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कैप्टन अमेरिका: सिविल वॉर और साइबेरिया

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

कैप्टन अमेरिका: सिविल वॉर और साइबेरिया के बीच अंतर

कैप्टन अमेरिका: सिविल वॉर vs. साइबेरिया

कैप्टन अमेरिका: सिविल वाॅर (अंग्रेजी; Captain America: The Civil War) वर्ष 2016 की अमेरिकी सुपरहीरो फ़िल्म है, जो 'मार्वल काॅमिक्स' के कल्पित नायक कैप्टन अमेरिका पर आधारित है, जिसे बतौर निर्माता मार्वल स्टुडियोज और वितरक वाॅल्ट डिज़नी माॅशन पिक्चर्स पेश किया है। यह वर्ष 2011 की कैप्टन अमेरिका: द फर्स्ट एवेन्जर और 2014 की कैप्टन अमेरिका: विंटर सोल्जर की तीसरी कड़ी है और मार्वल सिनेमेटिक युनिवर्स (MCU) की ओर से यह तेरहवॉं संस्करण है। फ़िल्म का निर्देशन रूसो बंधुओं, एंथनी और जाो रुस्सो ने किया है, साथ ही पटकथा क्रिस्टोफर मार्कस एवं स्टीफन मैक्फिले ने तैयार किया है तथा फ़िल्म के परिचित अदाकारों में क्रिस इवांस, रॉबर्ट डॉनी जूनियर, स्कार्लेट जोहानसन, स्बेस्चियन स्टेन, एंथोनी मैकी, एमिले वानकैम्प, डाॅन शियेडल, जेरेमी रेनर, चैडविक बोसमैन, पाॅल बेटैनी, एलिज़ाबेथ ऑल्सेन, पाॅल रुड, फ्रैंक ग्रिलो, डेनियल ब्रुह्ल और विलियम हर्ट आदि शामिल है। फ़िल्म कैप्टन अमेरिका: सिविल वाॅर में, कैप्टन अमेरिका अपने विश्व सुरक्षा की मुहिम को जारी रखता है, पर अब उनका दो विपरीत दलों में बंट चुका हैं, जिनमें से एक का अगुवाई कैप्टन अमेरिका और अन्य में आयरन मैन करते हैं, विगत एवेंजर्स: एज ऑफ अल्ट्राॅन के प्रासंगिक विनाश की घटनाओं के बाद सरकारी निरिक्षणों और एवेंजर्स की जवाबदेही के मद्देनजर कई राजनीतिक दल अब सूपरह्युमैन गतिविधियों पर नियमन करने या अंकुश लगाने हेतु कानून पारित करती है। सिविल वाॅर की डेवलपमेंट के साल 2013 से तब हुई जब मार्कस तथा मैकफीले ने पटकथा लिखना शुरू किया, उनका यह विचार 2006 की प्रकाशित सिविल वाॅर नामक काॅमिक्स की कथारेखा पढ़ने के बाद ही उपजा था। रूसो बंधु विगत "द विंटर सोल्जर" की टेस्ट स्क्रीनिंग में मिले सकारात्मक समीक्षा ने 2014 को दुबारा निर्देशन का उत्साह दिया। फ़िल्म का शीर्षक का खुलासा अक्टूबर 2014 में जारी किया गया और डाॅउनी पहले ही भूमिका के लिए चुने गए थे, अन्य सदस्यों की कास्टिंग भी आगामी महीने तक पूरी हो गई। फ़िल्म की प्रमुख फोटोग्राफी अप्रैल 2015 में जाॅर्जिया के फैयेटी काउंटी स्थित पाइनवुड एटलांटा स्टुडियो और मेट्रो एटलांटा एरिया के साथ शुरू हुई, जोकि अगस्त के जर्मनी पर जाकर समापन हुई। "कैप्टन अमेरिका: सिविल वाॅर" का वैश्विक आयोजन लाॅस एंजिल्स में अप्रैल 12, 2016 से हुआ, वहीं अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन अप्रैल 27 से शुरू हुआ और फिर संयुक्त राष्ट्र में यह थ्रीडी एवं आईमैक्स फाॅर्मेट के साथ मई 6 को प्रदर्शित हुई। फ़िल्म ने समीक्षकों एवं व्यावसायिक तौर पर काफी सफलता अर्जित की, जिसने वर्ल्डवाईड $678 करोड़ डाॅलर से अधिक का मुनाफा कमाया। . साइबेरिया का नक़्शा (गाढ़े लाल रंग में साइबेरिया नाम का संघी राज्य है, लेकिन लाल और नारंगी रंग वाले सारे इलाक़े साइबेरिया का हिस्सा माने जाते हैं गर्मी के मौसम में दक्षिणी साइबेरिया में जगह-जगह पर झीलें और हरियाली नज़र आती है याकुत्स्क शहर में 17वी शताब्दी में बना एक रूसी सैनिक-गृह साइबेरिया (रूसी: Сибирь, सिबिर) एक विशाल और विस्तृत भूक्षेत्र है जिसमें लगभग समूचा उत्तर एशिया समाया हुआ है। यह रूस का मध्य और पूर्वी भाग है। सन् 1991 तक यह सोवियत संघ का भाग हुआ करता था। साइबेरिया का क्षेत्रफल 131 लाख वर्ग किमी है। तुलना के लिए पूरे भारत का क्षेत्रफल 32.8 लाख वर्ग किमी है, यानि साइबेरिया भारत से क़रीब चार गुना है। फिर भी साइबेरिया का मौसम और भूस्थिति इतनी सख़्त है के यहाँ केवल 4 करोड़ लोग रहते हैं, जो 2011 में केवल उड़ीसा राज्य की आबादी थी। यूरेशिया का अधिकतर स्टॅप (मैदानी घासवाला) इलाक़ा साइबेरिया में आता है। साइबेरिया पश्चिम में यूराल पहाड़ों से शुरू होकर पूर्व में प्रशांत महासागर तक और उत्तर में उत्तरध्रुवीय महासागर (आर्कटिक महासागर) तक फैला हुआ है। दक्षिण में इसकी सीमाएँ क़ाज़ाक़स्तान, मंगोलिया और चीन से लगती हैं। .

कैप्टन अमेरिका: सिविल वॉर और साइबेरिया के बीच समानता

कैप्टन अमेरिका: सिविल वॉर और साइबेरिया आम में एक बात है (यूनियनपीडिया में): द्वितीय विश्वयुद्ध

द्वितीय विश्वयुद्ध

द्वितीय विश्वयुद्ध १९३९ से १९४५ तक चलने वाला विश्व-स्तरीय युद्ध था। लगभग ७० देशों की थल-जल-वायु सेनाएँ इस युद्ध में सम्मलित थीं। इस युद्ध में विश्व दो भागों मे बँटा हुआ था - मित्र राष्ट्र और धुरी राष्ट्र। इस युद्ध के दौरान पूर्ण युद्ध का मनोभाव प्रचलन में आया क्योंकि इस युद्ध में लिप्त सारी महाशक्तियों ने अपनी आर्थिक, औद्योगिक तथा वैज्ञानिक क्षमता इस युद्ध में झोंक दी थी। इस युद्ध में विभिन्न राष्ट्रों के लगभग १० करोड़ सैनिकों ने हिस्सा लिया, तथा यह मानव इतिहास का सबसे ज़्यादा घातक युद्ध साबित हुआ। इस महायुद्ध में ५ से ७ करोड़ व्यक्तियों की जानें गईं क्योंकि इसके महत्वपूर्ण घटनाक्रम में असैनिक नागरिकों का नरसंहार- जिसमें होलोकॉस्ट भी शामिल है- तथा परमाणु हथियारों का एकमात्र इस्तेमाल शामिल है (जिसकी वजह से युद्ध के अंत मे मित्र राष्ट्रों की जीत हुई)। इसी कारण यह मानव इतिहास का सबसे भयंकर युद्ध था। हालांकि जापान चीन से सन् १९३७ ई. से युद्ध की अवस्था में था किन्तु अमूमन दूसरे विश्व युद्ध की शुरुआत ०१ सितम्बर १९३९ में जानी जाती है जब जर्मनी ने पोलैंड पर हमला बोला और उसके बाद जब फ्रांस ने जर्मनी पर युद्ध की घोषणा कर दी तथा इंग्लैंड और अन्य राष्ट्रमंडल देशों ने भी इसका अनुमोदन किया। जर्मनी ने १९३९ में यूरोप में एक बड़ा साम्राज्य बनाने के उद्देश्य से पोलैंड पर हमला बोल दिया। १९३९ के अंत से १९४१ की शुरुआत तक, अभियान तथा संधि की एक शृंखला में जर्मनी ने महाद्वीपीय यूरोप का बड़ा भाग या तो अपने अधीन कर लिया था या उसे जीत लिया था। नाट्सी-सोवियत समझौते के तहत सोवियत रूस अपने छः पड़ोसी मुल्कों, जिसमें पोलैंड भी शामिल था, पर क़ाबिज़ हो गया। फ़्रांस की हार के बाद युनाइटेड किंगडम और अन्य राष्ट्रमंडल देश ही धुरी राष्ट्रों से संघर्ष कर रहे थे, जिसमें उत्तरी अफ़्रीका की लड़ाइयाँ तथा लम्बी चली अटलांटिक की लड़ाई शामिल थे। जून १९४१ में युरोपीय धुरी राष्ट्रों ने सोवियत संघ पर हमला बोल दिया और इसने मानव इतिहास में ज़मीनी युद्ध के सबसे बड़े रणक्षेत्र को जन्म दिया। दिसंबर १९४१ को जापानी साम्राज्य भी धुरी राष्ट्रों की तरफ़ से इस युद्ध में कूद गया। दरअसल जापान का उद्देश्य पूर्वी एशिया तथा इंडोचायना में अपना प्रभुत्व स्थापित करने का था। उसने प्रशान्त महासागर में युरोपीय देशों के आधिपत्य वाले क्षेत्रों तथा संयुक्त राज्य अमेरीका के पर्ल हार्बर पर हमला बोल दिया और जल्द ही पश्चिमी प्रशान्त पर क़ब्ज़ा बना लिया। सन् १९४२ में आगे बढ़ती धुरी सेना पर लगाम तब लगी जब पहले तो जापान सिलसिलेवार कई नौसैनिक झड़पें हारा, युरोपीय धुरी ताकतें उत्तरी अफ़्रीका में हारीं और निर्णायक मोड़ तब आया जब उनको स्तालिनग्राड में हार का मुँह देखना पड़ा। सन् १९४३ में जर्मनी पूर्वी युरोप में कई झड़पें हारा, इटली में मित्र राष्ट्रों ने आक्रमण बोल दिया तथा अमेरिका ने प्रशान्त महासागर में जीत दर्ज करनी शुरु कर दी जिसके कारणवश धुरी राष्ट्रों को सारे मोर्चों पर सामरिक दृश्टि से पीछे हटने की रणनीति अपनाने को मजबूर होना पड़ा। सन् १९४४ में जहाँ एक ओर पश्चिमी मित्र देशों ने जर्मनी द्वारा क़ब्ज़ा किए हुए फ़्रांस पर आक्रमण किया वहीं दूसरी ओर से सोवियत संघ ने अपनी खोई हुयी ज़मीन वापस छीनने के बाद जर्मनी तथा उसके सहयोगी राष्ट्रों पर हमला बोल दिया। सन् १९४५ के अप्रैल-मई में सोवियत और पोलैंड की सेनाओं ने बर्लिन पर क़ब्ज़ा कर लिया और युरोप में दूसरे विश्वयुद्ध का अन्त ८ मई १९४५ को तब हुआ जब जर्मनी ने बिना शर्त आत्मसमर्पण कर दिया। सन् १९४४ और १९४५ के दौरान अमेरिका ने कई जगहों पर जापानी नौसेना को शिकस्त दी और पश्चिमी प्रशान्त के कई द्वीपों में अपना क़ब्ज़ा बना लिया। जब जापानी द्वीपसमूह पर आक्रमण करने का समय क़रीब आया तो अमेरिका ने जापान में दो परमाणु बम गिरा दिये। १५ अगस्त १९४५ को एशिया में भी दूसरा विश्वयुद्ध समाप्त हो गया जब जापानी साम्राज्य ने आत्मसमर्पण करना स्वीकार कर लिया। .

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कैप्टन अमेरिका: सिविल वॉर और साइबेरिया के बीच तुलना

कैप्टन अमेरिका: सिविल वॉर 36 संबंध है और साइबेरिया 24 है। वे आम 1 में है, समानता सूचकांक 1.67% है = 1 / (36 + 24)।

संदर्भ

यह लेख कैप्टन अमेरिका: सिविल वॉर और साइबेरिया के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

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