लोगो
यूनियनपीडिया
संचार
Google Play पर पाएं
नई! अपने एंड्रॉयड डिवाइस पर डाउनलोड यूनियनपीडिया!
इंस्टॉल करें
ब्राउज़र की तुलना में तेजी से पहुँच!
 

क़ौमी तहज़ीब का मसला और साहित्य अकादमी पुरस्कार उर्दू

शॉर्टकट: मतभेद, समानता, समानता गुणांक, संदर्भ

क़ौमी तहज़ीब का मसला और साहित्य अकादमी पुरस्कार उर्दू के बीच अंतर

क़ौमी तहज़ीब का मसला vs. साहित्य अकादमी पुरस्कार उर्दू

क़ौमी तहज़ीब का मसला उर्दू भाषा के विख्यात साहित्यकार आबिद हुसैन द्वारा रचित एक भारतीय संस्कृति का सर्वेक्षण है जिसके लिये उन्हें सन् 1956 में उर्दू भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। . साहित्य अकादमी पुरस्कार एक साहित्यिक सम्मान है जो कुल २४ भाषाओं में प्रदान किया जाता हैं और उर्दू भाषा इन में से एक भाषा हैं। .

क़ौमी तहज़ीब का मसला और साहित्य अकादमी पुरस्कार उर्दू के बीच समानता

क़ौमी तहज़ीब का मसला और साहित्य अकादमी पुरस्कार उर्दू आम में 4 बातें हैं (यूनियनपीडिया में): भारतीय साहित्य अकादमी, साहित्य अकादमी पुरस्कार, आबिद हुसैन (लेखक), उर्दू भाषा

भारतीय साहित्य अकादमी

भारत की साहित्य अकादमी भारतीय साहित्य के विकास के लिये सक्रिय कार्य करने वाली राष्ट्रीय संस्था है। इसका गठन १२ मार्च १९५४ को भारत सरकार द्वारा किया गया था। इसका उद्देश्य उच्च साहित्यिक मानदंड स्थापित करना, भारतीय भाषाओं और भारत में होनेवाली साहित्यिक गतिविधियों का पोषण और समन्वय करना है। .

क़ौमी तहज़ीब का मसला और भारतीय साहित्य अकादमी · भारतीय साहित्य अकादमी और साहित्य अकादमी पुरस्कार उर्दू · और देखें »

साहित्य अकादमी पुरस्कार

साहित्य अकादमी पुरस्कार भारत में एक साहित्यिक सम्मान है, जो साहित्य अकादमी प्रतिवर्ष भारत की अपने द्वारा मान्यता प्रदत्त प्रमुख भाषाओं में से प्रत्येक में प्रकाशित सर्वोत्कृष्ट साहित्यिक कृति को पुरस्कार प्रदान करती है। भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल २२ भारतीय भाषाओं के अलावा ये राजस्थानी और अंग्रेज़ी भाषा; याने कुल २४ भाषाओं में प्रदान किया जाता हैं। पहली बार ये पुरस्कार सन् 1955 में दिए गए। पुरस्कार की स्थापना के समय पुरस्कार राशि 5,000/- रुपए थी, जो सन् 1983 में ब़ढा कर 10,000/- रुपए कर दी गई और सन् 1988 में ब़ढा कर इसे 25,000/- रुपए कर दिया गया। सन् 2001 से यह राशि 40,000/- रुपए की गई थी। सन् 2003 से यह राशि 50,000/- रुपए कर दी गई है। .

क़ौमी तहज़ीब का मसला और साहित्य अकादमी पुरस्कार · साहित्य अकादमी पुरस्कार और साहित्य अकादमी पुरस्कार उर्दू · और देखें »

आबिद हुसैन (लेखक)

आबिद हुसैन उर्दू भाषा के विख्यात साहित्यकार हैं। इनके द्वारा रचित भारतीय संस्कृति के सर्वेक्षण पर आधारीत किताब क़ौमी तहज़ीब का मसला के लिये उन्हें सन् १९५६ में साहित्य अकादमी पुरस्कार (उर्दू) से सम्मानित किया गया। इन्हें को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में सन १९५७ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये उत्तर प्रदेश राज्य से थे। .

आबिद हुसैन (लेखक) और क़ौमी तहज़ीब का मसला · आबिद हुसैन (लेखक) और साहित्य अकादमी पुरस्कार उर्दू · और देखें »

उर्दू भाषा

उर्दू भाषा हिन्द आर्य भाषा है। उर्दू भाषा हिन्दुस्तानी भाषा की एक मानकीकृत रूप मानी जाती है। उर्दू में संस्कृत के तत्सम शब्द न्यून हैं और अरबी-फ़ारसी और संस्कृत से तद्भव शब्द अधिक हैं। ये मुख्यतः दक्षिण एशिया में बोली जाती है। यह भारत की शासकीय भाषाओं में से एक है, तथा पाकिस्तान की राष्ट्रभाषा है। इस के अतिरिक्त भारत के राज्य तेलंगाना, दिल्ली, बिहार और उत्तर प्रदेश की अतिरिक्त शासकीय भाषा है। .

उर्दू भाषा और क़ौमी तहज़ीब का मसला · उर्दू भाषा और साहित्य अकादमी पुरस्कार उर्दू · और देखें »

सूची के ऊपर निम्न सवालों के जवाब

क़ौमी तहज़ीब का मसला और साहित्य अकादमी पुरस्कार उर्दू के बीच तुलना

क़ौमी तहज़ीब का मसला 6 संबंध है और साहित्य अकादमी पुरस्कार उर्दू 113 है। वे आम 4 में है, समानता सूचकांक 3.36% है = 4 / (6 + 113)।

संदर्भ

यह लेख क़ौमी तहज़ीब का मसला और साहित्य अकादमी पुरस्कार उर्दू के बीच संबंध को दर्शाता है। जानकारी निकाला गया था, जिसमें से एक लेख का उपयोग करने के लिए, कृपया देखें:

अरे! अब हम फेसबुक पर हैं! »