज के चुनावों में शीर्ष बीस में था जिसके बाद यह शीर्ष बीस के नीचे चला गया। जापानी टीवी ऐनिमे रैंकिंग में, केस क्लोस्ड को अक्सर शीर्ष छह में स्थान प्राप्त हुआ। इस श्रृंखला की कई फिल्मों को जापान अकादमी पुरस्कार के लिए नामित किया गया। .

नई!!: कॉमिक्स और डिटेकटिव् कोनन · और देखें »

ड्रैगन बॉल

ड्रैगन बॉल (Dragon Ball, ドラゴンボール) एक जापानी माँगा शृंखला है जिसका लेखन व चित्रीकरण अकिरा तोरियामा द्वारा किया गया है। यह मुख्यतः वीकली शोनन जंप में १९८४ से १९९५ के बिच चला था और बाद में ५१९ स्वतन्त्र एपिसोडों को ४२ तन्कोबोन संस्करणों में शुएइषा द्वारा प्रकाशित किया गया। ड्रैगन बॉल की प्रेरणा चीनी उपन्यास जर्नी टू द वेस्ट से ली गई थी। यह शृंखला मुख्य किरदार व हीरो गोकु के बचपन से जवानी तक के कारनामो पर केंद्रित है जिसमे वह मार्शल आर्ट्स की युद्ध कलाओं में प्रशिक्षण लेता है और विश्वभर में सात मायावी ड्रैगन बॉलों की खोज करता है जिनसे एक इच्छा पुरी करने वाले ड्रैगन को बुलाया जा सकता है। अपनी इस यात्र में गोकु कई दोस्त बनाता है और कई प्रकार के गुंडों से लड़ता है जो ड्रैगन बॉलों को अपने मकसद के लिए खोज रहे होते हैं। ४२ तन्कोबोन को दो एनिमी शृंखलाओं में तोएई एनीमेशन द्वारा परिवर्तित किया गया है: ड्रैगन बॉल और ड्रैगन बॉल ज़ी और दोनों को जापान में १९८६ से १९९६ के बिच प्रसारित किया गया था। इसके साथ ही तोएई ने सतरह एनिमेटेड फ़ीचर फ़िल्में व तिन टेलीविजन स्पेशल व एक एनिमी उत्तरभाग ड्रैगन बॉल जीटी भी बनाया है जो माँगा की घटनाओं के बाद शुरू होता है। .

नई!!: कॉमिक्स और ड्रैगन बॉल · और देखें »

डोगा

डोगा राज कॉमिक्स के द्वारा प्रकशित हिन्दी कॉमिक्स श्रुंखला डोगा का प्रमुख पात्र है। श्रेणी:कॉमिक्स के पात्र.

नई!!: कॉमिक्स और डोगा · और देखें »

द फैण्टम

द फैण्टम (अंग्रेजी; The Phantom/ अनुवाद; बेताल), एक अमेरिकी एडवेंचर काॅमिक्स/चित्रकथाओं के दीर्घकालिक श्रंखला के काल्पनिक एवं फंतासी नायक हैं, जिसे पहली बार जादूगर मेण्ड्रेक के रचयिता ली फ़ाॅक ने फरवरी १९३६ में प्रकाशित किया, जिसे अब मुख्यतः अंतर्राष्ट्रीय तौर पर फ्रयु पब्लिकेशन प्रकाशित करती है। मुख्य किरदार, "फैण्टम", काल्पनिक पोशाक पहना एक क्राईम-फाईटर (अपराध-विरोधी) है जिसका शरणस्थल अफ्रीका के काल्पनिक राष्ट्र बैंगाला में बताया जाता हैं। इस किरदार की प्रसिद्धि को दूरदर्शन, फ़िल्म तथा विडियो गेम में काफी भूनाया गया है। इस श्रंखला का आरंभ फरवरी १७, १९३६ से दैनिक समाचार पत्रों में स्ट्रिप या पट्टी के रूप जारी किया गया, ओर फिर मई २८, १९३९ की रविवार के साप्ताहिक तौर पर रंगीन पट्टी के रूप में जारी किया गया;और दोनों ही वर्ष २०१६ तक अबभी जारी है। सन् १९६६ में, किंग फीचर्स का दावा था कि "द फैण्टम" तब वैश्विक स्तर पर ५८३ विभिन्न अखबारों में इसका प्रकाशन जारी रहा था। अपनी लोकप्रियता के चरम पर, इस पट्टी को प्रत्येक दिन १०० करोड़ से अधिक लोगों के द्वारा पढ़ा गया था। फ़ाॅक ने १९९९ तक अपने देहांत से पूर्व तक "द फैण्टम" पर करते रहें; उनके गुजरने के बाद वर्तमान में, उनकी काॅमिक्स का लेखन टोनी डी'पाउल और चित्र आदि का काम पाउल रयान (सोम-शनि) एवं टेरी बिटी (रवि) ने आज भी इसे जारी रखा। वहीं पूर्व कलाकार जिन्होंने अखबारों में इसके स्ट्रिप बनाने का योगदान दिया उनमें रे मूर, विल्सन मैक'काॅय, बिल लिगनेंट, सी बैरी, जाॅर्ज ऑलसेन, केथ विलियम्स, फ्रेड फ्रेडरिक, ग्राहम नोलान एवं एड्युआर्डो बैरेटो आदि शामिल रहे। चित्रकथाओं के पट्टी में, जैसा कहा जाता है कि फैण्टम की यह २१वीं पीढ़ियों तक चली क्राईम फाईटिंग का आरंभ सन् १५३६ से हुआ था, क्रिस्टोफर वाॅकर के पिता (जहाँ उनका भी क्रिस्टोफर नाम था) एक ब्रिटिश नाविक थे जिनपर समुद्री लुटेरों ने हमला कर मार डाला। अपने मृत पिता की खोपड़ी से वह प्रतिज्ञा लेता है कि सभी तरह के अपराध एवं अपराधियों के उन्मूलन करेगा, क्रिस्टोफर द्वारा शुरू किया "द फैण्टम" की विरासत पीढ़ी दर पीढ़ी पिता से बेटे तक निभाते रहें। कईयों ने फ़ैन्टम को "चलता फिरता प्रेत", "गार्जियन ऑफ द इस्टर्न डार्क" तथा "अजर-अमर वाले व्यक्ति" जैसे उपनामों की उपाधि दे दी।Peter Coogan,Superhero: The Secret Origin of a Genre.

नई!!: कॉमिक्स और द फैण्टम · और देखें »

द्वितीय विश्वयुद्ध

द्वितीय विश्वयुद्ध १९३९ से १९४५ तक चलने वाला विश्व-स्तरीय युद्ध था। लगभग ७० देशों की थल-जल-वायु सेनाएँ इस युद्ध में सम्मलित थीं। इस युद्ध में विश्व दो भागों मे बँटा हुआ था - मित्र राष्ट्र और धुरी राष्ट्र। इस युद्ध के दौरान पूर्ण युद्ध का मनोभाव प्रचलन में आया क्योंकि इस युद्ध में लिप्त सारी महाशक्तियों ने अपनी आर्थिक, औद्योगिक तथा वैज्ञानिक क्षमता इस युद्ध में झोंक दी थी। इस युद्ध में विभिन्न राष्ट्रों के लगभग १० करोड़ सैनिकों ने हिस्सा लिया, तथा यह मानव इतिहास का सबसे ज़्यादा घातक युद्ध साबित हुआ। इस महायुद्ध में ५ से ७ करोड़ व्यक्तियों की जानें गईं क्योंकि इसके महत्वपूर्ण घटनाक्रम में असैनिक नागरिकों का नरसंहार- जिसमें होलोकॉस्ट भी शामिल है- तथा परमाणु हथियारों का एकमात्र इस्तेमाल शामिल है (जिसकी वजह से युद्ध के अंत मे मित्र राष्ट्रों की जीत हुई)। इसी कारण यह मानव इतिहास का सबसे भयंकर युद्ध था। हालांकि जापान चीन से सन् १९३७ ई. से युद्ध की अवस्था में था किन्तु अमूमन दूसरे विश्व युद्ध की शुरुआत ०१ सितम्बर १९३९ में जानी जाती है जब जर्मनी ने पोलैंड पर हमला बोला और उसके बाद जब फ्रांस ने जर्मनी पर युद्ध की घोषणा कर दी तथा इंग्लैंड और अन्य राष्ट्रमंडल देशों ने भी इसका अनुमोदन किया। जर्मनी ने १९३९ में यूरोप में एक बड़ा साम्राज्य बनाने के उद्देश्य से पोलैंड पर हमला बोल दिया। १९३९ के अंत से १९४१ की शुरुआत तक, अभियान तथा संधि की एक शृंखला में जर्मनी ने महाद्वीपीय यूरोप का बड़ा भाग या तो अपने अधीन कर लिया था या उसे जीत लिया था। नाट्सी-सोवियत समझौते के तहत सोवियत रूस अपने छः पड़ोसी मुल्कों, जिसमें पोलैंड भी शामिल था, पर क़ाबिज़ हो गया। फ़्रांस की हार के बाद युनाइटेड किंगडम और अन्य राष्ट्रमंडल देश ही धुरी राष्ट्रों से संघर्ष कर रहे थे, जिसमें उत्तरी अफ़्रीका की लड़ाइयाँ तथा लम्बी चली अटलांटिक की लड़ाई शामिल थे। जून १९४१ में युरोपीय धुरी राष्ट्रों ने सोवियत संघ पर हमला बोल दिया और इसने मानव इतिहास में ज़मीनी युद्ध के सबसे बड़े रणक्षेत्र को जन्म दिया। दिसंबर १९४१ को जापानी साम्राज्य भी धुरी राष्ट्रों की तरफ़ से इस युद्ध में कूद गया। दरअसल जापान का उद्देश्य पूर्वी एशिया तथा इंडोचायना में अपना प्रभुत्व स्थापित करने का था। उसने प्रशान्त महासागर में युरोपीय देशों के आधिपत्य वाले क्षेत्रों तथा संयुक्त राज्य अमेरीका के पर्ल हार्बर पर हमला बोल दिया और जल्द ही पश्चिमी प्रशान्त पर क़ब्ज़ा बना लिया। सन् १९४२ में आगे बढ़ती धुरी सेना पर लगाम तब लगी जब पहले तो जापान सिलसिलेवार कई नौसैनिक झड़पें हारा, युरोपीय धुरी ताकतें उत्तरी अफ़्रीका में हारीं और निर्णायक मोड़ तब आया जब उनको स्तालिनग्राड में हार का मुँह देखना पड़ा। सन् १९४३ में जर्मनी पूर्वी युरोप में कई झड़पें हारा, इटली में मित्र राष्ट्रों ने आक्रमण बोल दिया तथा अमेरिका ने प्रशान्त महासागर में जीत दर्ज करनी शुरु कर दी जिसके कारणवश धुरी राष्ट्रों को सारे मोर्चों पर सामरिक दृश्टि से पीछे हटने की रणनीति अपनाने को मजबूर होना पड़ा। सन् १९४४ में जहाँ एक ओर पश्चिमी मित्र देशों ने जर्मनी द्वारा क़ब्ज़ा किए हुए फ़्रांस पर आक्रमण किया वहीं दूसरी ओर से सोवियत संघ ने अपनी खोई हुयी ज़मीन वापस छीनने के बाद जर्मनी तथा उसके सहयोगी राष्ट्रों पर हमला बोल दिया। सन् १९४५ के अप्रैल-मई में सोवियत और पोलैंड की सेनाओं ने बर्लिन पर क़ब्ज़ा कर लिया और युरोप में दूसरे विश्वयुद्ध का अन्त ८ मई १९४५ को तब हुआ जब जर्मनी ने बिना शर्त आत्मसमर्पण कर दिया। सन् १९४४ और १९४५ के दौरान अमेरिका ने कई जगहों पर जापानी नौसेना को शिकस्त दी और पश्चिमी प्रशान्त के कई द्वीपों में अपना क़ब्ज़ा बना लिया। जब जापानी द्वीपसमूह पर आक्रमण करने का समय क़रीब आया तो अमेरिका ने जापान में दो परमाणु बम गिरा दिये। १५ अगस्त १९४५ को एशिया में भी दूसरा विश्वयुद्ध समाप्त हो गया जब जापानी साम्राज्य ने आत्मसमर्पण करना स्वीकार कर लिया। .

नई!!: कॉमिक्स और द्वितीय विश्वयुद्ध · और देखें »

देवांशु वत्स

युवा लेखक, कार्टूनिस्ट और चित्रकथाकार.

नई!!: कॉमिक्स और देवांशु वत्स · और देखें »

नताशा (कॉमिक्स)

कॉमिक पात्र "नताशा" नताशा देवांशु वत्स द्वारा रचित एक कॉमिक पात्र है जो मैथिली भाषा की पहली चित्रकथा श्रृंखला है। यह चित्रकथा १७ जुलाई, १९९९ को अस्तित्व में आई पर मैथिली में बाल पत्रिकाओं की कमी के कारण सितंबर द्वितीय १९९९ में हिन्दी की बाल पत्रिका बालहंस में पहली बार प्रकाशित हुई। उसके बाद से नताशा चित्रकथा हिन्दी-अंग्रेज़ी-मैथिली के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं, ई-पत्रिकाओं (चकचक, बाल भारती, प्रभात खबर, बालहंस, जनसत्ता, TINKLE, बाल भास्कर, हिंदुस्तान, *, * आदि) में प्रकाशित होती रही है। .

नई!!: कॉमिक्स और नताशा (कॉमिक्स) · और देखें »

नारुतो

नारुतो मासाशी किशिमोतो द्वारा लिखित और चित्रांकित एक निरंतर चालू जापानी मांगा श्रृंखला है | यह कथानक नारुतो उज़ुमाकी, जो एक किशोर निंजा है, की कहानी है जो लगातार मान्यता की खोज में रहता है | वह होकागे, जो उसके गाँव का एक निंजा है जिसे नेता और सबसे सशक्त इंसान माना जाता है, बनने की आकांक्षा रखता है | यह श्रृंखला एक किशिमोतो की चित्रकथा पर आधारित है जो अगस्त 1997 के अकामारू जम्प के अंक में प्रकाशित की गई थी | मांगा का पहला प्रकाशन 1999 में शुइशा द्वारा जापानी साप्ताहिक शोनेन जंप पत्रिका के 43 अंकों में प्रकाशित हुआ था | वर्तमान में, मांगा के 51 तंकोबोन संस्करण जारी होने के साथ धारावाहिक निर्माण जारी है | मांगा को बाद में एक अनिमे में रूपांतरित किया गया जिसके निर्माता स्टूडियो पिएर्रोत और एनिप्लेक्स थे | इसका प्रीमियर पूरे जापान में स्थलीय टीवी तोक्यो नेटवर्क और अनिमे उपग्रह टेलीविज़ न नेटवर्क एनिमैक्स पर 3 अक्टूबर 2002 को हुआ | पहली श्रृंखला 220 एपिसोड तक चली, जबकि नारुतो: शिपूदेन जो मूल श्रृंखला की अगली कड़ी है, का प्रसारण 15 फ़रवरी 2007 से किया गया है | अनिमे श्रृंखला के अलावा, स्टूडियो पिएर्रोत ने श्रृंखला के लिए छह फिल्में और कई मूल वीडियो एनीमेशन भी विकसित किये है | अन्य उत्पादों में अनेक कंपनियों द्वारा विकसित छोटे उपन्यास, वीडियोखेल और व्यापारिक कार्ड शामिल हैं | विज मीडिया ने त्तरी नोर्थ अमेरिकन प्रोडक्शन के लिए मांगा और अनिमे का लाइसेंस प्राप्त किया है| विज़ इस श्रंखला को अपनी पत्रिका शोनेन जम्प और साथ ही व्यक्तिगत संस्करणों में प्रकाशित करता आ रहा है | अनिमे श्रृंखला का प्रसारण संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा 2005 में और बाद में यूनाइटेड किंगडम और ऑस्ट्रेलिया में 2006 और 2007 में क्रमशः शुरू हुआ | पहली फिल्म के सिनेमा में प्रीमियर के साथ श्रंखला की फिल्मों और ओवीए का प्रकाशन विज़ द्वारा किया गया | नारुतो:शिपूदेन के पहले डीवीडी का संस्करण उत्तरी अमेरिका में 29 सितम्बर 2009 विज़ द्वारा किया गया और उसी साल अक्तूबर में डिज्नी एक्स डी पर इसका प्रसारण शुरू कर दिया गया | 44 संस्करण तक जापान में मांगा की 89 मिलियन से अधिक प्रतियां बिक चुकी है | विज़ ़ की शोनेन जम्प पत्रिका में धारावाहिक के बाद नारुतो कंपनी की सबसे ज्यादा बिक्री वाली मांगा श्रृंखला बन गयी है | इस श्रृंखला का अंग्रेजी रूपांतर यूएसए टुडे बुकलिस्ट में भी कई बार शामिल हुआ है और संस्करण 11 ने 2006 में क्विल पुरस्कार जीता | श्रृंखला के समीक्षकों ने कॉमेडी और लड़ाई के दृश्यों के बीच के संतुलन और साथ ही किरदारों के व्यक्तित्वों की प्रशंसा की है लेकिन सामान्य शोनेन कथानक तत्वों को उपयोग करने के लिए आलोचना की है | .

नई!!: कॉमिक्स और नारुतो · और देखें »

नागराज (कॉमिक्स)

नागराज ("स्नेक-किंग") राज कॉमिक्स की पेशकश, एक भारतीय कॉमिक बुक किरदार है जिसे यक़ीनन लंबे समय से जीवित भारतीय एक्शन कॉमिक सुपर हीरो कहा जा सकता है। 1980 दशक के अंत में संजय गुप्ता द्वारा सृजित, नागराज अपने 25 वर्ष के जीवन काल में रूप-रंग और साथ ही कहानी, दोनों तरह से बहुत बदल गया है। इस तथ्य के बावजूद कि किसी समय भारत में कॉमिक संस्कृति लगभग ग़ायब हो गई थी, फिर भी उसके प्रशंसक आधार में वृद्धि हुई और उसकी पहली एनिमेटेड फ़िल्म के जारी होने के बाद इसमें ज़बरदस्त बढ़ोतरी की उम्मीद है। .

नई!!: कॉमिक्स और नागराज (कॉमिक्स) · और देखें »

परमाणु

एक परमाणु किसी भी साधारण से पदार्थ की सबसे छोटी घटक इकाई है जिसमे एक रासायनिक तत्व के गुण होते हैं। हर ठोस, तरल, गैस, और प्लाज्मा तटस्थ या आयनन परमाणुओं से बना है। परमाणुओं बहुत छोटे हैं; विशिष्ट आकार लगभग 100 pm (एक मीटर का एक दस अरबवें) हैं। हालांकि, परमाणुओं में अच्छी तरह परिभाषित सीमा नहीं होते है, और उनके आकार को परिभाषित करने के लिए अलग अलग तरीके होते हैं जोकि अलग लेकिन काफी करीब मूल्य देते हैं। परमाणुओं इतने छोटे है कि शास्त्रीय भौतिकी इसका काफ़ी गलत परिणाम देते हैं। हर परमाणु नाभिक से बना है और नाभिक एक या एक से अधिक इलेक्ट्रॉन्स से सीमित है। नाभिक आम तौर पर एक या एक से अधिक न्यूट्रॉन और प्रोटॉन की एक समान संख्या से बना है। प्रोटान और न्यूट्रान न्यूक्लिऑन कहलाता है। परमाणु के द्रव्यमान का 99.94% से अधिक भाग नाभिक में होता है। प्रोटॉन पर सकारात्मक विद्युत आवेश होता है, इलेक्ट्रॉन्स पर नकारात्मक विद्युत आवेश होता है और न्यूट्रान पर कोई भी विद्युत आवेश नहीं होता है। एक परमाणु के इलेक्ट्रॉन्स इस विद्युत चुम्बकीय बल द्वारा एक परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन की ओर आकर्षित होता है। नाभिक में प्रोटॉन और न्यूट्रॉन एक अलग बल, यानि परमाणु बल के द्वारा एक दूसरे को आकर्षित करते है, जोकि विद्युत चुम्बकीय बल जिसमे सकारात्मक आवेशित प्रोटॉन एक दूसरे से पीछे हट रहे हैं, की तुलना में आम तौर पर शक्तिशाली है। परमाणु के केन्द्र में नाभिक (न्यूक्लिअस) होता है जिसका घनत्व बहुत अधिक होता है। नाभिक के चारो ओर ऋणात्मक आवेश वाले एलेक्ट्रान चक्कर लगाते रहते हैं जिसको एलेक्ट्रान घन (एलेक्ट्रान क्लाउड) कहते हैं। नाभिक, धनात्मक आवेश वाले प्रोटानों एवं अनावेशित (न्यूट्रल) न्यूट्रानों से बना होता है। जब किसी परमाणु में एलेक्ट्रानों की संख्या उसके नाभिक में स्थित प्रोटानों की संख्या के समान होती है तब परमाणु वैद्युकीय दृष्टि से अनावेशित होता है; अन्यथा परमाणु धनावेशित या ऋणावेशित ऑयन के रूप में होता है। आधुनिक रसायनशास्त्र में शताधिक मूल भूत माने गए हैं, जिनमें से कुछ तो धातुएँ हैं जैसे ताँबा, सोना, लोहा, सीसा, चाँदी, राँगा, जस्ता; कुछ और खनिज हैं, जैसे, गंधक, फासफरस, पोटासियम, अंजन, पारा, हड़ताल, तथा कुछ गैस हैं, जैसे, आक्सीजन, नाइट्रोजन, हाइड्रोजन आदि। इन्हीं मूल भूतों के अनुसार परमाणु आधुनिक रसायन में माने जाते हैं। पहले समझा जाता था कि ये अविभाज्य हैं। अब इनके भी टुकड़े कर दिए गए हैं। नाभिक में प्रोटॉन की संख्या किसी रासायनिक तत्व को परिभाषित करता है: जैसे सभी तांबा के परमाणु में 29 प्रोटॉन होते हैं। न्यूट्रॉन की संख्या तत्व के समस्थानिक को परिभाषित करता है। इलेक्ट्रॉनों की संख्या एक परमाणु के चुंबकीय गुण को प्रभावित करता है। परमाणु अणु के रूप में रासायनिक यौगिक बनाने के लिए रासायनिक आबंध द्वारा एक या अधिक अन्य परमाणुओं को संलग्न कर सकते हैं। परमाणु की संघटित और असंघटित करने की क्षमता प्रकृति में हुए बहुत से भौतिक परिवर्तन के लिए जिम्मेदार है, और रसायन शास्त्र के अनुशासन का विषय है। .

नई!!: कॉमिक्स और परमाणु · और देखें »

पिंकी

पिंकी (अंग्रेजी; Pinki) भारत के सबसे लोकप्रिय कार्टून चरित्रो मे से एक हैं। इनके रचियता हैं कार्टूनिस्ट प्राण कुमार शर्मा जिन्हें प्राण के नाम से जाना जाता है, जो डायमण्ड कॉमिक्स प्रकाशन से प्रकाशित होती है। श्रेणी:भारतीय काॅमिक्स श्रेणी:भारतीय कार्टून श्रेणी:डायमण्ड कॉमिक्स के पात्र श्रेणी:कॉमिक्स के पात्र.

नई!!: कॉमिक्स और पिंकी · और देखें »

प्राण

प्राण हिन्दू दर्शनों, जैसे योगदर्शन और आयुर्वेद इत्यादि में जीवनी शक्ति को कहा गया है। कुछ प्रसंगों में इसे सूर्य से उत्पन्न और पूरे ब्रह्माण्ड में व्याप्त शक्ति के रूप में भी वर्णित किया गया है। आयुर्वेद, तन्त्र इत्यादि में पाँच प्रकार के प्राण बताये गये हैं: .

नई!!: कॉमिक्स और प्राण · और देखें »

फ़्रान्स

फ़्रान्स,या फ्रांस (आधिकारिक तौर पर फ़्रान्स गणराज्य; फ़्रान्सीसी: République française) पश्चिम यूरोप में स्थित एक देश है किन्तु इसका कुछ भूभाग संसार के अन्य भागों में भी हैं। पेरिस इसकी राजधानी है। यह यूरोपीय संघ का सदस्य है। क्षेत्रफल की दृष्टि से यह यूरोप महाद्वीप का सबसे बड़ा देश है, जो उत्तर में बेल्जियम, लक्ज़मबर्ग, पूर्व में जर्मनी, स्विट्ज़रलैण्ड, इटली, दक्षिण-पश्चिम में स्पेन, पश्चिम में अटलांटिक महासागर, दक्षिण में भूमध्यसागर तथा उत्तर पश्चिम में इंग्लिश चैनल द्वारा घिरा है। इस प्रकार यह तीन ओर सागरों से घिरा है। सुरक्षा की दृष्टि से इसकी स्थिति उत्तम नहीं है। लौह युग के दौरान, अभी के महानगरीय फ्रांस को कैटलिक से आये गॉल्स ने अपना निवास स्थान बनाया। रोम ने 51 ईसा पूर्व में इस क्षेत्र पर कब्जा कर लिया गया। फ्रांस, गत मध्य युग में सौ वर्ष के युद्ध (1337 से 1453) में अपनी जीत के साथ राज्य निर्माण और राजनीतिक केंद्रीकरण को मजबूत करने के बाद एक प्रमुख यूरोपीय शक्ति के रूप में उभरा। पुनर्जागरण के दौरान, फ्रांसीसी संस्कृति विकसित हुई और एक वैश्विक औपनिवेशिक साम्राज्य स्थापित हुआ, जो 20 वीं सदी तक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी थी। 16 वीं शताब्दी में यहाँ कैथोलिक और प्रोटेस्टैंट (ह्यूजेनॉट्स) के बीच धार्मिक नागरिक युद्धों का वर्चस्व रहा। फ्रांस, लुई चौदहवें के शासन में यूरोप की प्रमुख सांस्कृतिक, राजनीतिक और सैन्य शक्ति बन कर उभरा। 18 वीं शताब्दी के अंत में, फ्रेंच क्रांति ने पूर्ण राजशाही को उखाड़ दिया, और आधुनिक इतिहास के सबसे पुराने गणराज्यों में से एक को स्थापित किया, साथ ही मानव और नागरिकों के अधिकारों की घोषणा के प्रारूप का मसौदा तैयार किया, जोकि आज तक राष्ट्र के आदर्शों को व्यक्त करता है। 19वीं शताब्दी में नेपोलियन ने वहाँ की सत्ता हथियाँ कर पहले फ्रांसीसी साम्राज्य की स्थापना की, इसके बाद के नेपोलियन युद्धों ने ही वर्तमान यूरोप महाद्वीपीय के स्वरुप को आकार दिया। साम्राज्य के पतन के बाद, फ्रांस में 1870 में तृतीय फ्रांसीसी गणतंत्र की स्थापना हुई, हलाकि आने वाली सभी सरकार लचर अवस्था में ही रही। फ्रांस प्रथम विश्व युद्ध में एक प्रमुख भागीदार था, जहां वह विजयी हुआ, और द्वितीय विश्व युद्ध में मित्र राष्ट्र में से एक था, लेकिन 1940 में धुरी शक्तियों के कब्जे में आ गया। 1944 में अपनी मुक्ति के बाद, चौथे फ्रांसीसी गणतंत्र की स्थापना हुई जिसे बाद में अल्जीरिया युद्ध के दौरान पुनः भंग कर दिया गया। पांचवां फ्रांसीसी गणतंत्र, चार्ल्स डी गॉल के नेतृत्व में, 1958 में बनाई गई और आज भी यह कार्यरत है। अल्जीरिया और लगभग सभी अन्य उपनिवेश 1960 के दशक में स्वतंत्र हो गए पर फ्रांस के साथ इसके घनिष्ठ आर्थिक और सैन्य संबंध आज भी कायम हैं। फ्रांस लंबे समय से कला, विज्ञान और दर्शन का एक वैश्विक केंद्र रहा है। यहाँ पर यूरोप की चौथी सबसे ज्यादा सांस्कृतिक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल मौजूद है, और दुनिया में सबसे अधिक, सालाना लगभग 83 मिलियन विदेशी पर्यटकों की मेजबानी करता है। फ्रांस एक विकसित देश है जोकि जीडीपी में दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था तथा क्रय शक्ति समता में नौवीं सबसे बड़ा है। कुल घरेलू संपदा के संदर्भ में, यह दुनिया में चौथे स्थान पर है। फ्रांस का शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, जीवन प्रत्याशा और मानव विकास की अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में अच्छा प्रदर्शन है। फ्रांस, विश्व की महाशक्तियों में से एक है, वीटो का अधिकार और एक आधिकारिक परमाणु हथियार संपन्न देश के साथ ही यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों में से एक है। यह यूरोपीय संघ और यूरोजोन का एक प्रमुख सदस्यीय राज्य है। यह समूह-8, उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो), आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी), विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) और ला फ्रैंकोफ़ोनी का भी सदस्य है। .

नई!!: कॉमिक्स और फ़्रान्स · और देखें »

फ्लैश गॉर्डन

फ्लैश गाॅर्डन (अंग्रेजी; Flash Gordon) एक काल्पनिक नायक है जिसकी अंतरिक्ष के रोमांचक यात्राओं की कहानियों को काॅमिक्स स्ट्रिप द्वारा प्रकाशित करते है और जिसकी चित्रण मूल रचनाकार एलेक्स रेमण्ड ने की है।"Flash Gordon", in Guy Haley (editor) Sci-Fi Chronicles: A Visual History of the Galaxy's Greatest Science Fiction.Richmond Hill, Ontario: Firefly Books, 2014.

नई!!: कॉमिक्स और फ्लैश गॉर्डन · और देखें »

बिल्लू

बिल्लू (अंग्रेजी; Billoo) एक भारतीय काॅमिक्स पात्र है जिसकी रचना भारतीय कार्टूनिस्ट प्राण कुमार शर्मा ने सन् १९७३ में किया था। इसकी प्रकाशन डायमण्ड पब्लिकेशन करती है। इसकी कहानियों की पृष्ठभूमि में दिल्ली की बीते सत्तर व अस्सी के दशक की झलक देखने मिलती है। बिल्लू एक आम स्कूली किशोर ही है। जिसकी आंशिक समानता अमेरिकी काॅमिक्स के पात्र आर्ची से की जाती है, बिल्लू को शरारती है, लड़कियाँ उसे पसंद करती है हालाँकि वह आर्ची के समान "दोस्ताना कैसानोवा" या रसिक मिजाज का कतई नहीं है, अन्य भारतीय किशोरों की तरह उसे भी क्रिकेट खेलना पसंद है। बिल्लू की पहचान अक्सर उसकी आँखों तक फैले बालों से ढकी रहती या पूरे माथे को घेरती। अक्सर उसकी मसखरेपन और शरारतों से उसे मुसीबतें झेलनी पड़ती, मगर हर बार वह उन पड़ोसियों की आंटियों और बदमाशों से बच निकलता। बिल्लू के पास "मोती" नाम का एक पालतू पिल्ला है। उसकी टोली में उसके बचपन के दोस्त जैसे गब्दू, जोज़ी, मोनू, बिशम्बर और ऐसे कई साथी हैं। उसका अक्सर बजरंगी नामक पहलवान और उसके चेले ढक्कन से नोक-झोंक चलती है। वहीं जोज़ी के पिता कर्नल थ्री नाॅट थ्री कभी भी बिल्लू को पसंद नहीं करते। १९७३ में, कार्टूनिस्ट प्राण साहब किसी स्कूली किशोर पर अपने काॅमिक्स स्ट्रिप बनाना चाहते थे। इस तरह उन्होंने एक बच्चे को रचा जिसकि लंबे बालों उसकी आँखों को ढके रहे और उसका नाम रखा "बिल्लू"। पाठकों के बीच इस दुबले-पतले किरदार को बहुत सराहा गया जिससे संपादक ने प्राण साहब से एक पन्नों से लेकर दो पन्नों की कहानियाँ रचने को कहा। बिल्लू को कई बार अपने पालतू पिल्ले - मोती साथ सड़कों पर घुमते देखा जा सकता है। जब वह घर पर हो, तो वह टीवी देखने बैठ जाता। बिल्लू और उसकी दोस्तों की टोली जिनमें गब्दू, जोज़ी, मोनू व बिशम्बर शामिल हैं; अक्सर पहलवान बजरंगी और उसके साथी ढक्कन को चकमा दे जाते हैं। वे हमेशा इसी तरह एक-दूसरे को नीचा दिखाने की जुगत करते हैं। जोज़ी की बिल्लू से दोस्ती पर, जोज़ी के पिता कर्नल थ्री नाॅट थ्री हमेशा नापसंदगी जताते और हरपल उसपर अपनी राईफ़ल ताने रहते। बिल्लू व उसके दोस्तों को हमेशा पड़ोसियों के अहाते पर क्रिकेट खेलते देखा जाता रहा है, और कभी-कभार वह गलती से उसके पड़ोसियों की ही खिड़कियाँ तोड़ देता है(विशेषकर बजरंगी की खिड़कियाँ।) हरेक काॅमिक्स पुस्तक में कहानियों की सेट हुआ करती थी। आरंभिक कहानियों में बिल्लू और जोज़ी बच्चे हुआ करते थे, बाद कहानियों में उनके किशोरवय रूप में दिखाया जाता है। बचपन में जोज़ी जहाँ उसकी दोस्त थी अब बड़े होने पर वह उसकी गर्लफ्रैंड बनती है। .

नई!!: कॉमिक्स और बिल्लू · और देखें »

बैटमैन

बैटमैन (Batman) डीसी कॉमिक्स का एक काल्पनिक पात्र है जिसे बॉब केन व बिल फिंगर ने रचा है। बैटमैन साधारणतः ब्रुस वेन नाम से गौथम शहर में रहता है। इसका अन्य नाम द डार्क नाइट भी है। .

नई!!: कॉमिक्स और बैटमैन · और देखें »

बेदी

एक भारतीय उपनाम। श्रेणी:भारतीय उपनाम.

नई!!: कॉमिक्स और बेदी · और देखें »

बेल्जियम

किंगडम ऑफ़ बेल्जियम उत्तर-पश्चिमी यूरोप में एक देश है। यह यूरोपीय संघ का संस्थापक सदस्य है और उसके मुख्यालय का मेज़बान है, साथ ही, अन्य प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठनों का, जिसमें NATO भी शामिल है। 10.7 मीलियन की जनसंख्या वाले बेल्जियम का क्षेत्रफल है। जर्मनिक और लैटिन यूरोप के मध्य अपनी सांस्कृतिक सीमा को विस्तृत किये हुए बेल्जियम, दो मुख्य भाषाई समूहों, फ्लेमिश और फ्रेंच-भाषी, मुख्यतः वलून्स सहित जर्मन भाषियों के एक छोटे समूह का आवास है। बेल्जियम के दो सबसे बड़े क्षेत्र हैं, उत्तर में 59% जनसंख्या सहित फ्लेंडर्स का डच भाषी क्षेत्र और वालोनिया का फ्रेंच भाषी दक्षिणी क्षेत्र, जहाँ 31% लोग बसे हैं। ब्रुसेल्स-राजधानी क्षेत्र, जो आधिकारिक तौर पर द्विभाषी है, मुख्यतः फ्लेमिश क्षेत्र के अंतर्गत एक फ्रेंच भाषी एन्क्लेव है और यहाँ 10% जनसंख्या बसी है। * * * * पूर्वी वालोनिया में एक छोटा जर्मन भाषी समुदाय मौजूद है। मूल (पहले ही) 71,500 निवासियों के बजाय 73,000 का उल्लेख करता है। बेल्जियम की भाषाई विविधता और संबंधित राजनीतिक तथा सांस्कृतिक संघर्ष, राजनीतिक इतिहास और एक जटिल शासन प्रणाली में प्रतिबिंबित होता है। बेल्जियम नाम, गॉल के उत्तरी भाग में एक रोमन प्रान्त, गैलिया बेल्जिका से लिया गया है, जो केल्टिक और जर्मन लोगों के एक मिश्रण बेल्जी का निवास स्थान था। ऐतिहासिक रूप से, बेल्जियम, नीदरलैंड और लक्ज़मबर्ग, निचले देश के रूप में जाने जाते थे, जो राज्यों के मौजूदा बेनेलक्स समूह की तुलना में अपेक्षाकृत कुछ बड़े क्षेत्र को आवृत किया करते थे। मध्य युग की समाप्ति से लेकर 17 वीं सदी तक, यह वाणिज्य और संस्कृति का एक समृद्ध केन्द्र था। 16वीं शताब्दी से लेकर 1830 में बेल्जियम की क्रांति तक, यूरोपीय शक्तियों के बीच बेल्जियम के क्षेत्र में कई लड़ाइयाँ लड़ी गईं, जिससे इसे यूरोप के युद्ध मैदान का तमगा मिला - एक छवि जिसे दोनों विश्व युद्ध ने और पुष्ट किया। अपनी स्वतंत्रता पर, बेल्जियम ने उत्सुकता के साथ औद्योगिक क्रांति में भाग लिया और उन्नीसवीं सदी के अंत में, अफ्रीका में कई उपनिवेशों पर अधिकार जमाया। 20वीं सदी के उत्तरार्ध को फ्लेमिंग्स और फ्रैंकोफ़ोन के बीच साँप्रदायिक संघर्ष की वृद्धि के लिए जाना जाता है, जिसे एक तरफ तो सांस्कृतिक मतभेद ने भड़काया, तो दूसरी तरफ फ्लेनडर्स और वालोनिया के विषम आर्थिक विकास ने. अब भी सक्रिय इन संघर्षों ने पूर्व में एक एकात्मक राज्य बेल्जियम को संघीय राज्य बनाने के दूरगामी सुधारों को प्रेरित किया। .

नई!!: कॉमिक्स और बेल्जियम · और देखें »

भारतीय कॉमिक्स

भारतीय कॉमिक्स अथवा भारतीय चित्रकथा (अंग्रेजी; Indian comics) वह कॉमिक्स पुस्तकें एवं ग्राफिक उपन्यास जिनका सांस्कृतिक संबंध भारत द्वारा प्रकाशन से जुड़ा हो जिन्हें अंग्रेज़ी अथवा विभिन्न भारतीय भाषाओं में जारी करता है। भारत में कॉमिक्स पठन एवं उसके प्रसंगों को लेकर एक लंबी परंपरा जुड़ी हुई हैं जहाँ व्यापक पैमाने पर दशकों से लोककथाएं एवं पौराणिक गाथाओं को बाल चित्रकथाओं के शक्ल में पहुँचाया जा रहा है। भारतीय कॉमिक्स बहुतायत संख्या में देश में प्रकाशित होती है। लगभग बीते १९८० से १९९० के दशक तक, जब कॉमिक्स उद्योग का दौर काफी शीर्ष पर था तब उस वक्त की कई लोकप्रिय कॉमिक्स की ५००,००० लाख से अधिक प्रतियाँ एक हफ्तें में बिक जाती थी लेकिन समय गुजरने के बाद अब बमुश्किल ५०,००० हजार प्रतियाँ ही बिक पाती हैं। कभी भारतीय कॉमिक्स उद्योग का रहा स्वर्णकालिक दौर, आज की बढ़ती सैटेलाइट टेलीविजन (विशेषकर बच्चों पर बनने वाले चैनलों) एवं विडियो गेम उद्योगों की बढ़ती प्रतिस्पर्धा से आज पतन के दौर में संघर्ष कर रहा है। मगर आज भी विगत तीन दशकों से title.

नई!!: कॉमिक्स और भारतीय कॉमिक्स · और देखें »

भोकाल

भोकाल राज कॉमिक्स के द्वारा प्रकशित हिन्दी कॉमिक्स श्रुंखला भोकाल का प्रमुख पात्र है। श्रेणी:बाल कौमिक्स पत्रिका श्रेणी:सुपर हीरो श्रेणी:गूगल परियोजना श्रेणी:कॉमिक्स के पात्र.

नई!!: कॉमिक्स और भोकाल · और देखें »

मांगा

सीज़नल पैसर्सबाई (शिकी नो युकिकाई) से "मांगा" के लिए कांजी, 1798, सैंटो क्योडेन और किटाओ शिगेमासा द्वारा जापानी भाषा में मांगा (कांजी: 漫画; हीरागाना: まんが; काटाकना: マンガ) (या) कॉमिक्स और मुद्रित कार्टून्स (जिसे कभी कभी कोमिकू भी कहा जाता है) से मिलकर बनता है और 19 वीं शताब्दी के अंत में जापान में विकसित शैली के अनुरूप है। अपने आधुनिक रूप में, मांगा द्वितीय विश्व युद्ध के बाद शीघ्र ही अप्रचलित हो गया, लेकिन पूर्व जापानी कला में उनका एक लंबा, जटिल पूर्व इतिहास है। जापान में सभी उम्र के लोग मांगा पढ़ते हैं। शैली में विषयों की एक व्यापक रेंज को शामिल किया गया है: साहसिक-कार्य, रोमांस, खेल-कूद और खेल, ऐतिहासिक नाटक, हास्य, विज्ञानं की कल्पित कथाएं और फंतासी, रहस्य, डरावना, कामुकता और और अन्य विषयों में व्यापार/वाणिज्य.

नई!!: कॉमिक्स और मांगा · और देखें »

संजय गुप्ता

संजय गुप्ता (जन्म 23 अक्टूबर 1969) एक अमेरिकी न्यूरोसर्जन और एमोरी विश्वविद्यालय मेडिसीन स्कूल में न्यूरोसर्जरी के सहायक प्रोफेसर हैं और अट्लांटा के ग्रेडी मेमोरियल अस्पताल में न्यूरोसर्जरी सेवा में प्रमुख सहयोगी हैं। जनवरी 2009 में यह बताया गया कि ओबामा के प्रशासन में गुप्ता को संयुक्त राज्य का सर्जन जनरल बनाने की पेशकश की गई थी। मार्च 2009 में गुप्ता ने विचारधीन पद से अपना नाम वापस ले लिया। 1997 से 1998 तक उन्होंने पंद्रह व्हाइट हाउस सदस्यों में से एक रूप में अपनी सेवा दी, मुख्य रूप से वे हिलेरी क्लिंटन के सलाहकार रहे.

नई!!: कॉमिक्स और संजय गुप्ता · और देखें »

सुपर कमाण्डो ध्रुव

सुपर कमांडो ध्रुव (अंग्रेजी; Super Commando Dhruva) एक काल्पनिक पात्र, एवं एक भारतीय काॅमिक्स सुपरहीरो है, जिसकी काॅमिकों का प्रकाशन राज काॅमिक्स द्वारा किया जाता है। इस पात्र, की रचना विख्यात लेखक एवं चित्रकारी अनुपम सिन्हा द्वारा किया गया था, उन्होंने उसकी पहली काॅमिक्स GENL #74 "प्रतिशोध की ज्वाला" से आगमन दिलाया जिसे अप्रैल १९८७ में प्रकाशित किया गया और उसके बाद से, उसे नियमित तौर पल अन्य कई किस्तों के साथ राज काॅमिक्स द्वारा प्रकाशित करती रही। सुपर कमांडो ध्रुव, जिसका पूरा नाम ध्रुव मेहरा है, इसके अतिरिक्त संदर्भ में उसकी कमाण्डो फाॅर्स के कैडेट उन्हें कैप्टन ध्रुव के नाम से संबोधित करती है। सुपर कमांडो ध्रुव का कार्यस्थल भारत स्थित काल्पनिक शहर राजनगर में बताया जाता। वहीं वह एक काल्पनिक सरकारी-मान्यता प्राप्त कमाण्डो फाॅर्स नामक अपराध उन्मूलन संगठन की स्थापना करता है। ध्रुव के चरित्र को इस प्रकार विशिष्ट एवं प्रतिष्ठित बनाया गया है; पीली व नीली वर्दी, काले-भूरे जुते और एक युटिलिटी पेटी जिसपर सितारे के आकार का बकल है। यही सितारा उसके चरित्र की विशेष ट्रेडमार्क बनती है। ध्रुव की सबसे असामान्य बात यह है कि अधिकांश सुपरहीरो की तरह, उसकी कोई अप्रत्यक्ष व्यक्तित्व नहीं है और ना ही अपनी पहचान छुपाने के लिए नकाब की जरूरत महसूस करता है। सबसे अलग व विशेष कि उसमें किसी तरह की अमानवीय शक्तियों के ना है; मगर अपनी तेज बुद्धि, सूक्ष्म प्रेक्षण कुशलता, हरेक प्राजातियों के पशु-पक्षियों से बात करने की कला, वैज्ञानिक तार्किकता, युद्ध कला व नटबाजी में माहिर, अपनी बेमिसाल इच्छाशक्ति और धरती से पापियों को हटाने का दृढ़ संकल्प ही उसे किसी उसे किसी भी सामान्य सुपरहीरो या मनुष्यों से अद्वितीय बनाता है। ध्रुव ने अपनी प्रथम परिचय के बाद ही लोकप्रिय पात्रों में पहचान पाई। वह राज काॅमिक्स के बेहद सफलतम पात्रों में भी एक शुमार हैं। इतने वर्ष बीतने पर भी, ध्रुव ने भारतीय काॅमिक्स जगत के सुपरहीरो की पीढ़ी में विशिष्ट स्थान बनाया है। .

नई!!: कॉमिक्स और सुपर कमाण्डो ध्रुव · और देखें »

सुपरमैन

सुपरमैन (अंग्रेजी; Superman) अमेरिकी काॅमिक्स बुक्स की डीसी काॅमिक्स द्वारा प्रकाशित एक काल्पनिक सुपरहीरो या महानायक है। लेखक जेरी सीगल एवं आर्टिस्ट जाॅय शस्टर ने उनको सर्वप्रथम एक्शन काॅमिक्स #1 (आवरण-तिथि जून 1938) से जारी किया, जो बाद में कई रेडियो धारावाहिकों, समाचार-पत्रों की कतरनों, टेलीविज़न कार्यक्रमों, फ़िल्मों एवं विडियो-गेम द्वारा काफी प्रचलित हुए। लिहाजा इस अभूतपूर्व सफलता के बाद, सुपरमैन की प्रेरणा की तर्ज पर सुपरहीरोज की एक पूरी पीढ़ी खड़ी हो गई और अमेरिकी काॅमिक्स जगत में प्रधान रूप से स्थापित भी हुए। सुपरमैन की मौजूदगी को प्रतिकात्मक तौर पर काफी विशेष ध्यान रखा गया; जैसे उनकी नीली पोशाक, लाल लबादा और सीने पर लाल एवं पीले रंग का लिखा अंग्रेज़ी में "S" एस अक्षर का गढ़ा हुआ शिल्ड। इस शिल्ड का मिडिया में लगभग कई बार विभिन्न मौकों पर अलग-अलग तरीकों से किरदार के चिन्ह स्वरूप दर्शाया गया है। मूल तौर पर सुपरमैन की उद्गम कथाओं में उसे सुदूरवर्ती ब्रह्मांड के काल्पनिक ग्रह क्रिप्टाॅन का अंतिम वासी कहा जाता है, जिसका वास्तविक नाम काल-एल है, जिसे उसके वैज्ञानिक पिता ज़ोर-एल उसे तब राॅकेट द्वारा पृथ्वी को प्रक्षेपित करते हैं, जब उनका ग्रह क्रिप्टाॅन तबाह होना शुरू होता है। यहां पृथ्वी पर कैनसैस के किसान दंपति उसे अपना लेते हैं, जिसकी परवरिश क्लार्क केंट के रूप में होती है और उसे काफी गहन नैतिक शिक्षा जैसे आदर्श सीख मिलती है। इस दौरान भी कई बार अपनी अमानवीय शक्तियों से परिचित होता है, फिर वयस्क उम्र में, वह सुपरमैन के गुप्त रूप में मानवता के उपकार हेतु इसका संकल्प भी लेता है। सुपरमैन का निवास और कार्यस्थल अमेरिका के ही काल्पनिक शहर मैट्रोपोलिस़ में होता हैं। फिर कलार्क केंट के रूप में, वह बतौर जर्नालिस्ट डेली प्लेनेट में काम करता है जहाँ से मैट्रोपोलिस़ के लिए अखबार प्रकाशित होते हैं। सुपरमैन की प्रेम दिलचस्पी उसके ही प्रमुख रिपोर्टर लूईस लैन के साथ होती है और सुपरविलैन में लेक्स लुथाॅर उसका कट्टर दुश्मन रहता है। मिसाल के तौर जस्टिस लीग नामक सुपरहीरो संगठन का वह सदस्य भी रहता है और बैटमैन एवं वंडरवुमैन उसके नजदीकी दोस्त होते हैं। डीसी काॅमिक्स जगत के अन्य किरदारों की तरह ही, समय-समय पर वैकल्पिक के तौर पर सुपरमैन के साथ उन्हें गढ़ा जाता रहा है। सुपरमैन को अब व्यापक नजरिए से अमेरिकी संस्कृति का प्रतीक माना जाता है। अपनी प्रभावशील विद्वता के साथ सांस्कृतिक विचारक, समीक्षक और आलोचक उनके इस वैश्विक रूप से लोकप्रिय एवं अमेरिकी किरदार के असर को तलाशते हैं। इस किरदार के एकाधिकार के लिए अक्सर, सिगल और शस्टर मतभेदों की वजहों से यह मामला मुकदमा दायर करने की स्थिति तक ले आते। सुपरमैन के किरदार को भुनाने के लिए मिडिया ने जमकर इसका रूपांतरण कराया जिनमें फ़िल्में, टीवी धारावाहिक औल विडियो गेम आदि शामिल हैं। फ़िल्म अभिनेता जाॅर्ज रीव्स, क्रिस्टोफर रीव्स, ब्रेनडन रुथ, और हेनरी कैविल ने सुपरमैन की भूमिका को अब तक बड़े पर्दे पर साकार करते आ रहें हैं। .

नई!!: कॉमिक्स और सुपरमैन · और देखें »

स्पाइडर-मैन

स्पाइडर-मैन मार्वल कॉमिक्स का काल्पनिक सुपर हीरो है। इसके रचयिता स्टैन ली एवं स्टीव डिटको हैं। सबसे पहले 1962 में आई कॉमिक्स में इसकी प्रथम उपस्थिति हुई थी। कॉमिक्स में वह पीटर पार्कर के रूप में एक अनाथ बच्चा होता है जिसके माता-पिता रिचर्ड और मैरी पार्कर एक हवाई जहाज की दुर्घटना में मारे जाते हैं। न्यू यॉर्क शहर में उसे उसकी मौसी आंट मे और अंकल बेन पालते हैं। उसे किशोरावस्था और वित्तीय मुद्दों के संघर्षों से निपटते हुए दिखाया जाता है। उसकी उत्पत्ति कहानी में उसे एक रेडियोधर्मी मकड़ी काट लेती है जिससे उसमें मकड़ी से संबंधित शक्ति और क्षमताएँ आ जाती हैं। जिसमें शामिल है:- अधिकांश सतहों पर चढ़ने की क्षमता, अपने स्वयं के आविष्कार उपकरणों को कलाई पर पहनकर उपयोग करके मकड़ी के जाल को शूट करना जिसे वह "वेब-शूटर" कहता है और अपने "स्पाइडर सेन्स" से खतरों के आने से पहले आभास होना। इसी कहानी में स्पाइडर मैन मूल रूप से प्रसिद्धि पाने के लिए इस शक्ति का उपयोग करता है। एक दिन वह अंकल बेन को गोली मारते हुए भाग रहे एक चोर को जाने देने देता है। उसके बाद वह अपनी शक्ति को जिम्मेदारी से उपयोग करना सीखता है। .

नई!!: कॉमिक्स और स्पाइडर-मैन · और देखें »

कैप्टन अमेरिका

कैप्टन अमेरिका (अंग्रेजी; Captain America) मार्वेल कॉमिक्स का एक काल्पनिक किरदार है। इसका निर्माण जोए साइमन और जैक किर्बी ने टाइमली कॉमिक्स के लिए किया था। यह मार्च 1941 को पहली बार प्रकाशित हुआ था। इसे एक देशभक्त सैनिक के रूप में दिखाया गया है जो अपने शक्ति से द्वितीय विश्वयुद्ध में लड़ाई करता है। यह टाइमली कोमिक्स का उस समय का सबसे अधिक प्रसिद्ध किरदार था। इसके प्रसिद्धि का प्रभाव युद्ध पर भी पड़ रहा था और इस कारण इसे 1950 में बंद कर दिया गया और उसके कुछ ही वर्षों के बाद 1953 में यह फिर से प्रकाशित होने लगा। उसके बाद थोड़े ही समय तक यह प्रकाशित हुआ और 1964 में इसे मार्वेल कॉमिक्स ने प्रकाशित करना शुरू किया। तब से यह प्रकाशन में बना हुआ है। कैप्टन अमेरिका का पुस्तक 2011 में 100 सबसे अच्छे कॉमिक्स में 6वें स्थान पर था। .

नई!!: कॉमिक्स और कैप्टन अमेरिका · और देखें »

अंग्रेज़ी भाषा

अंग्रेज़ी भाषा (अंग्रेज़ी: English हिन्दी उच्चारण: इंग्लिश) हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार में आती है और इस दृष्टि से हिंदी, उर्दू, फ़ारसी आदि के साथ इसका दूर का संबंध बनता है। ये इस परिवार की जर्मनिक शाखा में रखी जाती है। इसे दुनिया की सर्वप्रथम अन्तरराष्ट्रीय भाषा माना जाता है। ये दुनिया के कई देशों की मुख्य राजभाषा है और आज के दौर में कई देशों में (मुख्यतः भूतपूर्व ब्रिटिश उपनिवेशों में) विज्ञान, कम्प्यूटर, साहित्य, राजनीति और उच्च शिक्षा की भी मुख्य भाषा है। अंग्रेज़ी भाषा रोमन लिपि में लिखी जाती है। यह एक पश्चिम जर्मेनिक भाषा है जिसकी उत्पत्ति एंग्लो-सेक्सन इंग्लैंड में हुई थी। संयुक्त राज्य अमेरिका के 19 वीं शताब्दी के पूर्वार्ध और ब्रिटिश साम्राज्य के 18 वीं, 19 वीं और 20 वीं शताब्दी के सैन्य, वैज्ञानिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक प्रभाव के परिणाम स्वरूप यह दुनिया के कई भागों में सामान्य (बोलचाल की) भाषा बन गई है। कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों और राष्ट्रमंडल देशों में बड़े पैमाने पर इसका इस्तेमाल एक द्वितीय भाषा और अधिकारिक भाषा के रूप में होता है। ऐतिहासिक दृष्टि से, अंग्रेजी भाषा की उत्पत्ति ५वीं शताब्दी की शुरुआत से इंग्लैंड में बसने वाले एंग्लो-सेक्सन लोगों द्वारा लायी गयी अनेक बोलियों, जिन्हें अब पुरानी अंग्रेजी कहा जाता है, से हुई है। वाइकिंग हमलावरों की प्राचीन नोर्स भाषा का अंग्रेजी भाषा पर गहरा प्रभाव पड़ा है। नॉर्मन विजय के बाद पुरानी अंग्रेजी का विकास मध्य अंग्रेजी के रूप में हुआ, इसके लिए नॉर्मन शब्दावली और वर्तनी के नियमों का भारी मात्र में उपयोग हुआ। वहां से आधुनिक अंग्रेजी का विकास हुआ और अभी भी इसमें अनेक भाषाओँ से विदेशी शब्दों को अपनाने और साथ ही साथ नए शब्दों को गढ़ने की प्रक्रिया निरंतर जारी है। एक बड़ी मात्र में अंग्रेजी के शब्दों, खासकर तकनीकी शब्दों, का गठन प्राचीन ग्रीक और लैटिन की जड़ों पर आधारित है। .

नई!!: कॉमिक्स और अंग्रेज़ी भाषा · और देखें »

निवर्तमानआने वाली
अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »